>>: Digest for June 18, 2023

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Table of Contents

अजय शर्मा
बढ़ती बेरोजगारी के बीच युवाओं ने अब कॅरियर की राहें भी थोड़ी बदल ली है। किसी दौर में युवाओ का पूरा फोकस बीए व एमए सहित अन्य कोर्स की तरफ था। अब नए सेक्टरों में लगातार रोजगार की संभावनाएं बढ़ने के बाद यूथ का जुड़ाव नए जमाने के कोर्स की तरफ बढ़ रहा है। इसके लिए हमारे निजी कॉलेज भी लगातार नए पाठ्यक्रमों के संचालन में पूरा उत्साह दिखा रहे हैं। इंजीनियरिंग व डॉक्टरी के साथ युवाओं का जुड़ाव सबसे ज्यादा प्रोफेशनल कोर्स की तरफ बढ़ रहा है। वहीं जो युवा बीए में दाखिला भी ले रहे है वह भी किसी न किसी प्रोफेशनल कोर्स के जरिए अपनी स्किल को बढ़ा रहे हैं। शिक्षानगरी के ज्यादातर यूथ की ओर से बीए-बीएड, बीए-लॉ, बीए आरएएस सहित फार्मा, ऑटिफिशियल इंटेलिजेंस, सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि में स्नातक, प्रबंधन, फॉर्मेसी, इंजीनियरिंग डिप्लोमा, आयुर्वेद नर्सिंग ऑफिसर, योगिक साइंस, विशेष शिक्षा के पाठ्यक्रम, डाटा साइंस, साईबर सिक्योरिटी, हेल्थकेयर मैनेजमेंट व एग्रीबिजनेस सहित पाठ्यक्रमों में काफी क्रेज सामने आ रहा है। इसमें शिक्षानगरी के विद्यार्थियों का दर्द यह है कि उच्च शिक्षा विभाग की ओर से सरकारी कॉलेजों में नए जमाने के हिसाब से पाठ्यक्रम शुरू नहीं किए जा रहे है। इस कारण विद्यार्थियों को मजबूरी में निजी कॉलेजों में दाखिला लेना पड़ रहा है।

हमारे युवा ऐसे बदल रहे कॅरियर की राहें

केस एक: काउंसर की सलाह के बाद बदला फैसला
फतेहपुर रोड निवासी छात्र प्रियन कुमावत ने बताया कि पहले बीएड करने का मन था। लेकिन कॅरियर काउंसर की सलाह के बाद बीए-एलएलबी पाठ्यक्रम में प्रवेश लिया है। उन्होंने बताया कि इस सेक्टर में निजी के साथ सरकारी में भी रोजगार के अवसर होने की वजह से उनको यह विकल्प ज्यादा बेहतर लगा।

केस दो: बीकॉम के साथ सीखी टाइपिंग व स्पोकन
वाणिज्य संकाय के छात्र अनुज कुमार ने बताया कि प्रथम वर्ष के साथ टाईपिंग व स्पोकन के जरिए स्किल निखारने की तैयारी शुरू कर दी है। वहीं अगले साल से प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी शुरू करने की योजना है। उनका कहना है कि हर क्षेत्र में चुनौती बढ़ी है स्किल बढ़ाने की प्लानिंग 12 वीं के बाद से ही शुरू करनी होगी।

केस तीन: नए कोर्स के जरिए रोजगार के विकल्प
साइंस स्ट्रीम से कक्षा 12 वीं पास करने वाले रोहित शर्मा ने बताया कि पहले बीएससी की पढ़ाई करने का मन था। लेकिन काउंसलर से जब कॅरियर की नई संभावनाओं के बारे में जानकारी ली तो फिर रेडियोग्राफर के पाठ्यक्रम में कॅरियर के बारे में पता लगा। उन्होंने बताया कि उनके दोस्त ने फिजियोथैरपी के क्षेत्र में कॅरियर बनाने के लिए डिग्री प्रोग्राम में प्रवेश लिया है।

