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Table of Contents



जयपुर, 21 जुलाई
कलाकार अपरा पुरोहित ने बुधवार को ऑनलाइन सेशन 'पोट्रेट मेकिंग' के समापन पर दर्शकों ने लाइट और शेडो से चेहरे की बनावट तैयार करना सीखा। सेशन जवाहर कला केंद्र की ओर से जूम और जेकेके के फेसबुक पेज पर लाइव प्रसारित किया गया। यह सेशन चेहरे पर कहां लाइट और शेडो दिखाई देते हैं, चेहरे के तल,टोनल ग्रेडेशन, और सिर का आधार समझाने पर केंद्रित था।
पुरोहित ने कहा कि चेहरे के कुछ हिस्सों में दूसरे हिस्से की तुलना में अधिक लाइट होती है, जहां टोनल ग्रेडेशन दिखाई देता है। चेहरे के बीच का हिस्सा हाई लाइटेड होता है और साइड्स में शेडो होता है। लाइट के स्रोत की दिशा के आधार पर चेहरे का एक साइड हमेशा दूसरे की तुलना में डार्क दिखाई देता है। चीक बोन्स पर भी टोनल ग्रेडेशन होता है और चिन पर ट्रायंगुलर हाइलाइट होता है। नाक बनाते समय, कलाकार को याद रखना चाहिए कि यह 3डी है और पिरामिड के आकार में है। नाक की टिप गोल है। पुरुषों की नाक मुख्य होती है।
चेहरे की विभिन्न विशेषताओं को स्केच करने के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि चेहरे की विशेषताओं को चेहरे के आधार को ध्यान में रखकर बनाया जाना चाहिए। कान सीप के आकार के होते हैं, ऊपरी और निचले होंठ गोल होते हैं। ऊपरी होंठ का मध्य भाग नथुनों से जुड़ा होता है और निचले होंठ का मध्य भाग मोटा होता है जबकि साइड से पतले होते हैं। गुरुवार को दोपहर 3 बजे से कलाकार कृष्ण चंद्र शर्मा की ओर से माथेरान आर्ट पर ऑनलाइन सेशन आयोजित होगा। इस सेशन में दर्शकों को पारंपरिक 'माथेरान कलाÓ की बारीकियां सिखाई जाएंगी।



जयपुर, 21 जुलाई
राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी कृषि प्रसंस्करण, कृषि व्यवसाय और कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति.2019 (Agro Processing, Agribusiness and Agri Export Promotion Policy.2019) के तहत प्रदेश में 617 एग्रो प्रोजेक्ट स्थापित किए जाएंगे जिन पर 1255 करोड़ रुपए का निवेश होगा। इसके लिए राज्य सरकार ने अब तक 338 प्रोजेक्ट पर 119 करोड़ रुपए की सब्सिडी मंजूर की है।
कृषि विभाग के प्रमुख शासन सचिव भास्कर ए सावंत ने बताया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्तमान राज्य सरकार की पहली वर्षगांठ के मौके पर दिसम्बर 2019 में यह नीति लॉन्च की थी। पूंजीगत, ब्याज, विद्युत प्रभार एवं भाड़ा अनुदान प्रोत्साहन के साथ ही ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में कृषि भूमि के रूपान्तरण जैसी सहूलियतों की वजह से किसान और उद्यमी इसमें खासी रुचि दिखा रहे हैं। वेयर हाउस और केटल फीड उद्यमों के साथ तिलहन, दलहन, मसाले, मूंगफली, कपास, दूध और अनाज प्रोसेसिंग की इकाइयां स्थापित की गई हैं।
वेयर हाउस में सबसे अधिक रुचि
उनका कहना था कि राज्य में 226 वेयर हाउस स्थापित हो रहे हैं। एग्रो प्रोसेसिंग क्षेत्र में सबसे अधिक अनाज प्रोसेसिंग की 82 और तिलहन प्रोसेसिंग की 76 इकाइयां लगाई गई हैं। इसके अलावा दलहन की 46, मसाले की 43, मूंगफली की 36, कपास की 33, केटल फीड की 16, दूध प्रोसेसिंग की 15, शॉर्टिंग.ग्रेडिंग की 13 और 31 अन्य इकाइयां स्थापित की जा रही हैं। राज्य में 88 किसानों को 39 करोड़ 60 लाख रुपए की सब्सिडी स्वीकृत की गई है, जिन्होंने 89 करोड़ रुपए का निवेश किया है। गैर कृषक उद्यमियों ने 496 करोड़ रुपए निवेश कर 250 इकाइयां स्थापित की हैं, जिन पर राज्य सरकार की ओर से 79 करोड़ 69 लाख रुपए सब्सिडी दी गई है। शेष अन्य प्रोजेक्ट्स के लिए बैंकों से लोन स्वीकृत होकर कार्य चालू हो गया है, जिन्हें शीघ्र ही सब्सिडी उपलब्ध कराई जाएगी।
दिया जा रहा है अनुदान
सांवत ने बताया कि इस नीति के तहत एग्रो प्रोसेसिंग इंडस्ट्री लगाने और इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित करने के लिए किसान और उनके संगठनों को परियोजना लागत का 50 फीसदी अधिकतम एक करोड़ रुपए और अन्य पात्र उद्यमियों को 25 प्रतिशत अधिकतम 50 लाख रुपए अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही संचालन लागत कम करने के लिए सावधि ऋण लेने पर किसानों एवं उनके समूहों को 6 फीसदी की दर से 5 साल तक ब्याज अनुदान दिया जा रहा है। किसानों के लिए ब्याज अनुदान की अधिकतम सीमा एक करोड़ रुपए तय की गई है। सामान्य उद्यमियों को 5 फीसदी की दर से 5 साल तक ब्याज अनुदान दिया जा रहा है, जबकि आदिवासी क्षेत्रों और पिछड़े जिलों में इकाइयां लगाने वालों तथा अनुसूचित जाति.जनजाति, महिला और 35 साल से कम उम्र के उद्यमियों को एक प्रतिशत अतिरिक्त ब्याज अनुदान मिल रहा है।



जयपुर, 21 जुलाई
वास्तविक जीवन के मुद्दों पर आधारित फिल्में बनाने के लिए मशहूर मुंबई के फिल्म डायरेक्टर उज्ज्वल चटर्जी के निर्देशन में अपेक्स यूनिवर्सिटी के पत्रकारिता विभाग में 10 दिवसीय फिल्म मेकिंग वर्कशॉप का आयोजन किया गया। इस दौरान स्टूडेंट्स को सिनेमेटोग्राफी के विभिन्न आयामों लाइटिंग, कैमरा, मोशन, लेंस सहित पटकथा लेखन,प्री-प्रोडक्शन,प्रोडक्शन और पोस्ट प्रोडक्शन के बारे में जानकारी दी गई। वर्कशॉप के दौरान उज्ज्वल चटर्जी के निर्देशन में 'जयपुर मेरी जानÓ शॉर्ट फिल्म का निर्माण किया गया है जिसमें जयपुर की विरासत,खूबसूरती, पर्यटन,परंपरा संस्कृति और ऐतिहासिक महत्व को फिल्माया गया है।
फिल्में समाज का आईना: चटर्जी
सेंट्रल बोर्ड ऑफ फिल्म सर्टिफिकेशन के सलाहकार बोर्ड के सदस्य उज्ज्वल चटर्जी ने कहा कि आज समाज में पनप रही बुराइयों सहित सामाजिक मुद्दों को दर्शाने का सही माध्यम फिल्में ही हैं, इसलिए फिल्मों को समाज का आईना कहते हैं। चटर्जी ने 10 दिवसीय इस वर्कशॉप में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए कहा कि फिल्म मेकिंग में थ्योरी की जरूरत होती है,जो समय के साथ साथ बदलती रहती है। कई बार शॉटस की क्रोनोलॉजी को समझ कर म्यूजिक का संयोजन बिठाना होता है, जिससे एक बेहतरीन फिल्म का निर्माण हो सकें।
इस मौके पर अपेक्स यूनिवर्सिटी के चांसलर रवि जूनिवाल ने कहा कि फिल्म निर्माण एक बेहतरीन करियर है आज के युवाओं को यह फील्ड बहुत आकर्षित करता है। कोरोनाकाल में जागरुकता के लिए शॉर्ट फिल्मों का निर्माण किया जाना चाहिए, जिससे देश और समाज को इस महामारी से बचाया जा सकें। पत्रकारिता विभाग की अध्यक्ष संगीता शर्मा ने कहा कि मास कम्यूनिकेशन के छात्रों के लिए जरूरी है कि वे किसी भी विषय या मुद्दों को अपने कैमरे के माध्यम से लोगों के सामने रखें। वर्कशॉप में रिसर्च स्कॉलर और मीडिया स्टूडेंट्स ने भाग लिया।



