>>Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment! |
मेले में रहेंगी व्यापक व्यवस्था, 50 लाख श्रद्धालु आने का अनुमान Sunday 12 March 2023 09:33 AM UTC+00 ![]() करौली. कैलामाता के चैत्र लक्खी मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। मेला 19 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रेल तक चलेगा। मेले में मात्र एक सप्ताह शेष है। ऐसे में कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है। मेले में लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, उसके अनुसार व्यवस्था की गई हैं। मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने को मंदिर ट्रस्ट की ओर से 6 जोनों में करीब 200 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं। वहीं बस स्टैण्ड के समीप घाट पर करीब 150 शौचालय, भट्टा तिराहे पर 70 शौचालय, 100 चल शौचालय एवं 5 सुलभ कॉम्पलेक्स की व्यवस्था है। दर्शनार्थियों को शुद्ध पेयजल के लिए कस्बे में करीब 8 पानी के टैंकरों से पानी उपलब्ध होगा, 9 स्थानों पर प्याऊ, बस स्टैण्ड घाट पर आरओ प्लांट के साथ मंदिर परिसर में रैलिंग में भी जल वितरण की व्यवस्था रहेगी। कालीसिल नदी नदी के घाटों पर सुरक्षा के लिए लोहे के जाल लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए नावों एवं गोताखोरों की भी व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर में 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति जनरेटर व सोलर सिस्टम से रहेगी। दर्शनार्थियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए करीब 350 सुरक्षाकर्मी, वॉलिंटियर्स तैनात किए जाएंगे, जो मेला परिसर के प्रत्येक प्वाइंट पर रहेंगे। शनिवार को कैलादेवी में आयोजित पत्रकारवार्ता में मंदिर के कार्यकारी अधिकारी किशनपाल जादौन, प्रबंधक स्थापना प्रदीप द्विवेदी, प्रबंधक प्रशासन चन्द्रकांत कुड़तकर, मेला अधिकारी संतोष सिंह एडवोकेट, प्रबंधक विधिक कार्य गोपाललाल शर्मा ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी व्यवस्थाओं को लेकर ट्रस्ट के सोल ट्रस्टी कृष्णचन्द्र पाल भी बैठक ले चुके हैं और व्यवस्थाओं को देख रहे हैं। यह भी पढ़ें : शीतला माता का दो दिवसीय लक्खी मेला चाकसू में इस दिन से भरेगा, नोट कर लें तारीख 250 कैमरों से नजर सहायता केन्द्र से मिलेगी जानकारी हटवाए अस्थायी अतिक्रमण यह भी पढ़ें : बांध का पानी बहने से गिरेगा जलस्तर, गर्मी में सताएगा संकट मंगला आरती से रात 8.30 बजे तक होंगे दर्शन |
You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanss63@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription. |