>>: Digest for July 20, 2021

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Table of Contents

कोटा. राज्य के यूडीएच मंत्री के कोटा शहर में बेहतर सफाई व्यवस्था के लिए दो नगर निगमों का गठन किया गया था, लेकिन हालात नहीं सुधरे। अधिकारी निगम की सालों से चल रही व्यवस्था को बदलने के लिए तैयार नहीं हैं। दोनों निगमों में संसाधनों की मशक्कत चल रही है, वहीं जो संसाधन उपलब्ध हैं, उनका उपयोग नहीं किया जा रहा। सात माह पहले करीब 1 करोड़ 85 लाख 70 हजार की लागत से सीवरेज की सफाई के लिए सुपर सकर मशीन क्रय की गई, लेकिन इसका उपयोग शुरू नहीं हो पाया। निगम इसके संचालन की व्यवस्था तक नहीं कर पाए। इस तरह टै्रक्टर भी जब आए तब से खड़े हुए हैं। दशहरा मैदान में कई वाहन एेसे खडे़ हुए हैं, जिनका उपयोग ही शुरू नहीं हुआ है। गत 7 दिसम्बर 2020 को स्वायत्त शासन विभाग की ओर से आयोजित वर्चुअल समारोह में कोटा की सफाई व्यवस्था के लिए 160 वाहनों व उपकरणों का लोकार्पण किया गया था, लेकिन इनमें से कई वाहन अभी भी दशहरा मैदान में धूल खा रहे हैं। इन वाहनों की खरीद नगर निगम के बोर्ड गठित होने से पहले की प्रक्रिया प्रशासक ने करा ली थी। एेसे में उम्मीद थी कि नए बोर्ड को संसाधनों की कमी का सामना नहीं करना पड़ेगा। ये वाहन स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत १८ करोड़ की लागत से क्रय किए गए थे। इसके बाद भी पिछले महीनों में नए वाहन आए हैं।

मंत्री की नसीहत भूले अधिकारी

मंत्री शांति धारीवाल शहर के लोगों को बेहतर सुविधाएं देने का प्रयास कर रहे हैं। खुद विकास कार्यों की निगरानी कर रहे हैं। उनके प्रसासों से शहर की सूरत बदलती दिख रही है। मंत्री ने वाहनों का लोकार्पण करते समय दोनों महापौर और आयुक्तों को नसीहत देते हुए कहा था कि अभी अच्छा काम कर रहे हैं, यह जोश पूरे पांच साल रहना चाहिए। यदि इसमें कमी आई और शहर स्वच्छ नहीं बना तो जनता माफ नहीं करेगी। धन और संसाधनों की कमी नहीं आने देंगे, लेकिन सफाई बेहतर होनी चाहिए। इसके बाद भी सफाई व्यवस्था में ज्यादा सुधार नहीं हुआ। जो वाहन क्रय किए गए उनमें बहुत से सात माह बाद भी धूल खा रहे हैं।
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निगम के पास उपलब्ध नए उपकरण

५ सीवर लाइन क्लीनिंग जेटिंग कम सक्शन मशीन २२२ लाख
४ जेसीबी ८३ लाख

४ स्किड स्टीयर लोडर जेसीबी ६६ लाख
११ डम्फर २८ लाख

१० ट्रैक्टर ४६ लाख
१० सीवर ऑटो जेटिंग मशीन ७९ लाख
६ फोगिंग मशीन ६४ लाख
९ ऑटो टिपर विथ बिन लिफ्टर ६८ लाख
२ डम्फर प्लेटसर ३५ लाख
२ डम्फर प्लेसर ४३ लाख
२ ऑटो टिपर ४३६ लाख
२ ऑटो टिपर ९०० लाख
५ ट्रैक्टर ट्रेलर माउंटेड सीवर सक्शन मशीन २२.३४ लाख
१ सीवरेज की सफाई के लिए सुपर सकर मशीन १85.७०१३१ टिपर १०९०.७७ लाख


सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए क्रय किए गए मशीन और वाहनों का उपयोग क्यों नहीं हो रहा, इस बारे में अधिकारियों से बात करके जल्द हल निकाला जाएगा। पहले यह पता लगाया जाएगा कि आखिर वाहन और उपकरणों का उपयोग क्यों नहीं हो रहा है।
-मंजू मेहरा, महापौर, कोटा उत्तर


सुपर सकर मशीन को चलाने के लिए अभी ऑपरेटर उपलब्ध नहीं हैं। अधिकारी इसके संचालन की प्रक्रिया के लिए टेंडर प्रक्रिया कर रहे हैं। यह मशीन बोर्ड के बनने पहले क्रय कर ली थी।

- ाजीव अग्रवाल, महापौर, कोटा दक्षिण निगम

कोटा. हाड़ौती में मानसून की अच्छी बारिश का इंतजार है। अच्छी बारिश नहीं होने से हाड़ौती के 44 छोटे-बड़े बांधों में से 30 बांध 50 प्रतिशत से ही कम भरे हुए हैं। सदानीरा बहने वाली चम्बल के बांधों में ही पानी भरा है। शेष बांधों में लगभग पानी खत्म सा हो गया है। चम्बल के मध्यप्रदेश में बना सबसे बड़ा गांधीसागर बांध, रावतभाटा में राणाप्रताप सागर बांध, जवाहर सागर बांध व कोटा बैराज 50 से 96.31 प्रतिशत भरे हुए हैं। चम्बल के बांधों के कैचमेंट क्षेत्र में कम बारिश हो रही है। इसलिए चिंता बनी हुई है। चम्बल के गांधीसागर, राणाप्रताप सागर बांध के भरने पर ही राजस्थान व मध्यप्रदेश की खेती निर्भर है। कोटा में 1 जून से 18 जुलाई तक 107 एमएम बारिश हुई है।

