>>: Digest for July 22, 2021

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Table of Contents

कोटा. एमबीएस अस्पताल के आर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में मामूली बात को लेकर एक युवक पर चाकू से हमला करने के मामले में नयापुरा पुलिस ने दो महिलाओं सहित पांच आरोपियों का मंगलवार को न्यायालय में पेश किया, जहां दोनों महिलाओं सहित तीन को जेल भ्ेाज दिया। जबकि दो आरोपियों को दो दिन रिमाण्ड पर लिया है।
थानाधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि न्यायालय ने भीमगंजमण्डी तेलघर निवासी रुबीना, भीमगंजमण्डी माचिस फैक्ट्री निवासी शायरा व भीमगंजमण्डी तेलघर के पास निवासी शाकिर अली को जेल भेज दिया। जबकि भीमगंजमण्डी माचिस फैक्ट्री निवासी साहिल अली व कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के सकतपुरा चम्बल कालोनी पान की बाड़ी निवासी शाहरुख खान को २ दिन के रिमाण्ड पर लिया है।
गौरतलब है कि ओल्ड जवाहर नगर निवासी घायल सिद्धार्थ शर्मा के पिता ज्योतिकुमार शर्मा एमबीएस अस्पताल के आर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में भर्ती हैं। पिता की देखभाल के लिए वह तथा उसकी मां वार्ड में थे। पास ही अन्य बेड पर शरफीन नाम कि महिला भर्ती हैं। उसकी देखभाल शायरा व रुबीना नाम की महिला कर रही थी। सिद्धार्थ की मां व शायरा के बीच बैड शीट को लेकर कहासुनी हो गई। इतने में शायरा व रूबीना के रिश्तेदार पांच युवक वहां आए और उसकी मां से अभद्रता की। सिद्धार्थ ने मां से अभद्रता करने के लिए उन युवकों को टोका तो युवकों ने सिद्धार्थ से झगड़ा कर लिया और उसके पैर पर चाकू से वार कर दिए। इसके बाद युवक वहां से भाग गए। सिद्धार्थ के पैर में गंभीर चोट आई। सिद्धार्थ को भी अस्पताल के आर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है। उधर नयापुरा थानाधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि इस मामले में नयापुरा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 143,307 आईपीसी में मामला दर्ज कर अनुसंधान किया। मामले में भीमगंजमण्डी माचिस फैक्ट्री निवासी साहिल अली (24), भीमगंजमण्डी तेलघर के पास निवासी शाकिर अली (19), कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के सकतपुरा चम्बल कॉलोनी पान की बाड़ी निवासी शाहरुख खान (20), भीमगंजमण्डी तेलघर निवासी रुबीना (28), भीमगंजमण्डी माचिस फैक्ट्री निवासी शायरा (40) को गिरफ्तार किया था।

कोटा. कोटा में बदमाशों के हौेंसले बुलंद होते जा रहे है। बदमाशों में पुलिस को कोई खौफ नजर नहीं आता। शहर में आए दिन वाहनों के शीशे तोडऩे की घटनाएं हो रही है। ऐसा ही मामला मंगलवार देर रात आरकेपुरम थाना क्षेत्र में अज्ञात बदमाशों ने एक दर्जन वाहनों के शीशे तोडऩे की वारदात को अंजाम दिया।
श्रीनाथपुरम निवासी लोकेश शर्मा ने बताया कि मंगलवार रात करीब 9 बजे तीन बाइकों पर आए बदमाशों ने करीब एक दर्जन से ज्यादा वाहनों जिसमें कार व मोटरसाइकिलों के डंडों से शीशे तोड़ दिए। उन्होंने पास ही सरस बूथ के ताले को भी दोड़ दिया और बूथ पर लगे शीशे को तोड़ दिया। उन्होंने बताया कि पूरे इलाके में बदमाशों ने जमकर उत्पात मचाया और फरार हो गए। उन्होंने घटना की रिपोर्ट आरकेपुरम थाने में दी है। उन्होंने आरोप लगाया कि बदमाशों में पुलिस का कोई खौफ नहीं है। आए दिन कारों के शीशे तोडऩे, मोबाइललूट, चैन स्नेचिंग की घटनाएं होती रहती है।

कोटा. उत्तर प्रदेश के गाजीपुर और नीमच अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक शशांक यादव की कार से 16.32 लाख रुपए मिलने के बाद कोटा एसीबी की गिरफ्त में आए महाप्रबंधक रिमांड के दौरान पुलिस को झूठी कहानी बताकर गुमराह कर रहें हैं। एसीबी ने 22 जुलाई तक रिमांड पर ले रखा है। उधर केंद्रीय गृह मंत्रालय से शशांक यादव को निलंबित का आदेश जारी हो गया है। वहीं नीमच में भी एंटी करप्शन ब्यूरो कोटा टीम की कार्रवाई लगातार दो दिन से चल रही है।

