>>: Digest for July 13, 2021

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Table of Contents

अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर और कनिष्ठ लेखाकार सज्जन सिंह के खिलाफ दो साल पहले गोपनीय शिकायत मिली थी। इसे गंभीरता से लेते हुए आयोग ने कई साक्षात्कार बोर्ड से गुर्जर को अलग रखा था। यह खुलासा घूसकांड के बाद जारी आयोग की आंतरिक जांच में हुआ है।

आरएएस साक्षात्कार में अच्छे नम्बर दिलवाने की एवज में रिश्वत मांगने के मामले की जांच जारी है। कनिष्ठ लेखाकार सज्जनसिंह गुर्जर, सिकंदरा के टोलकर्मी नरेंद्र पोसवाल, सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति भैरोसिंह पर एसीबी की खास नजरें हैं।

मिली थी गुर्जर-सज्जन की शिकायत
तत्कालीन वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में 7 दिसंबर 2016 को राजकुमारी गुर्जर को आयोग में सदस्य नियुक्त किया गया था। सदस्य गुर्जर और कनिष्ठ लेखाकार सज्जनसिंह के खिलाफ आयोग के पूर्व अध्यक्ष दीपक उप्रेती के कार्यकाल में एक गोपनीय पत्र पहुंचा था। इसमें भर्ती परीक्षाओं और साक्षात्कार में अनियमितताओं की आशंका जताकर जांच की मांग की गई थी।

नहीं किया था साक्षात्कार बोर्ड में शामिल
आयोग में 2019 और 2020 के बीच सब इंस्पेक्टर और प्लाटून कमांडर, कृषि अनुसंधान अधिकारी सहित अन्य भर्तियों के साक्षात्कार हुए थे। गोपनीय शिकायती पत्र को आयोग ने गंभीरता से लिया। सदस्य राजकुमारी गुर्जर को कई साक्षात्कार बोर्ड से दूर रखा गया था। ताकि शिकायत की जांच हो सके। आयोग ने सदस्य डॉ. शिवसिंह राठौड़ और रामूराम राइका के ही साक्षात्कार बोर्ड ज्यादा रखे थे। बाद में राजकुमारी गुर्जर को वापस बोर्ड में शामिल किया गया था।

अध्यक्ष तय करते हैं बोर्ड
नियमानुसार साक्षात्कार से पहले बोर्ड बनाए जाते हैं। यह विशेषाधिकार सिर्फ अध्यक्ष का होता है। वह बोर्ड बनाने के लिए गोपनीय कोड लिखकर सीलबंद लिफाफा भेजते हैं। साक्षात्कार से महज दस मिनट पहले ही सदस्यों-विशेषज्ञों को बोर्ड में शामिल होने की सूचनी मिलती है। सदस्यों को साक्षात्कार बोर्ड में रखना अथवा दूर रखने का विशेषाधिकार भी आयोग अध्यक्ष का होता है।

अब भी हो सकता है ऐसा....
जिस तरह आरएएस 2018 रिश्वतकांड उजागर हुआ है उसको देखते हुए आयोग का संभवत: गुर्जर को आगामी साक्षात्कार बोर्ड में शामिल करना मुश्किल है। उन्हें बोर्ड में शामिल करने पर आयोग की परेशानियां बढ़ेंगी।

अजमेर.

राजस्थान लोक सेवा आयोग में आरएएस 2018 के बकाया साक्षात्कार जारी हैं। आयोग के तयशुदा शिड्यूल के मुताबिक सोमवार और मंगलवार को साक्षात्कार होंगे। इसके बाद 2010 अभ्यर्थियों को नतीजे का इंतजार रहेगा।

राज्य में 14 अप्रेल से 1 जून तक कोरोना संक्रमण के चलते लॉकडाउन था। इसके चलते आयोग ने 21 जून से आरएएस के बकाया साक्षात्कार प्रारंभ किए थे। आयोग के तय कार्यक्रम के अनुसार साक्षात्कार 13 जुलाई तक चलेंगे। मालूम हो कि आयोग ने आरएएस एवं अधीनस्थ सेवा भर्ती-2018 के तहत 1051 पदों की एवज में 2010 अभ्यर्थियों को किया साक्षात्कार के लिए उत्तीर्ण किया है।