कोटा संभाग में परवन और कालीसिंध पर देखें उफान

चम्बल के बांधों से सिंचित भूमि
चम्बल के बांधों के पानी से राजस्थान में 2 लाख 29 हजार हैक्टेयर व मध्यप्रदेश की भी इतनी ही 2 लाख 29 हजार हैक्टेयर भूमि सिंचित होती है।

हाड़ौती के इन बांधों में पानी नहीं
बारां में बैथली, गोपालपुरा, हिंगलोट, बिलास, उम्मेद सागर, कालीकोट छत्तरपुरा, इकलेरा सागर, उतावली बांध सूखे पड़े हैं। बूंदी जिले में बरधा बांध, गोठड़ा, डूंगली, पैबालपुरा, चाकन अभयपुरा, बड़ानयागांव, पेच की बावड़ी, मछाली, इंदिरानी, रुणीजी बांध सूखे पड़े हैं। झालावाड़ में सरनखेड़ी, कनवाड़ा, सारोला, मुंडालिया खेड़ी व कोटा में सावनभादौ बांध खाली पड़ा है।

इन बांधों में नाममात्र का पानी
कोटा के आलनिया, झालावाड़ जिले के छापी, भीमसागर, राजगढ़, चवली, पीपलाद, गागरिन, गुलखेड़ी, कालीखार, भूमानी, रेवा, बारां जिले में ल्हासी, रतन, बूंदी जिले के भीमलत व गुड़ा गांध में नाममात्र का पानी है। जबकि यह आसपास क्षेत्रों के लिए लाइफ लाइन है।

यहां बांध खाली
-कोटा में 3 में से 2 बांध 50 प्रतिशत से कम
-बूंदी में 14 में से 13 बांध 50 प्रतिशत से कम
-झालावाड़ में 15 बांध में से 14 बांध 50 प्रतिशत से कम
-बारां में 12 में से 11 बांध 50 प्रतिशत से कम

बांध- क्षमता - भराव
कोटा

गांधीसागर- 1312- 1290
राणाप्रताप सागर- 1157.30- 1142.53

जवाहर सागर बांध- 980-973.10
कोटा बैराज- 854-851.90

अलनिया- 35- 30.47
सावनभादौ- 44.61- 0


झालावाड़ जिला
कालीसिंध- 32.80- 25.95
भीमसागर- 40- 06
चवली- 30.47- 3.51
राजगढ़ बांध- 56.45- 8.85
छापी- 42.32- 11.81
गागरोन- 22.96- 16.07
बारां
रताई बांध- 20.01- 4.49
बैथली बांध- 31.49- 0
ल्हासी- 19.68- 0.78
बूंदी
गुढ़ा बांध- 34.50- 1.70
बरधा बांध- 21 - 0
भीमलत बांध- 36- 4.90
(स्त्रोत: जलसंसाधन विभाग, भराव-क्षमता फीट में है)

इनका यह कहना
इस बार मानसून आगे खिसका है, लेकिन 15 सितम्बर तक मानसून का सीजन रहता है। गांधीसागर में जितना पानी है उससे इस साल राजस्थान व मध्यप्रदेश की प्यास बुझा सकते हैं और खेतों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवा सकते हैं।
-एजाजुद्दीन अंसारी, अधीक्षण अभियंता, जलसंसाधन विभाग, कोटा

कोटा. देश की सबसे बड़ी इंजीनियरिंग प्रवेश परीक्षा जेईई मेन का तीसरा सेशन 20 से 27 जुलाई के मध्य देश-विदेश के 334 परीक्षा शहरों में आयोजित होगा। परीक्षा आठ शिफ्टों में प्रत्येक दिन सुबह 9 से 12 व दोपहर 3 से 6 बजे तक होगी। तीसरे सेशन की परीक्षा में 7 लाख से ज्यादा विद्यार्थी परीक्षा देंगे।

जिन विद्यार्थियों का पूर्व के दो सेशन में एनटीए स्कोर कम रहा है, उनके लिए तीन माह उपरान्त परीक्षा होने से एनटीए स्कोर को बढ़ाने का मौका मिला है। प्रवेश पत्रों में स्टूडेंट्स को परीक्षा संबंधित सभी दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं। वे इसे ध्यानपूर्वक पढ़ लेें। कोटा में पहले दिन यह परीक्षा तीन केन्द्रों पर होगी। इसमें रानपुर स्थित शिवज्योति इंटरनेशनल स्कूल, परीक्षा डेस्क व वायबल सोल्युशन्स शामिल हैं।

केन्द्रों पर प्रत्येक विद्यार्थी को रिपोर्टिंग समय पर ही रिपोर्ट करना है। परीक्षा प्रारंभ होने से आधा घंटे पूर्व प्रवेश द्वार बंद कर दिए जाएंगे। विद्यार्थियों को दिए गए प्रवेश पत्र में सेल्फ डिक्लेरेशन प्रारूप में विद्यार्थी को बाएं हाथ का अंगूठा का निशान एवं स्वयं की फोटो लगाकर ले जाना होगा। विद्यार्थी अपने साथ आधार कार्ड या कोई आइडी प्रूफ सेल्फ डिक्लेरेशन भरा हुआ प्रवेश पत्र, पारदर्शी पेन, स्वयं का फ ोटो, सेनेटाइजर व पानी की पारदर्शी बोतल साथ में लाने होंगे। विद्यार्थियों को परीक्षा केन्द्र पर रफ कार्य के लिए 6 रफ शीट उपलब्ध करवाई जाएगी।

