>>: Digest for July 04, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

गंगनहर में जुलाई माह का 2400 क्यूसेक शेयर---खखां हैड पर पानी मिल रहा 1400,दो दिन में 200 क्यूसेक पानी हुआ कम

-नेतेवाला हैड पर किसानों का धरना-प्रदर्शन व एक किसान बैठा क्रमिक अनशन पर

श्रीगंगानगर.गंगनहर में जुलाई माह का 2400 क्यूसेक सिंचाई पानी का शेयर है जबकि शुक्रवार शाम छह बजे खखां हैड पर 1400 क्यूसेक ही पानी मिल रहा था जबकि दो दिन में गंगनहर में 200 क्यूसेक पानी कम हो गया है। इस पानी में 350 क्यूसेक पानी तो पेयजल के लिए निर्धारित किया हुआ है। अब नहरों के लिए 1050 क्यूसेक सिंचाई पानी शेष बचा है। सिंचाई पानी कम होने से गंगनहर से जुड़ी कई नहरें प्रभावित हो रही है। वहीं,शुक्रवार को नेतेवाला हैड पर शेयर के अनुसार सिंचाई पानी की मांग को लेकर किसान दल के अध्यक्ष रघुवीर ताखर क्रमिश अनशन पर बैठ गए हैं। ताखर ने कहा कि यह क्रमिक अनशन व किसानों का धरना रात-दिन यूं ही चलेगा,जब तक गंगनहर में शेयर के अनुसार सिंचाई पानी पूरा नहीं दिया जाएगा।
उल्लेखनीय है कि पंजाब जल संसाधन विभाग ने जल संसाधन विभाग श्रीगंगानगर के अधीक्षण अभियंता को एक संदेश भेजकर सूचना दी है कि फिरोजपुर फीडर का दो-तीन जगह रख-रखाव करना है। इसलिए गंगनहर के निर्धारित शेयर 2400 क्यूसेक में से 400 क्यूसेक पानी चार दिन कम किया जाएग।

15 जून से नहीं मिल रहा पूरा पानी

गंगनहर में पंजाब 15 जून से शेयर के अनुसार सिंचाई पानी नहीं दे रहा है। पंजाब में धान की बुवाई चल रही है और आगे विधानसभा के चुनाव है। इस कारण विभाग पहले पंजाब के किसानों को पर्याप्त सिंचाई पानी दे रहा है। जबकि राजस्थान के किसानों के हिस्से के पानी में कटौती कर रहा है। जून में भी यह खेल चलता रहा और अब जुलाई में भी यह खेल चल रहा है। श्रीकरणुपर क्षेत्र के किसान नेता सतविंद्रपाल सिंह का कहना है कि गंगनहर में सिंचाई पानी नहीं मिलने से मूंग व ग्वार की बुवाई प्रभावित हो रही है तथा नरमा-कपास,गन्ना,हरा चारा व बागवानी की फसलों में पानी की बहुत ज्यादा आवश्यकता है जबकि पानी अब मिल नहीं रहा है।

किसानों का नेतेवाला हैड पर प्रदर्शन
गंगनहर में शेयर के अनुसार सिंचाई पानी की मांग को लेकर नेतेवाला हैड पर शुक्रवार सुबह 10 बजे के बाद किसानों ने धरना लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया। किसान दल का अध्यक्ष ताखर,किसान नेता सत्यनारायण ताखर,राजाराम पोटलिया,गांधी ताखर,देशराज,सुखजीत सिंह,शंकर मेघवाल,शिवचरण सिंह,इंद्रसैन,कृष्ण लाल,रूप सिंह,जगजीत सिंह सहित काफी संख्या में किसानों ने धरना लगाकर विरोध-प्रदर्शन किया।

तहसीलदार भी पहुंचे नेतेवाला हैड पर

सूचना मिलने पर चूनावढ़ थाना की पुलिस और श्रीगंगानगर तहसीलदार संजय अग्रवाल भी मौके पर पहुंचे और किसानों से बातचीत कर ज्ञापन लिया। किसानों का आरोप था कि पहले नहरबंदी की वजह से कॉटन की बुवाई कम हुई और शेयर के अनुसार सिंचाई पानी नहीं देकर किसानों को बर्बाद किया जा रहा है।

