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यूडीएच मंत्री नाराज हुए तो बोले, चार-पांच इंजीनियर को सस्पेंड कर बाहर भेज देंगे Sunday 04 July 2021 06:00 AM UTC+00 कोटा. कोटा में चल रहे विकास कार्यों का निरीक्षण करते समय नगरीय विकास मंत्री शांति धारीवाल ने ठेकेदार फर्म और नगर विकास न्यास के अभियंताओं पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, चार-पांच लापरवाह इंजीनियर को कोटा से बाहर भेजा जाएगा। इस तरह देरी की तो सस्पेंड करके श्रीगंगानगर भेज देंगे। मंत्री ने यह भी कहा कि ठेकेदारों की भाषा क्यों बोल रहे हैं। वहीं न्यास सचिव राजेश जोशी से कहा, लापरवाह अभियंताओं की सूची तैयार करो। विकास कार्यों की गुणवत्ता एवं समयबद्धता में किसी प्रकार की ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। ठेकेदार फर्म पर भी जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाएगी। धारीवाल ने एमबीएस व जेके लोन अस्पताल में निर्माणाधीन नवीन ओपीडी, ऑक्सीजन पार्क, सिटी मॉल के सामने एलीवेटेड रोड तथा जयपुर गोल्डन के पास पार्किंग स्थल के कार्य में निर्धारित समय में देरी पर नाराजगी व्यक्त जताई। उन्होंने कहा कि कार्यों को गति देने के लिए श्रमिकों व मशीनरी की संख्या बढ़ाएं। नीकू-पीकू वार्ड का काम 31 अगस्त तक पूरा करें सीवी गार्डन में मिलेगी विश्व स्तरीय सुविधाएं अंडरपास में पानी निकासी की व्यवस्था पुख्ता हो गुमानपुरा तिराहे को देंगे नया लुक खेल सुविधाओं का विकास होगा |
शिकायतों का निस्तारण करने में कोताही बरत रहे अफसर Sunday 04 July 2021 06:25 AM UTC+00 कोटा. राज्य सरकार की ओर से समस्याओं के निस्तारण के लिए राजस्थान संपर्क पोर्टल पर ऑनलाइन शिकायतें दर्ज कराने की सुविधा उपलब्ध है। इसकी निगरानी मुख्यमंत्री के स्तर तक से होती है, लेकिन इसके बाद भी कई विभाग शिकायतों का निस्तारण करने में कोताही बरत रहे हैं। सरकार चाहे भाजपा की रही हो या कांग्रेस की जनता से जुड़े विभागों में जनता की सुनवाई नहीं हुई। राजस्थान पर संपर्क पर शिकायतें 1 जनवरी 2014 से दर्ज होना शुरू हुई है। सात साल में कई अधिकारी भी बदल गए, लेकिन हालत जस के तस रहे। पोर्टल के रेकॉर्ड के अनुसार जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी, नगर विकास न्यास, नगर निगम, राजस्व और पंचायतीराज विभागों से लोग सबसे ज्यादा परेशान हैं। लोगों की ओर से शिकायत दर्ज कराने के बाद भी इन विभागों से राहत नहीं मिल रही है। जब से राजस्थान सपंर्क पोर्टल शुरू हुआ तब से कोटा जिले से अब तक 206174 शिकायतें दर्ज हुई हैं और इनमें से 202339 शिकायतों का निस्तारण किया जा चुका है। करीब 3814 शिकायतें अभी लंबित हैं। पानी, बिजली, सडक़, सामाजिक न्याय, सहकारिता, महिला एवं बाल विकास और शिक्षा से जुड़ी समस्याओं को लेकर लोग भटक रहे हैं। पटवरियों ने अतिरिक्त कार्य का बहष्कार कर रखा और ऑनलाइन