एसीबी कोटा राजस्थान के निरीक्षक अजीत बगडोलिया की टीम सहित कार्यवाही बुधवार दूसरे दिन भी जारी रही। टीम हर पहलू की बारीकी से जांच कर रही है। फैक्ट्री में आने जाने वाले हर कर्मचारी अधिकारी से पूछताछ कर फैक्ट्री में प्रवेश दिया जा रहा है। कारखाने में कार्यरत अधिकारी कर्मचारियों से पूछताछ की गई थी। इसके साथ ही रिकॉर्ड भी खंगाले गए जा रहे हैं। अभी तक की जानकारी में महाप्रबंधक शशांक यादव से जब्त जीप उनके भाई संयज यादव की है। जिस पर यूपी पुलिस लिखा है। संजय यादव यूपी पुलिस में एएसपी पद पर कार्यरत है। वहीं इनके पिता महावीर यादव रिटार्यड आईएएस ऑफिसर हैं। परिवार यूपी में प्रयागराज जिले में रहता है।
एसीबी की टीम ने आइआरएस के अधिकारी डॉ. शशांक यादव उत्तर प्रदेश के गाजीपुर स्थित अफीम फैक्ट्री में महाप्रबंधक के पद पर कार्यरत थे। उनके पास नीमच (मध्य प्रदेश) फैक्ट्री का भी अतिरिक्त प्रभार था। अब उनके निलंबन के साथ ही गाजीपुर और नीमच फैक्ट्रीज का भी प्रभार छीन लिया गया है। दूसरी ओर जांच की रिपोर्ट भी केंद्र सरकार को भेज दी गई है।

तीन राज्यों में फैला रखा था अवैध कारोबार

शशांक यादव के साथ ही नीमच फैक्ट्री के कर्मचारी अजीत सिंह और दीपक यादव काफी समय से दलालों के माध्यम से प्रति किसान हजारों रुपए वसूल रहे थे। रिश्वत के बदले अफीम की अच्छी गुणवत्ता बताकर पट्टा और नवीनीकरण किया जाता था। इस खेल में करोड़ों रुपये तक की वसूली की जानकारी सामने आई है। इसके साथ ही इनकी वसूली राजस्थान के प्रतापगढ़, चित्तौडगढ़़, कोटा व झालावाड़ के किसानों के साथ भी चलने लगी थी। इस प्रकार इनका अवैध करोबार तीन राज्योंं में फैला हुआ था। नीमच में चल रही कार्यवाही में कोटा की कार्यवाही को देखते हुए सामने आ रहे तथ्यों के हर पहलू से विस्तृत जांच करवाई जा रही है। फिलहाल गाजीपुर तथा नीमच फैक्ट्री में मार्फिन परीक्षण की प्रक्रिया को रोका नहीं गया है।

निलंबन के हुए आदेश
भ्रष्टाचार के आरोप के चलते महाप्रबंधक शशांक यादव की जांच चल रही है। जिसके तहत केन्द्रीय गृहमंत्रालय से निलंबन के आदेश जारी हुए हैं।

श्याम मंगल, प्रबंधक अफीम फैक्ट्री नीमच

झूठी कहानी बना रहे महाप्रबंधक

एसीबी की रिमांड पूछताछ के दौरान अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक शशांक यादव मनगढ़ंत कहानी बना रहे है। उन्हें मिठाई के डिब्बों के अंदर भरे नोट के बारे में कुछ पता नहीं था। एसीबी उनकी मनगढ़ंत कहानी को नकारते हुए कड़ाई के साथ पूछताछ में जुटी है। जल्द ही पूरे काले मामले का खुलासा होगा।

चंद्रशील ठाकुर, एएसपी भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा

सांगोद के विधायक ने कहा सरकार बंद करे अफीम खेती, मंदसौर विधायक ने उठाई सीबीआई जांच की मांग, बोले जांच होगी तो अवैध वसूली की खुलेगी कई परतें
कोटा .
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा टीम की ओर से उत्तरप्रदेश के गाजीपुर की अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक (आईआरएस) शशांक यादव को 16.32 लाख रुपयों के साथ पकडऩे के बाद राजस्थान से लेकर मध्यप्रदेश तक हलचल मची है। राजस्थान में कोटा जिले के सांगोद विधायक भरतसिंह कुंदनपुर एवं मध्यप्रदेश में मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसोदिया की ओर से इस मामले में बयान आने के बाद राजनीति के गलियारों तक अफीम की खेती में पनपे भ्रष्टाचार की चर्चा चल रही है।


राजस्थान समेत अन्य राज्यों में अफीम (Black Gold ) की खेती करने वाले किसानों से अवैध राशि वसूलने के भ्रष्टाचार का बड़ा खेल सामने आने के बाद सरकार के कांग्रेस विधायक भरतसिंह ने अफीम खेती बंद करने की मांग उठाई है। विधायक ने कहा कि वर्तमान में अफीम की खेती ईमानदारी की नहीं रही। बल्कि इसमें नस-नस तक भ्रष्टाचार पनप चुका है। न केवल भ्रष्टाचारी अफसर किसानों को अपने शिकंजे में फांस रहे हैं, बल्कि भ्रष्टाचारी अफसर व कर्मचारी सरकारी कोष को भी भारी नुकसान पहुंचा रहे हैं।


