>>: Digest for July 09, 2021

>>

Patrika - A Hindi news portal brings latest news, headlines in hindi from India, world, business, politics, sports and entertainment!

You are receiving a digest because your subscriptions have exceeded your account's daily email quota. Your quota has automatically reset itself.

Table of Contents

बाड़मेर. कोरोना से जंग जीत चुके कई लोग मानसिक परेशानियों का शिकार हो रहे हैं। ऐसे लोगों को नियमित रूप से मनोरोग विशेषज्ञ से उपचार करवाना पड़ रहा है। चिंता की बात यह है कि इसमें खासकर युवा है, जो कोविड-19 से ग्रसित होने के बाद से इससे बहुत अधिक भयभीत है। जबकि उन्हें स्वस्थ हुए काफी समय बीत चुका है, लेकिन कोविड का डर उनके मन-मस्तिष्क पर गहरे तक असर कर गया है, जो अब मानसिक परेशानियों के रूप में उभर कर सामने आ रहा है।
कोविड की दूसरी लहर में युवा ज्यादा प्रभावित हुए हैं। अस्पताल में भर्ती होने वाले की संख्या भी इनकी अधिक रही। कोविड से जंग जीत चुके युवा मानसिक रूप से काफी कमजोर हो गए हैं। इसके चलते उन्हें जीवन को लेकर हमेशा भय सता रहा है और यह इतना अधिक बढ़ गया है कि उन्हें मनोरोग विशेषज्ञ से काउंसलिंग लेनी पड़ रही है।
अवसाद की ओर धकेल रही मन की समस्याएं
जिला अस्पताल की मनोरोग विभाग की ओपीडी में करीब 10 फीसदी पोस्ट कोविड मरीज आ रहे हैं। इनमें सभी उम्र के लोग हैं। पुरुष अधिक और महिलाएं बहुत ही कम है। इनमें युवाओं में कोविड का डर घर कर गया है, जो निकल नहीं रहा है। इसके कारण बैचेनी, नींद नहीं आना, भूख में कमी, किसी काम में मन नहीं लगना जैसी समस्याएं बढ़ गई है, जो अवसाद की तरफ धकेल रही है। युवा जीवन को लेकर आशंकित ज्यादा है। चिकित्सकीय जांच में यह सामने आया है कि ऐसा इसलिए हो रहा है कि अस्पताल में भर्ती के दौरान उन्होंने अपने आसपास काफी मौतें आंखों के सामने देखी है, जिसमें कई लोग स्वस्थ हो चुके थे और अचानक मौत का शिकार हो गए। वो देखे गए दृश्य उनके मन-मस्तिष्क को प्रभावित कर रहे हैं। चाहते हुए भी वो भूल नहीं पा रहे हैं। जो उनके लिए मानसिक परेशानी का कारण बन चुके हैं।
दवा के साथ करते हैं काउंसलिंग
मनोरोग विभाग में ऐसे युवाओं को सप्ताह में एक बार बुलाकर दवा के साथ उनकी काउंसलिंग की जा रही है। उन्हें जीवन के प्रति सकारात्मक नजरिया रखने के साथ कोविड से सुरक्षा के रूप में वैक्सीनेशन करवाने के लिए भी प्रेरित किया जा रहा है। जिससे उनके मन का भय निकल सके। कईयों को नियमित काउंसलिंग की जरूरत होती है तो भी विशेषज्ञ ऐसे मरीजों की मदद कर रहे हैं।
डॉ. गिरीश बनिया, एचओडी मनोरोग विभाग राजकीय जिला अस्पताल बाड़मेर
विशेषज्ञ की सलाह, यह बरतें सावधानी
-दवाइयां नियमित रूप से लेना जरूरी
-समय-समय पर विशेषज्ञ को दिखाएं
-व्यक्ति को अकेला नहीं रहने दें
-सकारात्मक सोच को बढ़ाने का प्रयास करें
-बाहर जाएं, लोगों से बातचीत करें


