>>: ब्रेन मैपिंग के साथ अनोपाराम का नार्को टेस्ट होगा सच उगलवाने की आखिरी उम्मीद

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एक्सक्लूसिव

पत्रिका न्यूज नेटवर्क

नागौर. करीब तीन महीने पहले गुड्डी की हत्या करने वाले अनोपाराम की ब्रेन मैपिंग के साथ नार्को टेस्ट भी होगा। इस मामले में डीएनए, पॉलीग्राफ की जांच पहले ही हो चुकी है। अनोपाराम संभवतया नागौर का पहला अपराधी है, जिसके ये सभी टेस्ट करवाए जा रहे हैं। नार्को/ब्रेन मैपिंग की जांच के लिए अदालत ने हरी झण्डी दे दी है। गुजरात के गांधी नगर में यह जांच होनी है।

सूत्रों के अनुसार संभवतया इसी महीने अनोपाराम की ये जांच होगी। इसके लिए पुलिस को निर्धारित शुल्क जमा कराने सहित अन्य कागजी औपचारिकताएं पूरी करनी है। अनोपाराम अभी अजमेर जेल में बंद है। पुलिस की पकड़ में हत्यारा अनोपाराम तो है, लेकिन गुड्डी से जुड़ी कई पुख्ता जानकारी अब तक उसे नहीं मिल पाई। पंद्रह दिन के रिमाण्ड के बाद भी अनोपाराम से पुलिस यह कबूल नहीं करा पाई कि गुड्डी का शव या फिर उसके टुकड़े उसने कहां फेंके । हालांकि पुलिस की तफ्तीश में मिले जबड़े/हड्डी/बाल के डीएनए रिपोर्ट से यह तो साबित हो ही गया कि गुड्डी का मर्डर हुआ, अनोपाराम का अपने बयान में हत्या की बात कबूलने से पुलिस को कोई खासा मुश्किल नहीं है। बावजूद इसके गुड्डी का शव कहां फेंका, पुलिस से अनोपाराम क्या-क्या छिपा रहा है, यह सच जानने के लिए उसकी ब्रेन मैपिंग के साथ नार्को टेस्ट होने जा रहा है। श्रद्धा मर्डर के शातिर आरोपी आफताब की तरह अनोपाराम का नार्को टेस्ट के साथ ब्रेन मैपिंग भी होगा।

सूत्र बताते हैं कि नागौर में अब तक बच्चे का अपहरण और फिर हत्या के एक मामले में ही नार्को टेस्ट होने की बात सामने आई है। नागौर में यह दूसरा मामला है। डीएनए, पॉलीग्राफ, ब्रेन मैपिंग फिर नार्को..स्टेप बाय स्टेप हो रहे टेस्ट के जरिए पुलिस हर सूरत में गुड्डी के अनसुलझे रहस्य को जानना चाहती है। अधिकांश मामले डीएनए टेस्ट तक ही सिमट जाते हैं।

पुलिस ने जोड़ी कड़ी से कड़ीगुड्डी की हत्या के बाद एसपी राममूर्ति जोशी के निर्देश पर पुलिस ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए चंद दिनों में अनोपाराम को गिरफ्तार कर लिया। गुड्डी का जबड़ा/एक हड्डी/बाल आदि डीएनएन टेस्ट के लिए भेजे, जिसकी रिपोर्ट से आरोपी के खिलाफ सबूत की टेंशन से भी पुलिस को निजात मिल गई। बावजूद इसके गुड्डी का बचा कंकाल नहीं मिलना मुश्किल काम हो गया तो फिर पॉलीग्राफ के बाद अब ब्रेन मैपिंग के साथ नार्को टेस्ट के जरिए पुलिस हर हाल में गुड्डी के कंकाल बने शव के साथ अन्य सच्चाइयां जानना चाहती है। गुड्डी का शव तलाशने के लिए पुलिस ने नगर परिषद आयुक्त को उस इलाके के हड्डी ठेकेदार की जानकारी मांगी, जो उसे अब तक नहीं मिल पाई है।

यह है मामला

गुड्डी से अनोपाराम के दो-ढाई साल से रिश्ते थे। गुड्डी शादीशुदा थी तो बाद में अनोपाराम का भी विवाह हो गया। इसके बाद भी गुड्डी ने उसका पीछा नहीं छोड़ा। 22 जनवरी को अनोपाराम बाइक से गुड्डी को नागौर लाया, फिर बस स्टैण्ड पर बाइक खड़ी कर बस से बुटाटी भी गया था। शादी कर साथ रहने की जिद पर उसने अनोपाराम से झगड़ा किया। एक बार तो चलती बाइक से कूदने की भी धमकी दी। इसके बाद कहासुनी हुई तो गुड्डी ने अनोपाराम का अंगूठा चबा दिया, यहीं अनोपाराम ने कटार से उसके गले पर वार कर दिया। असल में अनोपाराम कटार लाया ही इसलिए था कि राजी से मानकर घर लौट जाएगी तो ठीक, वरना उसका काम तमाम कर दूंगा।

ऐसे होता है टेस्ट

ब्रेन मैपिंग के जरिए मस्तिष्क में उठने वाली तरंगों का अध्ययन किया जाता है। व्यक्ति के सिर से सेंसर्स को कनेक्ट किया जाता है। उसके दिमाग में क्या चल रहा है यह जानने के लिए उसके सिर पर हेड कैप्चर लगाया जाता है। उसके सामने क्राइम से जुड़े सीन सिस्टम पर दिखाए और सुनाए जाते हैं। वीडियो, फोटो और ऑडियो आरोपी के सामने लगे सिस्टम पर दिखता है। मशीन पर आ रही तरंगों को देखकर यह पता लगाया जाता है कि वह कितना सच या झूठ बोल रहा है। नार्को टेस्ट में मस्तिष्क की तरंगें, पल्स रेट और ब्लड प्रेशर को रेकॉर्ड किया जाता है। आरोपी या संबंधित शख्स को कुछ दवा और इंजेक्शन दिया जाता है। दवा का असर शुरू होते ही वह इंसान अर्धबेहोशी की हालत में चला जाता है। फिर सवाल पूछे जाते हैं।

इनका कहना

मौके पर मिले जबड़े/हड्डी/ बाल गुड्डी के निकले, यह डीएनए जांच रिपोर्ट में भी सामने आ गया। आरोपी अनोपाराम के खिलाफ पुलिस के पास काफी सबूत हैं, गुड्डी के शव के हिस्से को उसने कहां फेंका,इसका पता लगाने के लिए ब्रेन मैपिंग के साथ नार्को टेस्ट करवाया जा रहा है। किसी भी मामले का पूरा खुलासा करना ही हमारा मिशन है।

-राममूर्ति जोशी, एसपी नागौर

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