विधायक भरतसिंह कुंदनपुर ने कहा, केन्द्र सरकार को इसे बंद कर देना चाहिए। इसमें नियोजित तरीके से भ्रष्टाचार होता है। पहले भी कोटा में नारकोटिक्स अधिकारी रिश्वत लेते पकड़ा जा चुका है। अफीम की खेती बंद होने पर ही भ्रष्टाचार बंद होगा। दवाइयों के उपयोग के लिए सरकार बाहर से अफीम क्रय करे या फिर सरकार के स्तर पर खेती हो। पहले सरकार ने कहा था कि डोडा-पोस्त नष्ट किए जाएंगे, लेकिन हकीकत में ऐसा नहीं हो रहा। डोडा पोस्त की तस्करी हो रही है। उन्होंने कहा, अफीम खेती ईमानदारी से किया जाना अब संभव नहीं है।

एसीबी नहीं पकड़ती तो अधिकारी किसानों से 3.20 अरब वसूल लेता-
मंदसौर.
अफीम की घटिया क्वालिटी को बढ़ाने और गाढ़ता में मारफीन ज्यादा बताए जाने को लेकर लम्बे समय से मिलीभगत चल रही है। पिछले दिनों कोटा एसीबी की रेड के बाद महाप्रबंधक के पास राशि मिलने पर यह मामला उजागर हुआ है। इसी को लेकर मंदसौर विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखकर मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। यह भी कहा कि एसीबी नहीं पकड़ती तो यह अधिकारी 40 हजार किसानों ने करीब 3.20 अरब रुपए की वसूली करता। पत्र में नारकोटिक्स विभाग के अधिकारियों पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। विधायक ने मंत्री को पत्र लिखकर एसीबी द्वारा पकड़े गए आईआरएस के अधिकारी शशांक यादव के मामले की सीबीआई जांच की मांग की है।

पत्र में लिखा कि नीमच की अल्कोलाइड फैक्ट्री के चीफ कंट्रोलर ऑफ फैक्ट्री शशांक यादव के कब्जे से 16 लाख 32410 रुपए जब्त किए हैं। यादव के पास नीमच का अतिरिक्त प्रभार है, जबकि वे उत्तरप्रदेश में पदस्थ हैं। इसके बाद यह बात सामने आई है कि वह अधीनस्थ एवं एजेंटों के माध्यम से किसानों की अफीम में मारफीन ज्यादा बताने के नाम पर मोटी राशि लगातार वसूल कर रहा था। एसीबी इन पर लगातार निगाह रखी हुई थी। अफीम की घटिया क्वालिटी को बढ़ाने तथा गाढ़ता में मारफिन ज्यादा बताए जाने को लेकर यह खेल चल रहा था। आरोप यह भी है कि 6 हजार किसानों से 35 करोड़ रुपए की राशि ली जा चुकी थी। विधायक ने कहा, यह मामला गंभीर है। इसकी जांच अगर सीबीआई से की जाती है तो कई परतें खुलेंगी।

गौरतलब है कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो कोटा की टीम ने शनिवार को उदयपुर-कोटा मार्ग पर हैंगिंग ब्रिज टोल नाके के पास कार्रवाई करते हुए उत्तरप्रदेश के गाजीपुर स्थित अफीम फैक्ट्री के महाप्रबंधक (आईआरएस) शशांक यादव के पास से 16.32 लाख रुपयों के साथ गिरफ्तार किया था। एसीबी टीम को जानकारी मिली थी कि उक्त राशि अफीम काश्तकारों से अवैध रूप से वसूली गई है। आरोप अधिकारी को कोटा एसीबी ने रविवार को न्यायाधीश के समक्ष पेश किया, जहां से उसे चार दिन के रिमांड पर सौंपा गया। एसीबी आरोपी अधिकारी को नीमच ले जाकर भी पड़ताल कर रही है। इधर आरोपी अधिकारी को केन्द्रीय गृह मंत्रालय की ओर से निलम्बित कर दिया गया गया है।

कोटा. कोविड महामारी के चलते लम्बे समय से कोटा मेडिकल कॉलेज में देहदान नहीं हो रहा था। 13 माह बाद जाकर कोटा मेडिकल कॉलेज में बुधवार को एक देहदान हुआ है। मेडिकल कॉलेज एनोटॉमी विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. प्रतिमा जायसवाल ने बताया कि स्टेशन निवासी सिद्धी बाई (88) पत्नी रमेश चन्द्र पाण्डेय के निधन के बाद परिजनों ने मेडिकल कॉलेज में देहदान की। सिद्धि बाई ने 23 मार्च 2016 में देहदान के लिए मेडिकल कॉलेज में रजिस्टे्रशन कराया था। पांच साल से वह लगातार अपने बेटे व अन्य परिजनों से देहदान की इच्छा जाहिर कर चुकी थीं। उनके नाती शिवांग ने पहले नानी की तबीयत ज्यादा खराब बताई, लेकिन शाम 6.30 बजे उनकी मौत हो गई। उन्होंने मेडिकल कॉलेज सम्पर्क किया। कोविड के चलते पहले उनका आरटीपीसीआर टेस्ट कराया गया। उसके बाद बॉडी को तत्काल फ्रि जर में रखवाया। कोविड की रिपोर्ट नेगेटिव आने के बाद परिजनों ने बुधवार सुबह सिद्धि बाई की देह को दान किया। विभाग की सक्रियता व परिजनों की जागरुकता से देहदान संभव हो सका। क्योंकि बुधवार को छुट्टी का दिन होने के बाद भी विभाग की फेकल्टी व स्टाफ कॉलेज पहुंचकर देहदान प्राप्त किया है।