शाम को विभाग के अधिकारी पहुंचे धरना स्थल पर

नेतेवाला हैड पर चल रहे किसानों के धरना स्थल पर शुक्रवार शाम छह बजे जल संसाधन विभाग के अधिशासी अभियंता दक्षिण खंड के रघुवीर दास अरोड़ा व अधिशासी अभियंता रेग्यूलेशन खंड के मल्लूराम पहुंचे और किसानों से वार्ता कर धरना समाप्त करने का आग्रह किया। किसान आर्मी के गुरलाल बराड़ ने बताया कि शेयर के अनुसार किसानों को पूरा पानी नहीं मिल रहा है। जब तक पूरा पानी नहीं मिलेगा किसान धरना समाप्त नहीं करेंगे।

----------
रात्रि को भी किसानों का धरना

नेतेवाला हैड पर किसानों का धरना शुक्रवार रात्रि को भी जारी रहेगा। किसानों ने कहा कि विभाग के अधिकारी मि_ी गोली दे रहे है जबकि इनके पास सिंचाई पानी तो है नहीं।

फैक्ट फाइल
-गंगनहर में जुलाई माह का शेयर-2400 क्यूसेक

-गंगनहर में शुक्रवार शाम को खखां हैड पर पानी मिल रहा था-1400 क्यूसेक
-गंगनहर में सिंचाई पानी में पेयजल का पानी-350 क्यूसेक

-गंगनहर में दो दिन में सिंचाई पानी कम हुआ-200 क्यूसेक

—------------

गंगनहर में शेयर के अनुसार खखां हैड पर सिंचाई पानी पूरा नहीं किया जाएगा तब तक नेतेवाला हैड पर किसानों का धरना-प्रदर्शन चलेगा और मैं क्रमिक अनशन पर शुक्रवार से बैठ गया हूं।

रघुवीर ताखर,अध्यक्ष,किसान दल,श्रीगंगानगर।

—---—

पंजाब में फिरोजपुर फीडर पर दो-तीन जगह नहर की मरम्मत का कार्य किया जा रहा है। मौके पर देखने के लिए आया हूं और सोमवार सुबह तक नहर को दुरुस्त कर 400 क्यूसेक कम किया पानी मिलने लगेगा। नहर पर विभाग की टीम गस्त भी कर रही है।

धीरज चावला,अधीक्षण अभियंता,जल संसाधन विभाग,श्रीगंगानगर।

एन ब्लॉक में दो विद्युत पोल गिरे,गर्मी में पांच घंटे तक विद्युत सप्लाई रही बाधित

—शहरी व ग्रामीण क्षेत्र में विद्युत खपत बढ़ी,बार-बार विद्युत सप्लाई हो रही बाधित

श्रीगंगानगर.शहर के वार्ड नंबर 61 एन ब्लॉक पार्क में नगर परिषद के कार्मिक पेड़ों की छंगाई कर रहे थे। इस दौरान एक पेड़ तारों पर आकर गिर गया। इस कारण मौके पर दो विद्युत पोल गिर गए। इस कारण सुबह दस से अपरान्ह तीन बजे तक पांच घंटे एन ब्लॉक एरिया गोशाला रोड के आस-पास क ेक्षेत्र में विद्युत सप्लाई बाधित रही। अत्यधिक गर्मी में इस क्षेत्र में पांच घंटे तक विद्युत सप्लाई बाधित रहने से आम लोगों को खासी परेशानी हुई। पार्क में लगे पेड़ों की वजह से विद्युत लाइनों में अक्सर स्पार्किंग होती रहती थी। इस कारण नगर परिषद के कर्मचारी पेड़ों की छंगाई कर रहे थे।

