>>: Garbage Collection : हर घर से कचरा नहीं लिया तो यह होगी परेशानी

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राजसमंद. नगर परिषद क्षेत्र के प्रत्येक घर से कचरा संग्रहण (garbage collection ) करना अब आवश्यक होगा। इसके लिए घरों के बाहर आरएफआईडी मशीन लगाई जाएगी। कचरा संग्रहण के लिए आने वाले व्यक्ति को कचरा लेने के बाद कार्ड को टच करना होगा। इसके लिए नगर परिषद की ओर से टेण्डर आमंत्रित किए गए हैं।
नगर परिषद की ओर से घर-घर कचरा संग्रहण (garbage collection ) का कार्य किया जा रहा है। स्वच्छ भारत मिशन के तहत अब नगर परिषद की ओर से इसके लिए 120 लाख का टेण्डर आमंत्रित किया है। इसमें मुख्य बात यह है कि ठेकेदार की ओर से घरों के बाहर आरएफआईडी मशीन लगाई जाएगी। इसमें कचरा लेने के लिए आने वाले व्यक्ति को कार्ड स्वैप करना होगा। इससे उसमें उस घर से कचरा लिया है या नहीं इसका पता चलेगा। साथ ही उक्त मशीन को जीपीएस के माध्यम से नगर परिषद से जोड़ा जाएगा। इससे रियल टाइम मोनिटरिंग होगी। साथ ही कचरा संग्रहण करने के लिए आने वाले व्यक्ति भी छुट्टी अथवा काम में लापरवाही नहीं कर सकेंगे। कचरा संग्रहण करने के बाद उसे ट्रेचिंग ग्राउण्ड पहुंचाया जाएगा। वहां पर कचरे के तोल से ठेकेदार को भुगतान किया जाएगा।
28 टन कचरा संग्रहित हो रहा प्रतिदिन
नगर परिषद की ओर से शहर में 10 ऑटो टीपर के माध्यम से घर-घर से कचरा संग्रहण (garbage collection ) किया जाता है। यह करीब 28 टन बताया जा रहा है। इस कचरे को उठाकर गुर्जरों के गुढ़ा स्थित ट्रेचिंग ग्राउण्ड में भेजा जाता है। वहां पर कचरे का निस्तारण कर आरडीएफ और कम्पोस्ट तैयार किया जाता है। आरडीएफ को सीमेंट फैक्ट्री में भेजा जाता है, जबकि कम्पोस्ट को खेत आदि के उपयोग में लिया जाता है।
नगर परिषद को ट्रीपर से होगी आय
नगर परिषद के पास वर्तमान में 10 ऑटो ट्रीपर है, जो कचरा संग्रहण (garbage collection ) करते हैं। नगर परिषद की ओर से ठेकेदार को ऑटो ट्रीपर उपलब्ध कराए जाएंगे। इसमें सभी खर्चा और ड्राइवर आदि की जिम्मेदारी ठेकेदार की होगी। नगर परिषद को ठेकेदार प्रति ट्रीपर 10 हजार रुपए उपलब्ध कराएगा। इससे निगम को प्रतिमाह करीब एक लाख रुपए की आय होगी। उल्लेखनीय है कि अभी नगर परिषद के माध्यम से इनका संचालन किया जा रहा है।
यह होता है आरएफआईडी
जानकारों के अनुसार आरएफआईडी रेडियो फ्रीकवेंसी आइडिफिकेशन डिवाइस होती है। इसे प्रत्येक घर की दीवार पर लगाया जाएगा। घरों से कचरा लेते समय कार्ड को उस पर टच करना होगा। इससे उसमें इन्द्राज डाटा मुख्य कम्प्यूटर के सर्वर में सेव होगा। इससे मोनिटरिंग बढ़ेगी और नियमित रूप से घरों से कचरे का संग्रहण होने लगेगा।

शुल्क का प्रावधान, लेकिन अभी नहीं होगी वसूली
जानकारों के अनुसार उक्त टेण्डर में प्रत्येक घर से कचरा संग्रहण (garbage collection ) करने पर निर्धारित शुल्क वसूलने का भी उल्लेख किया गया है। इसमें 50 स्क्वायर फीट के मकान से 15, 300 स्क्वायर फीट के मकान से 50 और उससे अधिक के मकान से 100 रुपए और कॉमर्शियल आदि के अलग से शुल्क निर्धारित है। हालांकि नगर परिषद के अधिकारियों ने इस प्रकार के किसी भी शुल्क लगाने की बात से इंकार किया है।
व्यवस्थाओं में होगा सुधार
घर-घर कचरा संग्रहण (garbage collection ) के लिए नया पैटर्न अपनाया जा रहा है। इससे व्यवस्थाओं में सुधार होगा। इसमें कचरा संग्रहण के बदले शुल्क लेना का अभी कोई प्रावधान नहीं किया गया है। इसके लिए बोर्ड बैठक में प्रस्ताव रखकर सर्वसम्मति से निर्णय लेना पड़ता है।
- अशोक टांक, सभापति, नगर परिषद राजसमंद
निगरानी बढ़ेगी और आमजन को होगा फायदा
नियमित रूप से घर-घर कचरा संग्रहण (garbage collection ) नहीं होने की शिकायतें आती है। आरएफआईडी लगने से निगरानी बढ़ेगी। ठेकेदार के माध्यम से कचरे का संग्रहण कराया जाएगा। कचरे के तोल के अनुसार उसे भुगतान किया जाएगा। नगर परिषद की ओर से उसे ट्रीपर दिए जाएंगे इसके बदले ठेकेदार निर्धारित राशि देगा। कचरा संग्रहण के बदले शुल्क आदि नहीं लिया जाएगा।
- जर्नादन शर्मा, आयुक्त नगर परिषद राजसमंद

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