- प्रतिवर्ष 10 से 15 देह की आवश्यकता, मिलती केवल दो या तीन
डॉ. जायसवाल ने बताया कि अंतिम बार पदम चंद भंसाली की देह प्राप्त हुई थी। बीते एक साल से कोविड के चलते देहदान बंद था, लेकिन अब कोविड कम होने के चलते देहदान प्राप्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा मेडिकल स्टूडेंट की शिक्षा के लिए देह की आवश्यकता होती है। ऐसे में लोगों को देहदान के क्षेत्र में कार्य कर लोगों को मोटिवेट करना चाहिए। अब तक कॉलेज को 36 देहदान प्राप्त हो चुके है। मेडिकल कॉलेज से संबंद्ध सभी चिकित्सालयों के अधीक्षक के पास देहदान रजिस्ट्रेशन फ ार्म उपलब्ध है। इच्छुक व्यक्ति वहीं संकल्प पत्र प्राप्त कर और जमा करवा सकते है। क्योंकि मेडिकल कॉलेज का ही रजिस्टे्रशन मान्य होता है। एनाटोमी विभाग से कार्ड प्राप्त कर सकते हैं।

बारां. जिले में आजादी के कई दशकों बाद भी 181 गांव सड़क की सुविधा से वंचित हंै। वहीं आधा दर्जन से अधिक गांव वित्तीय स्वीकृति के बाद भी वन विभाग की अनापत्ति नहीं मिलने के कारण निर्माण की बाट जोह रहे हैं।
यूं तो जिले में 3233 किमी लम्बी सड़कों का जाल बिछा है। बावजूद इसके जिले में 181 गांव अभी भी पक्की राह के लिए ताक रहे हैं। जिले के 1114 गांव में से 500 के ऊपर की आबादी के 688 गांव मौजूद है। जिनमें से हैं 675 गांव प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना समेत अन्य योजना के माध्यम से सड़कों से जुड़ गए हैं। पीएम सड़क योजना में 290 गांव जोड़े गए हैं। जिले में पीएम सड़क योजना वर्ष 2000 से शुरू हो चुकी थी। जिसकी प्रथम स्वीकृति वर्ष 2000 में ही प्राप्त हुई थी।
जिले में कुल 3233 किमी लंबा सड़कों का जाल फैला है। इसमें नेशनल हाईवे 27 की 140.54 किमी लंबाई तथा नेशनल हाईवे 752 बारां.अकलेरा की 89 किमी लंबाई भी शामिल है।21 साल में 290 गांव सड़कों से जुड़़ेप्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना के अंतर्गत 500 से अधिक आबादी के गांव में वर्ष 2000 से अब तक कुल स्वीकृत राशि 175.31 करोड़ रुपए तथा स्वीकृत लंबाई 818.93 किमी रही। इस पर सार्वजनिक निर्माण विभाग ने 176.42 करोड़ रुपए व्यय कर 794.22 किमी लंबी सड़कों का निर्माण किया। इसमें कुल 290 गांव अब तक जुड़ चुके हैं।
वहीं पीएम योजना के तहत 2012-13 में आई समूह योजना के तहत 17 समूह को सड़कों से जोड़ा गया। इसमें स्वीकृत राशि 12.70 करोड़ तथा स्वीकृत सड़क की लंबाई 34.13 किमी थी। उस पर विभाग ने 12.50 करोड रुपए खर्च कर 27.6 किमी लंबी सड़क का निर्माण कार्य करवाया।

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अंत में वन विभाग में जाकर अटका मामला
सार्वजनिक निर्माण विभाग शाहाबाद के अधिशासी अभियंता हरिप्रसाद मीणा ने बताया कि फॉरेस्ट लैंड में शाहाबाद क्षेत्र के गांव गाडर, महेशपुरा्र स्वास, नयागांव, ईशाटोरी, राजपुर तथा रामगढ़ माताजी की परिक्रमा मार्ग समेत 7 गांव के सड़क की निर्माण स्वीकृति मिली हुई है। लेकिन फॉरेस्ट लैंड होने के कारण वन विभाग ने पहले जिस जमीन को रोड के लिए बताया उसे स्वीकृत नहीं किया। उसी को लेकर बाद में अन्य जमीन का चयन कर प्रस्ताव जिला कलेक्टर को भेजे गए हैंए लेकिन अभी तक स्वीकृति नहीं मिल पाई है।

जिले में 500 से अधिक की आबाद के अधिकांश गांव प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (पीएमजीएसवाई) के तहत सड़कों को जोड़ दिया गया है। वर्तमान में 500 से अधिक की आबादी के 11 गांव सड़क से नहीं जुड़े है। वन विभाग की अनापत्ति नहीं मिलने से निर्माण लटका हुआ है। 4 गांव 250 से 500 तक की आबादी वाले हैं। अभी 250 से कम आबादी वाले गांवों को सड़कों से जोडऩे के लिए सरकार की कोई नीति नहीं है।
डीके विश्वकर्मा, अधीक्षण अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग

