>>: Digest for July 06, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

जैसलमेर. सीमावर्ती जिले के ऐसे कांग्रेसजन इन दिनों सक्र्रिय दिखाई दे रहे हैं, जिनकी दावेदारी सत्ता और संगठन से जुड़े पदों पर है। ऐसे नेता व कार्यकर्ताओं ने प्रदेश से लेकर देश की राजधानी तक अपनी बिसात बिछाने का काम पूरा कर लिया है। दरअसल, प्रदेश भर में कांग्रेसजनों को संतुष्ट करने के लिए आलाकमान ने राजनीतिक और सांगठनिक नियुक्तियां शीघ्रताशीघ्र करने का निर्णय ले लिया है। इसके बाद से जिलों में कांग्रेस के संगठन प्रभारियों ने संबंधित विधायकों से उनकी पसंद के नामों की सूचियां लेकर प्रदेश व राष्ट्रीय आलाकमान तक पहुंचाने का काम कर दिया है। माना जा रहा है कि जुलाई के पहले या दूसरे सप्ताह में जिलाध्यक्षों से लेकर अन्य अहम राजनीतिक नियुक्तियों का काम निपटा दिया जाएगा। इसे देखते हुए जिले के दोनों विधायक तो जयपुर-दिल्ली के सम्पर्क में हैं ही, अन्य स्थानीय स्तर के नेताओं व कार्यकर्ताओं ने भी विधायकों के साथ प्रदेश सरकार में अपने नजदीकी नेताओं व दिल्ली तक में संभावित मददगारों के सामने अपनी दावेदारी पेश कर दी है।
सबसे ज्यादा चर्चा में ये पद
जैसलमेर में सबसे ज्यादा जिन पदों को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा है, उनमें जिलाध्यक्ष की नियुक्ति शामिल है। करीब 11 महीनों से जिला संगठन बिना मुखिया के चल रहा है। जानकारी के अनुसार केबिनेट मंत्री व पोकरण विधायक शाले मोहम्मद तथा जैसलमेर विधायक रूपाराम धणदे से इस पद के लिए तीन-तीन नामों का पैनल लिया जा चुका है। इस बीच कयासों का दौर यह भी है कि जिले में पार्टी की कमान किसी राजपूत या ब्राह्मण समाज के व्यक्ति को सौंपी जा सकती है। तर्क यह दिया जा रहा है कि अल्पसंख्यक व मेघवाल समाज के विधायक निर्वाचित हैं। हालांकि निवर्तमान जिलाध्यक्ष गोविंद भार्गव की अपनी दावेदारी भी है। दोनों विधायकों के बीच आमराय नहीं बनने पर किसी अन्य समाज के एकदम अप्रत्याशित नाम की भी घोषणा पहले की भांति हो सकती है। इसी तरह से जैसलमेर यूआइटी अध्यक्ष का पद भी अनेक सक्रिय वरिष्ठ व युवा कार्यकर्ताओं के सपनों की मंजिल बना हुआ है। वैसे इसका फैसला मुख्यमंत्री के स्तर पर होता रहा है। इस बार केंद्रीय नेतृत्व से किसी नाम की सिफारिश जारी हो सकती है। बीस सूत्री कार्यक्रम उपाध्यक्ष जैसा जिलास्तरीय पद और कई अहम जिलास्तरीय सरकारी कमेटियों में सदस्यों का ऐलान भी सबकी बेसब्री का सबब बना हुआ है।
दिल्ली से जयपुर आएंगे नाम
जानकारी के अनुसार राजस्थान कांग्रेस में खींचतान के चलते इस बार संगठन व सत्ता से जुड़े जिलास्तरीय पदों पर मंथन दिल्ली में केंद्रीय स्तर पर भी होना है। वहां से नामों की सिफारिश प्रदेश नेतृत्व को की जाएगी। इसमें जयपुर कुछ नामों पर फेरबदल की सिफारिश भी कर सकता है। वैसे महत्वपूर्ण पदों पर नियुक्ति में मुख्यमंत्री की भूमिका हमेशा की भांति सबसे अहम मानी जा रही है।

