>>: Digest for June 06, 2023

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बाड़मेर जिले के रामसर कस्बे में एक 32 वर्षीय युवक ने मुनाबाव से बाड़मेर जाती हुई रेल गाड़ी के आगे कूदकर आत्महत्या कर दी। रेलवे पुलिस की सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंच घटनास्थल का मुआयना किया।

पुलिस के अनुसार रामसर निवासी महावीर सिंह (32) पुत्र हेम सिंह ने रेल के आगे कूदकर आत्महत्या कर ली। रेल की जबरदस्त टक्कर लगने से उसका शरीर क्षत-विक्षत हो गया। रामसर एसएचओ दाऊद खाने ने बताया कि मृतक के चाचा ने मालम सिंह पुत्र विजराज सिंह ने रिपोर्ट दी कि उसका भतीज पशुओं को पटरी से हटाने के लिए जा रहा था। इतने में पशुओं को हटाते समय ट्रेन की चपेट में आ गया, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। पुलिस ने मामला दर्ज कर अनुसंधान प्रारंभ किया है।


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सास, ससूर और पत्नी पर लगाया आरोप
घटना के बाद रेलवे पुलिस के गार्ड को घटना स्थल से दूर एक बटुआ मिला, जिसमें चार पंक्तियों का एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा हुआ मिला कि 'मैं महावीर सिंह, मेरी मृत्यु का कारण, मेरे ससुर, सास और मेरी पत्नी है। मेरी जमीन गोविंद सिंह को दी जाए। मेरे साथ न्याय हो। इंसाफ..'


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इस जगह हुई तीसरी घटना
रामसर रेलवे स्टेशन से पहले आने वाली रेलवे ट्रेक की गोलाई मौत की घाटी बन जा रही है। यहां पहले भी 2 लोगों ने रेल के आगे आकर आत्महत्याएं की है। इसी जगह होने वाली यह तीसरी घटना है।

ट्रक में डोडा पोस्त को आलू की बोरियों के नीचे छिपाकर लाया गया था
पुलिस के गले में फंस गए आलू के 106 कट्टे

बाड़मेर. नौ दिन पहले सदर थाना पुलिस के हाथ आए आलू अब पुलिस के गले की फांस बन गए हैं। थाना भवन में खुले में पड़े आलू के कट्टों में सड़ांध पैदा हो गई है, लेकिन पुलिस सड़े हुए आलू की बदबू झेलने के अलावा कुछ कर नहीं पा रही है। पुलिस ने मंडी के व्यापारियों को आलू बेचने का प्रयास भी किया, लेकिन व्यापारियों ने आलुओं का हाल देखकर लेने से इनकार कर दिया।

सदर थाना क्षेत्र के बलाऊ गांव के अली का तला की सरहद में 25 मई की रात पुलिस ने एक आयशर मिनी ट्रक में भरा में 22 क्विंटल 63 किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद किया, जिसकी कीमत करीब करोड़ रुपए आंकी गई। यह डोडा पोस्त संभवत: झारखंड से तस्करी कर सांचौर के रास्ते बाड़मेर लाया गया। ट्रक में डोडा पोस्त को आलू की बोरियों के नीचे छिपाकर लाया गया। पुलिस ने अवैध डोडा पोस्त के साथ आलू भी जब्त कर लिए। आलू से भरे से 106 कट्टे सदर थाने के बरामदे में रख लिए गए और डोडा पोस्त मालखाने में डाल दिया गया। आलू के कट्टों के निस्तारण को लेकर पुलिस ने न्यायालय में अर्जी दाखिल की, जिस पर 31 मई को न्यायालय ने आदेश दिया कि निलामी प्रक्रिया के जरिए आलू का निस्तारण किया जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री के बाड़मेर आगमन का कार्यक्रम तय हुआ। पुलिस मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में जुट गई। 2 जून को मुख्यमंत्री बाड़मेर आए, दिन में जनसभा हुई, रात्रि विश्राम भी बाड़मेर में हुआ। अगले दिन 3 जून को मुख्यमंत्री बाड़मेर से रवाना हुए। इस दौरान पुलिस दिन-रात ड्यूटी में व्यस्त रही और आलू नीलामी का इंतजार करते रह गए।

सड़े हुए लाल आलू

फुर्सत मिलते ही न्यायालय के आदेश की पालना में पुलिस ने आलू नीलाम करने का प्रयास किया। व्यापारियों ने थाने पहुंचकर आलू का हाल देखा तो छोटे-छोटे लाल आलू नजर आए। मौसम की मार के चलते नौ दिन से थाने के बरामदे में पड़े आलू सड़ भी गए, जिससे उनमें गंध भी पैदा हो गई। व्यापारियों ने आलू खरीदने से मना किया और साथ ही यह भी कह गए कि यह आलू खाने योग्य नहीं लग रहे हैं।

अब यह विकल्प

मंडी के व्यापारियों के आलू लेने से इनकार के बाद पुलिस के सामने विकल्प यह है कि वह फिर से न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी और पूरी वस्तुस्थिति से न्यायालय को अवगत करवाएगी। फिर न्यायालय के आदेश के अनुसार आलू का निस्तारण होगा।

नौ दिन पहले बाड़मेर के सदर थाना पुलिस के हाथ आए आलू अब पुलिस के गले की फांस बन गए हैं। थाना भवन में खुले में पड़े आलू के कट्टों में सड़ांध पैदा हो गई है, लेकिन पुलिस सड़े हुए आलू की बदबू झेलने के अलावा कुछ कर नहीं पा रही है। पुलिस ने मंडी के व्यापारियों को आलू बेचने का प्रयास भी किया, लेकिन व्यापारियों ने आलुओं का हाल देखकर लेने से इनकार कर दिया।