कोटा. पश्चिम रेलवे ने नए अपग्रेड किए गए तेजस स्लीपर कोच रैक की शुरुआत के साथ indian railway भारतीय रेलवे में ज्यादा आराम के साथ रेल के सफर से जुड़े अनुभव का एक नए दौर का आगाज कर दिया है। नए स्मार्ट रैक के साथ Rajdhani Express राजधानी एक्सप्रेस का सफर 19 अप्रेल को शुरू हुआ। पिछले कई दिनों से इस रैक की देशभर में चर्चा है। पश्चिम रेलवे की सबसे ज्यादा प्रतिष्ठित और प्रीमियम ट्रेनों में से एक ट्रेन संख्या 02951/52 मुंबई-नई दिल्ली राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस में नए कोच आने के बाद सफर का अंदाज ही बदल गया।
इस नई ट्रेन में यात्रियों की बेहतर सुरक्षा और आराम की दृष्टि से विशेष स्मार्ट खूबियां हैं। स्मार्ट कोच का उद्देश्य इंटेलीजेंट सेंसर आधारित सिस्टम की मदद से यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है।
यह जीएसएम नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ प्रदान की गई यात्री सूचना और कोच कम्प्यूटिंग यूनिट (पीआईसीसीयू) से लैस है, जो रिमोट सर्वर को रिपोर्ट करता है। पीआईसीसीयू डब्ल्यूएसपी, सीसीटीवी रिकॉर्डिंग, टॉयलेट गंध सेंसर, पैनिक स्विच और आग का पता लगाने व अलार्म सिस्टम के साथ एकीकृत अन्य वस्तुओं, वायु गुणवत्ता और चोक फिल्टर सेंसर और ऊर्जा मीटर का डेटा रिकॉर्ड करेगा।

स्मार्ट ट्रेन की 24 विशेषताएं
1. यात्री घोषणा, यात्री सूचना प्रणाली: प्रत्येक कोच के अंदर दो एलसीडी यात्रियों को यात्रा सम्बंधी महत्वपूर्ण जानकारी जैसे अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमन का अपेक्षित समय, देरी और सुरक्षा सम्बंधी संदेश प्रदर्शित करते हैं।
2. डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड: फ्लश टाइप एलईडी डिजिटल डेस्टिनेशन बोर्ड प्रत्येक कोच पर प्रदर्शित डेटा को दो पंक्तियों में विभाजित करके स्थापित किया गया है। पहली पंक्ति ट्रेन संख्या और कोच के प्रकार प्रदर्शित करती है जबकि दूसरी पंक्ति गंतव्य और मध्यवर्ती स्टेशन के स्क्रॉलिंग टेक्स्ट को कई भाषाओं में प्रदर्शित करती है।
3. सुरक्षा और निगरानी: प्रत्येक कोच में छह कैमरे लगे हैं, जो लाइव रिकॉर्डिंग करते हैं। दिन-रात दृष्टि क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे, कम रोशनी की स्थिति में भी चेहरे की पहचान, नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर लगाए गए हैं।
4. स्वचालित प्लग द्वार: सभी मुख्य प्रवेश द्वार गार्ड द्वारा केंद्रीकृत नियंत्रित हैं। जब तक सभी दरवाजे बंद नहीं हो जाते तब तक ट्रेन रवाना नहीं होती है।
5. फायर अलार्म, डिटेक्शन एंड सप्रेशन सिस्टम: सभी कोचों में ऑटोमैटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम लगाए गए हैं। पेंट्री और पावर कारों में आग लगने का पता चलने पर स्वचालित अग्नि शमन प्रणाली कार्य शुरू कर देती है।
6. आपातकालीन चिकित्सा या सुरक्षा जैसी आपात स्थिति में टॉक बैक पर बात की जा सकती है।
7. बेहतर टॉयलेट यूनिट्र: एंटी-ग्रैफिटी कोटिंग, जेल कोटेड शेल्फ, नए डिजाइन का डस्टबिन, डोर लैच एक्टिवेटेड लाइट, एंगेजमेंट डिस्प्ले के साथ लगाए हैं।
10. शौचालय ऑक्यूपेंसी सेंसर: प्रत्येक कोच के अंदर शौचालय ऑक्यूपेंसी को स्वचालित रूप से प्रदर्शित किया जाता है।
11. शौचालयों में पैनिक बटन: किसी भी आपात स्थिति के लिए इस बटन को प्रत्येक शौचालय में लगाया गया है।
12. टॉयलेट एनुसिएशन सेंसर इंटेग्रेशन: प्रत्येक कोच में दो टॉयलेट एनुसिएशन सेंसर इंटीग्रेशन लगे हैं, जो उपयोग के समय शौचालयों में क्या करें और क्या न करें की घोषणा को प्रसारित करते हैं।
13. बायो-वैक्यूम शौचालय प्रणाली: बेहतर फ्लशिंग के कारण शौचालय में बेहतर स्वच्छता प्रदान करता है और प्रति फ्लश पानी भी बचाता है।
14. स्टेनलेस स्टील अंडर फ्रेम: पूरा अंडर फ्रेम ऑस्टेनिटिक स्टेनलेस स्टील (एसएस 201 एलएन) का है जो कम जंग के कारण कोच के जीवन को बढ़ाता है।
15. एयर सस्पेंशन बोगियां: इन कोचों के यात्री आराम और सवारी की गुणवत्ता में सुधार के लिए बोगियों में एयर स्प्रिंग सस्पेंशन लगाए गए हैं।
16. संरक्षा में सुधार के लिए बेयरिंग, व्हील के लिए ऑन बोर्ड कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम।
17. एचवीएसी: एयर कंडीशनिंग सिस्टम के लिए वायु गुणवत्ता माप।
18. वास्तविक समय के आधार पर पानी की उपलब्धता को इंगित करने के लिए जल स्तर सेंसर।
19. बनावट वाली बाहरी पीवीसी फिल्म: बाहरी बनावट में टेक्सचर्ड पीवीसी फिल्म के साथ उपलब्धता।
20. बेहतर इंटीरियर: आग प्रतिरोधी सिलिकॉन फोम वाली सीटें और बर्थ यात्रियों को बेहतर आराम और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
21. खिडक़ी पर रोलर ब्लाइंड: पर्दों के बजाय आसान सैनिटाइजेशन के लिए रोलर ब्लाइंड्स दिए गए हैं।
22. मोबाइल चार्जिंग पॉइंट: प्रत्येक यात्री के लिए प्रदान किया गया है।
23. बर्थ रीडिंग लाइट: प्रत्येक यात्री के लिए प्रदान किया गया है।
24. अपर बर्थ पर चढऩे के लिए सुविधा: सुविधाजनक अपर बर्थ व्यवस्था।

