>>: अधिकारियों को कॉमन टॉयलेट में जाने के लिए कहना गुजरा नागवार

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अजमेर. निलम्बित आईपीएस अधिकारी सुशील कुमार विश्नोई को होटल मकराना राज के कॉमन टॉयलेट में जाने के लिए कहना नागवार गुजरा। गुस्साए अधिकारी ने इसकी नाराजगी होटल कर्मचारी पर उतारी और उसके थप्पड़ जड़ दिया। मामला बढ़ने पर गेगल थाना पुलिस के एएसआई व जवानों के साथ मिलकर स्टाफ रूम में होटल कर्मियों पर डंडे बरसाए। डीआईजी (विजलेन्स) रामेश्वरसिंह बुधवार को अजमेर के गेगल थाने पहुंचे। उन्होंने प्रकरण से जुड़े वीडियो देखने के साथ अधिकारियों से चर्चा की।
पत्रिका पड़ताल में सामने आया कि निलम्बित आईपीएस सुशील कुमार विश्नोई 11 जून की रात को अपने मित्र आइएएस गिरधर व अन्य के साथ कार में होटल पहुंचे। होटल में दाखिल होने के बाद होटल कर्मियों से टॉयलेट पूछा। उन्होंने बाहर भेज दिया। बाहर खड़े गार्ड ने आगे स्टाफ रूम की तरफ भेज दिया। जहां होटल कर्मचारी उमेश टॉवल और बनियान में नजर आया। निलम्बित आईपीएस ने उसके टाॅवल व बनियान में घूमने पर नाराजगी जताते हुए टॉयलेट के लिए पूछा। उसने कॉमन टॉयलेट की ओर इशारा किया तो उन्होंने अपशब्द कहते हुए कहा कि 'मैं इसमें जाऊंगा'। अपशब्द बोलने पर कर्मचारी ने टोका ताे विश्नोई ने उसके थप्पड़ जड़ दिया। बाकि स्टाफ बचाव में आया तो विश्नोई और उनके साथी भाग निकले। इसके बाद पुलिस के साथ आए और फिर डंडे, लात-घूसों से होटल कर्मचारियों से मारपीट की।

अधिकारियों को कॉमन टॉयलेट में जाने के लिए कहना गुजरा नागवार

...दर्द के निशान गहरे

मारपीट में 8 होटल कर्मचारियों के चोट आई थी। उनके शरीर पर डंडे के निशान अब गहरे हो चुके हैं। कुछ होटल कर्मचारियों का कहना था कि पहले पुलिस कर्मियों ने उन्हें अन्दर भगाया। फिर कमरे में आकर डंडे बरसाए। यहां तक की कमरे का पंखा और कूलर भी डंडे मारकर क्षतिग्रस्त कर दिया। घटना में एक होटल कर्मचारी के फ्रेक्चर हो गया।

बयान दर्जकर देखा घटनास्थल
सीओ(ग्रामीण) मनीष बड़गुर्जर ने बुधवार को होटल कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। उन्होंने होटल कर्मचारियों के स्टाफ रूम, टॉयलेट व बाहर लगे सीसीटीवी फुटेज देखे।

अधिकारियों को कॉमन टॉयलेट में जाने के लिए कहना गुजरा नागवार

मुकदमा रफा-दफा करने के प्रयास

मुकदमे में गिरफ्तारी का दबाव बढ़ने पर अब इसको रफा-दफा करने के प्रयास हर स्तर पर तेज हो चुके हैं। पीडि़त होटल कर्मचारियों को अच्छे-खासे मुआवजे का ऑफर देने की बात भी सामने आ रही है।

इनका कहना है...
प्रकरण में वृत्ताधिकारी स्तर के अधिकारी द्वारा अनुसंधान किया जा रहा है। अनुसंधान के बाद कुछ कहा जा सकेगा।

लता मनोज कुमार, आईजी अजमेर रेंज

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