एनटीए के परीक्षा सिटी कॉर्डिनेटर प्रदीपसिंह गौड़ ने बताया कि कोटा के तीनों केन्द्रों पर हर शिफ्ट में 940 विद्यार्थी परीक्षा देंगे। केन्द्र पर सुबह 7 बजे से ही प्रवेश शुरू हो जाएगा, जो 8.30 बजे तक चलेगा। हर केन्द्र पर सीसीटीवी से नजर रहेगी। स्पेशल ऑब्जर्वर भी लगाए गए हैं। परीक्षार्थी की डबल स्क्रीनिंग होगी।

कोटा.
अगर आप राजस्थान में निजी बसों के जरिए किसी अन्य शहर की यात्रा करने की सोच रहे हैं तो पहले यह खबर पढ़ लें। क्योंकि राजस्थान में 22 जुलाई को निजी बसों का संचालन नहीं होगा। पूरे प्रदेश में निजी बस संचालकों ने 22 जुलाई को हड़ताल (Private Bus strike ) रहेगी। हड़ताल के दौरान अन्य शहरों तक यात्रा करने वालों को असुविधा हो सकती है। असुविधा से बचने के लिए यात्री पहले से ही अपनी अन्य व्यवस्था कर लें।
दरअसल में निजी बस संचालक 22 जुलाई को एक दिवसीय सांकेतिक हड़ताल पर रहेंगे। कोटा संभाग समेत प्रदेश भर में गुरुवार को निजी बसें नहीं चलेंगी।

बस मालिक संघ के अध्यक्ष एवं बस ऑनर एसोसिएशन राजस्थान के महासचिव सत्यनारायण साहू ने बताया कि बस मालिकों की विभिन्न मांगों को लेकर सांकेतिक तौर पर हड़ताल (Private Bus strike ) रखी जाएगी। कोरोना महामारी व लॉकडाउन के कारण बस मालिकों की आर्थिक रूप से कमर टूट गई है। परिवहन मंत्री व आयुक्त को बस ऑपरेटर की समस्याओं से अवगत करवा दिया गया है, लेकिन सरकार हमारी मांगों को नजर अंदाज कर रही है। साहू ने बताया कि बस ऑपरेटरों कर चार मांगे हैं। सरकार हमारा एक वर्ष का टैक्स माफ करे। पेट्रोल डीजल के बढ़ते दामों को देखते हुए किराए में 40 प्रतिशत वृद्धि की जाए। बसों को सीएनजी में परिवर्तन करवाने के लिए सरकार बिना ब्याज 3 लाख रुपए ऋण दे।

साहू ने बताया कि सांकेतिक हड़ताल के बाद भी सरकार नहीं सुनती है तो बस मालिकों की जयपुर में बैठक आयोजित कर अनिश्चितकालीन हड़ताल (Private Bus strike ) की जाएगी। कोटा मिनी बस मालिक संघ मोहम्मद जर्रार ने भी मांगों को वाजिब ठहराते हुए शहर में हड़ताल का समर्थन किया है।

ट्रेवल्स एजेंसी के अध्यक्ष अशोक चांदना, संयोजक मोहम्मद अकील पठान, महासचिव विजेन्द्र कुमार बाबू भाई ने बताया कि डीजल के दाम 100 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए हैं, लेकिन किराए में वृद्धि नहीं हो रही है। कोरोना के भय में बसें खाली जा रहीं है, बस मालिकों के खस्ता हाल हैं। उन्होंने बताया कि एक बस पर 8-9 परिवारों का खर्चा चलता है। प्रदेश में 29 हजार व कोटा में 750 निजी बसों का संचालन हो रहा है। सरकार हमारी मांगों पर विचार करें।

कोटा. हाड़ौती अंचल में मानसून सक्रिय होने के बाद अब कोटा व बूंदी में दूसरे दिन सोमवार को झमाझम बारिश हुई। कोटा में सोमवार तड़के तेज बारिश हुई। इससे कई जगहों पर नाले बह निकले। उसके बाद दिनभर बादल छाए रहे। इससे उमस भरी गर्मी का असर रहा।


जिले के इटावा क्षेत्र में लगातार 48 घंटों से बारिश हो रही है। चम्बल नदी के उफान पर आने से झरेल के बालाजी के पास रपट पर तीन फीट पानी पहुंच गया। इससे राजस्थान व मध्यप्रदेश का सम्पर्क कट गया। लोगों को अब श्योपुर होकर मध्यप्रदेश जाना पड़ रहा है। इसके अलावा तेज बारिश से बंबूलिया से राजपुरा तक 25 फीट डामरीकरण सड़क बह गई। इससे राजपुरा, कीरपुरिया गांवों का रास्ता कट गया। मौसम विभाग के अनुसार, तड़के 5.30 से सुबह 8.30 बजे तक 40.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। बीते 24 घंटे में 61.8 एमएम बारिश दर्ज की गई।


खेडिय़ा खाळ की पुलिया पर चादर चली
बूंदी जिले में सोमवार को दूसरे दिन भी बारिश का दौर जारी रहा। रात से ही बादल छाए रहे। सुबह 7 बजे बारिश शुरू हुई, जो 11 बजे तक जारी रही। कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश हुई। इधर, बारिश से चांदा का तालाब बांध में साढ़े 12 फीट पानी की आवक हुई। वहीं, नोताड़ा क्षेत्र में करीब साढ़े चार घंटे हुई बारिश से नाले खाळ उफनी पर आ गए। खेडिय़ा खाळ की पुलिया पर करीब पांच फीट की चादर, घासभैरू चौक में नाले पर करीब दो फीट की चादर व रघुनाथपुरा का लुलरी का खाळ तीन घंटे तक उफ ान पर रहा। शाम 5 बजे तक बूंदी में 7, केशवरायपाटन में 43 व नैनवां में 11 एमएम बारिश दर्ज की गई।