सिणधरी ञ्च पत्रिका . उपखंड पुलिस थाना क्षेत्र के सिणधरी चारणान ग्राम पंचायत के भीलों की बस्ती में बुधवार देर रात अज्ञात चोरों ने नकबजनी की वारदात को अंजाम दिया। अज्ञात चोर देर रात एक रहवासी ढाणी से मकान में रखे 24 लाख नकद रुपए, 6 तोला सोना व 2 किलो चांदी चुरा ले गए। गुरुवार सुबह नकबजनी वारदात की जानकारी मिलने पर सिणधरी थाना अधिकारी बलदेवराम चौधरी सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घटना का मौका मुआयना कर एफएसएल टीम को सूचना दी गई। टीम के मौके पर पहुंचने पर टीम ने वारदात के मौके से चोरों के पैरों के चिन्ह व सैंपल एकत्रित किए।
थानाधिकारी बलदेवराम चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि सिणधरी चारणान भीलों की बस्ती निवासी मांगाराम पुत्र जवानाराम भील ने रिपोर्ट दी कि बुधवार देर रात अज्ञात चोर उसके घर के अंदर रखे 24 लाख रुपए, ६ तोला सोना, 2 किलो चांदी चुरा कर ले गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चोरों के पद चिन्हों के आधार पर 3 किलोमीटर तक मौका मुआयना किया। ३ किमी के बाद चोर मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग गया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
एफएसएल व साइबर टीम ने जुटाए साक्ष्य
थानाधिकारी चौधरी ने बताया कि बड़ी नकबजनी वारदात को लेकर स्पेशल टीम व साइबर टीम को मौके पर बुलाकर वारदात के स्थान से पद चिन्ह व साक्ष्य जुटाकर एकत्रित किए गए हैं। पुलिस के अनुसार पीडि़त परिवादी ने 4 माह पहले अपने नाम की जमीन बेचकर 24 लाख रुपए नकद ढाणी में बने मकान के अंदर एक सूटकेस में रखे थे।


सिणधरी ञ्च पत्रिका . उपखंड पुलिस थाना क्षेत्र के सिणधरी चारणान ग्राम पंचायत के भीलों की बस्ती में बुधवार देर रात अज्ञात चोरों ने नकबजनी की वारदात को अंजाम दिया। अज्ञात चोर देर रात एक रहवासी ढाणी से मकान में रखे 24 लाख नकद रुपए, 6 तोला सोना व 2 किलो चांदी चुरा ले गए। गुरुवार सुबह नकबजनी वारदात की जानकारी मिलने पर सिणधरी थाना अधिकारी बलदेवराम चौधरी सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घटना का मौका मुआयना कर एफएसएल टीम को सूचना दी गई। टीम के मौके पर पहुंचने पर टीम ने वारदात के मौके से चोरों के पैरों के चिन्ह व सैंपल एकत्रित किए।
थानाधिकारी बलदेवराम चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि सिणधरी चारणान भीलों की बस्ती निवासी मांगाराम पुत्र जवानाराम भील ने रिपोर्ट दी कि बुधवार देर रात अज्ञात चोर उसके घर के अंदर रखे 24 लाख रुपए, ६ तोला सोना, 2 किलो चांदी चुरा कर ले गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चोरों के पद चिन्हों के आधार पर 3 किलोमीटर तक मौका मुआयना किया। ३ किमी के बाद चोर मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग गया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
एफएसएल व साइबर टीम ने जुटाए साक्ष्य
थानाधिकारी चौधरी ने बताया कि बड़ी नकबजनी वारदात को लेकर स्पेशल टीम व साइबर टीम को मौके पर बुलाकर वारदात के स्थान से पद चिन्ह व साक्ष्य जुटाकर एकत्रित किए गए हैं। पुलिस के अनुसार पीडि़त परिवादी ने 4 माह पहले अपने नाम की जमीन बेचकर 24 लाख रुपए नकद ढाणी में बने मकान के अंदर एक सूटकेस में रखे थे।


