>>: Digest for August 11, 2021

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Table of Contents

गोविंददेवजी कल से झूलेंगे झूला, धारण करेंगे लहरिया पोशाक
— गोविंददेवजी मंदिर में तीज महोत्सव होगा शुरू
— शहर के अन्य मंदिरों में भी सजेगी झांकी

जयपुर। श्रावण शुक्ल द्वितीया पर मंगलवार को शहर के मंदिरों में सिंजारा महोत्सव मनाया जाएगा। ठाकुरजी को लहरिया पोशाक धारण करवाई जाएगी। मंदिरों में सिंजारा झांकी सजाई जाएगी।

शहर के आराध्य गोविंददेवजी मंदिर (Govinddev Temple Jaipur) में तीन दिवसीय विशेष झूला महोत्सव (Jhula Festival) शुरू होगा। सिंजारे से ही ठाकुरजी को झूला झूलाया जाएगा। ठाकुरजी को लहरिया और जामा पोशाक धारण करवाई जाएगी। मंदिर प्रवक्ता मानस गोस्वामी ने बताया कि सिंजारे पर ठाकुरजी को लाल रंग की लहरिया और जामा पोशाक धारण करवाई जाएगी। ठाकुरजी को झूला झूलाया जाएगा। ठाकुरजी को घेवर का भोग लगाया जाएगा। तीन दिवसीय झूला महोत्सव के तहत बूढ़ी तीज तक ठाकुरजी को झूला झूलाया जाएगा। इसके बाद 18 अगस्त को एकादशी पर फिर से ठाकुरजी को झूला झूलाया जाएगा, जो पूर्णिमा पर रक्षाबंधन तक नियमित ठाकुरजी को झूला झूलाया जाएगा। इस बीच ठाकुरजी को राजभोग झांकी में रोजाना लड्डुओं का भोग लगाया जाएगा।

सुभाष चौक पानों का दरीबा स्थित सरस निकुंज में तीज महोत्सव सिर्फ प्रतीकात्मक रूप से मनाया जाएगा। मंदिर प्रवक्ता प्रवीण बड़े भैया ने बताया कि सिंजारा पूजन से लेकर 22 अगस्त रक्षा बंधन तक प्रतिदिन होने वाले झूला महोत्सव के पदों का गायन स्थगित कर दिया गया है। चांदनी चौक स्थित मंदिरश्री आनंदकृष्ण बिहारीजी में सिंजारा महोत्सव पर ठाकुरजी के विशेष झांकी दर्शन होंगे। मंदिर पुजारी मातृ प्रसाद शर्मा ने बताया कि तीज पर ठाकुरजी को लहरिया जामा पोशाक धारण करवाकर घेवर का भोग लगाया जाएगा।

जयपुर
उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल का 66वां रेल सप्ताह समारोह संपन्न हो गया। इस समारोह की अध्यक्षता मंडल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन ने की। मुख्य अतिथि के रूप में जैन ने मंडल में बेहतरीन कार्य करने वाले 151 रेलकर्मियों को सम्मानित किया। डीआरएम ने इस समारोह में पांच सामूहिक पुरस्कार भी प्रदान किया। इस मौके पर विशिष्ट अतिथि के रूप में मंडल के एडीएआरएम मनोज कुमार गर्ग और आदित्य मंगल सहित अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
मंडल रेल प्रबंधक ने मंडल के कई विभागों की श्रेष्ठ कार्य करने वाली इकाइयों तथा स्टेशनों को भी पुरस्कृत किया गया। इसके साथ ही महाप्रबंधक स्तर पर पुरस्कृत अधिकारियों व कर्मचारियों जिन्हें 6 अगस्त को क्षेत्रीय रेल सप्ताह समारोह में महाप्रबंधक द्वारा पुरस्कृत किया गया था उनका भी सम्मान किया गया।
इस समारोह में रेलकर्मियों को संबोधित करते हुए मंडल रेल प्रबंधक मंजूषा जैन ने जयपुर मंडल की प्रगति के लिए सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को बधाई दी। वरिष्ठ मंडल कार्मिक अधिकारी सुनील चौधरी ने सभी अतिथियों का स्वागत व अभिनंदन किया। समारोह के अंत में जयपुर मंडल के कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम में मनमोहक प्रस्तुतियां दी।

ये हैं जयपुर मंडल को मिली उत्कृष्टता शील्ड
1. सर्वश्रेष्ठ ई -ऑफिस, एच आर एम एस एवम सूचना प्रौद्योगिकी शील्ड
2. वाणिज्य - सम्पूर्ण कार्यकुशलता शील्ड
3. चिकित्सा-सर्वश्रेष्ठ अस्पताल रखरखाव शील्ड (केन्द्रीय चिकित्सालय)
4. परिचालन संपूर्ण कार्यकुशलता शील्ड
5. कार्मिक शील्ड
6. सुरक्षा- सम्पूर्ण कार्यकुशलता शील्ड
7. भण्डार-सम्पूर्ण कार्यकुशलता शील्ड
8. दूरसंचार शील्ड
9. राजभाषा शील्ड
10. सम्पूर्ण दक्षता शील्ड उपविजेता

जयपुर।

सचिन पायलट के भाजपा में शामिल होने के सवाल पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने कहा है कि हमने किसी को पीले चावल नहीं दिए, लेकिन जो भी आएगा उसका स्वागत किया जाएगा। पूनियां ने कहा कि कुट्टी का निजी बयान हो सकता है, लेकिन उका यह बयान पिछले ढाई साल में कांग्रेस जिस प्रकार से अंतर्कलह है, उस परिप्रेक्ष्य में दिया गया है।

उन्होंने कहा कि कांग्रेस कश्मीर से कन्याकुमारी तक सत्ता से बाहर इसलिए हुई क्योंकि उनकी नीयत खराब थी। वो वोटबैंक की राजनीति करते थे, उनका कोई एजेंडा नहीं था। अब उनको निराशा है सत्ता में वापसी का सपना नहीं है। विपक्ष के दर्जे लायक भी नहीं है। कांग्रेस लीडरलेस व एजेंडा लेस पार्टी है।

देश की आजादी में अकेली कांग्रेस का नहीं योगदान

पूनिया ने कांग्रेस पर पलटवार करते हुए कहा कि आजादी की लड़ाई में अकेली कांग्रेस का कोई योगदान नहीं है। कांग्रेस यह भ्रम नहीं पाले। संघ पर आरोप को लेकर पूनिया ने कहा कि संघ ने देश में सामाजिक समरसता को ताकत दी है। देश में विभाजन की राजनीति कांगेस ने की, लोगों को बांटने का काम किया, कांग्रेस ने देश में 50 साल शासन किया। कांग्रेस ने सिर्फ वोट बैंक की राजनीति की और देश के धर्म, मजहब, जाति पंथ में लोगों को बांटा।

राहुल गांधी राजस्थान की माता-बहनों के आंसू पोंछने क्यों नहीं आते

पूनियां ने कहा कि सीएम को अबलाओ की इज्जत बचाने की फिक्र नहीं है। एक के बाद एक बलात्कार की घटनाएं हो रहीं हैं, लेकिन सरकार मूक बनी हुई है। राहुल गांधी राजस्थान की माता बहनों के आंसू पोंछने नहीं आते ?

भाजपा को है आदिवाासी दिवस मनाने का श्रेय

पूनियां ने कहा कि आदिवासी दिवस को मनाने का श्रेय भी भाजपा को ही है। प्रतिवर्ष गोविंद गुरु की धरती पर आदिवासियों का मेला भरता है। भारत की धरती पर पंथ अलग हो सकता है, लेकिन इस देश मे हिन्दू होने में कहीं कोई भेद नहीं है।

जयपुर। विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर हुए सोमवार को हुए राज्य स्तरीय शिलान्यास और लोकार्पण वर्चुअल कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इशारों ही इशारों में आमागढ़ मामले को सियासी और धार्मिक रंग देने वालों पर निशाना साधा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि कुछ लोग धरोहर के बीच में ,जाति, धर्म, संप्रदाय के बीच फूट डालने की कोशिश करते हैं।

आमागढ़ मामले में इसी तरह की कोशिश हुईं लेकिन विधायक रामकेश मीणा ने अच्छे तरीके से उसे सुलझा दिया। उन्होंने कहा कि आदिवासी धरोहरों संबंधित जो भी ज्ञापन भेजे गए हैं उनका परीक्षण करवाएंगे और जल्दी काम पूरे करवाएंगे। बेणेश्वर धाम भी एक बड़ा आदिवासी धरोहर हैं।

बेणेश्वर धाम का विकास बोर्ड बनाया है। सीएम ने कहा कि आदिवासी धरोहरों के काम बेहतर तरीकों से हो, इसका ध्यान रखेंगे। सीएम ने कहा कि आदिवासी क्षेत्रों के लिए योजनाएं बनाने में हमने कोई कमी नहीं रखी है। अब समय आ गया है कि क्वॉलिटी ऑफ लाइफ बढ़े और गरीबी-अमीरी के बीच का अंतर खत्म हो।

सीएम गहलोत ने कहा कि आदिवासी आज भी प्राचीन सभ्यता, संस्कृति और प्रकृति को सुरक्षित रखे हुए हैं। शुरू से ही समाज और सरकार की नजर में इनका मान-सम्मान रहा है, इन्होंने प्राचीन सभ्यता को बचाने के साथ आजादी की जंग में भी हिस्सा लिया। सीएम गहलोत ने कहा कि सरकार आदिवासियों का पूरा ध्यान रख रही है और हम इनके लिए अच्छे फैसले करना चाहते हैं।

गुजरात पैटर्न पर आदिवासियों के लिए अलग बजट की मांग
समारोह में उद्योग मंत्री परसादी लाल मीणा ने मांग उठाई कि गुजरात पैटर्न पर आदिवासियों के बजट आवंटन होना चाहिए। उन्होंने टीएसपी एरिया में सभी नौकरियां टीएसपी क्षेत्र के लोगों को ही देने और कृषि बजट की तरह ट्राइबल एरिया के लिए भी अलग बजट के प्रावधान की भी मांग उठाई। वहीं जनजाति विकास मंत्री अर्जुन बामणिया ने कहा कि मुख्यमंत्री आदिवासी क्षेत्रों के विकास और आदिवासी बच्चों की शिक्षा के को लेकर संजीदा हैं।

256 करोड़ की लागत के कार्यों का लोकार्पण-शिलान्यास

विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आदिवासी समुदाय को कई महत्वपूर्ण सौगातें दीं। सीएम ने 256 करोड़ के कार्यों का शिलान्यास और लोकार्पण किया। उन्होंने करीब 89 करोड़ रुपए की लागत के 185 कार्यों का शिलान्यास किया, जबकि करीब 167 करोड़ लागत के 43 कार्यों का लोकार्पण किया।

जिन 43 कार्यों का लोकार्पण किया गया है उनमें से 19 कार्य जनजाति विकास विभाग और शेष कार्य दूसरे विभागों की ओर से करवाए गए हैं। समारोह में मुख्यमंत्री ने जनजाति भागीदारी योजना और सामुदायिक वनाधिकार विकास योजना शुरू की।

वहीं, उदयपुर में हॉकी एकेडमी भी शुरू की गई। जनजाति छात्र-छात्राओं के लिए नई मूल्यांकन व्यवस्था की शुरुआत की गई। समारोह में उत्कृष्ट कार्यों के लिए शैक्षणिक संस्थाओं, मां-बाड़ी केन्द्रों, प्रगतिशील वन धन विकास केन्द्रों और राजकीय कार्मिकों को प्रशस्ति पत्र दिए गए।

जयपुर।

विधानसभा चुनाव 2023 की तैयारियां भाजपा ने शुरू कर दी है। इसके लिए अभी विभिन्न समाजों को साधने का काम शुरू हो गया है। इसी कड़ी में सोमवार को भाजपा मुख्यालय पर भगवान मीनेश की महाआरती का आयोजन कर भाजपा ने मीणा समाज को साधने की कोशिश की है।

बीजेपी एसटी मोर्चा की और से आयोजित कार्यक्रम में भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां और संगठन महमांत्री चंद्रशेखर ने एसटी मोर्चा के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। पूनियां ने कहा कि कांग्रेस धर्म और जातियों में देश को बांटने में लगी हुई है। सत्ता से बाहर रहने की हताशा में कांग्रेस वोट बैंक का उल्लू सीधा करने के लिए इस प्रकार के मसले लेकर आती है।

वहीं बीजेपी एसटी मोर्चा के प्रदेशाध्यक्ष जितेंद्र मीणा ने कहा कि मीणा समाज भगवान विष्णु भगवान के पहले अवतार मत्सय भगवान के वंशज है। लेकिन कुछ बेईमान नेता राजनीतिक स्वार्थ के लिए मीणा समाज को हिंदू धर्म से अलग बताते है। लेकिन उनकी यह कोशिश कामयाब नहीं होने देंगे। बीजेपी एसटी मोर्चा आगामी दिनों में देव दर्शन यात्रा भी निकालेगा। इससे पहले भाजपा मुख्यालय लोकरंगों से सरोबार नजर आया। एसटी मोर्चा की ओर ये यहां आदिवासी गीतों के साथ नृत्य व मीनेश भगवान की सामूहिक आरती का आयोजन किया गया। पूरा कार्यालय परिस मीणावटी गीतों से गूंजता नजर आया।

जयपुर. झोटवाड़ा एलिवेटेड रोड की निर्माण में आ रही दुकानों की अब 13 अगस्त को लॉटरी निकाली जाएगी। अब तक जेडीए ने इस लॉटरी की तिथि 10 अगस्त निर्धारित कर रखी थी, लेकिन रेरा पंजीयन की प्रक्रिया पूरी न होने की वजह से लॉटरी को आगे बढ़ाया गया है।
जोन—06 के उपायुक्त अशोक योगी ने बताया कि रेरा पंजीकरण का अनिवार्य प्रावधान होने के कारण अभी योजना को लॉन्च नही किया जा सकता। इस वजह से लॉटरी की तारीख को आगे बढ़ाया है। रेरा पंजीयन के बाद ही लॉटरी निकाली जाएगी।

गौरतलब है कि इस परियोजना को पूरा करने के लिए जेडीए 166.73 करोड़ रुपए खर्च कर रहा है। साथ ही इसकी परियोजना की लम्बाई 2450 मीटर की है।

604 दुकानों को मिलनी है जगह
—इस एलिवेटेड रोड से 604 दुकानदार प्रभावित हुए हैं। इन सभी को जेडीए ने निवारू रोड पर जगह चिन्हित की है।
—आरओबी से झोटवाड़ा की ओर से प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए जेडीए को 18600 वर्ग मीटर की जगह चाहिए। बिना दुकानों की जमीन लिए यह संभव नहीं था।
—पहले इस प्रोजेक्ट को दिसम्बर, 2020 में पूरा करना था, लेकिन अब जेडीए दिसम्बर, 2022 का लक्ष्य लेकर चल रहा है।

जयपुर
उत्तर पश्चिम रेलवे मावली जंक्शन स्टेशन पर मावली-बड़ी सादडी आमान परिवर्तित लाइन कार्य के कारण नॉन इण्टरलॉकिंग ब्लॉक लिया जा रहा है। मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लेफ्टिनेंट शशि किरण ने बताया कि इसके कारण कई ट्रेनों की सेवाएं प्रभावित रहेंगी।
गाड़ी संख्या 05835, मंदसौर-उदयपुर सिटी स्पेशल रेलसेवा और गाड़ी संख्या 05836, उदयपुर सिटी-मंदसौर स्पेशल 12 से 14 अगस्त तक रदद रहेगी। गाड़ी संख्या 09330 उदयपुर सिटी-इंदौर स्पेशल रेलसेवा 18 अगस्त को उदयपुर सिटी से अपने नियत प्रस्थान समय के स्थान पर 01 घंटे 10 मिनट देरी से प्रस्थान करेगी।
इसके अलावा गाड़ी संख्या 09618 उदयपुर सिटी-मदार स्पेशल रेलसेवा 12,13 और 14 अगस्त को उदयपुर सिटी से प्रस्थान करेगी और वह रेलसेवा भीमल स्टेशन पर 35 मिनट रेगुलेट रहेगी। वहीं गाड़ी संख्या 02292 जयपुर-उदयपुर सिटी स्पेशल रेलसेवा 18 अगस्त को जयपुर से प्रस्थान करेगी वह रेलसेवा फतेहनगर स्टेशन पर 01 घंटे 34 मिनट रेगुलेट रहेगी। ट्रेनों की समय सारिणी में बदलाव के कारण सफर पर निकले लोगों को परेशानी का सामना नहीं करना पडे। ऐसे उत्तर पश्चिम रेलवे ने इसकी जानकारी पहले ही जारी कर दी है।

जयपुर। हरमाड़ा थाना इलाके में बकरिया चराने वाले चरवाहे की अज्ञात बदमाशों ने चाकू से हत्या कर दी। हमले के बदमाशों ने मृतक के कानों की मूर्कियां तोड़ ली और फरार हो गए। सूचना पर पुलिस उपायुक्त (पश्चिम) प्रदीप मोहन, एसीपी चौंमू राजेन्द्र निर्वाण, थानाप्रभारी चैनाराम मौके पर पहुंचे। पुलिस ने एफएसएल और डॉग स्कवायड की मदद से साक्ष्य जुटाए। आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर मृतक के परिजन और ग्रामीण देर रात मृतक मालीराम के शव को लेकर हरमाड़ा थाने के बाहर पहुंचे और शव रखकर धरना प्रदर्शन किया।

पुलिस के मुताबिक मृतक मालीराम गुर्जर (55) जयरामपुरा का रहने वाला था। सोमवार दोपहर मालीराम बकरियों को चराने के लिए दादर धाम के जंगलों में गया था। जहां अज्ञात बदमाशों ने लूट के इरादे से मालीराम को अकेला पाकर चाकू से हमला कर दिया। उसके गर्दन पर गहरे जख्म आ गए। इसके बाद बदमाशों ने मालीराम की कानों की मुर्कियां तोड़कर निकाल ली। फिर फरार हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक वारदात के बाद भी घायल मालीराम ने हिम्मत नहीं हारी। वह किसी तरह गिरते पड़ते लहूलुहान हालत में सड़क तक पहुंच गया। वहां अचेत होकर गिर पड़ा। तब राहगीरों ने उसे घायल देखकर पुलिस को बताया। पुलिस ने शव को मोर्चरी में रखवाया है। इस वारदात में आसपास के किसी व्यक्ति का हाथ होने का अंदेशा है। वारदात का पता चलने पर आसपास रहने वाले सैंकड़ों लोग घटनास्थल पर इकट्‌ठा हो गए।

पुलिस आस-पास लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगाल रही हैं। पुलिस ने स्पेशल टीम गटित कर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। सूत्रों के अनुसार पुलिस ने इस मामले में दो तीन लोगों को राउंउ अप कर लिया। हत्या के लिए काम में लिया चाकू बरामद कर लिया। पुलिस का दावा है कि आरोपी के महत्वपूर्ण सुराग मिले है।

धरने पर बैठे परिजन और ग्रामीण
आरोपियों को गिरफ्तार करने को लेकर मृतक के परिजन और ग्रामीण देर रात मृतक मालीराम के शव को लेकर हरमाड़ा थाने के बाहर पहुंचे और शव रखकर धरना प्रदर्शन किया। मौके पर पहुंचे पुलिस के अधिकारियों ने लोगों को समझाइश की लेकिन ग्रामीण व परिजनों ने अधिकारियों की एक नहीं सुनी इस बीच पुलिस को भारी जाब्ता मौके पर बुलाना पड़ा। धरना दे रहे लोग कहने लगे जब तक आरोपियों को पुलिस पकड़ नहीं लेती तब तक थाने के बाहर धरने पर बैठे रहेंगे।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सोमवार को निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी की ओर से स्वाधीनता संग्राम के पुरोधाओं के मोनोग्राफ के डिजिटल संस्करण का लोकार्पण और ई-लाइब्रेरी वेब एप्लीकेशन का शुभारंभ किया।

समारोह में उच्च शिक्षा मंत्री भंवर सिंह भाटी भी मौजूद रहे। इस मौके पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि अगस्त क्रांति दिवस के मुबारक मौके पर स्वतंत्रता सैनानियों के मोनोग्राफ का डिजिटल स्वरूप का लोकार्पण एक क्रांतिकारी कदम है। आज के ही दिन महात्मा गांधी की रहनुमाई में भारत छोड़ो का नारा देते हुए सभी धर्म, संप्रदाय एवं जातियों के लोग स्वाधीनता संग्राम में कूद पड़े थे।

राजस्थान के सभी जिलों से स्वतंत्रता सैनानियों ने इस आंदोलन में भूमिका निभाने में कोई कमी नहीं रखी थी। सीएम ने कहा कि इन मोनोग्राफ के डिजिटलाइजेशन के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि छात्रों खासकर शोधार्थियों को हमारे स्वाधीनता सैनानियों के बारे में जानने में आसानी हो। उन्होंने कहा कि जिन स्वाधीनता सैनानियों के मोनोग्राफ नहीं बने हैं, उनके मोनोग्राफ भी प्रकाशित हों। जो स्वतत्रंता सैनानी अभी जीवित हैं, उनके अनुभवों का वीडियो बनाकर स्वाधीनता संग्राम की उनकी यादों को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बनाने का प्रयास किया जाए।

उन्होंने राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी के माध्यम से अधिक से अधिक स्वतंत्रता सैनानियों के बारे में पुस्तकें छपवाकर उनके त्याग एवं बलिदान के बारे में जानकारी युवा पीढ़ी तक पहुंचाने का सुझाव दिया। उन्होंने कहा कि इतिहास की जानकारी नहीं रखने वाले खुद इतिहास नहीं बना पाते। इतिहास वही बना पाते हैं, जो देश के इतिहास से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ते हैं।

राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी के अध्यक्ष और उच्च शिक्षा मंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि 15 वर्ष पहले प्रकाशित 61 मोनोग्राफ के डिजिटल स्वरूप में आने से छात्र सरल व सुगम तरीके से मोबाइल पर डाउनलोड कर हमारे स्वतंत्रता सैनानियों की जीवनी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि 2001 से अब तक दिवंगत हुए लगभग 150 स्वतत्रंता सैनानियों के मोनोग्राफ प्रकाशन की तैयारी की जा रही है।

 

वैश्विक अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा समुद्र : मोदी
समुद्री सुरक्षा के लिए मोदी ने दुनिया को बताए पांच उपाय
भारत की अध्यक्षता में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक

जयपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समुद्र को अंतरराष्ट्रीय व्यापार एवं वैश्विक अर्थव्यवस्था की जीवनरेखा बताते हुए सोमवार को कहा कि हमारी इस साझी धरोहर के वातावरण एवं संसाधनों की रक्षा करना हम सबके भविष्य के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
मोदी ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में समुद्री सुरक्षा पर एक उच्च स्तरीय खुली बहस की अध्यक्षता करते हुए यह बात कही। वर्चुअल प्लेटफॉर्म पर मोदी ने कहा- 'समंदर हमारी साझा धरोहर है। हमारे समुद्री रास्ते इंटरनेशनल ट्रेड की लाइफलाइन है।' प्रधानमंत्री ने सिंधुघाटी सभ्यता में लोथल बंदरगाह से होने वाले अंतरराष्ट्रीय कारोबार और मानवता के विकास के उदारण रखते हुए विश्व समुदाय के समक्ष समुद्री सुरक्षा के पांच मूल सिद्धांत साझा किए।
समुद्री सुरक्षा के उपाय
- समुद्री रास्ते इंटरनेशनल ट्रेड की लाइफलाइन है। समंदर हमारे ग्रह के भविष्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है।
-अंतरराष्ट्रीय समुदाय को वैधानिक समुद्री कारोबार से सभी प्रकार की बाधाओं को हटाना चाहिए, क्योंकि हम सभी की समृद्धि समुद्री व्यापार की सक्रिय गति पर निर्भर है।
- समुद्री विवादों का समाधान शांतिपूर्ण और अंतरराष्ट्रीय कानून के आधार पर ही होना चाहिए। आपसी भरोसे और विश्वास के लिए यह अति आवश्यक है।
- हमें प्राकृतिक आपदाओं और शासनेत्तर ताकतों की ओर से पैदा किए गए समुद्री खतरों का मिल कर सामना करना चाहिए।
- हमें समुद्री वातावरण और समुद्री संसाधनों को संजो कर रखना होगा। महासागरों का जलवायु पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
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भारत के हाथ कमान
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में वर्ष 2021-22 के लिए भारत को अस्थायी सदस्य चुना गया है। सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता हर माह बदलती है। इस बार अगस्त माह में भारत को अध्यक्षता मिली है।
मोदी पहले भारतीय पीएम
ऐसा पहली बार हुआ है, जब किसी भारतीय प्रधानमंत्री ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की किसी बैठक की अध्यक्षता की है।

