जयपुर, 23 जुलाई
नट भाट समाज के संरक्षक सदस्य और जयपुर दूरदर्शन के निदेशक डॉ.ओमप्रकाश ने कहा है कि कुरीतियों का त्याग करके तथा बच्चों की शिक्षा और विशेषकर बालिका शिक्षा को बढ़ावा देकर ही नट भाट समाज का उत्थान संभव है। उन्होंने कहा कि शादी और मृत्यु होने पर तोल कर देने या नकद पैसे बांटने की प्रथा को बंद करने से नट भाट समाज में सुधार एवं विकास होगा। उन्होंने कहा कि मैंने आज से चालीस वर्ष पूर्व ही मेला मौसर और ऐसी कुप्रथाओं को त्याग दिया था। डॉ.ओमप्रकाश ने बुधवार को नट भाट समाज की ओर से आयोजित स्नेह मिलन और सम्मान समारोह में उनका कहना था कि अभी जुलाई है और स्कूल में एडमिशन प्रोसेस चल रहा है। ऐसे में बालिकाओं को भी स्कूल में एडमिशन दिलवाना चाहिए क्योंकि बालिका शिक्षा समाज के संतुलित विकास के लिए आवश्यक है। उन्होंने युवाओं से आह्वान किया कि समाज के शैक्षणिक विकास के लिए आगे आएं और कुरीतियों को खत्म करने में अपना योगदान दें। इस अवसर पर वरिष्ठ गायन कलाकार प्रकाश नागर और उनकी बेटी रेणु नागर ने अपनी संगीतमय प्रस्तुतियों से वातावरण में उत्साह और उमंग का संचार किया। समाज सुधारक शिवदयाल पचार ने कहा कि हम एक दूसरे का सम्मान और उत्साहवर्धन करके ही आगे बढ़ सकते हैं। बच्चों को पढ़ाई के लिए हम सभी को प्रयास करने चाहिए। कार्यक्रम में बिल्लूराम भाट, श्यामलाल भाट, साधुभाट जूजोद, कठपुतली कलाकार रामलाल आदि ने भी विचार व्यक्त किया।