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#salasar balaji
झुंझुनूं/सालासर. बालाजी के दर्शन के की आस लगाए बैठे भक्तों के लिए खुश खबरी है। क्योंकि सरकार की ओर से जारी की गई नइ गाइड लाइन के तहत राजस्थान के चूरू जिले में स्थित विश्व प्रसिद्ध सालासर बालाजी का मंदिर फिर से खुल गया। सालासर में वापस खुशियां लौट आई है। गुरुवार से मंदिर के पट खुलने के साथ ही भक्तों को कुछ नियम और शर्तों की पालना करनी पड़ी।
इससे पहले राज्य सरकार के मंदिर खोलने के आदेश के तहत कलक्टर सांवरमल वर्मा व पुलिस अधीक्षक नारायण टोगस सालासर पहुंचे। उन्होंने मंदिर कमेटी के पदाधिकारियों के साथ करीब एक घंटे चर्चा की। कलक्टर वर्मा ने बताया कि 1 जुलाई को सुबह 5 से शाम 4 बजे तक बालाजी मंदिर को आम श्रद्धालुओं के दर्शनों के लिए खोल दिया गया है। इसके अलावा रविवार के दिन श्रद्धालुओं के लिए पूर्णतया दर्शन बंद रहेंगे।

#salasar balaji
यह जरूरी

-दर्शन के लिए आने वाले श्रद्धालुओं को आरटीपीसीआर जांच कि निगेटिव रिपोर्ट।
-वैक्सीन का पहला डोज लगे हुए का सर्टिफिकेट दिखाना होगा।
-मास्क अनिवार्य
-सोशल डिस्टेंस अनिवार्य है।

#salasar balaji
यह है समय

सुबह 5 से शाम चार बजे


रविवार को नहीं होंगे दर्शन

#salasar balaji
इसके अलावा फूलमाला व प्रसाद नहीं चढाया जाएगा। कोरोना गाइड लाइन की पूर्णत पालना करना अनिवार्य होगा। इसके अलावा मंदिर में बिना मास्क के भी प्रवेश नहीं करने दिया जाएगा। बैठक में सुजानगढ एडीएम अनिल महला,एसडीएम मूलचंद लूणिया, सीएमएचओ मनोज शर्मा, समिति अध्यक्ष यशोदानंदन पुजारी, धर्मवीर पुजारी, भंवरलाल पुजारी, मांगीलाल पुजारी, प्रकाश पुजारी व आदित्य पुजारी मौजूद थे। आपको बता दें कि ये ऐसा पहला अवसर रहा है जब महामारी के कारण मंदिर के पट बंद रहे हैं। 266 साल के इतिहास में मंदिर कभी बंद नहीं हुआ है।
गौरतलब है कि कोरोना की दूसरी लहर के कारण 19 अप्रेल को बंद कर दिए गए थे। अब भक्तों के लिए दो माह दस दिन बाद मंदिर के पट फिर से खुल गए हैं।


बाबा श्याम के दर्शन 22 से
राजस्थान के सीकर जिले में खाटू स्थित श्याम मंदिर भी 22 जुलाई से खुल जाएगा।
बाबा श्याम के दीदार के लिए भक्तों को अभी और करना पड़ेगा इंतजार। जीण माता मंदिर 3 जुलाई से खुलेगा।

झुंझुनूं. प्रदेश में बेरोजगारों को मिल रहे भत्ते को लेकर अब असमंजस की स्थिति पैदा होने लगी है। कोरोनाकाल के दौरान प्रदेश के कई जिलों के बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिल पाया है। जबकि भत्ते के सिलसिले में अधिकारियों का कहना है कि बेरोजगारी भत्ता अटका नहीं है, योजना में बदलाव किया जा रहा है। जानकारों की मानें तो बेरोजगारी भत्ते के लिए अब राज्य सरकार नई शर्तें और नियम लागू कर रही है। जिसके तहत बेरोजगारों को अब घर बैठे बेरोजगारी भत्ता नहीं मिलेगा। बल्कि इसके लिए पहले उन्हें कड़ी मेहनत करनी पड़ेगी। इसके लिए स्किल डवलपमेंट कोर्स करने होंगे। यदि तब भी उन्हें नौकरी नहीं मिली तब जाकर सरकार बेरोजगारी भत्ता देगी। नए बदलाव के अनुसार बेरोजगारी भत्ते में एक हजार रुपए की बढ़ोतरी की जाने की प्रबल संभावनाएं हैं। अब लड़कियों को 4500 और लड़कों को 4000 रुपए हर महीने बेरोजगारी भत्ता दिया जा सकता है। ऐसे में अब चाहे योजना में बदलाव की बात की जाए ता या फिर बजट का अभाव प्रदेश के एक लाख 60 हजार के करीब भत्ता ले रहे बेरोजगारों के माथे पर चिंता की लकीरें उभर आई हैं।

