>>: Video : अब प्री-प्राइमरी से खुलेंगे महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूल

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नागौर. सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए अब राज्य सरकार कई नवाचार और सुधार कर रही है। रविवार को नागौर दौरे पर आए प्रदेश के शिक्षा मंत्री बीडी कल्ला ने कहा कि प्रदेश में शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए विस्तार तो काफी कर दिया, अब सुधार की आवश्यकता है, इसलिए सरकार शिक्षा में सुधार कर रही है। शिक्षा में किए जा रहे सुधारों को लेकर मंत्री कल्ला से पत्रिका ने की विशेष बातचीत -

पत्रिका : सरकार शिक्षा में सुधार किस प्रकार कर रही है?
कल्ला : प्रदेश की एक हजार सरकारी स्कूलों में बाल वाटिका खोलेंगे। इसके तहत अब सरकारी स्कूल में प्री-प्राइमरी कक्षाएं शुरू की जाएंगी। इनमें प्ले स्कूलों की तर्ज पर नर्सरी कक्षा यानि पहली कक्षा से पहले की कक्षा शुरू होगी। दूसरा काम हम नए महात्मा गांधी अंग्रेजी माध्यम स्कूलों में करेंगे। ये स्कूल अब प्री प्राइमरी से खुलेंगे। तीसरा, बच्चों को डिजिटल माध्यम से शिक्षा दी जाएगी। प्रदेश की 24 हजार स्कूलों में आईसीटी लैब बना दिए हैं, 4 हजार में और बनाएंगे। इसके बाद डिजीटल माध्यम से पढ़ाई होगी, यानी जहां किसी विषय का अध्यापक नहीं होगा, वहां निदेशालय के स्टूडियो से संबंधित विषय के शिक्षक पढ़ा देंगे।

पत्रिका : स्कूलों का मैनेजमेंट सिस्टम किस प्रकार सुधारा जाएगा?

कल्ला : बच्चों को विद्यार्थी डायरी दी जाएगी, जिसका हर महीने अध्यापक व अभिभावक की बैठक में मूल्यांकन होगा। इसके साथ सरकारी स्कूलों की मैनेजमेंट कमेटियां, प्राइवेट की तर्ज पर सरकारी स्कूलों का मैनेजमेंट करेंगी।

पत्रिका : प्रदेश के 12 हजार से अधिक उच्च माध्यमिक विद्यालयों में अनिवार्य हिन्दी व अंग्रेजी व्याख्याता के पद ही सृजित नहीं हैं, शिक्षा का सुधार कैसे होगा?

कल्ला : पहले स्कूलें खुलती हैं और फिर पद सृजित होते हैं, धीरे-धीरे सब हो जाएगा। सरकार नामांकन व कक्षाओं की संख्या के आधार पर पद सृजित करती है।

पत्रिका : हाल ही हुई पदोन्नति से कई वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याताओं के पद रिक्त हो गए, उन्हें कैसे भरेंगे?
कल्ला : रिक्त पदों को भरने के प्रदेश में वरिष्ठ अध्यापक व व्याख्याता की भर्ती की है। जिन विद्यालयों में सैकंड ग्रेड व स्कूल व्याख्याता के पद रिक्त हैं, वहां डिजिटल माध्यम से पढ़ाया जाएगा। विद्या सम्बल से भी व्यवस्था की जाएगी, लेकिन बच्चों की पढ़ाई खराब नहीं होने देंगे।

पत्रिका : आपकी सरकार के राज में पेपर लीक खूब हुए हैं, क्या कहेंगे?

कल्ला : गत दिनों रीट परीक्षाएं करवाई, दोनों परीक्षाओं में पेपर लीक नहीं हुए। व्याख्याता भर्ती के पेपर भी लीक नहीं होने दिए। जो पेपर लीक हुए हैं, उनमें दोषियों के खिलाफ कार्रवाई हुई है। मुख्यमंत्री ने कड़ा कानून बनाया है, जिसमें दस साल तक की सजा, सम्पत्ति को कुर्क करने सहित कई कड़े कानून हैं।

पत्रिका : तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादले कब तक होंगे?
कल्ला : तृतीय श्रेणी शिक्षकों के तबादलों पर अभी बैन है, खुलने के बाद ही तबादले हो पाएंगे। तबादला नीति तैयार पड़ी है। बैन खुलवाना उनके हाथ में नहीं है।

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