सिणधरी पत्रिका . उपखंड पुलिस थाना क्षेत्र के सिणधरी चारणान ग्राम पंचायत के भीलों की बस्ती में बुधवार देर रात अज्ञात चोरों ने नकबजनी की वारदात को अंजाम दिया। अज्ञात चोर देर रात एक रहवासी ढाणी से मकान में रखे 24 लाख नकद रुपए, 6 तोला सोना व 2 किलो चांदी चुरा ले गए। गुरुवार सुबह नकबजनी वारदात की जानकारी मिलने पर सिणधरी थाना अधिकारी बलदेवराम चौधरी सहित पुलिस टीम मौके पर पहुंची। घटना का मौका मुआयना कर एफएसएल टीम को सूचना दी गई। टीम के मौके पर पहुंचने पर टीम ने वारदात के मौके से चोरों के पैरों के चिन्ह व सैंपल एकत्रित किए।
थानाधिकारी बलदेवराम चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि सिणधरी चारणान भीलों की बस्ती निवासी मांगाराम पुत्र जवानाराम भील ने रिपोर्ट दी कि बुधवार देर रात अज्ञात चोर उसके घर के अंदर रखे 24 लाख रुपए, ६ तोला सोना, 2 किलो चांदी चुरा कर ले गए। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर चोरों के पद चिन्हों के आधार पर 3 किलोमीटर तक मौका मुआयना किया। ३ किमी के बाद चोर मोटरसाइकिल पर सवार होकर भाग गया। पुलिस ने अज्ञात चोरों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
एफएसएल व साइबर टीम ने जुटाए साक्ष्य
थानाधिकारी चौधरी ने बताया कि बड़ी नकबजनी वारदात को लेकर स्पेशल टीम व साइबर टीम को मौके पर बुलाकर वारदात के स्थान से पद चिन्ह व साक्ष्य जुटाकर एकत्रित किए गए हैं। पुलिस के अनुसार पीडि़त परिवादी ने 4 माह पहले अपने नाम की जमीन बेचकर 24 लाख रुपए नकद ढाणी में बने मकान के अंदर एक सूटकेस में रखे थे।

बाड़मेर.जिला मुख्यालय से 10 किलोमीटर दूर आटी गांव में दो सडक़ों के डामरीकरण की स्वीकृति पर ग्रामीणों ने विधायक का अभिनंदन किया।

आटी सडक़ से जूनी आटी 2.5 किमी लागत 62 लाख तथा रामसर रोड से आटी जूना पतरासर सडक़ के डामरीकरण का कार्य 8 किमी लागत 1 करोड़ की स्वीकृति जारी हुई है। स्वीकृति सूचि निकलने के बाद गुरुवार को आटी गांव के ग्रामीणों ने विधायक मेवाराम जैन के कार्यालय पहुंचकर उन्हें साफा और मालाएं पहनाकर धन्यवाद ज्ञापित किया।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव की दो सडक़ों को लेकर पिछले काफी समय से ग्रामीण परेशान थे और इस सडक़ों की स्वीकृति के बाद ग्रामीणों को काफी राहत मिलेगी। कांग्रेस नेता तनसिंह महाबार को भी मालाएं पहनाकर धन्यवाद ज्ञापित किया। विधायक मेवाराम जैन ने कहा कि विधानसभा क्षेत्र में हर प्रकार के विकास कार्यों के लिए संकल्पित है।

आमजन को किसी भी प्रकार की मूलभूत सुविधाओं की समस्या ना हो इसलिए हम सदैव तत्पर है। ताराराम,मेताराम नखतसिंह, छोटूसिंह, चनणाराम जुगताराम,पहाड़सिंह, भीमाराम, पेमाराम,कमलाराम आदि ने विधायक का अभिनंदन किया।

बाड़मेर. कृषि विज्ञान केन्द्र दांता बाड़मेर ने गुरुवार को देरासर में खरीफ किसान गोष्ठी का आयोजन किया।

ग्रामीणों ने भारत सरकार एवं राजस्थान सरकार की खेती एवं पशुपालन से सम्बंधित विभिन्न योजनाओं पर चर्चा की। केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. विनय कुमार ने कहा कि जिले में अधिक बारानी खेती होती है इसलिए यहां पर बारानी फलदार पौधे लगाएं।

जिन किसानों ने देशी बेर के पौधों की कटाई छंटाई की है, वे जुलाई व अगस्त में बडिंग कर सकते हंै। गोला, सेव एवं थाईऐप्पल बेरका प्रयोग कर अधिक लाभ कमा सकते हैं। डॉ. कुमार ने कहा कि किसान को जल संरक्षण के लिए अपने घर का पानी घर में, खेत का पानी खेत में व गांव का पानी गांव में रहे,एेसा कार्य करना चाहिए। केन्द्र के पादप संरक्षण विशेषज्ञ एस.एल.कांटवा ने कहा कि किसानों को क्षेत्र के अनुसार बुवाई हेतु बीज का चुनाव इस प्रकार करना चाहिए जो रोग रोधी, कम समय में पकने वाली, सूखा सहन करने वाला,अधिक उत्पादन देने वाला हो। बाजरे की एमपीएमएच-17, एचएचबी -67, मोठ की आरएमओ- 435, आरएमओ- 251, मूंग की जीएम-4, जीएएम-5, शिखा, एसएमएल-668 व तिल की आरटी-127, आरटी-351, आरटी-346 (चेतक) आदि किस्मों की बुवाई करनी चाहिए।

