>>: Digest for July 23, 2021

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Table of Contents

बाड़मेर. फलों का राजा आम इस सीजन में ग्वार फली से सस्ता बिका। जिसके चलते इसका रसीले स्वाद का आनंद लोगों ने खूब लिया। कोरोना काल में आम की आवक भी खूब हुई और बिक्री भी जोरों पर रही। सबसे अधिक निर्जला एकादशी पर एक ही दिन में आम की बिक्री पर अनुमानित करीब 2.50 करोड़ की रही।
गर्मी की सीजन की शुरूआत के साथ ही आम की आवक प्रारंभ हो जाती है। शुरू में बादाम आम आता है, फिर इसके बाद आम की अन्य किस्में आती है। बाड़मेर में सबसे अधिक बादाम आम की आवक हुई और बिक्री भी हुई। बादाम की आवक मार्च के खत्म होते-होते शुरू हो जाती है और मानसून की बारिश के साथ फलों के राजा आम की विदाई होती है।
थार में 50 रुपए किलो तक बिका
जहां पर कैर-सांगरी की उपज होती है, वहां पर अन्य प्रदेशों से आने वाला इनके मुकाबले काफी सस्ता बिका। प्रतिकिलो बादाम आम बाड़मेर में 50 रुपए किलो तक बिके। जबकि थार में पैदा होने वाले कैर-सांगरी की कीमत आम से 4-5 गुणा तक अधिक रहती है।
भावों में ग्वार फली भी रही ऊपर
आम के भाव 50 रुपए किलो तक रहे, लेकिन यहां पैदा होने वाली ग्वार फली 80-100 रुपए किलो तक में मिली। फलों के राजा आम की आवक खूब होने पर इसका भाव भी आम आदमी की पहुंच में रहा। हालांकि कोविड के कारण इसकी बिक्री भी प्रभावित हुई, इसके चलते पिछले दो सालों से इसके दाम में गिरावट आई है। जबकि इससे पहले 70-80 रुपए प्रति किलो से आम नीचे नहीं आया था।
केसर आम थार की खास पसंद
हापुस आम अपनी मिठास, समृद्धि, और स्वाद के लिए अंतरराष्ट्रीय बाजार में जाना जाता है। हालांकि बाड़मेर में इसकी आवक कम होती है। लेकिन यहां पर केसर आम सबसे अधिक पंसद किया जाता है। बादाम के बाद सबसे अधिक केसर आम की यहां पर डिमांड रहती है। इसके अलावा दशहरी, तोतापुरी सहित कुछ और भी किस्में यहां पर बिक्री के लिए आती है।

बाड़मेर. 1971 के युद्ध की 50वीं वर्षगांठ को स्वर्णिम विजय वर्ष मनाते हुए निकली विजय मशाल का जलीपा मिलिट्री स्टेशन में स्वागत किया गया।

विजय मशाल की अगुआई कमाण्डर बोगरा ब्रिगेड और स्टेशन कमाण्डर ब्रिगेडियर सलिल सेठ, ने की।

कार्यक्रम में १९७१ के युद्ध में शहीद हुए सेना मेडल सिपाही दीपाराम के पुत्र स्वामीराम को कमाण्डर बोगरा ब्रिगेड ब्रिगेडियर सलिल सेठ ने सम्मानित किया।

स्वर्णिम विजय वर्ष के समारोह के हिस्से के रूप में युद्ध के दिग्गजों और वीर नारियों के अभिनन्दन, युद्ध के दिग्गजों के घरों में जीत की लौ ले जाने, प्रेरक और शैक्षिक फिल्मों की स्क्रीनिंग और पौधरोपण अभियान जैसे कार्यक्रमों की एक शृंखला आयोजित की जाएगी।

साथ ही इस युद्ध के योद्धाओं के घरों की पवित्र मिट्टी को इक_ा किया जाएगा। गौरतलब है कि 16 दिसम्बर 1971 को भारतीय सेना ने पाकिस्तानी सेना को हराया। 93,000 पाकिस्तानी सैनिकों ने आत्मसमर्पण किया जो कि द्वितीय विश्व युद्ध के बाद किसी भी परंपरागत युद्ध में सबसे ज्यादा था।