यूं करें करिअर का चयन
-दूसरे के आधार पर नहीं बल्कि अपनी क्षमता के हिसाब से करें कॅरियर का चुनाव
-सरकारी के साथ निजी क्षेत्र में बेहतर कॅरियर ऑप्शन वाले पाठ्यक्रमों को चुनना बेहतर
-देखें विद्यार्थियों के बारहवीं के अंक-ग्रेड
-कॉलेज में देखें संकायवार सब्जेक्ट कॉम्बिनेशन
-यूजी डिग्री के साथ शॉर्ट टर्म कोर्स का करें चयन
-चुनें ऐसे विषय जिससे जुड़ाव
-विषय विशेषज्ञों-काउंसलर्स से करें संपर्क
-चुन सकते हैं उद्यमिता और कौशल विकास से जुड़े कोर्स
-इंटीग्रेट पाठ्यक्रम भी बेहतर विकल्प
-सिविल सर्विस शुरू करने के लिए बेहतर 12 वीं के बाद बेहतर ऑप्शन

कॅरियर को लेकर उलझन तो हमें बताए...
कई विद्यार्थियों के साथ अभिभावकों में कॅरियर चयन को लेकर संशय बना हुआ है। ऐसे में विद्यार्थियों व अभिभावकों की मदद के लिए पत्रिका ने पहल की है। यदि आपको भी किसी सेक्टर के कॅरियर को लेकर जानकारी चाहिए तो राजस्थान पत्रिका को reporting.sikar@epatrika. पर बता सकते है। आपकी शंकाओं का पत्रिका टीम की ओर से विभिन्न कॅरियर काउंसरों की मदद से शंका का समाधान किया जाएगा।

एक्सपर्ट व्यू... नए पाठ्यक्रमों से खुल रही रोजगार की राहें
नए पाठ्यक्रमों से युवाओं के रोजगार की राहें भी खुल रही है। प्रबंधन, सूचना प्रौद्यागिकी व यौगिक साइंस, आयुर्वेद व इंजीनियरिंग के डिप्लोमा सहित अन्य पाठ्यक्रमों को लेकर युवाओं में सबसे ज्यादा क्रेज देखने को मिल रहा है। वहीं बीए की पढ़ाई के साथ युवा प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करके कॅरियर को नई दिशा देने में जुटे है।
इंजीनियर रणजीत सिंह, एक्सपर्ट, सीकर

श्याम भक्तों की दर्शनों की राह सुगम होने के बाद अब मंदिर भी नए लुक में नजर आएगा। 3.5 लाख स्क्वायर फीट में मकराना के सफेद संगमरमर से अब श्याम मंदिर को चमकाने की तैयारी है। मंदिर परिसर को भूकंपरोधी बनाने के लिए तह में कोटा स्टोन लगाया जाएगा। सिरोही जिले के पिंडवाड़ा के 12 शिल्पकार पत्थरों को तराशने में जुटे हैं। मंदिर को नया लुक देने में लगभग 10 साल लगेंगे। आगामी दिनों में लगभग 200 कारीगर लगाने की योजना है। मंदिर कमेटी की ओर से कई साल से नया लुक देने की तैयारी थी लेकिन काम पूरा नहीं हो पा रहा था। अब भक्तों के दर्शनों की राह सुगम होने के बाद इस दिशा में काम शुरू कर दिया है।


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Khatu Shyam Temple Will Be Made Earthquake Resistant

खास: प्रेम मंदिर निर्माण कर चुके ये शिल्पकार
श्याम मंदिर में काम करने वाले सिरोही जिले के पिंडवाड़ा के शिल्पकार देश के कई प्रसिद्ध मंदिरों में अपना हुनर दिखा चुके हैं। कारीगरों का नेतृत्व करने वाले अशोक कुमार ने बताया कि हमारे यहां के कारीगर अयोध्या के राम मंदिर सहित वृंदावन के प्रेम मंदिर, यूपी के ललितपुर के जैन मंदिर,एमपी सागर में जैन मंदिर आदि में नक्काशी का काम कर चुके हैं।