विद्युत सप्लाई हो रही है बाधित
अत्यधिक गर्मी की वजह से शहरी व ग्रामीण अंचल में अब बार-बार विद्युत सप्लाई बाधित हो रही है। इस कारण लोगों को गर्मी के मौसम में खासी परेशानी से दो-चार होना पड़ा रहा है। तापमापी पारा बढऩे के साथ ही विद्युत की खपत इन दिनों बढऩे लगी है। हालांकि विद्युत की खपत पिछले वर्ष की तुलना में अपेक्षाकृत कम है। लेकिन अब गर्मी बढऩे पर विद्युत की खपत बढऩे लगी है। विद्युत सप्लाई बाधित होने से जलापूर्ति भी प्रभावित होती है।

—---—

शहर के एन ब्लॉक एरिया में सुबह दस बजे दो विद्युत पोल गिर गए थे। इस कारण इस क्षेत्र में पांच घंटे तक विद्युत सप्लाई बाधित रही। अपरान्ह तीन बजे इस क्षेत्र में विद्युत सप्लाई बहाल कर दी गई।

वीआइ परिहार,अधिशासी अभियंता (शहर)जोधपुर डिस्कॉम,श्रीगंगानगर।

श्रीगंगानगर. जवाहरनगर थाना इलाके में सुखाडिया नगर के सेक्टर में कार में आए चार युवकों की ओर से व्यापारी के घर के बाहर फायरिंग के मामले में 2.8 करोड़ की लेनदारी के आरोपी भालू उर्फ अजय को पुलिस ने शुक्रवार शाम को गिरफ्तार कर लिया। जिसको शनिवार को अदालत में पेश कर पांच जुलाई तक रिमांड पर लिया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। वहीं आरोपी धोलू की तलाश की जा रही है।


थाना प्रभारी फूलचंद शर्मा ने बताया कि वारदात के मुख्य आरोपी गली नंबर चार चक तीन ई छोटी निवासी अजय उर्फ भालू पुत्र कृष्णलाल को शुक्रवार शाम को थाना प्रभारी फूलचंद शर्मा मय टीम ने गिरफ्तार किया है। पूछताछ के दौरान सामने आया था कि आरोपी अजय उर्फ भालू ने अरूण जैन पर फायरिंग कराने के लिए निशान्त बजाज के मार्फत राम मेहर उर्फ धोलू चौधरी गैंगस्टर से सम्पर्क किया और दो करोङ आठ लाख रुपए वसूल करवाने पर 40 प्रतिशत राशि धोलू चौधरी को देना तय हुआ था।

इस काम को अंजाम तक पहुंचाने के लिए अजय उर्फ भालू ने जी ब्लॉक भगतसिंह पार्क के पास रहने वाले निशांत बजाज पुत्र श्यामलाल के मार्फत धोलू चौधरी को 2 लाख रुपए टोकन मनी दी थी। आरोपी अजय को शनिवार को अदालत में पेश कर पांच जुलाई तक रिमांड पर लिया गया है। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है। वहीं गैंगस्टर धोलू की तलाश की जा रही है।


ये था मामला
25 जून की सुबह सुखाडिया नगर सेक्टर एक में कार सफेद रंग की कार में चार युवक आए थे और वे गली में फायरिंग करते हुए निकल गए। उन्होंने एक जगह कार रोककर भी फायर किए। पुलिस ने यहां सडक़ से करीब आठ-नौ कारतूस के खोल बरामद किए थे। वहीं इलाके में सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए तो एक कार में युवक फायरिंग करते हुए दिखाई दिए।

हरियाणा हिसार के एक गैंगस्टर धोलू चौधरी ने फेसबुक लाइव कर घटना की जिम्मेदारी ली थी और सेक्टर एक में व्यापारी अरुण जैन से अजय नाम का व्यक्ति 2 करोड़ 8 लाख रुपए मांगता है। वह जल्द लौटाने की बात कहते हुए गोली मारने की धमकी दी है। इस संबंध में सुखाडिया नगर निवासी अरुण जैन की ओर से अजय उर्फ भोलू, धोलू चौधरी व अज्ञात के खिलाफ जान से मारने की नीयत से फायर करने, धमकी देने, साजिश रचने का मामला दर्ज कराया था।

