>>: प्याज भंडारण के लिए क्रॉस वेंटिलेशन लकड़ी का घर बनाने पर किसानों को मिलेगा अनुदान...पढ़ें यह न्यूज

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मालाखेड़ा. लाल प्याज का बीज कण सुरक्षित रखने, हवादार बीज भंडारण बनाने वाले किसानों के लिए खुशखबर है कि उधान विभाग की ओर से बांस बल्ली के उपयोग से तीन खंडों में 30 फीट लंबा 20 फीट चौड़ा बीज भंडारण बनाने के लिए 87 हजार 500 का अनुदान अग्रणी किसान को दिया जाएगा। इसके लिए पत्रावली ई-मित्र पर किसान को ऑनलाइन करवानी होगी। उसकी हार्ड कॉपी उस क्षेत्र के कृषि पर्यवेक्षक या सुपरवाइजर के पास जमा करवाना जरूरी है।

अलवर जिले खैरथल क्षेत्र के अलावा मुख्य रूप से पंचायत समिति उमरैण पंचायत समिति मालाखेड़ा में किसानों की ओर से इन दिनों खेतों में लाल प्याज के बीज कण बोया हुआ है, जो 2 महीने में तैयार हो जाएगा। जिसे खेतों से उखाड़ कर किसान अपने बैठक या हॉल में रखकर पंखे चलाकर उसे 2 महीने तक सुरक्षित रखने की जुगत करता है। किसान की इस समस्या को हल करने के लिए उद्यान विभाग की ओर से कृत्रिम रूप से बांस बिल्लयों के सहयोग से बीज भंडारण के लिए अनुदान की व्यवस्था की गई है। बीज भंडारण गृह के निर्माण होने से किसान अपने घर में खुद रह सकेगा और प्याज के बीज को बाहर बनाए हुए भंडार गृह में सुरक्षित रख सकेगा।प्याज भंडारण के इस लकड़ियों के घर में करीब 25 मीट्रिक टन बीज सुरक्षित रखकर किसान संधारण कर सकेगा। उससे आर्थिक लाभ भी किसान को होगा और मोटी रकम प्याज का बीज बेचकर हासिल कर सकेगा।

उधान विभाग के अनुसार जिलेभर में करीब 16000 हैक्टेयर भूमि में प्याज की बुवाई होती है। प्याज की बुवाई बढ़े तथा बीज संरक्षित व सुरक्षित रहे, इसके लिए किसान को स्वयं के स्तर पर तीन खंड में प्याज के बीज भंडारण के लिए 87500 रुपए का अनुदान दिया जाएगा। इस भंडारण कक्ष का निर्माण बांस-बल्लियों के माध्यम से किसान अपने स्तर पर करवा सकेगा। इसके लिए पत्रावली ई-मित्र पर ऑनलाइन करवा कर हार्ड कॉपी कृषि पर्यवेक्षक के पास जमा करानी जरूरी है। उन्होंने बताया किसानों को कम लागत पर अच्छे किस्म का बीज भंडारण गृह बनाने के लिए दिए जा रहे अनुदान का लाभ किसान उठाने और अधिक से अधिक पत्रावली ऑनलाइन करवा कर हार्ड कॉपी जमा कराएं। यह प्याज भंडारण करीब 3 महीने तक क्रॉस वेंटीलेशन होने पर लाल प्याज का बीज सुरक्षित रहता है। विभाग की ओर से प्याज के बीज भंडारण का डेमो उपलब्ध है जो दिया गया है।

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फैक्ट फाइल

- जिलेभर में करीब 16000 हैक्टेयर भूमि में होती है प्याज की बुवाई ।
- बांस बल्ली के उपयोग से तीन खंडों में बनाना होगा 30 फीट लंबा 20 फीट चौड़ा बीज भंडारण
- किसानों को 87 हजार 500 रुपए का देय है अनुदान

- किसान को ई-मित्र पर ऑनलाइन करवानी होगी पत्रावली।
- 25 मीट्रिक टन बीज सुरक्षित रखकर किसान कर सकेगा संधारण

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बीज भंडारण के लिए अनुदान देय
उद्यान विभाग के उपनिदेशक लीलाराम जाट ने बताया कि अलवर जिले में करीब 16000 हैक्टेयर भूमि में प्याज की बुवाई होती है। प्याज की बुवाई बढ़े तथा बीज संरक्षित व सुरक्षित रहे, इसके लिए किसान स्वयं के स्तर पर तीन खंड में प्याज के बीज भंडारण के लिए 87500 रुपए का अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। इस भंडारण कक्ष का निर्माण बांस-बल्लियों के माध्यम से किसान अपने स्तर पर करवा सकेगा।

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