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लगेगा कोटा स्टोन
मंदिर निर्माण का काम आर्किटेक्ट स्नेहल पटेल की देखरेख में चल रहा है। मंदिर को पूर्णतया भूकंपरोधी बनाया जाएगा। भूकंप रोकने के लिए मंदिर के नीचे 2.5 लाख स्क्वायर फीट में कोटा स्टोन लगाया जाएगा। आर्किटेक्ट पटेल स्वामी नारायण, पीतांबर दिगंबर मंदिर ही नहीं बल्कि अमरीका, कनाडा, यूके ऑस्ट्रेलिया में भी भव्य मंदिरों का खाका तैयार कर चुके हैं।

प्रदेश में विधानसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक दलों ने कमर कस ली है। उनमें एक कदम आगे बढ़ते हुए माकपा ने तो उम्मीदवारों की घोषणा के साथ चुनावी अभियान भी तेज कर दिया है। इस बीच पत्रिका ने माकपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष अमराराम से चुनावों को लेकर विशेष बात की। जिसमें उन्होंने चुनावी मुद्दों व तीसरे मोर्च की संभावना सहित विभिन्न मसलों पर खुलकर अपना मत रखा।

स. विधानसभा चुनाव में करीब छह महीने का समय है। इतनी जल्दी उम्मीदवारों की घोषणा की कोई खास वजह?
ज. माकपा 30 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। भाजपा व कांग्रेस की तरह हमारी पार्टी में किसी भी सीट पर उम्मीदवार चयन को लेकर कोई विवाद या प्रतियोगिता नहीं है। चुनाव की तैयारी में जल्दी जुट सके, इसलिए जनता के लिए संघर्ष करने वाले लोगों को पहले ही उम्मीदवार घोषित कर दिया गया है।
स. माकपा किन मुद्दों पर चुनाव लड़ेगी?
ज. महंगाई, बेरोजगारी, निजीकरण, भ्रष्टाचार तथा भाजपा व कांग्रेस सरकारों की वादाखिलाफी के खिलाफ तथा गरीब, मजदूर व किसानों के हक के मुद्दे पर चुनाव लड़ा जाएगा। काला धन लाने, दो करोड़ रोजगार देने, एमएसपी सरीखे वादों पर केंद्र और संपूर्ण कर्जा माफी, महंगाई राहत व बेरोजगारी भत्ते जैसे वादे पूरे करने में राज्य सरकार विफल रही है।
स. लेकिन मुख्यमंत्री गहलोत तो अपनी सरकार रिपीट होने का दावा कर रहे हैं?
ज. ऐसा कौनसा काम कर दिया, जिससे सरकार रिपीट होगी। साढ़े चार साल तो वे कुर्सी बचाने में लगे रहे। 65 साल में पहली बार देखा है कि पैसे व पद के लिए कांग्रेस के विधायक ताले में बंद थे और कांग्रेस के ही कुछ लोगों के साथ भाजपा उनकी सरकार गिराने में जुटी थी। 10 दिन में सम्पूर्ण कर्जामाफी की बात कहकर एक किसान का भी कर्ज पूरा माफ नहीं किया। बेरोजगारी भत्ते के पेचीदा नियम बना दिए और ढाई रुपए की बिजली भी जनता को आठ रुपए में दे रहे हैं। चिरंजीवी योजना का 90 फीसदी रुपया प्राइवेट अस्पतालों में जा रहा है। विभागों, सरकारी अंग्रेजी स्कूलों व कॉलेजों में पद खाली हैं।
स. महात्मा गांधी अंग्रेजी स्कूलों में कॉन्ट्रेक्ट पर शिक्षक लगाए जा रहे हैं?
ज. जब युवा परमानेंट आने को तैयार हैं तो कॉन्ट्रेक्ट पर शिक्षक क्यों? फिर तो मुख्यमंत्री भी कॉन्ट्रेक्ट पर ही बन जाएं। जिसे अडाणी- अंबानी चलाएं।
स. महंगाई राहत शिविर को ही कांग्रेस जीत का बड़ा आधार मान रही है?
ज. साढ़े चार साल महंगाई नहीं देखने वाले मुख्यमंत्री चुनावी साल में राहत कैंप लगा रहे हैं। ये महंगाई राहत नहीं वोट राहत कैंप है। यदि महंगाई कम करनी है तो वैट कम कर पेट्रोल व डीजल की दरें कम करें। ढाई रुपए में उत्पादित हो रही बिजली भी आठ रुपए में क्यों बेच रहे हैं? बिजली में छूट भी बड़ी लूट है। प्रदेश में उत्पादित 80 फीसदी बिजली को दूसरे राज्यों को बेचकर अपने यहां कटौती की जा रही है। कांग्रेस व भाजपा दोनों राज में बिजली की लूट हुई है। जांच हो तो दोनों के बिजली मंत्री को जेल जाने से कोई नहीं रोक सकता। योजना भवन में सोना व करोड़ों रुपए मिलना भी छोटी बात नहीं है।
स. विधानसभा चुनाव में थर्ड फ्रंट की कोई गुंजाइश है?
ज. थर्ड फ्रंट की कोशिश नहीं है। भाजपा व कांग्रेस के खिलाफ दलों को सीट एडजस्ट करने के लिए तैयार करने का प्रयास है। क्योंकि भाजपा व कांग्रेस मिलीभगत कर पांच- पांच साल से सरकार बनाते हैं।
स. किसी पार्टी से इस संबंध में बात हुई है?
ज. बीटीपी, सीपीआई, समाजवादी पार्टी व आरएलपी से चर्चा है। एआईएमआईएम तो भाजपा की ही बी पार्टी है। जेजेपी भी वही है। आप 200 पर चुनाव लडऩे की घोषणा कर चुकी है। पर यदि वह एडजेस्टमेंट को कहती है तो हम तैयार हैं।
स. मतलब साफ है कि गठजोड़ की स्थिति में भाजपा व कांग्रेस के साथ नहीं जाएंगे?
ज. सवाल ही नहीं। अभी तक तो हम उनके साथ गए नहीं है। बाकी चुनावों के बाद क्या परिस्थिति होती है, वो बाद की बातें हैं।