पोकरण. कस्बे में रविवार को सुबह कई दुकानदारों ने दुकानें खोल दी, जिस पर पुलिस ने दो घंटे तक अभियान चलाकर दुकानों को बंद करवाया। गौरतलब है कि कोरोना संक्रमण की महामारी के कारण सरकार की ओर से अप्रेल माह में लॉकडाउन किया गया था। जिसके बाद गत कुछ दिन पूर्व सरकार की ओर से अनलॉक की प्रक्रिया चलाई जा रही है। हालांकि बाजारों को खोलने की अनुमति दे दी गई है, लेकिन रविवार को कफ्र्यू का आदेश दिया गया है। रविवार को सुबह कस्बे में कई दुकानें खुल गई और चहल पहल लग गई। सूचना मिलने पर सहायक उपनिरीक्षक धन्नाराम विश्रोई पुलिस बल के साथ मुख्य चौराहे पर पहुंचे तथा मुख्य मार्गों पर गश्त की। इस दौरान खुली दुकानों को बंद करवाया। साथ ही बिना वजह बाजार में घूम रहे लोगों को घरों की तरफ रवाना किया। इसके साथ ही पुलिस ने दिनभर गश्त करने के साथ लोगों को गाइडलाइन की पालना का संदेश दिया।

लाठी. क्षेत्र में रतन की बस्सी से चांदनी जाने वाली सड़क पर जमा रेत के कारण आए दिन वाहन धंस रहे है तथा राहगीरों व वाहन चालकों को आवागमन में परेशानी हो रही है। गौरतलब है कि गत दिनों चली तेज आंधी के कारण मुख्य मार्ग पर रेत का ढेर जमा हो गया। जिसके कारण छोटे बड़े वाहन इस रेत में धंस रहे है तथा आवागमन प्रभावित हो रहा है। वाहनों के धंसने पर उन्हें निकालने के लिए भी खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। इसके अलावा दुपहिया वाहन चालक आए दिन गिरकर चोटिल भी हो रहे है। साथ ही रेत के कारण छोटे वाहनों के नीचे से टकरा जाने से वाहन क्षतिग्रस्त हो रहे है। जिससे वाहन चालकों को परेशानी हो रही है। गांव के लखसिंह भाटी, गुलाबसिंह, नरपतसिंह, अजीतसिंह, रावलसिंह, आईपालसिंह ने बताया कि इस संबंध में कई बार सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधिकारियों को अवगत करवाया गया, लेकिन उनकी ओर से यहां जमा रेत को हटाने को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है।

जैसलमेर. यूथ हॉस्ट्ल्स एसोसिएशन ऑफ इण्डिया की रानी पद्मिणी महिला एण्डोक यूनिट की ओर से पर्यावरण जागरुकता के लिए महिला दुपहिया रैली का आयोजन रविवार को सुबह 6:30 बजे गांधी दर्शन पर किया गया।
रानी पद्मिनी महिला एण्डोक यूनिट की संयोजक नीमा घुग्त्याल ने बताया कि सुबह 6 बजे से ही जैसलमेर नगर की महिलाओं की ओर से गांधी दर्शन, हनुमान चौराहा पर आगमन शुरू हो गया। उन्होंने बताया कि यह रैली हनुमान चौराहा से गोपा चौक, गड़ीसर प्रोल, एयरफोर्स चौराहा, गीता आश्रम चौराहा से होती हुई शिवमंड़ी पहुंची। रैली का उद्देश्य पर्यावरण का बचाना एवं बालिका शिक्षा को अधिक से अधिक बढावा देना है तथा सह संयोजक सुधा चौधरी व मोनिका शर्मा ने बताया कि शिवमंडी की शिव वाटिका में पौधरोपण किया गया, जिसमें जैसलमेर की युवतियों व महिलाओं ने भाग लिया। राज्य सचिव घनश्याम खत्री ने सभी को धन्यवाद दिया तथा सचिव ने बताया कि भविष्य में इस यूनिट की ओर से महिलाओं एवं बालिका शिक्षा व जागरुकता के लिए जो भी कार्यक्रम चलाया जाएगा। राजस्थान राज्य शाखा की ओर से हर तरह से सहयोग प्रदान किया जाएगा।