जारी रहेंगे साक्षात्कार
एसीबी ने 9 जुलाई को कनिष्ठ लेखाकार सज्जसिंह वर्मा को 23 लाख रुपए रिश्वत राशि सहित दबोचा था। इसी कड़ी में टोलनाका कर्मी नरेंद्र पोसवाल भी गिरफ्तार हो चुका है। इनका कनेक्शन सदस्य राजकुमारी गुर्जर के पति भैरोसिंह से बताया जा रहा है। जैसे-जैसे जांच का दायरा बढ़ेगा एसीबी इनसे भी पूछताछ करेगी। आयोग अध्यक्ष डॉ. भूपेंद्र यादव साक्षात्कार कार्यक्रम जारी रखने की बात कह चुके हैं। उधर राजस्थान बेरोजगार संघ के प्रदेशाध्यक्ष उपेन यादव ने राज्य सरकार से मामले की गहन पड़ताल और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।

अजमेर. राजस्थान लोक सेवा आयोग की सदस्य राजकुमारी गुर्जर राजनीतिक में किस्मत अजमा चुकी हैं। उन्होंने 13 साल पूर्व बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र से चुनाव लड़ा था। टोल नाके का सुपरवाइजर नरेंद्र तबसे राजकुमारी और उनके परिवार से जुड़ा हुआ है।

दौसा जिले के बांदीकुई विधानसभा क्षेत्र से राजकुमारी गुर्जर ने 2008 में बहुजन समाज पार्टी से टिकट लेकर चुनाव लड़ी थीं। उनका मुकाबला रामकिशोर सैनी और कांग्रेस के गजराज खटाणा से था। लेकिन नतीजा सैनी के पक्ष में रहा था।

चुनाव में कार्यकर्ता था नरेंद्र
नरेंद्र पोसवाल दौसा जिले के नारायणपुरा का रहने वाला है। वह राजकुमारी के बांदीकुई से चुनाव लडऩे के दौरान उनसे जुड़ा था। वह सामान्य कार्यकर्ताओं की तरह उनके चुनाव में भीड़ जुटाने, गांव-गांव जनसंपर्क और अन्य कार्य करता था। राजकुमारी के राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्य बनने के बाद वह कई बार अजमेर आया है।

स्टेट और एनएच टोल पर नौकरी....
नरेंद्र पहले अलवर-सिकंदरा मेगा हाइवे स्थित स्टेट टोल पर कामकाज करता था। वह कई साल तक इस टोल पर तैनात रहा। करीब तीन-चार साल पहले वह जयपुर-आगरा नेशनल हाइवे टोल पर नौकरी पर लगा। इस टोल पर सुरक्षाकर्मी उपलब्ध कराने का ठेका राजकुमारी के भाई सुरेंद्र हर्षाणा की कम्पनी यूएस इंडिया हॉरिजोन प्रा.लिमिटेड के पास है।

खुद को बताता है पीए..
नरेंद्र दौसा-बांदीकुई इलाके में खुद को राजकुमारी का कथित पीए बताता रहा है। वह राजकुमारी और उनके पति भैरोसिंह के दौसा आने पर अतिथि-सत्कार और सामान्य बंदोबस्त करता है। एसीबी ने नरेंद्र के गुर्जर परिवार से नजदीकी, क्षेत्र में सक्रियता को भी जांच के एंगल में शामिल किया है।

राजुकमारी को यूं मिला ईनाम
राज्य में 2013 में विधानसभा चुनाव हुए थे। इसमें भाजपा ने पूर्व मंत्री नाथूसिंह गुर्जर की पत्नी डॉ. अलका सिंह गुर्जर को बांदीकुई से टिकट दिया। राजकुमारी ने भाजपा के समर्थन में प्रचार-प्रसार किया। उस चुनाव में डॉ. अलका विजयी रही थीं। राजकुमारी को इसका तोहफा राजस्थान लोक सेवा आयोग में सदस्य बनाकर दिया गया था।