जयपुर, 21 जुलाई
आजादी के 75 साल पूरा होने के अवसर पर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद 'तिरंगा अभियान' की शुरुआत करने जा रही है। इस अभियान के तहत प्रदेश के दस हजार गांवों में तिरंगा फहराया जाएगा। यह निर्णय बुधवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद जयपुर प्रांत की दो दिवसीय प्रांत समीक्षा बैठक में लिया गया। बैठक में लिए गए निर्णय के मुताबिक परिषद ने 'एवरी हैंड तिरंगा बैंड' कार्यक्रम के जरिए आजादी के 75 साल को सेलिब्रेट करने का निर्णय लिया साथ ही 'एक गांव एक तिरंगाÓ के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर आजादी के महापुरुषों की जानकारियां देने का निर्णय भी लिया गया। इस अभियान के तहत जिन महापुरुषों के बारे में अभी इतिहास में जानकारी नहीं है उनको भी सामने लाने का प्रयास किया जाएगा। परिषद के प्रांत संगठन मंत्री अर्जुन तिवारी ने बताया कि इस अभियान को विभिन्न स्तर पर बैठकों के माध्यम से सफल बनाया जाएगा। उन्होंने बताया कि बैठक में जयपुर प्रांत के सभी पदाधिकारी उपस्थित हुए और आने वाले समय में परिषद की ओर से किए जाने वाले कार्यक्रमों की रूपरेखा तय की गई साथ ही इस बात की समीक्षा भी की गई कि तो कार्यक्रम पूर्व में किए गए थे उनमें क्या कमी रह गई।
आदर्श विद्या मंदिर राजा पार्क में आयोजित बैठक में जयपुर प्रांत के प्रांत अध्यक्ष अमित महावर, प्रांत संयोजक राजन तिवारी, प्रांत मंत्री कौशल मीणा ने भी हिस्सा लिया।

जयपुर। जयपुर शहर के 2500 निजी स्कूलों में से 40 ने ही जिला शिक्षा अधिकारी को फीस निर्धारण कमेटी बनने की सूचना दी है। यह स्थिति अकेले जयपुर की ही नहीं, बल्कि पूरे प्रदेश की है। फीस पर सुप्रीम कोर्ट आदेश की पालना नहीं होने की शिकायत लेकर अभिभावक घूम रहे हैं, लेकिन शिक्षा विभाग ने उनके लिए ई-मेल, एप और व्हाट्सएप नंबर तक जारी नहीं किया।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश को ढाई माह बीत चुके। इस बीच स्कूलों ने नए सत्र की फीस मांगना शुरू कर दिया। स्कूलों ने शिक्षा विभाग को 2016 के कानून के तहत फीस निर्धारण कमेटियों की सूचना भी नहीं दी। इन तमाम परिस्थितियों के बावजूद विभाग न स्कूलों को सुप्रीम कोर्ट के आदेश की पालना को पत्र भेज रहा है और न पालना की पड़ताल की।
200 से ज्यादा स्कूलों की शिकायतें पहुंची

अकेले जयपुर जिले में पिछले डेढ़ साल में कोरोनाकाल में फीस को लेकर करीब 200 से अधिक निजी स्कूलों की शिकायतें पहुंची। जिला शिक्षा अधिकारी ने अधिकांश में नोटिस जारी कर शिकायतों को अपने हाल पर छोड़ दिया।

स्कूलों की मनमानी के ये उदाहरण

केस-1
टीसी लेने गए तो मांगी नए सत्र की फीस

जयपुर में न्यू सांगानेर रोड स्थित एक स्कूल में आठवीं कक्षा में पढऩे वाली छात्रा ने पिछले साल परीक्षा पास कर ली। अब दूसरे विद्यालय में प्रवेश लेना है। लॉकडाउन के कारण मई में विद्यालय नहीं गई और ऑनलाइन क्लास भी नहीं ली। इसके बावजूद स्कूल कक्षा 9 की फ़ीस मांग रहा है और टीसी को चक्कर लगवा रहा है।
केस-2

शिक्षिका का वेतन रोका, बेटी को निकाला
जयपुर में कालवाड़ रोड स्थित एक निजी स्कूल ने शिक्षिका का वेतन डेढ़ साल तक नहीं दिया। थाने में शिकायत की तो स्कूल ने उसकी बेटी को कक्षा से बाहर कर दिया।

अरविन्द सिंह शक्तावत

जयपुर।
भाजपा के राष्ट्रीय महामंत्री सी टी रवि का तीन दिवसीय दौरा जयपुर आकर खत्म तो हो गया, लेकिन जयपुर में हुई एक बैठक ने पार्टी की गुटबाजी को एक बार फिर सामने ला दिया है। सी टी रवि से बुधवार को पार्टी के तीन एेसे बड़े नेताओं ने मुलाकात की, जो वर्तमान में पार्टी में किसी पद पर तो नहीं है, लेकिन उनकी भूमिका जरूर महत्वपूर्ण मानी जाती है। इन तीनों नेताओं ने यूं तो मुलाकात को शिष्टाचार का नाम दिया है, लेकिन सूत्रों के मुताबिक मुलाकात मेंं यह मुद्दा भी उठाया गया कि वर्तमान में पार्टी में ना कोई संवाद करने वाला है और ना सम्मान करने वाला।
सी टी रवि से भाजपा के वरिष्ठ विधायक कालीचरण सराफ, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अशोक परनामी ने मुलाकात की। तीनों नेताओं की पन्द्रह से बीस मिनट मुलाकात हुई। बताया जा रहा है कि तीनों नेताओं ने कहा कि प्रदेश नेतृत्व कई नेताओं की नहीं सुन रहा। लगातार वर्तमान विधायकों, पूर्व विधायकों और भी कई नेताआें को दरकिनार किया जा रहा है। तीनों ने राजस्थान में पिछले दिनों हुए पार्टी की गुटबाजी की जानकारी भी रवि के समक्ष रखी। इसमें रोहिताश्व शर्मा के निष्कासन, सौम्या गुर्जर को महापौर बनाने और पार्षदों के निलंबन सहित लगातार हो रही बयानबाजी को लेकर अपना पक्ष रखा। तीनों ही नेताओं को वसुंधरा राजे समर्थक माना जाता है। एेसे में यह मुलाकात कई मायनों में काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है।

सीटी रवि देंगे आलाकमान को फीडबैक
रवि का राजस्थान प्रवास संगठनात्मक दृष्टि सेमहत्वपूर्ण माना जा रहा है। तीन दिवसीय संगठनात्मक प्रवास के बाद रवि ने प्रदेश भाजपा के कामकाज का फीडबैक लिया है। साथ ही सुधार की दृष्टि से कई आवश्यक सुझाव भी दिए है। अब वे पार्टी नेतृत्व को राजस्थान संगठन की रिपोर्ट सौंपेंगे। साथ ही पार्टी के वर्तमान हालातों से भी अवगत कराएंगे। रवि ने तीन दिवसीय प्रवास के दौरान जोधपुर, अजमेर और जयपुर में संगठनात्मक बैठकें की हैं। कुछ नेताओं से वन टू वन बात की है।

इनका कहना है
सी टी रवि के जयपुर आने पर उनका सम्मान करने गए थे। यह बस एक शिष्टाचार मुलाकात थी।- कालीचरण सराफ, भाजपा विधायक

@ArvindSinghJpr

जयपुर।

राज्य की गहलोत सरकार ने राज्य कर्मचारियों को देय महंगाई भत्ते की दर के 25 प्रतिशत से अधिक होने पर राज्य कर्मचारियों के मकान किराये भत्ते में 2 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी को मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की मंज़ूरी के बाद सरकार ने राज्य कर्मचारियों को उनके मूल वेतन पर देय 'वाई' श्रेणी के शहरों में मकान किराये भत्ते को 16 प्रतिशत से बढ़ाकर 18 प्रतिशत करने तथा 'जेड' श्रेणी के शहरों में यह भत्ता 8 प्रतिशत से बढ़ाकर 9 प्रतिशत करने की स्वीकृति दी है।

