>>: Digest for July 08, 2021

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Table of Contents

भीलवाड़ा।
हिंदू पंचाग के अनुसार गुरू पूर्णिमा के अगले दिन से सावन महीने की शुरुआत होती है। इस बार सावन 25 जुलाई रविवार से शुरू होकर 22 अगस्त रविवार को ही समाप्त होगा। विशेष बात यह है कि इस बार सावन २९ दिन का ही होगा। इस बार सावन में ४ सोमवार पड़ेंगे। सावन में सभी सोमवार को व्रत रखने और भगवान शिव की पूजा का विधान है।
घनिष्ठा नक्षत्र और द्विपुष्कर योग में शुरू होगा सावन
पं. अशोक व्यास के अनुसार श्रावण-घनिष्ठा नक्षत्र और द्वि पुष्कर योग में सावन के पवित्र मास की शुरुआत हो रही है। 25 जुलाई को श्रावण मास की कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि है। इस दिन शुभ आयुष्मान योग बन रहा है। चंद्रमा इस दिन मकर राशि में विराजमान रहेंगे। सावन मास इस बार २९ दिन का इसलिए है क्योंकि कृष्ण पक्ष की द्वितीया तिथि और शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि का क्षय है। कृष्ण पक्ष में छठ तिथि दो हो गई है, ऐसे में कृष्ण पक्ष तो पूरे 15 दिन का होगा, लेकिन शुक्ल पक्ष 14 दिन का ही रहेगा।
सावन का महत्व
व्यास ने बताया कि सावन माह भगवान शिव को अतिप्रिय है, इसलिए इस माह में शिवजी की विशेष पूजा-अर्चना की जाती है, उनका जलाभिषेक किया जाता है। पूरे सावन महिलाएं सुखी वैवाहिक जीवन और कुंवारी कन्या योग्य वर की प्राप्ति के लिए भगवान भोलेनाथ की विधिपूर्वक व्रत रखती हैं। पूरे सावन में भगवान शिव की पूजा विधि विधान से करने से सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती है।

भीलवाड़ा।
नगर परिषद की साधारण सभा की बैठक ११ जुलाई को दोपहर २.१५ बजे होगी। बोर्ड गठन होने के बाद सभापति राकेश पाठक की अध्यक्षता में पहली बैठक होगी। बैठक में २८ प्रस्तावों पर चर्चा होगी। इनमें कोरोना के कारण माता-पिता को खो चुके युवक व युवतियों को शादी के लिए परिषद का सामुदायिक भवन दो दिन के लिए नि:शुल्क उपलब्ध कराना, शहरी क्षेत्र में रहने वाले लोगों को उठावने के लिए परिषद का सामुदायिक भवन भी ३ घंटे के लिए निशुल्क उपलब्ध कराना शामिल है। आरयूआईडीपी ने शहर में सीवरेज कनेक्शन के लिए लोगों से राशि वसूलने के लिए परिषद को पत्र लिखा था, लेकिन सभापति ने लोगों से स्वीकृति शुल्क नहीं लिए जाने का भी प्रस्ताव रखा है।
चौराहें-सर्कि ल होंगे आकर्षक
रेल्वे स्टेशन से भीमगंज पुलिस चौकी तक सड़क को मॉडल के रूप में विकसित किया जाएगा। सभी चौराहों व सर्किलों को भी आकर्षक बनाया जाएगा। भूमिगत बिजली लाईन, कचरा पात्र को व्यवस्थित करने तथा आकर्षक रोड लाईट लगाए जाने का प्रस्ताव है।
कचरा संग्रहण पर १६ करोड़ व्यय
सभापति राकेश पाठक ने बताया कि परिषद के सभी वार्डो में कचरा एकत्रित कर उसे ट्रेचिंग ग्राउण्ड तक पहुंचाने पर १६ करोड़ रुपए व्यय होंगे। इसके लिए दो वर्ष की निविदा आमंत्रित की जाएगी। एनजीटी के आदेश से कीरखेड़ा स्थित ट्रेचिंग ग्राउण्ड में पड़े कचरे के निस्तारण पर ५ करोड़ ५६ लाख रुपए व्यय किए जाएंगे। शहर के चार जोन में फेरोकवर लगाने के लिए २८.४० प्रतिशत अधिक दर से २ करोड़ ५ लाख ४६ हजार रुपए व्यय किए जाएंगे।
७.८१ करोड़ के ४३ वाहन खरीदेगी
नगर परिषद ७ करोड़ ८१ लाख ६५ हजार की लागत से ४३ वाहन नए खरीदेगी। इनमें चार डम्पर , २ लोडर , एक रिफ्यूज कोम्पेक्टर, २५ ऑटोटीपर, २ जेटिंग मशीन, एक कार , एक बेकहो लोडर, स्काई लिफ्ट और १२ हजार लीटर पानी की क्षमता की दमकल, ५ हजार लीटर क्षमता के ४ दमकल, एक मोटरसाइकिल शामिल है।
मृत मवेशी के लिए राशि होगी तय
मृत मवेशी के निस्तारण के लिए सांगानेर में जमीन आवंटन का प्रस्ताव रखने के साथ ही मृत मवेशी को उठाने के लिए ठेकेदार को कुछ राशि देने का भी प्रस्ताव है। शहर में मृत मवेशी उठाने के लिए ठेकेदार लोगों से राशि वसूल करता है। उसके बाद भी मवेशी को उठाने वाला परिषद को नहीं मिल रहा है। ऐसे में मवेशी उठाने के लिए राशि निर्धारित भी करने का प्रस्ताव है।
ये है प्रस्ताव
- महात्मा गांधी अस्पताल के पास स्थित उद्यान, भोपाल क्लब तथा सड़क एरिया में डबल बेसमेन्ट पार्किंग निर्माण का प्रस्ताव है। इस पर ३८ करोड़ रुपए व्यय होने की संभावना है।
- नेहरू कॉम्प्लेक्स व्यवसायिक योजना में रिक्त पड़े व्यवसायिक भूखण्ड पर डबल बेसमेन्ट पार्किंग सहित जी -4 का निर्माण किया जाना प्रस्तावित है। इस पर लगभग 9 करोड़ रुपए व्यय होंगे।
- चित्रकूट धाम में इंडोर स्टेडियम निर्माण के लिए डीपीआर
- शहर में दो जनता क्लीनिक के लिए भूमि, भवन, फर्नीचर की सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएगी।
- रेल्वे पटरी के दोनों तरफ एक-एक ई-लाईब्रेरी प्रारंभ की जाएगी। इसके लिए भवन, फर्नीचर एवं वाई-फाई नेटवर्क की सुविधा परिषद उपलब्ध कराएगी।
- शास्त्रीनगर सामुदायिक भवन को बीओटी आधार पर निर्माण कराया जाएगा
- परिषद के कार्मिकों के लिए आवासीय मकान आवंटन
- पातोला महोदव स्थित आवासीय कम व्यवसायिक योजना में भूखण्डों के आवंटन व नीलामी
- हरणी कलां में स्थित परिषद भूमि को मास्टर प्लान में परिधि नियंत्रण पट्टी के रूप में दर्शा रखी है। जिसको फार्म हाउस व अन्य प्रयोजनार्थ उपयोग के लिए वरिष्ठ नगर नियोजक से योजना स्वीकृत कराना