अजमेर. नगर निगम की ओर से पूर्व में अतिक्रमण ध्वस्त करने के बाद भी अतिक्रमी निर्माण करने में लगे हुए है। मामला वैशाली नगर का है जहां वैशाली नगर में सत्यम समारोह स्थल के सामने अतिक्रमी की ओर से दोबारा नाले पर निर्माण कराया जा रहा था। लेकिन नगर निगम की सतर्कता से यह रुक गया। सूचना पर नगर निगम के अतिक्रमण प्रभारी प्रकाश डूडी मौके पर पहुंचे और निर्माण ध्वस्त किया।
वैशाली नगर की इनकम टैक्स कॉलोनी में स्थित एक आवासीय भूखण्ड पर अतिक्रमी ने व्यवसायिक निर्माण कर रखा है। इसका रास्ता अतिक्रमियों की ओर से नाले पर अतिक्रमण कर गौरव पथ की ओर निकाला जा रहा है। फरवरी माह में वैशाली नगर गौरव पथ पर नाले पर हुए अतिक्रमण को नगर निगम ने ध्वस्त किया था। बाद में मामला न्यायालय में चला गया। रविवार को अतिक्रमी की ओर से नाले पर फिर से अतिक्रमण किया जा रहा था। इसकी सूचना आयुक्त डॉ खुशाल यादव को मिली। उन्होंने अतिक्रमण प्रभारी प्रकाश डूडी को मौके पर भेजा। इस बीच कनिष्ठ अभियंता योगेन्द्र सिंह शेखावत मौके पर पहुंच गए। मौके पर मजदूर नाले पर निर्माण कर रहे थे।
बरसाती नाले पर निर्माण
अतिक्रमी की ओर से सरकारी नाले की दीवारों में सरिए डालकर निर्माण कर रखा था। निगम की टीम को देखते ही मजदूर मौके से भाग गए। इसके बाद जेसीबी मशीन से नाले पर हुए निर्माण को हटाया गया। बाद में राजस्व निरीक्षण सत्यनारायण बोहरा भी मौके पर पहुंचे। उन्होंने मौके पर सामान जब्त कर लिया। उल्लेखनीय है कि नगर निगम ने कुछ माह पहले अवैध रूप से बनाए गए। इस रैंप को ध्वस्त किया था। उक्त अतिक्रमण को लेकर मामला न्यायालय में भी विचाराधीन है। निर्माण कुसुम गर्ग के नाम से है। मामले में महापौर ब्रजलता हाड़ा ने भी निर्माण रोकने के निर्देश दिए थे।
व्यवसायिक हित साध रहे है अतिक्रमी
मामले में अतिक्रमी व्यवसायिक हित साध रहे है। प्लॉट आवासीय है। जो निर्माण हो रखा है। उसका नक्शा भी निगम से स्वीकृत नहीं है। पूर्व में जब नगर निगम की ओर से नोटिस जारी किया गया था। अतिक्रमी अपने व्यवसायिक हित को जनहित बताने से भी बाज नहीं आ रहे है।
पहले भी तोड़ा था निर्माण
अतिक्रमण प्रभारी प्रकाश डूडी ने बताया कि अतिक्रमी ने नाले पर अतिक्रमण कर लिया था। निगम की ओर से कुछ महीने पहले इस अतिक्रमण को ध्वस्त किया गया था। लेकिन अतिक्रमी की ओर से रविवार को फिर से निर्माण कराया जा रहा था। पहले से ही मामला विचाराधीन है। इस मामले में कानूनी कार्रवाई अमल में लाएंगे।
वैशाली नगर में नाले पर फिर से अतिक्रमण किया जा रहा था। पूर्व में भी निगम की ओर से कार्रवाई की गई थी। अब लीगल सेल से राय लेकर कानूनी कार्रवाई अमल में लाएंगे।
डॉ. खुशाल यादव, आयुक्त नगर निगम अजमेर