पशुपालन विशेषज्ञ बी.एल.डांगी ने बताया कि खरीफ फसलों की बुवाई के साथ पशुओं के लिए हरे चारे के लिए बाजरा, ज्वार आदि की बुवाई करनी चाहिए।

बाड़मेर. कोरोना संक्रमण का दूसरा दौर थोड़ा थमा तो शिक्षण को लेकर दौड़धूप हो रही है। सरकार ने कुछ विद्यालयों को क्रमोन्नत किया तो अब शिक्षक तबादलों का दौर शुरू होने वाला है। आगामी दिनों में नवीं से बारहवीं की कक्षाएं संचालित होने की उम्मीद है, लेकिन इस बीच जिले की करीब डेढ़ सौ स्कू  लों के हजारों विद्यार्थी इस चिंता में है कि उन्हें पैदल स्कू  ल जाना होगा। क्योंकि उनकी ग्राम पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय ही नहीं है। एेसे में वे पास की ग्राम पंचायत में पढऩे जाएंगे जहां वाहनों की कमी पर पैदल जाना होगा। आठवीं व दसवीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थी टीसी लेने के साथ यह भी पूछ रहे हैं कि अगली कक्षा में कहां प्रवेश लें जहां से घर की दूरी कम से कम हो।

राज्य सरकार ने हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उच्च माध्यमिक विद्यालय की घोषणा तो कर रखी है, लेकिन जिले में दो साल पहले नव क्रमोन्नत हुई ग्राम पंचायतों में से अधिकांश में अभी भी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कू  ल ही है। इसके चलते इन विद्यालय में कक्षा आठवीं, दसवीं उत्तीर्ण करने वाले विद्यार्थियों को अब अगली कक्षा की पढ़ाई के लिए पैदल जाना होगा।

वहीं, वर्तमान में कई विद्यार्थी पैदल चल कर पास की ग्राम पंचायत की स्कू  ल में पढ़ाई करने को मजबूर है।

विद्यार्थियों के अनुसार सरकार व जनप्रतिनिधि उनकी सुने और हर ग्राम पंचायत मुख्यालय पर उच्च माध्यमिक विद्यालय शुरू हो वह भी इसी सत्र में जिससे कि उनको पढऩे के लिए पैदल नहीं जाना पड़े।

विद्यार्थियों की जुबानी पैदल चलने की पीड़ा

गत सत्र में 10वीं उतीर्ण कर ली है, लेकिन आगे की पढ़ाई के लिए 7 किमी से नजदीक कोई उच्च माध्यमिक विद्यालय नहीं है।- दिलीप, रामावि रामदेव नगर

हमारी ग्राम पंचायत में उच्च माध्यमिक विद्यालय नहीं है। आगे की पढ़ाई के लिए सरकारविद्यालय को क्रमोन्नत करे जिससे कि आगे भी हमारी पढ़ाई जारी रहे।- हुकमाराम छात्र, रामावि बांकाणा तला, ग्राम पंचायत हुडों का तला

10वीं उतीर्ण करने बाद आगे की पढ़ाई के लिए दूसरी ग्राम पंचायत जाना पड़ता है, जिसकी दूरी 8 किमी है। हमारी ग्राम पंचायत में विद्यालय को क्रमोन्नत किया जाए।- सुनील कुमार, छात्र, रामावि बाधा

8वीं के बाद आगे की पढ़ाई के लिए 9 किमी दूर जाना पड़ता है। हमारी ग्राम पंचायत में ही विद्यालय को क्रमोन्नत किया जाए। - भूपेन्द्र, छात्र, राउप्रावि धन्ने का तला

बस्ते का भारी बोझ और पैदल चलकर स्कू  ल पहुंचना मुश्किल हो जाएगा। सरकार जल्द ही उच्च माध्यमिक स्कू  ल शुरू कर विद्यार्थियों के राहत दे।- महबूबखां,

राउप्रावि आकल आठवीं पास करने वाले विद्यार्थियों की उम्र ज्यादा नहीं होती। गांव में उच्च स्कू  ल नहीं होने पर पैदल जाना पड़ता है, क्योंकि ढाणियों में ज्यादातर परिवार रहते हैं, जहां से आवागमन के साधन नहीं है।- मगनाराम, रामावि कंडानियों का तला

You received this email because you set up a subscription at Feedrabbit. This email was sent to you at rajisthanews12@gmail.com. Unsubscribe or change your subscription.