>>: Digest for July 03, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

झालावाड़. भारत सरकार के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में आजादी के अमृत महोत्सव के तहत 1 से 7 जुलाई तक फसल बीमा सप्ताह मनाया जा रहा हैं। इस अवसर पर जिला कलक्टर हरि मोहन मीना ने गुरूवार को मिनी सचिवालय से प्रचार-प्रसार रथों को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया गया। मीणा ने बीमा कम्पनी द्वारा जिले की सभी 254 ग्राम पंचायतों पर योजना का प्रचार-प्रसार कर जिले के कृषकों को योजना की जानकारी से लाभन्वित करने के निर्देश दिए। कृषि विभाग के सांख्यिकी अधिकारी प्रमोद कुमार ने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना खरीफ 2021 के लिए जिले में सोयाबीन, उड़द, मक्का फसल को सभी तहसीलों में व धान की फसल को खानपुर तहसील में संसूचित किया गया हैं। ऋणी एवं गैर ऋणी किसान 31 जुलाई तक बीमा करवा सकते हैं। अगर किसी ऋणी किसान को बीमा नहीं करवाना है तो इसकी लिखित में सूचना 24 जुलाई तक संबंधित बैंक को देनी होगी। इस मौके पर सहायक निदेशक हरचन्दाराम मीणा, कृषि अधिकारी भूपेन्द्र सिंह व पुष्पेन्द्र खींची,जिला समन्वयक एसबीआई जनरल इंशोरेंस कम्पनी लिमिटेड तारकेश्वर तिवारी आदि मौजूद थे।
प्रचार के लिए रवाना
रायपुर. प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत फसल बीमा प्रचार रथ को हरी झंडी दिखाकर प्रचार के लिए रवाना किया।खरीफ फसल का बीमा करवाने हेतु किसानों को जागरूक करने के लिये प्रचार रथ द्वारा क्षैत्र के गांवो मे प्रचार प्रसार किया जावेगा इसी क्रम मे प्रचार रथ को रायपुर नायब तहसीलदार मदनलाल बैतवाल् सहायक कृषी अधिकारी अरविन्द पाटीदार एकानूनगो महावीर सिंह पवार, कृषि पर्यवेक्षक प्रमोद, नंदकिशोर गुर्जर एबीमा कंपनी प्रतिनिधि राकेश शर्मा ने रथ को रवाना किया

झालावाड़ । झालावाड़ मेडिकल कॉलेज एवं हॉस्पिटल में एक पखवाड़े के भीतर लोगों को नेत्र बैंक की सुविधा मिलनी शुरू हो जाएगी। जिससे जिले व आसपास के क्षेत्र से जुड़े लोगों के लिए स्वैच्छिक नेत्रदान की राह आसान हो जाएगी।
हालांकि नेत्र बैंक की स्थापना को लेकर 1 वर्ष पूर्व ही प्रयास शुरू किए जा चुके थे। लेकिन कोरोना महामारी के चलते इसकी स्वीकृति में विलंब हुआ। जिसे अब प्रशासनिक स्तर पर मंजूरी मिल चुकी है। साथ ही इसका कार्य अंतिम चरण में है। इस माह के पहले पखवाड़े में इसे अमलीजामा पहना दिया जाएगा। नेत्र विभागाध्यक्ष डॉ. रविन्द्र मीणा ने बताया कि मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक बनाने के लिए सभी सुविधाऐं व संसाधन जुटा लिए गए है। इसके लिए परिसर में स्थान नियत किया जा रहा है। जहां पर तकनीकी स्टाफ मौजूद रहेगा। यहाँ आकर स्वैच्छिक नेत्रदान करने के लिए इच्छुक व्यक्ति अपना संकल्प पत्र भर सकेंगे। साथ ही नेत्रदान करने के लिए व्यवस्था रहेगी। डॉ. मीणा ने बताया कि नेत्रदान के लिए एक टीम का गठन किया गया है। जो संकल्प पत्र भरने वालों के अलावा भी परिजनों की सूचना मिलने पर मृतक के घर तत्काल कॉर्निया लेने पहुंचेगी। इसके लिए शीघ्र ही संबंधित मोबाइल नंबर जारी किए जाएगें। एक नेत्रहीन व्यक्ति ही बता सकता है कि आँखों की रोशनी आने से उसे क्या खुशी मिलती है। नेत्रदान के माध्यम से नेत्रहीन को रोशनी देने का प्रयास आधुनिक तकनीक के माध्यम से किया जा रहा है। ट्रांसप्लांट के माध्यम से नेत्रहीन व्यक्ति को रंग बिरंगे इस संसार को देखने का अवसर मिलता है। ज्यादा से ज्यादा लोग नेत्रदान के लिए प्रेरित हो, इसके लिए अभियान चलाने की भी आवश्यकता है। झालावाड़ मेडिकल कॉलेज में नेत्र बैंक खोलने के लिए 16 फरवरी 2020 से प्रयास शुरू किए गए। जिले में नेत्रदान के प्रति जागरूकता को देखते हुए झालावाड़ में नेत्र बैंक की आवश्यकता महसूस की जाने लगी। भवानीमंडी कस्बे से नेत्रदान को एक अभियान के रूप में देखा गया। अभी तक यहाँ से 37 नेत्रदान हो चुके है तथा 1000 से अधिक संकल्प पत्र भर चुके है। बैंक की मांग को लेकर जिला कांग्रेस कमेटी उपाध्यक्ष राजेश करावन ने मेडिकल शिक्षा सचिव वैभव गालरिया से झालावाड़ में नेत्र बैंक शुरू करने को लेकर चर्चा की। जिस पर चिकित्सा विभाग ने जुलाई 2020 में नेत्र उत्सर्जन केन्द्र के रूप में मेडिकल कॉलेज को अधिकृत किया। लेकिन 1 वर्ष बाद भी इसकी शुरूआत नही होने से करावन व कांग्रेस नेता हैदर अली ने गुरूवार को मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. शिवभगवान व विभागाध्यक्ष से वार्ता की।