पाकिस्तानी सेना की तरफ से पूर्वी पाकिस्तान आर्मी कमाण्डर लेफ्टिनेंट जनरल एएके नियाजी ने भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल परम विशिष्ठ सेवा मेडल जगजीत सिंह अरोरा के समक्ष आत्मसमर्पण किया।

बाड़मेर. राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी सघर्ष समिति प्रदेश स्तर के आह्वान पर राज्यव्यापी आन्दोलन के अन्तर्गत गुरुवार को बाड़मेर जिले में मंत्रालयिक कर्मचारीयों ने अपनी 07 सूत्री मांगों के लिए काली पट्टी बांध आन्दोलन का आगाज किया।

राजस्थान राज्य मंत्रालयिक कर्मचारी सघर्ष समिति बाड़मेर ने अपनी 07 सूत्री मांगों के अन्तर्गत स्टेट पैरीटी के आधार कनिष्ठ सहायक का ग्रेड़ पे 3600 लेवल-10 के साथ योग्यता स्नातक करने, वित्त विभाग के वेतन कटौती आदेश का प्रत्याहरित कर शासन के आदेश यथावत रखने, संघर्ष समिति एवं राज्य सरकार के मध्य हुए समझौते के अनुरूप संस्थापन अधिकारी के 1000, प्रशासनिक अधिकारी 5000, अतिरिक्त प्रशासनिक अधिकारी 10000, सहायक प्रशासनिक अधिकारी के 10000 कुल 26000 पदों का सर्जन करने की मांग की। शासन सचिवालय एवं अधीनस्थ कार्यालयों में कार्यरत मंत्रालयिक संवर्ग राजपत्रित एंव अराजपत्रित पदों में व्याप्त असमानता को दूर करने, पंचायतराज संस्थाओं के 12000 मंत्रालयिक कर्मचारियों पर वित्त विभाग के आदेश लागू करने, चयनित वेतनमान 9, 18 , 27 के स्थान पर 8, 16, 24, 32 वर्ष की सेवा करने तथा मंत्रालयिक संवर्ग के लिए पृथक निदेशालय की संस्थापना करने की मांग की।

पीराराम शर्मा, राजेश शर्मा, रामसिंह, दुर्जनसिंह, भागीरथ गुप्ता, अशोक भांभू, रघुवीरसिंह, हिम्मतसिंह, देवीलाल, हन्वन्तसिंह, सादूलसिंह, वासुदेव, हितेन्द्र, मदनसिंह, खेतसिंह, हनुमानसिंह, धाई एंव जानू देवी सहित अन्य मंत्रालयिक कर्मचारियों ने काली पट्टी बांध विरोध जताया।

बाड़मेर. प्रिंसीपल और वाइस प्रिंसीपल पद पर पचास प्रतिशत सीधी भर्ती और तृतीय श्रेणी शिक्षकों के स्थानांतरण की मांग को लेकर राजस्थान शिक्षक संघ युवा के बैनर तले शिक्षकों ने गुरुवार को जिला मुख्यालय पर विरोध प्रदर्शन किया।

राजस्थान शिक्षक संघ युवा के जिलाध्यक्ष वीरमाराम गोदारा ने बताया कि युवा संघ के बैनर तले शिक्षक महावीर पार्क बाड़मेर में इक_े हुए औऱ शिक्षकों की ज्वलंत मुद्दों को लेकर जिला कलक्टर कार्यालय के आगे नारेबाजी की। उसके बाद प्रतिनिधि मंडल ने जिला कलक्टर को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया।