जयपुर। राष्ट्रीय हरित न्यायाधिकरण एनजीटी) ने नदियों के किनारे के खेतों से बजरी खनन की लीज की आड़ में अवैध खनन की शिकायत को गंभीरता से लिया है। इस मामले में नोटिस जारी कर राज्य सरकार से चार सप्ताह में जवाब मांगा है, वहीं जांच के लिए खान निदेशक के नेतृत्व में तीन सदस्यीय कमेटी बनाकर 6 सप्ताह में तथ्यात्मक रिपोर्ट मांगी है। अगली सुनवाई 28 सितंबर को होगी।
एनजीटी की भोपाल बेंच ने नेचर क्लब आॅफ राजस्थान की याचिका पर यह आदेश दिया। क्लब की ओर से अधिवक्ता संदीप सिंह शेखावत ने एनजीटी को बताया कि खातेदारी जमीन में बजरी खनन लीज के नाम पर अवैध खनन किया जा रहा है। नदियों के किनारे और उनके प्रवाह क्षेत्र में गड्‌ढे खोदकर पानी का बहाव रोका जा रहा है। निजी खातेदारी की जमीन से बजरी निकालने के रवन्ना में भी भारी गड़बड़ी है। एक ही जिले में बजरी परिवहन के लिए 600 से 700 किलोमीटर दूरी के लिए रवन्ना जारी किया जाता है और एक रवन्ना से चार से पांच चक्कर तक लगाए जाते हैं। बजरी के खनन में राज्य सरकार की 2020 की सेंड माइनिंग गाइडलाइंस का भी उल्लंघन किया जा रहा है।
कमेटी में ये शामिल
एनजीटी ने जांच व कार्रवाई के लिए खान विभाग के निदेशक, राज्य स्तर पर पर्यावरणीय प्रभाव का अध्ययन के लिए गठित प्राधिकरण का प्रतिनिधि व राजस्थान प्रदूषण नियंत्रण मंडल प्रतिनिधि की संयुक्त कमेटी बनाने का आदेश दिया है। यह भी कहा कि कमेटी कार्रवाई की रिपोर्ट 6 सप्ताह के भीतर न्यायाधिकरण को पेश करे।
राजस्थान पत्रिका ने उठाया मुद्दा
बजरी के अवैध खनन और उसके कारण नदियों को हुए नुकसान को लेकर राजस्थान पत्रिका ने मुद्दा उठाया। इस मामले को लेकर प्रकाशित समाचारों में कहा गया कि अधिकारी इस मामले में मौन हैं, जिससे अवैध खनन रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है।

जयपुर। भरतपुर के जिला आरबीएम अस्पताल में रिश्वत लेते पकड़े गए चिकित्सक डॉ. अनिल गुप्ता को बिना गिरफ्तारी के एसीबी के छोडऩे पर विवाद बढ़ता जा रहा है।अब क्षेत्रीय सांसद रंजीता कोली ने राज्य सरकार और चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ. सुभाष गर्ग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कोली ने कहा कि आरोपी चिकित्सक को राज्यमंत्री डॉ. गर्ग के कहने पर छोड़ा गया है। कहा कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो प्रदेश में दबाव में काम कर रहा है। इसके चलते उसे भ्रष्टचारियों को छोडऩा पड़ रहा है। एसीबी की कार्रवाई में इस तरह की दखलअंदाजी रही तो यह संस्था कमजोर पड़ जाएगी और लोग भ्रष्ट कार्मिकों के खिलाफ शिकायत करने से बचेंगे। सांसद ने कहा कि एसीबी को इस तरह के मामले में निष्पक्ष होते हुए कार्रवाई करनी चाहिए, जिससे आरोपी को सजा मिल सके। कोली ने कहा कि आरोपी के रंगे हाथ पकड़े जाने के बाद भी उसे आसानी से छोडऩा कहीं न कहीं एसीबी पर दबाव होना माना जा रहा है।

कटारिया ने एसीबी की कार्यप्रणाली पर उठाए सवाल
जयपुर। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने एसीबी की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए हैं। आरबीएम अस्पताल में डॉ. अनिल गुप्ता को पहले रंगे हाथों पकडऩा और 12 घंटे बाद जमानत देने पर कटारिया ने एसीबी को कटघरे में खड़ा किया। कटारिया ने कहा कि आखिर किसके कहने से अचानक अनिल गुप्ता की जमानत हो गई। मेरी एसीबी के डीजी से भी बात हुई थी। उन्होंने कोरोना काल में डॉक्टरों की आवश्यकता का हवाला दिया। ऐसे में सवाल किया कि फिर तो 2—3 घंटे में छोड़ देते। 12 घंटे भी जमानत में क्यों लगाए गए? कटारिया ने कहा कि मेरे जीवन में ऐसा उदाहरण पहली बार सामने आया है।

जयपुर। राजस्थान राज्य हैंडबॉल संघ के सोमवार को जयपुर में राजस्थान खेल अधिनियम-2005 के तहत संपन्न चुनावों में जैसलमेर के हरीश धनदेव अध्यक्ष, जयपुर के यश प्रताप सिंह मानद सचिव तथा टोंक के आरिफ हसन नकवी कोषाध्यक्ष चुने गए। राजस्थान राज्य क्रीड़ा परिषद् की ओर से खेल अधिकारी श्यामवीर सिंह नाथावत, राजस्थान राज्य ओलम्पिक संघ की ओर से महासचिव अरुण कुमार सारस्वत तथा भारतीय हैंडबॉल महासंघ की ओर से संयुक्त सचिव रणधीर सिंह पर्यवेक्षक थे। जबकि चुनाव अधिकारी महेश चंद सैनी थे। इस अवसर पर विधायक जैसलमेर व निवर्तमान अध्यक्ष, राज्य हैंडबॉल संघ रूपाराम धनदे, भारतीय हैंडबॉल महासंघ के महासचिव प्रीतपाल सिंह सलूजा व राष्ट्रीय कोच शिवाजी सिंधु भी उपस्थित थे।
नवनिर्वाचित 21 सदस्यीय कार्यकारिणी इस प्रकार है: अध्यक्ष : हरीश धनदेव (जैसलमेर), वरिष्ठ उपाध्यक्ष: डा. सर्वेश शरण जोशी (जयपुर), उपाध्यक्ष (छह पद) : मयंक भाटिया (जैसलमेर), श्याम जी पांडे (हनुमानगढ़), विश्वजीत सिंह (भीलवाड़ा), शशि कुमार गौड़ (चुरू), ललित कलाल (बांसवाड़ा), चंद्रभान सिंह सोलंकी (राजसमंद), मानद सचिव: यश प्रताप सिंह (जयपुर), कोषाध्यक्ष: आरिफ हसन नकवी (टोंक), संयुक्त सचिव (छह पद): चंद्रवीर सिंह राजावत (सवाई माधोपुर), देवेंद्र बीठू (बीकानेर), दक्षराज सिंह हाड़ा (बारां), डा. हसबंस लाल गोदारा (श्रीगंगानगर), परमवीर सिंह देवड़ा (सिरोही), लोकेश शर्मा (जयपुर), कार्यकारिणी सदस्य (पांच पद): लाल सिंह राठौड़ (बाड़मेर), निर्बत सिंह राठौड़ (बांसवाड़ा), राकेश राणा (धौलपुर), मानवेंद्र सिंह राघव (अलवर), दिलीप कुमार (भरतपुर)।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतकर सभी देशवासियों को गर्व कराने वाले एथलीटों का सोमवार को यहां इंदिरा गांधी हवाई अड्डे पर भव्य स्वागत किया गया। भारतीय ओलंपिक दल और सहायक स्टाफ देर शाम एयरपोर्ट पर उतरे और उसके बाद हवाई अड्डे से इन सभी लोगों को वोल्वो बस से अशोका होटल ले जाया गया। जहां भारतीय पदक विजेताओं का खेल मंत्रालय की ओर से सम्मान किया गया। एयरपोर्ट पर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए जिसमें इंडो-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवान तैनात रहे।
एयरपोर्ट के जिस क्षेत्र से एथलीट आए वहां नाकाबंदी की गई और आम जनता को वहां जाने नहीं दिया गया। एयरपोर्ट के अंदर और बाहर आम आदमी का प्रवेश निषेध रहा। फ्लाइट के लैंड करने का समय नजदीक आने के साथ ही एयरपोर्ट पर लोगों का हुजूम इक_ा होना शुरू हो गया। हवाई अड्डे पर एकत्र हुए लोग राष्ट्रीय ध्वज हाथों में लेकर भारत माता की जय के नारे लगा रहे थे। उल्लखनीय है कि टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा ने भाला फेंक इवेंट में स्वर्ण, रवि दहिया ने कुश्ती में रजत, मीराबाई चानू ने भारोत्तोलन में रजत, पीवी सिंधु ने बैडमिंटन में कांस्य, लवलीना बोरगोहेन ने मुक्केबाजी में कांस्य, बजरंग पुनिया ने कुश्ती में कांस्य और पुरुष हॉकी टीम ने कांस्य पदक जीता।
रवि के गांव नाहिरी से भी आए प्रशंसक
प्रशंसकों में भारी मात्रा में रवि के गांव हरियाणा के सोनीपत जिले के नाहिरी गांव से आए थे और ये सभी पहलवान की एक झलक पाने के लिए बेकरार दिखे। रवि के एयरपोर्ट पर पहुंचते ही लोगों ने हमें आप पर गर्व है और भारत माता की जय के नारे लगाए। उन्हें लोगों ने गुलदस्ते दिए।
सैकड़ों प्रशंसकों ने नीरज चोपड़ा को घेरा
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने वाले भाला फेंक एथलीट नीरज चोपड़ा को प्रशंसकों ने घेर लिया और सुरक्षा कर्मी कड़े इंतजामों के बावजूद स्थिति को नहीं संभाल सके। प्रशंसकों के अलावा इलेक्ट्रोनिक मीडिया ने माइक लिए उन्हें घेरा और नीरज की बाइट लेने की कोशिश की। इसके बाद किसी तरह नीरज को निकालकर होटल भेजा गया।
मैंने वादा किया था खाली हाथ नहीं आउंगा : बजरंग
भारत में लैंड करने के बाद पहलवान बजरंग पुनिया ने घुटनों के बल झुककर ग्राउंड को चूमते हुए कहा कि, मैंने आपसे वादा किया था कि खाली हाथ नहीं आऊंगा। बजरंग ने यहां पहुंचने पर कहा, मुझे नहीं पता क्या कहूं, जो प्यार लोग हमें दे रहे हैं वो उम्मीद से परे है। मैं सभी लोगों को धन्यवाद देता हूं और चूंकि कोरोना अभी गया नहीं है इसलिए इन सभी लोगों से ख्याल रखने का आग्रह करता हूं। लोग सरकार के दिशा निर्देश का पालन करें और मास्क पहनें।
भारत के दिल को भी जीता : ठाकुर
खेल मंत्री अनुराग ने सम्मान समारोह में कहा, पदक ही नहीं, बल्कि आप सभी ने भारतीयों के दिल को भी जीता है। आप सभी नए भारत के नए हीरो हैं। आप युवाओं के रियल प्रेरणास्रोत्र हैं जो अब पदक जीतने की चाहत रखते हैं। भारतीय युवा नए सपने और आकांक्षाओं के साथ खेल की ओर रूख कर रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ओलंपियंस की ऊर्जा को हमेशा ऊंचा रखा। उन्होंने टोक्यो रवाना होने से पहले इन लोगों से बात की और ओलंपिक के दौरान भी बात की।
जिस दिन से मेडल आया है ना खा पाया हूं ना सो पाया हूं : नीरज
गोल्डन बॉय नीरज चोपड़ा ने समारोह में पहले अपना मेडल दिखाया और कहा कि उस दिन से मैं अपना मेडल जेब में रखकर घूम रहा हूं। जिस दिन से मेडल आया है ना खा पाया हूं, ना सो पाया हूं। समर्थन के लिए सभी को बहुत बहुत धन्यवाद। थ्रो पर नीरज ने कहा कि मुझे लगा कि ये मेरा पर्सनल बेस्ट थ्रो था, इसलिए ऐसा अहसास हुआ कि बेहतर किया हूं। बालों के सवाल पर नीरज ने कहा कि 10 साल की उम्र से बड़े बाल रख रहा हूं, लेकिन दो-तीन टूर्नामेंट में ये परेशान करने लगे, जिसके बाद बाल छोटे करा लिए।

बार्सिलोना। स्टार खिलाड़ी लियोनल मैसी के बिना खेले गए अपने पहले मुकाबले में एफसी बार्सिलोना ने जुवेंतस को जोआन गाम्पेर ट्रॉफी के वार्षिक दोस्ताना मैच में रविवार को 3-0 से हराया। जोहान क्रूफ स्टेडियम में खेले गए मैच में बार्सिलोना की ओर से मेमफिस डीपे ने तीसरे मिनट में पहला गोल किया। इसके बाद मार्टिन ब्रैथवेट ने 57वें मिनट में दूसरा गोल कर बढ़त हासिल की। अंत में रिकी पुइग ने 92वें मिनट में गोल कर टीम को एकतरफा जीत दिलाई।
पूरे मैच के दौरान मेजबान ने आक्रामक रूख अपनाया और प्लेंटी ऑफ मूवमेंट तथा स्मार्ट पास के जरिए मैच पर पकड़ बनाए रखी। इस जीत के साथ ही बार्सिलोना ने 44वीं बार तथा लगातार नौंवें साल जोआन गाम्पेर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया। मैच शुरू होने से कुछ घंटे पर प्रेस कांफ्रेंस में मैसी को विदाई दी गई। बार्सिलोना के साथ नए करार पर सहमति नहीं बनने के कारण मैसी ने 21 साल इस क्लब के साथ अपनी राहें जुदा कर ली हैं। मैसी के जाने का मतलब है कि उनके और क्रिस्टिनो रोनाल्डो के बीच मुकाबला देखने को नहीं मिलेगा। मैसी के बाद का जीवन बार्सिलोना के लिए आसान नहीं होगा क्योंकि वह 15 अगस्त को अपने पहले ला लीगा मैच में रियल सोसिएदाद की मेजबानी करेंगे।

नई दिल्ली। टोक्यो ओलंपिक की रजत पदक विजेता मीराबाई चानू का पेरिस ओलंपिक में अपने पदक का रंग बदलने का सपना अधूरा रह सकता है। क्योंकि भारोत्तोलन और मुक्केबाजी की संचालन व्यवस्था लंबे समय से विवादों से घिरी रही है। भारोत्तोलन के साथ डोपिंग की समस्या भी जुड़ी हुई है और ऐसे में इस खेल पर पेरिस में 2024 खेलों से बाहर किए जाने का खतरा मंडरा रहा है, जिससे कारण टोक्यों ओलंपिक 2020 में में रजत पदक जीतने वाली मीराबाई चानू इस खेल में हिस्सा नहीं ले पाएंगी। इन दोनों खेलों से जुड़े मुद्दों को देखते हुए ही अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (आईओसी) के सदस्यों ने मतदान करके खेलों की सर्वोच्च संस्था को किसी खेल को ओलंपिक कार्यक्रम से बाहर करने के अधिक अधिकार दिये।
आईओसी के अनुसार अब यदि कोई खेल आईओसी के कार्यकारी बोर्ड के फैसलों का पालन नहीं करता है या ऐसे काम करता है जिससे ओलंपिक आंदोलन की छवि धूमिल होती हो तो आईओसी उसे ओलंपिक कार्यक्रम से हटा सकती है।
आईओसी प्रमुख थामस बाक की अध्यक्षता वाले कार्यकारी बोर्ड को किसी खेल की संचालन संस्था के किसी निर्णय का पालन नहीं करने या उसे मानने से इनकार करने पर किसी खेल या स्पर्धा को ओलंपिक से निलंबित करने का नया अधिकार भी मिल गया है। इसका सबसे अधिक प्रभाव मुक्केबाजी और भारोत्तोलन पर पड़ सकता है। मुक्केबाजी में पेरिस ओलंपिक के लिये खिलाडिय़ों का कोटा पहले ही कम कर दिया गया है लेकिन भारोत्तोलन को इन खेलों से पूरी तरह से ही हटाया जा सकता है।
आईओसी के उपाध्यक्ष जॉन कोट्स ने कहा, हाल में आईओसी को कुछ अंतरराष्ट्रीय महासंघों के संचालन से जुड़ी चिंताओं का सामना करना पड़ा। भारोत्तोलन से लंबे समय से डोपिंग ओर संचालन संबंधी मुद्दे जुड़े हुए हैं। इनमें वित्तीय भ्रष्टाचार भी शामिल है। अंतरराष्ट्रीय भारोत्तोलन महासंघ की अगुवाई दो दशक तक टामस अजान ने की। उन्हें पिछले साल अपना पद छोडऩा पड़ा था। रियो ओलंपिक 2016 में मुकाबलों पर उठाए गए सवालों और अध्यक्ष के चुनाव से जुड़ी चिंताओं के कारण टोक्यो खेलों की मुक्केबाजी को 2019 में ही अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी संघ के नियंत्रण से हटा दिया गया था।
चानू ने टोक्यो ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा के पहले दिन ही भारोत्तोलन के 49 किग्रा में रजत पदक जीतकर भारत का खाता खोला था। उन्होंने पेरिस ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने को अपना लक्ष्य बनाया है।

विकास जैन


जयपुर. देश की तीसरी लहर की आशंका के बीच राजस्थान में पंचायत चुनावों की जल्दबाजी यहां कोविड नियंत्रण के लिए किए गए कार्यों को फिर से मुश्किल में डाल सकती है। दरअसल, अभी तक प्रदेश मृत्यु दर और रिकवरी दर के लिहाज से देश के सर्वश्रेष्ठ राज्यों में हैं, यानि यहां नियंत्रण अच्छा है। लेकिन तीसरी लहर आने और चुनावों जैसी गतिविधियां होने पर यहां के लोगों के लिए फिर से मुश्किलें खड़ी हो सकती है।

देश के सभी राज्यो और केन्द्र शासित प्रदेशों में दादरा एवं नागरा हवेली को छोड़कर राजस्थान की रिकवरी दर सबसे बेहतर है। यहां रिकवरी दर 99.04 और दादरा में 99.89 प्रतिशत है। वहीं, रिकवरी दर में भी प्रदेश एक प्रतिशत से कम वाले 11 राज्यों में शामिल है। प्रदेश की यह दर 0.94 है, जबकि सबसे कम 0.04 दादरा की है। सर्वाधिक 2.11 प्रतिशत मृत्यु दर महाराष्ट्र की है।

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महाराष्ट्र
कुल संक्रमित 6353328
एक्टिव केस 74,944
रिकवर एवं डिस्चार्ज 6144388
मौत 1,33,996
एक्टिव प्रतिशत 1.18
रिकवरी एवं डिस्चार्ज प्रतिशत 96.71 प्रतिशत
मृत्यु दर 2.11 प्रतिशत

केरल

3552525
177091
3357687
17747
4.98
94.52
0.50

कर्नाटक
2918525
23956
285776
36793
0.82
97.92
1.26

तमिलनाडू
2575308
20407
2520584
34317
0.79
97.88
1.33

आंध्रप्रदेश
1982308
19949
1948928
13531
1.01
98.31
0.68

उत्तरप्रदेश
17,08,772
593
1685406
22773
0.03
98.63
1.33

पश्चिमी बंगाल
15,33,803
10485
1505089
18,229
0.68
98.13
1.19

दिल्ली
14,36,761
536
1411159
25,066
0.04
98.22
1.74

छत्तीसगढ़
10,03,154
1,721
9,87,893
13,540
0.17
98.48
1.35

उड़ीसा
9,87070
10719
969916
6435
1.09
98.26
0.65

राजस्थान
9,53,827
237
9,44,636
8,954
0.02
99.04
0.94

गुजरात
8,25,045
207
8,14,761
10,077
0.03
98.75
1.22

मध्यप्रदेश
7,91,960
148
7,81,298
10,514
0.02
98.65
1.33

जयपुर. प्रदेश में दुर्लभ बीमारियों से पीड़ित बच्चे अब तक भी राज्य सरकार से उपचार की मदद का इंतजार कर रहे हैं। दुर्लभ किस्म की बीमारियों के कारण इन बच्चों के उपचार में काम आने वाली दवा का खर्च करोड़ों रूपए में है, जिन्हें वहन कर पाना ऐसे बच्चों के परिवारजनों के लिए संभव नहीं हो पा रहा है। गत माह इन बच्चों ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र लिखकर उपचार में मदद की मार्मिक गुहार की थी। सहायता मिलने का इंतजार करते करते ही इन बच्चों में से दो का तो गत वर्ष निधन भी हो चुका है। वहीं अब अन्य कुछ बच्चों की स्थिति भी गंभीर है।

जिन बच्चों की मौत हुई, उनके इलाज के लिए उनके परिवारजनों ने पूरी कोशिश की, लेकिन करोड़ों रूपए का इंतजाम नहीं होने के कारण वे पूरा इलाज नहीं करवा पाए। दरअसल, ये बच्चे दुर्लभ बीमारी गोचर से पीड़ित हैं। जिनकी उम्र डेढ़ से दो वर्ष के बीच है। ऐसे बच्चों की सूची भी राज्य सरकार को उपलब्ध करवाई जा चुकी है। लाइसोसोमल स्टोरेज डिसआर्डर सोसायटी भी इन बच्चों के उपचार के लिए सरकार से मदद की मांग करते हुए सरकार को सूची दे चुकी है। इन बच्चों के उपचार के लिए सरकार से विशेष बजट की उम्मीद इनके परिवारजनों को है।

जेकेलोन है दुर्लभ बीमारी उपचार केन्द्र

खिलोनों से खेलने की मासूम उम्र में गंभीर दुर्लभ बीमारी से पीड़ित इन बच्चों के उपचार की सुविधा राजधानी जयपुर के जेकेलोन अस्पताल में भी उपलब्ध है। यहां ऐसे कुछ बच्चों का अलग अलग सहायता के जरिये उपचार भी चल रहा है। इन बच्चों के उपचार के लिए राष्ट्रीय स्तर पर भी चिंता जताई जा चुकी है। जिसमें यह कहा गया है कि ऐसी बीमारियों से पीड़ित बच्चों के लिए फंडिंग नहीं किए जाने से इनकी जान पर संकट रहता है।