भीलवाड़ा।
साध्वी प्रज्ञामूर्ति, मधु कंवर आदि ठाणा 3 का चातुर्मास 15 जुलाई को शांति भवन में होगा। तैयारियों को लेकर संघ शांति भवन ने महावीर युवक मंडल सेवा संस्थान एवं शांति जैन महिला मंडल के पदाधिकारियों की बैठक हुई। बैठक में चातुर्मास की तैयारियों को लेकर चर्चा की गई। संघ अध्यक्ष अभय चपलोत व मंत्री रिखब चंद पीपाड़ा ने बताया कि बुधवार को साध्वी मंडल सुवाणा से विहार कर यश विहार में प्रवेश करेंगे। गुरुवार को यश विहार से शास्त्री नगर स्थित अहिंसा भवन में मंगल प्रवेश करेंगे। मीडिया प्रभारी मनीष बंब ने बताया कि बैठक में महावीर युवक मंडल सेवा संस्थान के अध्यक्ष हेमंत बाबेल, उपाध्यक्ष पुखराज चौधरी, मंत्री मनीष सेठी, सहमंत्री अतुल बापना, कोषाध्यक्ष राकेश सिंघवी, शांति जैन महिला मंडल अध्यक्ष बसंता डांगी, मंत्री कनकावती चंडालिया सहित कई पदाधिकारी उपस्थित थे।
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सूची जारी करने के लिए ज्ञापन
भीलवाड़ा . नर्सिंग छात्र संगठन ने कोविड स्वास्थ्य सहायक के 1122 पदों की भर्ती की सूची लिस्ट जारी करने की मांग को लेकर जिला कलक्टर व सीएमएचओ को ज्ञापन दिया।
जिला प्रभारी लखन राव, सह प्रभारी सलीम खान व जिलाध्यक्ष मनोज जोशी के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल ने ज्ञापन दिया। उनका कहना था कि कोविड स्वास्थ्य सहायक के 1122 पदों पर विज्ञप्ति निकाली गई। इसमें जीएनएम, बीएससी नर्सिंग करने वालों से आवेदन भरवाए गए और अस्थाई वरीयता सूची 28 जून को जारी कर दी गई। अब तक अंतिम सूची जारी नहीं की गई है।