अजमेर. अजमेर स्मार्ट सिटी के तहत चल रहे प्रोजेक्टों का वेस्ट मैटेरियल इन दिनों शहर की सूरत बिगाड़ रहा है। नियम कायदों को ताक पर रख कर सैकड़ों डम्पर मिट्टी शहर की सड़कों के किनारे, तालाब तथा अजमेर विकास प्राधिकरण की योजनाओं में डाली जा रही है। जबकि नियमानुसार ठेकेदार को वेस्ट मेटेरियल ठेकेदार को डम्पिंग यार्ड में डालने का नियम है। इसके लिए ठेकेदार को भुगतान किए जाने का भी प्रावधान है। इसके बादजूद स्मार्ट सिटी के अभियंता शहर को गंदा करवाने में लगे हुए हैं। स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट की साइर्ट से सूखी व गली मिट्टी के परिवहन के दौरान शहर की सड़कों भी खराब हो रही हैं। इससे शहर के लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

एडीए ने दर्ज करवाई शिकायत

अजमेर विकास प्राधिकरण की पृथ्वीराज नगर योजना की मुख्य सड़क के किनारे स्मार्ट सिटी के मोइनिया इस्लामिया में बनाई जा रही भूमिगत पार्किग की खुदाई की गीली व सूखी सैंकड़ों डम्पर मिट्टी को ठेकेदार ने डाल दिया। प्राधिकरण ने इसकी शिकायत क्रिश्चियनगंज थाने में दर्ज करवाई है। प्राधिकरण के अनुसा योजना के मुख्य गेट, ए ब्लॉक तथा व्यावयसायिक ब्लॉक में रात्रि में डम्पर के जरिए अवैध रूप से मिट्टी डाली जा रही है इसे बंद करवाया जाए। वहीं माकड़वाली रोड पर चौरसियावास तालाब में मिट्टी डालने से तालाब की पानी की आवाक बंद हो गई है।

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अजमेर. अजमेर विद्युत वितरण निगम ने बिजली चोरी, जुर्माना राशि और प्रकरणों के समयबद्ध निस्तारण की दिशा में एक महत्वपूर्ण शुरूआत की है। निगम प्रकरणों के निस्तारण में पारदर्शिता के लिए अब ई- वीसीआर एप से बिजली चोरी मामलों की वीसीआर भरेगा। इससे जहां वीसीआर से छेड़छाड़ बिल्कुल बंद हो जाएगी। वहीं उपभोक्ताओं को भी राहत मिलेगी। प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी ने बताया की उपभोक्ताओं के विद्युत कनेक्शनों की सतर्कता जांच के दौरान उच्चस्तरीय पारदर्शिता करने के उद्देश्य से मोबाईल एप ई-वीसीआर बनाया गया है।
नहीं हो पाएगी वीसीआर रिपोर्ट से छेड़छाड़

बिजली उपयोगकर्ता द्वारा विद्युत चोरी या मीटर में छेडछाड करने पर जो केस बनाया जाता है, उसमें घटना स्थल की लोकेशन एवं समय डिजिटल वीसीआर शीट में दर्ज हो जाता है। शीट भरने के बाद कांट-छांट या ओवर राईटिंग या तदउपरान्त बदलाव करना संभव नही है। यह डिजिटल वीसीआर सबमिट बटन दबाते ही सब डिवीजन के कम्प्यूटर पर परिलक्षित हो जाती है।
एप पर ही तैयार होंगे वसूली, एफआईआर के दस्तावेज

डिजीटल वीसीआर की प्रक्रिया को सरल एवं सम्पूर्ण बनाया गया है। वीसीआर शीट भरने के बाद पेनल्टी का आंकलन, नोटिस एवं आवश्यकता पडने पर एफआईआर दर्ज करने के कागजात भी इसी एप से तैयार किए जाएंगे। सतर्कता जांच से संबंधित हर प्रकार की मासिक अथवा साप्ताहिक सूचना इस एप के डेशबोर्ड पर स्वत: अपडेट होती रहती है जो वृत स्तर,जोन स्तर एवं डिस्कॉम स्तर पर सीधे ही देख सकते हैं।
बिना इंटरनेट भी भरी जा सकेगी वीसीआर

