>>: यूडी टैक्स के 112 चेक बाउंस, 90 लाख रुपए अटके तो निगम जागा

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जयपुर। वित्तीय वर्ष 2022-23 खत्म हो चुका है। इस वित्तीय वर्ष में ग्रेटर नगर निगम को 69 करोड़ रुपए के आसपास राजस्व मिला है। मगर कुछ व्यावसायिक, औद्योगिक, आवासीय और संस्थानिक संस्थानों की ओर से दिए गए चेक बाउंस हो गए हैं। करीब 89.64 लाख रुपए के करीब 112 चेक बाउंस हुए हैं, इसे लेकर निगम ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी जारी की है। यूडीटैक्स और हाउस टैक्स के पेटे लोगों ने यह चेक सौंपे थे। निगम ने सभी लोगों को बकाया राशि जमा कराने के निर्देश दिए थे। मगर कुछ लोगों ने ही यह पैसा जमा कराया, जिसके बाद निगम ने सार्वजनिक सूचना जारी कर साफ कर दिया है कि सभी लोग निगम कार्यालय पहुंचकर पैसा जम कराएं। नहीं तो राजस्थान नगरपालिका अधिनियम 2009 के तहत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यूडी टैक्स के अलावा विज्ञापन शुल्क जमा कराने के लिए दिए गए चेक भी बाउंस हुए हैं। ये भी लगभग 82 लाख रुपए के हैं।

ये है कमाई का गणित

वित्तीय वर्ष 2022-23 का लेखा-जोखा देखे तो नगर निगम ग्रेटर में यूडी टैक्स और विज्ञापन शुल्क के पेटे 68 करोड़ 19 लाख की वसूली की, जिसमें यूडी टैक्स के पेट 59 करोड़ 19 लाख और विज्ञापन शुल्क के पेटे 9 करोड़ का राजस्व आया। इसी तरह नगर निगम हैरीटेज में 34 करोड़ 51 लाख की राजस्व वसूली की गई। जिसमें यूडी टैक्स के पेट 29 करोड़ 15 लाख और विज्ञापन शुल्क के पेटे 5 करोड़ 36 लाख रुपए का राजस्व मिला। जबकि 2021-22 में यूडी टैक्स और विज्ञापन शुल्क के पेटे 84 करोड़ राजस्व मिला था।


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अटकी राशि का जोनवार हिसाब

जोन—राशि लाख रुपए में
जगतपुरा—10.86
झोटवाड़ा—8.40
मालवीय नगर—20.43
मानसरोवर—19.60
मुरलीपुरा—7.87
सांगानेर—14.15
विद्याधर नगर—8.30

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