>>: Digest for August 13, 2021

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अलवर। जिले के चार पुलिसकमियों ने खाकी पर बदनामी का दाग लगा दिया है। तीन पुलिसकर्मियों ने एक अन्य साथी युवक के साथ मिलकर गोविंदगढ़ इलाके में राहगीरों को बंधक बना लूट की वारदात को अंजाम दे डाला। वहीं, चौथा पुलिसकर्मी परिवादी को डरा-धमका राजीनामे के लिए दबाव बनाने लगा। इन चारों पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर दिया गया है। मामले में एक कांस्टेबल सहित दो जनों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि 29 जुलाई को गोविंदगढ़ थाने में परिवादी साहिल खां ने रिपोर्ट दी कि 27 जुलाई की शाम करीब 6 बजे वह और उसका ***** खालिद बाइक पर सवार होकर झीतरेड़ी से गोविंदगढ़ आ रहे थे। इसी दौरान रास्ते में भैंसड़ावत मोड़ पर पीछे से एक बोलेरो गाड़ी में चार व्यक्ति आए। जिन्होंने उन्हें रोका और अपनी गाड़ी में बैठाकर जंगल में ले गए। वहां उनके साथ मारपीट की और 27 हजार रुपए छीन लिए। साथ ही 13 हजार रुपए ऑनलाइन अपने खाते में ट्रांसफर कराए। इसके बाद उन्हें जंगल में छोड़कर चले गए। पुलिस ने घटना के सम्बन्ध में चार अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ लूट का मामला दर्ज कर अनुसंधान शुरू कर दिया।

यों हुआ वारदात का खुलासा
पुलिस ने गाड़ी के नम्बर और जिस खाते में ऑनलाइन रुपए ट्रांसफर किए उसके बारे में पता लगाया। जिसमें राहुल नाम के व्यक्ति की पहचान हुई। इस पर बुधवार को पुलिस ने लूट के मुख्य आरोपी राहुल खां को गिरफ्तार किया। मुल्जिम राहुल से पूछताछ में सामने आया कि वारदात में उसके साथ एनईबी थाने के कांस्टेबल अनीश व गंगाराम और शिवाजी पार्क थाने का कांस्टेबल नरेन्द्र शामिल थे।

परिवादी को डरा-धमका रहा था कांस्टेबल रामजीत
इसके साथ ही सदर थाने का कांस्टेबल रामजीत परिवादी को डरा-धमका रहा था। वह परिवादी को झूठे साक्ष्य देने और राजीनामा करने का दबाब बना रहा था। पुलिस ने आरोपी कांस्टेबल रामजीत सिंह पुत्र हरबीर सिंह गुर्जर निवासी झीतरेड़ी थाना नगर-भरतपुर और मुख्य आरोपी राहुल खां पुत्र महमूद खां निवासी पिपरोली-रामगढ़ को गिरफ्तार कर लिया है।

वारदात के बाद से चल रहे हैं गैरहाजिर
लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद से 30 जुलाई से ही कांस्टेबल अनीश पुत्र शकरुद्दीन खां निवासी बल्लाना थाना अरावली विहार, गंगाराम पुत्र रतीराम गुर्जर निवासी तालेड़ा थाना गोविंदगढ़ और नरेन्द्र पुत्र नन्नूराम जाटव निवासी सैंथली थाना सदर तीनों गैरहाजिर चल रहे हैं। बुधवार को तीनों कांस्टेबलों के लूट के प्रकरण में नामजद होने के बाद उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए हैं। उनकी गिरफ्तारी के लिए पुलिस की टीमें लगा दी गई हैं। जल्द ही उन्हें गिरफ्तार कर लिया जाएगा। चारों पुलिसकर्मियों को निलम्बित कर उनके खिलाफ विधि अनुसार कार्रवाई शुरू कर दी गई है।

कानून से ऊपर कोई नहीं : एसपी
जिला पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बुधवार को प्रेसवार्ता में इस मामले का खुलासा करते हुए कहा कि किसी भी मामले में कोई भी व्यक्ति हो, कानून सबसे के लिए एक है। कानून से ऊपर कोई नहीं है। अगर पुलिस विभाग के कोई भी कर्मचारी इस तरह से अपराध में संलिप्त पाए जाते हैं तो उनके खिलाफ भी उसी तहर से कार्रवाई की जाएगी। जिस प्रकार हर अपराधी के खिलाफ की जाती है।