महामंत्री चन्द्रसिंह पोटलिया ने बताया कि सरकार के प्रति शिक्षकों में उक्त दोनों समस्याओं को लेकर रोष व्याप्त है। उक्त समस्याओं का समय पर निराकरण नही किया तो शिक्षकों को मजबूरन आंदोलन का सहारा लेना पड़ेगा।शिक्षकों ने सरकार के प्रतिनाराजगी जताते हुए चेतावनी देते हुए कहा कि हमारी समस्याओं का सरकार समय पर निवारण नही करती है तो आने वाले समय में विरोध और तेज किया जाएगा।

मीडिया प्रभारी इन्द्राराम भादू ने बताया कि इस अवसर पर हरीश सैनी, कौशलाराम गोदारा, शेराराम हुड्डा, मानाराम धूण, मेहाराम गोदारा, कुसुम दूत, पूनिया पुष्पेंद्रा, भंवराराम सारण , जगवीर सियाग, रामाराम पोटलिया, जोगाराम गोदारा, किशोर सैन, प्रकाश प्रजापत ,अचल सिंह सियाग उपस्थित थे।

बाड़मेर. कोरोना की दूसरी लहर का असर कम हुआ तो अब बच्चों को भी पढ़ाई की चिंता सताने लगी है।

एक तरफ जहां स्माईल-३ और आओ घर से सीखे कार्यक्रम के चलते किताबों की मांग बढ़ी है तो बस्ते सजने लगे हैं वहीं दूसरी ओर लम्बे समय से पढ़ाई से दूर बच्चे भी अब पढऩे के मूंड में है। इंतजार है तो बस इतना की कब सरकार आदेश दे तो और वे स्कू  ल जा सकें। विश्वव्यापी कोरोना महामारी ने सबसे ज्यादा प्रभावित शिक्षा को किया है। २१ मार्च २०२० में कोरोना की पहली लहर शुरू होते ही स्कू  ल, कॉलेज बंद हो गए। इसके बाद बीच में उच्च कक्षाओं व कॉलेज में शिक्षण कार्य चला लेकिन छोटी कक्षाओं की पढ़ाई पिछले दो साल से नहीं हो रही है।

एेसे में अब दूसरी लहर बंद होने पर अब बच्चे और अभिभावक पढ़ाई को लेकर तैयारी में जुट गए हैं। शहर में इन दिनों स्टेशनरी की दुकानों पर किताबें,कॉपी, स्टेशनरी की सामग्री की खरीद हो रही है। विशेषकर बोर्ड परीक्षा वाली कक्षाओं के विद्यार्थी किताबें, कॉपियां खरीद रहे हैं।

ऑनलाइन शिक्षण पर बढ़ी मांग- सरकार ने सरकारी विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षण स्माईल-३ चला रखा है तो निजी विद्यालय भी ऑनलाइन शिक्षण सोशल गु्रप से कर रहे हैं। इधर, शिक्षक घर जाकर होमवर्क दे रहे हैं। एेसे में बच्चे और उनके अभिभावक भी पढ़ाई को लेकर चिंतित नजर आ रहे हैं। यहीं कारण है कि अब बच्चे बस्ते खोल रहे हैं तो किताबें पढऩे लगे हैं। कॉलेज में परीक्षा की घोषणा- कोरोना संक्रमण का दौर कम पडऩे पर अब कॉलेज स्तरीय परीक्षाएं फाइनल ईयर की होने की उम्मीद है। कई विश्वविद्यालयों ने परीक्षा की तिथियां घोषित कर दी है।

इस पर भी अब पढ़ाई का माहौल नजर आ रहा है।

-पिछले साल परीक्षा नहीं हुई तो क्रमोन्नति मिल गई, लेकिन इस बार बोर्ड परीक्षा है। उम्मीद है कि कोरोना से मुक्ति मिलेगी और जल्द ही शिक्षण कार्य सुचारू होगा इसलिए अभी से पढ़ाई में जुट गया हूं।- हितेश कुमार, दसवीं का विद्यार्थी स्कू  ल खुलने का इंतजार- सरकार कोरोना गाइडलाइन के अनुरूप स्कू  ल खोलने की इजाजत देती है तो फिर बच्चों को विद्यालय भेजेंगे। अभी घर पर पढ़ा रहे हैं, जिससे कि पढ़ाई प्रभावित न हो।- अशोक कुमार अभिभावक

