सरदारशहर. शहर में ऐसे अनेकों परिवार है जो दो वक्त की रोटी का जुगाड़ भी बहुत मुश्किल से कर पाते हैं। उनके लिए हर दिन अपने बच्चों का पेट पालने के लिए अनगिनत परीक्षाओं से गुजरना पड़ता है। उसके बाद भी वह अपनी परिवार का पेट नहीं पाल पाते हैं। अनेक परिवार के यहां तो कोई कमाने वाला भी नहीं है। उन परिवारों को तो और भी ज्यादा परेशानी होती है। ऐसे ही जरुरतमंद परिवारों का दर्द समझते हुए शहर के सर्राफ परिवार ने गत वर्ष नवम्बर से राशन देने की योजना बनाई। तब से लेकर आज तक यह परिवार हर महीने जरुरतमंद, असहाय, दिव्यांग आदि परिवारों को पूरे महीने का राशन देता आ रहा है। परिवार के सदस्य सोनू सर्राफ ने बताया कि कोरोना काल के दौरान भी हमारे परिवार की ओर से लगातार जरूरतमंद परिवारों की मदद की गई। इसके तहत मास्क, सैनिटाइजर, राशन सामग्री आदि वितरित की गई।
तीन सौ परिवारों की सहायता
बिकमसरा गांव के दोनों हाथ से दिव्यांग पुरखाराम नायक ने बताया कि बिजली विभाग की लापरवाही के चलते करंट से उसके दोनों हाथ चले गए जिसके कारण परिवार चलाना मुश्किल हो रहा था। उसके दर्द को सर्राफ परिवार ने समझा और पिछले एक साल से हर माह पूरे महिने का राशन दिया जा रहा है। व्यापार एवं उद्योग संघ के अध्यक्ष शिवरतन सर्राफ ने बताया कि हर माह करीब तीन सौ परिवारों को राशन सामग्री वितरित की जा रही है।
कोरोनाकाल में दी मदद
उपखंड अधिकारी रीना छीप ने बताया कि सर्राफ परिवार ने कोरोना काल में प्रधानमंत्री केयर फंड में एक करोड रुपए का डोनेशन देना और जरूरतमंद परिवारों के लिए 2000 राशन किट दिए।
राशन के लिए लगती है लंबी लाइन
सर्राफ परिवार की ओर से जिस दिन राशन वितरित किया जाता है उस दिन लंबी लाइन लगती है। सर्राफ परिवार की ओर पहले जरूरतमंद परिवार का सर्वे कर वास्तविक गरीब परिवार को राशन दिया जा रहा है। सभी को कार्ड बनाकर दिया गया है। कार्ड दिखाने पर राशन दे दिया जाता है।
October 09, 2020 at 07:31AM