15 मिनट रिमझिम बारिश, उमस बढ़ी
झालावाड़ जिले में मौसम की बेरुखी से किसान सहित आमजन खासा परेशान हैं। बादल छा रहे है, लेकिन बारिश नहीं हुई। हालांकि रोज कहीं न कहीं बारिश हो रही है। एक-दो दिन बारिश नहीं आती है तो किसानों को काफी नुकसान होगा। झालावाड़ शहर में सोमवार को करीब 15 मिनट रिमझिम बारिश हुई, लेकिन उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिली। इसके अलावा असनावर, खानपुर, मनोहरथाना, पचपहाड़ में रिमझिम बारिश हुई। खानपुर में 24 व मनोहरथाना में 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। औसत बारिश 145.64 एमएम हो चुकी है। अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम 25 डिग्री रहा।

कोटा. एमबीएस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में मामूली बात को लेकर एक युवक पर चाकू से हमला करने के मामले में नयापुरा पुलिस ने दो महिलाओं व तीन युवकों को गिरफ्तार कर लिया। मामूली बात को लेकर आरोपी युवक पर चाकू से जानलेवा हमला कर भाग गए थे।


अस्पताल में भर्ती ओल्ड जवाहर नगर निवासी घायल सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि उसके पिता ज्योतिकुमार शर्मा एमबीएस अस्पताल के ऑर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में भर्ती हैं। पिता की देखभाल के लिए वह तथा उसकी मां वार्ड में थे। पास ही अन्य बेड पर शरफीन नाम की महिला भर्ती है। उसकी देखभाल शायरा व रुबीना नाम की महिला कर रही थी।

सिद्धार्थ की मां व शायरा के बीच बैड शीट को लेकर कहासुनी हो गई। इतने में शायरा व रुबीना के रिश्तेदार युवक वहां आए और उसकी मां से अभद्रता की। सिद्धार्थ ने मां से अभद्रता करने के लिए उन युवकों को टोका तो युवकों ने सिद्धार्थ से झगड़ा कर लिया और उसके पैर पर चाकू से वार कर दिए। इसके बाद युवक वहां से भाग गए। सिद्धार्थ के पैर में गंभीर चोट आई। सिद्धार्थ को भी अस्पताल के ऑर्थोपेडिक आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है।

उधर नयापुरा थानाधिकारी मुकेश मीणा ने बताया कि नयापुरा पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 143, 307 आईपीसी में मामला दर्ज कर अनुसंधान किया। मामले में भीमगंजमंडी माचिस फैक्ट्री निवासी साहिल अली (24), भीमगंजमंडी तेलघर के पास निवासी शाकिर अली (19), कुन्हाड़ी थाना क्षेत्र के सकतपुरा चम्बल कॉलोनी पान की बाड़ी निवासी शाहरुख खान (20), भीमगंजमंडी तेलघर निवासी रुबीना (28), भीमगंजमण्डी माचिस फैक्ट्री निवासी शायरा (40) को गिरफ्तार किया है।

कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज में फ स्र्ट ईयर स्टूडेंट्स से रैगिंग का मामला सामने आया है। सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल होने के बाद हड़कम्प मच गया है। जिला कलक्टर व मेडिकल कॉलेज प्राचार्य ने एंटी रैगिंग कमेटी व एक्शन कमेटी को जांच कर तत्थात्मक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं।


वायरल वीडियो कोटा मेडिकल कॉलेज परिसर का बताया जा रहा है। वीडियो में सीनियर स्टूडेंट्स, जूनियर स्टूडेंट्स की रैगिंग करते हुए दिखाई दे रहे हैं। इसमें कुछ जूनियर स्टूडेंट्स को थप्पड़ जड़कर मुर्गा भी बनाया गया है। ये वीडियो मेडिकल कॉलेज के पीछे के हिस्से में स्थित हॉल का बताया गया है। वीडियो में कई जूनियर स्टूडेंट्स फ ॉर्मल ड्रेस में खड़े दिखाई दे रहे हैं। नए स्टूडेंट्स को ड्रेस कोड को लेकर समझाया जा रहा। वीडियो में सभी जूनियर स्टूडेंट हाथ पीछे करके खड़े हैं। कुछ सीनियर स्टूडेंट्स इधर से उधर चक्कर लगाकर जूनियर स्टूडेंट्स को समझा रहे हैं। सावधान की स्थिति में खड़े जूनियर स्टूडेंट्स डरे-सहमे दिख रहे हैं।

जांच के आदेश दिए
मेडिकल कॉलेज प्राचार्य डॉ. विजय सरदाना ने बताया कि वायरल वीडियो देखने में मेडिकल कॉलेज कैम्पस का ही लग रहा है। वीडियो वायरल होने के बाद एंटी रैगिंग कमेटी व एक्शन कमेटी को जांच के आदेश दिए हैं। उन्हें मौके पर भेजा है।


पूछताछ करेंगे
एंटी रैगिंग कमेटी के सदस्य व अतिरिक्त प्राचार्य डॉ. देवेन्द्र विजयवर्गीय ने बताया कि दोनों टीमें मौके पर गई थी, लेकिन उस वक्त वहां कोई नहीं मिला। तैनात सुरक्षा गार्डों से पूछताछ की है। उन्होंने कुछ स्टूडेंट के वहां खड़े होने की बात बताई है। मंगलवार को कुछ स्टूडेंट को बुलाकर उसने पूछताछ की जाएगी। जांच के बाद ही पूरे मामले का स्पष्ट पता चल पाएगा।