श्रीगंगानगर. दूसरी लहर पूरी तरह निपटी नहीं कि अब तीसरी लहर की चिंता सताने लगी है। इसको देखते हुए चिकित्सा निदेशालय की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई है। इसके लिए प्रदेश से जिले के लिए 345 ऑक्सीजन कंस्ट्रेक्टर भेजे गए हैं। वहीं चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों को लगातार ट्रेनिंग दी जा रहा है।


तीसरी लहर का इतना खतरा बढ़ता जा रहा है कि सरकार व चिकित्सा विभाग ने युद्ध स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है। इसके लिए जयपुर से दो बार टीमें यहां राजकीय चिकित्सालय का दौरा कर चुकी हैं और यहां वार्डों, संसाधनों की स्थिति देख चुकी है। वहीं अब लगातार राजकीय चिकित्सालय के चिकित्सकों व नर्सिंगकर्मियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।

इसके साथ ही चिकित्सालयों में जिन संसाधनों की कमी है या तीसरी लहर के मरीजों की संख्या बढऩे पर संसाधनों की आवश्यकता पड़ सकती है, वे यहां भेजे जा रहे हैं। जिसमें दवाएं, उपकरण और ऑक्सीजन कंस्ट्रेक्टर शामिल है। हाल ही में सीएमएचओ कार्यालय में चिकित्सा विभाग जयपुर की ओर से 345 ऑक्सीजन कंस्ट्रेक्टर भेजे गए हैं।


अस्पताल में वर्चुअल चल रही ट्रेनिंग
- राजकीय चिकित्सालय में चिकित्सकों व नर्सिंग स्टाफ को एसएमएस हॉस्पिटल के वरिष्ठ चिकित्सकों की ओर से वर्चुअल ट्रेनिंग दी जा रही है। वहां चिकित्सक इलाज के दौरान का वीडिया बनाकर यहां भेज रहे हैं और ऑनलाइन बता भी रहे हैं। जिसमें ऑक्सीजन थैरेपी, वेंटीलेटर, बायपैप सहित अन्य जानकारियां दी जा रही है।

इससे आने वाले समय में चिकित्सकों को इलाज के समय काम आएंगी। वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में इलाज किया जाएगा। वहीं जयपुर से चिकित्सकों की टीमें दो बार राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर व सूरतगढ़ चिकित्सक का दौरा कर चुकी हैं। जहां वे तीसरी लहर से निपटने के लिए संसाधनों, स्टाफ, चिकित्सक आदि की जानकारी लेकर गई हैं। वहीं जो संसाधन कम उनकी जल्द आपूर्ति की जाएगी।


एक माह पहले बना दिया वार्ड
- तीसरी लहर की आंशका बच्चों में आने की संभावना जताई जा रही है। इसके चलते करीब एक माह पहले राजकीय चिकित्सालय में एक वार्ड आरक्षित कर दिया गया है। जिसमें करीब 22 बेड की व्यवस्था कर दी गई थी। वहीं आईसीयू व अन्य संसाधन जुटाए जा रहे हैं। जिससे वक्त पडऩे पर तत्काल काम में लिया जा सके।


इनका कहना है
-कोरोना की संभावित तीसरी लहर को देखते हुए सरकार व चिकित्सा विभाग सचेत है और प्रत्येक जिले में संसाधन व दवाएं आदि भेजे जा रहे हैं। जिले को हाल ही में 345 ऑक्सीजन कंस्टे्रक्टर मिले हैं। जिनको जिले की सीएचसी, पीएचसी पर भेजा जाएगा। विभाग पूरी तैयारियों में जुटा है।
डॉ. गिरधारीलाल मेहरडा, सीएमएचओ श्रीगंगानगर


- कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के चलते जयपुर से दो टीमें अस्पताल का दौरा कर चुकी है और अब चिकित्सकों व स्टाफ की ऑनलाइन टे्रनिंग चल रही है। एसएमएस अस्पताल के चिकित्सक ट्रेनिंग दे रहे हैं।
- डॉ. बलदेव सिंह, पीएमओ राजकीय चिकित्सालय श्रीगंगानगर