हाबुलाल शर्मा

कोटा. किसी ने जैसे तैसे महंगे सोयाबीन बीज का इंतजाम किया, तो किसी ने धान की पौध तैयार की। किसान पिछले एक माह से सारी तैयारियां करके बैठे हैं लेकिन बारिश नहीं होने से सभी तैयारियां धरी है। खरीब फसल की बुवाई के लिए पिछले डेढ़ दो माह से किसान खेत तैयार कर बुवाई के लिए मानसून की पहली बरसात का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन मानसून की बेरुखी से अब किसानों की नींद उडऩे लगी है।

प्री मानसून की बारिश केवल झालावाड़ जिले में हुई तो वहां किसानों ने सोयाबीन, उड़द, अरहर व मक्का की बुवाई कर दी, लेकिन बरसात नहीं होने से जमीन सूख गई और बीज अंकुरित नहीं होने से किसानों के सामने दुबारा बुवाई करने की नौबत सामने खड़ी हो गई। मानसून की बेरुखी के चलते 1 जुलाई तक हाड़ौती सम्भाग में बुवाई के लक्ष्य की मात्र 12 प्रतिशत ही बुवाई हो पाई है। सोयाबीन की बुवाई का सही समय 25 जून से 8-10 जुलाई तक ही माना जाता है।
कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक रामावतार शर्मा ने बताया कि मानसून की बेरुखी का असर हाड़ौती सम्भाग में बुवाई का लक्ष्य आगे नहीं बढ़ पा रहा। ऐसे ही रहा तो विभिन्न फसलों की बुवाई का लक्ष्य पूरा नहीं हो पाएगा।

कोटा. भामाशाह मंडी में शुक्रवार को विभिन्न कृषि जिंसों की 25 हजार बोरी की आवक हुई। सोयाबीन 200, सरसों 100, चना 50 रुपए प्रति क्विंटल भाव तेज रहे। लहसुन की आवक करीब 7,000 कट्टे की रही। लहसुन नया 1600 से 8500 रुपए प्रति क्विंटल रहा। किराना बाजार मेंं वायदा बढऩे से खाद्य तेलों में तेजी रही।

Read More: मानसून की बेरुखी से किसानों की नींद उड़ी, हाड़ौती में खरीफ की बुवाई प्रभावित

भाव: गेहूं मील 1600 से 1675, गेहूं टुकड़ी एवरेज 1700 से 1800, गेहूं बेस्ट टुकड़ी 1800 से 1901, सोयाबीन मील 5500 से 7650, सोयाबीन बीज क्वालिटी 7400 से 7700, सरसों 6000 से 6500, धान सुंगधा 1800 से 2200, धान (1509) 1800 से 2300, धान पूसा वन 2300 से 2530, धान (1121) 2100 से 2601, मक्का 1300 से 1500, अलसी 6300 से 6500, तिल्ली 6500 से 7500, ग्वार 3000 से 3550, मैथी 5500 से 6100, जौ 1300 से 1500, ज्वार 1100 से 3500, मसूर 4800 से 5000, चना 4400 से 4850, चना गुलाबी 4400 से 4800, चना मौसमी 4200 से 4750, उड़द 3000 से 6300, धनिया पुराना 4500 से 5600, धनिया नया बादामी 5500 से 5800, धनिया ईगल 6000 से 6200, धनिया रंगदार नया 6700 से 7500 रुपए प्रति क्विंटल रहे।