कोटा. कोटा के एक होटल में रुके जयपुर निवासी एक व्यक्ति व होटल के वेटर के बीच झगड़ा व मारपीट हो गई। झगड़ा सील पैक्ड बोतल में पानी को लेकर हुआ। पानी पीने के बाद व्यक्ति ने वेटर को कहा कि कैमिकलयुक्त पानी दे दिया। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी व मारपीट हो गई। दोनों पक्षों की ओर से थाने में क्रॉस केस दर्ज कराए गए हैं।


जयपुर बनी पार्क निवासी अनुराग राय स्टेशन क्षेत्र के भीमगंजमंडी स्थित रॉयल टीनो होटल में ठहरा था। उसने होटल के वेटर से पानी मंगाया। वेटर से सील पैक्ड पानी की बोतल लाकर दे दी। अनुराग ने जब पानी पीया तो उसने वेटर को उसमें कैमिकल होने की बात कही। इसी बात को लेकर दोनों के बीच कहासुनी हो गई। लड़ाई झगड़े में कमरे में लगा एलईडी टीवी टूट गया।

उधर, अनुराग राय ने बताया कि वह दवा प्रतिनिधि है। सुबह 11 बजे करीब अपने सहकर्मी के साथ व्यापार के सिलसिले में कोटा आया था तथा होटल में रुका। अनुराग ने आरोप लगाया कि वेटर ने जो पानी लाकर दिया, वह कैमिकलयुक्त था। उसे पीते ही उल्टी जैसा अहसास हुआ। तबीयत बिगडऩे लगी तो वेटर को टोका। वेटर को भी उक्त पानी पिलाया। उसने उसमें दुर्गन्ध आने की बात स्वीकारी। वेटर को मैनेजर व स्टॉफ को बुलाने को कहा तो वो क्रोधित हो गया। उससे झगड़ा करने लगा तथा मारपीट की। उसका लेपटॉप फेंक दिया। अनुराग ने बताया कि इस संबंध में उसने भीममंडी थाने में वेटर के खिलाफ शिकायत दी है।

उधर, भीमगंजमंडी थानाधिकारी देवेश भारद्वाज ने बताया कि इस मामले में दोनों पक्षों ने शिकायत दी है। होटल के वेटर शाहबाज ने भी अनुराग के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट दी है। अनुराग के बयान लेने के लिए एमबीएस अस्पताल गए थे, लेकिन वह वहां से उपचार कराए बिना ही चला गया। मामले में जांच कर रहे हैं।

कोटा. बेहतर आराम के साथ ट्रेन यात्रा के बेहतरीन अनुभव के एक नए युग का आगाज भारतीय रेलवे Indian Railways ने अपग्रेड तेजस स्लीपर कोच के रैक की शुरुआत के साथ किया है। देश की प्रतिष्ठित मुंबई-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस ट्रेन को चलाने के लिए अपग्रेड स्मार्ट सुविधाओं के साथ ये चमकीले सुनहरे रंग के कोच शुरू किए गए हैं, जो बेहतरीन यात्रा अनुभव प्रदान करेंगे। इस नए आकर्षक रैक का परिचालन 19 जुलाई 2021 को पहली बार किया गया। रेलवे की प्रतिष्ठित और प्रीमियम ट्रेनों में से एक ट्रेन संख्या 02951/02952 मुंबई-नई दिल्ली-मुंबई राजधानी स्पेशल एक्सप्रेस के मौजूदा रैक को नए तेजस टाइप के स्लीपर कोच के साथ बदला गया है। ऐसे दो तेजस टाइप स्लीपर कोच रैक राजधानी एक्सप्रेस को रूप में चलाने के लिए तैयार किए गए हैं। इन दो रैकों में से एक रैक में विशेष तेजस स्मार्ट स्लीपर कोच शामिल हैं, भारतीय रेलवे का यह अपनी तरह का पहला कोच है, जिसमें स्मार्ट फीचर्स हैं। स्मार्ट कोच का उद्देश्य सेंसर आधारित सिस्टम की मदद से यात्रियों को विश्व स्तरीय सुविधाएं प्रदान करना है। यह जीएसएम नेटवर्क कनेक्टिविटी के साथ प्रदान की गई यात्री सूचना और कोच कम्प्यूटिंग यूनिट से लैस है, जो रिमोट सर्वर को रिपोर्ट करता है। तेजस टाइप स्लीपर कोच मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) में निर्मित हो रहे हैं, जो धीरे-धीरे भारतीय रेल नेटवर्क पर लम्‍बी दूरी की प्रीमियम ट्रेनों में लगाए जाएंगे।