कोटा. भामाशाह मंडी में बुधवार को विभिन्न कृषि जिंसों की 20 हजार बोरी आवक हुई। गेहूं 25, सोयाबीन 150, सरसों 50, चना 150 रुपए प्रति क्विंटल भाव तेज रहे। लहसुन की आवक करीब 6,000 कट्टे की रही। लहसुन बेस्ट 500 रुपए मंदा रहा। लहसुन नया 1600 से 8500 रुपए प्रति क्विंटल बिका। किराना बाजार में वायदा बढऩे से खाद्य तेलों में तेजी बरकरार।
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भाव : गेहूं मील 1600 से 1750, गेहूं टुकड़ी एवरेज 1720 से 1850, गेहूं बेस्ट टुकड़ी 1825 से 1961, सोयाबीन 6500 से 8300, सरसों 6200 से 6800, धान सुंगधा 1800 से 2200, धान (1509) 1800 से 2300, धान पूसा वन 2300 से 2530, धान (1121) 2100 से 2601, मक्का 1700 से 1850, अलसी 6800 से 7300, तिल्ली 6500 से 7200, ग्वार 3000 से 3750, मैथी 5500 से 6150, कलौंजी 16000 से 18800, जौ 1500 से 1700, ज्वार 1300 से 3000, मसूर 4800 से 5200, चना 4200 से 4700, चना गुलाबी 4200 से 4650, चना मौसमी 4200 से 4600, चना कांटा 4000 से 4500, उड़द 3000 से 6350, धनिया पुराना 4500 से 5600, धनिया नया बादामी 5500 से 5700, धनिया ईगल 5800 से 6000, धनिया रंगदार नया 6000 से 7000 रुपए प्रति क्विंटल रहे।

खाद्य तेल (भाव 15 किलो प्रति टिन): सोया रिफाइंड: फॉच्र्यून 2440, चम्बल 2390, सदाबहार 2370, किचन लाइट 2215, दीपज्योति 2390, सरसों स्वास्तिक 2570, अलसी 2650 रुपए प्रति टिन।
मूंगफली: ट्रक 2830, स्वास्तिक निवाई 2580, कोटा स्वास्तिक 2470, सोना सिक्का 2620 रुपए प्रति टिन।

देसी घी: मिल्क फूड 5900, कोटा फ्रेश 5800, पारस 5900, नोवा 5850, अमूल 6300, सरस 6550, मधुसूदन 6350 रुपए प्रतिटिन।
वनस्पति घी: स्कूटर 1670, अशोका 1670 रुपए प्रतिटिन।
चीनी: 3440-3470 प्रति क्विंटल।

चावल व दाल: बासमती चावल 5600-7200, पौना 4500-5200, डबल टुकड़ी 3800-4300, टुकड़ी 2400-3000, गोल्डन बासमती साबुत 5200-7000, पौना 3000-3800, डबल टुकड़ी 2500- 3000, कणी 2000-2500, तुअर 8500-9700, मूंग 6700-7200, मूंग मोगर 7200-8000, उड़द 7500-8300, उड़द मोगर 7500-9200, मसूर मलका 7000-7600, चना दाल 5800-6100, पोहा 2700-3700 रुपए प्रति क्विंटल।

सोने-चांदी में मंदी
कोटा. स्थानीय सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने-चांदी के भावों में मंदी रही। चांदी 400 रुपए मंदी के साथ 68,300 रुपए प्रति किलो बोली गई, जबकि जेवराती सोना 300 रुपए मंदी के साथ भाव 49,400 रुपए प्रति दस ग्राम रहे।

भाव: चांदी 68,300 रुपए प्रति किलोग्राम, कैडबरी सोना प्रति 10 ग्राम 49,400 रुपए, शुद्ध सोना प्रति 10 ग्राम 49,650 रुपए बिका। टैक्स व अन्य खर्चे अलग।

अंडा बाजार
कोटा. अंडा कारोबार में फार्मी अंडा 520 रुपए प्रति सैकड़ा, 170 रुपए प्रति प्लेट, 80 रुपए दर्जन।