भीलवाड़ा।
जिले में कोरोना की दूसरी लहर लगभग समाप्त हो चुकी है, लेकिन दूसरी लहर में भीलवाड़ा में डेल्टा वेरिएंट ने कहर ढाया था। इसके कारण पिछले दो माह में ६०० से अधिक मौतें तथा १८ हजार ६०० से अधिक लोग बीमार हुए थे। मेडिकल कॉलेज की ओर से जिनोम सिक्वेसिंग के लिए भेजे गए सभी १५ सेम्पलों की जांच में डेल्टा वेरियंट पाए गए हैं। इससे पहले भी ४३ सेम्पलों की जांच में डेल्टा वेरियंट मिले। हालांकि इन सभी संक्रमितों के ठीक होने की जानकारी है।
मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. शलभ शर्मा ने बताया कि गत दिनों जिले से 15 सेम्पल जिनोम सिक्वेसिंग के लिए दिल्ली भेजे गए थे। इनमें डेल्टा वेरियंट मिला है। ये वो सैंपल हैं जो हर सप्ताह पॉजिटिव आने वाले के 5 प्रतिशत भेजे जाते हैं। सीएमएचओ डॉ. मुश्ताक खान ने बताया कि हालांकि डेल्टा प्लस का कोई मरीज नहीं मिला है लेकिन सावधानी रखें। सूत्रों के अनुसार जनवरी से मई तक 665 सेम्पल वैरिएंट की जांच के लिए जयपुर भेजे गये। इसमें से 15 सेम्पल दिल्ली भेजे गये थे। मई माह में 50 सेम्पल जांच के लिए भेजे गए थे। उनमें से 43 डेल्टा वैरिएंट पाए गए थे। 6०5 सेम्पल की रिर्पोट आना अभी शेष है। ये सभी सेम्पल जनवरी से अप्रेल तक के है।

भीलवाड़ा।
नगर परिषद के सभापति राकेश पाठक ने कहा कि विभिन्न इकाइयों और प्रतिष्ठानों से नगरीय कर की वसूली के लिए नगर विकास न्यास को पत्र लिखा जाएगा।
पाठक ने बताया कि शहर के सबसे बड़े व पुराने औद्योगिक जमीन को आवासीय में परिवर्तन करने के बाद भी उन पर काफी नगरीय कर बाकी है। शहर की डालडा मिल, मेवाड़ टेक्सटाइल मिल्स तथा गांधी नगर स्थित राजस्थान स्पिनिंग विविंग मिल्स (कांचीपुरम) का भू उपयोग परिवर्तन कर दिया है, लेकिन इन तीनों जमीन का २००७ से नगरीय कर जमा नहीं करवाया गया है। ऐसे में नगर विकास न्यास को पत्र लिखकर इन तीनों जमीनों के अन्तिम पट्टे जारी करने से पहले नगर परिषद से नो ड्यूज लेने के लिए कहा जाएगा।
राजस्थान पत्रिका के मंगलवार के अंक में 'जिम्मेदार के सारे पद रिक्त, कैसे हो करोड़ों के नगरीय कर की वसूलीÓ शीर्षक से प्रकाशित समाचार को गंभीरता से लेते हुए पाठक ने इस बारे में आयुक्त दुर्गा कुमारी से चर्चा की और नगर विकास न्यास को इस बारे में पत्र लिखने को कहा है।
पाठक ने बताया कि शहर के दो प्रमुख सामुदायिक भवन शास्त्रीनगर पुलिस चौकी के पीछे तथा आरके कॉलोनी के भवन को पीपीपी मोड पर देकर जीर्णोद्धार की योजना बनाई जा रही है। इसके लिए एजेन्सियों से भी चर्चा कर रहे है। यह दोनों सामुदायिक भवन पूरी तरह से जर्जर हालात में है। दोनों में कई सालों से कोई कार्यक्रम भी नहीं हुए।