ये हैं खासियत
- प्रत्येक कोच के अंदर लगे दो एलसीडी से यात्रियों को यात्रा संबंधी जानकारी मिलती है, जैसे अगला स्टेशन, शेष दूरी, आगमन का अपेक्षित समय, देरी और सुरक्षा सम्बंधी संदेश प्रदर्शित होते हैं।
- प्रत्येक कोच में छह कैमरे लगे हैं, जो लाइव रिकॉर्डिंग करते हैं।
- दिन-रात दृष्टि क्षमता वाले सीसीटीवी कैमरे, कम रोशनी की स्थिति में भी चेहरे की पहचान, नेटवर्क वीडियो रिकॉर्डर लगाए गए हैं।
- कोचों में ऑटोमैटिक फायर अलार्म और डिटेक्शन सिस्टम हैं।
- पेंट्री और पावर कार में आग लगने का पता चलने पर स्वचालित अग्नि शमन प्रणाली कार्य शुरू कर देगी।
- चिकित्सा या सुरक्षा जैसी आपात स्थिति में टॉक बैक पर बात की जा सकती है।
- बेहतर टॉयलेट यूनिट: एंटी-ग्रैफिटी कोटिंग, जेल कोटेड शेल्फ, नए डिजाइन का डस्टबिन, डोर लैच एक्टिवेटेड लाइट, एंगेजमेंट डिस्प्ले के साथ लगे हैं।
- बायो वैक्यूम शौचालय प्रणाली: बेहतर फ्लशिंग के कारण शौचालय में बेहतर स्वच्छता की स्थिति प्रदान करता है और प्रति फ्लश पानी भी बचाता है।
- एयर सस्पेंशन बोगियां: इन कोचों के यात्री आराम और सवारी की गुणवत्ता में सुधार के लिए बोगियों में एयर स्प्रिंग सस्पेंशन लगाया गया है।
- संरक्षा में सुधार के लिए बेयरिंग, व्हील के लिए ऑन बोर्ड कंडीशन मॉनिटरिंग सिस्टम
- बेहतर इंटीरियर: आग प्रतिरोधी सिलिकॉन फोम वाली सीटें और बर्थ यात्रियों को बेहतर आराम और सुरक्षा प्रदान करते हैं।
- खिड़की पर आसान सैनिटाइजेशन के लिए रोलर ब्लाइंड्स दिए गए हैं।
- अपर बर्थ पर चढऩे के लिए यात्रियों के लिए विशेष इंतजाम।

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तेजस टाइप स्लीपर कोच का निर्माण मॉडर्न कोच फैक्ट्री (एमसीएफ) में किया गया है, जो धीरे-धीरे भारतीय रेल नेटवर्क की प्रीमियम लंबी दूरी की ट्रेनों की जगह ले लेंगे।
-सुमित ठाकुर, मुख्य जनसंपर्क अधिकारी, पश्चिम रेलवे

कोटा.
राजस्थान (Rajasthan ) में सक्रिय मानसून (Mansoon News ) हाड़ौती के कई क्षेत्रों पर मेहरबान है। रविवार के बाद लगातार दूसरे दिन सोमवार को हाड़ौती के कई क्षेत्रों में तेज बरसात हुई। कोटा व बूंदी के कई क्षेत्र झमाझम बरसात (Barsat Live News ) से तर हो गए। कोटा के इटावा में तेज बरसात से चम्बल नदी की डाउन स्ट्रीम में पानी का तेज बहाव हो गया। डाउन स्ट्रीम में चम्बल का जल स्तर बढऩे के साथ ही वाया खातौली से कोटा का सवाईमाधोपुर से सम्पर्क कट गया है।
हाड़ौती अंचल में मानसून सक्रिय होने के बाद कोटा व बूंदी में दूसरे दिन सोमवार को भी झमाझम बारिश हुई। कोटा शहर में सोमवार तड़के तेज बारिश हुई। इससे कई जगहों पर नाले बह निकले। उसके बाद दिनभर बादल छाए रहे। इससे उमस भरी गर्मी का असर रहा।


कोटा जिले के इटावा क्षेत्र में लगातार 48 घंटों से बारिश (Barsat Live News ) हो रही है। इटावा के पास चम्बल नदी के उफान पर आने से झरेल के बालाजी के पास रपट पर तीन फीट पानी पहुंच गया। इससे खातौली से सवाईमाधोपुर का सम्पर्क कट गया। इसके अलावा तेज बारिश से बंबूलिया से राजपुरा तक 25 फीट डामरीकरण सड़क बह गई। इससे राजपुरा, कीरपुरिया गांवों का रास्ता कट गया। मौसम विभाग के अनुसार कोटा में तड़के 5.30 से सुबह 8.30 बजे तक 40.4 एमएम बारिश दर्ज की गई। बीते 24 घंटे में 61.8 एमएम बारिश दर्ज की गई।

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बूंदी : खेडिय़ा खाळ की पुलिया पर चादर चली-
बूंदी जिले में दूसरे दिन सोमवार को भी बारिश (Barsat Live News ) का दौर जारी रहा। रात से ही बादल छाए रहे। सुबह 7 बजे बारिश शुरू हुई, जो 11 बजे तक जारी रही। कभी रिमझिम तो कभी तेज बारिश हुई। इधर, बारिश से चांदा का तालाब बांध में साढ़े 12 फीट पानी की आवक हुई। वहीं, नोताड़ा क्षेत्र में करीब साढ़े चार घंटे हुई बारिश से नाले खाळ उफ ान पर आ गए। खेडिय़ा खाळ की पुलिया पर करीब पांच फीट की चादर, घासभैरू चौक में नाले पर करीब दो फीट की चादर व रघुनाथपुरा का लुलरी का खाळ तीन घंटे तक उफ ान पर रहा। शाम 5 बजे तक बूंदी में 7, केशवरायपाटन में 43 व नैनवां में 11 एमएम बारिश दर्ज की गई।


झालावाड़ : मानसून के प्रवेश द्वार पर मेहर कम-
राजस्थान के झालावाड़ जिले में मानूसन (Mansoon News ) की सर्वाधिक वर्षा होती है। लेकिन इस बार जुलाई में झालावाड़ क्षेत्र अच्छी बरसात को तरस रहा है। झालावाड़ जिले में मौसम की बेरुखी से किसान चिन्तित हैं। झालावाड़ शहर में सोमवार को करीब 15 मिनट रिमझिम बारिश हुई, लेकिन उमस भरी गर्मी से राहत नहीं मिली। इसके अलावा असनावर, खानपुर, मनोहरथाना, पचपहाड़ में रिमझिम बारिश हुई। खानपुर में 24 व मनोहरथाना में 21 एमएम बारिश दर्ज की गई। औसत बारिश 145.64 एमएम हो चुकी है। अधिकतम तापमान 31 व न्यूनतम 25 डिग्री रहा।

