बारां.
जिले में कोलूखेड़ा के निकट से निकलने वाली अंधेरी व ल्हासी नदी के बीच टापू पर 24 घंटे से फंसे किसान को एसडीआरएफ (SDRF) की टीम ने मंगलवार दोपहर को सुरक्षित निकाल लिया।
जानकारी के अनुसार कोलूखेड़ा निवासी बद्रीलाल (62) पुत्र देवलाल सोमवार दोपहर को भैंसें चराने गया था। लौटने से पहले बारिश के कारण वह स्थान टापू बन गया। वहां से दोनों तरफ होकर निकल रही अंधेरी व ल्हासी नदी का जलस्तर बढ़ जाने से किसान वापस घर नहीं पहुंच सका। रातभर टापू पर गुजारने के बाद सुबह परिजनों ने सरपंच कान सिंह चौधरी को इसकी जानकारी दी। कान सिंह चौधरी रेस्क्यू के लिए प्रशासनिक अधिकारियों को अवगत करवाकर घटनास्थल पहुंचे। कुछ ही देर में अधिकारियों ने एसडीआरएफ की टीम को बुलवाया। एसडीआरएफ की कोटा टीम के हैड कांस्टेबल मोरपाल के नेतृत्व में टीम के जवानों ने अंधेरी नदी के बीच टापू पर 24 घंटे से फंसे बद्री लाल को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया। टीम के 9 सदस्यों के दल में कॉस्टेबल बनवारी, मुकेश, नरेश, मनीष, रोहिताश, महेन्द्र, शैतान सिंह कांस्टेबल एवं चालक प्रकाश शामिल रहे।
छलके खुशी के आसूं-
टापू पर फंसे किसान के बाहर लौटने पर परिजनों के खुशी के आंसू छलक उठे। जवानों और ग्रामीणों की मदद से 2 किमी पानी एवं कीचड़ में पैदल बोट को अपने कंधों पर लेकर नदी के किनारे पहुंचा गया। वहां नदी में बोट डालकर टापू पर पहुंचकर किसान को सुरक्षित बाहर निकाला। इस दौरान अटरू पुलिस उपाधीक्षक सोजी लाल मीणा, अटरू तहसीलदार गणेश शर्मा, सरपंच कान सिंह चौधरी, कवाई थाना एएसआई प्रकाश चदं नागर, कवाई ग्राम विकास अधिकारी रामप्रताप सिंह, छबड़ा उपखंड अधिकारी मनीषा तिवारी, छबड़ा तहसीलदार जतिन दिनकर, पटवारी सुरेंद्र सहरिया, कानूनगो योगेन्द्र आदि मौजूद रहे।