शिकायतों में राजस्व से जुड़ी शिकायतों की भरमार है। कोटा जिले की 308 शिकायतें स्टेट नोडल अधिकारी और 58 शिकायतें सीएमओ तक पहुंच जाने के बाद भी लंबित हैं। जब से संपर्क पोर्टल शुरू हुआ है तब से अब तक कोटा कलक्ट्री कार्यालय से जुड़ी 16 हजार 909 शिकायतें दर्ज हुई और सभी का निस्तारण किया जा चुका है। पोर्टल पर कोई शिकायत लंबित नहीं है। इसकी तरह सामान्य प्रशासन से जुड़ी शिकायत भी लंबित नहीं है। किस विभाग में कितनी शिकायतें लंबित राजस्थान संपर्क पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का निस्तारण करने की प्रक्रिया की निगरानी की जाती है। जो लंबित प्रकरण हैं उनका निस्तारण जल्द करने का प्रयास किया जाएगा। लापरवाही करने पर जिम्मेदारी तय की जाएगी। |
ये कैसी तहसील, यहां अव्यस्थाओं से होता स्वागत Sunday 04 July 2021 06:53 AM UTC+00 कोटा. संभाग मुख्यालय पर स्थित लाडपुरा तहसील कार्यालय अव्यवस्थाओं का शिकार है। यहां तहसीलदार और नायब तहसीलदार के कक्ष के सामने हॉल में अव्यवस्थाएं नजर आती हैं। यहां टूटा फर्नीचर रखा है और नायब तहसीलदार के कक्ष के गेट के पास तक हॉल में ही दुपहिया वाहन तक खड़े रहते हैं। यहां आने वाले लोगों को बैठने की सुविधा नहीं है। जो फर्नीचर है वह सही हालत में नहीं है। तहसील के बाहर लगे वाटरकूलर से पानी रिसता और वहां एकत्र हो रहा है, इससे शैवाल तक उत्पन्न हो गई है। जब संवाददाता पहुंचा तो यहां अपनी समस्या को लेकर आए सांवरा गोचर ने बताया कि वे दोपहर 12 बजे से यहां भू अभिलेख निरीक्षक का इंतजार कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि न्यायालय के आदेश के बाद भी उनके खेतों के रास्ते से अतिक्रमण नहीं हट पा रहा है। तहसीलदार ने आदेश दिए हैं कर दिए, लेकिन यहां के कार्मिक तिथि तय नहीं कर रहे हैं, वे कह भू अभिलेख निरीक्षक आएंगे तब बैठकर बात करेंगे, अभी तक तो आए नहीं, पता नहीं कब आएंगे। उनके साथ आए रमेशचंद मेघवाल ने कहा, करीब तीन साल से वे रास्ता खुलवाने के लिए प्रयास कर रहे हैं। गत 30 जून को तहसील का दस्ता मौके पर गया, लेकिन विवाद की आंशका के कारण अतिक्रमण नहीं हटाया। उस समय कहा कि पुलिस बल के साथ कार्रवाई करेंगे, लेकिन तहसील में सुनवाई नहीं हो रही है। न्यायालय के आदेश की पालना भी नहीं की जा रही है। इस काम में तहसीलदार ने सहयोग करते हुए अतिक्रमण हटाने के आदेश दे दिए, लेकिन अब नीचे के कर्मचारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। |