 

सदर थाना क्षेत्र के बलाऊ गांव के अली का तला की सरहद में 25 मई की रात पुलिस ने एक आयशर मिनी ट्रक में भरा में 22 क्विंटल 63 किलो अवैध डोडा पोस्त बरामद किया, जिसकी कीमत करीब करोड़ रुपए आंकी गई। यह डोडा पोस्त संभवत: झारखंड से तस्करी कर सांचौर के रास्ते बाड़मेर लाया गया। ट्रक में डोडा पोस्त को आलू की बोरियों के नीचे छिपाकर लाया गया। पुलिस ने अवैध डोडा पोस्त के साथ आलू भी जब्त कर लिए। आलू से भरे से 106 कट्टे सदर थाने के बरामदे में रख लिए गए और डोडा पोस्त मालखाने में डाल दिया गया।

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आलू के कट्टों के निस्तारण को लेकर पुलिस ने न्यायालय में अर्जी दाखिल की, जिस पर 31 मई को न्यायालय ने आदेश दिया कि निलामी प्रक्रिया के जरिए आलू का निस्तारण किया जाए। इस दौरान मुख्यमंत्री के बाड़मेर आगमन का कार्यक्रम तय हुआ। पुलिस मुख्यमंत्री की सुरक्षा व्यवस्था में जुट गई। 2 जून को मुख्यमंत्री बाड़मेर आए, दिन में जनसभा हुई, रात्रि विश्राम भी बाड़मेर में हुआ। अगले दिन 3 जून को मुख्यमंत्री बाड़मेर से रवाना हुए। इस दौरान पुलिस दिन-रात ड्यूटी में व्यस्त रही और आलू नीलामी का इंतजार करते रह गए।

 

सड़े हुए लाल आलू
फुर्सत मिलते ही न्यायालय के आदेश की पालना में पुलिस ने आलू नीलाम करने का प्रयास किया। व्यापारियों ने थाने पहुंचकर आलू का हाल देखा तो छोटे-छोटे लाल आलू नजर आए। मौसम की मार के चलते नौ दिन से थाने के बरामदे में पड़े आलू सड़ भी गए, जिससे उनमें गंध भी पैदा हो गई। व्यापारियों ने आलू खरीदने से मना किया और साथ ही यह भी कह गए कि यह आलू खाने योग्य नहीं लग रहे हैं।

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अब यह विकल्प
मंडी के व्यापारियों के आलू लेने से इनकार के बाद पुलिस के सामने विकल्प यह है कि वह फिर से न्यायालय का दरवाजा खटखटाएगी और पूरी वस्तुस्थिति से न्यायालय को अवगत करवाएगी। फिर न्यायालय के आदेश के अनुसार आलू का निस्तारण होगा।

बाड़मेर/कल्याणपुर। Dowry And Murder Case: कल्याणपुर के मंडली थाना क्षेत्र के बानियावास गांव में अपने चार मासूम बच्चों को धान के ड्रम में बंद करने के बाद विवाहिता के फंदे पर झूल कर आत्महत्या करने के मामले ने नया मोड़ ले लिया है । मृतका उर्मिला (27) के पीहर पक्ष ने पति जेठाराम के खिलाफ हत्या व दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मामला दर्ज करवाया है।


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पीहर पक्ष ने आरोप लगाया है कि जेठाराम ने उसके साथ कई बार मारपीट की थी। मारपीट से आहत होकर उसने इतना बड़ा कदम उठया। मृतका उर्मिला के पिता जोधपुर जिले के बेलवा गांव निवासी वेनाराम ने पुलिस में दर्ज रिपोर्ट में बताया कि उसकी बेटी को पति और ससुराल वाले परेशान करते थे। बेटी ने इस बारे में कई बार बताया था और दो दिन पूर्व भी उर्मिला के साथ मारपीट हुई तो उर्मिला ने अपनी मां को फोन कर के बताया कि उसके पति ने उसकी लातों व घूसों से पिटाई की तो उर्मिला के पिता वेनाराम ने बेटी से कहा कि हम आ रहे हैं और दो दिन बाद यह घटना हो गई। प्राथमिकी में पिता ने कहा कि हमने कई बार सामाजिक स्तर पंचायत भी की। हमारे दामाद ने बेटी उर्मिला और बच्चों का मर्डर किया है। हमारी एक ही मांग है कि एक उचित कार्रवाई कर मेरी बेटी को न्याय मिले व दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिले।

धरना की चेतावनी
मृतका के चाचा डूंगरराम ने भी कहा कि उसकी भतीजी के साथ मारपीट कर उसे मारा गया है और दोषियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करो, अगर सख्त कार्रवाई नहीं की तो हम कलक्ट्रेट के आगे धरना देंगे व प्रदर्शन करेंगे।


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शवों का पोस्टमार्टम
कल्याणपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की मोर्चरी में डाक्टरों की टीम के सदस्यों डा राहुल चौधरी मेडिकल जूरिस्ट,डॉ कमलेश डऊकिया,डॉ सुरेश गुर्जर, कल्याणपुर हास्पिटल से डॉ तरुणकुमार धतरवाल व डॉ रामवीरसिंह ने पोस्टमार्टम कर चारों मृतकों के शव परिजनों को सौंप दिए।

मृतका उर्मिला के पिता ने पुलिस को दी गई रिपोर्ट में बताया है कि उसकी बेटी के साथ पति मारपीट करता था और लगातार प्रताड़ित कर रहा था, और उसकी बेटी की हत्या की गई है। मृतका के पिता की रिपोर्ट पर हमने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है। -कमलेश कुमार, एसएचओ, मंडली थाना

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