विकास जैन

जयपुर. राजस्थान सरकार ने अगस्त माह के लिए केन्द्र से 2 करोड़ वैक्सीन डोज की मांग की है। हालांकि मांग के अनुरूप पूरी वैक्सीन मिलने की संभावना इस माह भी कम ही बताई जा रही है। लेकिन राज्य की बार बार मांग के बाद जुलाई माह में आवंटन से 29 लाख अधिक डोज की आपूर्ति को देखते हुए सरकार को उम्मीद है कि इस माह करीब 1 करोड़ से अधिक डोज राज्य को मिल सकती है। दरअसल, जुलाई के लिए राज्य का कोटा 65 लाख डोज का था, जिसमें से सरकार को 48 लाख और निजी को 16 लाख मिलनी थी। इसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा ने केन्द्र को बार बार पत्र लिखकर कोटा 1.5 करोड़ करने और निजी अस्पतालों का कोटा भी सरकार को ही देने की मांग की थी। इसके बाद सरकार को पूरे माह में करीब 77 लाख डोज आवंटित की गई।

दरअसल, प्रदेश में अगस्त माह के दौरान करीब 80 लाख लोगों को दूसरी डोज लगनी है। इनके अलावा पहली डोज का वैक्सीनेशन भी लगातार जारी है। लेकिन वैक्सीन की आवश्यकता के मुताबिक कम आपूर्ति के कारण प्रतिदिन 15 लाख वैक्सीनेशन की क्षमता के बावजूद प्रदेश में अगस्त माह के दौरान भी रोजाना औसतन 2 लाख से भी कम वैक्सीन ही लगाई जा सकेगी।

निजी लगा नहीं सके पूरी, इस माह कितनी मिलेगी

निजी अस्प्तालों को 25 प्रतिशत डोज आवंटन करने को लेकर राज्य सरकार ने पिछले माह भी सवाल खड़े किए थे। इसका कारण निजी में अत्यधिक कीमतों के कारण आमजन का वहां वैक्सीन लगाने मे अरूचि दिखाना रहा। जानकारी के मुताबिक कम लोगों की रूचि के कारण निजी में आवंटन के लिहाज से वैक्सीन लगाई भी नहीं जा सकी। अब अगस्त माह में निजी को कितनी वैक्सीन मिलेगी, इसकी जानकारी राज्य के अधिकारियों को केन्द्र ने उपलब्ध नहीं कराई है।

जयपुर। सरकारी तेल कंपनियों ने मंगलवार को पेट्रोल के दाम में लगातार 23वें दिन कोई बदलाव नहीं किया। डीजल की कीमतें भी लगातार 24वें दिन स्थिर रही। इससे पहले शनिवार (17 जुलाई) को कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 31 पैसे बढ़ाए थे और डीजल के दामों में स्थिरता रखी थी। जयपुर में अभी पेट्रोल 108.71 रुपए प्रति लीटर और डीजल 99.02 रुपए प्रति लीटर है। 30 जुलाई को समाप्त सप्ताह में अमेरिका के तेल भंडार में वृद्धि होने से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमतों में गिरावट दर्ज की जा रही है। पेट्रोल-डीजल के मूल्यों की रोजाना समीक्षा होती है और उसके आधार पर हर दिन सुबह छह बजे से नई कीमतें लागू की जाती हैं। इस साल कंपनियों ने 67वीं बार बढ़े पेट्रोल के दाम बढ़ाए है। इस बढ़ोतरी के बाद जुलाई माह के 17 दिनों में ही जयपुर में पेट्रोल 3.17 रुपए महंगा हो चुका है, जबकि डीजल के दाम 73 पैसे बढ़ चुके हैं। इस तरह साल 2021 में डीजल के दाम 63 बार बढ़े हैं, तो 5 बार कम भी हुए हैं और पेट्रोल के दाम 67 बार बढ़ चुके हैं और 5 बार कम हो चुके हैं। तेल कंपनियों ने 67 बार में पेट्रोल के दाम 20.14 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं और 63 बार में 18.71 रुपए की बढ़ोतरी डीजल के भावों में की है। साथ ही 5 बार में पेट्रोल के दाम 95 पैसे घटाए भी हैं और पांच बार में डीजल के दाम भी 92 पैसे घटाए हैं।
देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल
दिल्ली में पेट्रोल के दाम 101.84 रुपए व डीजल के दाम ८9.87 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 107.83 रुपए व डीजल के दाम 97.45 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 102.08 रुपए और डीजल 93.02 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.49 रुपए और डीजल के दाम 94.39 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए।
प्रति दिन छह बजे बदलती है कीमत
बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोडऩे के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
जानिए आपके शहर में कितना है दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

जयपुर। केंद्र सरकार का निर्यात कारोबार पर फोकस कर रही है। 400 अरब रुपए का निर्यात भारत से करने की योजना है। इसको लेकर केंद्रीय एजेंसियां भी सक्रिय हैं। केंद्रीय सीमा शुल्क एवं अप्रत्यक्ष बोर्ड (सीबीआईसी) के अध्यक्ष एम. अजीत कुमार ने सोमवार को जयपुर सीमा शुल्क की नई सुविधा एक्सप्रेस कार्गो क्लिरियेन्स सिस्टम (ईसीसीएस) को लॉन्च किया। इस अवसर पर कस्टम विभाग की समीक्षा बैठक भी आयोजित हुई। बैठक में कुमार ने मानवश्रम की कमी को दूर करते हुए खाली पदों पर जल्द नियुक्ति करने का भरोसा दिलाया, साथ ही कहा कि आगामी भर्तियों में भी पदों का कोटा बढ़ाया जाएगा। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की निर्यातकों की सुविधा से जुड़े सभी कदम उठाएं। समय-समय पर बड़े अधिकारी निर्यातकों के साथ बैठक भी करें, आयातक और निर्यातकों की सुविधा के लिए उन्होंने अतिरिक्त कॉर्गों सेंटर बनाने की भी बात कहीं। जयपुर मुख्यालय पर आयोजित बैठक को चीफ कमिश्नर कस्टम दिल्ली के सुरजीत भुजबल और कस्टम आयुक्त राहुल नांगरे ने भी संबोधित किया। डिप्टी कमिश्नर शुभ अग्रवाल ने विभाग की गतिविधियों से जुड़ी पॉवर प्रजेंटेशन दी। इस अवसर पर एम. अजीत कुमार ने आयुक्तालय के कार्यकलापों के विवेचन वृतांत की वार्षिक पुस्तिका 'मरुधराÓ के प्रथम अंक का विमोचन भी किया गया।
ईसीसीएस से ये होंगे फायदे
ईसीसीएस जयपुर सीमा शुल्क द्वारा प्रदान की जाने वाली नई सुविधा है, जिसमें आयात-निर्यात के लिए कूरियर प्रणाली की शुरुआत की जा रही है, इस कूरियर प्रणाली से जयपुर के आयात-निर्यात व्यवसायियों और छोटे व्यापारियों को समयबद्ध पार्सल भेजने में समय की खासी बचत होगी। ईसीसीएस कुरियर सुविधा पूरी तरह से स्वचालित और सिस्टम आधारित है, जिसमें न्यूनतम परीक्षण और अत्यंत तीव्र गति से क्लीयरेंस होता है। यह वर्तमान में आयात-निर्यात हेतु उपलब्ध कार्गो प्रणाली की अपेक्षाकृत कहीं ज्यादा सस्ती और तेज है।


जयपुर।
RAJASTHAN जल JAL JIVAN MISSION तहत घर घर पेयजल कनेक्शन जारी करने में फील्ड इंजिनियर जम कर लापरवाही कर रहे हैं। सोमवार को इसी लापरवाही की जमीनी हकीकत देखने जलदाय विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधांश पंत फील्ड में पहुंचे और मिशन के हालात देखे तो दंग रह गए। जल जीवन मिशन के तहत TONK-UNIYARA प्रोजेक्ट के गांवडी गांव में घर घर पेयजल कनेक्शन के लिए 2019 में तकनीकी स्वीकृति जारी हुई। लेकिन जून 2021 तक सिर्फ टेंडर ही जारी हुए।

अफसरों ने अपनी नाकामी छुपाने के लिए पुरानी लाइन में PSP के जरिए नलों की टोंटियां लगा कर कनेक्शन जारी कर दिए। वहीं ग्रामीणों ने पानी के कम प्रेशर व कम गुणवत्ता की शिकायत की तो खुद एसीएस पंत ने टेस्टिंग किट से पेयजल की जांच की तो उसमें क्लोरीन की मात्रा कम पाई गई। फील्ड में मिशन की इस स्थिति को देख एसीएस पंत उखड गए और एसई राजेश गोयल की जमकर क्लास ली और उन्हें चार्जशीट देने के आदेश अधिकारियों को दिए।
पंत ने टोंक जाते समय जयपुर ग्रामीण क्षेत्र में कई जगह आरओ प्लांट के पानी की जांच टेस्टिंग किट के जरिए की। जिसमें सभी जगह पानी की गुणवत्ता सही पाई गई। वहीं पंत के दौरे के समय जयपुर ग्रामीण अधीक्षण अभियंता आरसी मीणा की गैर मौजूदगी चर्चा का विषय बनी रही।प्रदेश में जल जीवन मिशन के तहत इस वित्तीय वर्ष में 30 लाख पेयजल कनेक्शन होने हैं। लेकिन फील्ड इंजिनियरों की लापरवाही का आलम यह है कि पहली तिमाही निकलने के बाद महज 1 लाख पेयजल कनेक्शन ही जारी हो पाए हैं। ऐसे में इस बात पर संशय है कि इस वित्तीय वर्ष में पेयजल कनेक्शन का लक्ष्य पूरा हो सकेगा।


जयपुर।
BISALPUR बांध में त्रिवेणी से पानी की आवक कम होने के बाद भी जारी है। सोमवार शाम तक बांध में 15 सेंटीमीटर पानी की आवक हुई। पानी की इस अतिरिक्त आवक से बांध का जल स्तर 310.78 आरएल मीटर पर पहुंच गया है। वहीं त्रिवेणी से 3.30 मीटर के साथ बह रही है। अब जल संसाधन विभाग के अधिकारी कह रहे हैं कि फिर से बारिश का दौर शुरू होने पर बांध में पानी की आवक तेज होगी।

मानसून का दौर बीते तीन दिन से थमा हुआ है और बीसलपुर में पानी की आवक अब कम हुई है। लेकिन त्रिवेणी और कैचमेंट एरिया में बारिश से पानी की आवक बनी हुई हैं। बांध में अब तक 12 टीएमसी से ज्यादा पानी आ चुका है। ऐसे में फिलहाल 35 लाख की आबादी वाले जयपुर शहर की पेयजल सप्लाई का संकट समाप्त हो गया है।
पहले बारिश की स्थिति को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा था कि बांध में अब सिर्फ अक्टूबर तक का ही पानी बचा हुआ है। अगर बारिश नहीं होती है तो जयपुर में तीन महीने बाद WATER SUPPLY परेशानी हो सकती है। लेकिन अगस्त के महीने में झमाझम बारिश होने से अब यह संकट खत्म हो गया है। एक हिसाब से माने तो अब तक बांध में चार टीएमसी पानी आ गया है।

जयपुर। बसपा विधायकों के कांग्रेस में विलय को लेकर सुप्रीम कोर्ट अब 21 सितंबर को सुनवाई करेगा। पहले ये सुनवाई कल होने वाली थी लेकिन ये टल गई। विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी के फैसले के खिलाफ बहुजन समाज पार्टी ने याचिका लगाई हुई है। विधानसभा अध्यक्ष जोशी ने बसपा के छह विधायकों के कांग्रेस में विलय को मंजूरी दी थी। इसके खिलाफ बसपा ने अदालत का दरवाजा खटखटाया हुआ है।

ये विधायक हुए थे कांग्रेस में शामिल—
प्रदेश में 2018 के विधानसभा चुनाव में तिजारा से संदीप यादव, नगर से वाजिब अली, किशनगढबास से दीपचंद खेरिया, करौली से लाखन मीणा, नदबई से जोगेन्द्र अवाना और उदयपुर वार्टी से राजेन्द्र गुढा ने बसपा के टिकट पर चुनाव जीता था। सभी विधायक सितम्बर 2019 में बसपा छोडकर कांग्रेस में शामिल हो गए थे। विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी ने बसपा विधायक दल के कांग्रेस में विलय को मंजूरी दी थी। इसके बाद बसपा के राष्ट्रीय महासचिव सतीश चंद और भाजपा विधायक मदन दिलावर ने अलग-अलग याचिकाएं दायर कर हाईकोर्ट में दी चुनौती दी थी।

अदालत की पिछली सुनवाई में बसपा ने कहा था कि इन विधायकों का दल-बदल करके कांग्रेस पार्टी में शामिल होना पूरी तरह से असंवैधानिक है। पार्टी ने मीडिया में भी ये आरोप लगाया था कि पार्टी के 6 विधायकों को सत्ता का लालच दिखाकर कांग्रेस में शामिल करने कराया गया है। बसपा को उम्मीद है कि शीर्ष अदालत में अपना पक्ष मजबूती के साथ रखेगी और फैसला उसके पक्ष में आएगा।

जयपुर। गांव की सरकार चुनने के लिए कांग्रेस ने अपने उम्मीदवारों के चयन को लेकर कवायद शुरु कर दी है। पार्टी के जिला प्रभारी अपने अपने जिलों में पहुंच गए है। वे टिकट के दावेदारों के साथ ही स्थानीय विधायक और वरिष्ठ नेताओं से इस बारे में मंथन कर रहे है। प्रभारी इनसे चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं के नाम मांग रहे है। साथ ही कुछ दावेदार व्यक्तिगत मुलाकात करके भी अपने बायोडाटा इन प्रभारियों को दे रहे है। ।

चुनाव के लिए अधिसूचना कल जारी होगी— पंचायत चुनाव की अधिसूचना कल 11 अगस्त को जारी होगी और 16 अगस्त तक नामांकन पेश किए जा सकेंगे। पार्टी के जिला प्रभारी एक दो दिन में तीन तीन नाम का पैनल तैयार करेंगे। वे इसे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष को देंगे। इसके बाद सूची को अंतिम रूप दिया जाएगा और 13 अगस्त तक उम्मीदवारों के नामों की घोषणा कर दी जाएगी।

विधायक मांग रहे खाली सिंबल— पार्टी के अधिकांश विधायक अपने समर्थक नेताओं को टिकट देने के लिए प्रदेश कांग्रेस कमेटी से खाली सिंबल भी मांग रहे है ताकि वे अपने हिसाब से नाम भरकर उम्मीदवारों की घोषणा कर सके। पार्टी इनके दबाव में आकर कुछ विधायकों को उनके हिसाब से टिकट बांटने की इच्छा पूरी कर सकती है। लेकिन पार्टी को इससे नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। पिछले पंचायत चुनाव में विधायको की राय से ही टिकट बांटे गए थे और पार्टी को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा था। 21 जिलों में पंचायत और जिला परिषद में से कांग्रेस को सिर्फ 5 जिला परिषदों में ही जीत मिली थी।

इन छह जिलों में हो रहे चुनाव
प्रदेश में भरतपुर, दौसा, जयपुर, जोधपुर, सवाईमाधोपुर, सिरोही के जिला परिषद एवं पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव होंगे। 3 चरणों में होने वाने चुनाव के लिए 26 अगस्त, 29 अगस्त और 1 सितंबर को मतदान कराया जाएगा। जबकि 4 सितंबर को संबंधित जिला मुख्यालयों पर मतगणना करवाई जाएगी।

चुनावी रैली और सभाओं पर रोक —
राज्य चुनाव आयोग ने कोविड-19 के संक्रमण को देखते हुए सब प्रकार की चुनावी रैली, आम सभाओं पर पूर्ण प्रतिबंध रलगा दिए है। उम्मीदवार केवल 5 समर्थकों के साथ घर-घर जाकर जनसंपर्क कर सकेगा। वर्तमान हालात को देखते हुए मतदान के समय में बढ़ोतरी करते हुए मतदान का समय प्रातः 7.30 बजे से सायं 5.30 बजे तय किया गया है। इसके साथ ही नामांकन पत्रों को प्रस्तुत करने के लिए भी उम्मीदवार को 1 दिन अतिरिक्त दिया गया है, ताकि भीड़ से बचा जा सके।

11 अगस्त से नामांकन प्रांरभ —
तीनों चरणों के चुनाव के लिए 11 अगस्त लेकर 16 अगस्त 3 बजे तक नामांकन पेश किए जा सकेंगे। 15 अगस्त को को नामांकन प्रस्तुुत नहीं होंगे। इनकी जांच 17 अगस्त को की जाएगी, जबकि 18 अगस्त अपरान्ह 3 बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। नाम वापसी के तुरंत बाद चुनाव प्रतीकों का आवंटन एवं चुनाव लड़ने वाले अभ्यर्थियों की सूची का प्रकाशन कर दिया जाएगा। 4 सितंबर को जिला मुख्यालयों पर प्र्रातः 9 बजे से मतगणना प्रारंभ हो जाएगी। प्रमुख, प्रधान का चुनाव 6 सितंबर को जबकि उप प्रमुख, उप प्रधान का चुनाव 7 सितंबर को होगा।
कर्द

चुनाव में ये राशि खर्च कर सकेगा उम्मीदवार —
उम्मीदवारों के लिए चुनाव के दौरान वाहनों एवं लाउडस्पीकरों के उपयोग के लिए कई प्रतिबंध लगाए गए हैं। इनमें कट आउट, होर्डिग्स, पोस्टर एवं बैनरों के प्रदर्शन को कम करने के लिए जिला परिषद सदस्य 1,50 हजार रुपए और पंचायत समिति सदस्य 75 हजार रुपए ही चुनाव खर्च कर सकेगा।

प्रदेश में कितने बच्चे मृत जन्मे... सरकार को 'ज्ञान' नहीं
— सरकारी अस्पताल ही नहीं कर रहे 21 दिन में मृत जन्म के पंजीयन
— अब 21 दिन बाद मृत जन्म पंजीयन पर नहीं लगेगी पेनल्टी

जयपुर। प्रदेश में हर साल कितने बच्चे मृत जन्मे हैं। इसकी सही जानकारी सरकार के पास भी नहीं है। क्योंकि सरकारी अस्पताल 21 दिन में मृत जन्म के पंजीयन ही नहीं कर रहे है। सरकार ने खुद स्वीकारा है कि चिकित्सा संस्थानों में नियुक्त उप रजिस्ट्रार निर्धारित 21 दिन में मृत जन्म के पंजीयन (registration dead births) नहीं कर रहे हैं। इसके चलते मृत जन्म का सही आंकडा विभाग के पास नहीं है। अब विभाग ने मृत जन्म का शत प्रतिशत पंजीयन की कवायद शुरू की है। इसके लिए मृत जन्म पंजीयन में 21 दिन की बाध्यता हटा दी है।

राजधानी की बात करें तो यहां के कई बड़े अपस्ताल ही मृत जन्म के पंजीयन 21 दिन में नहीं कर रहे है। निगम सूत्रों की मानें तो इसमें शहर के प्रमुख बड़े अस्पताल जनाना, महिला चिकित्सालय और गणगौरी अस्पताल भी शामिल है। मृत जन्म के सही आंकड़े नहीं होने से सरकार की कई योजनाओं पर असर पड़ रहा है। इसे लेकर गत दिनों जन्म—मृत्यु पंजीयन संबंधी कार्य की देखरेख के लिए गठित राज्य स्तरीय अन्तर्विभागीय समन्वय समिति की बैठक में यह मामला उठा। बैठक में तय किया गया कि मृत जन्म के मामलों का शत प्रतिशत पंजीयन कराया जाए। इसके बाद सरकार ने चिकित्सा संस्थानों, सीएचसी, पीएचसी में नियुक्त उप रजिस्ट्रार को निर्धारित अवधि 21 दिन में मृत पंजीयन की बाध्यता हटा दी है, साथ ही सभी उप रजिस्ट्रार्स को मृत जन्म के शत प्रतिशत पंजीयन के लिए निर्देश जारी किए है।

बच्चों की मृत्यु दर रोकने की योजना को झटका

जानकारों की मानें तो मृत जन्म के रजिस्ट्रेशन नहीं होने से सरकार बच्चों की मृत्यु दर रोकने की योजना नहीं बना पा रही है। मृत जन्म के रजिस्ट्रेशन होने से यह आसानी से मालूम चल जाता है कि किस क्षेत्र में बच्चों की मृत्यु दर अधिक है, इसके बाद वहां बच्चों की मृत्यु दर के कारणों का पता लगाकर सरकार बच्चों की मृत्यु दर रोकने की योजना तैयार करती है।

जयपुर। परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा है कि देश कोरोना के बाद बेरोजगारी से जूझ रहा है। केंद्र सरकार की महंगाई से आम आदमी दुखी और परेशान है, रोजगार को लेकर पूरे देश में रोजी रोटी का संकट उत्पन्न हो गया है। इस वक्त महात्मा गांधी रोजगार गारंटी कानून से मनरेगा से गांव में जो लोगों को काम मिल रहा है उससे लोगों की दिनचर्या चल रही है। मनरेगा इस देश में बेरोजगारी दूर करने में वरदान साबित हुई है, अब वक्त आ गया जब मोदी सरकार को मनमोहन सिंह सरकार की नीतियों का अनुसरण करते हुए जिस तरह गांव में रोजगार गारंटी कानून यूपीए सरकार के समय बना, उसी तरह पूरे देश में भी शहरों में रोजगार गारंटी कानून लागू किया जाए, जिससे लोगों को रोजगार मिल सके।

खाचरियावास ने कहा कि अभी मात्र 5 दिन पहले जब केंद्र की नीति आयोग की टीम राजस्थान आई तब मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई मीटिंग में राज्य सरकार की ओर से हमने नीति आयोग से यह मांग रखी है कि पूरे देश में बेरोजगारी रोजी रोटी के संकट को खत्म करने के लिए शहरों में भी रोजगार गारंटी कानून लागू किया जाए। नीति आयोग के सदस्यों ने राज्य सरकार के प्रस्ताव को केंद्र सरकार तक पहुंचाने का भरोसा दिलाया है। खाचरियावास ने कहा कि केंद्र सरकार शहरों में यदि रोजगार गारंटी कानून लागू नहीं करेगी तो युवाओं और आम आदमी के सामने रोजी रोटी का संकट बना रहेगा। यदि केंद्र ने शहरों में रोजगार गारंटी कानून लागू नहीं किया तो कांग्रेस बड़ा जन अभियान चलाकर रोजगार गारंटी कानून पूरे देश के शहरों में भी लागू करने के लिए केंद्र सरकार को मजबूर करेगी।

जयपुर।

प्रदेश में अतिवृष्टि से हुए नुकसान का आंकलन करने के लिए जहां आज केंद्रीय टीम पहुँच रही है वहीं भाजपा की ओर से गठित जांच कमेटी भी आज प्रभावित क्षेत्रों का ज़ायज़ा ले रही है। प्रदेश भाजपा नेतृत्व की ओर से बनाई गई तीन सदस्यीय जांच कमेटी आज हाड़ौती संभाग के विभिन्न प्रभावित क्षेत्रों का दौरा करके अपनी रिपोर्ट प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया को सौंपेंगे। इसके बाद डॉ पूनिया इस रिपोर्ट को केंद्रीय नेतृत्व को सौंपेंगे। हालांकि भाजपा कमेटी के सामने एक ही दिन में चार ज़िलों के प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंचकर नुकसान की 'ग्राउंड रिपोर्ट' तैयार करना किसी चुनौती से कम नहीं माना जा रहा है।

 

गौरतलब है कि भाजपा प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने हाड़ौती में बारिश के कारण हुई हानि को देखते हुए तीन सदस्यीय कमेटी का गठन किया है। इसमें प्रदेश भाजपा उपाध्यक्ष व विधायक चंद्रकांता मेघवाल, मालपुरा विधायक कन्हैयालाल चौधरी और ओबीसी मोर्चा प्रदेश अध्यक्ष ओमप्रकाश भडाणा को शामिल किया गया है।

 