श्रीगंगानगर. चूनावढ़ पुलिस की ओर से डकैती का षड्यंत्र रचते हथियारों सहित गिरफ्तार बाबा माफिया ग्रुप का मुख्य सरगना सहित तीन आरोपियों को अदालत में पेश कर चार जुलाई तक रिमांड पर लिया था। इनसे पूछताछ के बाद पुलिस ने गैंग को कारतूस बेचने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जिनको शनिवार को अदालत में पेश किया, जहां से उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया। पुलिस इस मामले में मौके से फरार हुए इनके दो साथियों व हथियार सप्लाई करने वालों की तलाश कर रही है।


सीओ ग्रामीण भंवरलाल ने बतााय कि 29 जून की रात को मुखबिर से बदमाशों के आने व किसी बैंक में डकैती की वारदात करने की सूचना के बाद 19 जीजी चौराहे पर बेरिकेट्स के साथ नाकाबंदी की गई। स्कोर्पियो को रुकने को टार्च आदि से इशारा लेकिन स्कार्पियो तेज गति में बेरिकेट्स को टक्कर मारकर श्रीगंगानगर रोड पर भगा लिया। इस पर पुलिस ने जीप से पीछा किया। महियांवाली की तरफ तेज गति से भगाकर ले जाने लगा तो अनियंत्रित होकर खेजडी के पेड से टकरा गई थी। स्कोर्पियो से 5 जने उतरकर अंधेरे का फायदा उठाते हुए खेतों की ओर भागने लगे।


पीछा कर पुलिस ने मकान नंबर 9 गली एक ब्रह्म कॉलोनी बसंती चौक के पास निवासी लखवीर सिह उर्फ लखा उर्फ बबलू पुत्र धमेन्द्र सिंह, ढीगावाली जाटान निवासी प्रदीप सिंह उर्फ दीपू पुत्र गुलाब सिंह को काबू कर लिया। दोनों आरोपियों ने प्रारम्भिक पूछताछ में अपने साथ स्कोर्पियो में ढीगावाली जाटान निवासी राणा उर्फ कुलजीत सिंह पुत्र गुलाब सिंह, जग्गा उर्फ जगजीत सिंह पुत्र छिन्दा सिंह व जग्गा का दोस्त दुल्लापुर कैरी निवासी दीप ओड बताए व जिनके पास काफी मात्रा में अवैध हथियार भी होने बताए। स्कोर्पियो में 7 जिन्दा कारतूस मिले।

तीन जने वहां से फरार हो गए। जिसकी खेतों में तलाश की गई। बाद में राणा उर्फ कुलजीत सिंह को गांव ढींगावाली जाटान में बलौर सिंह के घर से गिरफ्तार किया था। उसके बैग में तीन देशी कट्टे 12 बोर व एक अवैध बंदूक 315 बोर तथा काले रंग के रेंगजीन बैल्ट में 12 बोर के 22 जिन्दा कारतूस बरामद हुए। तीनों आरोपियों को गुरुवार को अदालत में पेश किया, जहां से उनको 4 जुलाई तक के लिए रिमांड पर लिया है।

इनसे पूछताछ के बाद कारतूस सप्लाई करने के मामले में शुक्रवार रात को आरोपी लोहारा गजसिंहपुर निवासी गुरजंट सिंह उर्फ गुरजिन्द्र सिंह व बादल पुत्र लखविन्द्र सिंह को गिरफ्तार किया गया। दोनों को शनिवार को अदालत में पेश किया, जहां उन्हें न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया गया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी बादल के पिता के नाम लाइसेंसी बंदूक है, जिसके कारतूस मिलते हैं। इन कारतूसों को चोरी कर गुरजंट सिंह व इसके बाद आरोपी राणा को बचे दिए थे।

श्रीगंगानगर. इलाके में आवारा श्वानों की समस्या लगातार बढ़ रही है। हर साल बीस हजार औसतन लोग डॉग्स बाइट के शिकार हो रहे है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने सरकारी हॉस्पीटल में उपचार कराने वाले लोगों का आंकड़ा जारी किया है।