खाद्य तेल (भाव 15 किलो प्रति टिन): सोया रिफाइंड: फॉच्र्यून 2240, चम्बल 2240, सदाबहार 2140, किचन लाइट 2030, दीपज्योति 2170, सरसों स्वास्तिक 2450, अलसी 2410 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली: ट्रक 2780, स्वास्तिक निवाई 2510, कोटा स्वास्तिक 2390, सोना सिक्का 2540 रुपए प्रति टिन।
देसी घी: मिल्क फूड 5900, कोटा फ्रेश 5800, पारस 5800, नोवा 5750, अमूल 6500, सरस 6550, मधुसूदन 6200 रुपए प्रतिटिन।
वनस्पति घी: स्कूटर 1580, अशोका 1580 रुपए प्रतिटिन।
चीनी: 3450-3500 प्रति क्विंटल।

चावल व दाल: बासमती चावल 5600-7200, पौना 4500-5200, डबल टुकड़ी 3800-4300, टुकड़ी 2400-3000, गोल्डन बासमती साबुत 5200-7000, पौना 3000-3800, डबल टुकड़ी 2500- 3000, कणी 2000-2500, तुअर 8900-10000, मूंग 7000-7400, मूंग मोगर 7500-8300, उड़द 7800-8800, उड़द मोगर 8000-9600, मसूर मलका 7000-7600, चना दाल 5800-6100, पोहा 2800-3700 रुपए प्रति क्विंटल।

सोने-चांदी में तेजी
कोटा. स्थानीय सर्राफा बाजार में शुक्रवार को सोना-चांदी में तेजी रही। चांदी 200 रुपए तेजी के साथ 69,800 रुपए प्रति किलो बोली गई, जबकि जेवराती सोना 200 रुपए तेजी के साथ भाव 49,000 रुपए प्रति दस ग्राम रहे।
भाव: चांदी 69,800 रुपए प्रति किलोग्राम, कैडबरी सोना प्रति 10 ग्राम 49,000 रुपए, शुद्ध सोना प्रति 10 ग्राम 49,250 रुपए बिका। टैक्स व अन्य खर्चे अलग।

अंडा बाजार
कोटा. अंडा कारोबार में फार्मी अंडा 550 रुपए प्रति सैकड़ा, 180 रुपए प्रति प्लेट, 80 रुपए दर्जन।

कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन की परीक्षा तिथि के लिए लाखों विद्यार्थी प्रतीक्षा में हैं। वहीं दूसरी ओर जेईई मेन के आधार पर कई प्रमुख इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश के लिए आवेदन प्रारंभ हो चुके हैं।


जेईई मेन के आधार पर कई प्रतिष्ठित इंजीनियरिंग संस्थान जैसे ट्रिपलआईटी हैदराबाद, बेंगलूरु, धीरूभाई अम्बानी, निरमा, थापर, जेपी नोएडा, एनएलएम आईआईटी जयपुर प्रवेश के लिए आवेदन प्रक्रियाएं प्रारंभ कर दी है। इसमें धीरूभाई अंबानी की आवेदन की अंतिम तिथि 12 जुलाई, निरमा की 20 जुलाई, थापर की 15 जुलाई, जेपी की 31 जुलाई, ट्रिपलआईटी हैदराबाद की 31 जुलाई, एनएलएम आईआईटी की 15 जुलाई रखी गई है।

हालांकि इन सभी संस्थानों में जेईई मेन के चारों अटेम्प्ट होने के उपरान्त प्राप्त हायर एनटीए स्कोर एवं रैंक पर प्रवेश दिया जाता है और अभी जेईई मेन के दो अटेम्प्ट शेष हैं। ऐसे में विद्यार्थी उपरोक्त कॉलेजों में आवेदन कर इनमें प्रवेश के लिए विकल्प सुरक्षित रख सकते हैं। ट्रिपलआईटी बेंगलूरु की आवेदन प्रक्रिया जुलाई में प्रारंभ होगी।

साथ ही, बीटीयू, एनएसआईटी, ट्रिपलआईटी दिल्ली की जेक काउंसलिंग प्रक्रिया जेईई मेन के आधार पर ही चारों अटेम्प्ट होने के बाद सितम्बर-अक्टूबर में संभावित है। साथ ही, जेईई मेन परीक्षा की तिथियों को लेकर भी संभावनाएं जताई जा रही हैं। यदि जेईई मेन परीक्षा जुलाई के अंत या अगस्त के प्रथम व द्वितीय सप्ताह में संभावित है तो उसकी तिथियां जल्द जारी की जानी चाहिए।

