>>: Digest for August 24, 2023

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

today rajasthan weather report: सीकर. राजस्थान में मानसून एकबार फिर मेहरबान हो गया है। प्रदेश के कई जिलों में इस दौरान भारी से अतिभारी बारिश दर्ज हुई है। मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसर प्रदेश के भरतपुर, अलवर, धौलपुर व करौली जिलों में कहीं भारी व कहीं अतिभारी बारिश दर्ज की गई है। पूर्वी राजस्थान में सर्वाधिक बारिश सिकराय, दौसा में 195 एमएम, बैर, भरतपुर में 145 एमएम, कोटकासिम, अलवर में 115 एमएम दर्ज हुई। वहीं बुधवार को भी कई जिलों में बरसात होगी।

यहां बारिश का अलर्ट (today rain alert in rajasthan)
मौसम विज्ञान केंद्र जयपुर के अनुसार बुधवार यानी आज उत्तर-पूर्वी राजस्थान के भरतपुर, धौलपुर, दौसा, करौली व अलवर जिलों में कहीं कहीं भारी बारिश होने की संभावना है। हालांकि शेष अधिकांश भागों में मानसून की गतिविधियां कमजोर ही रहने के ही आसार है।

कल से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के अनुसार 24 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन पुनः हिमालय की तरफ शिफ्ट होने से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होगी। पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, जोधपुर संभाग में 24 अगस्त से आगामी एक सप्ताह मौसम शुष्क रहेगा। पूर्वी राजस्थान में 26 अगस्त से अधिकांश भागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहने की प्रबल संभावना है।

ये कहती है स्काई मेट वेदर रिपोर्ट
इधर, स्काई मेट वेदर रिपोर्ट के अनुसार आज पूर्वोत्तर भारत, उत्तराखंड, झारखंड, बिहार, पश्चिम बंगाल, पूर्वी उत्तर प्रदेश और कोंकण और गोवा में मध्यम से भारी वर्षा होने की उम्मीद है।
ओडिशा, पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश के कई हिस्सों में हल्की से मध्यम बारिश के साथ एक या दो स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। दक्षिण भारत, शेष उत्तर भारत और मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में छिटपुट बारिश की उम्मीद है।


सरकारी अस्पतालों में उपचार की आस में आने वाले मरीजों के लिए सुविधाएं बढाने के दावे किए जा रहे हैं। गेस्ट्रो, यूरो और कार्डियो, न्यूरो सहित कई विंग के चिकित्सकों की भर्ती की जा रही है लेकिन ये सुविधाएं केवल कागजों में चल रही है। इसकी बानगी है कि मेडिकल कॉलेज में गेस्ट्रोलॉजी, यूरोलॉजी और कार्डियोलॉजी के चिकित्सक लगे हुए हैं लेकिन ये चिकित्सकों के पास जांच करने के लिए मशीनें तक नहीं है।

सोनोग्राफी की मशीन पर इको का प्रोब लगाकर जुगाड से जांच की जा रही है। कल्याण अस्पताल में जरूरी संसाधनों के नहीं आने से न्यूरो चिकित्सक तो छोडकर ही चले गए। जबकि कल्याण अस्पताल में सवा सौ से ज्यादा चिकित्सक है और रोजाना डेढ हजार से ज्यादा मरीजों का आउटडोर है।

यूं समझें परेशानी

मेडिकल कॉलेज के अधीन कल्याण अस्पताल में मरीजों को एंडोस्कोपी और इको कार्डियोग्राफी जैसी साधारण जांच की सुविधा नहीं मिल पा रही है। जबकि कल्याण अस्पताल के पास एंडोस्कोपी और इको कार्डियोग्राफी की मशीन उपलब्ध है। हार्ट और पेट संबंधी बीमारियों के मरीजों को मजबूरी में निजी अस्पतालों में या रेफर किया जा रहा है। कल्याण अस्पताल की मेडिसिन ओपीडी में करीब बीस प्रतिशत रोगियों की एंडोस्कोपी व इको कार्डियोग्राफी करवानी पड़ती है। इन साधारण जांच जांच के लिए एक मरीज को हजारों रुपए खर्च करने पड़ रहे हैं।

हार्ट रोगियों को मिलेगा जीवनदान

कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. प्रयास बधाला के अनुसार अस्पताल के ओपीडी में रोजाना औसतन हर बीसवें मरीज की इको जांच करने की जरूरत होती है। ऐसे में हार्ट संबंधी जांच के लिए मशीनों का होना बेहद जरूरी है। कैथ लैब शुरू होने पर हार्ट के मरीजों को राहत मिल सकेगी।