जबकि प्राइवेट हॉस्पीटल में उपचार कराने वाले लोगों का आंकड़ा उपलब्ध नहीं है। आवारा श्वानों की नसबंदी पर कानूनी अड़चन होने के कारण जिला प्रशासन और नगर परिषद प्रशासन ने नसबंदी योजना की फाइल को खोलना उचित नहीं समझा।

वहीं आवारा श्वानों की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इस साल के छह माह में ही दस हजार से अधिक लोग आवारा श्वानों के काटने से घायल हो चुके है। करीब डेढ़ दशक से आवारा श्वानों की नसबंदी कराने की योजना के लिए नगर परिषद प्रशासन की ओर से सिफज़् चचाज़् ही हुई।

परिषद बोडज़् की बैठक में पाषज़्दों के प्रस्तावों पर नसबंदी कराने के लिए एक एनजीओ को अधिकृत भी किया लेकिन यह योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। पिछले साल तत्कलीन आयुक्त प्रियंका बुडानिया ने इस योजना को शुरू करने के लिए बजट का भी प्रावधान रखा लेकिन कानूनी अड़चन से यह योजना फिर अटक गई।
शहर के 65 वाडोज़् में आवारा श्वानों की संख्या लगतार बढ़ रही है। हर वाडज़् में औसतन दस आवारा श्वान की संख्या लगाई जाएं तो यह आंकड़ा साढ़े छह हजार बनता है।

इसे रोकने के लिए अफसरों ने चुप्पी साध ली है। यही कारण है कि आवारा श्वानों से निजात दिलाने के लिए पाषज़्दों की शिकायतों पर भी कारज़्वाई नहीं होती।

वाडज़् 54 के पाषज़्द लोकेश स्याग का कहना है कि अशोकनगर बी और छजगिरिया मोहल्ले में आवारा श्वानों की समस्या अधिक है। इन श्वानों के काटने की कई बार घटनाएं हो चुकी है।

लेकिन कानूनी अड़चन बताकर नगर परिषद प्रशासन कारज़्वाई नहीं कर रहा है।

ज्ञात रहे कि पिछले साल सूरतगढ़ क्षेत्र उदयपुर गोदरान गांव की सूयज़् गौशाला में हिंसक श्वानों के बार बार हमले के कारण वहां कई गौवंश की मृत्यु हो गई थी, इस गौशाला में निगरानी के लिए वहां तैनात चौकीदार आवारा श्वानों के हमले से तंग आकर नौकरी छोड़कर चला गया था।

वहीं दो साल पहले यहां पुरानी आबादी वाडज़् 10 में पूवज़् पाषज़्द नीतू माटा के बच्चे पर दो श्वानों ने हमला कर दिया था। इस घटना के बाद माटा ने इलाके में लगातार बढ़ रही श्वानों की संख्या से निजात दिलाने की गुहार की थी। लेकिन नगर परिषद ने कारज़्वाई नहीं की।
दरअसल, सुप्रीम कोटज़् का आदेश है कि आवारा कुत्तों को पकड़कर रखना या उसे नुकसान पहुंचाना अपराध है। आवारा श्वानों की नसबंदी के बाद उसी स्थान पर छोडऩा अनिवायज़् है, जहां से उसे पकड़ा था।

वहीं पशु क्रूरता करने पर भी पुलिस संबंधित व्यक्ति या संस्था के खिलाफ कारज़्वाई कर सकती है। पिछले साल ब्लॉक एरिया के एक पाषज़्द के खिलाफ कोतवाली मं श्वान को पीटने के आरोप में मोहल्लेवासियों की शिकायत पर एफआईआर दजज़् हुई थी।

वहीं वैलकम विहार कॉलोनी में आवारा श्वानों पर अत्याचार करने की शिकायतो को लेकर लोगों ने वीडियो वायरल किए थे। इन घटनाओं के बाद नगर परिषद प्रशासन बैकफुट पर आ गया था।
इस बीच, डॉग बाइट के शिकार मामले में हमारा जिला श्रीगंगानगर पूरे बीकानेर संभाग में टॉप पर है।

