पुस्तकालयाध्यक्ष सहित अन्य पद हैं खाली
सार्वजनिक जिला पुस्तकालय का संचालन भाषा एवं पुस्तकालय विभाग की ओर से किया जा रहा है। यहां पर हजारों की संख्या में पुस्तकें रखी हुई हैं। प्रतिदिन ढाई सौ से ज्यादा युवा यहां पढ़ने के लिए आते हैं, लेकिन यहां न युवाओं के बैठने के लिए पर्याप्त फर्नीचर है और न ही पुस्तकें रखने के लिए। इतना ही नहीं इनकी देखभाल के लिए यहां मात्र एक कर्मचारी है। पुस्तकालय अध्यक्ष का पद पिछले एक साल से रिक्त है। सीसीटीवी कैमरे आज तक नहीं लग पाए हैं। ऐसे में यहां रखी पुस्तकों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं पर नजर रखना कर्मचारी के लिए मुश्किल होता है। पुस्तकें चोरी होने का डर हर समय\B बना रहता है। यहां पर लगाए गए सुरक्षा गार्ड को भी वित्तीय वर्ष खत्म होने पर हटा दिया गया है।
गर्मी में भी नहीं बदला समय
गर्मी में स्कूल, अस्पताल, कोर्ट, आंगनबाड़ी आदि का समय\B बदल दिया जाता है लेकिन पुस्तकालय का समय\B सालभर एक जैसा ही रहता हैं। पुस्तकालय प्रतिदिन सुबह 11 बजे से शाम 6 बजे तक खुलता है। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवा महेंद्र, रमन व संतोष ने बताया कि गर्मियों में पुस्तकालय का समय\B सुबह 10 बजे से करने की मांग की है। 11 बजे तक तेज धूप रहती है।