>>: Digest for June 22, 2023

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सीकर. राजस्थान में बारिश का दौर बुधवार को भी जारी रहेगा। इस दौरान प्रदेश के छह जिलों में बारिश होने की संभावना है। जो हल्की से मध्यम व कुछ इलाकों में तेज गति से भी हो सकती है। साथ में तेज हवाएं भी चल सकती है। इस संबंध में मौसम विज्ञान केंद्र ने येलो अलर्ट जारी किया है।

ये अलर्ट जारी
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार बुधवार को राजस्थान के पूर्वी जिलों में बारिश होने की संभावना है। इस दौरान जयपुर, अजमेर, दौसा, अलवर, नागौर व सीकर जिले में हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। कहीं कहीं भारी बारिश भी होने के आसार हैं। मौसम केंद्र के अनुसार इस दौरान हवाओं की रफ्तार भी तेज रहेगी, जो 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की हो सकती है।

रात को हुई बारिश
इससे पहले शेखावाटी के कुछ इलाकों में मंगलवार को बारिश हुई। अलग- अलग इलाकों में ये बारिश हल्की गति से हुई। जिससे मौसम सुहाना हो गया। बुधवार को भी अंचल में मौसम मिश्रित बना हुआ है। जिसमें कभी बादलवाही तो कभी धूप खिली नजर आ रही है।

सीकर. महात्मा गांधी स्कलों में नियुक्ति के नए नियमों ने सामान्य शिक्षा के शिक्षकों में गफलत पैदा कर दी है। नियुक्ति के लिए प्रदेशभर से शिक्षकों के साक्षात्कार में शामिल होने की छूट, नए कैडर के साथ संविदाकर्मियों की भर्ती व तबादले खुलने की संभावना की वजह से ऐसा हुआ है। जिसके चलते शिक्षक इन स्कूलों के साक्षात्कार में शामिल होने को लेकर पसोपेश में है।

यूं बढ़ी गफलत
महात्मा गांधी स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति पहले सामान्य स्कूलों से ही साक्षात्कार के आधार पर जिला स्तर पर हो रही थी। पर इस बार सरकार ने इन स्कूलों में नियुक्ति के लिए सामान्य शिक्षा के शिक्षकों को किसी भी जिले में साक्षात्कार में शामिल होने की छूट दे दी है। दूसरी तरफ इन स्कूलों में अंग्रेजी माध्यम के ही शिक्षक नियुक्त करने के लिए नया कैडर बनाकर संविदा पर शिक्षक भर्ती शुरू की है। ऐसे में जहां महात्मा गांधी स्कूल शिक्षकों को गृह जिले में पहुंचने का उचित जरिया लग रहा है तो दूसरी ओर अंग्रेजी माध्यम शिक्षकों का अलग कैडर बनाकर नियुक्ति और किसी भी अन्य जिले में तबादले की आशंका से उन्हें महात्मा गांधी स्कूल असुरक्षित लग रही है। क्योंकि महात्मा गांधी स्कूलों में कार्यरत शिक्षकों का तबादला वरिष्ठता विलोपित किए बिना प्रदेश के किसी भी जिले में किए जाने का नियम भी तय किया गया है। ऊपर से चुनावी साल में तबादलों के जरिए गृह जिले में आने की दिख रही संभावना भी शिक्षकों के पैर वापस पीछे खींच रही है। ऐसे में शिक्षक समझ नहीं पा रहे हैं कि महात्मा गांधी स्कूलों के साक्षात्कार में शामिल हो या नहीं।

आवेदन की अंतिम तिथि कल, अगले महीने साक्षात्कार
महात्मा गांधी स्कूलों में नियुक्ति के लिए सामान्य शिक्षा के शिक्षक 22 जून तक ऑनलाइन आवेदन कर सकेंगे। इसके बाद जुलाई में साक्षात्कार के आधार पर उनका चयन किया जाएगा। माना जा रहा है कि प्रदेश में ग्रेड थर्ड शिक्षकों के तबादले इसके बाद ही होंगे।

