>>: राजस्थान मेेंं फिर खुलेंगे बंद होटल, मोटल व यात्रिका

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सीकर. पर्यटन विभाग के लिए सफेद हाथी बन चुकी 47 होटल, मोटल व यात्रिका के दिन अब जल्द फिरने वाले है। लगातार घाटे की वजह से बंद होने वाली 33 इकाईयों को अब पर्यटन विभाग ने लीज पर देने की तैयारी कर ली है। पर्यटन राज्य मंत्री गोविन्द सिंह डोटासरा इस संबंध में विभाग के अधिकारियों की दो बैठक भी ले चुके हैं। सभी जिलों में पर्यटन विभाग की सम्पतियों की कुण्डली बनाने का काम भी शुरू हो गया है। यदि सब कुछ ठीक रहा तो अगले कुछ महीनों में कई वर्ष से बंद पड़ी इन होटल, मोटल व यात्रिका में भी अब पधारों म्हारे देश की धुन सुनाई देगी। संपतियों की लीज राशि में पारदर्शिता रखने के लिए सभी जिलों में संबंधित जिला कलक्टर सहित अन्य अधिकारियों की अध्यक्षता में कमेटी बनाई गई है। इधर, कोरोनाकाल की वजह से बेहद कठिन दौर से गुजरने वाले पर्यटन सेक्टर को 300 करोड़ रुपए से बूस्टर डोज भी मिलेगा। विभाग की ओर से लगभग 300 करोड़ रुपए विभाग की इकाईयों के संस्थागत ढ़ांचे को मजबूत करने सहित अन्य कार्यो पर खर्च होंगे। इसके अलावा 200 करोड़ रुपए की लागत से राजस्थान के पर्यटक स्थलों की ब्रॉडिंग की जाएगी, जिससे राजस्थान आने वाले पर्यटकों की संख्या में और इजाफा किया जा सके। हालांकि विभाग की ओर से 16 होटलों का संचालन सीधे अपने हाथ में रखा जाएगा।

किराए पर देना इसलिए मजबूरी
-50 करोड की कर्मचारियों के बकाया विभाग पर
-110 से अधिक कर्मचारी 2024 तक होंगे सेवानिवृत्त
-पुराना घाटा 450 करोड़ पार

पहले चरण में इनको दिया जाएगा लीज पर
पहले चरण में घाटे की वजह से बंद इकाइयों को लीज पर दिया जाएगा। इसमें चित्तौडगढ़ की जनता आवास, सिरोही की होटल पुर्जन, भीलवाड़ा की होटल भीलवाड़ा, हनुमानगढ़ होटल, नागौर की होटल कुरजा, बाड़मेर की होटल खड़ताल, अजमेर की होटल रॉयल ट्यूरिस्ट विजेल पुष्कर, चूरू की चिरमी, उदयपुर की होटल गवरी ऋषभदेव, बूंदी की होटल वृन्दावती, अजमेर की होटल पर्यटक गांव पुष्कर, झालावाड की होटल चन्द्रावती, होटल झुंझुनूू, जयपुर की होटल झील रामगढ़ शामिल है। इसके अलावा सीकर, दौसा, नागौर, जोधपुर, टोंक, धौलपुर, भरतपुर, भीलवाड़ा, जोधपुर, जयपुर, चूरू, राजसमंद व जैसलमेर के मिडवे को भी किराए पर देने की योजना है। वहीं झुुझुनूं जिले के कैफेटेरिया महेनसर, मण्डावा, तालवृक्ष अलवर, मेनाल चित्तौडगढ़, यात्रिका करौली, सालासर व नाथद्वारा को भी लीज पर दिए जाने की तैयारी है।

अगले चरण में इनको भी दिया जाएगा लीज
परयोजना के दूसरे चरण में इस तरह की इकाईयों को लीज पर दिया जाएगा जिनका संचालन तो हो रहा है लेकिन विभाग का घाटा बढ़ रहा है। इसमें होटल स्वागतम जयपुर, होटल तीज, होटल शिल्पी रणकपुर पाली, होटल पन्ना चित्तौडगढ़, होटल टाईगर डेन सरिस्का अलवर, होटल मीनल अलवर, होटल विनायक सवाईमाधोपुर, होटल पणिहारी पाली, होटल गबड़ी तालाब झालावाड़, होटल सारस भरतपुर, मोटल महवा, मिडवे बालोतरा बाड़मेर, मोटल रतनपुर डूंगरपुर शामिल है।

हर जिले में कलक्टर की अध्यक्षता में बनेगी कमेटी
बंद इकाईयों को लीज पद देने के लिए हर जिले में सात सदस्यीय कमेटी का गठन होगा। इसमें संबंधित जिले के जिला कलक्टर अध्यक्ष, राजस्थान पर्यटन विभाग के उच्चतम अधिकारी सदस्य, कोषाधिकारी की ओर से नामित अधिकारी, अधिशाषी अधिकारी स्थानीय निकाय, सार्वजनिक निर्माण विभाग अधिकारी व पर्यटन विकास निगम का मुख्यालय से नियुक्त अधिकारी कमेटी में सदस्य होगा।

अन्य विभागों के गेस्ट हाउस के लिए भी अब होगी पर्यटकों की बुकिंग
देश-दुनिया से आने वाले पर्यटकों को पर्यटन विभाग की ओर से जल्द नई सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। इसके तहत वन विभाग, बिजली निगम, सार्वजनिक निर्माण सहित अन्य विभागों के गेस्ट हाउसों के लिए भी अब पर्यटक बुकिंग करा सकेंगे।

एक क्लिक पर मिलेगी जानकारी
पर्यटन विभाग की ओर से अब पर्यटन स्थलों की ब्रॉडिंग के लिए 200 करोड़ से नई मुहिम शुरू की गई है। इसके तहत सभी जिलों के प्रमुख स्थलों की वीडियो शूटिंग होगी। इनके विभाग की साइट व संबंधित जिला प्रशासन की साइट से लिन्क किया जाएगा। इससे देश-दुनिया में बैठे पर्यटक राजस्थान के बारे में जानकारी ले सकेंगे।

अब घाटे से उबरेगी विभाग की होटल: पर्यटन मंत्री

यदि कोरोनाकाल को छोड़ दें तो हर साल राजस्थान आने वाले पर्यटकों की संख्या में इजाफा हो रहा है। पर्यटन विभाग के पास लगभग 100 होटल, मोटल, कैफेटेरिया व यात्रिका है। इनका बेहतर उपयोग करने के लिए अब पहले चरण में बंद इकायों को लीज पर देने की तैयारी की जा रही है। इससे इन संसाधनों का अच्छा उपयोग हो सकेगा और पर्यटकों को भी राहत मिलेगी।
गोविन्द सिंह डोटासरा, पर्यटन राज्य मंत्री

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