एसई आईटी सी.पी.गांधी ने बताया कि इस एप की एक खासियत यह भी है कि जिस सब डिविजन में वीसीआर शीट भरी जाती है वहां के उपभोक्ताओं के मास्टर डाटा मोबाईल में डाउनलोड हो जाते है। यदि घटना स्थल पर इन्टरनेट सुविधा नही मिले तो भी ऑफलाईन डाटा के आधार पर वीसीआर शीट पूरी भरी जा सकती है।

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अजमेर. ऊर्जा व जलदाय मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने अजमेर विद्युत वितरण निगम के अधिकारियों को निर्देश दिए है कि आमजन की समस्याओं को सुनकर तत्काल निराकरण करें। अजमेर में टाटा पावर से संबंधित समस्याओं के लिए नियमित साप्ताहिक जनसुनवाई की जाएगी। डिस्कॉम टाटा पावर के कामों की थर्ड पार्टी ऑडिट भी करवाएगा। इसके साथ ही पानी व बिजली से जुड़ी विभिन्न्न परियोजनाओं को समयबद्ध पूरा किया जाएगा। ऊर्जा व जलदाय मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला ने डिस्कॉम मुख्यालय पर विद्युत व पेयजल विभाग के अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। ऊर्जा विभाग की बैठक के दौरान डॉ. कल्ला ने निर्देश दिए कि किसानों को समय पर कनेक्शन जारी किए जाएं। उन्हें डिमांड नोट जारी करने के 45 से 60 दिन में हर हाल में कनेक्शन मिल जाना चाहिए।

टाटा पावर के कामकाज की होगी ऑडिट

ऊर्जा मंत्री ने बैठक में निर्देश दिए कि टाटा पावर के साथ किए गए अनुबंध की शर्तों के अनुसार कामकाज की थर्ड पार्टी ऑडिट कराई जाएगी। उन्होंने डिस्कॉम के प्रबन्ध निदेशक वी.एस. भाटी को निर्देशित किया कि वे इस कार्य का समन्वय करें। उन्होंने टाटा पावर के अधिकारियों को भी निर्देश दिए कि संवेदनशील होकर आमजन की समस्याओं का निराकरण करें। उन्होनें कहा कि विजिलेंस के दौरान टाटा पावर के कार्मिक वास्तविक उपभोग की ही गणना करें। विजिलेंस में पारदर्शिता बरती जाए।

करनी होगी जनसुनवाई

बिजली के बिल ज्यादा आने, कॉल सेंटर पर सुनवाई नहीं होने, जुर्माना राशि ज्यादा लगाने सहित आमजन की समस्या के निराकरण के लिए ऊर्जा मंत्री ने टाटा पावर के अधिकारियों को निर्देश दिए कि प्रति सप्ताह जन सुनवाई करें। इसमें डिस्कॉम के अधिकारी भी उपस्थित रहेंगे।

अजमेर डिस्कॉम को उपलब्धि पर दी बधाई

ऊर्जा मंत्री डॉ.कल्ला ने बीते वित्तीय वर्ष में 13.73 प्रतिशत छीजत और 100 प्रतिशत राजस्व अर्जन पर अजमेर डिस्कॉम को बधाई दी। डॉ.कल्ला ने नागौर, सीकर, झुंझुनू, बांसवाड़ा और चितौड़ सहित अधिक छीजत वाले जिलों में विशेष निगरानी अभियान चलाने के निर्देश दिए।

राजस्थान दे रहा सस्ती बिजली

डॉ.कल्ला ने कहा कि राजस्थान सरकार ने बिजली खरीद में 22 पैसे प्रति यूनिट की कमी की है। इसके साथ ही एनटीपीसी के5 प्लांटों से करार खत्म किया गया है इससे सवा दो सौ करोड़ रूपए की बचत हुई है। राजस्थान को सोलर एनर्जी का हब बनाने पर काम किया जा रहा है।