नीमकाथाना. राजस्थान किसान महोत्सव के तहत अग्रसेन भवन में शुक्रवार को लंपी रोग आर्थिक सहायता वितरण कार्यक्रम हुए। कार्यक्रम को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वीडियो कांफ्रेंस के जरिए संबोधित किया तथा लाभार्थियों से संवाद दिया। समारोह में नीमकाथाना जिले के नीमकाथाना व पाटन के 151 पशुपालकों को 40-40 हजार रुपए की सहायता राशि उनके खाते में डाली गई। इस दौरान विधायक सुरेश मोदी ने कहा कि नीमकाथाना के आस पास के इलाकों में 175 गायों की मौत हुई थी। इसमें कुछ दिक्कत की वजह से 25 लोगो को अभी पैसा नहीं मिल पाया हैं। बाकी सभी को मुख्यमंत्री ने सीधे पशुपालकों के खातों में पैसा पहुंचा दिया है। कार्यक्रम में ओएसडी हरजीलाल अटल, अपर जिला कलक्टर अनिल कुमार महला, उप निदेशक पशुपालन विभाग गोपीराम कुमावत, उपखंड अधिकारी राजवीर यादव, तहसीलदार सज्जन कुमार लाटा, बीडीओ कृष्ण मुरारी छालिया, डॉ रणजीत महरानिया, निधि राजेंद्र यादव सहित कई जनप्रतिनिधि, अधिकारी व लाभार्थी मौजूद थे।

सीएम ने पूछा पैसों का क्या करोगी...

कार्यक्रम के दौरान सीएम ने वर्चुअल माध्यम से नीमकाथाना की दो पशुपालक महिलाओं से सीधा संवाद किया। राणासर की पशुपालक आंची देवी से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पूछा कि आप अब इन पैसों का क्या करोगे तो महिला बोली गाय लेकर आऊंगी और बच्चों को दूध पिलाऊंगी। इस पर सीएम मुस्कुराते हुए बोले बहुत बढिय़ा। मुख्यमंत्री ने सिरोही की पशुपालक कमला देवी से भी बात की। मुख्यमंत्री ने महगाई राहत कैंप की भी महिला से चर्चा की। महिलाओं ने सीएम को नीमकाथाना जिला बनाने को लेकर धन्यवाद दिया।