 

मकान किराये भत्ते में यह बढ़ोतरी 1 जुलाई, 2021 से लागू होगी। राज्य सरकार इस पर 400 करोड़ रूपए से अधिक का वित्तीय भार वहन करेगी।

 

गौरतलब है कि प्रदेश में राज्य कर्मचारियों को देय महंगाई भत्ते को 17 प्रतिशत से बढ़ाकर 28 प्रतिशत किया गया है। महंगाई भत्ते की दर के 25 प्रतिशत की सीमा से अधिक होने पर 7वें वेतन आयोग के क्रियान्वयन के संबंध में वित्त विभाग के 30 अक्टूबर, 2017 के आदेश के अनुरूप मकान किराये भत्ते में वृद्धि के प्रस्ताव को यह मंजूरी दी गई है।

जयपुर। तेल कंपनियों ने गुरुवार को लगातार पांचवें दिन पेट्रोल-डीजल के दामों में कोई बदलाव नहीं किया। इससे पहले शनिवार (17 जुलाई) को कंपनियों ने पेट्रोल के दाम 31 पैसे बढ़ाए थे और डीजल के दामों में स्थिरता रखी थी। जयपुर में अभी पेट्रोल 108.71 रुपए प्रति लीटर और डीजल 99.02 रुपए प्रति लीटर है। इस साल कंपनियों ने 67वीं बार बढ़े पेट्रोल के दाम बढ़ाए है। इस बढ़ोतरी के बाद जुलाई माह के 17 दिनों में ही जयपुर में पेट्रोल 3.17 रुपए महंगा हो चुका है, जबकि डीजल के दाम 73 पैसे बढ़ चुके हैं। इस तरह साल 2021 में डीजल के दाम 63 बार बढ़े हैं, तो 5 बार कम भी हुए हैं और पेट्रोल के दाम 67 बार बढ़ चुके हैं और 5 बार कम हो चुके हैं। तेल कंपनियों ने 67 बार में पेट्रोल के दाम 20.14 रुपए प्रति लीटर बढ़ा दिए हैं और 63 बार में 18.71 रुपए की बढ़ोतरी डीजल के भावों में की है। साथ ही 5 बार में पेट्रोल के दाम 95 पैसे घटाए भी हैं और पांच बार में डीजल के दाम भी 92 पैसे घटाए हैं। श्रीगंगानगर में तो अब डीजल 103 रुपए 15 पैसे और पेट्रोल 113 रुपए 21 पैसे प्रति लीटर हो चुका है। जिले के रूप में पूरे देश में ये पेट्रोल और डीजल के सबसे अधिक भाव हैं।
देश के महानगरों में पेट्रोल-डीजल का हाल
दिल्ली में पेट्रोल के दाम 101.84 रुपए व डीजल के दाम ८9.87 रुपए प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 107.83 रुपए व डीजल के दाम 97.45 रुपए प्रति लीटर, कोलकाता में पेट्रोल 102.49 रुपए और डीजल 93.02 रुपए प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.49 रुपए और डीजल के दाम 94.39 रुपए प्रति लीटर पहुंच गए।
प्रति दिन छह बजे बदलती है कीमत
बता दें कि प्रति दिन सुबह छह बजे पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बदलाव होता है। सुबह छह बजे से ही नई दरें लागू हो जाती हैं। पेट्रोल व डीजल के दाम में कीमत में एक्साइज ड्यूटी, डीलर कमीशन और अन्य चीजें जोडऩे के बाद इसका दाम लगभग दोगुना हो जाता है।
जानिए आपके शहर में कितना है दाम
पेट्रोल-डीजल की कीमत आप एसएमएस के जरिए जान सकते हैं। इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, आपको आरएसपी और अपने शहर का कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा। हर शहर का कोड अलग-अलग है, जो आपको आईओसीएल की वेबसाइट से मिल जाएगा।

जयपुर।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने वर्ष 2011 की जनगणना के आधार पर निर्धारित राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना (एनएफएसए) के लाभार्थियों की सीमा को वर्तमान जनसंख्या के आधार पर बढ़ाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है। मुख्यमंत्री ने कहा है कि बीते 10 वर्षों में देश के सभी राज्यों की जनसंख्या बढ़ी है और कई परिवार खाद्य सुरक्षा की पात्रता के दायरे में आ गए हैं। ऐसे जरूरतमंद परिवारों की खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए वर्ष 2021 की अनुमानित जनसंख्या के अनुसार खाद्य सुरक्षा की सीलिंग का पुनर्निर्धारण किया जाना जरूरी है।

 

मुख्यमंत्री ने लिखा है कि राज्य में खाद्य सुरक्षा के तहत भारत सरकार द्वारा 2011 की जनगणना के आधार पर 4 करोड़ 46 लाख व्यक्तियों की सीमा (सीलिंग) निर्धारित की गई है। इन लाभार्थियों के लिए प्रति माह 2 लाख 30 हजार 882 मीट्रिक टन खाद्यान्न का आवंटन किया जा रहा है। बीते 10 वर्षों में बड़ी संख्या में परिवार एनएफएसए के पात्र हो गए हैं। कोविड-19 की विषम परिस्थितियों के कारण भी लोगों की आजीविका पर विपरीत असर पड़ा है और उन्हें भी खाद्य सुरक्षा की आवश्यकता है। गहलोत ने आग्रह किया है कि वर्ष 2021 की प्रदेश की 8 करोड़ की अनुमानित जनसंख्या के आधार पर भारत सरकार राज्य में लगभग 74 लाख अतिरिक्त व्यक्तियों को खाद्य सुरक्षा प्रदान करे।

 

मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना की परिस्थितियों के कारण वर्ष 2021 में होने वाली देश की जनगणना में देरी होगी। ऎसे में खाद्य सुरक्षा के दायरे में आने वाले पात्र व्यक्तियों की संख्या के पुनर्निर्धारण में भी विलंब होने की आशंका है। उन्होंने प्रधानमंत्री से अनुरोध किया है कि लाभार्थियों के नाम जोड़े जाने के लिए वर्तमान में बंद की हुई अपीलीय प्रक्रिया को पुनः शुरू कराया जाए।

 

मुख्यमंत्री ने कहा है कि जनगणना-2021 पूरी होने तक खाद्य सुरक्षा अधिनियम में उचित प्रावधान करते हुए राजस्थान को उसकी लाभार्थी संख्या 4 करोड़ 46 लाख के अतिरिक्त वर्तमान अनुमानित जनसंख्या के आधार पर लगभग 15 प्रतिशत पात्र व्यक्तियों को खाद्य सुरक्षा के तहत खाद्यान्न उपलब्ध कराने के लिए अतिरिक्त सीलिंग बढ़ाई जाए, ताकि मानवीय आधार पर वंचित पात्र व्यक्तियों को लाभान्वित किया जा सके।

 

गहलोत ने अनुरोध किया है कि यदि केंद्र सरकार को जनसंख्या बढ़ोतरी के आधार पर सीलिंग सीमा का पुनर्निर्धारण करने में कठिनाई आ रही है, तो प्रदेश को 4 करोड़ 46 लाख लाभार्थियों के लिए आवंटित खाद्यान्न का पूरा वितरण सुनिश्चित करने के लिए वर्तमान सीलिंग सीमा मंल ही अन्य वंचित पात्र वर्ग के 5 प्रतिशत लाभार्थियों के नाम जोड़ने की अनुमति प्रदान की जाए। इन 5 प्रतिशत वंचित वर्ग के लोगों में कोरोना से पीड़ित असहाय, एकल महिला, दिव्यांग, गंभीर बीमारी जैसे सिलकोसिस आदि से पीड़ित तथा अन्य जरूरतमंद व्यक्तियों को शामिल किया जा सकता है।

जयपुर। Earthquake in Rajasthan: राजस्थान में दो दिन में दो बार भूकंप के झटके महसूस हुए। बीकानेर में एक बार फिर धरती हिली। नेशनल सेंटर फॉर सिस्मोलॉजी के अनुसार, राजस्थान के बीकानेर में गुरुवार सुबह 7.42 मिनट पर भूकंप आया।

