>>: राजस्थान : शिक्षा विभाग के इस आदेश को किसी भी डीईओ ने नहीं लिया गंभीरता से, अब होगी कार्रवाई

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School Mapping : कौन सा स्कूल किस जगह है और आबादी से स्कूलों की कितनी दूरी है। स्कूलों में क्या-क्या सुविधाएं उपलब्ध हैं। इन स्कूलों की भौगोलिक स्थिति जानने के लिए शिक्षा विभाग ने ज्योग्राफिकल इन्फॉर्मेशन सिस्टम (जीआइएस) अपडेट करने के लिए श्रीगंगानगर-अनूपगढ़ सहित प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को एक माह पहले जिम्मेदारी दी थी। इसमें प्रदेश के किसी भी डीईओ ने 50 प्रतिशत स्कूलों की ही मैपिंग नहीं की है। हालांकि जैसलमेर ने इस कार्य में रुचि दिखाई है।

राज्य में 65423 स्कूलों में से 5805 स्कूलों में यानी 8.87 प्रतिशत और श्रीगंगानगर जिले में 1939 स्कूलों में से 137 स्कूल यानि 7.07 प्रतिशत ही मैपिंग हो पाई है। प्रदेश में सिर्फ जैसलमेर जिला ही ऐसा है,जहां 43.42 प्रतिशत स्कूलों की मैपिंग की गई है। शिक्षा निदेशक आशीष मोदी ने इसको लेकर अब दुबारा निर्देश जारी करते हुए चेतावनी दी है कि अब अगर किसी सीडीईओ, डीईओ, सीबीईओ ने जीआइएस अपडेट करने में लापरवाही बरती तो उसके खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।

साथ ही निर्देशित किया है कि इस कार्य में व्यक्तिगत रुचि लेकर 31 अप्रेल 2024 तक मैपिंग का कार्य पूर्ण करना है। विभागीय मानदंडों के अनुसार, स्कूल की उपलब्धता,स्कूलों की बस्ती से दूरी की निगरानी, मौजूदा स्कूलों में विभिन्न सुविधाओं की उपलब्धता आदि सुनिश्चित करनी थी। इसके लिए सभी विद्यालयों के जीआइएस निर्देशांक अक्षांश एवं देशान्तर बिन्दू उपलब्ध होना आवश्यक है।

शाला दर्पण पोर्टल पर अधिकांश विद्यालयों के निर्देशांक स्कूल प्रोफाइल के अन्तर्गत प्रदर्शित हैं। इस सूचना को वास्तविक एवं त्रुटि रहित बनाने के लिए इनको अपडेटेशन करने के लिए विद्यालय लॉगिन पर विद्यालय टैब के अन्तर्गत एक मॉड्यूल प्रारंभ किया गया है। इस मॉड्यूल में विद्यालयों की सूचना दर्ज करनी थी।

फैक्ट फाइल
-श्रीगंगानगर जिले में 1939 स्कूल है, इनमें से 137 स्कूलों की मैपिंग हुई।

-2 फीसदी के आसपास भी रहा कई स्कूलों का प्रदर्शन

-43.42 फीसदी मैपिंग के साथ जैसलमेर रहा प्रदेश में अव्वल

-1.46 फीसदी मैपिंग के साथ बारां रहा सबसे नीचे

एक्सक्लूसिव

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