कोविड से जंग लड़ते हुए वैगनों की सेहत रखी बेहतर Sunday 04 July 2021 07:02 AM UTC+00 कोटा. रेलवे के माल डिब्बा कारखाना कोटा ने गत जून 2021 में 60 वर्षों के इतिहास में किसी एक माह में उत्पादित वैगनों की अधिकतम संख्या का रेकॉर्ड बनाते हुए 655 वैगन निकाले हैं। इसके पूर्व यह रेकॉर्ड 654 वैगन एक माह में था। जून माह में कोविड-19 के चलते कारखाने को ऑक्सीजन की आपूर्ति बाधित रही। कारखाने के बहुत से कर्मचारी कोविड-19 से ग्रसित होकर बीमार भी रहें, कई की मृत्यु भी हो गई। इसके बाद भी कारखाने ने आपदा को एक अवसर के रूप में लिया गया। ऑक्सीजन की उपलब्धता कम होने के कारण उसका निदान निकालते हुए कारखाने ने प्लाजमा आर्क कटिंग मशीनों, कटिंग इलेक्ट्रोड एवं एलपीजी टॉर्च का प्रयोग कोरोजन रिपेयर में हर स्थान पर किया गया। इसमें 322 वैगन टैंक वैगन श्रेणी के ऑवरहॉल किए गए। यह भी किसी एक माह में इस श्रेणी के निकाले गए अधिकतम वैगन हैं। इसके कारण रेलवे को पेट्रोलियम पदार्थों एवं एलपीजी गैसों की सुचारू उपलब्धता सुनिश्चित करने में सहायता मिली है। क्योंकि लॉकडाउन एवं अन्य यातायात सम्बंधी प्रतिबंधों के कारण इनका सडक़ मार्ग से परिवहन प्रभावित हो रहा था। वहीं केवल कोटा में ही इस तरह के वैगनों का रखाव रखाव होता है। इसके अलावा कारखाने बॉबी-एन वैगन का एक पूरा 59 वैगनों का रेक इस माह ऑवरहॉल किया गया। जिसके चलते रेलवे को मानसून के दौरान किए जाने वाले अनुरक्षण एवं रेल सामग्री को भण्डारण करने में सहायता मिलेगी। मुख्य कारखाना प्रबंधक मनीष कुमार गुप्ता, उप मुख्य यांत्रिक इंजीनियर सोहन सिंह परमार एवं सहायक कारखाना प्रबन्धक विशाल कुमार गुप्ता ने कर्मचारियों का उत्साह बढ़ाया। कोविड में वैगनों के रख रखाव में पर्यवेक्षक बजरंग लाल मीना, संजय दाधीच एवं प्रद्युम्न की भूमिका सराहनीय रही है। |
दर्द से कराह रहे मरीज, नहीं हो रहे ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन Sunday 04 July 2021 07:29 AM UTC+00 कोटा. कोटा मेडिकल कॉलेज के नए अस्पताल के अस्थि रोग विभाग में मरीजों के ज्वॉइंट रिप्लेसमेंट ऑपरेशन नहीं हो रहे हैं। वार्डों में मरीज दर्द से कराह रहे हैं। कई मरीज तो ऑपरेशन नहीं करने से छुट्टी करवा कर चले गए। मरीजों की पीड़ा इनका यह कहना डॉ. आरपी मीणा, विभागाध्यक्ष, अस्थि रोग विभाग, कोटा मेडिकल कॉलेज डॉ. नवीन सक्सेना, अधीक्षक व सदस्य सचिव, आरएमआरएस, एमबीएस अस्पताल |
कोविड-19 के इलाज में नेनो टेक्नोलॉजी कारगर Sunday 04 July 2021 02:13 PM UTC+00 कोटा. कोटा विश्वविद्यालय कोटा के सूक्ष्मजीव विज्ञान विभाग की ओर से इमरजिंग ट्रेंड्स इन माइक्रोबायोलॉजी और बायोटेक्नॉलोजी विषय पर राष्ट्रीय वेबिनार का आयोजन हुआ। इसमें देश के विभिन्न स्थानों से जुड़े आचार्य व विषय विशेषज्ञों ने अपने अनुभव साझा किए। वेबिनार में जयपुर जेएनयू के जैव तकनीकी विभाग के आचार्य प्रमुख वक्ता प्रो. पी.एस.