नागौर. जिला मुख्यालय के जेएलएन राजकीय अस्पताल में पसरी गंदगी को देखकर जिला कलक्टर पीयूष समारिया ने नाराजगी जताई। अस्पताल परिसर में बिखरे कचरे व धूल को देखकर कलक्टर समारिया ने कहा कि मुझे नहीं लगता कि यहां रोज पौछा लगाया जा रहा है। उन्होंने सफाई ठेकेदार को बुलाकर लताड़ लगाई तथा पीएमओ डॉ. महेश पंवार को निर्देश दिए कि सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा जाए।
गौरतलब है कि राजस्थान पत्रिका में गत 3 मार्च को एमसीएच विंग में जगह-जगह पड़े कचरे के ढेर व टॉयलेट में पसरी गंदगी के फोटो प्रकाशित कर जिम्मेदारों का ध्यान आकृष्ट किया था। समाचार प्रकाशित होने के बाद जिला कलक्टर ने शनिवार को दोपहर करीब 12 बजे अचानक जेएलएन अस्पताल पहुंचकर औचक निरीक्षण किया तथा व्यवस्थाएं जांची।
रजिस्टर मंगवाकर देखी उपस्थिति
कलक्टर समारिया ने जेएलएन अस्तपाल की इमरजेंसी से निरीक्षण शुरू किया। उन्होंने अलग-अलग विभागों के उपस्थिति रजिस्टर मंगवाकर डॉक्टर व नर्सिंग स्टाफ की उपस्थिति जांची तथा पीएमओ डॉ. पंवार को आवश्यक निर्देश दिए।
पर्ची काउंटर पर पर देखी व्यवस्था
एमसीएच विंग में इनडोर व आउटडोर पर्ची काउंटर पर कलक्टर ने काफी देर तक रुककर पीएमओ से पूरी जानकारी ली। कलक्टर ने ऑपरेटर के पास जाकर पर्ची काटने की प्रक्रिया को भी देखा। गौरतलब है कि एमसीएच विंग में कई बार पर्ची काउंटर पर कर्मचारी नहीं होने से मरीजों को इंतजार करना पड़ता है।
एक कक्ष में बैठते हैं तीन डॉक्टर
एमसीएच विंग के भवन में प्रवेश करते ही दाएं हाथ की तरफ बने कमरे में तीन डॉक्टर बैठते हैं, जिससे मरीजों एवं उनके परिजनों की लम्बी कतार लग जाती है। इस सम्बन्ध में चर्चा करने पर डॉक्टरों ने बताया कि भवन में कमरे तो काफी हैं, लेकिन शेष कमरों में घटिया निर्माण के चलते आए दिन प्लास्टर गिरता है, जिससे हरवक्त हादसे की आशंका बनी रहती है। हालांकि करीब एक साल पहले मरम्मत के लिए बजट जारी हो चुका है, लेकिन एनआरएचएम अधिकारियों की ढिलाई के चलते काम शुरू नहीं हो पा रहा है।
आज कलक्टर आए हैं, इसलिए सारे डॉक्टर मिलेंगे
कलक्टर के निरीक्षण के दौरान ज्यादातर डॉक्टर अपने-अपने कक्षों में मिले। इस दौरान मरीजों के परिजन बातें कर रहे थे कि आज सारे डॉक्टर मिलेंगे, क्योंकि कलक्टर आए हैं। गौरतलब है कि अक्सर ड्यूटी पर रहने के बावजूद कई डॉक्टर अपने कक्षों में नहीं मिलते। जिससे मरीजों को परेशान होना पड़ता है। एमसीएच के बाहर खड़े एक परिजन ने बताया कि जैसे ही कलक्टर इमरजेंसी में घुसे, किसी ने अनुपस्थित डॉक्टरों को फोन कर दिया, इसलिए वे हाथों-हाथ गाडिय़ा लेकर पहुंच गए। कलक्टर जब एमसीएच विंग में पहुंचे तो अधिकतर डॉक्टर मौजूद मिले। एक परिजन ने कहा कि महीने में एक-दो बार कलक्टर सहित अन्य अधिकारियों को अस्पताल का निरीक्षण करना चाहिए, ताकि व्यवस्था सुचारू रहे।
नर्सिंग कॉलेज के निर्माण कार्य की प्रगति जानी
कलक्टर समारिया ने पीएमओ डॉ. पंवार के साथ जेएलएन अस्पताल के ठीक सामने बन रहे नर्सिंग कॉलेज के भवन का निरीक्षण कर कार्य की प्रगति जानी। इस दौरान कलक्टर व पीएमओ ने ठेकेदार रमेश खोजा व सुरेश सिंह से कहा कि कॉलेज भवन का कार्य नियत समय पर पूरा करें। पीएमओ ने कहा कि नर्सिंग कॉलेज का बैच शुरू हो चुका है, इसको ध्यान में रखते हुए उचित गुणवत्ता के साथ काम को समय पर पूरा करें। इस पर ठेकेदार ने आश्वस्त करते हुए कहा कि जून तक एकेडमिक ब्लॉक की एक मंजिल तैयार कर देंगे।