कोटा. जवाहर नगर थाना क्षेत्र के तलवंडी इलाके में शुक्रवार को दिनदहाड़े बाइक सवार दो बदमाश राह चलती महिला के गले से मंगलसूत्र झपटकर ले गए। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। बदमाशों की तलाश के लिए पुलिस अब आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से फुटेज खंगाल रही है।


जवाहर नगर थानाधिकारी रामकिशन ने बताया महावीर नगर निवासी दुर्गेश पांचाल (32) दोपहर में तलवंडी इलाके में खरीदारी करने आई थी। वह तलवंडी सेक्टर 2 से पैदल जा रही थी, तभी हनुमान मंदिर के पास बाइक सवार दो बदमाश उसके पास से निकले और गले से मंगलसूत्र तोड़कर फरार हो गए। वह कुछ समझ पाती, इससे पहले बदमाश फरार हो गए। बदमाशों ने मुंह पर कपड़ा बांध रखा था।

हालांकि मंदिर के आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरे में बाइक सवार दो जनों की फुटेज मिली है। अंदाजा जताया जा रहा है कि यह वही बदमाश हैं, जिन्होंने पहले रैकी की तथा बाद में वारदात को अंजाम दिया। पुलिस और भी सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही है।

उधर, स्थानीय निवासियों ने बताया कि तलवंडी में 1 माह में चोरी की ये 13वीं घटना है। निगम द्वारा गली के कोनों पर सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं, लेकिन इनमें से 25-30 कैमरे बंद पड़े हैं। लगातार हो रही चोरी व लूटपाट की घटनाओं से क्षेत्रवासी सहमे हुए हैं।

30 हजार से अधिक रेडियम डॉट से बनाया है महात्मा गांधी का पोट्रेट
8 फीट ऊंची व चार फीट चौड़ी है पेंटिंग

कोटा. महात्मा गांधी की 151 जयंती के उपलक्ष्य में डॉ. निधि प्रजापति द्वारा रेडियम डॉट्स से बनाई गई कृति ने गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया है। यह पेंटिंग 8 फीट ऊंची व 4 फीट चौड़ी है।

रिकॉर्ड का प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद कोटा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह ने सोसाइटी हैस ईव इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. निधि प्रजापति को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। डॉ. निधि ने बताया कि पेंटिंग दो माह में तैयार हुई है। इस दौरान प्रतिदिन चार से पांच घंटे तक कार्य किया। वेस्ट रेडियम से इसे तैयार किया गया।

पेंटिंग में महात्मा गांधी की परछाई को बादलों से झलकते हुए दर्शाया गया है। पेंटिंग के माध्यम से संदेश दिया गया है कि आज के दौर में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के आचार-विचार, दर्शन, नियमों और अनुशासन को आत्मसात करने की आवश्यकता है।

कोटा. महात्मा गांधी 151 जयंती के उपलक्ष्य में कोटा की निधि प्रजापति द्वारा रेडियम डॉट्स से बनाई गई कृति ने गोल्डन बुक ऑफ वल्र्ड रिकॉर्ड बनाया है । यह पेंटिंग 8 फीट ऊंची व 4 फीट चौड़ी है।

रेकॉड का प्रमाण पत्र प्राप्त होने के बाद कोटा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह ने सोसाइटी हैस ईव इंटरनेशनल चैरिटेबल ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. निधि प्रजापति को प्रशस्ती-पत्र प्रदान किया। प्रजापति ने बताया कि इस पेंटिंग को तैयार करने में माह लगे। प्रतिदिन चार से पांच घंटे तक इसमें कार्य किया। वेस्ट रेडियम से इसे तैयार किया गया।

पिता ओम प्रकाश प्रजापति रेडियम का कार्य करते हैं। उनके द्वारा रेडियम को उपयोग में लेने के बाद जो वेस्ट बचता था। इसे उपयोग में लेकर 30 हजार डॉट से पेंटिंग तैयार की। इसमें बादलों में महात्मा गांधी की परछाई को बादलों से झलकते हुए दर्शाया गया है। डॉ. निधि प्रजापति के अनुसार पेंटिंग के माध्यम से गांधीजी के आदर्शों को अपनाने का संदेश दिया है। आज के दौर में गांधी जी के आचार-विचार, दर्शन, नियमों और अनुशासन की आवश्यकता है।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at abhijeet990099@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.