इनका कहना है

अस्पताल में मल्टी स्पेशिलिटी विंग के लिए मशीन व उपकरणों की खरीद राज्य स्तर पर पेंडिंग चल रही है। कुछ बेसिक मशीनों की खरीद आरएमआरएस के फंड के जरिए करवाने की स्वीकृति मिली है। इसके बाद जल्दी ही मरीजों को राहत मिलनी शुरू हो जाएगी।

डॉ. महेंद्र कुमार, अधीक्षक कल्याण मेडिकल कॉलेज

सीकर। किन्हीं कारणों से स्कूल नहीं जाने वाले विद्यार्थी अब अमरीका और इंग्लैंड की तर्ज पर घर बैठे भी पढ़ाई कर सकेंगे। शेखावाटी के सीकर एवं झुंझुनू में दो आभासी स्कूल शुरू हो जाएंगे। इन आभासी स्कूल में ऐसे बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे जो किन्हीं कारणों से स्कूल नहीं जा पाते या परिजन उन्हें स्कूल भेजने में सक्षम नहीं हैं। ऐसी बेटियों के लिए यह स्कूल उम्मीद की नई किरण साबित होंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट में इसकी घोषणा की थी। देश में सबसे पहले ऐसा स्कूल दिल्ली में शुरू हुआ था। ऐसी व्यवस्था कोचिंग स्टूडेंट्स करते रहे हैं, वे पढाई तो कोटा, जयपुर, सीकर जाकर कोचिंग में करते हैं, नाम के लिए डमी एडमिशन उनका दूसरे स्कूल में होता है।

यह भी पढ़ें- Heavy Rain: सावधान- 48 घंटों तक यहां होगी मूसलाधार बारिश, मानसून दिखाएगा अपना रौद्र रूप, बड़ा अलर्ट जारी


ऐसे स्टूडेंट भी अब आभासी स्कूल में प्रवेश ले सकेंगे। यहां फीस भी तुलनात्मक रूप से कम लगेगी। बच्चे अपने मोबाइल, टैब, लैपटॉप या कम्प्यूटर के माध्यम से घर बैठे पढाई कर सकेंगे। यहां से वे सवाल भी पूछ सकेंगे। किसी दिन नेट व बिजली की कमी के कारण किसी छात्र ने क्लास नहीं ली तो दूसरे दिन उनको उस दिन के रिकॉर्डेड वीडियो मिल जाएंगे। पढाई पूरी तरह से ऑनलाइन होगी, जबकि प्रायोगिक व लिखित परीक्षा के लिए स्कूल जाना पड़ेगा। यह स्कूल शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है। स्कूल में अभी नौवीं से बारहवीं तक पढाई होगी, बाद में बदलाव किया जाएगा।

यह भी पढ़ें- Good News: किसी भी वक्त सस्ता हो सकता है पेट्रोल और डीजल, जानिए क्या है इसका बड़ा कारण

स्कूल में केवल प्रायोगिक व लिखित परीक्षा देने के लिए आना पड़ेगा, जो पढाई सामान्य स्कूलों में होती है, वही पढ़ाई इन स्कूलों में ऑनलाइन होगी। दसवीं के बाद बालक तीनों संकाय के मनपसंद विषय चुन सकेंगे। बच्चों को ऐप दिया जाएगा, यहां पासवर्ड डालकर पढ़ाई कर सकेंगे। किसी दिन क्लास छूट गई तो दूसरे दिन उनको ऐप पर रिकॉर्डेड वीडियो व कंटेंट मिल जाएंगे। समग्र शिक्षा अभियान के एपीसी कमलेश कुमार तेतरवाल ने बताया कि झुंझुनू में इसी सत्र से नए जमाने का स्कूल शुरू हो जाएगा। सीकर में भी इसी प्रकार के एक स्कूल को मान्यता मिली है। यह स्कूल शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त है। जो बच्चे किन्हीं कारणों से स्कूल नहीं जा पाते ऐसे स्कूल उनके लिए उम्मीद की नई किरण साबित होंगे। विदेशों में पहले से ऐसे स्कूल चल रहे हैं।