5 हजार 285 को इंतजार
अगर झुंझुनूं जिले के बेरोजगारों को मिल रहे भत्ते की बात करें तो 5 हजार 285 बेरोजगार हैं जिन्हें रोजगार कार्यालय की ओर से भत्ता मुहैया कराया जा रहा है। परंतु इन्हें अप्रेल, मई व जून महीने का अभी भत्ता नहीं मिला है।

मार्च तक मिले...रुपए 1,71,10,980
जिले के 5285 बेरोजगारों को मार्च तक का भत्ता दिया जा चुका है। अधिकारियों की मानें तो इन बेरोजगारों को मार्च तक 1 करोड़ 71 लाख 10 हजार 980 रुपए का भत्ता दिया गया है।


फैक्ट फाइल
पुरुष आशार्थी: 3000 रुपए
महिला व दिव्यांग आशार्थी: 3500
(प्रतिमाह के हिसाब से दो साल)

क्या कहते हैं अधिकारी..
जिले के 5285 बेरोजगारों को मार्च तक एक करोड़ 71 लाख 10 हजार 980 रुपए का भत्ता दिया जा चुका है। अप्रेल, मई व जून का भत्ता नहीं मिला है। क्योंकि सरकार अब योजना में बदलाव कर रही है।
दयानंद यादव, जिला रोजगार अधिकारी (झुंझुनूं)

झुंझुनूं. सिंगनोर पंचायत के मझाऊ गांव में दो परिवारों के बीच सींव में बिजली का पोल गाडऩे को लेकर विवाद हो गया,जिसमें एक जने पर लोहे के सरिए से हमला कर घायल कर दिए जाने का मामला थाने में दर्ज हुआ है। पुलिस के अनुसार मझाऊ निवासी मोहनलाल ने रिपोर्ट दी है कि उसके तथा बनवारीलाल के घर के सींव के बीच बिजली का खंभा लगा हुआ था। आंधी आने के कारण वह खंभा टूट गया जिसे निगम के कर्मचारी 28 जून को दोपहर ठीक करने के लिए आए। उस दौरान मोहनलाल व बनवारीलाल दोनों के बीच खंभा लगवाने को लेकर सहमति हो गई थी। तभी बनवारीलाल के छुट्टी आए सैनिक बेटे जयपाल सिंह ने कार्य का विरोध कर दिया। मोहनलाल के बेटे मनोज ने जयपाल सिंह को सहमति के बारे में समझाया लेकिन वह नहीं माना। इसके बाद जयपाल सिंह ने मनोज पर लोहे के सरिए से हमला कर दिया जिसके कारण उसके सिर पर गंभीर चोट लग गई। घायलावस्था में उसे गुढा सीएचसी लेकर आए वहां से हालत गंभीर होने के कारण उसे जयपुर रैफर कर दिया गया। मनोज व जयपाल सिंह परिवार में चचेरे भाई लगते हंै।

#jhunjhunu news

सांचौर जेल तोडऩे का आरोपी हिस्ट्रीशीटर दोस्तों के साथ फार्म हाउस पर कर रहा था पार्टी
इधर, आठ साल पहले सांचौर जेल तोडऩे के मामले में वांटेड हिस्ट्रीशीटर समेत सात अन्य को पुलिस ने बीती रात सूरजगढ़ रोड एक फार्म हाउस पर पार्टी करते गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि बीती रात सूचना मिली कि सांचौर जेल तोडऩे के मामले में आठ साल से फरार चल रहा कोतवाली थाने के हिस्ट्रीशीटर विकास सीगड़ व सात अन्य युवक सूरजगढ़ रोड स्थित सोमरा फार्म हाउस पर पार्टी कर रहे हैं। इस पर सूरजगढ़ पुलिस मय जाब्ते के मौके पर पहुंची तो वहां पर हिस्ट्रीशीटर विकास सीगड़ हाल निवासी बसंत विहार झुंझुनूं, रवींद्रसिंह शेखावत, दिनेशसिंह राजपूत निवासी कालीपहाड़ी, रवींद्र कुमार मेघवाल, जयवीर जाट निवासी कालीपहाड़ी बास, अजयकुमार जाट निवासी जेसूख का बास, विकास जाट निवासी खेमू की ढाणी, अंकित जाट निवासी झुंझुनूं को गिरफ्तार किया गया। वहीं, हिस्ट्रीशीटर विकास सीगड़ कोतवाली थाने का वांटेड होने के चलते कोतवाली पुलिस ने गुरुवार को उसकी गिरफ्तारी की।

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