जैसलमेर. प्रदेश सरकार की ओर से कोरोना काल के दौरान आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों के लिए पांच-पांच हजार रुपए की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। इसके तहत जैसलमेर जिले के कलाकारों को भी यह सहायता दी जाएगी। जिला कलक्टर आशीष मोदी ने यह बात जिले के बरना गांव स्थित पहचान लोक संगीत संस्थान में लोक कलाकारों के साथ संवाद कार्यक्रम में कही। इस अवसर पर प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारी उपस्थित थे। उन्होंने बताया कि जैसलमेर जिले के आर्थिक रूप से कमजोर कलाकारों को वित्तीय सहायता मुहैया कराने के लिए जिला प्रशासन की ओर से व्यापक स्तर पर रूपरेखा बनाकर तैयारियां की जा रही हैं।
गदगद हो उठे लोक कलाकार
जिला कलक्टर आशीष मोदी को अपने बीच पाकर लोक कलाकारों के समूह प्रफुल्लित हो उठे और खुशी में सरोबार होते हुए उन्होंने लोक वाद्यों की धुनों पर सामूहिक सांगीतिक प्रस्तुतियों से माहौल में उत्साह और उल्लास के रंग.रस घोल दिए। जिला कलक्टर ने मशहूर लोक कलाकार गाजी खां के व्यक्तित्व एवं कृतित्व की झलक दिखाने वाले कक्षों को देखा तथा विभिन्न पुरस्कारों, सम्मानों, छायाचित्रों एवं ऐतिहासिक व संग्रहणीय सांगीतिक दस्तावेजों को देख कर प्रसन्नता जाहिर की और गाजी खां की सेवाओं को अद्वितीय बताया।
प्रकाशन पर हो विचार
उन्होंने संगीत, भजनों और अन्य साहित्यिक पाण्डुलिपियों को ग्रंथ के रूप में प्रकाशित करने पर जोर दिया और कहा कि इस प्राचीन साहित्य के संरक्षण की दिशा में ठोस प्रयास किए जाने की आवश्यकता है।
प्रशिक्षण विधाओं की ली जानकारी
जिला कलक्टर ने अंतरराष्ट्रीय ख्याति के लोक कलाकार गाजी खां से नई पीढ़ी को सांगीतिक प्रशिक्षण प्रदान करने के तौर-तरीकों और शैली के बारे में जानकारी ली और बाल कलाकारों से चर्चा करते हुए उनकी प्रस्तुतियों को देखा।
गर्व है जैसाण के कलाकारों पर
जिला कलक्टर ने कलाकारों की समस्याओं को सुना तथा कहा कि यहां के लोक कलाकारों ने देश-दुनिया में जैसलमेर का नाम ऊंचा किया है, यह गर्व और गौरव की बात है। जिला प्रशासन कला.साहित्य और संस्कृति के संरक्षण के साथ ही कलाकारों को प्रोत्साहित करने और उन्हें सुख-सुविधाओं तथा अनुकूल माहौल उपलब्ध कराने के लिए हरसंभव प्रयास करेगा।
जिला कलक्टर ने बताया कि इसके साथ ही जवाहर कला केन्द्र की ओर से कलाकारों का डाटाबेस तैयार किया जा रहा है। इस आर्टिस्ट डाटाबेस का उपयोग कलाकारों के हित में किया जाएगा।