भीलवाड़ा।
शहर में भूखण्डों की बिक्री के बदले नगर विकास न्यास से मिलने वाला १५ प्रतिशत विकास शुल्क पिछले आठ साल से नगर परिषद को नहीं मिला है। यह राशि बढ़कर अब १०० करोड़ रुपए तक पहुंच गई है। न्यास से परिषद को यह राशि यदि मिल जाती है, परिषद अपनी इच्छा से शहर में विकास के कई कार्य करवा सकती है। परिषद वर्ष २०१३ के बाद से इस राशि का न्यास से तकाजा कर रही है। इस बारे में उसे कई बार पत्र भी लिखा, लेकिन न्यास का कहना है कि वह इस राशि के बदले शहरी क्षेत्र में करोड़ों रुपए के विकास कार्य करवा चुका है।
नगर विकास न्यास शहरी क्षेत्र में जो भूखंड बेचती है, उसमें से 15 फीसदी राशि विकास शुल्क के रूप में नगर परिषद को देना जरूरी है। परिषद इस राशि से उस क्षेत्र में विकास कार्य करवाती है। पिछले आठ साल से यह राशि नहीं मिलने से परिषद और न्यास में कई बार विवाद की स्थिति बनी है। शहरी क्षेत्र में विकास को लेकर दोनों संस्थाओं में तालमेल का अभाव है। दोनों एक दूसरे की अनदेखी कर अपने-अपने हिसाब से निर्माण और विकास कार्य करवा रहे है, इस कारण करोड़ों रुपए खर्च होने के बाद भी लोगों को सुविधाओं का समुचित लाभ नहीं मिल सका
लिख चुके है कई पत्र
नगर परिषद अधिकारियों का कहना है कि विकास शुल्क के रूप में भूखण्ड बिक्री की १५ फीसदी राशि जमा कराने के लिए नगर विकास न्यास को कई बार पत्र भेजा गया है। इस सम्बन्ध में न्यास प्रशासक जिला कलक्टर से भी मिल चुके है। स्थानीय विधायक ने भी हस्तक्षेप किया, लेकिन अब तक राशि नहीं मिली है। इस मामले में न्यास का कहना है कि उसने परिषद की सीमा में करोड़ों रुपए के विकास कार्य करवा दिए है। ऐसे में यह राशि ज्यादा बकाया नहीं है। लेकिन परिषद का कहना है कि वह भी न्यास के क्षेत्र में नाली निर्माण, सफाई, सड़क व अन्य कार्य करता है।
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दोनों को चाहिए पॉश कॉलोनी
नगर विकास न्यास ने जिन कॉलोनियों को विकसित कर दिया है, नगर परिषद उन कॉलोनियों को उसे सौंपने की मांग कर रहा है, जिससे इन कॉलोनियों में लीज और अन्य तरह का राजस्व उसे मिल सकें। इन कॉलोनियों में आरसी व्यास नगर , विजयसिंह पथिकनगर, बापू नगर प्रमुख रूप से है। अभी इन कॉलोनियों की लीज व अन्य राजस्व यूआईटी के पास जाता है।
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स्पष्ट नहीं सीमा ज्ञान
नगर विकास एवं नगर परिषद का क्षेत्र कौन-कौन सा है । इस बारे में दोनों विभागों को स्पष्ट जानकारी नहीं है। इसके चलते कई लोग दोनों कार्यालयों के चक्कर लगाने को मजबूर े है। दादाबाड़ी सहित कुछ जगह ऐसी है, जहां दोनों विभाग विकास कार्य करवा रही है । शहर में स्टेट ग्रांट के पट्टों को लेकर लोगों परेशान है। पट्टे के लिए नगर परिषद में आवेदन कर रखा है, लेकिन फाइलें न्यास से संबंधित है।
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सौ करोड़ रुपए की राशि बकाया
नगर विकास न्यास ने वर्ष २०१३ के बाद से एक रुपया नहीं दिया है। उस समय भी ६३ करोड़ रुपए बकाया चल रहे थे। यह राशि बढ़कर अब १०० करोड़ हो गई है। इसके लिए कुछ दिन पहले ही न्यास को पत्र लिखा था। यह राशि मिलती है तो शहर में बड़े विकास कार्य होंगे।
राकेश पाठक, सभापति, नगर परिषद
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परिषद के साथ तालमेल से करेंगे काम
नगर विकास न्यास शहर की कॉलोनियों के विकास में पूरा योगदान दे रही है। दोनों महकमों में किसी प्रकार का विवाद नह हो एवं आपसी तालमेल के साथ विकास कार्य हो सके, इसके लिए सभापति राकेश पाठक के साथ विभागीय स्तर पर बैठक हुई। इसमें तय किया गया कि दोनों ही विभाग अपनी सीमा, जमीन, अतिक्रमण व बकाया को लेकर एक नई गाइड लाइन बनाएंगे और उसी के अनुरूप आपसी समन्वय से काम करेंगे। नगर परिषद क्षेत्र में विकास कार्य एवं बकाया राशि को लेकर भी न्यास ने सभापति के समक्ष अपनी स्थिति स्पष्ट कर दी है।
महिपाल सिंह, सचिव, नगर विकास न्यास

भीलवाड़ा।
राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर ने कोविड 19 की रोकथाम एवं टेस्टिंग के लिए निदेशालय चिकित्सा शिक्षा विभाग से संबंधित राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा मेंं कार्यरत कार्यरत वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों की सेवाएं समाप्त कर उनके स्थान पर नवीन संविदा कर्मियों को लगाने के आदेश पर रोक लगा दी है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता बलवीर सिंह राठौड़ व अभिमन्यु सिंह रणिसर ने बताया कि परिवादी राजकुमार व अन्य बनाम सरकार की याचिका पर मंगलवार को न्यायाधीश दिनेश मेहता ने सुनवाई की।
याचिका के अनुसार कोरोना वायरस की रोकथाम व त्वरित टेस्टिंग के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान सरकार के पत्र दिनांक २८ मई 2020 की अनुपालना में निदेशालय चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा स्वीकृति पत्र दिनांक 30 मई 2020 से 236 वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों सहित 452 पैरा मेडिकल पदों का सृजन किया गया था। उक्त 236 वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों के पदों में से 18 पद मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा को आवंटन किए गए थे। स्वीकृति पत्र ३० मई 2020 की अनुपालन में राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा द्वारा निविदा आमंत्रित कर प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से 18 वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनो के पदों को भरने के लिए निविदा निकाली गई थी। उक्त निविदा के क्रम में चयनित याचिका कर्ताओं को स्नातक के अंकों को आधार मान व साक्षात्कार एवं दस्तावेज सत्यापन के पश्चात मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा में वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों के पदों पर नियुक्ति प्रदान की गई थी।
मालूम हो एक समय में भीलवाड़ा में कोविड.19 के एक्टिव केसेज की संख्या पूरे राज्य में सर्वाधिक थी, जिला कलक्टर एवं स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में चिकित्सा कर्मियों नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल कर्मियों की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से आपसी तालमेल बिठाकर सिर्फ एक माह में ही एक्टिव केसेस की स्थिति को नियंत्रण में ले संपूर्ण देश में भीलवाड़ा मॉडल को आदर्श मॉडल मानकर कोविड.19 की रोकथाम में अग्रणी साबित किया था। उक्त कार्य में याचिकाकर्ताओं का भी बड़ा योगदान था, फि र भी याचिकाकर्ताओं के उस योगदान को नजरअंदाज कर मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा द्वारा मौखिक आदेश पारित कर उन्हें सेवा से यह कहते हुए पृथक कर दिया गया कि उनके स्थान पर नवीन संविदा कर्मियों को लिया जाएगा, जो कि उनके द्वारा चयनित की गई नई प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से लिए जाएंगे।
उक्त आदेश को याचिकाकर्ता द्वारा उच्च न्यायालय जोधपुर पीठ के समक्ष याचिका पेश कर चुनौती दी गई। न्यायाधीश दिनेश मेहता की एकलपीठ ने स्वीकार कर सरकार से याचिकाकर्ताओं को सेवा से पृथक करने के आदेश के संदर्भ में नोटिस जारी कर जवाब तलब किया, साथी ही जब तक नियमित भर्ती से उक्त पदों को नहीं भरा जाता, तब तक याचिकाकर्ताओं को सेवा से पृथक नहीं करने व उनके पदों को दूसरे संविदा कर्मियों से नहीं भरने का आदेश पारित किया।

