>>: स्लम एरिया के बच्चों ने हिंदी और फ्रेंच भाषा में किया ‘द स्कूल फॉर वाइव्स’ नाटक का मंचन

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जयपुर. स्लम एरिया के वंचित समुदाय के बच्चों के हुनर को निखारने के लिए एक संस्था की ओर से 'द स्कूल फॉर वाइव्स' नाटक का मंचन हुआ। नाटक का निर्देशन मुदिता चौधरी ने किया। 17वीं शताब्दी के फ्रेंच नाटक मोलिअर, का हिन्दी रूपातंरण कार्तिक गोराना ने किया है। इसमें 20 बच्चों ने हिंदी और फ्रेंच भाषा के साथ अभिनय किया।

नाटक अर्नोल्फ पात्र के ईद-गिर्द घूमता है। वो अपने आप को असुरक्षित इंसान समझता है। वो आदर्श दुल्हन खोजने के लिए संघर्ष करता है। वो एक लडक़ी को वाइफ बनाने की शर्त पर लाता है, लेकिन उसकी सारी योजनाएं विफल हो जाती है।

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नाटक से संदेश दिया कि महिलाएं अपने हित के लिए निर्णय स्वयं ले सकती है। साथ ही नाटक संस्कृति और समाज के महत्वपूर्ण पहलुओं को स्थापित करने के लिए शिक्षा, भोलेपन और धर्म के उपयोग के बारे में भी बताता है।

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