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कोटा. हाड़ौती में मानसून की अच्छी बारिश का इंतजार है। अच्छी बारिश नहीं होने से हाड़ौती के कुल 44 छोटे-बड़े बांधों में से 30 बांध 50 प्रतिशत से कम भरे है। सदानीरा बहने वाली चम्बल के बांधों में ही पानी भरा है। शेष बांधों में लगभग पानी खत्म सा हो गया है। चम्बल के मध्यप्रदेश में बसा सबसे बड़ा गांधीसागर बांध वर्तमान में 49.90 प्रतिशत, रावतभाटा में राणाप्रताप सागर बांध 79.47 प्रतिशत, जवाहर सागर बांध 73.38 प्रतिशत व कोटा बैराज 96.31 प्रतिशत भरा हुआ है। हालांकि कैचमेंट क्षेत्र में कम बारिश हो रही है। जिस कारण चिंता बनी हुई है। चम्बल के गांधीसागर, राणाप्रताप सागर बांध के भरने पर ही राजस्थान व मध्यप्रदेश की खेती निर्भर है। यदि यह दोनों बांध इसी तरह से खाली रहे तो रबी व खरीफ की फसलों पर संकट रहेगा। इसलिए अच्छी बारिश होना जरुरी है। क्योंकि हाड़ौती कृषि पर ही निर्भर है। अच्छी बारिश होने पर ही अर्थव्यवस्था भी बेहतर रहेगी। कोटा में 1 जून से 18 जुलाई तक 107 कुल एमएम बारिश ही हुई है।

ये होती भूमि सिंचित

बारिश से चम्बल के बांधों के पानी से राजस्थान में 2 लाख 29 हजार हैक्टेयर व मध्यप्रदेश की भी इतनी ही 2 लाख 29 हजार हैक्टेयर भूमि सिंचित होती है।

ये सबसे ज्यादा बांध सूखे, बिल्कुल पानी नहीं

बारां में सबसे ज्यादा बांध सूखे पड़े है। बारां में बैथली, गोपालपुरा, हिंगलोट, बिलास, उम्मेद सागर, कालीकोट छत्तरपुरा, इकलेरा सागर, उतावली बांध बिल्कुल सूखे पड़े है। बूंदी जिले में बरधा बांध, गोठड़ा, डूंगली, पैबालपुरा, चाकन अभयपुरा, बड़ानयागांव, पेच की बावड़ी, मछाली, इंदिरानी, रुणीजी बांध सूखे पड़े है। झालावाड़ में सरनखेड़ी, कनवाड़ा, सारोला, मुंडालिया खेड़ी व कोटा में सावनभादौ बांध खाली पड़ा है। ---

इन बड़े डेम में नाममात्र का पानी

कोटा के आलनिया, झालावाड़ जिले के छापी, भीमसागर, राजगढ़, चवली, पीपलाद, गागरिन, गुलखेड़ी, कालीखार, भूमानी, रेवा, बारां जिले में ल्हासी, रतन, बूंदी जिले के भीमलत व गुड़ा गांध में नाममात्र का पानी है। जबकि यह आसपास क्षेत्रों के लिए लाइफ लाइन है।

यहां बांध खाली- कोटा में 3 में से 2 बांध 50 प्रतिशत से कम - बूंदी में 14 में से 13 बांध 50 प्रतिशत से कम- झालावाड़ में 15 बांध में से 14 बांध 50 प्रतिशत से कम - बारां में 12 में से 11 बांध 50 प्रतिशत से कम

बांध- क्षमता - भराव

कोटागांधीसागर- 1312- 1290

राणाप्रताप सागर- 1157.30- 1142.53

जवाहर सागर बांध- 980-973.10

कोटा बैराज- 854-851.90

अलनिया- 35- 30.47

सावनभादौ- 44.61- 0

झालावाड़ जिला

कालीसिंध- 32.80- 25.95

भीमसागर- 6.35- 5.97

चवली- 30.47- 3.51

राजगढ़ बांध- 56.45- 8.85

छापी- 42.32- 11.81

गागरोन- 22.96- 16.07

बारां

रताई बांध- 20.01- 4.49

बैथली बांध- 31.49- 0

लासी- 19.68- 0.78

बूंदी

गुढ़ा बांध- 34.50- 1.70

बरधा बांध- 21 - 0

भीमलत बांध- 36- 4.90

(स्त्रोत: जलसंसाधन विभाग, भराव-क्षमता फीट में है)

इनका यह कहना

इस बार सिस्टम के कारण मानसून आगे खिसका है, लेकिन 15 सितम्बर तक मानसून का सीजन रहता है। हालांकि गांधीसागर में पर्याप्त पानी है। इससे हम इस साल राजस्थान व मध्यप्रदेश की प्यास बुझा सकते है और खेतों को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध करवा सकते है।