गायों के नाम पर वोट मांगती है भाजपा

समारोह में विधायक सुरेश मोदी ने सरकार की सराहना की तथा भाजपा निशाने भी साधे। उन्होंने कहा कि पशुपालकों पर जो संकट आया था उनको राज्य सरकार यह सहायता राशि देकर पशुपालकों को बहुत सहारा मिलेगा। विधायक ने भाजपा को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि जो गायों के नाम पर वोट मांगते हैं उन्होंने एक भी काम गायों के लिए नहीं किया। बीजेपी सरकार ने एक भी रुपया गायों के लिए गौशाला में अनुदान नहीं दिया और यह काम केवल राजस्थान की कांग्रेस सरकार की कर सकती है। राज्य सरकार ने गोशाला के अनुदान की राशि भी बढ़ाई हैं।

श्रीमाधोपुर. कस्बे के नगर आराध्य देव गोपीनाथ मंदिर में शुक्रवार को धर्म की रसगंगा बही। यहां शाम को भगवान जगन्नाथ, बलभद्र, सुभद्रा महारानी का पंचामृत व पुष्प अभिषेक कराया गया। भगवान जगन्नाथ को पंचामृत व फलों के रस से स्नान कराया गया। पंचामृत अभिषेक के साथ ही जगन्नाथ रथ यात्रा महोत्सव का आगाज हुआ। मंदिर महंत डॉ मनोहर शरण पारीक ने बताया कि महोत्सव के दौरान शनिवार को कई कार्यक्रम होंगे। दोपहर दो बजे मंदिर प्रांगण में वृंदावन धाम के संत राधारमण दास महाराज भक्त मीरा चरित्र की कथा सुनाएंगे। इस मौके पर महावीर प्रसाद पारीक, शिम्भू चौधरी, प्रिया शरण पटवारी, निरंजन सोनी, जितेंद्र पटवारी, अनिल कूलवाल, राजेश पंसारी, मुकेश कयाल, बजरंग लाल अमरसरिया, कालूराम सैनी, महावीर जोशी, मोहनलाल स्वामी, अशोक नायनका जोशी सहित काफी संख्या में लोग मौजूद थे

21 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ का समापन

रानोली. लोहार्गल की 24 कोसीय परिक्रमा मार्ग में स्थित सौभाग्यवती धाम में जयरामदास महाराज की स्मृति में आयोजित 21 कुंडीय श्रीराम महायज्ञ का पूर्णाहुति के साथ समापन हुआ। सात दिवसीय महायज्ञ में हजारों श्रद्धालुओं ने शामिल होकर आहुतियां दी। महायज्ञ के समापन पर भंडारा किया गया। इसमें सैकड़ों लोगों ने प्रसादी ग्रहण की। धाम के महंत भरतदास महाराज ने बताया कि भंडारे में तीन दर्जन गांवों के लोगों ने सहयोग किया एवं पंगत महाप्रसादी पाई। इस दौरान सात दिन तक श्रीराम महायज्ञ के साथ दोपहर में श्रीराम कथा एवं श्रीराम लीला का आयोजन किया गया। भंडारे में धाम के महंत भरतदास महाराज, विजयदास महाराज, बालकदास महाराज लिसाडिय़ा, रामेश्वरदास गंगानगर, मौनीबाबा अयोध्या, मनमोहनदास कोटा, रतनदास महाराज, राधेश्याम कुमावत, रामचंद्र सैनी, गजानंद कुमावत, जगदेव डाइरेक्टर सहित काफी लोग मौजूद रहे।

रामायण पाठ शुरू

टोडा. गांव के बिहारी जी मंदिर में शुक्रवार को दो दिवसीय रामायण पाठ की शुरू हुए। मंदिर के पुजारी रमेश शर्मा ने बताया कि गांव में सुख-समृद्धि व शांति के लिए दो दिवसीय रामायण पाठ शुरू किए है। विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ शुरू हुए रामायण पाठ में कई लोगों ने भाग लिया। रामायण पाठ का समापन शनिवार को होगा।