भीलवाड़ा।
जिले में मंगलवार को एक भी कोरोना संक्रमित सामने नहीं आया है। आरआरटी प्रभारी डॉ. घनश्याम चावला ने बताया कि मंगलवार को ७८० लोगों की सैम्पलिंग की गई थी। इनमें सभी निगेटिव पाए गए। अब जिले में मात्र ९ एक्टिव केस है। वही एक जने को मौत हो हुई है। इसके साथ ही मृतकों की संख्या बढ़कर ८१५ हो गई है।
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सीए परीक्षाएं प्रारम्भ
भीलवाड़ा . दी इंस्टीट्यूट ऑफ चार्टर्ड अकाउंटेंट्स ऑफ इंडिया की ओर से सीए की मुख्य परीक्षाएं शुरू हो गई है। आईसीएआई भीलवाडा शाखा अध्यक्ष पीरेश जैन ने बताया कि सीए परीक्षाओं के लिए शहर में 3 परीक्षा केंद्र निर्धारित किए हैं। परीक्षा समन्वयक एवं शाखा उपाध्यक्ष सीए दिनेश सुथार ने बताया कि 5 जुलाई को सीए फाइनल का फाइनेंशियल रिपोर्टिंग का पेपर था। इसमें 575 में से 420 विद्यार्थी उपस्थित रहे। 6 जुलाई को सीए इंटरमीडिएट के प्रथम पेपर में 252 में से 195 विद्यार्थी ने भाग लिया।
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भजन पर झूम उठे श्रद्धालु
भीलवाड़ा।
बालेश्वरम बाला स्मृति में 31वीं भजन संध्या का आयोजन बालाजी निवास न्यू हाउसिंग बोर्ड शास्त्रीनगर में आयोजित हुआ। भजन संध्या संयोजक मेवाराम खोईवाल ने बताया कि भजन संध्या में खटीक समाज के जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र डीडवानिया व पार्षद वर्षा दरियानी ने दीप प्रज्ज्वलित कर भजन संध्या का शुभारंभ किया। भजन गायक बंशीलाल पटेल, मोहन पटेल, रामनिवास खोईवाल, जयप्रकाश खोईवाल, रामेश्वर डीडवानियां व श्यामलाल खटीक एण्ड पार्टी ने भजनों की प्रस्तुती दी। सह संयोजक मुकेश खोईवाल ने बताया कि भजन संध्या में गोपाल शर्मा, जितेन्द्र दरियानी, मोहित टेलर, राजमल डीडवानिया, दीपक खटीक, कपिल डीडवानिया, जतीन खोईवाल आदि उपस्थित थे।

भीलवाड़ा। नगर विकास न्यास में अभियंताओं के बीच वर्चस्व की लड़ाई को लेकर खींचतान के बीच मंगलवार को राज्य सरकार ने अधीक्षण अभियंता संजय माथुर को एपीओ कर दिया। ढाई साल से रिक्त अधीक्षण अभियन्ता के पद पर माथुर महज तीन माह ही टिक पाए। माथुर के स्थान पर सरकार ने नगर विकास न्यास से ही पदोन्नत होकर राजस्थान आवासन मंडल जोधपुर में आयुक्त पद पर गए भीलवाड़ा के करण राज जीनगर को लगाया है माथुर के एपीओ के पीछे राजनीतिक कारण माने जा रहे है।। न्यास में विशेषाधिकारी की नियुक्ति भी सिर्फ कागजी मानी जा रही है।

गत वर्ष नवम्बर में तीन बड़े अभियन्ताओं के रिश्वत लेते पकड़े जाने के बाद से नगर विकास न्यास गत सात माह से विवादों में है। जहां शहर से ६० किलोमीटर दूर करेड़ा के उपखण्ड अधिकारी महिपाल सिंह को नगर विकास न्यास के सचिव का अतिरिक्त कार्यभार सौंप रखा है। शहर के बजाय मांडल विधानसभा क्षेत्र में न्यास करोड़ों के निर्माण कार्य करवा रहा है। कलक्ट्रेट परिसर में न्यास द्वारा कराए गए निर्माण कार्य की गुणवत्ता पर सवाल उठे हुए है।

