भीलवाड़ा. नगर विकास न्यास की शुक्रवार को बजट बैठक हुई। इसमें रखे प्रस्ताव में भीलवाड़ा शहर में एक ओवरब्रिज व तीन हाईलेवल ब्रिज का निर्माण होना बताया। हालांकि इन चार में से दो हाईलेवल ब्रिज पर एक भी रुपया खर्च होना नहीं बताया गया।
जिला कलक्टर आशीष मोदी की अध्यक्षता में बैठक हुई। न्यास सचिव अजय आर्य ने बजट प्रस्ताव रखे। विभिन्न कार्यों में वर्ष 2021-22 में 22.27 करोड़ तथा 28 फरवरी तक 38.91 करोड़ रुपए व्यय दिखाया है। 31 मार्च तक 62.15 करोड़ खर्च होने का प्रस्ताव है।
न्यास के अनुसार केशव हॉस्पिटल के पास निर्माणाधीन 13.89 करोड़ के ओवरब्रिज पर पूरी राशि खर्च कर दी गई, लेकिन बजट कापी में व्यय राशि शून्य है। इस विवादित ओवरब्रिज पर 2 दिसम्बर को छेद होने से पांच दिन पहले ही लगभग साढे चार करो़ड़ रुपए का भुगतान किया गया। इस हाईलेवल ब्रिज के लिए वर्ष 2021-22 में 10.20 करोड़ का बजट रखा था।
इसी प्रकार सांगानेर को जोड़ने वाले हाईलेवल ब्रिज के लिए चार करोड़ का बजट रखा है, लेकिन अब तक एक रुपया खर्च नहीं किया गया। जोधड़ास ओवरब्रिज पर अब तक 16.80 करोड़ रुपए व्यय होने की बात कही, लेकिन न्यास इससे अधिक का भुगतान कर चुका है। जोधड़ास ओवरब्रिज के पास ही कोठारी नदी पर एक ओर हाईलेवल ब्रिज पर अब तक 31.78 करोड़ रुपए व्यय कर चुका है, लेकिन हाईलेवल ब्रिज निर्माण के आगे जमीन के अभाव में काम तीन माह से बंद है।
उधर, न्यास के अधिकारियों का कहना है कि सांगानेर हाईलेवल ब्रिज पर अब तक एक भी बिल पास नहीं किया है। जबकि केशव हॉस्पिटल के पास बन रहे हाईलेवल ब्रिज की राशि अन्य मद में जुड़ गई होगी। अधिकारी मान रहे हैं कि यह अनुमानित बजट है। अन्तिम बजट सरकार से पास होने के बाद ही माना जाएगा।
एक माह में कैसे जुटाएंगे 143 करोड़ का राजस्व
न्यास की ओर से चालू वित्त वर्ष 2022-23 का 258.66 करोड़ का बजट पास किया गया, लेकिन अब वर्ष 2023-24 का बजट पेश करना होगा। हालांकि इस चालू वित्त वर्ष के बजट को सरकार से पास करना होगा। अनुमानित बजट के आधार पर न्यास को अब मार्च माह में शेष रहे 15 दिनों में 143.66 करोड़ का राजस्व जुटाना होगा। 28 फरवरी तक 115 करोड़ का ही राजस्व जुटा पाया है।
पेराफेरी में खर्च किए 39 करोड़
न्यास की ओर से पेराफेरी क्षेत्र में हर साल व्यय राशि बढ़ाई गई। वर्ष 2019-20 से लेकर अब तक 39.06 करोड़ रुपए व्यय किए गए है। इसमें वर्ष 2019-20 में 3.38 करोड़, वर्ष 2020-21 में 6.16 करोड़, वर्ष 2021-22 में 14.82 करोड़ तथा 28 फरवरी 2023 तक 14.70 करोड़ रुपए व्यय किए गए है। जबकि 31 मार्च 2023 तक अनुमानित व्यय 48.30 करोड़ का बजट रखा गया है।