>>: कंज्यूमर नम्बर में गड़बड़ी से गड़बड़ा रहे बिजली के बिल

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भीलवाड़ा. राज्य सरकार के तीन माह से लगाए जा रहे महंगाई राहत कैंप में पंजीयन के बावजूद कई उपभोक्ताओं को 100 यूनिट बिजली फ्री का लाभ नहीं मिल पा रहा है। इसके पीछे मुख्य कारण बिजली के बिल में आने वाले कंज्यूमर नंबर (के.नंबर) का गलत दर्ज करना माना जा रहा है। इसे सही कराने के लिए उपभोक्ता अब सिक्योर के ऑफिस व कलक्ट्रेट में एकल खिड़की पर चक्कर लगा रहे हैं।

 

मुख्यमंत्री निशुल्क घरेलू बिजली योजना के लिए जनाधार कार्ड से कंज्यूमर नंबर लिंक होने में गड़बड़ी सामने आ रही है। ऐसे 250 से अधिक मामले सामने आ चुके। इसके चलते ऐसे लोगों को 100 यूनिट फ्री बिजली नहीं मिल पा रही।
उपभोक्ता बोले-मिलीभगत का नतीजा

लोगों का आरोप है कि आधार और के नम्बर बताने के बाद भी कंप्यूटर में गलत नंबर दर्ज किए जा रहे हैं।ऐसा शिविर में बैठे लोगों की मिलीभगत है। आधार व के नम्बर सही बताने के बावजूद गलती का खमियाजा आमजन भुगत रहा है। ऐसा भी नहीं है कि इनके एक से अधिक कने€क्शन हो और एक पर लाभ मिल रहा हो। इन्हें सही कराने के लिए लोगों की भीड़ कलक्ट्रेट के एकल खिड़की पर लग रही है।
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केस-01
सांगानेर निवासी मोहम्मद उमर बोले, बिजली के बिल में 100 यूनिट की छूट नहीं मिली। जानकारी की तो पता चला की कंज्यूमर नम्बर गलत दर्ज हैं। उसमें एक डिजिट कम डाली। उसे कलक्ट्रेट में सही करा अब जांच करवाने आए हैं।

केस-02
आजाद नगर निवासी पंकज दाधीच ने महंगाई राहत कैंप में पंजीयन कनाया। जनाधार नंबर से अपने बिजली बिल के के.नंबर को लिंक करवाया, लेकिन किसी और उपभोक्ता का के.नंबर लिंक हो गया। मुझे छूट का लाभ नहीं मिला।

केस-03

आरके कॉलोनी निवासी अशोक बांगड़ ने बताया कि जनाधार से के.नंबर लिंक करवाया। सब सही चेक किया। बिजली बिल में फ्री यूनिट का लाभ नहीं मिला तो पता किया। हैरानी हुई कि मेरी जगह दूसरे का कंज्यूमर नंबर जुड़ा है।
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ये मिलेगी छूट

यूनिट बिल में राहत
100 शून्य राशि

200 केवल टैक्स की छूट

201 से अधिक केवल 562 रुपए की छूट

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