न्यास में सब गोलमाल

पिछले साल रिश्वत लेते पकड़े गए सहायक अभियंता स्तर के तीनों अधिकारी अधीक्षण अभियंता व अधिशासी अभियंता की जिम्मेदारी संभाले हुए थे। इनकी गिरफ्तारी के बाद से अधीक्षण अभियंता पद पर नियुक्ति को लेकर न्यास के अन्य अभियंताओं में खींचतान चल रही थी, लेकिन नगरीय विकास विभाग ने बीकानेर से अधीक्षण अभियंता संजय माथुर की यहां नियुक्ति कर दी। माथुर की नियुक्ति के बाद से यहां न्यास में अभियन्ताओं में खींचतान और बढ़ गई। न्यास में उनकी स्पष्ट कार्यशैली से कईयों की मुश्किलें बढ़ गई थी।

माथुर के अधिकारों की कटौती

नगर विकास न्यास सचिव महिपाल सिंह ने पिछले दिनों एक आदेश जारी कर अधीक्षण अभियन्ता माथुर के अधिकारों में कटौती कर दी थी। न्यास में सभी प्रकार के बिल की राशि की ऑडिट कर भौतिक सत्यापन करने का अधिकार पहले अधीक्षण अभियंता को ही था, लेकिन नए आदेश जारी कर उनके पास ३० लाख से अधिक के कार्य की राशि के ही बिलों का सत्यापन करने का अधिकार दिया गया। इस नए आदेश के बाद माथुर छुट्टियों पर चले गए। इसी बीच मंगलवार को उन्हें एपीओ करने के आदेश आ गए। जानकारों के अनुसार माथुर को यहां नियुक्ति के तीन माह बाद तक आवेदन करने के बावजूद सरकारी आवास नहीं मिल सका।
जानबूझ कर निकालते कमी

न्यास में सालों से जमे पुराने अभियंताओं को नए अभियंताओं की कार्यशैली रास नहीं आने से गत माह से आपसी खींचतान अधिक बढ़ गई थी। जानकारों के अनसुार सत्ता पक्ष के एक प्रभावशाली विधायक भी माथुर की कार्यशैली से नाखुश थे। कुछ अभियंताओं व ठेकेदारों ने भी शिकायत की थी कि माथुर उनका सहयोग नहीं कर रहे। कई फाइलों में उन्होंने कमियां बता कर रोक रखी है। अधीक्षक अभियन्ता माथुर का कहना है कि उनका सदैव प्रयास रहा कि न्यास के कार्य में गुणवत्ता एवं पारदर्शिता बनी रहे। पैसे की बर्बादी ना हों, इसलिए वह प्रत्येक कार्य की समीक्षा करते हैं।


नहीं कोई विवाद, तबादला सतत प्रक्रिया

नगर विकास न्यास के कार्यवाहक सचिव महिपाल सिंह का कहना है कि नगर विकास न्यास का कार्य प्रभावित नहीं हो और लोगों की समस्याओं का समाधान त्वरित हो, ऐसे प्रयास टीम वर्क से सुनिश्चित हो रहे है। कहीं कोई विवाद नहीं है। तबादला एक सतत प्रक्रिया है।


भीलवाड़ा । प्रदेश में बीएड प्रथम वर्ष के विद्यार्थी द्वितीय वर्ष में क्रमोन्नत किए जाने के बावजूद रीट परीक्षा में मौका नहीं मिलने से निराश है।

राज्य सरकार ने गत चार जुलाई 2021 को प्रदेश के सरकारी व गैर सरकारी कॉलेज के विभिन्न संकायों में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों को पदोन्नत कर अगली कक्षा में बैठाने का निर्णय लिया है। सरकार के इस निर्णय से बीएड प्रथम वर्ष के भी सभी विद्यार्थी भी द्वितीय वर्ष में आ जाएंगे, इससे वह द्वितीय वर्ष में आते ही मौजूद शिक्षा सत्र में आयोजित होने वाली रीट परीक्षा में प्रविष्ट होने के पात्र भी हो गए है। किन्तु राज्य सरकार द्वारा रीट परीक्षा की जो अन्तिम तिथि बढ़ाई है, उसमें आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के विद्यार्थियों को ही मौका दिया गया है, जिसकी अन्तिम तिथि भी सोमवार को समाप्त हो गई

वंचित विद्यार्थियों ने राज्य सरकार की उक्त नीति की आलोचना की है, उनका कहना है कि कई सालों के बाद रीट की परीक्षा हो रही है, ऐसी स्थिति में बीएड में अध्ययनरत विद्याार्थियों को मौका देकर सरकार को न्याय करना चाहिए। इसके लिए सरकार आवेदन की अंतिम तिथि भी बढ़ाए । Promoted in second year, but no chance in reet

भीलवाड़ा। राजस्थान उच्च न्यायालय जोधपुर ने कोविड 19 की रोकथाम एवं टेस्टिंग के लिए निदेशालय चिकित्सा शिक्षा विभाग से संबंधित राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा मेंं कार्यरत कार्यरत वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों की सेवाएं समाप्त कर उनके स्थान पर नवीन संविदा कर्मियों को लगाने के आदेश पर रोक लगा दी है। याचिकाकर्ता के अधिवक्ता बलवीर सिंह राठौड़ व अभिमन्यु सिंह रणिसर ने बताया कि परिवादी राजकुमार व अन्य बनाम सरकार की याचिका पर मंगलवार को न्यायाधीश दिनेश मेहता ने सुनवाई की।