कोटा. निजी बस संचालक गुरुवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल (Bus Strike ) पर रहेंगे। सुबह से ही बसें नहीं चलेंगी। इससे कोटा संभाग समेत प्रदेश भर में गुरुवार को निजी बसें नहीं चलेंगी।
बस मालिक संघ के अध्यक्ष एवं बस ऑनर एसोसिएशन राजस्थान के महासचिव सत्यनारायण साहू ने बताया कि कोटा में करीब 750 व प्रदेश में 29 हजार बसें बन्द रहेंगी। साहू ने बताया कि परिवहन मंत्री (Pratap singh khachariyawas) ने 2 माह का टैक्स माफ करने की बात कही है, लेकिन इससे वे सहमत नहीं है।
अब गुरुवार को सरकार की बस मालिकों के प्रति नीतियों के विरोध में गुरुवार को सांकेतिक हड़ताल रखकर प्रादेशिक परिवहन अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा। सांकेतिक हड़ताल के बाद भी सरकार नहीं सुनती है तो बस मालिकों की जयपुर में बैठक आयोजित कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी।
बस मालिकों की एक वर्ष का टैक्स माफ करने, 40 प्रतिशत किराया बढ़ाने समेत अन्य मांगें हैं। इधर, रोडवेज विभाग के प्रबंधक रघुराज सिंह राजावत ने बताया कि आवश्यकता पडऩे पर अतिरिक्त बसें संचालित की जाएंगी।

कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज में रैगिंग के मामले में मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने बुधवार को कार्रवाई करते हुए 2019 बैच के तीन सीनियर विद्यार्थियों को एक माह के लिए निलंबित कर दिया। रैगिंग रोकने में नाकाम रहे तीन कक्षा प्रतिनिधियों को भी पद से हटा दिया है। एंटी रैगिंग कमेटी की रिपोर्ट के बाद यह कार्रवाई की गई।

एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्य व अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. देवेन्द्र विजयवर्गीय ने बताया कि रैगिंग के मामले में प्रत्यक्षदर्शियों की गवाही के बाद 2019 बैच के तीन सीनियर विद्यार्थी इस मामले में दोषी मिले है। उनको एक माह के लिए निलंबित कर दिया है। इन विद्यार्थियों को छह माह तक आवेदन पर भी हॉस्टल, एक साल तक स्कॉलरशिप की सुविधा नहीं मिलेगी। ये विद्यार्थी कॉलेज छात्रसंघ चुनाव, स्थानीय, राज्य, राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय कॉन्फ्रेंस, अकेडमिक कार्यक्रम, प्रतियोगिताएं व यूथ फेस्टिवल्स व अन्य शैक्षणिक गतिविधियों में भी भाग नहीं ले पाएंगे। जिम्मेदारी नहीं निभाने पर तीन छात्र प्रतिनिधियों को भी पद से हटा दिया है।
रैगिंग का वीडियो वायरल होने के बाद मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने स्वतंत्र जांच के लिए डॉ. राजेन्द्र ताखर व डॉ. सुधा पंकज को भेजा था। उनकी रिपोर्ट एंटी रैगिंग कमेटी में एक्शन इनीशिएटिव को भेजी गई। जिसकी बैठक बुधवार को हुई। इस बैठक में अतिरिक्त प्राचार्य के अलावा एकेडमिक इंचार्ज डॉ. दीपिका मित्तल, डॉ. बीएस शेखावत, डॉ. गुलाब कंवर, डॉ. राजीव सक्सेना की टीम ने निर्णय लिया।

मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि जांच में फिलहाल तीन सीनियर विद्यार्थी ही दोषी पाए गए हैं। उनको निलंबित कर दिया है। निलंबन काल पूरा होने के बाद छात्रों के माता-पिता से अंडरटेकिंगली जाएगी।
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यह था मामला
कोटा मेडिकल कॉलेज का सोमवार को रैगिंग का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ था। जिसमें सीनियर विद्यार्थी, जूनियर विद्यार्थियों की रैंगिग कर रहे थे। रैगिंग के दौरान कुछ जूनियर विद्यार्थी हाथ बांध खड़े थे। कुछ को थप्पड़ जड़ा था, मुर्गा बनाया गया था।

कोटा.
राजस्थान में 22 जुलाई को रोडवेज की बसों में यात्री भार बढ़ेगा। क्योंकि 22 जुलाई यानि गुरुवार को पूरे राजस्थान में निजी बसों की हड़ताल रहेगी। निजी बसों की हड़ताल के मद्देनजर निजी बसों के यात्रियों का भार रोडवेज की बसों पर पड़ेगा।


हड़ताल के कारण रोडवेज में यात्री भार बढऩे पर अतिरिक्त बसें भी चलाई जा सकती है। रोडवेज के अधिकारियों के अनुसार अतिरिक्त बसों का संचालन आवश्यकता पडऩे पर ही किया जाएगा। हालांकि रोडवेज के पास बसें तो पर्याप्त संख्या में है, लेकिन चालक-परिचालक की व्यवस्था नहीं होने के कारण सभी रूटों पर अतिरिक्त बसें चलाना संभव नहीं हो पाएगा। फिर भी रोडवेज की यह कोशिश रहेगी कि जहां-जिस रूट पर अच्छा यात्री भार मिलेगा और स्टाफ की व्यवस्था हो जाएगी, वहां अतिरिक्त बसें चलाकर न केवल यात्रियों को राहत दी जाएगी, बल्कि यात्री भार से राजस्व वृद्धि भी की जाएगी। रोडवेज के कोटा आगार के प्रबंधक रघुराज सिंह राजावत ने बताया कि आवश्यकता पडऩे पर अतिरिक्त बसें संचालित की जाएंगी।