प्रभावित क्षेत्रों का रहेगा दौरा
प्रदेश भाजपा की तीन सदसयोय कमेटी आज कोटा, बूंदी, बारां और झालावाड़ में अतिवृष्टि से प्रभावित विभिन्न क्षेत्रों का दौरा करेंगे। कमिटी ये कमेटी मौके पर जाकर प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेंगे और उसकी रिपोर्ट बनाकर प्रदेशाध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया को सौंपेंगे। इसके बाद डॉ पूनिया इस रिपोर्ट को केंद्रीय संगठन को भेजेंगे।

 

तीन सदस्यीय कमेटी का नेतृत्व कर रही विधायक चंद्रकांता मेघवाल ने 'न्यूज़ टूडे' को बताया कि वे बूंदी से रवाना हो गए हैं। आज दिनभर प्रभावित क्षेत्रों में जाकर 'ग्राउंड रिपोर्ट' जानने की कोशिश रहेगी। उन्होंने बताया कि भाजपा दल बूंदी से निकलकर पाटन, कोटा, कैथून, सांगोद, इटावा, बारां होते हुए झालावाड़ तक पहुँचने की कोशिश में रहेगा।

 

बिरला-वसुंधरा भी ले चुके ज़ायज़ा
भाजपा की तीन सदसयोय कमेटी के दौरे से पहले पार्टी के ही कोटा-बूंदी सांसद व् लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे कई प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर चुके हैं। बिरला और राजे ने इन दौरों के बाद अधिकारियों से वार्ता कर आवश्यक राहत पहुंचाने संबंधी निर्देश भी दिए हैं। वहीं बिरला ने इस सिलसिले में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से टेलीफोनिक वार्ता भी की है।

जयपुर। श्रावण मास के आगाज के साथ ही शुरू हुआ बारिश का दौर श्रावण मास में एक बार फिर से थमा रहेगा। जयपुर समेत प्रदेशभर में झमाझम बारिश के लिए कुछ दिनों का इंतजार करना होगा।

पारे में बढ़ोतरी भी दर्ज होना तय-
वहीं उमस और गर्मी से पारे में बढ़ोतरी भी दर्ज होना तय है। मौसम विभाग के मुताबिक मंगलवार से मानसून ट्रफ लाइन के हिमालय की ओर खिसकने से पश्चिमी हवा का प्रभाव बढ़ेगा। इससे बारिश की गतिविधियों में कमी आएगी, 18 अगस्त तक मौसम शुष्क रहेगा। पाकिस्तान की ओर से आ रही गर्म हवा से तापमान में ओर बढ़ोतरी होना तय है।

यहां बरसे मेघ-
मंगलवार सुबह जयपुर में बादल और धूप की आंख मिचौली जारी रही। इससे एक बार फिर उमस शहरवासियों को महसूस हुई। प्रदेश में बीते 24 घंटे में आज सुबह तक अलवर के राजगढ़ में 28, बारां के शाहबाद में 76, उम्मेदसागर में 70, शेरगढ़ में 61, मंगरोल में 51, भरतपुर के रूपबास में 72, भरतपुर में 64, भीलवाड़ा के आसींद में 31, चित्तौड़ के गनगर में 55, महुआ में 75, धौलपुर के बाड़ी में 98, अंगई में 97, बसेड़ी में 85, कोटपुतली में 22, झालावाड़ के भीमसागर में 65, कालीसिंध में 64, खेतड़ी में 58, करौली के कालीसिल में 88, श्रीमहावीरजी में 83, कोटा के खटोली में 48, सवाईमाधोपुर के मानरोवर में 70, गंगापुर में 58 एमएम बारिश दर्ज की गई।

जयपुर
5 दिन में 25 लाख रुपए का इंतजाम कर लेना नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना। दौसा के एक बड़े ज्वैलर को इस धमकी के साथ एक पत्र मिला है। इस पत्र में जिंदा कारतूस भी है और इस कारतूस के साथ जो पत्र है उसमें फिरौती देने नहीं तो अंजमा भुगतने की धमकियां दी गई हैं। इस घटना के बाद अब पूरे शहर में दहशत का माहौल है। पुलिस प्रशासन हिल गया है और बदमाशों की तलाश के लिए सर्च अभियान शुरु कर दिया गया है। पूरे मामले को गंभीरता से लिया जा रहा है।

पत्र में लिखा, 15 अगस्त तक रुपए चाहिए, छत पर झंड़ा लगा देना ले लेंगे रुपए
दरअसल पूरा वाक्या आगरा फाटक स्थित एक पुराने ज्वैलर के यहां हुआ है। ज्वैलर मनमोहन सोनी के घर ये पत्र आज सवेरे पहुंचा है। पत्र को खोला तो पत्र में जिंदा कारतूस मिला और एक कागज पर लिखावट मिली कि 25 लाख रपुए पंद्रह अगस्त तक चाहिए। इंतजाम कर लेना नहीं तो अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना। रुपयों का इतंजाम हो जाने पर छत पर पचंरगा झंडा लगा देना, हमारा आदमी रुपए ले लेगा। इस पत्र के बाद से अब पूरे जिले के पुलिस महकमें में खलबली मची हुई है। हांलाकि कुछ अफसरों का मानना है कि हो सकता है यह किसी ने मजाक किया हो, लेकिन अफसरों का यह भी मानना है कि अगर यह मजाक नहीं है तो बेहद गंभीर मामला है। इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस अधीक्षक ने सभी थानाधिकारियों को जल्द से जल्द कार्रवाई करने के निर्देश दिए हैं।

जान या पैसा, दोनो में से एक तो देना ही होगा
ज्वैलर को फिरौती की धमकी भरा जो लैटर मिला उसमें कई लाइनें लिखी गई हैं। लिखा गया है कि रुपए दो हजार और पांच सौ के ही देने होंगे। लैटर में ये भी लिखा गया है कि अगर पुलिस को बताया तो जान से जाओगे, और भी कई नुकसान उठाने पड सकते हैं। उसमें अंत में लिखा गया है कि पैसा या जान दोनो में से एक तो देना ही होगा। दोनो मंे से एक तो हम ले ही लेंगे। इस लैटर को टाइप किया गया है। पुलिस ज्वैलर और उनकी फैमिली से भी पूछताछ कर रही है कि कहीं उनकी किसी से दुश्मनी तो नही है। फिलहाल हर संभावना पर काम किया जा रहा है।

जयपुर
राजधानी के सबसे भीड़ भाड़ वाले इलाके में भी अब चोर और बदमाश सक्रिय हो रहे हैं। जयपुर शहर के चारदीवारी और उसके आसपास के क्षेत्र में अचानक वारदातें बढ़ रही है। पुलिस एक मामला खोलती है कि दूसरी वारदात हो जाती है। चोरी की वारदात के बाद अब एटीएम लूटने की कोशिश की गई है। एटीएम को कुल्हाड़ी से काटने के प्रयास में अलार्म बजा तब जाकर बदमाश वहां से फरार हो गए। देर रात की यह वारदात सीसीटीवी कैमरों में भी कैद होना बताया जा रहा है। बड़ी बात ये है कि ये वारदात थाने से सिर्फ सौ मीटर की दूरी पर हुई है। गनीमत रही कि लाखों रुपए बच गए। लेकिन इस घटना के बाद राजधानी में पुलिस की गश्त व्यवस्था का लचर हाल समझा जा सकता है।

अलार्म बचा तो भागे, किस्मत से बच गए रुपए
दरअसल थाने के कुछ दूरी पर ही स्थित घोसियों के रास्ते के कोने पर एटीएम में यह वारदात हुई। केनरा बैंक के इस एटीएम में देर रात दो से तीन बदमाश घुसे। पहले तो एटीएम को खोलने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी तो उसे कुल्हाड़ी से काटना शुरु कर दिया। स्क्रीन और मशीन पर कुल्हाड़ी से दो तीन वार किए तो स्क्रीन नष्ट हो गई लेकिन इस बीच अलार्म बज गया और पुलिस को सूचना मिल गई। पुलिस मौके पर पहुंची इससे पहले ही आरोपी वहां से भाग छूटे। गनीमत रही कि उन्होनें अलार्म सिस्टम से छेडछाड़ नहीं की थी और इस कारण अलार्म बज गया और वे फरार हो गए। इसी तरह से 19 दिन पहले हरमाड़ा थाना क्षेत्र में भी केनरा बैंक के ही एटीएम को लूटा गया था। वहां पहले अलार्म सिस्टम को नष्ट किया गया था और उसके बाद आराम से लूट की वारदात की गई थी। जबकि चैकी से सिर्फ पांच सौ मीटर की दूरी पर ही यह एटीएम था।

तीन सप्ताह में एटीएम लूट की तीन वारदातें, बीस लाख गए, बीस रुपए नहीं आए अभी तक
गौरतलब है कि जयपुर, सीकर और गंगानगर में एटीएम लूट की तीन वारदातें तीन सप्ताह के दौरान हुई है। जयपुर में हरमाड़ा स्थित एटीएम से करीब तीन लाख रुपए लूटे गए। इसके बाद सीकर और गंगानगर से दो एटीएम में लूटपाट कर करीब 17 लाख रुपए लूटे गए। तीनों ही वारदातों में करीब बीस लाख रुपए एटीएम से लूटे गए लेकिन बीस दिन के दौरान बीस रुपए भी पुलिस एटीएम लुटेरों से बरामद नहीं कर सकी है। हांलाकि शहर और अन्य जिलों में लुटेरों की लगातार तलाश की जा रही है।

जयपुर
शादी के बाद दहेज के लिए बहू .बेटियों को मारने पीटने और उनको घरों से बेदखल कर देने के मामले तो आपने सुने होंगे। लेकिन एक बड़ा मामला जयपुर के प्रताप नगर से सामने आया है। दहेज लोभियों ने सोची समझी साजिश के तहत एक सम्पन्न परिवार को निशाना बनाया। पहले सगाई की और उसके बाद शादी करने से पहले 65 लाख रुपए का दहेज मांग लिया। इस बड़े सदमे से बेटी के पिता गंभीर बीमारियों की जकड में आ गए। बेटी थाने पहुंची तो वहां से भी उसे भगा दिया गया। अब कोर्ट की दखल के बाद दहेज लोभी परिवार के खिलाफ आईपीसी की आठ गंभीर धााराओं में केस दर्ज किया गया है। जांच अब प्रताप नगर पुलिस कर रही है।

यह है पूरा मामलाए पिता कहते रहे लाॅकडाउन के बाद करेंगे सगाई.शादीए नहीं माना दूसरा पक्ष
दरअसल प्रताप नगर के बुद्धसिंह पुरा निवासी बेटी की शादी कोटा के एक परिवार से तय हुई। बताया गया कि लड़का कोटा में बड़ा व्यवसाय करता है और जयपुर में भी इवेंट का काम करता है। लेकिन कोरोना के कारण युवती के पिता ने सगाई और शादी दोनो ही करने से इंकार कर दिया। लेकिन वर पक्ष के दबाव के चलते सितंबर 2020 में सगाई करनी पडी। सगाई के बाद जल्द से जल्द शादी करने का दबाव वर पक्ष बनाने लगा लेकिन बेटी के पिता ने कहा कि समाज के इज्जदार व्यक्ति हैं और बड़ा आयोजन करना चाहते हैं। इसके लिए सरकार की गाइडलाइन के अनुसार ही इंतजार कर बड़ा आयोजन बेटी की शादी में करेंगे। इस पर वर पक्ष लगातार उन पर किसी न किसी बात पर रुपए भेजने के लिए दबाव बनाने लगा। इधर लगातार बढ़ती मांगों के चलते फैशन डिजाइनर बेटी और उसके पिता दोनो परेशान होने लगे। इस दौरान इसी साल शुरुआती महीनों में शादी के लिए ज्यादा दबाव बनाए जाने लगा तो पिता ने कहा कि जल्द शादी कर देंगे। लेकिन वर पक्ष ने शादी से पहले ही 65 लाख रुपए ये कहते हुए मांग लिए कि वे बेटे को व्यापार खुलाना चाहते हैं। जब वधु पक्ष ने रुपए देने से इंकार किया तो उनको परेशान किया जाने लगा। आखिर पीडित बेटी पिता के लगातार गिरते स्सास्थ्य और दहेज लोभियों की मांग से परेशान होकर शादी तोड़ते हुए थाने पहुंची। पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 384, 385, 389, 406, 420, 500, 511 और 120बी में कोटा निवासी परिवार अभिमन्युए विजयए अनिरूद्ध समेत अन्य लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।

जयपुर
शिकार करने के लिए जाल डालकर बैठे साइबर ठगों ने फिर से दो शिकार किए हैं। आसानी से शिकार भी फंस गए और शिकार होने के बाद जब खाते साफ हुए तब जाकर वारदात का खुलासा हो सका। शहर के दो थानों में पुलिस ने मामले दर्ज कर जांच शुरु कर दी है।

बड़ी बात यह है कि फिर से बुजुर्ग को शिकार बनाया गया है। दरअसल वैशाली नगर निवासी साठ वर्षीय किशन सिंह ने उदयपुर जाने के लिए आॅनलाइन टिकिट बुक कराया था। टिकिट पर तारीख गलत लिख दी गई थी। जिसे बाद मे सही करने के लिए उन्होनें गूगल से कंपनी के कस्टमर केयर नंबर लिए। लेकिन कंपनी की साइट पर ठगों ने अपने मोबाइल नंबर लिखे थे। इसकी जानकारी किसी को नहीं थी।

जब किशन सिंह ने उस पर फोन किया और तारीख सही करने की बात की तो ठगों ने उनके खातों की जानकारी जुटा ली और कुछ ही सैकेंड में खाते से डेढ़ लाख रुपए साफ कर दिए। जब रुपए निकल जाने का मैसेज आया तब जाकर पूरे मामले का खुलासा हो सका। उधर वैशाली नगर में ही पचास वर्षीय संग्राम सिंह के फोन पे नंबर पर बातचीत करने के दौरान एप डाउनलोड कराकर 55 हजार रुपए निकाल लिए गए। मैसेज आने पर पुलिस को सूचना दी गई और केस दर्ज कराया गया।

जयपुर
पिछले महीने सीकर के राणोली में पुलिस इंस्पेक्टर और उनके साथ बैठे हैड कांस्टेबल पर फायर कर कार लूटने के मामले के बाद अब धौलपुर में बदमाशों ने पुलिसकर्मी को गोली मार दी है। उसे गंभीर हालत में धौलपुर जिला अस्पताल में इलजा दिया जा रहा है ।

बताया जा रहा है कि उसकी हालत अब खतरे से बाहर है। उधर गोली मारने वाले बदमाशों में से कुछ को पुलिस ने आज तड़के नाकाबंदी के दौरान धर लिया है। मामला सैपउं थाना इलाके का है। दरअसल सैपउ थाने के कुछ पुलिसकर्मी पिछले दिनों हुई लूट और ठगी की वारदात के बाद आरोपियों की तलाश में धौलपुर की ओर गए थे। वापस लौटते समय सालेपुर के नजदीक दो बाइक पर चार युवक खड़े दिखे।

उनसे पूछताछ करने की कोशिश की तो उनमें से दो ने पुलिसकर्मियों से धक्का मुक्की की और एक अन्य ने पुलिस टीम पर फायर कर दिया। गोली कांस्टेबल मानवेन्द्र गुज्र्रर के लगी। गोली मारने के बाद चारों बदमाश वहां से भाग छूटे। मानवेन्द्र को देर रात धौलपुर जिला अस्पताल के ट्रोमा वार्ड में भर्ती कराया गया है। वह पूरे शहर मे ंनाकाबंदी करने के बाद चार में से तीन बदमाशों को आज सवेरे धर लिया गया है।

बताया जा रहा है कि चारों देर रात किसी वारदात की फिराक में थे। इस बीच पुलिस अचानक आ पहुंची। उनसे पूछताछ की तो वे बौखला गए और पुलिस टीम पर हमला कर फरार हो गए। उधर सीकर के राणोली में बदमाशों की गोली के शिकार हुए पुलिसकर्मी का एसएमएस अस्पताल के ट्रोमा में इलाज जारी है।

जयपुर। आस्था धाम मेंहदीपुर बालाजी मंदिर सोमवार शाम दर्शनों के लिए खोल दिया। महंत किशोर पुरी महाराज के देवलोक गमन के कारण रविवार दोपहर 12.30 बजे श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों पर रोक लगाकर मंदिर के पट बन्द कर दिए थे। महन्त किशोर पुरी महाराज के समाधिलीन होने के पश्चात सोमवार शाम 7 बजे बालाजी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए दर्शनों के लिए खोल दिया गया।

अंतिम दर्शनों को उमड़े हजारों श्रद्धालु
देश व प्रदेश के लाखों लोगों की आस्था का केंद्र श्रीमेहंदीपुर बालाजी धाम के महंत किशोरपुरी महाराज की पार्थिव देह को सोमवार को आसन मुद्रा में समाधिलीन किया गया। इससे पहले महंत किशोरपुरी के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज ने विधि विधान के साथ गोस्वामी संप्रदाय की परंपरा के अनुसार पूजा-अर्चना की। बाद में मंत्रों के साथ करीब आठ फुट गहरे गड्ढ़े में आसन मुद्रा में स्थान देकर समाधिलीन किया गया।

पंचामृत स्नान कराया
समाधिलीन से पूर्व सिद्धपीठ घाटा मेहंदीपुर बालाजी के महंत की पार्थिव देह का पंडितों ने विधि विधान से उत्तराधिकारी नरेशपुरी जी महाराज द्वारा पंचामृत स्नान करवाकर नए वस्त्र पहनाए गए। बैण्ड बाजे सहित चकडोल निकाल फूलों की बरसात की गई। घंटे घडिय़ाल, शंख बजाए गए। गोस्वामी संत परंपरा के अनुसार महंत के पार्थिव शरीर को फूलों से सजी पालकी में बैठाकर बालाजी महाराज मंदिर परिसर के चारों ओर फेरी लगवाई गई। वैकुंठी यात्रा (चकडोल) यात्रा मंदिर से स्वर्गीय गणेशपुरी महाराज की समाधि स्थल पर पहुंची। गौरतलब है कि रविवार सुबह किशोरपुरी महाराज ने जयपुर में अपने निजी निवास पर शरीर रूपी चौला छोड़कर महाप्रयाण किया। उनकी पार्थिव देह को जयपुर से बालाजी लाया गया। उनके शरीर त्यागने की खबर मिलते ही मेहंदीपुर बालाजी सहित आसपास के गांवों के लोग व दूर-दराज राज्यों से श्रद्धालु पहुंच गए। महंत किशोरपुरी महाराज के पार्थिव शरीर को बालाजी मंदिर आरती हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया।

हजारों की आखें हुई नम

महंत किशोरपुरी महाराज के देह त्यागने के बाद बालाजी मंदिर आरती हॉल में भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने जब तक सूरज चांद रहेगा, मंहत महाराज का नाम रहेगा, जय हो बाबा मंहत महाराज ध्वनि से गूंजता रहा। महंत के अंतिम दर्शन के लिए श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। मंत्रोच्चारण के साथ विधि विधान से शुभ मुहूर्त में समाधि दी गई। अंतिम यात्रा के दौरान महंत की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु वृक्ष, छतों पर भी चढ़ गए। श्रद्धालुओं ने गुलाल व पुष्प वर्षा कर नम आंखों से महंत को अन्तिम विदाई दी। इस दौरान पूर्व प्रधान कुंजीलाल, जगदीशपुरी, दिनेशपुरी, विशालपुरी, सुरेशपुरी धीरजपुरी, हनुमानपुरी सहित हजारों लोग मौजूद थे। महिला व बाल विकास मंत्री ममता भूपेश व पूर्व मंत्री रामस्वरूप मीना भी मेहंदीपुर बालाजी पहुंचे।

अलर्ट रहा पुलिस प्रशासन
अंतिम यात्रा के दौरान मानपुर वृत्ताधिकारी संतराम मीना, बालाजी थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद, टोडाभीम वृत्ताधिकारी, टोडाभीम थाना प्रभारी सहित सैकडो की संख्या में पुलिस कर्मी सहित प्रशासन के अधिकारी भी मौजूद थे।

जितना गुणगान किया जाए उतना कम- नरेशपुरी
महंत के उत्तराधिकारी नरेशपुरी महाराज ने बताया कि उनके गुरु किशोरपुरी महाराज के अच्छे कार्यों से सब लोग अच्छी तरह वाकिफ हैं। ऐसे में उनका गुणगान जितना किया जाए उतना कम है उन्होंने बालिका शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरसंभव प्रयास किया। बालाजी सहित दौसा के अलावा दूसरे जिलों में स्कूल भवन बनवाएं। कई प्रकार के संसाधन उपलब्ध कराए। इसके साथ ही विभिन्न प्राकृतिक आपदाओं के समय भी महाराज बढ़-चढ़कर योगदान देते थे। सरकार व समाजों का सहयोग किया।

अंतिम यात्रा के दौरान महंत की एक झलक पाने के लिए बड़ी संख्या में हरियाणा,दिल्ली,यूपी,एम पी,आदि राज्यो से आए श्रद्धालु वृक्ष व छतों पर भी चढ़ गए। श्रद्धालुओं ने गुलाल व पुष्प वर्षा कर नम आंखों से महंत को अन्तिम विदाई दी। इस दौरान पूर्व प्रधान कुंजीलाल पूर्व प्रधान कुंजीलाल जगदीश पुरी ,दिनेश पुरी ,विशाल पुरी ,सुरेश पुरी धीरज पुरी,हनुमान पुरी,सहित हजारों लोग मौजूद थे।

जयपुर।

राज्यपाल कलराज मिश्र आज चार दिवसीय दिल्ली दौरे के लिए जयपुर से रवाना हो गए। इस दौरे के तहत उनका आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से मिलने का कार्यक्रम है। वहीं कल बुधवार को राज्यपाल मिश्र की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाक़ात प्रस्तावित है।

जानकारी के अनुसार राज्यपाल कलराज मिश्र आज सुबह 10 बजे विशेष विमान से नई दिल्ली के लिए रवाना हो गए। इस दौरे के दौरान वे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाक़ात के अलावा उपराष्ट्रपति एम वैंकेया नायडू, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी मुलाक़ात करेंगे। कार्यक्रम के अनुसार राज्यपाल मिश्र 13 अगस्त को जयपुर लौट आएंगे।

जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा है कि शेरों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए उनके प्राकृतिक आवास को बचाने की जरूरत है।

गहलोत ने विश्व शेर दिवस पर आज यह बात कही। उन्होंने कहा कि हमें शेरों के अस्तित्व को सुनिश्चित करने के लिए उनके प्राकृतिक आवास को भी बचाने की जरूरत है।

उन्होंने कहा कि शेरों जैसी शानदार प्रजातियों के लिए वन्यजीव संरक्षण महत्वपूर्ण है। उधर पर्यावरण एवं वन्यजीव संरक्षण संस्था पीपुल फॉर एनीमल्स की राजस्थाई इकाई के प्रभारी एवं प्रसिद्ध पर्यावरणविद् बाबू लाल जाजू ने कहा कि देश में शेरों को बचाने के लिए सरकार को उचित कदम उठाये जाने चाहिए।

उन्होंने कहा कि वैश्विक महामारी कोरोना जैसी महामारी के दौर में उन्हें वायरस से बचाने के लिए देश के अलग अलग जगहों पर रखा जा जाना चाहिए। जाजू ने कहा कि शेरों की जनसंख्या बढ़ाने के लिए जंगल के घनत्व को बढ़ाया जाना चाहिए तथा खूब पेड़ भी लगाए जाने एवं वन्यजीवों के क्षेत्र में अन्य गतिविधियां नहीं होनी चाहिए ताकि किसी प्रकार की बाधा नहीं पड़ने पर उनका विकास हो सके।