याचिका के अनुसार कोरोना वायरस की रोकथाम व त्वरित टेस्टिंग के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग राजस्थान सरकार के पत्र दिनांक 28 मई 2020 की अनुपालना में निदेशालय चिकित्सा शिक्षा विभाग द्वारा स्वीकृति पत्र दिनांक 30 मई 2020 से 236 वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों सहित 452 पैरा मेडिकल पदों का सृजन किया गया था। उक्त 236 वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों के पदों में से 18 पद मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा को आवंटन किए गए थे। स्वीकृति पत्र ३० मई 2020 की अनुपालन में राजमाता विजय राजे सिंधिया मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा द्वारा निविदा आमंत्रित कर प्लेसमेंट एजेंसियों के माध्यम से 18 वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनो के पदों को भरने के लिए निविदा निकाली गई थी। उक्त निविदा के क्रम में चयनित याचिका कर्ताओं को स्नातक के अंकों को आधार मान व साक्षात्कार एवं दस्तावेज सत्यापन के पश्चात मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा में वरिष्ठ प्रयोगशाला तकनीशियनों के पदो पर नियुक्ति प्रदान की गई थी।

मालूम हो एक समय में भीलवाड़ा में कोविड.19 के एक्टिव केसेज की संख्या पूरे राज्य में सर्वाधिक थी, जिला कलक्टर एवं स्वास्थ्य विभाग की निगरानी में चिकित्सा कर्मियों नर्सिंग स्टाफ एवं पैरामेडिकल कर्मियों की टीम ने योजनाबद्ध तरीके से आपसी तालमेल बिठाकर सिर्फ एक माह में ही एक्टिव केसेस की स्थिति को नियंत्रण में ले संपूर्ण देश में भीलवाड़ा मॉडल को आदर्श मॉडल मानकर कोविड.19 की रोकथाम में अग्रणी साबित किया था।
उक्त कार्य में याचिकाकर्ताओं का भी बड़ा योगदान था, फि र भी याचिकाकर्ताओं के उस योगदान को नजरअंदाज कर मेडिकल कॉलेज भीलवाड़ा द्वारा मौखिक आदेश पारित कर उन्हें सेवा से यह कहते हुए पृथक कर दिया गया कि उनके स्थान पर नवीन संविदा कर्मियों को लिया जाएगा, जो कि उनके द्वारा चयनित की गई नई प्लेसमेंट एजेंसी के माध्यम से लिए जाएंगे।

उक्त आदेश को याचिकाकर्ता द्वारा उच्च न्यायालय जोधपुर पीठ के समक्ष याचिका पेश कर चुनौती दी गई। न्यायाधीश दिनेश मेहता की एकलपीठ ने स्वीकार कर सरकार से याचिकाकर्ताओं को सेवा से पृथक करने के आदेश के संदर्भ में नोटिस जारी कर जवाब तलब किया, साथी ही जब तक नियमित भर्ती से उक्त पदों को नहीं भरा जाता, तब तक याचिकाकर्ताओं को सेवा से पृथक नहीं करने व उनके पदों को दूसरे संविदा कर्मियों से नहीं भरने का आदेश पारित किया।

भीलवाड़ा।
शांतिदूत आचार्य महाश्रमण के पावन सानिध्य में बुधवार को जावद प्रवास के दूसरे दिन तेरापंथ के दशम अधिशास्ता आचार्य महाप्रज्ञ का 102 वां जन्मोत्सव व मालवा स्तरीय मंगल भावना समारोह आयोजित हुआ। अहिंसा यात्रा के दौरान लगभग ढाई महीनों में मध्यप्रदेश के विभिन्न जिलों में विचरण कर शांतिदूत ने आमजन से लेकर विशिष्ट जनों तक समाज में अहिंसा व सदाचार का संदेश दिया। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से घोषित राजकीय अतिथि आचार्य महाश्रमण की यह मध्यप्रदेश यात्रा अनेक दृष्टियों से ऐतिहासिक रही। 9 जुलाई को अहिंसा यात्रा निम्बाहेड़ा से राजस्थान में मंगल प्रवेश करेगी। आचार्य का 2021 का चातुर्मास भीलवाड़ा में घोषित है।
आचार्य महाश्रमण ने कहा कि आषाढ़ कृष्णा त्रयोदशी विक्रम संवत 1977 में राजस्थान के एक छोटे से गांव टमकोर में एक शिशु का जन्म हुआ। इस दुनिया में जन्म लेना सामान्य बात है। रोज अनेकों शिशु जन्म लेते हैं। परंतु शिशु शिशु में अंतर है। एक का जन्मदिन सिर्फ परिवार तक सीमित हो सकता है और एक का जन्मदिन पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हो जाता है। जन्म लेकर जो महनीय कार्य करता है, उसका जन्मदिन महत्वपूर्ण होता है। ऐसे ही आचार्य महाप्रज्ञ थे। आचार्य महाप्रज्ञ विद्वान व्यक्तित्व के रूप में उभरे। साथ ही वे दार्शनिक और ज्ञानी-योगी भी थे। उन्होंने ज्ञान के क्षेत्र में विशिष्ट विकास किया। आचार्य तुलसी के युग में संतों में महाप्रज्ञ शीर्षस्थ व्यक्तित्व थे। आचार्य तुलसी के वाचनाप्रमुखत्व में जैन आगमों का उन्होंने कितना कार्य किया। एक विशिष्ट वैदुष्य उनमें था। आज उनके जन्मदिवस पर मैं उनका श्रद्धा से स्मरण करता हूं।
मंगलभावना समारोह में आचार्य ने कहा कि १7 वर्षों बाद मध्यप्रदेश में आना हुआ। एक अच्छी यात्रा अब संपन्नता की ओर है। तेरापंथ के अष्टम आचार्य डालगणी से यह मालवा का क्षेत्र जुड़ा हुआ है। उनकी भूमि पर आए, उनके प्रति भी मेरा श्रद्धा प्रणति है। यहां से कितने ही साधु-साध्वी धर्मसंघ में दीक्षित हैं। धर्मसंघ में इस क्षेत्र का अपना योगदान रहा है।
मध्यप्रदेश सरकार के मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने कहा मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे आपका स्वागत करने का अवसर प्राप्त हुआ। इस नवनिर्मित विद्यालय भवन का नाम आचार्य महाश्रमण रखने की घोषणा की है।
इस अवसर पर साध्वीप्रमुखा कनकप्रभा एवं मुख्य नियोजिका साध्वी विश्रुतविभा का सारपूर्ण वक्तव्य हुआ। मुनि उदित कुमार, मुनि सत्य कुमार, मुनि सिद्धप्रज्ञ, समणी कुसुमप्रज्ञा ने विचार व्यक्त किए। संचालन मुनि दिनेश कुमार ने किया।

