सुबह आंख खुली तो चारों ओर पानी ही पानी
पांच घंटे तक हुई लगातार बारिश
लक्ष्मीपुरा पुलिया की बही मिट्टी
नोताडा. क्षेत्र में रविवार का दिन राहत लेकर आया तो कई जगहों पर आफत भी नजर आई। शनिवार देर शाम से बारिश का दौर शुरू हुआ। रातभर रिमझिम बारिश होती रही। बाद में रविवार को तडक़े पांच बजे से चला तेज बारिश का दौर दोपहर साढ़े दस बजे जाकर थमा। जिससे खेतों में पानी भर गया। उधर, बारिश के बाद नोताड़ा के भैरूसागर, गणेशसागर तालाब लबालब हो गए। रघुनाथपुरा के ओर देहीखेड़ा सडक़ के किनारे खेत लबालब हो गए, जिन्हें किसानों को निकालना पड़ेगा। बाझरली के समीप रेलवे लाइन और कोटा दौसा मेगा हाइवे के बीच कालबेलिया बस्ती जलमग्न हो गई। नोताड़ा में माताजी मोहल्ले में सडक़ पर चार फीट पानी रहा और बस्ती में पानी घुस गया। वहीं बारिश में तेज बहाव से पानी आने के बाद लक्ष्मीपुरा गांव से पंचायत मुख्यालय आने वाली ग्रेवल सडक़ की पुलिया ओवरफ्लो होने से करीब दस फीट तक की मिट्टी बह गई। जिससे अब पंचायत मुख्यालय का सम्पर्क कट गया। बिजली रही गुल : बारिश से तडक़े चार बजे से बिजली गुल होने के 12 घंटे बाद शाम पांच बजे तक भी सुचारू नहीं हो पाई। जिससे लोग पानी को भी तरस गए।
आकोदा. क्षेत्र में रविवार को अलसुबह झमाझम बारिश हुई। इससे किसानों को थोड़ी राहत मिली। भंवर लाल चौहान ने बताया कि अभी खरीफ फसल की बुवाई भी नहीं की है। धान की रोपाई नहीं हो रही है। रविवार को हुई बारिश ने बरसात की उम्मीद जगाई है।
शुरू हुए झरने
देई. कस्बे सहित आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों में रविवार को बरसात हुई। बरसात शनिवार शाम से ही शुरू हुई जो रुक-रुक कर रविवार को भी जारी रही। इससे क्षेत्र के धुंधलेश्वर महादेव के झरने चलने लगे और कुंड पानी से लबालब हो गए। झरना गिरने पर आसपास के युवक महादेव के झरने पर पहुंचे व नहाने का लुत्फ उठाया। वहीं बरसात से किसानो के चेहरे खिल गए।
डाबी. बरड़ क्षेत्र में रविवार अलसुबह से ही काले घने बादल छाए रहे। लम्बे समय क्षेत्रवासी अच्छी बारिश को तरस रहे थे। गर्मी व उमस से परेशान क्षेत्रवासियों को सुबह से बने मौसम से कुछ आस बंधी। क्षेत्र में 7 बजे से दोपहर 2 बजे तक रुक रुक बारिश होती रही। वहीं दिनभर बादल छाए रहे। जिससे लोगों को उमस व गर्मी से राहत मिली।
दिन भर छाए बादल, फिर भी नहीं बरसे बदरा
हिण्डोली. जहां जिले में एक तरफ शनिवार रात से शुरू हुई बारिश रविवार दोपहर तक जारी रही। वहीं दूसरी ओर हिण्डोली क्षेत्र सूखा ही रहा। रविवार सुबह से आसमान में घने बादल छाए रहे लेकिन बारिश नहीं हुई। यहां पर बूंदाबांदी होकर रह गई।
पापड़ी रेलवे नाले में भरा पानी, पटरी से गुजर रहे लोग
बड़ाखेड़ा.लाखेरी. दिल्ली-मुम्बई रेलमार्ग के पापड़ी गांव के समीप अण्डरपास में बारिश का पानी भर गया। ऐसे में बड़ाखेड़ा, पापड़ी, जाडला, बसवाड़ा, पाली, काकरामेज, करीरिया, पीपल्दा थाग सहित आधा दर्जन गांवों के ग्रामीण रेलवे लाइन को पार करके गुजरना पड़ रहा है। पापड़ी गांव के पास रेलवे नाले के नीचे होकर निकल रहे रास्ते में बारिश का पानी भरने से ग्रामीणों को परेशानी उठानी पड़ रही है। ग्रामीणों ने बताया कि यह समस्या कई वर्षों से बनी हुई है।
कई बार इस समस्या को लेकर प्रशासन को भी अवगत करवाया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। जाडला निवासी गिरिराज मीणा, पापड़ी के रेवती लाल मीणा, उपसरपंच महावीर मीणा आदि ने बताया कि पानी भरने की वजह से लोग रेलवे लाइन की पटरी पार करके आते जाते हैं। इससे हादसे की आशंका बनी रहती है।