जानमाल के नुकसान की खबर नहीं
भूकंप की तीव्रता रिक्टर स्केल पर 4.8 मापी गई। इससे पहले बुधवार को भी बीकानेर ( Earthquake in Bikaner ) में ही भूकंप के झटके महसूस किए गए थे, जिसकी तीव्रता आज की तुलना में ज्यादा थी। फिलहाल भूकंप में किसी के जानमाल के नुकसान की खबर नहीं है। इससे पहले बीकानेर शहर में उस समय कुछ लोगों की नींद टूट गई जब बुधवार सुबह भूकंप के झटके महसूस हुए।

जमीन के अंदर 110 किलोमीटर था भूकंप का केंद्र
हालांकि बहुत से लोगों को इसका पता नहीं चला। इस दौरान 5.3 रिक्टर स्कैल मापा गया। इससे किसी तरह के जानमाल की हानि नहीं हुई। मौसम विभाग के अनुसार सवेरे 5.24 बजे ये झटके महसूस हुए। भूकंप का केन्द्र बीकानेर से 343 किलोमीटर दूर पाकिस्तान में था। यह जमीन के अंदर 110 किलोमीटर था। अल सवेरे बहुत से लोग नींद में थे। कई लोग जो जाग चुके थे उन्होंने इसे महसूस किया तो कई लोगों को नींद में भी झटकों का आभास हुआ और वे हड़बड़ा कर उठ गए।

मुंबई। पिछले एक साल में म्यूचुअल फंड की स्कीम्स ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है। यहां तक कि बहुराष्ट्रीय कंपनियों (मल्टी नेशनल) में निवेश करने पर भी इन्होंने अच्छा रिटर्न दिया है। एक साल में इनका रिटर्न 65 फीसदी तक का रहा है, जबकि इस साल के पहले 6 महीनों में यह 25 फीसदी रहा है।
आंकड़े बताते हैं कि आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएनसी फंड ने इस साल में अब तक 25.39 फीसदी का रिटर्न दिया है, जबकि एक साल में 65.92 और 2 साल में 30.10 फीसदी का रिटर्न दिया है। एसबीआई मैग्नम ग्लोबल फंड ने इस साल में 24.26 फीसदी, एक साल में 52.32 और 2 सालों में 27.40 फीसदी का फायदा दिया है। यूटीआई एमएनसी फंड ने इस साल में 14.55, एक साल में 32.38 और 2 साल में 17.59 फीसदी का रिटर्न दिया है। जब भी बात इक्विटी मार्केट्स की आती है बहुराष्ट्रीय कंपनियों के शेयर अच्छा प्रदर्शन करते हैं। ये कंपनियां रोजाना की जरूरतों पर फोकस करती हैं। एक निवेशक के लिए म्यूचुअल फंड सेक्टर में तमाम ऐसे फंड मिल सकते हैं, पर उसमें बेहतर फंड का चुनाव करना भी आपकी बुद्धिमानी को दिखाता है। ऐसे में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएनसी फंड एक बेहतर नाम उभर कर सामने आता है।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएनसी फंड तीन तरह का नजरिया अपनाता है। इसमें भारतीय बहुराष्ट्रीय कंपनियां होती हैं, जो भारत में बनती हैं और पूरी दुनिया में अपने कारोबार करती हैं। दूसरी मल्टी नेशनल कंपनियां जो भारत में लिस्टेड होती हैं और कारोबार करती हैं, पर विदेशी होती हैं। तीसरी ग्लोबल मल्टी नेशनल कंपनियां होती हैं, जो विदेशी कंपनियां होती हैं और पूरी दुनिया में इनका कारोबार होता है, पर ये भारत में लिस्टेड नहीं होती हैं।
बहुराष्ट्रीय कंपनियां कंज्यूमर, ऑटोमोबाइल, इंडस्ट्रियल मैन्युफैक्चरिंग, मेटल्स, सूचना एवं प्रौद्योगिकी, सीमेंट और फार्मा पर फोकस करती हैं। इस तरह की कंपनियों में बेहतरीन कॉर्पोरेट गवर्नेंस होता है। इनकी बैलेंसशीट मजबूत होती है और मजबूत ब्रांड के साथ एडवांस टेक्नोलॉजी होती है। इस तरह की कंपनियों के शेयरों में कम उतार-चढ़ाव होता है।
सेबी के रेगुलेशन के मुताबिक, इस तरह के फंड कम से कम अपने निवेश का 80 फीसदी हिस्सा एमएनसी कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं। बाकी 20 फीसदी अन्य संसाधनों में निवेश किया जा सकता है। एक निवेशक इस तरह के फंड में साइक्लिकल और सुरक्षित दोनों तरह की थीम में निवेश कर सकता है। इस सेक्टर में जहां बड़ी-बड़ी फास्ट मूविंग कंज्यूमर गुड्स और फार्मा कंपनियां होती हैं, वहीं दूसरी ओर आईटी कंपनियां भी होती हैं। इसका मतलब ये कई सेक्टर में कारोबार करती हैं।
आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल एमएनसी फंड ने जून 2021 तक 20 फीसदी इंटरनेशनल सिक्योरिटीज में हार्डवेयर, सॉफ्टवेयर, कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स और ऑयल एवं पेट्रोलियम प्रोडक्ट सेक्टर के शेयरों में निवेश किया है। फंड हाउस का डायवर्सिफिकेशन निवेशकों को भारत के बाहर लिस्टेड स्टॉक से संभावित फायदा देने में मदद करता है। जहां तक भारतीय इक्विटीज में एक्सपोजर की बात है, तो यह सभी मार्केट कैपिटलाइजेशन में निवेश करता है।
इस फंड ने लॉर्ज कैप में 61.1 फीसदी का निवेश किया है, जबकि मिड कैप में 26.5 फीसदी और स्माल कैप में 12.4 फीसदी का निवेश किया है। जहां तक सेक्टर की बात है तो यह घरेलू बाजार में कंज्यूमर नॉन ड्यूरेबल्स, सॉफ्टवेयर, ऑटो, इंडस्ट्रियल प्रोडक्ट और फार्मा में कुल पोर्टफोलियो का 50 फीसदी निवेश करता है। 2019 में इस फंड को लांच किया गया था। यह लगातार इस कैटेगरी में अच्छा प्रदर्शन करता है।

जयपुर। गहलोत कैबिनेट और मंत्रिपरिषद की बैठकें आज बुलाई गई है। सीएम अशोक गहलोत की अध्यक्षता में होने वाली बैठक सीएमआर में शाम 5 बजे से शुरू होगी। बैठक में प्रदेश में स्कूल खोलने सहित कई मामलों को लेकर विचार विमर्श के बाद फैसले लिए जाएंगे। इस बैठक में कुछ मंत्री सीधे तौर पर हिस्सा लेंगे वहीं कुछ मंत्री वर्चुअल रूप से जुडेंगे। पहले कैबिनेट की बैठक होगी और शाम 5.30 बजे मंत्रिपरिषद की बैठक होगी। इसमें स्कूल शुरू करने, कोरोना वैक्सीनेशन, आगामी विधानसभा सत्र के साथ ही अनलॉक में छूट को लेकर मंथन किया जाएगा।

प्रदेश में स्कूल खोलने पर मंथन— प्रदेश में जब पिछले साल मार्च में कोरोना आया था और लाखों लोग इससे प्रभावित हुए थे। देश में कई माह तक लॉक डाउन रहा। बीच में हालात थोड़े सुधरे लेकिन स्कूल नहीं खोले गए। इस साल मार्च से वापस कोरोना की दूसरी लहर से देश में भयावह हालात हो गए। यहां तक कि इस वजह से दसवीं और बारहवीं बोर्ड परीक्षा तक को कैंसिल कर दिया गया। अब हालात वापस से सुधर रहे है।राजस्थान में मरीजों की संख्या में गिरावट आई है। एक्टिव केस भी तीन सौ के करीब ही रह गए है। जयपुर में तो कल 3 ही मरीज आए थे। ऐसे में सरकार पर दबाव भी है किे प्रदेश में स्कूल खोले जाने चाहिए ताकि बच्चों की पढाई प्रभावित न हों।

बड़ी कक्षाएं शुरू करने पर विचार— राज्य के शिक्षा विभाग ने एक प्रस्ताव भी बनाया हैं जिसमें नवीं से बारहवीं कक्षा तक के बच्चों को स्कूल में बुलाए जाने की बात है। इसमें कोरोना गाइडलाइन को भी ध्यान में रखकर कई शर्ते भी लगाई गई है। अब सरकार आज की बैठक में इस बारे में विचार करेगी। साथ ही मंत्रियों से सुझाव लिए जाएंगे कि उनकी इस बारे में क्या राय है। इसके बाद ही कोई बड़ा फैसला होगा।