ऊर्जा विभाग के प्रमुख शासन सचिव एवं चेयरमैन डिस्कॉम्स दिनेश कुमार ने कहा कि नागौर, सीकर एवं झुंझुंनू जिलों में बिजली चोरी रोकने के योजनाबद्ध तरीके से बिजली चोरों के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी। स्मार्ट मीटर लगाने से संबंधित कार्यवाही में भी तेजी लाएं।

ई-वीसीआर एप का शुभारम्भ

बैठक में डॉ. कल्ला,ऊर्जा सचिव दिनेश कुमार एवं प्रबंध निदेशक वी.एस.भाटी ने ई-वीसीआर एप का शुभारम्भ किया। उन्होंने बताया कि इस एप से बिजली चोरी व दुरूपयोग के मामलों में होने वाली कार्यवाही में पारदर्शिता आएगी। एप पर सभी सूचनाएं उपलब्ध रहने से प्रशासन व उपभोक्ता को भी आसानी होगी। विजिलेंस की वीडियो रिकॉर्डिग होगी।

कुसुम के लिए केन्द्र जिम्मेदार

ऊर्जा मंत्री किसानों को सोलर एनर्जी से जोडऩे के लिए लागू की गई कुसुम योजना के कम्पोनेंट ए व सी के लिए केन्द्र सरकार को जिम्मेदार बताया। इस योजना के तहत बैंक किसानों को लोन नहीं दे रहे हैं।

उन्होनें के कहा कि जो इंजीनियर ठेकेदारों के घरों में रह रहे है और तकनीकी हेल्परों को अपने घरेलू कामकाज में लगा रखा है उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।

एमडी ने दी प्रगति की जानकारी

निगम के एमडी वी.एस.भाटी ने बताया कि अजमेर डिस्कॉम ने पिछले दो सालों में बिजली छीजत कम करने और राजस्व वृद्धि के क्षेत्र में अच्छा काम किया गया है। नागौर में विशेष जांच अभियान, फीडर सेपरेशन, ड्रापिंग रिएक्टर तथा बिजली चोरी वाले गांवों में कृषि व घरेलू श्रेणी के कनेक्शन जारी कर सफलता पायी गई है। डिस्कॉम के 8 जिलों में दिन के दो चरणों में बिजली दी जा रही है। बैठक में निदेशक वित्त एम.के.गोयल, निदेशक तकनीकी के.एस.सिसोदिया,सचिव प्रशासन एन.एल. राठी, कम्पनी सचिव नेहा शर्मा, एसीई मुकेश बाल्दी विद्युत व जलदाय विभाग के अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।

व्यावसायियों ने मांगा कनेक्शन

किशनगढ़ के व्यावसाइयों ने ऊर्जामंत्री से मुलाकात कर किशनगढ़ में विद्युत कनेक्शन में देरी की शिकायत की। इस पर मत्री ने किशनगढ़ में १३२ केवी तथा ३३ केवी जीएसएस बनाने के निर्देश दिए। उन्होने कहा कि इनकी जमीन के लिए जिला कलक्टर से बात की जाएगी।

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धौलपुर. अवैध बिजली कनेक्शनों पर कार्रवाई के दौरान रविवार को विद्युत टीम और पुलिस दल पर हमला व सरकारी गाडिय़ों मे तोडफ़ोड् की घटना बाद सोमवार को गांव मानपुरा पुलिस व प्रशासन की टीम बड़े लवाजमे के साथ पहुंच गई। गांव में बड़ी कार्रवाई करते हुए अवैध कनेक्शनों को ध्वस्त किया गया। प्रारंभिक पड़ताल में सामने आया कि करीब दो परिवारों के इस गांव में मात्र एक स्कूल व एक अन्य घर ही मात्र बिजली के वैध कनेक्शन पाए गए। जबकि पूरा गांव अवैध कनेक्शन के जरिए वर्षो से चोरी की बिजली से रोशन हो रहा था। ऐसे में स्थानीय विद्युत निगम की कार्यशैली पर कई सवाल खड़े हो गए है।

