>>: मेले में रहेंगी व्यापक व्यवस्था, 50 लाख श्रद्धालु आने का अनुमान

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करौली. कैलामाता के चैत्र लक्खी मेले की तैयारियां जोरों पर हैं। मेला 19 मार्च से शुरू होकर 4 अप्रेल तक चलेगा। मेले में मात्र एक सप्ताह शेष है। ऐसे में कैलादेवी मंदिर ट्रस्ट और जिला प्रशासन तैयारियों में जुटा है। श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जा रही है। मेले में लगभग 50 लाख श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, उसके अनुसार व्यवस्था की गई हैं।

मेला क्षेत्र में सफाई व्यवस्था दुरुस्त रखने को मंदिर ट्रस्ट की ओर से 6 जोनों में करीब 200 सफाई कर्मचारी लगाए गए हैं। वहीं बस स्टैण्ड के समीप घाट पर करीब 150 शौचालय, भट्टा तिराहे पर 70 शौचालय, 100 चल शौचालय एवं 5 सुलभ कॉम्पलेक्स की व्यवस्था है। दर्शनार्थियों को शुद्ध पेयजल के लिए कस्बे में करीब 8 पानी के टैंकरों से पानी उपलब्ध होगा, 9 स्थानों पर प्याऊ, बस स्टैण्ड घाट पर आरओ प्लांट के साथ मंदिर परिसर में रैलिंग में भी जल वितरण की व्यवस्था रहेगी।

कालीसिल नदी नदी के घाटों पर सुरक्षा के लिए लोहे के जाल लगाए गए हैं। सुरक्षा के लिए नावों एवं गोताखोरों की भी व्यवस्था की गई है। मंदिर परिसर में 24 घण्टे बिजली की आपूर्ति जनरेटर व सोलर सिस्टम से रहेगी। दर्शनार्थियों की सुरक्षा एवं सुविधा के लिए करीब 350 सुरक्षाकर्मी, वॉलिंटियर्स तैनात किए जाएंगे, जो मेला परिसर के प्रत्येक प्वाइंट पर रहेंगे। शनिवार को कैलादेवी में आयोजित पत्रकारवार्ता में मंदिर के कार्यकारी अधिकारी किशनपाल जादौन, प्रबंधक स्थापना प्रदीप द्विवेदी, प्रबंधक प्रशासन चन्द्रकांत कुड़तकर, मेला अधिकारी संतोष सिंह एडवोकेट, प्रबंधक विधिक कार्य गोपाललाल शर्मा ने व्यवस्थाओं की जानकारी दी। उन्होंने बताया कि सभी व्यवस्थाओं को लेकर ट्रस्ट के सोल ट्रस्टी कृष्णचन्द्र पाल भी बैठक ले चुके हैं और व्यवस्थाओं को देख रहे हैं।

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250 कैमरों से नजर
असामाजिक तत्वों पर निगरानी रखने और दर्शनार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर ट्रस्ट द्वारा पूरे मेला क्षेत्र में करीब 250 सीसीटीवी कैमरे लगाए हुए हैं। मंदिर परिसर व बड़ी धर्मशाला में कंट्रोल रूम स्थापित किया जाएगा। मंदिर ट्रस्ट पदाधिकारियों ने कहा कि कैलादेवी के रास्ते में बने फुटपाथ पर मेला पूर्व प्रशासन की ओर से अतिक्रमण हटवा दिए जाएं तो पदयात्रियों को राहत मिलेगी। वहीं प्रशासन अनुमति दे तो दुर्गासागर मैदान में ट्रस्ट की ओर से यात्रियों को विश्राम स्थल बनवाया जा सकता है।

सहायता केन्द्र से मिलेगी जानकारी
मंदिर ट्रस्ट की ओर से बस स्टेण्ड के सामने यात्री सहायता केन्द्र बनाए जाने की योजना है। वहीं यात्रियों के लिए 24 घण्टे चिकित्सा सुविधा भी ट्रस्ट के चिकित्सालय में रहेगी। राजौर बाग पर पदयात्रियों को भण्डारा संचालित होगा। दर्शनार्थियों को विश्राम के लिए बड़ी धर्मशाला, कंसल भवन पर नि:शुल्क व्यवस्था रहेगी। वहीं दर्शनार्थियों की सुविधा के लिए शक्ति निवास कोठी से बस स्टैण्ड होते हुए विभिन्न स्थानों पर कैलादेवी मेला परिसर का नक्शा, टेलीफोन नम्बरों की सूची आदि के साइन बोर्ड, फ्लैक्स बैनर लगाए जाएंगे।

हटवाए अस्थायी अतिक्रमण
उत्तरभारत प्रसिद्ध कैलादेवी आस्थाधाम में 19 मार्च से शुरू हो रहे कैलामाता के चैत्र लक्खी मेले के मद्देनजर शनिवार को प्रशासन की ओर से कैलादेवी कस्बे में अस्थायी अतिक्रमण हटाए गए। कैलादेवी परिसर क्षेत्र में तहसीलदार महेन्द्र जैन एवं पुलिस प्रशासन के द्वारा अस्थाई अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया। तहसीलदार महेन्द्र जैन ने बताया कि कैलादेवी क्षेत्र में करणपुर रोड , मेन रोड मंदिर परिसर, वीआईपी गेट, नरसी गेस्ट हाउस के पास, डोम एरिया, बड़ी धर्मशाला के आसपास अस्थाई अतिक्रमण समझाइश करते हुए हटाए गए। मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर परिसर में उसके आसपास में कीटनाशक दवा का भी छिड़काव करवाया गया। विकास अधिकारी अनीता मीणा ने बताया कि पंचायत माची में पांचना पुल के आसपास सफाई कर रेलिंग लगाई। कैलादेवी में अस्थाई बाईपास का कार्य कराया जा रहा है।

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मंगला आरती से रात 8.30 बजे तक होंगे दर्शन
मेले में तड़के मंगला आरती से रात 8.30 बजे तक माता के पट खुले रहेंगे। आम दिनों में दोपहर 12 बजे से एक बजे तक माता के पट बंद रहते हैं, लेकिन मेले में भक्तों की भीड़ के मद्देनजर इस दौरान केवल कुछ मिनट के लिए ही पट बंद रहेंगे। रात्रि को यदि भीड़ का दबाव रहेगा तो दर्शन समय में बढ़ोतरी की जा सकती है। वीआईपी दर्शनार्थियों के लिए पृथक से व्यवस्था रहेगी। वहीं असहाय एवं दिव्यांगों के लिए व्हीलचेयर व रैम्प लगाकर दर्शन कराए जाएंगे।

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