कई राज्यों में खुल रहे हैं स्कूल— देश के कई राज्यों में स्कूल खोलने की प्रक्रिया चल रही है। मध्यप्रदेश में 26 जुलाई से स्कूल खुलेंगे वहीं छत्तीसगढ में 2 अगस्त से स्कूल खोले जाएंगे। हरियाणा में स्कूल खोले गए है। अब राजस्थान सरकार सारे पहलुओं को ध्यान में रखकर फैसला लेगी। सरकार के ध्यान में ये भी है कि यदि स्कूल खोले जाएंगे तो बच्चों को खतरा नहीं रहे, इसकी पुख्ता व्यवस्था होनी चाहिए। वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया जाना चाहिए हालांकि अभी सभी देश में वैक्सीन की उपलब्धता कम है और सभी राज्य इसकी मांग कर रहे है।

झाड़खंड महादेव के श्रावण में नहीं कर पाएंगे जलाभिषेक
— श्रावण मास 25 जुलाई से शुरू
— गलता के पवित्र कुंडों पर लोगों का प्रवेश रहेगा निषेध
— झाड़खंड महादेव के भक्तों को दर्शनों की ही मिलेगी अनुमति

जयपुर। शिव आराधना का पवित्र माह श्रावण 25 जुलाई से शुरू होगा। शिवालयों में रोजाना विशेष झांकियां सजाई जाएगी। शहर के झाड़खंड महादेव मंदिर (Jharkhand Mahadev) में भक्त सिर्फ दर्शन कर सकेंगे, जलाभिषेक पर पाबंदी रहेगी। वहीं ताड़केश्वर महादेव मंदिर में एक बार में सिर्फ 4 से 5 श्रद्धालुओं को जल चढ़ाने के लिए प्रवेश दिया जाएगा। गलता तीर्थ के पवित्र कुंडों पर लोगों के प्रवेश पर पाबंदी रहेगी। श्रावण में इस बार लोग गलता तीर्थ (Galta Tirth Jaipur) का पवित्र जल नहीं ले पाएंगे। ऐसे में इसबार गलताजी में मेला भी नहीं भरेगा। गलता पीठ के स्वामी अवधेशाचार्य का कहना है कि कोरोना गाइडलाइन की अनुपालना में गलता के पवित्र कुंडों पर गत वर्ष से ही भक्तों का प्रवेश बंद है। श्रावण माह में भी लोगों का प्रवेश निषेध रहेगा। हाल ही में राज्य सरकार ने कांवड यात्रा को लेकर जो गाइडलाइन जारी की है, उसका सभी पालन करें।

क्वींस रोड स्थित झाड़खंड महादेव मंदिर में श्रावण मास में भक्त महादेवजी के जलाभिषेक नहीं कर सकेंगे। भक्त महादेवजी के दर्शन ही कर पाएंगे। वहीं रोजाना सुबह—शाम अलग—अलग झांकियों के दर्शन होंगे। श्रीबब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने बताया कि श्रावण में श्रद्धालु महादेवजी के दर्शन ही कर पाएंगे। दर्शन सुबह 7 बजे खुलेंगे, जो रात 8 बजे तक रहेंगे। भक्त महादेवजी के जल नहीं चढ़ा पाएंगे, जल चढाने पर पांबदी रहेगी। सुबह—शाम बाबा के रोजाना विशेष फूलों की झांकियां सजाई जाएगी। भक्तों का प्रवेश और निकास की अलग—अलग लाइनें होगीं, इसके लिए यहां बेरिकेडिंग कर दी गई है। मंदिर में सहस्त्रघट आदि नहीं होंगे। सोमवार को दर्शनों को लेकर अभी कुछ तय नहीं हो पा रहा है।

चौड़ा रास्ता स्थित ताड़केश्वर महादेव मंदिर में श्रावण को लेकर विशेष व्यवस्था रहेगी। भक्त ताड़क बाबा के जल चढ़ा पाएंगे, लेकिन एक बार में सिर्फ 10 भक्तों को ही प्रवेश दिया जाएगा। मंदिर पुजारी श्याम पारासर ने बताया कि लोग सोशल डिंस्टेंसिंग की पालना के साथ ताड़क बाबा के जल चढा पाएंगे। मंदिर सुबह 4 बजे खुल जाएगा। इसके बाद शाम 5 बजे तक भक्त ताड़क बाबा के जल चढा पाएंगे। इसके बाद बाबा के शृंगार होगा।

झोटवाड़ा रोड स्थित श्रीचमत्कारेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण मास में भक्त जल चढ़ा पाएंगे, हालांकि कोरोना गाइडलाइन की पालना करनी होगी। श्रीचमत्कारेश्वर महादेव मंदिर सार्वजनिक सेवा समिति के अध्यक्ष महेन्द्र कुमार खंडेलवाल ने बताया कि श्रावण मास में मंदिर सुबह 6 बजे से रात 8 बजे तक खुला रहेगा, भक्त सुबह 6 बजे से शाम 4 बजे तक ही जल चढ़ा पाएंगे।

जयपुर। पेगेसस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आक्रामक रुख अपना लिया है। पार्टी नेताओं की ओर से आज राजधानी जयपुर में सिविललाइन फाटक पर धरना देकर प्रदर्शन किया जाएगा। धरने के बाद कांग्रेस की ओर से राष्ट्रपति के नाम का राज्यपाल को ज्ञापन दिया जाएगा।

डोटासरा के नेतृत्व में धरना देंगे— प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में दिए जाने वाले इस धरने में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, जयपुर के विधायक, पार्टी पदाधिकारी सहित अन्य नेता मौजूद रहेंगे। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने बयान में आरोप लगाया है कि अब तो जजों के भी फोन टेप कराए गए है। इससे अब अदालतों के फैसले पर भी सवाल उठ रहे है। मोदी राज में कोई सुरक्षित नहीं है। मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जासूसी करवा रही है तो वहीं हैरत की बात यह है कि अपने ही केंद्रीय मंत्रियों, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और स्मृति ईरानी की भी जासूसी करवा रही थी। उन्होंने कहा कि अभी और लिस्ट आना बाकी है इससे पता चलेगा कि और कितने लोगों की जासूसी करवाई गई है। डोटासरा ने कहा कि लोगों की निजता भंग करना किसी देशद्रोह से कम नहीं है। इस पूरे मामले में पीएम मोदी और अमित शाह की मिलीभगत सामने आ गई है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए जिससे सच्चाई सामने आ सके। साथ ही प्रधानमंत्री को गृह मंत्री शाह को मंत्रिमंडल से बाहर कर देना चाहिए और खुद को भी जांच के दायरे में लाना चाहिए।

जयपुर। राजस्थान में अवैध बजरी खनन व परिवहन पर प्रभावी कार्यवाही करते हुए 36,602 प्रकरण दर्ज कर 229 करोड़ रुपए से अधिक की राशि वसूल की गई है। माइंस एवं पेट्रोलियम मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि माइंस विभाग द्वारा पुलिस में 3295 एफआईआर कराने के साथ ही 37,445 वाहनों, मशीन व उपकरणों की जब्ती की है। रवन्नाओं के दुरुपयोग व अवैध बजरी खनन व परिवहन के दुरुपयोग के मामलों में खनन पट्टे खंडित करने जैसे सख्त कदम उठाए जा रहे हैं।
मंत्री भाया ने बताया कि मई 2021 में भीलवाड़ा व जालौर जिलों में तीन खनन लाइसेंस जारी करने से बजरी समस्या के समाधान की राह खुली है, इससे प्रदेश की बजरी की कुल मांग की लगभग दस प्रतिशत आपूर्ति हो सकेगी। विभाग द्वारा पांच अन्य लाइसेंस जारी करने के प्रयास जारी हैं। बीकानेर में पेलियो चेनल्स में पूर्व में स्वीकृत 80 बजरी खनन पट्टों सहित राज्य में बजरी के 281 खनन पट्टे खातेदारी भूमि में प्रभावशील है। केन्द्र सरकार के स्तर पर वर्ष 2013 से बजरी खनन के 68 मामलें पर्यावरण अनुमति हेतु लंबित चल रहे हैं। मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि बजरी खनन पर रोक से उत्पन्न समस्या के समाधान के लिए मेन्यूफैक्चर्ड सेंड को विकल्प के रुप में लेने हेतु हुए एम सेंड नीति जारी की है, जिससे प्रदेश में बजरी के विकल्प की उपलब्धता और ओवरबर्डन की समस्या के समाधान के साथ ही इस क्षेत्र में निवेश और रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे। राज्य सरकार के विभागों व उपक्रमों के निर्माण कार्य में न्यूनतम 25 प्रतिशत एम सेंड के उपयोग के निर्देश जारी किए हैं, जिससे एम सेंड को बढ़ावा मिलेगा।
एसीएस माइंस डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि केन्द्र सरकार की सेंड माइनिंग गाइडलाइंस 2020 में नदियों से पांच किलोमीटर की दूरी तक खातेदारी भूमि में बजरी लीज के आवंटन पर रोक के कारण लाइसेंस जारी नहीं हो पा रहे हैं। केन्द्र से नदियों से पांच किमी के स्थान पर 45 मीटर की दूरी पश्चात् आवंटन अनुमत किए जाने का आग्रह किया है। बजरी की समस्या के समाधान को लेकर गंभीरता को इसी से समझा जा सकता है कि नदियों से बजरी खनन पर 16 नवंबर 2017 से सुप्रीम कोर्ट की चली आ रही रोक के कारण सुप्रीम कोर्ट में भी राज्य के हितों को प्रभावी तरीके से रखने के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता को नियुक्त किया गया, वहीं सेन्ट्रल एंपावर्ड कमेटी के राज्य के बजरी प्रभावित जिलों के दौरे के दौरान राज्य का पक्ष कारगर तरीके से रखा गया।