सीकर. राजस्थान के सीकर जिले की श्रीकल्याण मेडिकल कॉलेज में मंगलवार को एमबीबीएस प्रथम वर्ष के छात्र के शव मिलने के मामले में नया मोड़ आ गया है। बांसावाड़ा निवासी छात्र हनिमेश की मौत को रैगिंग से जोड़ते हुए परिजनों ने उसे हत्या बताया है। शव लेने से इन्कार करते हुए उन्होंने एसके अस्पताल की मोर्चरी के सामने ही धरना शुरू कर दिया है। मृतक के भाई अभिषेक ने बताया कि हनिमेश अपने सीनियर साथियों द्वारा रैगिंग किए जाने से परेशान था। जो उसे शराब, कॉन्डोम व अन्य गलत चीजें कमरे में रखने का दबाव बनाते थे। ऐसा नहीं करने पर सीनियर साथियों ने उसे निर्वस्त्र कर जबरन शराब भी पिलाई। अन्य तरीकों से भी वे उसे प्रताडि़त करते थे। आरोप लगाया कि सोमवार रात को भी उन्होंने ही उसके साथ मारपीट की। उसे तब तक मारा गया जब तक उसकी मौत नहीं हो गई। परिजनों की मांग है कि पहले हनिमेश के हत्यारों का पता लगाकर गिरफ्तार किया जाए। चेतावनी दी कि मांग पूरी नहीं होने तक वे शव का पोस्टमार्टम नहीं करवाएंगे।

 

पूर्व केंद्रीय मंत्री पहुंचे, एबीवीपी ने किया प्रदर्शन

सूचना पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सुभाष महरिया भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने परिजनों को सांत्वना देने के साथ पुलिस अधिकारियों से भी घटनाक्रम को लेकर चर्चा की। निष्पक्ष व त्वरित कार्रवाई के लिए भी कहा। इसके अलावा भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व जिलाध्यक्ष रतन सैनी, छात्र नेता नितिश चौधरी सहित अन्य कई लोग भी मौके पर पहुंचे। मामले में एबीवीपी ने भी विरोध प्रदर्शन कर मामले की निष्पक्ष जांच कर हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की।

प्रदेश के किसानों को खेत पर खुद का मकान बनाने के लिए साहूकारों के चंगुल में फंसने से बच जाएंगे। किसानों को खेत पर मकान बनाने के लिए सहकारिता विभाग की ओर से लोन दिया जाएगा। लोन की पात्रता किसान की भूमि की डीएलसी दर के आधार पर तय की जाएगी। खेत पर मकान बनाने के लिए किसान दो से पचास लाख रुपए तक का लोन ले सकता है। इसके लिए प्रदेश में 1500 करोड़ रुपए का बजट रखा गया है। सीकर में पांच करोड़ रुपए का आवास लोन दिया जाएगा। इससे जिले के दो सौ से ज्यादा किसान लाभान्वित होंगे। इसको लेकर फील्ड स्टॉफ को निर्देश दिए गए हैं।

तीन किश्तों में मिलेगा लोन

सीकर केन्द्रीय सहकारी बैंक के एमडी योगेश शर्मा ने बताया कि सहकारिता विभाग की ओर से किसान को मकान बनवाने के लिए दिए जाने वाले लोन तीन चरणों में दिया जाएगा। लोन को चुकाने की अवधि 15 साल तय की गई है। समय पर लोन चुकाने वाले किसानों को ब्याज पर पांच प्रतिशत की छूट दी जाएगी। गाइडलाइन आ गई है। जल्द ही जिले में किसान को महज छह प्रतिशत पर मकान लोन की राशि मिल सकेगी।


ये किसान ही पात्र

सहकार ग्राम आवास योजना में आवेदन करने के लिए केवल भूमिधारक किसान ही पात्र होंगे। किसान के पास खेती योग्य खुद की भूमि होनी चाहिए। उसका बैंक अकाउंट आधार कार्ड से लिंक होना चाहिए। इस योजना में आवेदन करने के लिए अपने नजदीकी बैंक में जाना होगा। किसानों को इस लोन को चुकाने के लिए भी 15 साल का लंबा समय दिया जा रहा है। इसके लिए केंद्रीय सहकारी बैंकों के प्रबंध निदेशकों को 72 करोड़ रुपए से ज्यादा का लक्ष्य दिया गया है।

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