पोकरण. राजस्थान सरकार के अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग के मंत्री व पोकरण विधायक शाले मोहम्मद ने कहा कि नहरी क्षेत्र के किसानों की प्रत्येक समस्या का निस्तारण करना राज्य सरकार की प्राथमिकता है। उन्होंने बताया कि विशेष रूप से किसानों को सिंचाई का पानी नियमित रूप से मिले, इसके लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। उन्होंने रविवार को नहरी क्षेत्र के बाहला, शास्त्रीनगर, जवाहरनगर, शेखासर, सदराऊ सहित अन्य नहरी क्षेत्र के गांवों, चकों का दौरा किया। उन्होंने ग्रामीणों से मुलाकात कर कोविड गाइडलाइन की पालना करते हुए उनकी बैठकें ली। इस मौके पर उन्होंने ग्रामीणों को संबोधित करते हुए कहा कि राज्य सरकार की ओर से किसान, गरीब, महिला, छात्र, मजदूर प्रत्येक वर्ग के हित के लिए कार्य किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इंदिरा गांधी नहरी क्षेत्र के किसानों को पर्याप्त मात्रा में सिंचाई का पानी देने के लिए अधिकारियों को निर्देशित किया गया है। साथ ही नहरी क्षेत्र की प्रत्येक समस्या को लेकर अधिकारियों को निर्देश देते हुए उनसे फीडबैक भी लिया जा रहा है तथा तय समय सीमा में समस्याओं के निस्तारण के लिए निर्देश दिए जा रहे है।
कोरोना से रहे सावधान, लगवाएं वैक्सीनेशन
दौरे के दौरान मंत्री शाले मोहम्मद ने कहा कि अभी तक कोरोना महामारी पूरी तरह से खत्म नहीं हुई है। उन्होंने आमजन को सावचेत रहने, गाइडलाइन की पालना करने, मास्क लगाने, सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने, सैनेटाइजर का उपयोग करने का आह्वान किया। उन्होंने बताया कि तीसरी लहर की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में लोगों को सावचेत रहने के साथ वैक्सीनेशन करवाना आवश्यक है। उन्होंने 18 वर्ष से अधिक उम्र के सभी लोगों से आवश्यक रूप से वैक्सीन लगवाने की बात कही।
सुनी परिवेदनाएं, किया निर्देशित
मंत्री शाले मोहम्मद ने दौरे के दौरान नहरी क्षेत्र के किसानों, ग्रामीणों से मुलाकात कर उनकी समस्याएं सुनी। ग्रामीणों व किसानों ने पानी, बिजली, चिकित्सा, शिक्षा, सड़क, रोजगार, नहरी क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं से अवगत करवाया। जिस पर मंत्री ने संबंधित विभागों के अधिकारियों को समस्याओं के निराकरण के लिए निर्देशित किया।

पोकरण. लम्बे समय से क्षेत्रवासियों की चल रही ट्रॉमा सैंटर की मांग अब शीघ्र पूरी होगी। राज्य सरकार की ओर से बजट में की गई घोषणा के बाद प्रशासन व चिकित्सा विभाग की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है। जिसके अंतर्गत प्रथम चरण में भूमि आवंटित कर दी गई है। शीघ्र ही बजट मिलते ही भवन का कार्य शुरू कर दिया जाएगा। जिससे परमाणु नगरी के चिकित्सा सेवाओं के इतिहास में नया अध्याय जुड़ेगा। साथ ही क्षेत्र के वाशिंदों को भी नई सौगात मिलेगी। गौरतलब है कि भारत-पाक सीमा से सटे सरहदी जैसलमेर जिले के प्रवेश द्वार माने जाने वाला पोकरण दो राष्ट्रीय राजमार्गों से जुड़ा हुआ है। सामरिक, ऐतिहासिक व धार्मिक दृष्टिकोण से भी पोकरण महत्वपूर्ण स्थल हैै। विस्तृत भू-भाग में फैले पोकरण विधानसभा क्षेत्र में आए दिन