मालपुरा गेट थाना पुलिस ने नकबजन गिरोह का पर्दाफाश कर तीन बदमाशों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से लाखों रुपए की ज्वैलरी और नकदी बरामद की हैं। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने आधा दर्जन चोरियों का खुलासा किया हैं। आरोपी स्मैक पीने के आदि है और स्मैक की लत पूरा करने के लिए चोरिया करते थे।
डीसीपी (पूर्व) प्रहलाद सिंह कृष्णियां ने बताया कि जयपुर पूर्व में बढ़ रही नकबजनी की वारदातों पर अंकुश लगाने के लिए एडिशनल डीसीपी राजऋषि वर्मा, एसीपी नेमीचंद खारिया और थानाप्रभारी रायसल सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए तीन शातिर बदमाश जन सहभागिता फ्लैट्स वाटिका रोड सांगानेर सदर निवासी विकास सिंह (22) पुत्र प्रभु सिंह, राजवीर सिंह (26) पुत्र प्रभु सिंह और सुरेश उर्फ टेकन्या उर्फ कनकटा (21) पुत्र मोहनलाल बम्बाला पुलिया सांगानेर का रहने वाला हैं। पुलिस ने उनके कब्जे से लाखों रुपए की ज्वैलरी और 15 हजार रुपए बरामद किए हैं। पुलिस ने वारदात के समय काम में ली गई कार भी बरामद कर ली हैं।
वाहन चोरी और नकबजनी में पहले भी जा चुके है जेल
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने मालपुरा गेट और शिवदासपुरा में करीब आधा दर्जन नकबनजी करना कबूल किया हैं। आरोपी पूर्व में भी चोरी और आर्म्स एक्ट में जेल जा चुके हैं। पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह स्मैक पीने के आदि है और स्मैक की लत को पूरा करने के लिए चोरियां करते हैं।

मारपीट के एक मुकदमे में पिछले 25 साल से फरार चल रहे एक आरोपी को जयपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। पुलिस से बचने के लिए आरोपी अपने ठिकाने बदलता रहता था। साथ ही वेश बदलकर साधु बनकर घूमता था। ताकि वह पकड़ा नहीं जा सके। पुलिस ने आरोपी को उसके गांव पहाड़िया से गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी दुर्गालाल (65) पुत्र बद्रीलाल पहाडिया फागी का रहने वाला हैं। पुलिस टीम के कांस्टेबल बद्रीलाल और शंकरलाल ने फरार पुराने स्थाई वारंटियों के दर्ज शुदा पते पर मालूम किया तो पता चला कि 25 साल से फरार चल रहा दुर्गा लाल पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए अजमेर जिले में साधु का वेश धारण कर फरारी काट रहा हैं। तथा साधु के वेश में ही अपने मकान पर आता हैं। 10 अगस्त को पुलिस को सूचना मिली थी कि दुर्गालाल साधु के वेश में अपने गांव पहाड़िया के पास आया हुआ हैं। इस पर पुलिस टीम ने पहाड़िया के पास से ुसे गिरफ्तार कर लिया।
उधर आमेर थाना पुलिस ने फरार चल रहे स्थाई वारंटी को पकड़ा हैं। पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार आरोपी लालाराम मीणा (47) पुत्र शंकरलाल जयसिंह नगर चंदवाजी का रहने व वाला हैं। आरोपी एक साल से फरार चल रहा था । उधर ट्रांसपोर्ट नगर थाना पुलिस ने तीन साल से फरार चल रहे वारंटी नाहिद (28) पुत्र नवाब कुरैशी को गिरफ्तार किया हैं।

कमलेश अग्रवाल/ जयपुर। वक्त ने कुछ ऐसे दिन दिखलाए कि लोगों को संगीत की शिक्षा का दान देने वाली अध्यापिका और बी.कॉम तक शिक्षित बुजुर्ग भिक्षावृत्ति पर विवश हो गए। हालात का सितम ये भी कि अब जब सरकार उनको कोई काम दिलवा रही है तो उनको इस पर विश्वास ही नहीं हो पा रहा है। राजधानी जयपुर के भिखारियों के पुनर्वास के लिए राजस्थान कौशल विकास एवं आजीविका विकास निगम ने पुनर्वास का कार्यक्रम शुरू किया है।

राजस्थान पुलिस सामाजिक संगठनों के साथ मिलकर सड़क पर भीख मांग रहे या बेघर होकर दूसरों से मिलने वाली सहायता पर निर्भर लोगों का सर्वे करवा रही है। सर्वे में ऐसे कई लोग मिले हैं, जो विभिन्न विधाओं में दक्ष और पढ़े-लिखे हैं, लेकिन किन्हीं हालात और अपनों के ठुकराने पर भिक्षावृत्ति पर मजबूर हो गए।

मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक के बाद भिखारियों के सर्वे और पुनर्वास को लेकर योजना पर विचार हुआ है। इसी के तहत 16 जुलाई से 31 जुलाई तक सर्वे किया। अब 6 से 13 अगस्त तक काउंसलिंग की कार्रवाई चल रही है।

कई पुरस्कार जीते

त्रिवेणी नगर पुलिया के नीचे कई महीनों से रह रही वाराणसी की मंजू मिश्रा ने बताया कि उसके पति की मृत्यु हो चुकी है और बेटी की शादी हो चुकी है। पहले वो संगीत की अध्यापिका हुआ करती थी। उसे इसके लिए कई पुरस्कार भी मिले। यह बताते हुए मंजू की आंखों में चमक दिखी। उसने कहा कि जब अकेली हुई तो जयपुर आ गई। पुलिया के नीचे बसेरा बना लिया। काउंसलिंग के दौरान सामाजिक संगठन और पुलिस ने घर परिवार के बारे में जानने की कोशिश की, लेकिन ज्यादा नहीं बताया। वह अब वह घर नहीं जाना चाहती। मंजू ने कहा कि वह खाना बहुत अच्छा बनाती है, यदि सरकार काम का अवसर दे तो जरूर करना चाहेगी।


बीकॉम पास भिखारी
त्रिवेणी नगर पुलिया के नीचे ही पुलिस को बुजुर्ग रामलाल भी मिले जिन्होंने बताया कि वे 1972 के बी.कॉम शिक्षित हैं। उनको सिलाई का काम भी आता है। परिवार में दो बेटे हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। रिश्तेदारों से विवाद के कारण सब कुछ छूट गया। पुलिस ने कोई मदद नहीं की। अब पुलिया के नीचे रहकर जो मिल जाता है उससे काम चला रहे हैं। जब उनसे सरकार की ओर से काम दिए जाने की बात कही तो बोले, सरकारें कई आती हैं चली जाती है, होना-जाना कुछ नहीं है। रामलाल की आवाज में सरकार के वादों को लेकर पीड़ा और गुस्सा नजर आया।


- सीएम ने किया मोनोग्राफ के डिजिटल संस्करण के लोकार्पण

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने निर्देश दिए हैं कि जो स्वतत्रंता सैनानी अभी जीवित हैं, उनके अनुभवों का वीडियो बनाकर स्वाधीनता संग्राम की उनकी यादों को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक बनाने का प्रयास किया जाए। साथ ही, जिन स्वाधीनता सैनानियों के मोनोग्राफ नहीं बने हैं, उनके मोनोग्राफ भी प्रकाशित हों। उन्होंने कहा कि हम सभी का कर्तव्य है कि हमारे महापुरुषों की जीवनी और उनके संघर्ष को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाएं।

गहलोत ने मुख्यमंत्री निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी की ओर से स्वाधीनता संग्राम के पुरोधाओं के मोनोग्राफ के डिजिटल संस्करण का लोकार्पण एवं ई-लाइब्रेरी वेब एप्लीकेशन का शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि स्वाधीनता सैनानियों के मोनोग्राफ का डिजिटल स्वरूप आजादी के आंदोलन में भागीदारी निभाने वाले इन सैनानियों की यादें युवा पीढ़ी तक आसानी से पहुंचाने और युवाओं को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि इन मोनोग्राफ के डिजिटलाइजेशन के बारे में व्यापक प्रचार-प्रसार किया जाए, ताकि छात्रों खासकर शोधार्थियों को हमारे स्वाधीनता सैनानियों के बारे में जानने में आसानी हो। राजस्थान हिन्दी ग्रंथ अकादमी के अध्यक्ष एवं उच्च शिक्षा राज्यमंत्री भंवरसिंह भाटी ने कहा कि 15 वर्ष पहले प्रकाशित 61 मोनोग्राफ के डिजिटल स्वरूप में आने से छात्र सरल व सुगम तरीके से मोबाइल पर डाउनलोड कर हमारे स्वतंत्रता सैनानियों की जीवनी के बारे में अधिक से अधिक जानकारी हासिल कर पाएंगे। उन्होंने कहा कि 2001 से अब तक दिवंगत हुए लगभग 150 स्वतत्रंता सैनानियों के मोनोग्राफ प्रकाशन की तैयारी की जा रही है।

गौरतलब है कि देश की आजादी के लिए स्वतंत्रता सेनानियों ने काफी बलिदान किए हैं। ऐसे में उनके संघर्ष की कहानियां आज के युवाओं को प्रेरित करने में सहायक हो सकती हैं। अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री की यह अपील युवाओं को कितना प्रेरित करती हैं।

दक्षिण एशिया में बढ़ेगा सूखा
सूखे की चपेट में भारत भी आएगा
आईपीसीसी रिपोर्ट ने बढ़ाई चिंता
जयपुर। नवीनतम आईपीसीसी रिपोर्ट में मानसूनी वर्षा के चरम में वृद्धि के बारे में चेतावनी के साथ वैज्ञानिकों ने पूरे भारत और दक्षिण एशिया में सूखे के बढ़ते मामलों की ओर इशारा किया है। जलवायु परिवर्तन 2021 भौतिक विज्ञान रिपोर्ट में वैज्ञानिकों ने कहा कि सूखे की घटना को 21 वीं सदी के उत्तरार्ध में बढ़ते तापमान से जोड़ा गया है, जिससे मानसून की वर्षा में वृद्धि हुई है।
रिपोर्ट में 20वीं सदी के उत्तरार्ध में दक्षिण एशियाई मानसून के समग्र रूप से कमजोर होने का उल्लेख किया गया है। वैज्ञानिक ने कहा कि जलवायु मॉडल के परिणामों से संकेत मिलता है कि एंथ्रोपोजेनिक एरोसोल फोसिंर्ग ने हाल ही में ग्रीष्मकालीन मानसून वर्षा में कमी का प्रभुत्व किया है, जैसा कि ग्रीन हाउस गैसों (जीएचजी) के कारण अपेक्षित तीव्रता के विपरीत है। पिछले 10 वर्षों में वैश्विक तापमान 1850-1900 की तुलना में लगभग 1.1 डिग्री सेल्सियस अधिक गर्म था। पिछले चार दशकों में से प्रत्येक पूर्व-औद्योगिक समय से रिकॉर्ड पर सबसे गर्म रहा है। रिपोर्ट बताती है कि आने वाले दशकों में सभी क्षेत्रों में जलवायु परिवर्तन में वृद्धि होगी।

जयपुर. तीन साल पहले प्रेम विवाह कर सुर्खियों में रहने वाले भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी टीना डाबी और अतहर आमिर का जयपुर के पारिवारिक न्यायालय में तलाक हो गया है। दोनों ने आपसी सहमति से पारिवारिक न्यायालय में तलाक के लिए संयुक्त प्रार्थना पत्र पेश किया था।

पांच साल पहले सेवा में आए डाबी व आमिर की ओर से दायर प्रार्थना पत्र में कहा है कि उनके विचार एक-दूसरे से नहीं मिलते हैं, इस कारण अब साथ रहना संभव नहीं है। दोनों ने पारस्परिक सहमति से अलग होने की इच्छा जाहिर करते हुए तलाक की डिक्री जारी करने का आग्रह किया था। जिसे न्यायालय ने मंगलवार को मंजूर कर लिया।

आईएएस ट्रेनिंग के दौरान ही आए करीब
दोनों की ओर से जयपुर स्थित पारिवारिक न्यायालय-प्रथम में विवाह विच्छेद के लिए संयुक्त याचिका दायर की है। संघ लोक सेवा आयोग की 2015 की परीक्षा में टीना डाबी ने देश में पहली और अतहर आमिर ने दूसरी रेंक प्राप्त की थी। उनका 2016 बैच में चयन हुआ और ट्रेनिंग के दौरान ही प्यार हो गया और विधिवत तरीके से 2018 में शादी की थी।


प्रेम विवाह पूरे देश में रहा चर्चा का विषय

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आईएएस टॉपर का प्रेम विवाह देश में चर्चा का विषय बना था। एक दिन पहले ही टीना वित्त विभाग में संयुक्त सचिव पर स्थानांतरित होकर जयपुर आई हैं। आमिर सीईओ जिला परिषद, जयपुर के पद कार्यरत हैं। दोनों राजस्थान कैडर के आईएएस अधिकारी हैं। टीना ने दिल्ली के लेडी श्रीराम कॉलेज से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक परीक्षा उत्तीर्ण की। आमिर ने आईआईटी मंडी से बी.टेक किया।

खान सरनेम हटाकर किया था अनफॉलो
टीना और उनके पति अतहर ने एक दूसरे को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर अनफॉलो कर दिया था। इसके अलावा शादी के बाद अपने नाम के आगे खान सरनेम लिखने वाली टीना ने कुछ दिनों पहले खान सरनेम हटाने के साथ ही अपने इंस्टाग्राम बायो से कश्मीरी बहू शब्द भी हटा दिया था। इसी के साथ दोनों के बीच मतभेद होने की बात सामने आने लगी थी।

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हरमाड़ा थाना पुलिस ने भेड़ चराने वाले बुजुर्ग चरवाहे की हत्या के मामले का खुलासा करते हुए दो बदमाशों को गिरफ्तार किया हैं। पुलिस इस मामले में फरार चल रहे दो अन्य बदमाशों की तलाश में जुट गई हैं। पुलिस पूछताछ में सामने आया कि बदमाशों ने सोने की मुर्कियों के लिए हत्या की थी।
डीसीपी (पश्चिम) प्रदीप मोहन ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी दीपक वर्मा (20) पुत्र सुलतान सिंह जयरामपुरा हरमाड़ा और दिनेश कुमार शर्मा (22) पुत्र डी.के राजावास हरमाड़ा का रहने वाला हैं। पुलिस ने बताया कि इस संबंध में गदलियो की ढाणी जयरामपुरा निवासी मुकेश कुमार ने थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया था कि उसके पिताजी मालीराम गुर्जर रोज की तरह घर से भेड़ चराने के लिए निकले थे। साढ़े तीन बजे उनके छोटे भाई गिर्राज ने बताया कि पिताजी की हत्या कर कानों से सोने की मूर्कियां ले गए हैं। मामला दर्ज करने के बाद एडिशनल डीसीपी रामसिंह, एसीपी चौमू राजेन्द्र सिंह निर्वाण और थानाप्रभारी चेनराम बेडा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया। टीम ने कार्रवाई करते हुए दीपक और दिनेश को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस इस मामले में फरार दादर बावड़ी हरमाड़ा निवासी अजय और ईश्वरी सिंह पुरा सनसिटी के पास निवासी सिद्धार्थ वर्मा उर्फ विक्की की तलाश कर रही हैं।

इस तरह दिया वारदात को अंजाम-
पुलिस पूछताछ में बदमाशों ने बताया कि वह अपने शौक पूरे करने के लिए मृतक के कानों में पहनी हुई सोने की मूर्कियों को लूटने के इरादे से मृतक मालीराम गुर्जर पर हमला किया। लेकिन मृतक ने संघर्ष किया तो उस पर गुत्थीनुमा धारदार हथियारे से हमला कर गला काट दिया और कानों में पहनी हुई सोने की मुर्कियां ले गए।

जयपुर।

दिल्ली में रेप पीड़िता के परिवार की पहचान उजागर करने के मामले में कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की परेशानियां बढ़ती नजर आ रही है। भाजपा के प्रदेश सचिव जितेंद्र गोठवाल ने मंगलवार को सेशन कोर्ट में राहुल गांधी के खिलाफ इस्तगासा दायर किया है। जिसे 11 अगस्त के लिए सूचीबद्ध किया है।

अधिवक्ता दिनेश पाठक ने बताया कि दिल्ली के कैंट एरिया में नाबालिग लड़की के साथ हुए दुष्कर्म के बाद राहुल गांधी ने पीड़िता की मां के साथ मुलाकात की थी। इसके बाद गांधी ने अपने ट्विटर अकाउंट पर इस मुलाकात की फोटो को 4 अगस्त को अपलोड किया। जिसके कारण पीड़िता और उसके परिवार की पहचान सार्वजनिक हो गई। परिवाद में कहा गया कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार किसी भी बलात्कार पीड़िता का नाम, पता, स्कूल और यहां तक कि उसके पड़ोस की जानकारी भी सार्वजनिक नहीं की जा सकती। परिवाद में ट्विटर को भी आरोपी बनाया गया है। परिवादी की ओर से पॉक्सो अधिनियम की धारा 23, आईपीसी की धारा 228, बाल संरक्षण अधिनियम की धारा 74 और आईटी एक्ट की धारा 67ए के तहत आरोप लगाए गए हैं.

सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएंगे

गोठवाल ने बताया कि इस्तगासा में राहुल गांधी के खिलाफ पॉक्सो एक्ट और बाल संरक्षण अधिनियम की धाराओं में मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है। राहुल गांधी ने रेप पीड़िता परिवार से मुलाकात के बाद जिस तरह ट्विटर पर अपनी राजनीति चमकाने के लिए फोटो वायरल की, उससे दलित और पीड़ित परिवार की पहचान उजागर हुई, जो कानूनी दृष्टि से सही नहीं है। यदि न्याय नहीं मिला तो भाजपा हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट का भी दरवाजा खटखटाएगी।

इसलिए लेनी पड़ी कोर्ट की शरण

जितेंद्र गोठवाल के नेतृत्व में 5 अगस्त को अंबेडकर सर्किल से अशोक नगर थाना तक पैदल मार्च निकालकर राहुल गांधी के खिलाफ परिवाद दिया था। लेकिन पुलिस ने उसे दर्ज नहीं किया. ऐसे में मजबूर होकर गोठवाल को कोर्ट की शरण लेनी पड़ी है।

जयपुर। कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच प्रदेश के छह जिलों में होने वाले जिला परिषद और पंचायत समिति सदस्यों के चुनाव के लिए बुधवार को अधिसूचना जारी होगी। इसके साथ ही नामांकन प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी। 16 अगस्त तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंगे। कोविड को देखते हुए चुनाव प्रचार पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। निर्वाचन आयोग ने घर-घर जाकर ही प्रचार करने के निर्देश दिए हैं।
निर्वाचन आयोग ने पिछले दिनों ही जयपुर, जोधपुर, भरतपुर, श्रीगंगानगर, सिरोही, दौसा में पंचायत चुनाव कराने की घोषणा की थी। इन छह जिलों के 200 जिला परिषद्, 1564 पंचायत समिति वार्डों के लिए नामांकन प्रक्रिया शुरू होगी। निर्वाचन आयोग की ओर से जारी सूचना के अनुसार नामांकन 16 अगस्त दोपहर तीन बजे तक दाखिल किए जा सकेंगे। रविवार होने की वजह से पन्द्रह अगस्त को नामांकन दाखिल नहीं किए जा सकेंगे। कोविड के चलते इस बार नामांकन दाखिल करने के लिए आयोग ने एक दिन अतिरिक्त दिया है। 17 अगस्त को नामांकन पत्रों की जांच होगी। इसके बाद 18 अगस्त दोपहर तीन बजे तक नाम वापस लिए जा सकेंगे। जिला परिषद् सदस्य और पंचायत समिति सदस्यों के लिए 26 अगस्त, 29 अगस्त और एक सितम्बर को तीन चरणों में मतदान करवाया जाएगा।

निर्वाचन आयोग ने की राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक
निर्वाचन आयोग के पदाधिकारियों ने मंगलवार को मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर उन्हें चुनाव के दौरान कोविड संबंधी दिशा-निर्देशों की पालना को लेकर चर्चा की। सभी दलों के प्रतिनिधियों ने यह आश्वस्त किया कि वे कोविड गाइडलाइन की पूरी तरह से पालना करेंगे।

जयपुर।

वीर सावरकर द्वारा हिंदुत्व और हिंदु राष्ट्र का समर्थन करने वाली बात को लेकर दिए शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के बयान पर विधायक वासुदेव देवनानी ने पलटवार किया है।

देवनानी ने कहा कि अधकचरा ज्ञान अहितकारी होता है। वीर सावरकर का हिंदुत्व और हिंदू राष्ट्र की कल्पना राष्ट्रविरोधियों के वंशजों की संकुचित सोच से बाहर का मामला है। सत्ता की लालसा रखने वाले कांग्रेस के नेताओं से इससे ज्यादा और कुछ उम्मीद भी नहीं की जा सकती है। देवनानी ने कहा कि बयान देने से पहले डोटासरा उच्चतम न्यायालय द्वारा दी गई हिन्दुत्व संबंधित परिभाषा ही पढ़ लेते तो ऐसा नहीं बोलते। न्यायालय ने स्पष्ट कहा है कि हिन्दू, हिन्दुत्व, हिन्दुज्म को संक्षिप्त अर्थों में परिभाषित कर किन्हीं मजहबी संकीर्ण सीमाओं में नहीं बांधा जा सकता है। इसे भारतीय संस्कृति और परंपरा से अलग नहीं किया जा सकता। न्यायालय की परिभाषा यह दर्शाती है कि हिन्दुत्व शब्द इस उपमहाद्वीप के लोगों की जीवन पद्धति से संबंधित है। इसे कट्टरपंथी मजहबी संकीर्णता के समान नहीं कहा जा सकता।

देवनानी ने यह भी कहा कि कांग्रेसी हमेशा से ही महान स्वतंत्रता सेनानी वीर सावरकर के गौरवमयी इतिहास के सूरज को झुठलाते आए हैं, लेकिन सत्य—सत्य होता है एक दिन स्वीकार करना ही होता है। देश की आजादी में सावरकर की भूमिका थी और आजादी से पहले हिन्दू राष्ट्र की मांग भी जायज थी यह बात बयान कर कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष डोटासरा ने यह साबित कर ही दिया।

जयपुर. आपके आस—पास की बनी सड़क यदि तीन वर्ष में बनी है और वो क्षतिग्रस्त हो गई है तो आप सीधे फोन कर सकेंगे। जेडीए ने अपनी सभी जोन की सड़कों की सूची वेबसाइट पर अपलोड कर दिया है। इसमें एक्सईएन, एईएन और जेईएन के अलावा संवेदक का नाम और मोबाइल नम्बर भी सूची में दिए गए हैं। साथ ही डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड की भी जानकारी दी गई है। जो सूची डाली हैं, उसमें कई सड़कें ऐसी हैं, जिनका निर्माण कार्य 2017 और 2018 में ही पूरा हो चुका, लेकिन दो से तीन वर्ष बीत जाने के बाद जेडीए ने यह सूची अपलोड की है।
गौरतलब है कि 10 अगस्त को पत्रिका ने शीर्षक '900 करोड़ रुपए की सड़कें बनाने वाले हो गए लापता' खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया था कि कैसे जिम्मेदार फर्मों की सूची अपलोड न कर जेडीए और नगर निगम संवेदकों को बचा रहे हैं। इसके बाद जेडीसी गौरव गोयल ने जेडीए इंजीनियरिंग विंग के अभियंताओं को मंगलवार शाम तक सूची अपलोड करने के निर्देश दिए।