सीकर. शिक्षा विभाग के सुरक्षित स्कूल, सुरक्षित राजस्थान अभियान के तहत मंगलवार को प्रधानजी का जाव में गुड टच, बैड टच को लेकर कार्यशाला का आयोजन हुआ। तीन चरणों में हुई कार्यशाला में मास्टर्स ट्रेनर्स ने 12 ब्लॉक के 1926 शिक्षकों को सुरक्षित व असुरक्षित स्पर्श के साथ स्कूल के माहौल को सुरक्षित रखने का प्रशिक्षण दिया। इस दौरान मास्टर्स ट्रेनर्स ने बताया कि बैड टच का शिकार लड़किया ही नहीं लडक़े भी हो सकते हैं। ऐसे में दोनों को ही इसकी जानकारी देने के साथ नो, गो और टेल का फॉर्मूला सिखाना चाहिए। यानी कोई व्यक्ति यदि उन्हें गलत ढंग से स्पर्श करे तो उन्हें जोर से 'नो' कहते हुए वहां से भाग जाना चाहिए। इसके बाद उसकी जानकारी किसी विश्वसनीय को बतानी चाहिए। कार्यक्रम में डीईओ शीशराम कुल्हरी, समसा एपीसी विक्रम सिंह शेखावत, एपीसी रामेश्वर सिंह बिजारणियां, पीओ रामसिंह शेखावत, रश्मि खन्ना, विश्वनाथ सिंह, राजेश पारीक, इंद्राज देवी, एसआरजी मंजू देवी, सरोज लोयल आदि मौजूद रहे।

यूं बताया गुड व बैड टच
प्रशिक्षण में बताया कि माता- पिता का स्नेहिल स्पर्श, बच्चों को नहलाते समय मां का स्पर्श, दोस्तों व परिवार में खुशियों के पल में स्पर्श, आशीर्वाद रूप में स्पर्श, शिक्षकों का शाबासी तथा चिकित्सकों का माता- पिता की उपस्थिति में स्पर्श गुड टच है। जबकि असहज करने वाला होठों, छाती, कूल्हे व प्राइवेट पार्ट का स्पर्श बैड टच है। जिसकी जानकारी शिक्षकों व अभिभावकों को बच्चों के सामने बार- बार दोहराते रहनी चाहिए।

26 को बनेगा रिकॉर्ड
अंचल के 12 ब्लॉक की सभी स्कूलों से एक- एक शिक्षक को वर्कशॉप में प्रशिक्षण दिया गया है। अब ये शिक्षक स्कूलों में बच्चों को 26 अगस्त को गुड व बैड टच का प्रशिक्षण देंगे। कक्षा एक से आठ तक के बच्चों को ये प्रशिक्षण सुबह आठ से 12 बजे तक एक साथ दिया जाकर सुरक्षित स्कूल, सुरक्षित राजस्थान अभियान के तहत अनूठा रिकॉर्ड बनाया जाएगा।
विक्रम सिंह शेखावत, कार्यवाहक एडीपीसी, समसा, सीकर।र्

सीकर. Weather Update: प्रदेश में मानसून के दोबारा सक्रिय होने के बावजूद शेखावाटी से बेरूखी बनी हुई है। बार-बार बदलते मौसम के कारण उसम और तपन सता रही है। मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल कुछ दिन शेखावाटी को मानसून की बारिश का इंतजार करना पड़ेगा। तापमान में उतार-चढ़ाव के कारण उमस सताएगी। मंगलवार रात सीकर जिले के कई इलाकों में अच्छी बारिश हुई। बारिश के कारण नमी बढ़ने से मौसम सुहाना रहा। मौसम विभाग ने तीन घंटे के लिए 10 जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है।

10 जिलों में येलो अलर्ट
मौसम विभाग ने शाम 6 बजे तक के लिए अजमेर, दौसा, सवाईमाधोपुर, अलवर, भरतपुर, धौलपुर, करौली, टोंक, बूंदी, भीलवाड़ा जिले में मेघगर्जन के साथ हल्की से मध्यम बारिश की सम्भावना जताई है।

यह भी पढ़ें : IMD RAIN ALERT: 24 घंटों में झमाझम बारिश के बाद यू टर्न लेगी मानसून की ट्रफ लाइन

 

बारिश की गतिविधियों में कमी
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि 24 अगस्त से मानसून ट्रफ लाइन पुनः हिमालय की तरफ शिफ्ट होने से राज्य के अधिकांश भागों में बारिश की गतिविधियों में कमी होगी।

यह भी पढ़ें : Weather News: मूसलाधार बारिश से खिले किसानों के चेहरे, आज इन 5 जिलों में भारी बारिश होने की संभावना

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at abhijeet990099@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.