'माननीय' स्वीच ऑन करें तो जनता को मिले उजाला
— हेरिटेज नगर निगम ने लाखों खर्च कर लगाई हाईमास्ट लाइटें
— उद्घाटन के इंतजार में बंद पड़ी है लाइटें

जयपुर। राजधानी में ही 'अंधेर नगरी, चौपट राजा' वाली कहावत चरितार्थ होती नजर आ रही है। हेरिटेज नगर निगम ने लाखों रुपए खर्च कर करीब 34 हाईमास्ट लाइटें लगा तो दी, लेकिन 'माननीय' (विधायक) के स्वीच आॅन करने के इंतजार में ये लाइटें अभी बंद पड़ी है। 'माननीय' अगर थोड़ा सा समय इनके लिए निकाल लें और इनका उद्घाटन कर दें तो लोगों को राहत मिले।

हेरिटेज नगर निगम ने करीब एक करोड़ रुपए से अधिक राशि खर्च कर हवामहल, किशनपोल और आदर्श नगर विधानसभा क्षेत्रों में करीब 34 हाईमास्ट लाइटें लगाई, लेकिन ये उद्घाटन के इंतजार में बंद पड़ी है। नगर निगम प्रशासन की मानें तो विधायकों को इन लाइटों का उद्घाटन करना है, इसके लिए कई बार विधायकों से आग्रह भी किया जा चुका है, लेकिन 'माननीयों' को समय मिले तो ये लाइटें चालू हो पाए। इनमें अधिकतर लाइटें ऐसी जगह है, जहां भीड़भाड़ वाला क्षेत्र और पर्यटक स्थल है। कुछ लाइटें पार्कों व मंदिरों के बाहर है, जहां देर शाम तक लोगों की आवाजाही रहती है, लेकिन हाइमास्ट लाइटें लगी होने के बाद भी वहां अंधेरा कायम है।

नई हाइमास्ट लाइटों को उद्घाटन का इंतजार
1. आमेर विधानसभा क्षेत्र — दशहरा मैदान, नौलखा स्टेडियम, कनक घाटी, नाई की थड़ी चौराहा
2. हवामहल विधानसभा क्षेत्र — भौम्या बस्ती शास्त्री नगर, गुजराती पार्क, गौरी पार्क, गढ़ गणेश मंदिर, शिव मंदिर, गांधी पार्क जलमहल, करबला, रामगढ़ मोड़, ग्राउंड, शिवाजी पार्क, सीताराम मंदिर, काले हनुमानजी मंदिर, हरिजन बस्ती, लाल मस्जिद दिल्ली रोड, बांस की पुलिया, पौंड्रिक पार्क, झूलेलाल मंदिर, गणगौरी बाजार चौराहा, बरियों का बाग, ईदगाइ के पास
3 . किशनपोल विधानसभा क्षेत्र — जालूपुरा हमीद नगर, दर्वेश नगर, दरबार स्कूल चौक, अजमेरी गेट
4. आर्दश नगर विधानसभा क्षेत्र — बच्चा पार्क घाटगेट रोड, दीपक मार्ग आदर्श नगर, चित्रकूट पार्क जवाहर नगर, जवाहर नगर पार्क आदर्श नगर, सूर्या सिटी जामडोली और महावर कॉलोनी जामडोली

जयपुर। राजस्थान में अब निजी खातेदारी में खातेदारों के रजिस्टर्ड सहमतिधारकों को भी खनन पट्टा और क्वारी लाइसेंस जारी किए जा सकेंगे। राज्य सरकार ने राजस्थान माइनर मिनरल कन्सेशन रुल्स, 2017 'आरआरएमसी रुल्सÓ में आवश्यक संशोधन कर नए प्रावधान लागू कर दिए हैं। इससे राज्य में खनिज व खनन विकास की विपुल संभावनाएं धरातल पर आकार ले सकेंगी। अतिरिक्त मुख्य सचिव माइंस एवं पेट्रोलियम डॉ. सुबोध अग्रवाल ने बताया कि इसके साथ ही खानों की आक्शन प्रक्रिया को और अधिक व्यावहारिक बनाया गया है, जिससे आक्शन विफल करने के प्रयासों पर भी रोक लग सकेगी।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बजट घोषणा कर निजी खातेदारी भूमि में खातेदार के रजिस्टर्ड सहमति धारक को भी खनन पट्टा और क्वारी लाइसेंस का आवंटन किया जाना प्रस्तावित किया था। मुख्यमंत्री गहलोत की इस पहल से अब निजी खातेदारी में सहमति के आधार पर खनन क्षेत्र में विशेषज्ञों की भी भागीेदारी सुनिश्चित हो सकेगी। इससे राज्य में निजी खातेदारी में गुणवत्तापूर्ण खनन, विशेषज्ञ सेवाएं, स्थानीय स्तर पर अधिक रोजगार, खनन क्षेत्र में निवेश, खनिज विकास और राज्य सरकार को अधिक राजस्व मिल सकेगा। इसके साथ ही निजी खातेदारों को भी निश्चित व अधिक आय मिल सकेगी। उन्होंने बताया कि इससे प्रदेश में गुणवत्तापूर्ण खनन के साथ ही रोजगार और निवेश के बेहतर अवसर उपलब्ध होंगे। खान मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि नए प्रावधानों की अधिसूचना जारी कर खान विभाग की बजट घोषणा को अमली जामा पहनाया गया है। इसके साथ ही आवश्यक संशोधन करने से खनन गतिविधियां और अधिक पारदर्शी, गतिशील व सहभागितापूर्ण बनाई गई है। इससे राज्य में खातेदारी भूमि पर खनन गतिविधियों में स्थानीय युवा भागीदारी बढ़ेगी। संशोधन से पहले निजी खातेदारी में खातेदार को ही खनन अनुमति मिलती थी।

जयपुर। कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मोहन प्रकाश आज धौलपुर दौरे पर रहेंगे। वे दोपहर बाद दिल्ली से धौलपुर पहुंचेंगे। मोहन प्रकाश अपने
इस पारिवारिक दौरे पर राजाखेड़ा के पास अपने पैतृक गांव में जाएंगे। वे वहां कुलदेवी के दर्शन के बाद 4 बजे तक धौलपुर पहुंच जाएंगे। इसके बाद वे यहां सर्किट हाउस में मीडिया से बात करेंगे। वे पेगेसस जासूसी मामले को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधेंगे। मोहन प्रकाश 1980 में धौलपुर जिले से विधायक बने थे। वे काफी अर्से से कांग्रेस में प्रवक्ता पद संभाल रहे है।

