- दीपक व्यास
जैसलमेर. पाक सीमा से सटा सरहदी क्षेत्र मरुस्थल की गोद में बसा होने के बावजूद सड़कों व आवागमन के साधनों के विकास से देश-दुनिया से जुड़ चुका है। इसके बीच हकीकत यह भी है कि आधुनिक जीवन शैली के बावजूद साइकिल को लेकर युवाओं का रुझान इन दिनों काफी बढ़ रहा है। कोरोना काल के बाद तो साइक्लिंग को लेकर युवा काफी सजग-सतक हुए हैं। यही नहीं जैसलमेर में जैसलमेर साइक्लिंग क्लब भी गठित हैं, जिससे शहर के कई युवा जुड़े हुए हैं। हालांकि वे दिन बीत गए जब साइकिल ही जैसाण में आवागमन का माध्यम होती थी। अब स्पोट्र्स साइक्लिंग की सबसे अधिक मांग है। जैसलमेर में एमटीवी, हाइब्रिड व रोड़, तीनों तरह की साइकिलें प्रचलन में हैं। क्लब के सचिव हितेश चौधरी बताते हैं कि बदलते समय में सरहदी जिले के बाशिंदे विशेषकर युवा वर्ग स्वास्थ्य को लेकर जागरुक हुआ है। यही कारण है कि साइक्लिंग क्लब के गठन के बाद युवा वर्ग बड़ी संख्या में इससे जुड़े हैं। विगत समय में हृदयाघात व कार्डियक अरेस्ट के मामले सामने आने के बाद युवा वर्ग ने साइकिल को साथी बना दिया है।
हवा का वेग कम: साइक्लिंग के लिए बेहतर मार्ग
-जैसलमेर से आकल फांटा मार्ग-लौद्रवा से चूंधी व रुपसी होते हुए छत्रैल
-खाभा से सम मार्ग -जोधपुर मार्ग से बासनपीर तक
कई बीमारियों का उपचार एक शौक
-शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार के साथ पैरों सहित शरीर के सभी भागों का व्यायाम -मौजूदा जीवन शैली में होने वाली कई प्रकार की बीमारियों से बचाव में सहायता
-रक्तचाप व मधुमेह सहित कई बीमारियों से निजात। दवाइयों पर निर्भरता अपेक्षाकृत कम हो जाती है।-मानसिक स्वास्थ्य से होने वाले दुष्प्रभाव जैसे अनिद्रा, चिड़चिड़ापन जैसी समस्याओं से निजात।
-फेफड़ों की मजबूती से शरीर में ऑक्सीजन का बेहतर संतुलन।- तनाव को कम करता है और दिल की बीमारियों से रक्षा।
साइकिल के प्रकार
एमटीवी: पहाड़ी क्षेत्र, टेढ़े मेढ़े मार्ग और उबड़-खाबड़ सड़कों के लिए कारगर। डिस ब्रेक व सोकर की सुविधा। कीमत 10 से 50 हजार।
हाइब्रिड : सड़क मार्ग व कच्चे मार्ग, दोनों के लिए उपयेागी। उबड़-खाबड़ क्षेत्र के लिए उपयोगी नहींं। साइकिल की कीमत 20 हजार से 1 लाख तक। गति एमटीवी से बेहतर।
रोड़ या सिटी: साइकिल के टायर पतले, सड़क मार्ग के लिए ही उपयोगी। उबड़ खाबड़ मार्ग के लिए उपयुक्त नहीं। कम वजनदार व गति बेहतर। कीमत 30 हजार से 2 लाख तक।
एक्सपर्ट व्यू: फिजियोथेरपिस्ट डॉ. हितेश चौधरी रोज 30 मिनट तक करें साइक्लिंग
यदि हम कम से कम 20 किलोमीटर प्रति घंटे के हिसाब से लगभग 30 मिनट तक साइक्लिंग करें तो हमारे शरीर के लगभग 300 कैलोरी बर्न होती है। लगातार साइक्लिंग से हमारे पैरों की मसल्स मजबूत बनती है और यह पैरों के साथ-साथ हमारे घुटनों और जोड़ के लिए भी लाभदायक होता है।