सड़क दुर्घटनाओं के दौरान बड़ी संख्या में लोग घायल होते है। इसके अलावा अन्य हादसों में भी घायलों को इलाज के लिए पोकरण लाया जाता है, लेकिन यहां पर्याप्त चिकित्सा सुविधाएं नहीं होने के कारण मरीजों व घायलों को जोधपुर रैफर करना पड़ता है। इसी को लेकर लम्बे समय से क्षेत्रवासियों की ओर से पोकरण में ट्रॉमा सैंटर की स्थापना की मांग की जा रही थी। राज्य सरकार की ओर से गत वर्ष बजट के दौरान घोषणा करने के बाद अब कार्रवाई शुरू हो चुकी है।
इसलिए थी आवश्यकता
- सामरिक रूप से पोकरण में सेना व बीएसएफ की स्थायी छावनियां स्थित है। ऐसे में देश के कोने-कोने से सेना व बीएसएफ के जवान यहां आते है। जिनके वाहनों की चहल पहल लगी रहती है। जिनसे कई बार हादसे हो जाते है।
- पोकरण से निकलते ही जैसलमेर की तरफ देश की महत्वपूर्ण व बड़ी पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज स्थित है। यहां वर्षभर युद्धाभ्यास होता रहता है। थल व वायुसेना की ओर से विकसित किए जाने वाले नए हथियारों, बमों व अन्य उपकरणों का परीक्षण भी यहीं पर होता है।
- इस दौरान कई बार हादसा हो जाने पर सैनिक व जवान घायल भी हो जाते है। जिन्हें इलाज के लिए पहले पोकरण लाया जाता है। यहां पर्याप्त उपचार नहीं मिलने पर उन्हें जोधपुर ले जाना पड़ता है।
- धार्मिक रूप से क्षेत्र के रामदेवरा गांव में लोकदेवता बाबा रामदेव की कर्मस्थली स्थित है। यहां वर्षभर में 40 लाख से अधिक श्रद्धालु आते है। ***** मेले के दौरान सड़क हादसों की संख्या बढ़ जाती है। इन घायलों को भी पहले पोकरण और बाद में जोधपुर ले जाना पड़ता है।
- दो राष्ट्रीय राजमार्गों पर स्थित होने तथा पर्यटन स्थल स्वर्णनगरी के नाम से विख्यात जैसलमेर जाने वाले पर्यटक भी पोकरण से होकर गुजरते है। सीजन के दौरान प्रतिदिन सैंकड़ों पर्यटक यहां से गुजरते है। जिनके वाहन कई बार दुर्घटनाग्रस्त हो जाने की स्थिति में घायलों को पोकरण लाया जाता है।
- सीमावर्ती जिले में बड़ा ट्रॉमा सैंटर कहीं पर भी नहीं है। ऐसे में जिले में कहीं पर हादसा हो जाने पर प्राथमिक उपचार के बाद जोधपुर ले जाना पड़ता है। जिनका मिड-वे पोकरण रहता है।
- इसी को लेकर लम्बे समय से पोकरण में ट्रॉमा सैंटर की आवश्यकता महसूस की जा रही थी।
2009 में देखा सपना, अब लेने लगा मूर्त रूप
वर्ष 2008 में परिसीमन के दौरान पोकरण अलग से विधानसभा बनी तथा कांग्रेस से शाले मोहम्मद पहले विधायक निर्वाचित हुए। उन्होंने वर्ष 2009 में पोकरण में ट्रॉमा सैंटर का सपना संजोया। उस समय चिकित्सा मंत्री दुर्रूमियां ने पोकरण पहुंचकर जमीन का चयन किया तथा कार्रवाई शुरू की, लेकिन यह सपना कागजों में ही दफन हो गया। वर्ष 2018 में पुन: शाले मोहम्मद विधायक निर्वाचित हुए और सरकार में केबिनेट मंत्री बने। उन्होंने मुख्यमंत्री से बातचीत कर बजट में पोकरण को ट्रॉमा सैंटर की सौगात दिलाने की मांग की। गत वर्ष घोषणा भी हो गई।
12 बीघा भूमि की गई स्वीकृत