प्रदेश में बंद रहेगी 29 हजार बसें--
प्रदेश भर में निजी बस संचालक गुरुवार को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। सुबह से ही बसें नहीं चलेंगी। बस मालिक संघ के अध्यक्ष एवं बस ऑनर एसोसिएशन राजस्थान के महासचिव सत्यनारायण साहू ने बताया कि कोटा में करीब 750 व प्रदेश में 29 हजार बसें बन्द रहेंगी। साहू ने बताया कि परिवहन मंत्री ने 2 माह का टैक्स माफ करने की बात कही है, लेकिन इससे वे सहमत नहीं है। अब गुरुवार को सरकार की बस मालिकों के प्रति नीतियों के विरोध में गुरुवार को सांकेतिक हड़ताल रखकर प्रादेशिक परिवहन अधिकारियों को ज्ञापन दिया जाएगा। सांकेतिक हड़ताल के बाद भी सरकार नहीं सुनती है तो बस मालिकों की जयपुर में बैठक आयोजित कर अनिश्चितकालीन हड़ताल की जाएगी। बस मालिकों की एक वर्ष का टैक्स माफ करने, 40 प्रतिशत किराया बढ़ाने समेत अन्य मांगें हैं।

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कोटा. रेलवे कॉलोनी थाना क्षेत्र के सोगरिया में एक व्यक्ति ने नशे में अपने ही ससुर पर गंडासे से हमला कर दिया। घायल ससुर को निजी अस्पताल में भर्ती करवाया है।

थानाधिकारी मुनिन्दर सिंह ने बताया कि सोगरिया निवासी दीपक मेघवाल ने थाने में दी रिपोर्ट में बताया कि मंगलवार को वह परिवार सहित सीन्धा बालिदा में शादी के कार्यक्रम में गया था। वहां उसके पिता धनराज व उसके दामाद विक्रम मेघवाल के बीच आपस में कहासुनी व धक्का मुक्की हो गई। रात साढ़े 8 बजे के बाद सभी परिजन सोगरिया घर आ गए।

वहां विक्रम भी आ गया। उसने आते ही गाली-गलौच शुरू कर दी। इसके बाद दीपक और उसके पिता धनराज को रोक लिया। विक्रम ने गण्डासे से पिता धनराज के मार दी। इससे उनके दाएं पैर घुटने में लगी। विक्रम ने दीपक से भी मारपीट की। इससे उसके भी हल्की चोट आई है। घटना के बाद विक्रम भाग गया। पिता को इलाज के लिए एक निजी अस्पताल लेकर गए। उधर थानाधिकारी मुनिन्दर सिंह ने बताया कि इस सम्बंध में रिपोर्ट दी गई है। घायलों का मेडिकल करवाया जाएगा। जांच शुरू कर दी है।

कोटा. महावीर नगर थाना क्षेत्र में बुधवार देर शाम आधा दर्जन बदमाशों ने एक कार सवार युवक पर लाठियों व सरियों से प्राण घातक हमला कर दिया। वारदात के बाद बदमाश युवक की कार में रखे 48 हजार रुपए व उसका मोबाइल लेकर फरार हो गए। घायल युवक को एमबीएस अस्पताल में भर्ती करवाया गया है।

सुभाष नगर निवासी इकबाल खान ने बताया कि उसका छोटा भाई बिलाल खान (21) पर ट्रक युनियन के पास आधा दर्जन हथियारबंद बदमाशों ने लाठियों व सरियों से हमला किया। वह लहूलुहान होकर गिर पड़ा। वारदात के बाद बदमाश युवक की कार में तोडफ़ोड़ कर उसमें रखे 48 हजार रुपए व मोबाइल लेकर फरार हो गए। इकबाल ने बताया कि बिलाल की डाबी में कोटा ग्लास के नाम से दुकान है। वह शाम को दुकान से 48 हजार रुपए लेकर कोटा आ रहा था। हैंगिग ब्रिज के पास बिलाल ने इकबाल को फोन कर बोला की एक कार उसका पीछा कर रही है। उक्त कार बूंदी नम्बर की उसने इकबाल को बताई। और बाद में सूचना मिली कि महावीर नगर क्षेत्र में ट्रक यूनियन के पास आधा दर्जन अज्ञात बदमाशों ने बिलाल खान की कार को रुकवा लिया। बिलाल पर लाठियों व सरियों से हमला कर उसे गंभीर घायल कर दिया।

हमलावर उसके रुपए व मोबाइल ले गए। उधर महावीर नगर थानाधिकारी भवानी सिंह ने बताया कि युवक से मारपीट की जानकारी मिली थी। मौका मुआयना किया है। घायल युवक के परिजनों की ओर से अभी तक कोई रिपोर्ट नहीं मिली है। युवक के ब्यान के बाद मामले की जांच व आरोपियों की तलाश शुरू की जाएगी।

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