उल्लेखनीय है कि सरमथुरा क्षेत्र के गांव मानपुरा में रविवार दोपहर बिजली विभाग की टीम पर ग्रामीणों ने हमला बोल दिया। अवैध ट्रांसफार्मर व विद्युत लाइन के खिलाफ कार्रवाई करने गई टीम पर ग्रामीणों ने महिलाओं सहित डिस्कॉम टीम का घेराव कर पथराव किया जिसमें कई कर्मचारी घायल हो गए थे घटना की जानकारी शाम को जब सरमथुरा थाना पुलिस मय पुलिस जाप्ते के गांव में पहुंची तो ग्रामीणों ने उन पर भी हमला बोल दिया।

इस दौरान पुलिस टीम अपनी गाडिय़ों को छोड़कर खेतों में भाग कर अपनी जान बचाई। इसके बाद रात को अतिरिक्त पुलिस की टीमें गांव के बाहर एकत्र हो गई और गांव में खड़ी क्षतिग्रस्त जीप को स्थानीय माध्यमों के जरिए बाहर निकाला। मामले में गांव मानपुरा में दोनों अलग-अलग घटनाओं के संबंध में मामले दर्ज कर लिए।

डीएम व एसपी पहुंचे गांव बिजली विभाग व पुलिस टीम पर गांव मानुपर में हमले के मामले को लेकर रविवार सुबह जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल व जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत गांव पहुंचे और पूरे मामले की जानकारी ली।

जिला कलक्टर ने अवैध बिजली कनेक्शन को हटाने व अनुचित तरीके से चला रहे कूलर व अन्य साधनों को सीज करने के निर्देश दिए। उन्होंने मौजूदगी में लाईट के पोल व क्षतिग्रस्त केबल को मौके पर ही हटवाया साथ ही लापरवाही बरतने वाले लाइनमैन को मौके पर ही सस्पेंड करने के निर्देश दिए। मामले में लापरवाही बरतने वालों पर भी गाज गिरने के संकेत दिए।

गांव में ढूंढे अवैध कनेक्शन

डीएम व एसपी ने गांव में गली-गली घूमकर अवैध कनेक्शन व पोल हटवाए। उन्होंने बताया कि ग्रामीणों के द्वारा कानून का उलंघन किया गया जो बहुत बड़ा अपराध की श्रेणी में आता है। गांव के प्रत्येक लाइट पोल को मौके से हटवाकर केवल आदि को जब्त करने की कार्यवाही की गई है। एसपी शेखावत ने बताया कि गांव में मात्र दो बिजली कनेक्शन वैध होना सामने आया, इसमें एक कनेक्शन स्थानीय एक विद्यालय व एक कनेक्शन स्थानीय एक व्यक्ति के नाम होना सामने आया है।

दोषियों पर कार्रवाई के निर्देश

पुलिस व विद्युत दल पर हमले के मामले में दोषियों के खिलाफ आवश्यक कार्यवाही करने हेतु सरमथुरा पुलिस थाने में जिला कलक्टर एवं जिला पुलिस अधीक्षक ने बैठक लेकर पुलिस अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश देते हुए कहा कि अपराधियों को किसी भी सूरत में बक्शा नहीं जाएगा। अवैध तरीके से बिजली की चोरी करने वाले लोगों से चार्ज वसूला जाएगा एवं नियमानुसार संख्यात्मक कनेक्शन के आधार पर चार्ज जमा करवाकर नए सिरे से बिजली उपलब्ध करवाई जाएगी। इस मौके पर एसडीएम सरमथुरा मनीष कुमार जाटव, पुलिस विभाग के अधिकारी, एसई बिजली विभाग व बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता मौजूद रहा

