>>: नदी से पाइप को हटाया तो दूसरी तरफ बहा दिया पानी

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पाली। जिला प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण मण्डल की टीम ने एक दिन पहले पुनायता सीइटीपी ट्रीटमेंट प्लांट से नदी में जा रहे पाइप को बंद करवाया था। उसके बंद होने पर दूसरे पाइप से ट्रीटमेंट प्लांट के पास िस्थत मेघा टाउनशिप में रंगीन पानी छोड़ दिया गया। उस पानी के टाउनशिप में जाने के कारण वहां पानी का भराव हो गया। क्षेत्रवासियों का कहना था कि मेघा टाउनशिप की तरफ शुक्रवार रात में ही पानी छोड़ना शुरू कर दिया गया था। इसका पता सुबह होने पर मिट्टी के गिली होने और पाइप से निकल रहे पानी से लगा। ये हालात तब है जब जिला प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के पांच दल 24 घंटे औद्योगिक क्षेत्रों व इकाइयों की जांच कर रहे हैं।

दल पहुंचा और मिट्टी से बंद करवाया पाइप
प्रदूषण नियंत्रण मण्डल के अधिकारियों का दल शाम को पुनायता औद्योगिक क्षेत्र में निरीक्षण कर रहा था। उस समय मेघा टाउनशिप में पानी छोड़े जाने की शिकायत मिली। इस पर दल मौके पर पहुंचा तो वहां पर पानी छोडा़ जाना सामने आया। इस पर तत्काल बुलडोजर मंगवाकर सीइटीपी ट्रीटमेंट प्लांट की दीवार से बाहर आए पाइप को मिट्टी से बंद करवाया गया। वहां पर भरे पानी को टैंकर में भरकर ले जाया गया।

दो टूक : प्रदूषित पानी बहाया तो इकाइयों को करवा देंगे बंद
पाली। कपड़ा इकाइयों की ओर से प्रदूषित पानी बहाने को लेकर प्रशासन व प्रदूषण नियंत्रण मण्डल सख्त है। मण्डल के क्षेत्रीय अधिकारी राहुल शर्मा, कनिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी कैलाशदान, कनिष्ठ पर्यावरण अभियंता लोकेश दाधीच ने औद्योगिक क्षेत्र फेज-प्रथम व द्वितीय, सरस डेयरी के सामने व मंडिया रोड क्षेत्र का औचक निरीक्षण किया। मंडिया रोड़ औद्योगिक क्षेत्र में स्थापित इकाइयों के सामने रीको नाले में कई जगह रंगीन पानी मिला। इस पर मंडिया रोड औद्योगिक क्षेत्र के पदाधिकारियों को बुलाकर अन्तिम चेतावनी दी। उनसे कहा गया कि रंगीन पानी सीइटीपी में दिया जाए या औद्योगिक इकाई वापस लें। ऐसा नहीं करने पर दोषी इकाइयों का बंद करने व पर्यावरण क्षतिपूर्ति लगाने के साथ मंडल के नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। रीको औद्योगिक क्षेत्र सहित सरस डेयरी के पास नालों में बह रहने पानी के पीएच की भी जांच की गई।

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