नीमकाथाना. वर्ष 2017 में विदेश जाने के लिए मजूदर ने दिए दस्तावेजों से दो युवकों ने फर्जी फर्म बनाकर 4 करोड़ 25 लाख का लेनदेन कर लिया। मजदूर के घर जब आयकर विभाग द्वारा 1.26 करोड़ रुपए की सीजीएसटी जमा कराने का नोटिस भेजा गया तो परिवारवालों के होश उड़ गए। मामले को लेकर गणेश्वर के पास आगरी मोड़ निवासी पीडि़त रोहिताश सिंह सदर थाना में इस्तगासे से दो आरोपियों के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज करवाई है, जिसमें बताया कि वह आईडीबीआई के बैंक सामने देवी कॉम्पलेक्स मनी माजरा पंचकुला चंडीगढ़ में काम करता था। वहीं पर आरोपियों ने दुबई जाकर मजदूरी करने के लिए कहने पर उसने वीजा बनाने के लिए आरोपियों को अपना आधार कार्ड, पैन कार्ड पासपोट, राशन कार्ड व अन्य दस्तावेज दे दिए। 13 नवंबर 2017 को दोनों आरोपियों ने लुधियाना ब्रांच में स्थित युनिक बैंक खाते में 3 हजार रुपए जमा करवा लिए। इसके बाद जनवरी 2019 में मजदूरी करने के लिए दुबई चला गया। 6 महीने बाद दुबई से वापस गुरुग्राम में मजदूरी करने के लिए आ गया।

विभाग बना रहा पैसे जमा करवाने का दबाव
20 फरवरी 2019 को पीडि़त मजदूर रोहिताश के घर एक नोटिस पहुंचा। उसमें बताया कि रोहिताश सिंह के नाम से दिसम्बर 2017 से फ रवरी 2018 तक मैसर्स राजपूत इन्टरनेशनल फर्म खोली गई। प्रोपराईटर बनाकर 4 करोड़ 25 लाख 43 हजार रुपए लोन उठा लिया। जिस पर 1 करोड़ 26 लाख रुपए का सीजीएसटी टैक्स बकाया है, जिससे तुरंत जमा करवाएं।

भाई के जवाब देने के बाद फिर आया नोटिस
पहली बार जब पीडि़त मजदूर के घर नोटिस पहुंचा तो वह विदेश था, इस पर उसका भाई अजीत सिंह आयकर विभाग में जाकर जवाब पेश किया। उस समय विभाग ने पीडि़त के भाई अजीत सिंह के बयान भी रिकॉर्ड दर्ज कर लिए गए थे। बावजूद 18 जनवरी 2023 को व 15 फ रवरी 2023 को आयकर विभाग ने फिर पीडि़त के घर नोटिस भेजकर उसको व्यक्तिगत उपस्थित होने के लिए बुलाया गया। इससे परेशान होकर उसने मामला दर्ज करवाया और बताया कि वह अपने नाम कभी कोई फ र्म नहीं बनाई एवं ना ही उसमें किसी प्रकार का कोई लेनदेन किया है।

नीमकाथाना. आनंदपाल गैंग का हार्डकोर अपराधी मनीष उर्फ़ बच्या को पुलिस शनिवार सुबह कोर्ट में पेश किया। आरोपी मनीष उर्फ राजू ठेठ हत्याकांड का मुख्य आरोपी भी है। पुलिस ने कड़ी सुरक्षा के बीच अजमेर से नीमकाथाना कोर्ट में पेश किया । इस दौरान कोर्ट छावनी में तब्दील हो गया। मामले के मुताबिक आरोपी पर 2019 में मामला दर्ज होने पर कोर्ट में उसकी पेशी थी। गौरतलब है कि सीकर में राजू ठेठ हत्याकांड में बच्या की मुख्य भूमिका थी इसी ने ही ठेठ पर ताबड़तोड़ गोलियां चला कर उसकी हत्या कर दी थी। उसके बाद आरोपी मौके से फरार हो गया था। पुलिस ने टीम गठित कर आरोपी को गिरफ्तार किया था। गिरफ्तार करने के बाद उसे अजमेर जेल में भेजा था। पुलिस ने अजमेर जेल से उसे चोरी के मामले में नीमकाथाना कोर्ट में पेश किया गया। मनीष उर्फ बच्या पर नीमकाथाना सहित कई थानों में मामले दर्ज हैं।

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