Biporjoy Cyclone Effect in Rajasthan : राजस्थान में सक्रिय बिपरजाॅय की तूफानी बारिश ने रेगिस्तान के सूखे बांधों को हरा कर दिया। मात्र दो दिन की बारिश ने पुराने सभी रेकाॅर्ड तोड़ दिए। जून में अब तक कुल बारिश की बात करें तो जोधपुर संभाग में सबसे ज्यादा बारिश दर्ज की गई है, जबकि मानसून के दौरान भी जोधपुर संभाग बारिश के मामले में अक्सर पीछे रहा है। बड़ी बात तो यह है कि संभाग के जैसलमेर को छोड़कर अन्य सभी जिलों ने जून की बारिश का नया रेकाॅर्ड तैयार किया है। मौसम विभाग के मुताबिक, जोधपुर संभाग की कुल बारिश की बात करें तो सामान्य बारिश का आंकड़ा 18.68 एमएम है और वास्तविक बारिश 193.88 एमएम दर्ज की गई है जो 937.7 प्रतिशत ज्यादा है।
जोधपुर संभाग के हालात सुधरे
राजस्थान में बांधों के कुल भराव की बात करें तो जोधपुर संभाग में पिछले साल 18 जून तक कुल भराव का 1.95 प्रतिशत पानी ही बचा था और जलसंकट की स्थिति पैदा हो गई थी। लेकिन, बिपरजाॅय चक्रवात ने जोधपुर संभाग की किस्मत बदल दी है। वर्तमान में कुल भराव क्षमता का 22.11 प्रतिशत पानी है, जो आज से पहले किसी भी साल नहीं दिखाई दिया। उधर, मानसून के दौरान भी इतने पानी की आवक नहीं हुई। अब माना जा सकता है कि मानसून के दौरान जोधपुर के बांधों में और पानी की आवक होगी।
दो दिन में 24 स्थानों पर एक्स्ट्रीम बारिश दर्ज
जलसंसाधन विभाग की रिपोर्ट पर नजर डालें तो 17 और 18 जून (शाम 6 बजे तक) प्रदेश में कुल 419 स्थानों पर बारिश दर्ज की गई है। इनमें भी 24 स्थानों पर एक्स्ट्रीम बारिश हुई। जबकि 33 स्थानों पर भारी और 129 स्थानों पर सामान्य बारिश दर्ज हुई है।
1 से 18 जून तक कहां कितनी बारिश दर्ज
स्थान-----------------सामान्य--------------वास्तविक------- कितने प्रतिशत ज्यादा
जोधपुर----------------18.30---------------87.50---------प्लस 378.1
बाड़मेर----------------14.90---------------187.00--------प्लस 1155.0
जैसलमेर--------------12.40---------------3.50----------माइनस 71.8
जालोर----------------17.60---------------376.10--------प्लस 2036.9
पाली-----------------19.40---------------190.50--------प्लस 882.0
सिरोही----------------29.50--------------318.69--------प्लस 980
जोधपुर संभाग की कुल बारिश--18.68----------193.88--------प्लस 937.7
(आंकड़े एमएम में)
बांधों की संभागवार वर्तमान स्थिति 18 जून 2023 और 2022
संभाग--------------पूर्ण भराव क्षमता----आज का भराव (2023)---प्रतिशत------गत वर्ष का भराव-----प्रतिशत
जयपुर (252 बांध)---2828.34------------878.76-------------31.07-------442.49------------15.65
जोधपुर (121 बांध)--970.96--------------214.71-------------22.11-------18.96-------------1.95
कोटा (82 बांध)----4164.90--------------3023.90------------72.60-------24.33-------------58.44
उदयपुर (181 बांध)-1902.32------------496.92---------------26.12-------381.30------------20.04
बांसवाड़ा (59)-----2713.51------------1086.92--------------40.06--------1064.43----------39.23
ये होंगे सीधे फायदे
-मारवाड़ के कई इलाकों में पेयजल संकट के हालात बने हुए हैं। पानी की आवक से पेयजल संकट से निजात मिलेगी।
-कुएं रीचार्ज होंगे। जल स्तर बढ़ेगा।
-नदियों और तालाबों में पानी की आवक खेती-किसानी में फायदा पहुंचाएगी।
-सिंचाई और पेयजल के लिए पानी भरपूर उपलब्ध होगा।
-मानसून की बारिश पर निर्भरता नहीं रहेगी।
बांध लबालब, सिंचाई और पेयजल के लिए फायदा
बारिश के मौसम से भी ज्यादा बारिश हुई। इससे बांधों में पानी की तेजी से आवक हुई। जोधपुर संभाग के 27 बांध लबालब हो गए हैं। नदियां और कुएं रीचार्ज हो गए। अब मानसून की बारिश से बांधों में अतिरिक्त पानी की आवक होगी। इससे सिंचाई और पेयजल के लिए फायदा पहुंचेगा। मारवाड़ में यह बारिश के एक तरह से वरदान है।
अमरसिंह, मुख्य अभियंता, जल संसाधन विभाग, जोधपुर
खेतों में लहलहाएगी फसलें
जून माह में हुई बारिश से बांधों व नदी-नालों में पानी की आवक हुई है, जिससे कुएं रीचार्ज होंगे। इसका पेयजल के साथ ही किसानों काे फायदा होगा। खेतों में फसलें लहलहाने से भूमि पुत्रों की अार्थिक िस्थति में सुधार हो सकेगा।
- सोहनलाल जाट, किसान, राजकियावास