पोकरण में ट्रॉमा सैंटर के लिए 12 बीघा भूमि आवंटित की गई है। जिला कलक्टर की ओर से पोकरण कस्बे में जैसलमेर रोड पर आरटीडीसी मिड-वे के सामने व उरमूल परिसर के पास राजस्व भूमि में से 12 बीघा भूमि ट्रॉमा सैंटर के लिए दी गई है। यहां सरकार की ओर से शीघ्र ही बजट आवंटित होने पर निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा।
मिलेगी बेहतर चिकित्सा सुविधा
सरकार की ओर से ट्रॉमा सैंटर की घोषणा के बाद प्रशासन की ओर से भूमि आवंटित कर दी गई है। सरकार से शीघ्र ही बजट आवंटित करवाकर भवन का निर्माण कार्य शुरू किया जाएगा। ट्रॉमा सैंटर के निर्माण से क्षेत्र के वाशिंदों को बेहतर चिकित्सा सुविधा व सेवा मिल सकेगी।
- शाले मोहम्मद, मंत्री अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवं जन अभियोग निराकरण विभाग व विधायक, पोकरण।


जैसलमेर. जिला कलक्टर आशीष मोदी ने जिले के ग्राम्यांचलों को दौरा किया और विभिन्न राजकीय संस्थाओं, ग्रामीण विकास तथा वैक्सीनेशन गतिविधियों का फीडबेक लिया और कोरोना संक्रमण से बचाव एवं रोकथाम के लिए गाइडलाइन का पूरा-पूरा पालन करने के साथ ही इस बारे में जागरुकता संचार का आह्वान ग्रामीणों से किया।
धऊवा राउमावि का निरीक्षण
जिला कलक्टर ने धऊवा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया और वहां की व्यवस्थाओं के बारे में पीइइओ खेताराम एवं स्टाफ से चर्चा की। जिला कलक्टर ने पुस्तकालय का निरीक्षण कर सुव्यवस्थित स्वरूप देते हुए बच्चों के लिए उपयोगी बनाने के निर्देश दिए। जिला कलक्टर ने विद्यालय में पड़ी नि:शुल्क पाठ्यपुस्तकों का विद्यार्थियों में वितरण करने के निर्देश देते हुए कहा कि इसकी अगली खेप आने की प्रतीक्षा न करें। मुख्य मार्ग से स्कूल तक महानरेगा में ग्रेवल सड़क निर्माण के लिए उन्होंने सरपंच हुकमसिंह एवं ग्राम विकास अधिकारी को प्रस्ताव लेकर भेजने के निर्देश दिए।
विद्यालय सौंदर्यीकरण पर जोर
जिला कलक्टर ने विद्यालय परिसर में अधिकाधिक पौधारोपण करने, किचन गार्डन विकसित करने, फलदार पौधे लगाने पर जोर देने, विद्यालय सौन्दर्यीकरण एवं विकास के लिए समन्वित कार्य करने आदि के निर्देश दिए। इस दौरान प्रशासनिक एवं विभागीय अधिकारी साथ थे। जिला कलक्टर ने शनिवार को जिले के सिपला गांव स्थित राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों के लिए सुविधालयों, शैक्षिक एवं भौतिक संसाधनों, शिक्षण विधाओं आदि के बारे में जानकारी ली। इस दौरान विद्यालय स्टाफ ने पेयजल समस्या का जिक्र किया। इस पर जिला कलक्टर ने जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशासी अभियन्ता जेराराम को निर्देश दिए कि विद्यालय को तत्काल जल सुविधा से जोडऩे के लिए कनेक्शन दिया जाए ताकि टैंकर से पानी मंगवाने की विवशता समाप्त हो सके।

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajasthanss63@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.