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Rajasthan Politics : राजस्थान के Ex DGP भगवान लाल सोनी की भी BJP में एंट्री, ज्वाइन होते ही कह डाली ये बड़ी बात Tuesday 09 April 2024 09:05 AM UTC+00 राजस्थान पुलिस के रिटायर्ड ऑफिसर भगवान लाल सोनी ने आखिरकार सक्रिय राजनीति में एंट्री ले ली है। जयपुर स्थित प्रदेश भाजपा मुख्यालय में आयोजित एक कार्यक्रम में उनका स्वागत किया गया और उन्हें पार्टी की सक्रिय सदस्यता दिलाई गई। ऐसे में अब बीएल सोनी भाजपा के कार्यकर्ता बन गए हैं। वे अब किस भूमिका में दिखेंगे, ये पार्टी तय करेगी। इन नेताओं की रही मौजूदगी ये लगाए थे पूर्व सरकार पर आरोप-- - ''पिछले 5 साल में करीब सारे पेपर लीक हुए विभिन्न बोर्ड में और लोक सेवा आयोग में सदस्य और उनके अधिकारी बार-बार पकड़े गए, लेकिन उन इन्वेस्टिगेशन को आगे नहीं बढ़ने दिया गया।'' - ''एक राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त व्यक्ति 8 लाख रुपए की रिश्वतखोरी में पकड़ा गया, जिसके मोबाइल में सदस्यों से हो रही संदिग्ध चैटिंग से भर्ती में घपले का सुराग मिल सकता था, और तो और उसके मोबाइल में ओएमआर शीट तक मिली थी, लेकिन उन इन्वेस्टिगेशन को आगे नहीं बढ़ने दिया गया।'' - ''पेपर लीक प्रकरणों को लेकर पूर्ववर्ती सरकार में मीटिंग ही नहीं होती थी। गृह मंत्री का चार्ज मुख्यमंत्री जी के पास था और उनका ज्यादातर समय नहीं मिलता था। वह मीटिंग करते नहीं थे और अगर मीटिंग होती थी तो उसमें उनकी पार्टी के एक वरिष्ठ नेता और एक केंद्रीय मंत्री महोदय को किसी फालतू में मामले में उलझाते थे, कोई भी सीरियस बात नहीं होती थी। मुख्यमंत्री महोदय ने कभी चर्चा में भाग नहीं लिया।'' - ''पेपर लीक प्रकरणों को तत्कालीन समय में विधानसभा में माननीय कटारिया साहब ने प्रभावशील तरीके से उठाया था और माननीय विधायकों ने भी सैंकड़ों प्रश्न पूछे थे। लेकिन एक भी प्रश्न का उत्तर तत्कालीन मुख्यमंत्री जी ने स्वयं नहीं दिया बल्कि किसी ऐवजी मंत्री ने दिया, जिससे इस गंभीर विषयों पर सरकार की प्रायोरिटी का अंदाज़ा लगाया जा सकता है।'' - ''पूर्ववर्ती सरकार में भर्ती से संबंधित बोर्ड और आयोग में ऐसे संदिग्ध लोगों को लगाया गया, जिससे कि पूरा राजस्थान शर्मसार है। पूरे देश में भ्रष्टतम आयोग के रूप में इसकी पहचान होने लगी है और तो और उनके अपने दल के एक आधिकारिक प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़े व्यक्ति को आयोग का सदस्य बनाया। ऐसे-ऐसे लोगों को आयोग का सदस्य बनाया जिनकी आमजन में संदिग्ध छवि है और उन्हें कोई संविदाकर्मी की भर्ती में भी नहीं रखे।'' - ''शीर्ष संस्थानों की दुर्गति पिछले सरकार में माननीय गहलोत साहब के समय पर उनके अपने निजी और राजनीतिक स्वार्थ के चलते खूब की गई। राजस्थान के लाखों युवा बद्दुआ दे रहे हैं। युवाओं के भविष्य से हो रहे खिलवाड़ को देखकर मैं अंदर से सिहर जाता हूं।''
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