>>: 'घोस्ट-टच' से दूर बैठे ही यूजर्स के निजी डेटा में सेंध लगा रहे हैकर्स

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नई दिल्ली। साइबर अपराध गंभीर मुद्दा है, जो लोगों और संस्थाओं के लिए समान रूप से बड़ा खतरा बना हुआ है। विशेषज्ञों ने चेताया है कि हैकर्स 'घोस्ट-टच' का प्रयोग कर दूर बैठे ही स्मार्टफोन को अनलॉक कर रहे हैं। साइबर सुरक्षा कंपनी नॉर्डवीपीएन के शोधकर्ताओं ने मोबाइल फोन यूजर्स से इन हमलों में वृद्धि के कारण सतर्क रहने का आग्रह किया है। इस हमले में हमलावर टचस्क्रीन पर टैप या स्वाइप करने के लिए इलेक्ट्रोमैगनेटिक सिग्नल्स का प्रयोग करते हैं और फोन के अनलॉक होने पर यूजर्स के निजी डेटा या पासवर्ड में सेंध लगा देते हैं या मैलवेयर (ऐसा सॉफ्टवेयर जो किसी कंप्यूटर या अन्य सॉफ्टवेयर को नुकसान पहुंचाने के लिए बना हो) भी इंस्टॉल कर सकते हैं।

कनेक्शन बनते ही चोरी होने लगता है डेटा :

'घोस्ट-टच' की खोज झेजियांग यूनिवर्सिटी (चीन) और टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ डार्मस्टाड (जर्मनी) के विशेषज्ञों ने की थी। टचस्क्रीन हैकिंग के लिए सबसे आम स्थान लाइब्रेरी, कैफे या कॉन्फ्रेंस लॉबी जैसे सार्वजनिक स्थान हैं। यूजर्स यहां अपने स्मार्टफोन को टेबल पर उल्टा करके रख देते हैं। ऐसे में हैकर पहले से ही टेबल के नीचे उपकरण तैयार करके रखते हैं। जैसे ही मोबाइल फोन और टेबल के नीचे लगी डिवाइस में कनेक्शन बनता है, हैकर्स हमला शुरू कर देतेे हैं। कई बार तो यूजर्स को पता भी नहीं चलता कि उनका गैजेट हैक हो चुका है।

इलेक्ट्रोमैगनेटिक सिग्नल्स के जरिए बढ़ा रहे खतरे: इस सेंधमारी के लिए हैकर्स को मोबाइल फोन का मॉडल और पासकोड पता होना चाहिए। हमलावर अक्सर डार्क वेब पर पासवर्ड तलाशते हैं या कई बार यूजर्स की व्यक्तिगत रूप से जासूसी करते हैं। इसके बाद इलेक्ट्रोमैगनेटिक सिग्नल्स उत्सर्जित करने के लिए विशिष्ट उपकरण सेट करते हैं, जिससे स्मार्टफोन की नॉर्मल फंक्शनिंग बाधित हो जाती है। अब तक नौ स्मार्टफोन मॉडल में इस तरह से सेंधमारी की पुष्टि हुई है। साइबर एक्सपर्ट विशेषज्ञ आयुष भारद्वाज के अनुसार भारत में ऐसे मामले फिलहाल नहीं हैं लेकिन इसे नकारा नहीं जा सकता है।

स्क्रीन हैकिंग से इन खतरों की आशंका

  • कीबोर्ड पर नियंत्रण
  • निजी डेटा की चोरी
  • प्राइवेसी सेटिंग में बदलाव
  • स्पैम लिंक खोलने का खतरा
  • ऐसे साइट तक पहुंच जिसमें वायरस हों
  • वायरस का इंस्टॉलेशन या प्रोग्राम की ट्रेकिंग
  • हैकर किसी को कॉल कर सकता है या जवाब दे सकता है

फोन रखें अपडेटेड

  • फोन को किसी भी स्थान पर यूं ही न छोड़े
  • पासवर्ड के अलावा स्मार्टफोन में फेशियल रिक्गनिशन, फिंगरप्रिंट्स का उपयोग करें
  • फोन अपडेटेड रखें क्योंकि डिवाइस की सुरक्षा के लिए पैकेज में अक्सर अतिरिक्त सुविधाएं होती हैं
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