निगम के अधिकारियों की नहीं टूटी तंद्रा
नगर निगम को जनता की समस्या से कोई सरोकार नहीं है। तभी तो निगम के अधिकारी सड़कों के निर्माण कार्य की सूची डालने से बचते हुए दिखाई देते हैं। बेवसाइट पर जो सूची अपलोड है उसका डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड खत्म हो चुका है। जबकि, जिन सड़कों का डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड चल रहा है, उनकी सूची अब तक अपलोड नहीं की है। इसके लिए ग्रेटर नगर निगम मुख्य अभियंता अनिल सिंघल और हैरिटेज नगर निगम के अधीषण अभियंता अनिल घीया जिम्मेदार है। क्योंकि इन दोनों की अनुमति के बाद ही सूची को वेबसाइट पर अपलोड किया जाएगा।



जयपुर, 10अगस्त
राजधानी जयपुर सहित प्रदेश के अन्य भागों में मानसून का दौर समाप्त हो चुका है और एक बार फिर प्रदेश गर्मी और उमस की चपेट में है। मंगलवार को तेज धूप, गर्मी और उमस से दिन भर परेशान किए रखा।मौसम विभाग के मुताबिक अब बरसात के लिए कुछ दिन और इंतजार करना पड़ेगा। जिससे उमस और गर्मी से पारे में बढ़ोतरी होगी। मौसम विभाग के मुताबिक मानसून ट्रफ लाइन अपनी सामान्य अवस्था से उत्तर दिशा में हमालय की तरफ शिफ्ट होने से राज्य के अधिकांश स्थानों पर पश्चिमी हवाएं प्रभावी हो चुकी हैं। वर्तमान परिस्थिति के अनुसार आगामी एक सप्ताह के दौरान राज्य में अधिकांश स्थानों पर मौसम मुख्यत: शुष्क रहने की संभावना है। हालांकि इस दौरान पूर्वी राजस्थान में छुटपुट स्थानों पर हलके से मध्यम दर्जे की बारिश हो सकती है। इस दौरान तापमान में भी दो से तीन डिग्री सेल्सियस की बढ़ोतरी होने की संभावना है। पाकिस्तान की ओर से आ रही गर्म हवा से तापमान में बढ़ोतरी होगी। राजधानी जयपुर का दिन का तापमान 35 डिग्री सेल्सियस रहा जबकि सबसे अधिक तापमान 40.6 डिग्री सेल्सियस फलौदी में रिकॉर्ड किया गया।
प्रदेश के विभिन्न भागों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 33.4 26.8
जयपुर 35.0 26.7
कोटा 34.2 25.9
डबोक 32.0 25.1
बाड़मेर 37.3 26.7
जैसलमेर 36.8 25.1
जोधपुर 36.5 29.0
बीकानेर 38.6 26.1
श्रीगंगानगर 40.2 30.2
भीलवाड़ा 33.5 24.5
पिलानी 36.0 26.1
सीकर 33.5 24.0
फलौदी 40.6 29.2
वनस्थली - 25.6
अलवर - 25.2
पाली - 29.3
नागौर - 27.9
टोंक - 25.7
बूंदी - 25.4



जयपुर। मुख्य सचेतक महेश जोशी ने डिजिटल बाल मेला में बच्चों से रूबरू होते हुए कहा कि बच्चों को दलगत राजनीति से दूर रहना चाहिए। दलगत राजनीति से दूर रहते हुए उन्हें राजनीति सीखनी चाहिए। इस तरह की बिना दलगत वाली राजनीति के साथ उन्हें विधानसभा में पहुंचना चाहिए। दरअसल, यह बात उन्होंने फ्यूचर सोसाइटी, एलआईसी और आईडीबीआई बैंक की ओर से आयोजित किए जा रहे डिजिटल बाल मेले के दौरान कही। सेशन के दौरान एक बच्चे के सवाल के जवाब में जोशी ने यह बात कही। सेशन के दौरान हनुमानगढ़ के पीयूष गोयल ने मुख्य सचेतक महेश जोशी से सवाल किया कि राजस्थान में चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास किया गया था। इस तरह की राजनीति को आप कैसे दिखते हैं? इस सवाल के जवाब में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि राजस्थान ने धनबल की राजनीति को पहले भी नकारा है और आगे भी नकारेगा। उन्होंने कहा कि राजस्थान में विधायकों को खरीदने की कोशिश हुई और उन्हें कीमत भी ऑफर हुई होगी। लेकिन इसके बावजूद भी राजस्थान वासियों ने इस तरह की राजनीति को पूरी तरह से नकार दिया। उन्होंने राजस्थान के लोगों को इसके लिए बधाई दी।
बाल मेले के सेशन के दौरान बच्चों ने महेश जोशी से पूछा कि सदन में अनुशासन तोडऩे वालों पर क्या करवाई होती है? इस सवाल के जवाब में मुख्य सचेतक महेश जोशी ने कहा कि अनुशासन तोडऩे वालों पर अलग.अलग नियमों के तहत कार्रवाई की जाती है। इसमें विधायक या सांसद के निलंबन की कार्रवाई भी होती है। विधानसभा में कई बार इस तरह की कार्रवाई अमल में भी लाई गई है। वहीं एक सवाल के जवाब में उन्होंने बताया कि राज्य में विधान परिषद के गठन के प्रयास किए जा रहे हैं, इसमें कुछ समय लगेगा। राजस्थान में 66 विधान परिषद के सदस्य चुने जा सकेंगे।


जयपुर, 10 अगस्त
राजस्थान पशु चिकित्सा कर्मचारी संघ के आह्वान पर प्रदेश की सभी जिला शाखाओं की ओर से जिला कलेक्टर के माध्यम से संघ की 11 सूत्रीय मांगों को जल्द पूरा किए जाने को लेकर बुधवार को मुख्यमंत्री, मुख्य सचिव, पशुपालन मंत्री, प्रमुख शासन सचिव,पशुपालन विभाग और निदेशक पशुपालन विभाग के नाम ज्ञापन सौंपा जाएगा। संघ के प्रदेशाध्यक्ष अजय सैनी ने बताया कि सरकार द्वारा पशु चिकित्साकर्मियों की वाजिब मांगों का समाधान नहीं होने से संघ को मजबूरन आंदोलन की राह पर जाना पड़ रहा है। पशुपालन विभाग के अधीन कार्यरत अधिनस्थ पशु चिकित्सा संवर्ग के कर्मचारियों के साथ राज्य सरकार द्वारा उपेक्षित व्यवहार किया जा रहा है । संघ अपनी न्यायोचित मांगो के समर्थन में आंदोलन कर रहा है यदि समय रहते मांगों का निराकरण नहीं किया गया तो मजबूरन कर्मचारी राज्य सरकार द्वारा जनहित में संचालित कल्याणकारी योजनाओं को ठप्प करने के लिए विवश होंगे, जिसकी समस्त जवाबदेही राज्य सरकार एवं विभागीय प्रशासन की होगी। सैनी ने बताया कि 25 अगस्त को जयपुर स्थित पशुपालन विभाग के निदेशालय पर एक दिवस का सांकेतिक धरना दिया जाएगा। इसके बाद भी अगर सरकार हमारी मांगों को पूरा नहीं करती है तो आंदोलन जारी रहेगा। संघ की मांगों में पशुधन सहायक का वेतनमान एवं अन्य सुविधाएं मेडिकल नर्स के समान करने,पशु चिकित्सा सहायक को हार्ड ड्यूटी भत्ता स्वीकृत करने, प्रशिक्षण अवधि तीन साल के साथ 6 माह की इंटर्नशिप करने, वेटरनरी नर्सिंग कौंसिल की स्थापना करने,पशु चिकित्सा कर्मचारियों के पदनाम परिवर्तन, कोरोना महामारी से दिवंगत हुए कार्मिकों को 50लाख रुपए अनुग्रह राशि स्वीकृत करने सहित 11 प्रमुख मांगें शामिल हैं।

जयपुर। अपने बयानों को लेकर चर्चा में रहने वाले परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास एक बार फिर विवादों में है। दरअसल प्रताप सिंह खाचरियावास का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वे नगर निगम के अफसर के लिए अपशब्दों का इस्तेमाल कर रहे हैं।

वायरल वीडियो में खाचरियावास कह रहे हैं कि किसी गरीब का पानी बंद नहीं होगा मैं उसे भगा दूंगा चाहे कोई कितना ही बड़ा अफसर हो। वायरल वीडियो में प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि कोई होगा कमलेश जी, गरीब का पानी बंद नहीं होगा मैं भगा दूंगा कोई कितना ही बड़ा अधिकारी क्यों न हो, मैं फिर कह रहा हूं।

दरअसल हेरिटेज नगर निगम की पशु प्रबंधन शाखा अवैध पशु डेयरी मालिकों को नोटिस जारी कर रही है। नोटिस में दी गई इस समय अवधि पूरी होने की स्थिति में संबंधित व्यक्ति पर कार्रवाई करते हुए बिजली और पानी के कनेक्शन काटे जा रहे हैं,जिसकी शिकायत लेकर नाराज लोग परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के आवास पर पहुंचे थे, जिसके बाद प्रताप सिंह खाचरियावास ने निगम अधिकारियों के खिलाफ अपशब्द कहे।


10 अगस्त, जयपुर। विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर राजस्थान कौशल और आजीविका विकास निगम (Rajasthan Skill and Livelihood Development Corporation) की ओर से मंगलवार को विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में आरएसएलडीसी के प्रशिक्षण प्रदाता प्रतिध्वनि संस्थान के सौजन्य से आदिवासी क्षेत्रों से जुड़ी 11 महिला प्रशिक्षणार्थियों को निशुल्क सिलाई मशीनें वितरित की गई। इस अवसर पर प्रतिध्वनि संस्थान, बांसवाड़ा की सचिव डॉ. निधि जैन ने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान में कौशल विकास का महत्वपूर्ण योगदान है। आदिवासी महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उनका कौशल विकास आवश्यक है। एमएसएमई के सहायक निदेशक अजय शर्मा ने कहा कि आजीविका विकास निगम को पिछड़े क्षेत्र की लड़कियों को कौशल विकास से जोड़कर उन्हे सक्षम बनाना चाहिए। इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता आरएसएलडीसी के चैयरमेन डॉ. नीरज के पवन ने की। इस अवसर पर आरएसएलडीसी के अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे। डॉ. नीरज के पवन ने इस समारोह में सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए संबोधित किया। उन्होंने कहा कि आरएसएलडीसी का मुख्य उद्देश्य राज्य के 15 से 35 वर्ष के युवाओं और विशेष वर्गों में 45 वर्ष तक के नागरिकों को कौशल विकास से जोडऩा है। साथ ही आदिवासी एवं पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए निगम ने अपनी योजनाओं को पुर्नगठित भी किया है। निगम की नवीन योजनाओं सक्षम और समर्थ का ध्येय ही पिछड़े वर्गों के युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोडऩा है। इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आईआईसीडी से किंशुक मुखर्जी और प्रतिध्वनि संस्थान से डॉ. संजय लोढ़ा उपस्थित थे।

जयपुर। सवाई मानसिंह अस्पताल में बनने वाले आईपीडी टॉवर की ऊंचाई की अनमुति को लेकर प्रमुख सचिव, यूडीएच कुंजीलाल मीणा की अध्यक्षता में मंगलवार को बैठक हुई। इसमें टॉवर की ऊंचाई 115 मीटर तक करने पर मंथन हुआ, लेकिन कई दिक्कतें होने के कारण फिलहाल सहमति नहीं बन पाई। इस मामले में गुरुवार को फिर बैठक होगी।
बताया जा रहा है कि सहमति नहीं बनने के पीदै मुख्य रूप से नगर निगम के पास इतनी ऊंचाई तक आग बुझाने के लिए फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं होना और हाईकोर्ट की रोक मुख्य वजह रही। हाईकोर्ट ने कुनाल रावत बनाम सरकार के केस में फिलहाल 32 मीटर तक ही निर्माण की अनुमति दे रखी है। अभी शहर में 42 मीटर उंचाई तक स्नार्गल लैडर और अब 70 मीटर ऊंचाई तक मशीन आ रही है। हालांकि, चारदीवारी के नजदीक इतने ऊंचे टॉवर बनाने में जुटे कुछ अफसरों ने तर्क दिया कि इससे ज्यादा ऊंचाई की इमारतों में आग बुझाने के लिए अंदरुनी ही संसाधन लगते हैं। गौरतलब है कि जहां टॉवर बनना प्रस्तावित है, वहां बिल्डिंग बायलॉज में अधिकतम 20 मीटर ऊंचाई तक ही निर्माण की अनुमति है।


जयपुर, 10अगस्त
राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University) से सम्बद्ध और संघटक महाविद्यालयों (Affiliate and Constituent Colleges) के स्नातकोत्तर/स्नातक ( पास/ऑनर्स/एडिशनल/डीफ, डंब एंड ब्लाईंड )विज्ञान, वाणिज्य, तथा कला संकाय (Faculty of Science, Commerce, and Arts (Post / Honors / Additional / Deaf, Dumb and Blind)) की मुख्य परीक्षा-2021 के नियमित, स्वंयपाठी एवं पूर्व परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षाएं (practical exams) 12 अगस्त से प्रारंभ होंगी। विश्वविद्यालय के जनसम्पर्क प्रकोष्ठ के मुताबिक परीक्षार्थियों की प्रायोगिक परीक्षा की तिथि संबन्धित प्राचार्य द्वारा निश्चित की जाएगी, जिससे परीक्षार्थी निर्धारित तिथि और बैच में ही सम्बन्धित विषय की प्रायोगिक परीक्षा में सम्मिलित हो सकेंगे। विद्यार्थी प्रायोगिक परीक्षाओं से संबंधित विस्तृत दिशा निर्देश और जानकारी विवि की वेबसाइट के माध्यम से प्राप्त कर सकते हैं।

राज्यपाल मिश्र से केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री की मुलाकात

जयपुर,10 अगस्त। राज्यपाल कलराज मिश्र (Governor Kalraj Mishra) से मंगलवार को नई दिल्ली स्थित जोधपुर हाउस में केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय कुमार मिश्र ने मुलाकात की। राज्यपाल मिश्र से उनकी यह शिष्टाचार भेंट थी।

शादाब अहमद / नई दिल्ली। आरएलपी संयोजक व नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने कहा कि केन्द्र सरकार को धौलपुर-भरतपुर सहित 9 राज्यों के जाटो को केंद्र की नौकरियों में आरक्षण के जल्द से जल्द मंजूरी देनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मानसून सत्र के पहले दिन से देश में बढ़ती महंगाई, बेरोजगारी, किसान सहित कई मुद्दों पर विशेष चर्चा की मांग की जा रही है, लेकिन सरकार ने अब तक इस पर ध्यान नहीं दिया।

बेनीवाल ने यह बातें मंगलवार को लोकसभा में ओबीसी की सूची तैयार करने के अधिकार राज्यों को सौंपने के विधेयक की चर्चा में भाग लेते हुए कही। उन्होंने विधेयक को समर्थन देते हुए सरकार की कई नीतियों पर सवाल खड़े किए। बेनीवाल ने कहा कि बहुत बड़े संघर्ष के बाद सामाजिक न्याय के पुरोधा इस देश में मंडल आयोग की सिफारिशें लागू करवा पाए। मंडल आयोग में 27 फीसदी आरक्षण की बात की गई थी, लेकिन दो दशक से अधिक बीतने पर भी ओबीसी वर्ग का सरकारी सेवाओं में प्रतिनिधित्व करीब 20 फीसदी तक ही पहुंचा है।

सांसद ने कहा कि राजस्थान में भाजपा शासन में गुर्जर आंदोलन मे पुलिस की गोली से 70 गुर्जर, हरियाणा जाट आरक्षण में सेना व पुलिस की गोलियो से 40 से अधिक युवाओं की मौत हुई। चुनाव के समय विभिन्न सरकारों ने आरक्षण के झूठे वादे भी जनता से किए। उन्होंने धौलपुर और भरतपुर के जाट समाज सहित 9 राज्यों के जाटो को केंद्र की नौकरियो में आरक्षण देने के वादे को निभाने की मांग प्रधानमंत्री से की।

उन्होंने कहा कि तत्कालीन यूपीए सरकार ने अधिसूचना जारी कर बिहार, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली, राजस्थान में धौलपुर-भरतपुर जिला और उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के जाटों को केंद्रीय नौकरियों में ओबीसी आरक्षण दिया था। इन 9 राज्यों के जाटों को केंद्र की ओबीसी सूची में शामिल कर लिया था, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने इस अधिसूचना को रद्द कर दिया। इस विषय पर भी केंद्र को राह निकालकर जाटों को आरक्षण देने की जरूरत है।

अब्दुल बारी/जयपुर. मदरसा में पढ़ने वाले अधिकतर बच्चे मिडिल क्लास पास करने के बाद शिक्षा से ही मुंह मोड़ते दिखाई दे रहे हैं। चिंता की बात ये है कि इस मामले की मदरसा बोर्ड और अल्पसंख्यक विभाग दोनों ही ध्यान नहीं दे रहे हैं। हालात ये हैं कि इस साल 8वीं के तमाम छात्रों को प्रमोट कर दिया गया है, लेकिन आगे की पढ़ाई को लेकर मदरसों में करीब 80 प्रतिशत तक बच्चे उदासीन बने हुए हैं, जबकि 9वीं में ए डमिशन की अंतिम तारीख नजदीक है। मदरसों से ड्राप आउट के ऐसे हालात को देखते हुए विभिन्न मदरसा संचालकों ने सरकार से मदरसों को सैकेंडरी तक क्रमोन्नत करने की मांग की है।


70 से 80 प्रतिशत ने नहीं ली टीसी, संचालक बोले- बकाया जैसा मामला भी नहीं

घाटगेट स्थित मदरसा इकरा तालीमुल कुरआन के अध्यक्ष रफीक गारनेट ने बताया कि उनके मदरसे में 79 विद्यार्थी प्रमोट हुए हैं। इनमें चेताने बावजूद केवल 23 बच्चों ने ही अब तक टीसी ली है। गारनेट ने बताया कि समाज की ओर से चलने वाले मदरसों में फीस भी काफी कम है, ऐसे में अभिभावकों के सामने बकाया होने जैसा मसला भी नहीं है। वहीं बाबू का टीबा स्थित मदरसा अनवारुल इस्लाम के हैड मास्टर अशरफ अली ने बताया कि इस साल 8वीं में 26 बच्चे प्रमोट हुए हैं, जिनमें 16 लड़कियां हैं। लेकिन अब तक केवल 5 बच्चों ने टीसी ली है और पढ़ाई जारी रखने के इच्छुक दिख रहे हैं। रामगंज के मदरसा गुलजार मस्जिद के सचिव उमरदीन ने बताया कि 8वीं में 23 बच्चे प्रमोट हुए हैं, ज बकि केवल 6 ने ही टीसी ली है, कोरोना के बाद से बच्चों में पढ़ाई की दिलचस्पी काफी कम हुई। है।

'पिछले साल 90 प्रतिश त तक ड्राप आउट हुआ, ध्यान देने की जरूरत'

अभी मदरसों को मिडिल तक मान्यता है। सरकार से मांग है कि सक्षम मदरसों को सैकेंडरी तक की मान्यता दें, ताकि हम मदरसोंं में ही बच्चों को आगे पढ़ा लें। ड्रॉप आउट करने वाली बड़ी तादाद लड़कियों की है। इसे रोकने के लिए शिक्षा विभाग, मदरसा बोर्ड और मुस्लिम समाज तीनों को गंभीरता से उचित कदम उठाने की जरूरत है। पिछले साल भी मदरसों में 90 प्रतिशत तक ड्राप आउट होने का अनुमान है।

कय्यूम अख्तर
जनरल सैकेट्री, ऑल इंडिया मिल्ली काउंसिल

ड्राप आउट रोकने का प्रयास कर रहे हैं...

इस समस्या से निजात के लिए हम ओपन स्कूल से एक टाइअप कर रहे हैं, जिसके बाद मामुली शुल्क पर मदरसों में पढ़ने वाले बच्चे 8वीं के बाद भी पढ़ाई जारी रख सकेंगे। कई मदरसा संचालक सैकेंडरी तक की मान्यता देने की मांग भी कर रहे हैं।

जमील कुरैशी
निदेशक, अल्पसंख्यक विभाग

( प्रतीकात्मक तस्वीर )

जयपुर, 10 अगस्त। गोल्फ के राष्ट्रीय खिलाड़ीप्रखर असावा (The national golfer must be strong) को राज्य सरकार की ओर से खेल कोटे के तहत वन विभाग में नियुक्ति की गई है। मंगलवार को उन्होंने विभागीय मुख्यालय अरण्य भवन पहुंचकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक वन.बल प्रमुख के समक्ष नियुक्ति ग्रहण की। इस अवसर पर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (वन.बल) प्रमुख डॉ. दीप नारायण पाण्डेय ने असावा के उज्ज्वल भविष्य की कामना करते हुए अच्छा प्रदर्शन करने के लिए शुभकामनाएं दीं। मौके पर मौजूद प्रधान मुख्य वन संरक्षक (मुख्यालय) एसके दुबे और अतिरिक्त प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं मुख्य वन्यजीव प्रतिपालक अरिंदम तोमर ने भी शुभकामनाएं दीं। उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार द्वारा खेल कोटे से खिलाडयि़ों को सरकारी नौकरी देने के के लिए आउट ऑफ टर्म पॉलिसी लागू की गई है। इसी क्रम में गोल्फर प्रखर असावा को वन विभाग में नियुक्ति दी गई है। विभाग में खेल कोटे से नियुक्त होने वाले वे पहले राष्ट्रीय खिलाड़ी हैं। असावा के पिता अमित असावा क्रिकेट कोच हैं। वर्तमान में प्रखर असावा रामबाग गोल्फ क्लब में नियमित अभ्यास करते हैं।

जयपुर। भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी आईएएस अतहर आमिर और टीना डाबी के बीच मंगलवार को आपसी सहमति से तलाक हो गया। दोनों ने 6 माह पहले ही तलाक के लिए अर्जी दाखिल की थी। राजधानी के पारिवारिक न्यायालय कोर्ट क्रम-1 ने दोनों के तलाक के डिक्री जारी करने के आदेश दिए हैं।

टीना डाबी ने यूपीएससी में पहली रैंक और अतहर आमिर ने दूसरी रैंक हासिल की थी। दोनों ही राजस्थान कैडर के आईएएस अफसर हैं। इससे पहले मंगलवार को आईएएस टीना डाबी की ओर से कोर्ट में प्रार्थना पत्र पेश कर कहा गया कि तलाक के लिए प्रार्थना पत्र पेश किए 6 माह से अधिक का समय हो गया है।

ऐसे में तलाक के प्रार्थना पत्र को जल्दी निस्तारित किया जाए। ताकि दोनों पक्ष व्यवस्थित जीवन जी सकें। इसे स्वीकार करते हुए कोर्ट ने तलाक की अर्जी की सुनवाई मंगलवार को ही तय की और आखिर में तलाक की डिक्री जारी करने के आदेश दिए।

टीना डाबी और अतहर आमिर ने विशेष विवाह अधिनियम की धारा 28 के तहत दायर अर्जी में कहा कि वे लंबे समय से एक-दूसरे से अलग रह रहे हैं। वे अब पारस्परिक सहमति से एक-दूसरे से अलग होना चाहते हैं। इसलिए उनके तलाक की संयुक्त अर्जी को मंजूर कर तलाक की डिक्री जारी की जाए।

ट्रेनिंग के दौरान आए थे करीब
टीना डाबी और अतहर आमिर ट्रेनिंग के दौरान करीब आए थे, और प्रशिक्षण के पश्चात दोनों ने साल 2018 में विवाह कर लिया था। हालांकि इसके बाद टीना डाबी ने अपने सरनेम के आगे खान भी लगा लिया था।

