>>: Rajasthan: 5 साल का अली वापस लेकर आएगा डायनासोर! कर रहा स्टडी, जानें पूरा मामला

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कोटा. डायनासोर की कहानियां, किस्से तो सुने होंगे, पर क्या आप जानते हैं कि धरती पर डायनासोर कब थे, इनकी उत्पत्ति कैसे हुई, इनकी कितनी प्रजाति थी, क्या नाम हैं। वर्तमान में डायनासोर के अंडे किस देश में मिले ? बहरहाल कुछ याद नहीं आ रहा तो कोटा के लिटिल ब्यॉय मोहम्मद अली से मिल सकते हैं। अली अपने आप में डायनासोर की जानकारी का एनसाइक्लोपीडिया (विश्वकोष) है।

अली का सपना है वह एक दिन वैज्ञानिक बनेगा और धरती पर फिर से डायनासोर को लाकर डायनासोर की परिकल्पना को साकार करेगा। महज साढ़े 5 साल का अली एचकेजी का छात्र है। उसका दिल-दिमाग जैसे सिर्फ डायनासोर पर अध्ययन के लिए ही बना है। अन्य बच्चों से जुदा अली को न घूमने-फिरने का शौक है, न किसी खेल में रुचि है। उसकी जुबां पर तो उठते-जागते, खाते-पढ़ते डायनासोर की चर्चा रहती है। उसके खेल व मनोरंजन की दुनिया भी डायनासोर के आसपास ही सिमटी हुई है। यकीन कीजिए अली के पास डायनासोर की प्रजापतियों के खिलौनों का भंडार है। उसके पास देश-विदेश के 1000 से अधिक डायनासोर खिलौने हैं। उसे इन सबके बॉटनिकल नाम पता हैं। कुछ के नाम तो खुद ने ही रखे हैं।

ढाई साल से कर रहा यू-ट्यूब पर कई चैनलों से स्टडी
अली को ढाई-तीन साल से ही डायनासोर में रुचि हो गई। इसके बाद से वह इन्हीं खिलौनों से खेलने लगा। टीवी, सोशल मीडिया व यू ट़्यूब चैनल पर डायनासोर नजर आते ही वह खुशी से उछल पड़ता था। ऐसा जुनून कि यूट्यूब पर वाइस कमांड से सम्बिन्धत चैनल व वीडियो खोज लेता है। स्कूल से आने के बाद मित्र की तरह डायनासोर के साथ मस्त हो जाता है। परिजन.बताते हैं कि वह स्कूल से आने के बाद प्रतिदिन 2 से 3 घंटे डायनासोर के वीडियो व चैनल देखता है।

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10 हजार तक के टॉयज
विज्ञान नगर क्षेत्र निवासी अली के पास लगभग 1 हजार डायनासोर टॉयज हैं। इनमें से कुछ के नाम टि-रेक्स, आरजेडो सोरस, टिरोडॉन, एक्लो सोरेस, टॉयरिसो टॉप, सायनो सिरोटॉप, पेरोसो रोटफिन, स्टेगा सोसर डबल स्पाइन है, जो कोटा-जयपुर से खरीदे हैं। वहीं स्टेगा सोरेस, स्टेगा सोरेस डबल स्पाइन दुबई से खरीदे हुए हैं। अली के पास 2 सौ से लेकर 10 हजार रुपए तक के टॉयज हैं। इनमें से अधिकतर इलेक्ट्रिक व म्यूजिकल खिलौने हैं, जिनमें से आवाज सहित गर्दन घुमाने, मुंह खोलने, दहाडऩे वाले टॉयज हैं।

बाल मन की सोच
अली के पिता मुसब्बीर और मां फायजा खान ने बताया कि अली सबसे कहता है कि धरती पर वापस डायनासोर लाएगा। बकौल, फायजा नन्ही सी उम्र में अली टीवी पर डायनासोर को देखकर जिस तरह से खुश होता था, वह आश्चर्य में डालने वाला होता था। खिलौनों के रूप में भी डायनासोर की डिमांड करता था। दूसरे खिलौने देते तो फेंक या तोड़ देता था। अली को पता है कि चायना में डायनासोर के अंडे मिले हैं। वह वापस ऐसे डायनासोर लाना चाहता है कि जो पेड़-पत्तियां खाएं। अली को मांसाहारी व शाखाहारी डायनासोर की पूरी जानकारी है।

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डायनासोर से ऐसी दोस्ती
अली के पास टीशर्ट डायनासोर प्रिंटेड हैं। प्रतिदिन तीन से चार घंटे यूट्यूब पर सिर्फ डायनासोर के जानकारी वाले वीडियो देखता है। उसके कमरे में चारों ओर डायरसोर टॉयज रहते हैं। बैग में टॉयज रख स्कूल ले जाता है। कई बार स्कूल से शिकायत आ चुकी। स्कूल के सब बच्चों को पता है अली और डायनासोर दोस्त हैं। खास बात यह है कि एक हजार से अधिक डायनासोर टॉयज में कोई रिपीट नहीं है। शहर में किसी एक दुकानदार के पास इतनी वैरायटी नहीं। जन्मदिन पर या कोई गिफ्ट में भी डायनासोर टॉयज चाहिए होता है। दादा-दादी-पापा-मां और अन्य भाई-बहनों के नाम के भी टॉयज हैं। गैम और कॉर्टून भी डायनासोर के ही पसन्द हैं।

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