बाड़ी. उपखंड के डांग क्षेत्र कुदिन्ना में रविवार दोपहर बाद अचानक बदले मौसम के दौरान आकाशीय बिजली गिरने से मौत के आगोश में समाए तीन बालकों के परिजनों से ढांढ़स बंधाने के लिए सोमवार को जिला कलक्टर राकेश कुमार जायसवाल तथा पुलिस अधीक्षक केसरसिंह शेखावत कुदिन्ना पहुंचे।

गौरतलब है कि आकाशीय बिजली से जंगल में पशुओं को चराने गए दो सगे भाइयों सहित तीन बालकों की मौत हो गई थी। प्रकृति के इस प्रकोप के बाद उक्त घटना को लेकर सोमवार को जिला प्रशासन ने गांव कूदिन्ना पहुंच मृतक बालकों के परिजनों को ढांढस बंधाया और दुख की इस घड़ी का परिवार सामना कर सके।

जिला कलक्टर इस दौरान ग्रामीणों से मिले उनकी समस्याओं को जाना और समाधान का आश्वासन दिया। इस दौरान कलक्टर के साथ पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत, तहसीलदार पुरुषोत्तम लाल के साथ उपखंड स्तरीय अन्य अधिकारी मौजूद रहे।

जिला कलक्टर राकेश जयसवाल ने बताया कि आकाशीय बिजली का शिकार बने गांव के तीन बालकों के पीडि़त परिवारों को आर्थिक सहायता का प्रस्ताव बनकर तैयार हो गया है। सरकार की ओर से चार लाख और मुख्यमंत्री कोष से एक लाख की सहायता दी जाएगी। ऐसे में तीनों बालकों के परिवारों को 5-5 लाख रुपए का आर्थिक सम्बल प्रदान किया जाएगा।

गौरतलब है कि कुदिन्ना गांव में रविवार की शाम वज्रपात से अतर सिंह के पुत्र लवकुश और रामवीर के पुत्र विपिन और गोलू की पशु चराने के दौरान दीवार के सहारे खड़े होने पर अचानक आकाशीय बिजली गिरने से मौत हुई थी। घटना के बाद से गांव में शोक छाया है। हर घर खामोश है।

धौलपुर. एक नामचीन स्कूल बस से हरियाणा से गुजरात ले जाई जा रही शराब को धौलपुर में जिला आबकारी विभाग की ओर से जब्त किया गया है। आबकारी दल ने १७६ अंग्रेजी शराब पेटियां बरामद की गई है। मामले में आबकारी दल ने दो जनों को हिरासत में भी लिया है, जिनसे पूछताछ कर शराब पहुंचाने के ठिकाने के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। जिला आबकारी विभााग के निरीक्षक नीरज शर्मा ने बताया कि तस्करों में गुजरात में शराब सप्लाई के लिए राजस्थान और मध्यप्रदेश के रास्ते नया रास्ता बनाया है। जिसके चलते आबकारी विभाग को मुखबिर से सूचना मिली कि कुछ लोग स्कूल बस में छुपाकर हरियाणा के पलवल जिले से अंग्रजी शराब लेकर रवाना हुए है। जिस सूचना पर आबकारी की टीम ने मनिया से पीछा करते हुए सागरपाड़ा चेक पोस्ट पर बस को रोक लिया और तलाशी ली। आबकारी विभाग को बस में १७६ पेटी अंग्रेजी शराब की पेटियां अलग अलग ब्रांड की बरामद की। इस दौरान बस में सवार उदयपुर के गोगुन्दा निवासी किशनलाल व खेमराज को हिरासत में लिया गया है। इन दोनों ने पूछताछ में बताया कि वह शराब को हरियाणा के पलवल जिले से लेकर मथुरा, आगरा के रास्ते से धौलपुर व मध्य प्रदेश के रास्ते गुजरात ले जा रहे थे। आबकारी निरीक्षक शर्मा ने बताया कि गाड़ी नंबर के आधार पर गुजरात के बड़ोदरा जिला निवासी भूपेन्द्र सिंह पुत्र यशवंत सिंह की होना सामने आया ह

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