हर साल बीस हजार से अधिक डॉग बाइट की घटनाएं होती है। जबकि बीकानेर, चूरू और हनुमानगढ़ में यह आंकड़ा कम है। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक वषज़् 2019 में करीब 22 हजार डॉग बाइट के मामले आए थे।

वहीं वषज़् 2020 में कोरोना के कारण लॉक डाउन होने के बावजूद 20 हजार 300 लोग डॉग बाइट के शिकार हुए। इस साल एक जनवरी से लेकर 30 जून तक 10 हजार 286 लोग डॉग बाइट के शिकार हुए है।

श्री्रगंगानगर. राजस्थान उच्च न्यायालय एव जिला न्यायालयों में ड्राइवर पदों पर सीधी भर्ती परीक्षा 2020 में सामान्य वर्ग की कटऑफ आरक्षित वर्ग से कम जारी किए जाने के मामले में आरक्षण के नियमों का पालन नहीं किए जाने के विरुद्ध दायर की गई रिट याचिकाओं में सुनवाई करते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय प्रशासन (रजिस्ट्रार जनरल) और (रजिस्ट्रार परीक्षा) को नोटिस जारी करते हुए 20 जुलाई तक जवाब पेश करने के आदेश जारी किए है।

उच्च न्यायालय में पक्का सारणा निवासी रामजी लाल वर्मा और सुभाष ने याचिका दायर की। अधिवक्ता इंद्रजीत यादव ने बताया कि 22 जुलाई 2020 को उच्च न्यायालय और जिला न्यायालयों में वाहन चालक के रिक्त पदों के लिए प्रतियोगी परीक्षा विज्ञप्ति जारी कर आवेदन मांगे।

इन दोनेां ने ड्राइवर पदों के लिए अन्य पिछड़ा वर्ग से आवेदन किया था जिसके लिए उच्च न्यायालय प्रशासन ने 23 जनवरी 2021 को लिखित परीक्षा आयोजित की।लिखित परीक्षा का परिणाम 27 फरवरी 2021 को राजस्थान उच्च न्यायालय द्वारा जारी किया गया और सामान्य श्रेणी सहित सभी आरक्षित वर्गो की कटऑफ भी परिणाम के साथ जारी की गई।

जिसमें सामान्य वर्गकी कटऑफ 68 और अन्य पिछड़ा वगज़् की कटऑफ 76 जारी की गई और प्राथिज़्गणों को उक्त परिणाम सूची में शामिल नहीं किया गया जबकि याचिकाकर्ताओं ने उच्च न्यायालय द्वारा जारी उतरकुंजी और प्रश्न पत्र की जांच में पाया की उनके लिखित परीक्षा के अंक उनकी आरक्षित वर्ग की कटऑफ से कम है लेकिन सामान्य वर्ग की कटऑफ से अधिक है.

बावजूद इसके सामान्य वर्ग के कम अंक के अभ्यार्थियों को चयन सूची में शामिल किया गया है। इन दोनो ने व्यक्तिगत स्तर पर प्रशासन से इस मामले में संपर्क किया गया लेकिन किसी भी तरह के सुधार नहीं होने परउच्च न्यायालय में प्राथिज़्गणों ने याचिका दायर की।

यादव का कहना था कि आरक्षण के नियमों के अनुसार आरक्षित वगज़् की कटऑफ सामान्य वगज़् की कटऑफ से अधिक जारी नहीं की जा सकती है.

.उच्चतम न्यायालय के इंद्रा साहनी मामले में भी यह तय किया जा चुका है की यदि आरक्षित वर्ग का अभ्यार्थी सामान्य वर्ग की कटऑफ से अधिक अंक प्राप्त करता है तो उसका चयन सामान्य वगज़् में किया जाएगा लेकिन उच्च न्यायालय ने उक्त भर्ती परीक्षा में न ही आरक्षण नियमों का पालन किया है और न ही उच्चतम न्यायालय के निर्णयों को लागू किया है।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at abhijeet990099@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.