अलवर. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) की टीम ने गुरुवार देर शाम खेरली थाने के एक कांस्टेबल को 7 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। कार्रवाई के दौरान कांस्टेबल ने दो बार भागने का प्रयास किया लेकिन एसीबी की टीम ने उसे दबोच लिया। टीम ने जीप से साढ़े चार किलोमीटर तक पीछा किया।
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक भगवान लाल सोनी ने बताया कि एसीबी की अलवर इकाई को परिवादी ने शिकायत देकर बताया कि उसके द्वारा पुलिस थाना खेरली में दर्ज करवाए गए परिवाद में मदद करने की एवज में थाने के कांस्टेबल देशराज गुर्जर 8000 रुपए रिश्वत की मांग कर परेशान कर रहा है। जिस पर एसीबी अलवर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय सिंह के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन कराया गया। सत्यापन प्रमाणित पाए जाने पर पुलिस निरीक्षक प्रेमचंद मीणा एवं उनकी टीम ने कस्बे में गौरव पैलेस के पास ट्रैप कार्रवाई करते हुए थाने के कांस्टेबल देशराज गुर्जर पुत्र मूलचंद गुर्जर निवासी गावड़ी तहसील सिकराय पुलिस थाना मानपुर जिला दौसा को परिवादी से 7000 रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथों गिरफ्तार किया है। एसीबी के अतिरिक्त महानिदेशक दिनेश एमएन के निर्देशन में आरोपी के निवास एवं अन्य ठिकानों की तलाश जारी है। एसीबी की ओर से मामले में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जाएगा।


नाली का मामला है दर्ज

खेरली थाने में घोसराना गांव में नाली विवाद को लेकर मामला दर्ज है। इस मामले में एक तरफा कार्रवाई करने की एवज में थाने के कांस्टेबल ने आठ हजार रुपए की रिश्वत मांगी थी जिससे सात हजार रुपए लेते हुए गिरफ्तार किया है।


बाइक लेकर भागा कांस्टेबल
एसीबी के एडीशनल एसपी विजय सिंह ने बताया कि सात हजार रुपए लेने मामले में कार्रवाई के दौरान आरोप कांस्टेबल देशराज मौका पाकर मोटरसाइकिल लेकर भाग लिया। एसीबी की टीम ने बोलेरो जीप से करीब साढ़े किलोमीटर तक पीछा कर उसे पकड़ लिया। इसके बाद उसे खेरली थाने ले आए, जहां एसीबी कार्रवाई में मशगूल हो गई, इस दौरान फिर मौका पाकर कांस्टेबल ने भागने का प्रयास किया लेकिन टीम ने दबोच लिया।

अलवर. बेटियां भी अब पिता के मरने के बाद पगड़ी बांधकर सामाजिक और पारिवारिक जिम्मेदारी उठा सकती हैं । अलवर में बुधवार को ऐसी ही पगड़ी की रस्म हुई।
11 साल की लता को मालूम नहीं था की पिता के मरने के बाद परिवार की जिम्मेदारियां उसके कंधों पर आ जाएंगी। अलवर शहर के साहब जोहड़ा निवासी हरिओम सैनी की मृत्यु के बाद बुधवार को उनकी पगड़ी की रस्म हुई। हरिओम के दो बेटियां हैं । एक बेटी की उम्र 11 साल और दूसरी बेटी की उम्र मात्र ढाई साल है। उनके कोई बेटा नहीं है।
सामाजिक परंपरा के अनुसार पगड़ी की रस्म बेटे को निभानी होती है। परिवार में बेटा नहीं होने पर सामाजिक कार्यकर्ता निशा सैनी ने पहल करते हुए बेटी को ही पगड़ी बांधने का सुझाव दिया जिसे सबने सहज ही मान लिया और लता को पगड़ी पहनाने की रस्म शुरू हुई। बेटी को जब पगड़ी बांधी गई तो मंदिर में ढोक लगाते समय वह रोने लगी । इतना ही नहीं जिस दिन पिता की मृत्यु हुई थी उस दिन भी लता ने पिता को कंधा देने के लिए अपना हाथ बढ़ाया लेकिन मासूम कंधों को देख लोगों ने ही मना कर दिया। लता कक्षा 6 में पढ़ती है। मुसीबत की इस घड़ी में सामाजिक कार्यकर्ता निशा सैनी ने उनको मदद की। इस बेटी के पिता ठेली लगाते थे, उससे ही गुजारा होता था अब कमाई का कोई साधन नहीं है। परिवार पर जिम्मेदारियों का बोझ आ गया है ।

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