बिसन ने बताया कि हमारे शरीर में उपस्थित जीवाणु फिं गरप्रिंट की तरह व्यवहार करते है। सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के एजीएम हिमांशु मोघे ने टीके के निर्माण की प्रक्रियाओं की पूर्ण जानकारी दी। डॉ. वीरेन्द्र यादव ने बताया कि कोविड-19 के इलाज में नेनोटेक्नोलॉजी कारगर साबित हो सकती है। डॉ. अजय सिंह ने क्रोप्स में जेनेटिक्स का महत्व बताया। माइक्रोबायोलॉजी सोसायटी इंडिया के अध्यक्ष प्रो. अरविंद देशमुख ने सूक्ष्म जीव विज्ञान में आधुनिक प्रवृत्तियों पर उद्यमिता विषय पर विचार साझा किए। ग्वालियर एमिटी विवि के निदेशक प्रो. राजेश सिंह तोमर ने नेनो बायोटेक्नॉलोजी के आधुनिक शोध के बारे में बताया। जेआईआईटी नोएडा के डीन डिपार्टमेंट ऑफ बायोटेक की एसोसिएट प्रो. विभाग रानी ने एमआरएनए व डायग्नोस्टिक के अवसर बताए। कोटा विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो. नीलिमा सिंह, प्रो. आशु रानी व कुलसचिव आरके उपाध्याय ने भी सम्बोधित किया। सूक्ष्म जीव विज्ञान विभाग की समन्वयक व वेबिनार की कन्वीनर डॉ. पल्लवी शर्मा ने बताया कि वेबिनार में स्थानीय प्रतिभागियों सहित जयपुर नेश्नल यूनिवर्सिटी, अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी, गुरू घासीदास यूनिवर्सिटी सहित 38 संस्थानों से 146 विद्यार्थियों व शोधार्थियों ने भाग लिया। |
तीन हजार बीघा में 20 हजार पौधे लगाए Sunday 04 July 2021 02:20 PM UTC+00 झालावाड़ । मनोहरथाना क्षेत्र के आंवलहेडा वनसुरक्षा एवं प्रबन्ध समिति एवं ग्रामीणों ने हर वर्ष की तरह बारिश के पूर्व पास के वनक्षेत्र में वनदेवी की पूजा कर पौधारोपण अभियान शुरू किया है। ग्रामीणों ने करीब तीन हजार बीघा में 20 हजार पेड़-पौधे लगाए हैं। ग्रामीणों के प्रयासों से झालावाड़ जिले में नया ऑक्सीजोन बना रहा है। महिलाएं एवं पुरुषों ने वनसुरक्षा का संकल्प लिया। इस मौके पर समिति सदस्यों ने वनविभाग के अशोक कुमार खेर, नाकेदार बीरमचन्द, पुलिस बीटप्रभारी कैलाशचन्द चौधरी का माला व साफ ा पहनाकर स्वागत किया गया। इस मौके पर समिति अध्यक्ष भारतसिंह गुर्जर, सचिव देवीलाल लोधा, कोषाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण, उपाध्यक्ष गोकुलबाई भील, सरपंच मन्जू लोधा, गिरिराज शर्मा, जगदीश लोधा,आदि ने पौधारोपण कर संकल्प लिया। अध्यक्ष भारत सिंह व कोषाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण ने बताया कि पूरा गांव मिलकर 20 वर्ष से आंवलहेडा के 3 हजार 232 बीघा के वनक्षेत्र में पौधारोपण एवं सुरक्षा करते आ रहे है। तभी से गांव के 4 ग्रामीण इस जंगल में प्रतिदिन गश्त करके निगरानी करते आ रहे है। जिससे आज पूरा वनक्षेत्र बडे बडे पेड पौधों से हरा-भरा है। |
अवैध मादक पदार्थ सहित तीन आरोपी गिरफ्तार Sunday 04 July 2021 05:07 PM UTC+00 कोटा. कोटा ग्रामीण व कोटा शहर पुलिस ने अवैध मादक पदार्थों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए 13 किलो डोडा चूरा, 4.700 ग्राम गांजा व 400 ग्राम अफीम का दूध जब्त कर तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है। Read More: वार्ड पार्षद व उसका मुंशी 5 हजार रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार कोटा ग्रामीण कोटा शहर |
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