इमरान प्रतापगढ़ी 26 से प्रदेश दौरे पर

कांग्रेस अल्पसंख्यक विभाग के राष्ट्रीय अध्यक्ष इमरान प्रतापगढ़ी 26-27 जुलाई को दो दिवसीय दौरे पर राजस्थान आएंगे।अल्पसंख्यक विभाग के प्रदेश अध्यक्ष आबिद कागजी ने बताया कि वे 26 जुलाई को 12 बजे जयपुर एयरपोर्ट पर पहुंचेंगे,उसके बाद सीधे अजमेर जाएंगे। वहां दरगाह में चादर पेश करेंगे। इसके बाद वे अजमेर सर्किट हाउस में मीडिया से बात करेंगे। वे 27 को जयपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं से मुलाकात करेंगे।

जयपुर। Income Tax raids on Dainik Bhaskar: दैनिक भास्कर समूह के देशभर के कई कार्यालयों पर आयकर विभाग ने गुरुवार सुबह छापा मारा है।

यह कार्रवाई भोपाल, नोएडा, इंदौर, जयपुर सहित देशभर में दैनिक भास्कर समूह के कार्यालयों और आवासों पर की गई है।

आयकर विभाग की इन्वेस्टिगेशन विंग की छापेमारी के तहत टीम प्रेस कॉन्प्लेक्स सहित आधा दर्जन स्थानों पर मौजूद है। इस छापेमारी के दौरान स्थानीय पुलिस का भी सहयोग लिया गया है।

भोपाल के साथ-साथ इंदौर और जयपुर सहित देश के कई कार्यलयों में छापे की कार्रवाई जारी है। पूरा सर्च ऑपरेशन दिल्ली और मुंबई टीम के द्वारा संचालित किया जा रहा है।

बताया जा रहा है कि यह कार्रवाई टैक्स चोरी के अंदेशे पर की गई है। कार्रवाई के दौरान ग्रुप के 2 दर्जन ठिकानों पर 800 से अधिक आयकर अधिकारी मौजूद है।

राजस्थान में यह कनेक्टिंग सर्च है और कार्रवाई में बड़ी संख्या में दस्तावेज जब्त किए गए हैं। आयकर विभाग की टीमें ग्रुप की सहयोगी कंपनियों और निदेशकों के आवास पर कार्रवाई कर रही है।

जयपुर।

देश जहां आज राष्ट्रीय झंडा अंगीकरण दिवस मना रहा है वहीं जयपुर में एक केसरिया ध्वजा को पोल से उतारकर फाड़ने का मामला तूल पकड़े हुए है। दरअसल, घटना बुधवार दोपहर की है जब युवाओं के एक समूह ने गलता तीर्थ स्थित आमागढ़ की पहाड़ी पर लगे एक केसरिया ध्वजा को उखाड़कर उसे फाड़ दिया। ख़ास बात ये है कि इस पूरे घटनाक्रम को कांग्रेस समर्थित निर्दलीय विधायक रामकेश मीणा की मौजूदगी में अंजाम दिया गया है।

 

इधर, केसरिया ध्वजा को फाड़ने का एक वीडियो भी सामने आया है जो फिलहाल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वहीं भाजपा नेताओं ने इस घटना पर ऐतराज़ जताते हुए राज्य की गहलोत सरकार को निशाने पर लेना शुरू कर दिया है।

 

दुर्ग में मीणाओं का रहा शासन, छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं
गंगापुर सिटी से निर्दलीय विधायक व राजस्थान आदिवासी मीणा सेवा संघ के अध्यक्ष रामकेश मीणा का कहना है कि आम्बागढ़ दुर्ग मीणा समाज की ऐतिहासिक धरोहर है और यहां मीणाओं का ही शासन रहा है। यहां पर प्राचीन आंबा माता का मंदिर भी है। कुछ असामाजिक तत्वों ने केसरिया ध्वजा फहराकर मीणा समाज के इतिहास से छेड़ छाड़ की है। यही वजह है कि यहां से इस ध्वजा को हटाया गया है। ऐसी हरकत दुबारा ना हो इसके लिऐ संघ की सूरजपोल इकाई को जिम्मेदारी सौंपी गई है।

घटना निंदनीय, एफआईआर कराएंगे दर्ज: शर्मा
धरोहर बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष भारत शर्मा ने घटना को निंदनीय बताते हुए कहा कि जिन लोगों ने ध्वजा को क्षतिग्रस्त किया है उनके खिलाफ पुलिस एफआईआर दर्ज करवाई जायेगी।

तुष्टिकरण का कांग्रेस को मिलेगा जवाब: त्रिपाठी
बीजेपी नेता और यूपी सीएम के सूचना सलाहकार शलभ मणि त्रिपाठी ने आज एक ट्वीट करते हुए कांग्रेस पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा, 'राहुल और प्रियंका जी, आपके गुंडों की अगुवाई में समूचे राजस्थान में हो रहा हिंदुओं का ये महाअपमान ही कांग्रेस के ताबूत में आखिरी कील बनेगा, तुष्टीकरण में अंधी कांग्रेस की तरफ से भगवा ध्वज पर चली हर ईंट का जवाब पत्थर से मिलेगा, इंतजार करिए, जय जय श्रीराम !!''

वहीं प्रदेश भाजपा नेता व पूर्व प्रवक्ता लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने भी घटना की निंदा करते हुए गहलोत सरकार पर निशाना साधा। इसी तरह से कई भाजपा नेताओं की ओर से भी इस घटना के विरोध में प्रतिक्रियाएं जारी हो रही हैं।

जयपुर। सौतन के साथ होटल में पति रंगरेलियां मना रहा था। इसकी जानकारी जब पत्नी को लगी तो उसने अपने भाईयों एवं परिवार के अन्य सदस्यों की मदद से होटल में धावा बोल दिया। जिस कमरे में वे लोग ठहरे थे उसे खोला और उसके बाद पत्नी और उसके भाईयों ने अफसर और उसकी महिला मित्र को निर्वस्त्र हालत मे ही पीटा और इसका वीडियो बना लिया। कुछ दिन पहले ये वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गए तो अब महिला मित्र जो कि जोधपुर में एक सरकारी स्कूल में सीनियर टीचर है ने शास्त्री नगर थाने में केस दर्ज कराया है। थानाधिकारी दिलिप सोनी मामले की जांच कर रहे हैं।

शास्त्री नगर थाने में दर्ज केस के बारे में थानाधिकारी ने बताया कि टीचर ने कई लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया है। केस आईपीसी सेक्शन 354ग, 451, 500, 504, 120बी समेत आईटी एक्ट की धाराओं में दर्ज किया गया है। टीचर का आरोप है कि वह जब होटल में अपने लिव इन पार्टनर के साथ थी तो उस समय पार्टनर की पत्नी और उसके भाईयों ने हंगामा कर दिया। पहले तो मास्टर की से कमरे को खोला और उसके बाद निर्वस्त्र हालात में ही वीडियो बनाते रहे। टीचर का आरोप है कि इन वीडियो को सोशल मीडिया पर वायरल किया गया अब ये वीडियो उसके जानकारों, रिश्तेदारों समेत अन्य लोगों के पास पहुंच रहे हैं। जिस कारण बदनामी हो रही है। पूरा घटनाक्रम दस जून का है।

मामले की जांच कर रही पुलिस ने प्रारंभिक जांच के आधार पर बताया जिस सीआरपीएफ अफसर की पत्नी ने यह मारपीट की है उसने बताया कि वह काफी समय से पति का पीछा कर रही थी। उसे पति था कि पति किसी से फोन पर घंटों बात करता है और जब भी वह पूछती है तो काम का काॅल कहकर बात टाल देता है। पत्नी को पति पर काफी समस से शक था इस कारण कई बार उसे रंगे हाथों दबोचने की कोशिश की। पिछले महीने जब पता चला कि पति जयपुर है तो उसकी पत्नी अपने भाईयों और अन्य लोगों को लेकर जयपुर आ पहुंची और होटल में छापा मारा। पुलिस ने बताया कि इस पूरे मामले में सीआरपीएफ अफसर की पत्नी समेत छह लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज किया गया है।

जयपुर. राजधानी जयपुर समेत प्रदेशभर में मानसून छाया तो है, लेकिन इसकी लेटलतीफी ने किसानों का काफी नुकसान भी कर दिया है। बारिश में हुई देरी की वजह से मानसून पूर्व बुवाई करने वाले किसानों की फसलें जल गई हैं और अब उन्हें दोबारा बुवाई करने के सिवा कोई दूसरा रास्ता नजर नहीं आ रहा।