लेकिन पिछले कई अर्से से दोनों के बीच अनबन की खबरें आ रही थी। इस बात को बल तब मिला तब दोनों ने एक-दूसरे को ट्विटर पर अनफॉलो किया। यहीं नहीं, टीना डाबी अपने सरनेम से खान शब्द भी हटा दिया था। जिसके बाद तलाक के लिए अर्जी दाखिल की गई थी।

जयपुर।

विश्व आदिवासी दिवस के अवसर पर राजस्थान कौशल एवं आजीविका विकास निगम की ओर से यहां मंगलवार, को विशेष समारोह आयोजित किया गया। इस समारोह में आरएसएलडीसी के प्रशिक्षण प्रदाता प्रतिध्वनि संस्थान के सौजन्य से आदिवासी क्षेत्रों से जुड़ी 11 महिला प्रशिक्षणार्थियों को नि: शुल्क सिलाई मशीनें वितरित की गई।

 

इस मौके पर प्रतिध्वनि संस्थान, बांसवाड़ा की सचिव डॉ. निधि जैन ने बताया कि आदिवासी क्षेत्रों में रहने वाली महिलाओं के उत्थान में कौशल विकास का महत्वपूर्ण योगदान है। आदिवासी महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए उनका कौशल विकास आवश्यक है।

 

एमएसएमई के सहायक निदेशक अजय शर्मा ने कहा कि आजीविका विकास निगम को पिछड़े क्षेत्र की लड़कियों को कौशल विकास से जोड़कर उन्हे सक्षम बनाना चाहिए।

 

इस सम्मान समारोह की अध्यक्षता आरएसएलडीसी के चेयरमैन डॉ. नीरज के पवन ने की। इस अवसर पर आरएसएलडीसी के अन्य अधिकारीगण भी उपस्थित रहे। डॉ.नीरज के पवन ने इस समारोह में सभी को विश्व आदिवासी दिवस की बधाई देते हुए संबोधित किया।

 

उन्होंने कहा कि आरएसएलडीसी का मुख्य उदे्श्य राज्य के 15 से 35 वर्ष के युवाओं एवं विशेष वर्गों में 45 वर्ष तक के नागरिकों को कौशल विकास से जोड़ना है। साथ ही आदिवासी एवं पिछड़े वर्गों के उत्थान के लिए निगम ने अपनी योजनाओं को पुर्नगठित भी किया है। निगम की नवीन योजनाओं सक्षम और समर्थ का ध्येय ही पिछ़डे वर्गों के युवाओं को रोजगार एवं स्वरोजगार से जोड़ना है।

 

इस कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में आईआईसीडी से किंशुक मुखर्जी, एमएसएमई के सहायक निदेशक अजय शर्मा एवं प्रतिध्वनि संस्थान से डॉ. संजय लोढ़ा उपस्थित थे।

जयपुर। प्रदेश के 6 जिलों जयपुर,जोधपुर, दौसा,सवाई माधोपुर सिरोही और भरतपुर जिले में पंचायत और जिला परिषद चुनाव के लिए नामांकन कल से शुरू होंगे। इधर पंचायत जिला परिषद चुनाव के लिए प्रत्याशी तय करने के लिए कांग्रेस के जिला प्रभारियों ने मंगलवार को प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा से मिलकर तीन-तीन नामों के पैनल सौंप दिए हैं, जिस पर चर्चा के बाद प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा बुधवार सुबह सिंगल नाम फाइनल करके वापस पैनल जिला जिला प्रभारियों को वापस सौंप देंगे।

बुधवार शाम तक जारी हो सकती सूची
वहीं सूत्रों की माने तो प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय से प्रत्याशियों के नाम फाइनल होने के बाद बुधवार शाम तक जिला परिषद पंचायत चुनाव के प्रत्याशियों की सूची जारी हो सकती है।जिला प्रभारियों ने भी इसके संकेत दिए हैं।

विधायकों की राय से तय हुए प्रत्याशियों के नाम
इधर जिला परिषद और पंचायत चुनाव में प्रत्याशी चयन में एक बार फिर विधायकों को तवज्जो दी गई है। विधायकों की राय से ही जिला प्रभारियों ने तीन तीन नामों के पैनल तैयार किए हैं और प्रत्याशियों के फाइनल नाम भी जिला प्रभारियों की राय से ही हो रहे हैं। नाम फाइनल कराने को लेकर विधायक प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय के संपर्क में हैं। गौरतलब है कि 6 जिलों में हो रहे हैं पंचायत जिला परिषद के चुनाव तीन चरणों में होंगे। इन चुनावों में कांग्रेस के दो दर्जन से ज्यादा विधायकों की साख दांव पर लगी हुई है।

कल से शुरू होंगे नामांकन
पंचायत जिला परिषद चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया कल से शुरू होगी। नामांकन की अंतिम तिथि 16 अगस्त है। 6 जिलों के 200 जिला परिषद सदस्य, 1564 पंचायत समिति सदस्य, 6 जिला प्रमुख, उप जिला प्रमुख और 78 प्रधान- उप प्रधानों के लिए चुनाव होना है।


जयपुर. विधानसभा और प्रस्तावित विधायकों के आवासों के आस—पास नियम विरुद्ध इमारतों का निर्माण न हों, इसके लिए जेडीए ने सख्ती दिखाना शुरू कर दिया है। मंगलवार को विधानसभा और प्रस्तावित आवासों के आस—पास कार्रवाई की। इस दौरान विधानसभा की पीछे वाली सड़क पर भूखंड संख्या सी —121 में बेसमेंट और तीन मंजिला भवन में व्यवसायिक गतिविधियां अवैध रूप से हो रही थीं। इसमें गेस्ट हाउस, रेस्टोरेंट और लाइब्रेरी का संचालन किया जा रहा था। प्रवर्तन शाखा ने इसे सील कर दिया।
इसी तरह सी—111 में एक मेडिकल स्टोर, सी—116 में एक कैफे और एक मेडिकल स्टोर, सी—119 में एक निजी विश्वविद्यालय का प्रशासनिक कार्यायल और सी—120 में एक डायनेस्टी सेंटर को तीन दिन के नोटिस जारी व्यवसायिक गतिविधि तीन दिन में बंद करने के निर्देश दिए।
प्रवर्तन शाखा के मुख्य नियंत्रक रघुवीर सैनी ने बताया कि विधायक नगर पश्चिम से लगते हुए पीछे के क्षेत्र में दो आवासीय भूखंडों पर बिना जेडीए के अनुमति के निर्माण कार्य चल रहा था। इसको रुकवा दिया है। साथ ही पांच अन्य भवनों की अनुमोदित नक्शों की प्रति जोन कार्यालय से मांगी है। यदि निर्माण नियम विरुद्ध होगा तो कार्रवाई की जाएगी।
गौरतलब है कि विधानसभा सचिव ने कुछ दिन पहले जडीए को पत्र लिखकर नए निर्माणों को लेकर चिंता जताई थी। इसके बाद जेडीए ने मौका परीक्षण करवाकर कार्रवाई की।


अवैध कॉलोनी में निर्माण किए ध्वस्त
जोन-10 के क्षेत्राधिकार गोनेर रोड के ग्राम गोविन्दपुरा रोपाड़ा में 02 बीघा सरकारी व करीब 8 बीघा निजी खातेदारी भूमि पर नवीन अवैध कॉलोनी बसाने का काम चल रहा था। यहां ग्रेवल की सड़कें और बाउंड्रीवाल का निर्माण कर लिया था। इस निर्माण को ध्वस्त किया गया। उन्होंने बताया कि सरकारी भूमि पर अवैध कॉलोनी बसाई जाने पर निर्माणकर्ता के विरूद्व थाना खो-नोगोरियान में एफ.आई.आर. दर्ज कराने के लिए जोन उपायुक्त को पत्र लिखा है। साथ ही कृषि भूमि का गैर कृषि उपयोग करने पर कार्रवाई करने के लिए भी पत्र लिखा है।

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पुनीत शर्मा / जयपुर। जलदाय मंत्री बीडी कल्ला ने विधानसभा में प्रदेश में अवैध पेयजल कनेक्शन काटने की घोषणा की। लेकिन जलदाय मंत्री कल्ला की इस घोषणा को सरकार के मंत्री ही मखौल उडाते नजर आ रहे हैं। परिवहन मंत्री और सिविल लाइंस विधायक प्रताप सिंह खाचरियावास का दो दिन पुराना वीडियो मंगलवार को वायरल हुआ।

जिसमें वे सिविल लाइंस विधान सभा क्षेत्र के चंपा नगर में नई बिछाई गई पेयजल लाइन से 25 से ज्यादा अवैध कनेक्शनों को काटने पर जलदाय इंजिनियरों को धमकाते हुए नजर आ रहे हैं। मंत्री खाचरियावास इंजिनियरों को धमकाते हुए कह रहे हैं कि कि आप कौन होते हो नेतागिरी करने वाले। अभी कोरोना चल रहा है। लोग कहां से लाएंगे कनेकशन के लिए 25 हजार रुपए। मीटर है या नहीं आप कनेक्शन चालू करो। जो गरीब का पानी रोकेगा उसे भगा दूंगा चाहे वह कितना ही बडा अधिकारी हो।

जन सुनवाई में मौजूद लोगों ने चंपा नगर में पेयजल लाइनें उखाडने को लेकर नगर निगम के एक जेईएन और किसी कमलेश का नाम लिया। इस पर मंत्री कहते नजर आ रहे हैं कि जेईएन को लात मार कर भगाओ।

जन सुनवाई में आई महिलाएं रोने लगी तो उखडे मंत्री

असल में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास रविवार को क्षेत्र के रामनगर विस्तार स्थित एक मैरिज गार्डन में जन सुनवाई कर रहे थे। इसी दौरान चंपा नगर क्षेत्र की कुछ महिलाएं पहुंची और रोने लगी और कहा कि उनके पेयजल कनेक्शन काट दिए हैं। इतना सुनते ही मंत्री खाचरिवास उखड गए और वहां मौजूद जलदाय इंजिनियरों की क्लास लगा दी। उन्होंने कहा कि कोई फ्री में भी पानी पीएगा उसे भी पानी उपलब्ध होगा। कोई किसी का पानी बंद नहीं कर सकता। कोई पैसे देगा तो और नहीं देगा तो भी पानी मिलना जारी रहेगा। प्रताप सिंह के रहते लोगों को पानी नहीं मिले ये कैसे हो सकता है।

जयपुर। प्रदेश में कोरोना संक्रमण के मामले कम होने के बाद अब कॉलेज और कोचिंग खोले जा सकते हैं। इसे लेकर मंगलवार को सचिवालय में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में सहमति बनी है। हालांकि बड़ी कक्षाओं के स्कूल खोले जाने को लेकर बैठक में सहमति बनी है लेकिन फिलहाल स्कूलों को अभी और लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
कमेटी की बैठक में मंत्री रघु शर्मा, गोविंद सिंह डोटासरा, सुभाष गर्ग और भंवर सिंह भाटी शामिल हुए। इसके अलावा एसीएस स्कूल शिक्षा पीके गोयल, प्रमुख वित्त सचिव अखिल अरोड़ा, गृह विभाग के सचिव अभय कुमार और उच्च शिक्षा विभाग के प्रमुख शासन सचिव एल मीणा भी मौजूद रहे।

मुख्यमंत्री लेंगे अंतिम फैसला

हालांकि सचिवालय में हुई कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में कॉलेज और कोचिंग खोलने पर सहमति बन गई हो लेकिन कॉलेज और कोचिंग खोलने पर अंतिम फैसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की लेंगे। सब कमेटी अपनी रिपोर्ट बनाकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को देगी जिसके बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत इस पर अपना फैसला लेंगे।

नवीं से बारहवीं तक के स्कूलों पर चर्चा
कैबिनेट सब कमेटी की बैठक में नवी क्लास से 12वीं क्लास तक स्कूल खोले जाने पर लेकर भी चर्चा हुई है जिस पर बैठक में आम सहमति बन गई है।बैठक के बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि स्कूल खोलने को लेकर लगभग सभी बिंदुओं पर कैबिनेट सब कमेटी की आम सहमति बन गई है।

सभी के सुझावों के बाद रिपोर्ट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को सौंपी जाएगी।इसके बाद अंतिम फैसला मुख्यमंत्री अशोक गहलोत लेंगे। बताया जाता है कि बैठक में बड़े बच्चों के लिए स्कूल खोलने पर ज्यादा जोर दिया गया है। छोटे बच्चों स्कूल फिलहाल नहीं खुलेंगे।

इन शर्तों के साथ खुलेंगे कॉलेज -कोचिंग
इधर कहा जा रहा है कि 15 अगस्त के बाद स्कूल और कॉलेज खोले जा सकते हैं, बताया जाता है कि 18 साल से अधिक उम्र के युवा जिनके वैक्सीन की पहली या दोनों डोज लग चुकी है। उन्हें कॉलेज और कोचिंग बुलाया जा सकता है। इसके साथ ही कॉलेज और कोचिंग संस्थान पर भी स्टाफ के सभी सदस्यों को कोरोना वैक्सीन की डोज लगाने का नियम लागू किया जा सकता है।

हालांकि बच्चों को कॉलेज और कोचिंग भेजना है या नहीं इस पर अभिभावकों की सहमति जरूरी है। अगर कोई अभिभावक अपने बच्चों को कोचिंग या कॉलेज नहीं भेजना चाहते तो उन्हें बाध्य नहीं किया जाएगा।

जयपुर। विभिन्न मांगों को लेकर विद्युत तकनीकी कर्मचारी बुधवार को राजधानी में जुटेंगे। राजस्थान विद्युत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के बैनर तले विद्युत भवन का घेराव किया जाएगा। प्रदर्शन में राज्यभर से करीब 10 हजार से अधिक कर्मचारियों के पहुंचने का दावा किया जा रहा है। हालांकि, ऐसा हुआ तो कोरोना प्रोटाकॉल की धज्जियां भी उड़ेगी। साथ ही राज्य में बिजली से जुड़े बड़े फॉल्ट को ठीक कराने के लिए भी अफसरों को मशक्कत करनी पड़ेगी। एसोसिएशन के प्रदेशाध्यक्ष पृथ्वीराज गुर्जर ने बताया कि सरकार बिजली कंपनियों का निजीकरण कर प्रदेश की जनता एवं कर्मचारियों के हितों पर कुठाराघात कर रही है। इससे कर्मचारियों में आक्रोश का माहौल है।

यह हैं 8 सूत्री मांग
-एक डिस्कॉम से दूसरे डिस्कॉम में समयबद्ध स्थानांतरण निति बने।
-जयपुर विद्युत वितरण निगम की तरह ही जोधपुर, अजमेर व प्रसारण निगम में नियुक्ति तिथि से 2800 ग्रेड पे के आदेश प्रसारित हो।
-तकनीकी कर्मचारियों का पदनाम परिवर्तन करने, पांचों विद्युत कंम्पनियों को तोड़कर दोबारा राजस्थान विद्युत बोर्ड बनाने।
-सभी तकनीकी कर्मचारियों को हार्ड-ड्यूटी अलाउंन्स के रूप में बैसिक का 10 प्रतिशत देने।
-तकनीकी कर्मचारियों को विद्युत भत्ता बेसिक का 10 प्रतिशत या बिजली सप्लाई फ्री देने।
-अप्रेल,2019 से पहले नियुक्त हुए हैल्पर प्रथम व हैल्पर द्वितीय जो 12वीं पास है, उन्हें लिपिक बनाने।
-निगमों में निजीकरण पर सम्पूर्ण रोक लगाने
-तकनीकी कर्मचारियों की भर्ती करना।

अनुराग त्रिवेदी जयपुर. राजस्थान के कण-कण में संगीत बसा हुआ है। राग देश और मांड में पंजाबी में भी गाने लिखे हुए हैं। राजस्थान के संगीत एक पॉजिटिव एनर्जी देता है और लोगों को जोडऩे में कामयाब होता है। 2008 में मैंने 'आओ जी' गाना लिखा था, लेकिन इसे पूरा बना नहीं पाया था। जब मुझे मामे खान ने अपनी बेटी की शादी के लिए इन्वाइट किया, तो मैंने इस गाने पर वापस काम शुरू किया। गाना बनने के बाद मैंने जैसलमेर के एक गांव में शादी के फंक्शन में इस गाने को लॉन्च किया और मामे की बेटी रईशा खान को गिफ्ट दिया। यह कहना है, बॉलीवुड के जाने-माने सिंगर दलेर मेहंदी का। पत्रिका प्लस से बात करते हुए उन्होंने कहा कि जब इस गाने को पेश किया तो राजस्थानी फोक के नामचीन हस्तियां अनवर खान, गाजी खान ने सराहना की। यह मेरे लिए बड़ी उपलब्धि रही।

मोटिवेशन सॉन्ग गाए, गलत को प्रमोट नहीं किया

दलेर मेहंदी ने कहा कि कई दशकों से बॉलीवुड की फिल्मों के लिए गा रहा हूं और मेरा हमेशा से प्रयास रहा है कि लोगों को मोटिवेट करने वाले गाने पेश करूं। आज खुशी है कि खेल के मैदान पर मेरे गानों से खिलाडिय़ों और दर्शकों में जोश भरा जाता है। मैंने कभी गलत चीजों को प्रमोट नहीं किया, ओलंपिक जीतने के बाद मैंने सोशल मीडिया पर जब खिलाडिय़ों के साथ अपने गाने सुने तो गर्व का अहसास हुआ। अभी लगभग नौ फिल्मों में गाने आ रहे है। इसके अलावा ३ राजस्थानी सॉन्ग्स पर भी काम चल रहा है।

हर तरफ से मिल रहा प्यार

उन्होंने बताया कि मैंने कोशिश की है कि जितने भी रीजनल भाषाएं है, वहां के गाने गाता रहूं। मैंने तमिल-तेलगू में बाहुबली का गाना गाया, इसकी वजह से साउथ के लोगों से प्यार मिल रहा है। सच कहूं तो कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक मुझे खुब प्यार मिलता है। जैसे ही लोग मेरी आवाज और चेहरा देखते है, उनमें एनर्जी डवलप होने लगती है। उन्होंने कहा कि मैं पहली बार जैसलमेर आया हूं, जैसलमेर एक शांत व सुकून वाली जगह है। आज के भागदौड़ भरे जीवन में प्रत्येक व्यक्ति को तनाव मुक्त होने के लिए एक बार जैसलमेर जरूर आना चाहिए। यहां गांवों में दूर-दूर ढ़ाणियों में लोग निवास करते हैं।

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जयपुर।

वीर सावरकर को लेकर शिक्षा मंत्री और कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के बयान पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने पलटवार किया है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस वोट बैंक की राजनीति के आधार पर काम करती है। इससे पहले भी उनकी सरकार केंद्र या राज्य में होती तो पाठ्यक्रम में महापुरुषों को बताने में उनका प्रयोग होता है। देर से आए लेकिन अब उन्होंने कम से कम यह तो स्वीकार किया कि सावरकर का देश के स्वतंत्रता में योगदान था। डोटासरा ने यह बयान कहीं ना कहीं नैतिक दबाव में दिया है।

पूनियां ने कहा कि आरएसएस और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टारगेट करना तो उनकी आधुनिक राजनीति का एक हिस्सा है। उनको लगता है कि यह सब करने से उनको माइलेज मिलता है। यह सब बयान एक एजेंडे के तहत दिए गए बयान है। राष्ट्रवाद पर काम करने वाले लोगों पर वह बयान देते हैं तो नेहरु—गांधी खानदान खुश होता है, इसलिए वह ऐसे बयान देते हैं। पूनियां ने कहा कि वीर सावरकर की तारीफ तो आज नहीं तो कल उनको करनी ही पड़ेगी। देश का बड़ा वोट बैंक उनसे अलग हो चुका उसे राज्य करने के लिए ऐसी एक लीपापोती की कवायद हो सकती है। कांग्रेस ने लगातार बहुसंख्यक को की वायदाखिलाफी का काम किया, इसलिए आज इस स्तर पर है ऐसे बयानों से उनको कोई फायदा नहीं होने वाला हैं।

जयपुर। लोगों को घर बैठे सूचना तकनीक के जरिए तमाम जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध कराने और सारे विभागों की सूचनाएं आमजन तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अधिकारियों के निर्देश दिए हैं।

मुख्यमंत्री ने सभी विभागों को आदेश दिए हैं वे 2 अक्टूबर तक अपनी समस्त योजनाओं और कार्यक्रमों की जानकारियां जन सूचना पोर्टल पर साझा करें, आईटी का इस्तेमाल कर पारदर्शिता और सुशासन के लिए ऐसी पहल करने वाला राजस्थान पहला राज्य होगा।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंगलवार को अपने निवास पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सूचना प्रौद्योगिकी और संचार विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान यह आदेश दिए। मुख्यमंत्री ने कहा कि जनता को समस्त जानकारियां ऑनलाइन उपलब्ध कराना सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है।

मुख्यमंत्री ने विभाग की योजनाओं, कार्यक्रमों एवं बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए कहा कि ग्रामीण क्षेत्र के युवाओं और विद्यार्थियों में उद्यमिता को बढ़ावा देने के लिए शैक्षिक संभाग स्तर पर इन्क्यूबेशन सेन्टर स्थापित किए जाएं और स्कूल स्तर तक स्टार्टअप्स गतिविधियों को प्रोत्साहन दिया जाए।


राज्य सरकार स्टार्टअप्स गतिविधियों को प्राथमिकता दे रही है, लेकिन ऎसे कार्यक्रम अभी बड़े शहरों तक सीमित है। इसलिए आई-स्टार्ट की तर्ज पर रूरल आई-स्टार्ट कार्यक्रम शुरू करें और राज्य सरकार की ओर से खोले गए अंग्रेजी माध्यम स्कूलों के विद्यार्थियों, ग्रामीण क्षेत्रों में महिला स्वयं सहायता समूहों, इनोवेटर्स, ग्रामीण उद्यमियों आदि को इनसे विशेष तौर पर जोडें।

डेढ़ साल में वीसी के जरिए 500 बैठकें
सूचना प्रौद्योगिकी विभाग के प्रमुख सचिव आलोक गुप्ता ने बताया कि बीते डेढ़ साल में कोविड के दौरान मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 500 से अधिक बैठकों का आयोजन किया गया। अहम सूचनाओं, दिशा-निर्देशों तथा कोविड प्रबंधन में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करने के लिए देश-विदेश में बसे प्रवासी राजस्थानियों और विशिष्टजनों को जोड़ने के साथ-साथ राजधानी से लेकर जिला और गांव-ढाणी स्तर तक वीसी के जरिए लगभग 6500 बैठकों और संवाद कार्यक्रमों का आयोजन भी आईटी के जरिए किया गया।

संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए संक्रमितों की भर्ती, होम क्वारेंटाइन सुविधाओं, प्रवासियों के आवागमन, मजदूरों के रजिस्ट्रेशन, जरूरतमंद परिवारों एवं व्यक्तियों की आर्थिक मदद के लिए बैंक खातों में नकद राशि के हस्तान्तरण, रोगियों-संक्रमितों के लिए हेल्पलाइन जैसे अतिआवश्यक कार्यों को भी अंजाम दिया गया।

 

जयपुर. मानसरोवर के पार्क में करंट से मासूम के मौत के बाद परिजनों के जीवन यापन के लिए कांग्रेस नेता पुष्पेंद्र भारद्वाज आर्थिक सहायता पहुंचे। उन्होंने 2.10 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मृतक गौरव की मां अनीता को दी। साथ ही बच्चों को पढ़ाने का भी खर्चा उठाने की बात उन्होंने कही। गौरव के एक 17 वर्ष का भाई और 12 वर्ष की एक बहन है।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि जो परिवार के साथ हुआ वह हर सदस्य के लिए बड़ा आघात है। घर में कोई कमाने वाला नहीं है। इसलिए मदद करना जरूरी है। हम यहां मानव धर्म निभाने आए हैं। राजनीति कहीं पर भी नहीं है। अनीता की जब तक सरकारी नौकरी नहीं लग जाती है, तब तक परिवार को हम संभालेंगे और आर्थिक रूप से कमजोर नहीं होने देंगे।

जांच पूरी, रिपोर्ट आना बाकी
—मासूम की मौत के 15 दिन बाद निगम प्रशासन ने 29 जुलाई को जांच कमेटी बनाई। सात दिन में कमेटी को रिपोर्ट देनी थी। जांच पूरी हो चुकी है, लेकिन अब तक रिपोर्ट आयुक्त को नहीं सौंपी गई है। बुधवार को रिपोर्ट सौंपे जाने की संभावना है।

फिरोज सैफी/जयपुर।

अगस्त क्रांति के मौके पर सोमवार को प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में वीर सावरकर की तारीफ करना प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा को भारी पड़ गया है। कांग्रेस आलाकमान ने डोटासरा के बयान को लेकर रिपोर्ट तलब की है। साथ ही प्रदेश कांग्रेस में दिए गए भाषण का पूरा वीडियो भी तलब किया है। पूरा वीडियो देखने के बाद ही कांग्रेस आलाकमान किसी निष्कर्ष पर पहुंच कर फैसला लेगा।

वीडियो सही पाया गया तो कार्रवाई संभव
सूत्रों की माने तो प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा की ओर से सावरकर को स्वतंत्रता सेनानी बताने और सावरकर की हिंदू राष्ट्र की विचारधारा को सही ठहराने के के बयान से कांग्रेस आलाकमान बेहद नाराज है। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने इस मामले में संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल को तलब करके डोटासरा के बयान की रिपोर्ट मांगी है।

बताया जा रहा है कि डोटासरा के भाषण का पूरा वीडियो देखने के बाद ही आलाकमान कोई फैसला लेगा, चर्चा यह भी है कि अगर वीडियो सही पाया गया गोविंद सिंह डोटासरा पर कार्रवाई की जा सकती है। फिलहाल सोशल मीडिया पर डोटासरा के भाषण के जो वीडियो चल रहे हैं वह एक से डेढ़ मिनट के हैं जिससे स्थिति साफ नहीं हो पा रही है।

इसके लिए कांग्रेस आलाकमान ने भाषण का पूरा वीडियो तलब किया है। गौरतलब है कि डोटासरा की ओर से दिए गए बयान पर कांग्रेस में ही उनका अंदर खाने विरोध शुरू हो गया है। कांग्रेस के कई नेताओं ने अंदर खाने उनके इस बयान की आलोचना की है।

ये कहा था डोटासरा ने
दरअसल सोमवार को अगस्त क्रांति के मौके पर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में आयोजित एक संगोष्ठी में भाषण देते हुए पीसीसी चीफ डोटासरा ने कहा था कि संघ के भी एक-दो लोग आजादी की जंग में शामिल थे। सावरकर की आजादी से पहले हिंदू राष्ट्र की मांग को गलत नहीं कहा जा सकता, लेकिन देश आजाद होने के बाद लोकतांत्रिक व्यवस्था और संविधान लागू होने के बाद सावरकर की हिंदू राष्ट्र की मांग जायज नहीं थी।

81 करोड़ में बनेगा टोंक रोड पर अण्डरपास व एलिवेटेड लूप
— लक्ष्मी मंदिर तिराहे को ट्रैफिक लाइट फ्री चौराहा बनाने की योजना
— जेडीए की पीडब्ल्यूसी की बैठक में हुआ निर्णय

जयपुर। टोंक रोड पर लक्ष्मी मंदिर तिराहे पर प्रस्तावित प्रोजेक्ट (Proposed Project Laxmi Mandir Tiraha) के तहत 81 करोड़ में अण्डरपास व एलिवेटेड लूप (Jaipur underpass elevated loop) बनाया जाएगा। इसके लिए जेडीए में मंगलवार को आयोजित पीडब्ल्यूसी की बैठक में 81.26 करोड रुपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति दी गई। वहीं जेडीए की आवासीय योजना अनुपम विहार (फेज-1) में विद्युतीकरण के विभिन्न कार्यों 4.34 करोड़ रुपए और जोन 7 करधनी योजना में शेष रही सड़कों के नवीनीकरण पर 2.43 करोड़ रूपए खर्च किए जाएंगे।

जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने बताया कि शहर में ट्रेफिक समस्याओं का निदान करने, ट्रैफिक इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने, सौंदर्यीकरण के प्रस्तावित प्रोजेक्ट लक्ष्मी मंदिर तिराहे के लिए 81.26 करोड रूपए की प्रशासनिक एवं वित्तीय स्वीकृति दी गई। इस कार्य के तहत मुख्य टोंक रोड (गांधी नगर मोड से नेहरू बालोद्यान) पर अण्डरपास और एलिवेटेड लूप (नेहरू बालोद्यान) का निर्माण किया जाएगा। सब्जी मंडी रोड से टोक रोड़ तक लगभग 400 मीटर लम्बाई में दो लेन अण्डरपास बनाया जाएगा, जिससे वाहनों को गति के साथ सुगम आवागमन मिलेगा। इस प्रोजेक्ट के निर्माण से दुर्घटनाओं में कमी आएगी और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।

200 वर्गमीटर तक के भूखण्ड होंगे नीलाम
लालकोठी योजना स्थित विधायक नगर (पूर्व) की भूमि की रि-प्लानिंग के तहत निर्मित किये जाने वाले आवासों की उंचाई वर्तमान में प्रचलित बिल्डिंग बॉयलाज के अनुसार रखी जाएगी। इसके अलावा लगभग 4-4.5 हजार वर्गमीटर में कंस्टीट्यूशनल क्लब बनाने, मौके पर स्थित पार्क को यथावत रखे जाने का निर्णय लिया गया। योजना की कुल भूमि लगभग 16 हजार वर्गमीटर है। इस योजना में लगभग 200 वर्गमीटर तक के भूखण्डों की नीलामी की जायेगी।

बैठक में ये भी निर्णय
- वेस्ट-वे हाईट्स (ट्रक टर्मिनल) में मैन अजमेर रोड पर भूखण्डों का भू-उपयोग व्यावसायिक करने और मैन अजमेर रोड से अन्दर के ग्रुप हाउसिंग भूखण्डों का भू-उपयोग मिक्स यूज निर्धारित करने का निर्णय लिया गया।
- जोन 2 में बस्सी सीतारामपुरा में प्रस्तावित योजना अम्बा नगर के मानचित्र का अनुमोदन किया गया।
- जोन 6 में लोहामण्डी योजना मानचित्र का रिविजन व डवलपमेंट प्लान की सड़कों की रि-एलाईन्मेंट कर योजना की रि-प्लानिंग के लिए आमजन से आपत्ति एवं सुझाव आमंत्रित किये जाने का निर्णय लिया गया।
- जोन 12 में हाथोज करधनी विस्तार योजना के डी ब्लॉक में संशोधन, पूर्वी दिशा की ओर जेडीए स्वामित्व की खसरा संख्या 61 की आंशिक भूमि पर आवासीय भूूखण्ड सृजित कर योजना में सम्मिलित करते हुए पार्ट प्लान का अनुमोदन किया गया।
- सरना चौड में जेडीए स्वामित्व की भूमि पर घुमन्तु, अर्द्ध घुमन्तु विमुक्त जातियों के लोगों को 50 वर्ग गज के भूखण्ड के आवंटन के लिए सरना चौड आवासीय योजना सृजित कर मानचित्र का अनुमोदन किया गया।



जयपुर, 10 अगस्त। जवाहर कला केंद्र की ओर से आयोजित 'मोलेला कला' पर ऑनलाइन सेशन का समापन कलाकार जमना लाल कुम्हार ने मंगलवार को किया। सेशन में स्थानीय देवता देवनारायण की पारंपरिक टेराकोटा पट्टिका बनाने के स्टेप्स सिखाए। उन्होंने कला के रूप में उपयोग किए जाने वाले विभिन्न उपकरणों और तकनीकों का भी प्रदर्शन किया और सेशन के बाद प्रतिभागियों के सवालों के भी जवाब दिए।
सेशन की शुरुआत कलाकार ने तैयार टेराकोटा के आटे को समतल करने के साथ की। उन्होंने आटे में छेद किए, जिससे कि आर्ट पीस पकाते समय टूटे नहीं। उन्होंने आटे की सतह को दबाने वाले उपकरण का उपयोग करते हुए वांछित आकार और मोटाई में समतल किया। उन्होंने कहा कि बेस हमेशा समतल होना चाहिए न कि कहीं से मोटा तो कहीं पतला। बेस को काटने और आकार देने के लिए एक चाकू जैसे उपकरण का उपयोग किया। कलाकार ने बेस की सतह को काटते समय पानी लगाकर चिकना किया गया।
कलाकार ने घोड़े पर सवार देवनारायण की मूर्ति बनाने का प्रदर्शन किया। उन्होंने पहले मिट्टी के छोटे.छोटे टुकड़ों से घोड़े का रूप तैयार किया। उन्होंने मिट्टी को पट्टिका के टेराकोटा बेस में समतल कर दिया। मिट्टी के टुकड़े को अवतल रूप में लगाया गया और कलाकार ने एक हाथ को अंदर रखते हुए दूसरे हाथ से आटे को बाहर की तरफ आकार दिया, जिससे की मिट्टी अंदर की तरफ चिपटी न हो। इस प्रकार की मोलेला कला को होलो स्टाइल के नाम से जाना जाता है। पानी का उपयोग समय.समय पर सतह को चिकना करने लिए किया जाता है। पानी मिट्टी को चिपकाने के रूप में भी कार्य करता है और विभिन्न आकार बनाने के लिए भी उपयोगी होता है। 12 और 13 अगस्त को दोपहर 3 बजे कलाकार द्वारका प्रसाद जांगिड़ कावड़ कला पर ऑनलाइन सेशन लेंगे।

जयपुर

सप्त शक्ति कमान ने मंगलवार को स्वतंत्रता दिवस से पहले आजादी का अमृत महोत्सव मनाया। इस मौके पर जयपुर अमर जवान ज्योति स्थल पर भारतीय सेना के बैंड ने विशेष प्रस्तुति दी। मद्रास सैपर्स और 28 राजपूताना के बैंड ने वीर योद्धाओं को याद करते हुए देश के लिए बलिदान हुए शहीदों के लिए संगीताजली प्रस्तुत की। कोरोना प्रोटोकाल को ध्यान में रखते हुए इस प्रस्तुति से आम लोग को दूर रखा गया। जयपुर के अलावा कोटा, बीकानेर, सूरतगढ सहित कई जगहों पर आजादी का अमृत महोत्सव मनाया गया।

ये है आजादी का अमृत महोत्सव
अमृत महोत्सव के अंतर्गत भारत सरकार ने भारत का राष्ट्रगान, जिसे गाते वक्त हर भारतीय का सीना गर्व से चौड़ा हो जाता है। भारत का राष्ट्रगान, जिसे गाते वक्त रोंगटे तक खड़े हो जाते हैं. वही राष्ट्रगान इस बार इतने लोग गाएंगे कि पूरी दुनिया में भारत का एक नया रिकॉर्ड होने जा रहा है। देश के नाम, राष्ट्र के नाम और राष्ट्रगान के नाम।
केंद्र सरकार ने इसके लिए एक मंच बनाया है। यहां कोई भी व्यक्ति राष्ट्रगान रिकॉर्ड करके भेज सकते हैं। rashtragaan.in नाम की इस वेबसाइट आपको राष्ट्रगान रिकॉर्ड करना है। इसे अब लांच किया जा चुका है। आमजन ने इस पर अपने वीडियो रिकॉर्ड करने शुरू कर दिए हैं। अमृत महोत्सव के माध्यम से देश उन पलों को याद करना चाहता है जो भारत की भारत की आजादी का इतिहास जुड़ा है।



जयपुर, 10 अगस्त
तकरीबन 9 साल के लम्बे इंतजार के बाद अग्निशमन कर्मचारियों.अधिकारियों की भर्ती निकाली गई है। राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड (Rajasthan Staff Selection Board) ने मंगलवार को सहायक अग्निशमन अधिकारी और फायरमैन के 629 पदों पर भर्ती निकाली है। फायरमैन के लिए 6 माह का फायरमैन का प्रशिक्षण जरूरी है। इसी तरह सहायक अग्निशमन अधिकारी के लिए नेशनल फायर सर्विस कॉलेज या उसके समकक्ष मान्यता प्राप्त संस्थान से एक साल का कोर्स अनिवार्य है। भर्ती के लिए ऑनलाइन आवेदन कब से भरे जाएंगे, इसके लिए अलग से नोटिफिकेशन जारी किया जाएगा। सहायक अग्निशमन अधिकारी के 29 और फायरमैन के 600 पदों पर भर्ती के लिए आवेदन मांगे जाएंगे। 40 साल तक की आयु का अभ्यर्थी आवेदन कर सकता है। आरक्षण के अनुसार आयु और अन्य मामलों में छूट दी जाएगी। आयोग से प्राप्त जानकारी के मुताबिक ये सीधी भर्ती होगी। इसमें परीक्षा पास करने के बाद योग्य अभ्यर्थियों की मेरिट लिस्ट जारी की जाएगी। मेरिट लिस्ट के अनुसार अभ्यर्थियों को फिजिकल वेरिफिकेशन और डॉक्यूमेंटेशन के लिए बुलाया जाएगा। इसके बाद उन्हें मेरिट के आधार पर नियुक्ति दी जाएगी।

जयपुर। अजमेर जिले के रूपनगढ़ थाना पुलिस ने मंगलवार को तस्करी कर ले जाई जा रही मादक पदार्थ की बड़ी खेप पकडऩे में कामयाबी हासिल की। पुलिस ने ट्रक से 2 करोड़ रुपये कीमत की 39.700 किग्रा अफीम (smuggler opium) बरामद कर तस्कर को गिरफ्तार किया। आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट में प्रकरण दर्ज किया है।

टूल बॉक्स में मिली थैलियां
पुलिस अधीक्षक जगदीशचन्द्र शर्मा ने बताया कि मंगलवार को रूपनगढ़ थानाप्रभारी ने मुखबिर की सूचना पर मेगा हाईवे पर पनेर के निकट नाकाबंदी कर जोधपुर रजिस्ट्रेशन नम्बर के ट्रक को रुकवा कर तलाशी ली। तलाशी में ट्रक में पत्थर की टाईल्स भरी थी जबकि टूल बॉक्स की तलाशी में प्लास्टिक की थैलियों में 39 किलो 710 ग्राम अफीम बरामद की। पुलिस ने जोधपुर ओंसिया खेतासर जसनाथ नगर निवासी तपेश चौधरी को अफीम की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ एनडीपीएस एक्ट की धारा 8/18 में प्रकरण दर्ज किया।

इन्होंने की कार्रवाई
कार्रवाई में एएसपी (ग्रामीण) किशनसिंह भाटी व वृत्ताधिकारी किशनगढ़ ग्रामीण गोपाल सिंह भाटी के नेतृत्व में थानाधिकारी कंवरपाल सिंह, सिपाही नारायणसिंह, हरिराम, हनुमान जाजड़ा, शक्तिसिंह, रिछपाल, विकासकुमार, चालक हीरालाल शामिल थे।

नाके पर टोल कर्मियों को कुचलने के प्रयास का वीडियो वायरल
धौलपुर/ सैपऊ। सोश्यल मीडिया पर इन दोनों धौलपुर जिले में एक वीडियो वायरल हो रहा है। वायरल वीडियो में राजोरा खुर्द टोल बूथ से चौंकाने वाले सीसीटीवी फुटेज सामने आया है। फुटेज में एक कार चालक ने टोल बूथ कर्मचारियों को कुचलने के प्रयास किया था। जब कर्मचारियों ने उसे रोकने और भुगतान देने के लिए कहा तो कार चालक भड़क गया। यह पूरा घटनाक्रम 23 जुलाई को धौलपुर के सैपऊ थाना इलाके में राजोरा खुर्द टोल प्लाजा पर होना बताया जा रहा है। यह टोल प्लाजा हाइवे 123 पर स्थित है। टोल प्लाजा के तीन कर्मचारियों को जान से मारने के इरादे के साथ हाथापाई की गई। मामले पर यह सीसीटीवी फुटेज सामने आया है जिसमे देखा जा सकता है कि आरोपी किस तरह से बेखौफ है। टोल पर किस बात पर विवाद हुआ ये अभी जांच का विषय है। पुलिस ने टोल कर्मचारियों की तहरीर पर आरोपी की तलाश शुरू कर दी है। दो कारों में सवार होकर आए थे।

जयपुर

कोरोना काल में जब रेलयात्री यातायात प्रभावित हुआ तो रेलवे ने अपनी रणनीति पूरी तरह बदल दी। यूं तो रेलवे पहले भी माल की ढुलाई से कमाई करता था लेकिन इस बार रणनीति को पूरा ही घूमा दिया। इसका परिणाम यह रहा कि रेलवे ने जबरदस्त कमाई की। वह भी बेहद ही कम लागत में।
उत्तर पश्चिम रेलवे के जयपुर मंडल के औसत दैनिक कुल राजस्व का लगभग दो तिहाई यात्री यातायात से और माल ढुलाई राजस्व एक तिहाई था। मंडल ने इसे वर्तमान में माल ढुलाई राजस्व में 65 प्रतिशत तक बढा दिया है। जयपुर रेल मंडल को उम्मीद है कि सितंबर-2021 तक 100 फीसदी से अधिक की हो जाएगी।
उत्तर पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी लें. शशि किरण ने बताया कि रेलवे बोर्ड द्वारा वर्तमान में निजी वित्त पोषण के माध्यम से गुड्स शेड के विकास के संबंध में लागू नई नीति के कारण यह वृद्धि प्राप्त की गई है। जयपुर मण्डल पर जयपुर-फुलेरा मार्ग पर आसलपुर जोबनेर स्टेशन एवं जयपुर-सवाईमाधोपुर रेलखण्ड पर विकसित गुड्स शैडों को बिना किसी अतिरिक्त खर्च के विकसित किया गया है। इसके साथ ही मार्च 2021 में मिर्जापुर बाछोद गुड्स शैड भी प्रारम्भ किया गया है।
लें. शशि किरण ने बताया कि अभी जयपुर मण्डल ने हाल ही 18.70 करोड़ रुपये की लागत से जयपुर के नजदीक धानक्या स्टेशन पर अत्याधुनिक गुड्स शेड के विकास के लिए Latter for Agreement जारी किया है। इसके साथ ही धानक्या में एक अंतर्देशीय कंटेनर डिपो (आईसीडी) स्थापित किया जाएगा।
जयपुर के व्यापारियों के लिए जयपुर के नजदीक विद्युतकर्षण लाइन पर प्रथम डबल स्टैक कंटेनर डिपो होगा। इसे लेकर लंबे समय से मांग की जा रही थी। इस गुड्स शैड के स्थापित हो जाने के बाद मुंद्रा, पिपावाव और जेएनपीटी बंदरगाहों से एक्जिम कार्गाे और अंतर्देशीय आवाजाही के लिए वरदान साबित होगी। रेलवे को उम्मीद है कि हर माह इससे एक करोड़ रुपए की माल ढुलाई राजस्व होने की उम्मीद है।



जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय में 11 साल से अटके शिक्षकों के प्रमोशन की प्रक्रिया आखिरकार बुधवार से शुरू होगी। सलेक्शन कमेटियों द्वारा पहले दिन समाज शास्त्र विभाग के शिक्षकों के साक्षात्कार लिए जाएंगे। इसके बाद अलग-अलग दिन अन्य विभागों का बारी-बारी नंबर लिया जाएगा। सीएएस की प्रक्रिया शरू होने से शिक्षकों में खुशी की लहर है। एसोसिएट प्रोफेसर से प्रोफेसर पद पर पदोन्नति के लिए 2013-14 में विश्वविद्यालय के 272 शिक्षकों ने आवेदन किया था। इन सभी शिक्षकों को 2010 से इसका लाभ मिलना था, लेकिन ये प्रक्रिया आगे ही नहीं बढ़ पाई। समय पर प्रमोशन नहीं होने से करीब 150 शिक्षक तो सेवानिवृत हो गए, जिनमें से कई का तो निधन भी हो गया।
गौरतलब है कि 11 साल से अटके शिक्षकों के प्रमोशन के लिए राज्य सरकार ने पिछले सप्ताह ही 30 सितंबर तक का समय दे दिया है। डेढ़ साल पहले भी सरकार ने समय दिया था। लेकिन विश्वविद्यालय इस दौरान प्रमोशन का काम नहीं कर पाया।
विश्वविद्यालय के शिक्षकों को समयबद्ध ढंग से पदोन्नत करने के लिए यूजीसी ने कॅरियर एडवांसमेंट स्कीम (सीएएस) का प्रावधान किया हुआ है। यूजीसी के रेगुलेशंस 2010 व 2018 में आवश्यक योग्यता का उल्लेख है। 2018 के रेगुलेशंस में कहा गया कि इससे पहले पात्र हुए शिक्षकों को उसी आधार पर पदोन्नति दी जा सकती है। लेकिन यूजीसी ने रेगुलेशंस के प्रकाशित होने से तीन साल की अवधि में इसे पूरा करने का प्रावधान किया था जो कि 18 जुलाई को समाप्त हो गया। रेगुलेशंस के अनुसार रिटायर्ड को लाभ नही दिया जा सकता। लेकिन यूनिवर्सिटी का कहना है कि जिन्होंने एप्लाय किया था और स्क्रूटनी हो चुकी है, उनको भी लाभ मिलेगा। उधर, राज्य सरकार यूजीसी के समय सीमा के मामलों में संशोधन कर सकती है या नही यह विचारणीय विषय है।

जयपुर। प्रदेश में केन्द्र और राज्य सरकार के मंत्रियों सहित 30 विधायक और 8 सांसदों के खिलाफ विभिन्न आपराधिक मामलों में 57 मुकदमे चल रहे हैं। मौजूदा सरकार के 33 माह के कार्यकाल में सांसद—विधायकों से बड़ा मुकदमा वापस लेने की जानकारी तो नहीं आई है, लेेकिन वर्तमान सरकार के पहले साल (2019) में 15 मुकदमे वापस लिए गए।
सरकार ने विवाद से बचने के लिए मंत्री स्तर पर मुकदमे वापसी की व्यवस्था रोककर इस कार्य के लिए गृह सचिव सहित 3 अधिकारियों की कमेटी बना दी है। इसमें अभियोजन निदेशक व अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (अपराध) को भी शामिल किया है। इस कमेटी के निर्णय आसानी से सामने नहीं आते, इसलिए सरकार विवादों में घिरने से बची रहती है। उधर, प्रदेश में मंत्री, विधायक एवं सांसदों से जुड़े मामलों का अनुसंधान तो सीआइडी सीबी को सौंपा जाता है, लेकिन इन मामलों की सुनवाई के लिए दूसरे राज्यों की तरह विशेष न्यायालय नहीं है। सरकार की ओर से इसके लिए सांसद—विधायकों के खिलाफ 65 से कम मुकदमे होने का तर्क दिया जाता है।
7 साल में वापस लिए 650 मुकदमे
अभियोजन निदेशालय की ओर से पेश रिपोर्ट में विधानसभा को दी गई जानकारी के अनुसार 2008 से 2015 तक राज्य सरकार के स्तर पर करीब 650 मुकदमे वापस लिए गए, जिनमें गुर्जर आंदोलन से संबंधित मामले भी शामिल हैं।
2 साल में 32 की वापसी
राष्ट्रीय क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो की रिपोर्ट के अनुसार भाजपा के शासनकाल के अंतिम वर्ष (2018) में सरकार के स्तर पर 18 और वर्तमान सरकार के शासन के पहले साल (2019) में 14 मुकदमे वापस लिए गए।

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