एजाजुद्दीन अंसारी, अधीक्षण अभियंता, जलसंसाधन विभाग, कोटा

कोटा.
यदि आप ऑनलाइन ठगी (Online thagi ) से बचना चाहते हैं तो यह खबर जरूर पढ़ लें। क्योंकि सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर ऑनलाइन ठगों का जाल बिछा हुआ है। आए दिन कई लोग ऑनलाइन ठगी (Online Fraud ) के शिकार हो रहे हैं। साइबर सेल के जरिए पुलिस (Rajasthan Police) ऑनलाइन फ्रॉड (Cyber Fraud ) से बचने के लिए लोगों को बार-बार आगाह कर रही है, लेकिन इसके बावजूद कई लोग ठगों के जाल में फंसकर अपनी गाढ़ी कमाई लुटा देते हैं। राजस्थान के कोटा शहर में हाल ही ऐसा मामला सामने आया है। जिसमें धौलपुर के दो युवकों ने ऑनलाइन प्लेटफार्म पर विदेशी लड़की (foreign Girl ) बनकर कोटा के एक युवक से 3.40 लाख रूपए वसूल लिए।
Kota जवाहर नगर थाना पुलिस ने जवाहर नगर निवासी एक व्यक्ति से ऑनलाइन ठगी (Online Fraud ) के मामले में दो आरोपियों को धौलपुर जिले से गिरफ्तार किया है। ठगों ने व्यक्ति को विदेशी लड़की (foreign Girl ) से बात कराकर सोशल मीडिया के माध्यम से ऐसा झांसा दिया कि व्यक्ति ने बैंक एकाउंट में पहली बार में 40 हजार रुपए और दूसरी बार में 299900 ट्रांसफर कर दिए। इसके बाद भी और रुपए की फिर मांग की तो व्यक्ति को ऑनलाइन ठगी का अहसास हुआ। इसके बाद उसने थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।


जवाहर नगर थानाधिकारी ने बताया कि महावीर नगर प्रथम निवासी जोधराज सिंह हाड़ा (61) ने एक रिपोर्ट दी थी। इसमें बताया कि 25 दिसम्बर 2020 को सोशल मीडिया के माध्यम से एक विदेशी लड़की उसके सम्पर्क में आई। उसने अपना नाम नताशा मोरिशन बताया। बातचीत के दौरान उसने उसके सोशल मीडिया पर बात करने के लिए मोबाइल नम्बर मांगे। लड़की ने अपने आप को सरकारी ऑफिसर बताया था तो विश्वास कर उसे फोन नम्बर दे दिए। लड़की ने मैसेज किया कि उसका 30 दिसम्बर 20 को जन्मदिन है। वह उसके लिए कपड़े-जूते गिफ्ट भेजना चाहती है। उसने मैसेज किया कि गिफ्ट पार्सल भेजे हैं जो 30 दिसम्बर सुबह इंडिया पहुंच जाएगा। डिलेवरी का जो भी भुगतान हो कर दें। 30 दिसम्बर को दिल्ली से फोन आया। फोन करने वाले व्यक्ति ने अपना नाम रविन्द्र बताया तथा स्वयं को कस्टम ऑफिसर बताकर दिल्ली कस्टम ऑफिस से बोलना बताया।

उसने कहा कि आपके लिए लंदन से एक पार्सल आया है। इस पर कस्टम ड्यूटी के 40 हजार रुपए लगेंगे। उसी नम्बर पर पीडि़त को एसएमएस डाला, जिसमें बैंक का नाम, बैंक डिटेल व एकाउंट नम्बर दिए थे। कहा गया कि ऑनलाइन एप के माध्यम से उक्त खाते में 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर दो। जोधराज ने उसके कहे अनुसार 40 हजार रुपए ट्रांसफर कर दिए। कस्टम अधिकारी बने व्यक्ति ने एसएमएस कर स्वयं का मेल आईडी भेजा। इस पर आईडी प्रूफ और पेमेन्ट की स्लीप मांगी, जो जोधराज ने भेज दी। इसके बाद उसने कहा कि कस्टम विभाग ने आपके पार्सल को स्केनिंग का कार्य समाप्त कर लिया है। इसमें एक बड़ी धन राशि (ब्रिटिश स्टर्लिंग पाउंड) मिली है, जो गैरकानूनी है। इसलिए 299900 रुपए जुर्माना जमा कराएं। उसने समय मांगा तो कहा गया कि 20 मिनट में पैनल्टी राशि दो नहीं तो प्रकऱण को मनीलॉन्ड्री विभाग को भेज दिया जाएगा।

जोधराज ने कहा कि उसने कोई राशि नहीं मंगाई तो कहा कि ये बात विभाग को बताना। उसने नताशा मोरिशन को मैसेज कर जानकारी चाही तो उसने पार्सल में राशि रखना बताया और मैसेज किया कि पार्सल में 2 हजार पोण्ड तुम्हारे लिए डाले हैं। जोधराज उसके झांसे में आ गया तथा उसने राशि जमा कराने की सहमति दे दी। इसके बाद दुबारा रविन्द्र सिंह के उसी एकाउंट में 299900 रुपए एनईएफटी के माध्यम से ट्रांसफ र कर दिए। अगले दिन फिर दिल्ली से उसी फर्जी कस्टम अधिकारी बनकर जोधराज की बैंक डिटेल लेने के बाद 475500 रुपए की मांग की। इसके बाद उसे ठगे जाने का अहसास हुआ।


रिकॉर्ड खंगाले तो पकड़ में आए ठग-
पुलिस ने घटना में उपयोग लिए मोबाइल नम्बर व बैंक खाता संख्या के रेकॉर्ड खंगाले। इसके अनुसार जोधराज ने जिस खाते में रुपए ट्रांसफर किए वह धौलपुर का होना पाया। पुलिस टीम ने धौलपुर जाकर बैंक पासबुक, एटीएम व चैक बुक, मोबाइल नम्बर के आधार पर आरोपियों को खोज निकाला। पुलिस ने इस मामले में धौलपुर जिले के राजखेड़ा थाना क्षेत्र के नादोली निवासी सागर सिंह (21) व हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी विकास राणा ( 24) को गिरफ्तार किया। दोनों आरोपी लोगों से ओटीपी लेकर रुपयों को उड़ा लेते हैं। रकम आने के बाद यूपीआई के माध्मय से उक्त रकम को अन्य खाते में ट्रांसफर कर देते थे।

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