बाड़मेर. जिला कलक्टर लोकबंधु की अध्यक्षता में नगर विकास न्यास मण्डल की बैठक आयोजित हुई।

बैठक में जिला कलक्टर ने ग्राम कुड़ला एवं लंगेरा में आवासीय कॉलोनियां विकसित करने के संबंध में विस्तृत कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर ने नगर विकास न्यास बाड़मेर में एक तहसीलदार, एक राजस्व निरीक्षक एवं 2 पटवारियों के नवीन पद सृजित करने के लिए राज्य सरकार को प्रस्ताव भिजवाने के निर्देश दिए। बैठक में ग्राम गेहूं में पशु चिकित्सा उपकेन्द्र, कुड़ला में पंचायत भवन निर्माण के लिए भूमि आवंटन, नगर विकास न्याय के कार्यालय भवन निर्माण के संबंध में चर्चा की गई।

उन्होने प्रशासन शहरों के संग अभियान 2021 के दौरान भूमियों के नियमन के प्रयोजनार्थ न्यास क्षेत्राधिकार में स्थित भूमियों का स्थलाकृतिक सर्वे एवं ले आउट प्लान तैयार करने के निर्देश दिए।

बैठक में नगर विकास न्यास सचिव सूरजभान विश्नोई ने न्यास मण्डल के विचारणीय बिन्दुओं की जानकारी कराई।

इस दौरान नगर परिषद आयुक्त दलीप पूनिया, वरिष्ठ नगर नियोजक जोधपुर, जलदाय विभाग के अधीक्षण अभियन्ता सुरेश जैन, अधीक्षण अभियन्ता सानिवि उपस्थित रहे।

बाड़मेर. आमजन को त्वरित राहत मुहैया कराने के लिए जिला कलक्टर लोकबंधु ने विभागीय अधिकारियों को सम्पर्क पोर्टल पर लम्बित शिकायतों की त्वरित जांच कर निर्धारित समयावधि में निस्तारित करने के निर्देश दिए।

जिला कलक्टर लोकबंधु ने बताया कि सम्पर्क पोर्टल पर लम्बित प्रकरणों को राज्य स्तर पर गम्भीरता से लिया जा रहा है।

उन्होने विभागीय अधिकारियों को 180 दिन से अधिक अवधि के बकाया प्रकरणों के संबंध में तथ्यात्मक एवं गुणवतापूर्ण जांच करते हुए समयबद्ध निस्तारण के निर्देश दिए जिससे कि आमजन को शीध्र राहत मिल सके। उन्होने कहा कि भविष्य में सम्पर्क पोर्टल पर प्राप्त होने वाले प्रकरणों को निर्धारित समयावधि में निस्तारण हो, यह सुनिश्चित किया जाए।

महामारी अध्यादेश उल्लंघन पर 18 लोगों पर जुर्माना

बाड़मेर. राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 के दिशा-निर्देशों के उल्लंघन पर सख्त कार्यवाही करते हुए बुधवार को जिले में 18 व्यक्तियों से 1800 रुपए की जुर्माना राशि वसूल की गई।

जिला मजिस्ट्रेट लोक बन्धु ने बताया कि जिले में कोरोना वायरस रोकथाम के लिए जारी दिशा-निर्देशों का उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्यवाही करते हुए राजस्थान महामारी अध्यादेश 2020 के तहत जुर्माना राशि वसूल की जा रही है।

उन्होंने बताया कि जिले में बुधवार को उक्त अधिनियम के उल्लंघन पर पुलिस विभाग की ओर से 18 व्यक्तियों से 1800 रुपए का जुर्माना वसूल किया गया है।

उन्होने बताया कि जिले में बुधवार तक 84,916 व्यक्तियों से 1,42,12,576 रुपए की वसूली की जा चुकी है।

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