मानसून की बेरुखी के चलते इस बार खरीफ की बुवाई का आंकड़ा अभी तक पिछले साल के मुकाबले काफी कम है। विशेषज्ञों का कहना है कि राजस्थान में प्री मानसून बुवाई केवल 20 से 25 प्रतिशत क्षेत्र में ही होती है और यदि अब भी मानसून अच्छे से मेहरबान होता है तो बुवाई का लक्ष्य हासिल हो सकता है।

यहां हुई बारिश
बीते 24 घण्टे मे गुरुवार सुबह तक अलवर के तिजारा में 50 एमएम, अलवर के कोटकासिम में 40, अलवर के किशनगढ़ बास में 33, भरतपुर के डीग में 180 एमएम, भरतपुर के कुम्हेर में 78, भरतपुर में 33, भरतपुर के कामा में 22, गंगानगर के रायसिंहनगर में 33, गंगानगर के पदमपुर में 27, हनुमानगढ़ के पीलीबंगा में 25, जैसलमेर में 38 एमएम बारिश दर्ज की गई।

यहां के लिए अलर्ट
बीते 48 घंटे में बारिश की गतिविधियों में थोड़ी कमी देखने को मिली। हालांकि एक से दो दिन में फिर से बारिश की ग तिविधियों में इजाफा होने की उम्मीद है। मौसम विभाग के मुताबिक गुरुवार को पूर्वी राजस्थान में कोटा, सवाईमाधोपुर, झालावाड़ और बारां में भारी बरसात का यलो अलर्ट जारी किया है। वहीं पश्चिमी राजस्थान में मौसम शुष्क रहेगा।

जयपुर। राजस्थान के कई जिलों में धीमा पड़ा मानसून अगले चार दिन तक जमकर बरसेगा। पूर्वी राजस्थान के 70 प्रतिशत इलाकों में बारिश का असर दिखाई देगा, जबकि पश्चिमी राजस्थान में 40 प्रतिशत इलाकों मे अच्छी बारिश होने का अनुमान है। मौसम विभाग की माने तो अगले दो दिन के भीतर कोटा और जोधपुर संभाग में कुछ स्थानों पर भारी बारिश होगी।

चार दिन की झमाझम के बाद मानसून की चाल फिर से धीमी हो सकती है। राजधानी जयपुर को लेकर कोई अलर्ट जारी नहीं किया गया है। पिछले कई दिनों से राजधानी में तेज बारिश का इंतजार बना हुआ है। हालाकि जयपुर का तापमान 35 डिग्री पर बना हुआ है और गर्मी जोर नहीं दिखा रही है।

मौसम केन्द्र जयपुर के निदेशक आर.एस. शर्मा ने बताया कि सावन की शुरूआत के साथ ही प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी इलाकों में अच्छी बारिश होगी, लेकिन पूर्वी इलाकों में बारिश का जोर ज्यादा रहेगा। वहीं, कोटा और जोधपुर संभाग में अच्छी बारिश होगी और कहीं-कहीं पर भारी बारिश का अलर्ट भी जारी किया गया है। इसके अलावा उदयपुर और अजमेर संभाग में भी बादल जमकर बरसेंगे। प्रदेश में अधिकतर जिलों का तापमान 35 डिग्री से नीचे रहने की संभावना है।

यूं रह सकता है मौसम का मिजाज

22 जुलाई को कोटा, सवाई माधोपुर, झालावाड़, बारां जिलें में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। टोंक, बूंदी, उदयपुर, डूंगरपुर, चित्तौड़ में कहीं-कहीं मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।

23 जुलाई को दौसा, भरतपुर, झालावाड़, बांसवाड़ा, कोटा, जोधपुर, अलवर और करौली में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, अलवर, जयपुर, दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर, बारां, उदयपुर, डूंगरपुर, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर में कहीं-कहीं मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।

24 जुलाई को अजमेर, भीलवाड़ा, सिरोही, डूंगरपुर, बाड़मेर और पाली में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, अलवर, जयपुर, दौसा, भरतपुर, सवाई माधोपुर, बारां, उदयपुर, डूंगरपुर, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, बाड़मेर, जोधपुर, नागौर में कहीं-कहीं मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।

25 जुलाई को डूंगरपुर, झालावाड़, प्रतापगढ़, उदयपुर में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। डूंगरपुर, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, बांसवाड़ा, उदयपुर, बाड़मेर और जालौर में कहीं-कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।

जयपुर
दिल्ली से आए भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री सीटी रवि ने बुधवार को राजस्थान भाजपा के नेताओं से मुलाकात की और गहलोत सरकार को आडे आथों लिया खासतौर पर महिला संबधी अपराध लगातार बढ़ने को लेकर। सरकार की इस किरकिरी के बीच जयपुर में बुधवार को अपहरण, रेप, मारपीट, ब्लेकमेल करना सबंधी पांच केस और दर्ज हो गए हैं। पोक्सो और अन्य आईपीसी धाराओं मंे दर्ज इन केसेज की जांच अब जयपुर पुलिस कर रही है। गौरतलब है कि इससे पहले अपराध के मामलों को लेकर पिछले सप्ताह ही भाजपा ने कई रैलियां और प्रदर्शन भी किए हैं।

बच्ची का वीडियो वायरल करने की धमकी देकर एक साल से कर रहा शोषण
कालवाड़ थाना पुलिस ने हिम्मत सिंह नाम के एक युवक के खिलाफ पोक्सो, अपहरण, मारपीट और अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। केस दर्ज कराने वाले हैं सोलह साल की बच्ची के पिता। आरोप है कि एक साल पहले किसी काम के बहाने आरोपी उनकी बेटी को जबरन अपने साथ ले गया। बाद में उसे कोल्ड ंिडंक में नशा दिया और अचेत हालात में उसके साथ संबध बनाए। उसके बाद इसका वीडियो बनाया और अब इसे वायरल करने की धमकी देकर एक साल से लगातार कई बार रेप किया। बच्ची की दिमागी हालत अब खराब होती जा रही है। उससे परिवार ने सख्ती से पूछताछ की तो उसने सारी कहानी कह सुनाई। इस पर अब कालवाड़ थाना प्रभारी गुरुदत्त ने केस दर्ज कर आरोपी की तलाश शुरु कर दी है।

नशा देकर रेप किया, वीडियो वायरल करने की धमकी के बीच ढाबा भी बंद कर दिया पीडिता ने
उधर मुरलीपुरा थाना क्षेत्र में अशोक कुमार नाम के आरोपी के खिलाफ एक पीडिता ने शिकायत दी है। पुलिस ने उसकी शिकायत पर मारपीट, रेप और आईटी एक्ट समेत अन्य धाराओं में केस दर्ज किया है। पीडिता ने बताया कि मूल रुप से अजमेर की रहने वाली है और मुरलीपुरा मे एक ढाबा चलाती है और गुजर बसर करती हैं। 2018 में आरोपी उसके ढाबे पर खाना खाने आया था। बातचीत में पीडिता को उस पर भरोसा हुआ। इसका उसने फायदा उठाया। पहले तो 2018 में ही रेप करने की कोशिश की। लेकिन पीडिता ने से भगा दिया। बाद में 2019 में फिर से आया। इस बार नशा देकर रेप किया। वीडियो बनाया और वायरल करने की धमकियां देकर कई बार शोषण किया। पीडि़ता इतना परेशान हो गई कि उसने अपना ढाबा भी बंद कर दिया। लेकिन उसके बाद भी आरोपी ने उसे तलाश लिया। आखिर पीडिता को ब्लेकमेल करते हुए अब रुपयों की भी मांग कर रहा है। पुलिस ने पीडिता की शिकायत पर केस दर्ज किया है। आरपीएस हरि शंकर शर्मा केस की जांच कर रहे हैं।

युवती को वीडियो काॅल कर अश्लीलता की, वायरल करने की धमकी देकर कर रहा रुपयों की मांग
इधर बजाज नगर पुलिस ने मोईन नाम के एक युवक के खिलाफ केस दर्ज किया है। टोंक रोड पर रहने वाली युवती ने उसके खिलाफ केस दर्ज कराया है। युवती का आरोप है कि 18 जुलाई को एक नंबर से काॅल आया। अननोन नंबर होने के कारण युवती ने काॅल नहीं उठाया। उसके बाद कई बार काॅल आने के बाद वीडियो काॅल आया तो उसने फोन उठाया। फोन करने वाले ने निर्वस्त्र होकर युवती के साथ अश्लील हरकतें की। बाद में इसे रिकाