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Table of Contents


टोडाभीम. कस्बे के गौरवपथ की पुलिया पर रविवार रात को युवक का शव मिलने से सनसनी फैल गई। पुलिस ने सोमवार सुबह मृतक धीरसिंह का पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंप दिया। मृतक के भाई रमेशचंद पुत्र गंगासहाय मीना निवासी रंगलाल का पुरा टोडाभीम ने भाई की हत्या का अंदेशा जताकर प्राथमिकी दर्ज कराई है। थानाधिकारी रामरूप मीणा के अनुसार प्राथमिकी में मृतक के भाई रमेशंचद ने बताया कि रविवार को सुबह करीब आठ बजे उनके घर पर उम्मेद व बाबू पुत्र सुरमल मीणा निवासी हौद का पुरा ट्रैक्टर ट्रॉली लेकर आए और उसके छोटे भाई धीरसिंह को ट्रॉली में मोरम मिट्टी भरवाने की कह कर ले गए। उसके बाद रात करीब बारह बजे के लगभग शिवसिंह पुत्र गोरधन, महेंद्र पुत्र रामजीलाल एवं विनोद पुत्र प्रभु मीणा ने घर पर आकर बताया कि धीरसिंह गौरवपथ पर गंगासहाय की कोठी के पास मृत पड़ा है। धीरसिंह घर से जाते समय किसी व्यक्ति को देने के लिए एक लाख रुपए भी लेकर गया था। सूचना मिलने पर मौके पर पहुंचा तो गौरवपथ पर धीरसिंह मृत पड़ा था। उसके सीने की पसलियां टूटी हुई थी। शव देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि उस पर टै्रक्टर चलाकर हत्या की गई है। पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है।

करौली कलक्टर की सफलता की कहानी
पहले जज फिर आईपीएस के बाद आईएएस बने सिद्धार्थ सिहाग

बिना कोचिंग स्वअध्ययन के बूते तीन प्रतिष्ठित पदों पर हुए चयनित

करौली। बीते एक वर्ष से करौली में पदस्थापित कलक्टर सिद्धार्थ सिहाग की सफलता की कहानी न केवल हैरत भरी है बल्कि युवा वर्ग के लिए प्रेरणादायी भी। सामान्य तौर पर एक परीक्षा में चयनित होना ही मुश्किल भरा होता है जबकि सिद्धार्थ सिहाग ऐसे बिरले अफसर हैं, जो अपने स्तर पर पढ़ाई करके न्यायिक और पुलिस सेवा में चयन के बाद भारतीय प्रशासनिक सेवा में आए हैं।
सिद्धार्थ सिहाग ने वर्ष 2012 में मात्र 25 साल की आयु में देश में 42वीं रैंक के साथ आईएएस बनने की सफलता हासिल की थी। इससे पहले की परीक्षा में सिहाग की 142 वीं रैंक आई थी और उन्हें आईपीएस कैडर मिला था। इस कैडर से सिहाग नाखुश हुए फिर भी अनमने मन से प्रशिक्षण लेने हैदराबाद चले गए। उनकी दिली तमन्ना आईएएस बनने की थी। इसके लिए उन्होंने फिर से तैयारी करके आईपीएस प्रशिक्षण के दौरान दुबारा आईएएस परीक्षा दी। इस बार उन्होंने 42 वीं रैंक पाकर अपनी आईएएस बनने की लालसा को पूरा किया। यानी देश की प्रतिष्ठापूर्ण आईएएस परीक्षा में वे लगातार दो बार अच्छी रैकिंग से चयनित हुए।
हरियाणा राज्य के हिसार जिले में अग्रोहा ब्लॉक के सिवान बोलन गांव में 20 जनवरी 1987 को जन्मे सिद्धार्थ शुरू से मेधावी छात्र रहे। विधि स्नातक की शिक्षा प्राप्त करने के बाद वे दिल्ली न्यायिक सेवा में चयनित हुए और दिल्ली में मेट्रोपोलियन मजिस्ट्रेट की उनको नियुक्ति मिल गई। लेकिन उनकी सोच लोगों के बीच काम करने की थी। इस कारण न्यायिक सेवा की ट्रेनिंग के साथ वे आईएएस की तैयारी में जुट गए थे।

बिना कोचिंग के 10 घंटे पढ़ाई

खास बात यह है कि तीन विशिष्ट सेवाओं में चयन के दौरान उन्होंने किसी तरह की कोई कोचिंग नहीं की। इंटरनेट की मदद से अपने बूते पर तैयारी की। उन्होंने चयनित अधिकारियों से मार्गदर्शन और शिक्षण सामग्री की मदद अवश्य ली। सिहाग के अनुसार उन्होंने प्रतिदिन 10 घंटे पढ़ाई की। एक के बाद एक उनकी सफलताएं युवाओं को प्रेरित करती हैं कि लक्ष्य तय हो और आत्मबल मजबूत हो तो कठिन साधना से मनचाही सफलता पाई जा सकती है।

पत्नी इनसे भी अव्वल

सिद्धार्थ सिहाग की पत्नी रुक्मणी सिहाग इनसे भी अधिक प्रतिभाशाली हैं और वे भी युवाओं के लिए मिसाल हैं। वे 6वीं कक्षा में फेल हुई थी। इसके बाद पढ़ाई में ऐसी जुटी कि उन्होंने भी बिना किसी कोचिंग के वर्ष 2011 में आईएएस परीक्षा में देश में दूसरी रैंक हासिल की। बूंदी कलक्टर पद के बाद से वे लम्बे अवकाश पर हैं। उनके पिता दिलबाग सिंह सिहाग, हरियाणा में चीफ टाउन प्लानर अफसर के पद से रिटायर हुए हैं। जबकि भाई सिद्धांत दिल्ली में जज हैं।

र्निविवाद अधिकारी की छवि

एक वर्ष से करौली में पदस्थापित सिहाग की छवि अभी तक र्निविवाद अधिकारी के रूप में है। वर्तमान राजनीतिक माहौल में अमूमन अधिकारी राजनीतिक खेमेबंदी में उलझ कर आरोप-प्रत्यारोप के घेरे में आ जाते हैं। जबकि सिहाग ऐसे अधिकारी हैं, जिनसे खेमों में बंटे सत्ताधारी दल के विधायक हों या भाजपा के सांसद या पदाधिकारी सभी उनसे संतुष्ट नजर आते हैं। कोरोना की दूसरी लहर में जिले में उनके चिकित्सकीय प्रबंधन की हर तरफ सराहना हुई है। कोरोना की तेज रफ्तार के बीच उन्होंने हर दिन करौली-हिण्डौन के चिकित्सालयों में कोविड वार्ड के दौरे करके न केवल चिकित्साकर्मियों का मनोबल बढ़ाया बल्कि मरीजों के लिए भी सम्बल प्रदान किया। चिकित्सकीय सुविधाओं व संसाधनों के प्रबंध करने में भी वे संवेदनशील रहे। समस्याओं के त्वरित निस्तारण और सकारात्मक सोच की कार्यशैली उनकी खासीयत है।
उल्लेखनीय है कि करौली से पहले वे झालाबाड़ में भी डेढ़ वर्ष कलक्टर रह चुके हैं।

महिला-दलित उत्पीडन के मामलों में किया प्रदर्शन
भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने जुलूस निकालकर सौंपा ज्ञापन

करौली। भीम आर्मी भारत एकता मिशन के कार्यकर्ताओं ने सोमवार को कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन करके विभिन्न मामलों में कार्रवाई की मांग करने का मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन कलक्टर को सौंपा।
ज्ञापन में बरदाला में अनुसूचित जाति व पिछड़े वर्ग की महिलाओं के खिलाफ फर्जी फेसबुक आईडी बनाकर अभद्र पोस्ट डालने वालों तथा कैलादेवी के धौरेरा प्रकरण में गांव के पंच-पटेलों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनकी गिरफ्तारी की मांग की गई है।
ज्ञापन में सपोटरा इलाके के हाडौती गांव में एक शिक्षक को 3 साल से प्रताडि़त करने और शिकायत करने पर उससे मारपीट कर देने के बाद उल्टे शिक्षक को निलम्बित कर देने की कार्रवाई पर रोष जताया गया है। इसी प्रकार ढहरिया नादौती में एक महिला पर धारदार हथियारों से हमले के आरोपियों कीिि गरफ्तारी की मांंग की गई है। ज्ञापन देने से पहले इन कार्यकर्ताओं ने कलेक्ट्रेट पर अद्र्धनग्न प्रदर्शन किया। इस दौरान कलेक्ट्रेट के सामने काफी देर तक वाहनों की आवाजाही बाधित रही।
प्रदर्शन करने और ज्ञापन देने वालों में भीम आर्मी के जिलाध्यक्ष अजयसिंह, प्रदेश प्रभारी रहीश मलिक, आजाद समाज पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अनिल धेनवाल शामिल थे।

दुष्कर्म पीडि़ता की मदद करने चले भाजपाई खुद ही मुकदमें के झमेले में फंस गए हैं। इस मामले में धरना-ज्ञापन देने पर भाजपा नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। इस प्रकार मामले में कांग्रेस-भाजपा के राजनीतिक दांव-पेच शुरू हुए हैं।
करौली जिले में मण्डरायल थाना क्षेत्र की एक दुष्कर्म पीडि़ता को न्याय दिलाने के लिए भाजपा की ओर से शनिवार को कलेक्ट्रेट के सामने दिए गए धरने और कलक्टर को सौंपे गए ज्ञापन के मामले में भाजपा नेताओं के खिलाफ करौली थाने में प्राथमिकी दर्ज हुई है। इस सम्बन्ध में पुलिस अधीक्षक को परिवाद सौंपा गया था।
मण्डरायल पंचायत समिति की मोंगेपुरा पंचायत के खिरकन गांव के निवासी राधारमण शर्मा की ओर से दर्ज प्राथमिकी में भाजपा नेताओं पर धरने-ज्ञापन के जरिए से राजनीतिक र्दुभावना के कारण बदनाम करने का आरोप लगाया गया है। प्राथमिकी में उल्लेख है कि वह स्वयं और अन्य साथी लोग किसी भी दुष्कर्म के मामले में आरोपी नहीं है। इसके बावजूद उनको बदनाम करने के लिए उनके खिलाफ आरोप लगाए गए और ज्ञापन में उनको दुष्कर्म का आरोपी भी लिखा गया। भाजपा के नेता ऐसा करके पुलिस-प्रशासन पर दबाव बनाकर उनको बेवजह गिरफ्तार कराना चाहते हैं। यह भी आरोप लगाया है कि भाजपा के नेताओं ने राजनीतिक विद्वेषता के कारण उनकी समाज में प्रतिष्ठा धूमिल करने का काम किया है।
प्राथमिकी में भाजपा जिलाध्यक्ष बृजलाल डिकोलिया, पूर्व विधायक सुरेश मीणा, पूर्व जिलाध्यक्ष कैलाश शर्मा सहित कई को नामजद करते हुए एसपी से उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की गई है।
इधर भाजपा जिलाध्यक्ष डिकोलिया ने कहा कि उन्होंने पीडि़ता को न्याय के लिए धरना दिया था। पीडि़ता के परिजनों ने जो जानकारी पार्टी के लिए दी थी, उसके आधार पर ही ज्ञापन में लिखा गया। सत्ताधारी लोग अनावश्यक भाजपा पर दबाव डालने के लिए इस तरह की प्राथमिकी दर्ज करा रहे हैं, जिससे कोई फर्क नहीं पड़ता है।

पटोंदा/ हिण्डौनसिटी. श्रीमहावीरजी रेलवे स्टेशन के पास कुतकपुर रोड पर दो दिन से प्रसव पीड़ा से तपती गाय का सोमवार शाम हिण्डौन की गोपाल गोशाला में सिजेरियन प्रसव कराया गया। एक दर्जन से अधिक पशु चिकित्सकों और चिकित्साकर्मियों ने कई घंटे चले ऑपरेशन के बाद मृत बछड़े को बाहर निकाला।
जटिल स्थिति के चलते गाय को प्रथम श्रेणी राजकीय पशु चिकित्सालय रैफर किया था। पशुधन चिकित्सा दल जुगाड़ से हिण्डौन लेकर पहुंचा। ग्रामीणों ने बताया कि लावारिस गाय दो दिन से प्रसव पीड़ा से तड़प रही थी। सूचना मिलने पर चिकित्सकों की टीम मौके पर पहुंची। पेट में बछड़ा फंसने से निकटवर्ती उपकेंद्र के चिकित्सकों को भी बुलाया गया।

नहीं करा सके प्रसव

आधा दर्जन से अधिक पशुधन चिकित्सक व चिकित्साकर्मियों ने छह घंटे तक प्रयास किया। इसके बावजूद वे प्रसव नहीं करा सके। ऐसे में शाम 4 बजे गाय को प्रथम श्रेणी राजकीय पशु चिकित्सालय रैफर किया गया। गौशाला परिसर में गाय का सीजेरियन प्रसव कराया गया। फिलहाल उपचार के लिए गाय को गौशाला में रखा गया है।

यह रहे टीम में शामिल

नोडल चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजयसिंह मीणा ने बताया कि लावारिस गाय की प्रसव की जटिलता के देखते हुए पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक डॉ. खुशीराम मीणा ने मेडिकल टीम का गठन किया। इसमें डॉ. विनय मंगल, डॉ. महेश बेेनीवाल, डॉ. शिवराम सावरिया, डॉ केशव गुप्ता, डॉ. सुनील गोयल, राकेश सिंघल, एल एस ए अखलेश गोयल ,नरेश गुर्जर, इंद्र कुमार, मोहन लाल, रिंकू मीना, मुनेश मीना शामिल थे।


हिण्डौनसिटी. भारत विकास परिषद् की स्थानीय शाखा की ओर से 39 वां स्वैच्छिक रक्तदान शिविर 11 जुलाई को मोहन नगर स्थित राजकीय चिकित्सालय में लगेगा। शिविर के बैन का विमोचन सोमवार को उपखंड कार्यालय में एसडीएम अनूप सिंह द्वारा किया गया।


सचिव पवन ऐरन ने बताया कि विमोचन कार्यक्रम में एसडीएम ने कहा कि रक्तदान जीवनदान है। जिससे कई जिंदगी बचाई जा सकती है। रक्तदान प्रभारी शिम्भू गुप्ता ने बताया वर्धमान नगर निवासी मूलचंद जैन व प्रदीप कुमार जैन के सहयोग से रक्तदान शिविर आयोजित होगा।

जिसमें कोविड़ जीरो मोबिलिटी नियमों को ध्यान रखा जाएगा। इस दौरान कोतवाली थाना प्रभारी गिर्राज प्रसाद जाटव, शाखा अध्यक्ष देवेन्द्र जांगिड, प्रांतीय रक्तदान प्रभारी मुकेश जैन, अशोक गर्ग, पंकज जैन, बजरंग गोयल, शिम्भू गुप्ता, प्रदीप जैन, हुकम सिंह गुर्जर उपस्थित रहे।

कार्यकारिणी का किया विस्तार
सूरौठ.समीप के गांव जटवाड़ा में युवा परशुराम सेना चौबीसा क्षेत्र के अध्यक्ष सुरेश चंद्र शर्मा की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें सामाजिक मुद्दों पर चर्चा के साथ कार्यकारिणी का विस्तार भी किया गया।
राजगिरीश सहारिया ने बैठक में पूर्व सरपंच प्रकाश नारायण सहारिया को संरक्षक, देवकीनंदन शर्मा को उपाध्यक्ष,सत्येंद्र सहरिया कोषाध्यक्ष,राजगिरीश सहारिया को मीडिया प्रभारी लज्जाराम शर्मा, महामंत्री, सुरेश बोहरा, गुरुदत्त शर्मा, सोहन लाल शर्मा ,सुरेश शर्मा एवं विमल राज शर्मा को संगठन मंत्री बनाया गया। भगवान परशुराम की पूजा के साथ शुरू हुई बैठक में अध्यक्ष ने पदाधिकारियों को पौधे लगाने का संकल्प दिलाया।

श्रीमहावीरजी/हिण्डौनसिटी. अवैध हथियार व सक्रिय बदमाशों के विरुद्ध चलाए जा रहे अभियान के तहत सोमवार को श्रीमहावीरजी थाना पुलिस ने किसी बड़ी वारदात करने की फिराक में घूम रहे हिस्ट्रीशीटर बदमाश को गिरफ्तार कर लिया। बदमाश के पास से डबल बैरल की एक 12 बोर बंदूक व 8 कारतूस जब्त किए हैं।


एसपी मृदुल क'छावा ने बताया कि गिरफ्तार मुकेश मीना पुत्र रामखिलाड़ी मीना (45) थाना श्रीमहावीरजी इलाके के गांवड़ी मीना गांव का रहने वाला है। तथा थाने का हिस्ट्रीशीटर भी है। जिसके विरुद्ध हरियाणा के पुन्हाना थाने के अलावा राजस्थान के जयपुर, कोटा, करौली, सवाईमाधोपुर एवं भरतपुर जिले के विभिन्न थानों में हत्या, हत्या का प्रयास, अपहरण, अवैध हथियार, मारपीट, चोरी, लूट व उद्यापन आदि के 20 आपराधिक मुकदमे पूर्व में दर्ज हंै।


सोमवार को श्रीमहावीरजी थानाधिकारी धर्म सिंह व एएसआई गोटे लाल को गश्त के दौरान हिस्ट्रीशीटर बदमाश के बारे में सूचना मिली थी। जिसके बाद मय टीम के बनवारीपुर मोड़ शिव निजी औद्योगिक प्रशिक्षण केंद्र के सामने से मुकेश मीना को टीम ने एक 12 बोर डबल बैरल बंदूक व 8 कारतूसों के साथ दबोच लिया।

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