अजमेर.
भीलवाड़ा जिले के पुलिस के जवानों पर गोली मारकर हत्या के मामले में फरार चल रहे 25 हजार के ईनामी अपराधी विक्रम सारण उर्फ विक्की को अजमेर पुलिस ने दबोचने में कामयाबी हासिल की है। आरोपित की पुलिस को दो साल से तलाश थी। प्रकरण में अजमेर व भीलवाड़ा पुलिस अब तक 15 अपराधियों को पकड़ा कर जेल भेज चुकी है।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार विश्नोई ने बताया कि पुलिस महानिरीक्षक अजमेर रेंज लता मनोज कुमार को विक्रम सारण की मिली सूचना पर स्पेशल टीम का गठन किया। पुलिस की टीम ने बुधवार सुबह चौखा में दबिश देकर जोधपुर लूणी बोरानाड़ा पाल गांव निवासी विक्रम सारण उर्फ विक्की (27) को दबोचा। उसकी 11 अप्रेल 021 से तलाश थी। अजमेर रेंज की विशेष टीम लगातार विक्रम के संभावित ठीकानों पर भी नजर रखे हुए थी। आरोपित को भीलवाड़ा पुलिस को के सुपुर्द किया जाएगा।
मारपीट व जानलेवा हमले के 4 मुकदमे
आरोपित विक्रम सारण के खिलाफ जोधपुर बासनी, बनाड़. बोरानाड़ा औ चौपासनी हाउसिंग बोर्ड थाने में 4 मुकदमे दर्ज हैं। इसमें मारपीट, जानलेवा हमला का मुकदमे दर्ज है। भीलवाड़ा के रायला व कोटड़ी थाने में दर्ज प्रकरण में आरोपित वांछित अपराधी है। आरोपित की गिरफ्तारी के लिए 25 हजार का ईनाम घोषित किया गया था।
अब तक 15 गिरफ्तार
प्रकरण में गिरोह के सरगना जोधपुर बिलाड़ा निवासी सुनिल डूडी, राजेश उर्फ राजू फौजी विश्नोई के अलावा रामदेव जाट, नैतराम विश्नोई, रामनिवासी जाट, पारस जाट, रामदीन उर्फ विकास उर्फ विक्की जाट, सुनिल राम विश्नोई, महेश कुमार जाट, दिनेश विश्नोई, यशवंत उर्फ बंटी भायल, पुष्पेन्द्र गौड़, रमेश विश्नोई, प्रकाश विश्नोई, पाबूराम गोरसिया को पकड़ा जा चुका है। आरोपित विभिन्न जेलों में न्यायिक अभिरक्षा में चल रहे हैं।
ये थे शामिल
कार्रवाई में मांगलियावास थानाधिकारी सुनील ताड़ा, रामगंज थानाधिकारी सुरजीत ठोलिया, मांगलियावास थाने के सिपाही विरेन्द्र, मुखराम व हेमराज शामिल थे।
यह है घटनाक्रम-
नाकाबंदी में गई दो सिपाही की जान
विश्नोई ने बताया कि 10 अप्रेल 2021 को रात साढ़े 10 बजे भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना पुलिस को इत्तला मिली कि नन्दराय की तरफ से दो पिकअप, दो स्कॉर्पियो तेजगति में आ रही है। चारों वाहन में मादक पदार्थ हो सकता है। कोटड़ी थाना पुलिस ने चारभुजा मंदिर पर नाकाबंदी की। तभी काले रंग की स्कॉर्पियो व उसके पीछे पिकअप निकली। उसके पीछे दूसरी स्कॉर्पियो व दूसरी पिकअप दिखाई दी। पुलिस ने वाहनों को आगे पीछे से घेर बदमाशों को पकड़ने का प्रयास किया। वाहन में सवार बदमाशों ने फायरिंग कर दी। फायरिंग में सिपाही ओंकार रायका के गोली लगी। जिसने भीलवाड़ा में उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। तत्कालीन रेंज आईजी एस. सेंगाथिर, एसपी विकास शर्मा घटनास्थल पर पहुंचे। पुलिस ने अजमेर रेंज में नाकाबंदी करवाई गई।
रायला में फिर हुई मुठभेड़
रात 2 बजे रायला थाना पुलिस की टीम ने नाकाबंदी में नजर आई पिकअप व स्कॉर्पियों का पीछा करना शुरू किया। रायला लिरडि़या खेड़ा के पास बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी, जवाबी फायरिंग हुई की। मुठभेड़ में रायला थाने के सिपाही पवन कुमार के गोली लग गई। जिसकी इलाज के दौरान मृत्यु हो गई। बदमाश पिकअप छोड़कर काले रंग की स्कॉर्पियों में फरार हो गए। बदमाशों की तलाश के लिए अजमेर, राजसमन्द, पाली व जोधपुर में नाकाबंदी करवाई गई। एक स्कॉ़र्पियों को पुलिस ने भीम थाना क्षेत्र में डूंगा का खेड़ा में जब्त की। पुलिस ने वारदात में 2 वाहन, 2 पिस्टल, 95 जिन्दा कारतूस, एक राइफल जब्त कर भीलवाड़ा के कोटड़ी व रायला थाने में हत्या, आर्म्स एक्ट व एनडीपीएस एक्ट में दो मुकदमे दर्ज किए गए थे।