भीलवाड़ा।
जिले को बुधवार रात 8530 कोविशील्ड की डोज मिली है। यह दूसरी डोज के रूप में गुरुवार को दी जाएगी। भीलवाड़ा शहर में मात्र राजीव गांधी ऑडिटोरियम में भी कोविशिल्ड की दूसरी डोज लगाई जाएगी। हालांकि दूसरी डोज लगाने के लिए लगभग एक लाख लोग कतार में है। आरसीएचओ डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि जिले में भी कुछ केंद्रों पर डोज दी जाएगी।
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जरूरतमंदों को राशन बांटा
भीलवाड़ा . जायंट्स गु्रप ऑफ टेक्सटाइल सिटी भीलवाड़ा ने पांसल में ८ जरूरतमंदों परिवारों को राशन सामग्री उपलब्ध करायी गई। अध्यक्ष अर्चना सोनी ने बताया कि सचिव निशा सोनी ने सभी को कोरोना वैक्सीन लगाने के लिए प्रेरित किया।
जन सहास संस्था ने कोरोना महामारी के चलते जरूरतमंद परिवारों को 20 किट राशन वितरित किए। १0 परिवारों को थाना सेंटर और सखी सेंटर पर 10 राशन किट वितरित की गई। समन्वयक विनीता वैष्णव, बबलू खटीक, सत्यनारायण प्रजापति, कैलाश खोईवाल आदि उपस्थित थे। कोरोना संक्रमण काल में कुछ परिवारों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो गया है।

भीलवाड़ा।
कोविड के असर कम पडऩे के साथ ही अब मरीज घटने लगे हैं। हालांकि बाजार में सोशल डिस्टेसिंग की पालना नहीं हो रही। एमजीएच में दो महिलाओं की कोरोना से मौत हो गई है। इसके साथ ही कोरोना से मरने वालों की संख्या बढ़कर ८१८ हो गई है। इधर, बुधवार को आई रिपोर्ट में एक भी कोरोना संक्रमित नहीं निकला है। डिप्टी सीएमएचओ डॉ घनश्याम चावला ने बताया कि ५२६ मरीजों की जांच होने पर सभी नेगेटिव पाए गए। अब जिले में मात्र ५ एक्टिव रोगी हैं।
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साध्वी मुक्ति प्रभा का विहार
भीलवाड़ा . साध्वी मुक्ति प्रभा का अहिंसा भवन शास्त्री नगर से शुभ लक्ष्मी इंडस्ट्री मंगरोप के लिए विहार हुआ। मुक्ति प्रभा व सुप्रज्ञा आदि ठाना साथ है। नवरत्नमल बम्ब, कानसिंह चौधरी, सुरेश बम्ब, नेमी चंद सुराणा साथ थे। गुरुवार को मंगरोप के लिए विहार करेंगे।
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तुलसी के पौधे बांटे
भीलवाड़ा . भाविप के केंद्रीय पदाधिकारी बलराज आचार्य ने सुभाष शाखा की ओर से संस्थापक डॉ. सूरज प्रकाश की जयंती पर गायत्री मंदिर के बाहर तुलसी पौधा वितरण किया। कार्यक्रम प्रभारी राजेश सोमानी ने बताया कि तुलसी के 200 पौधे व इम्यूनिटी बढ़ाने के पाउच का वितरण किया। अध्यक्ष राजेश चेचानी, सचिव शारदा चेचानी, आशा दरगड, मुकेश लाठी, दिनेश शारदा आदि उपस्थित थे।

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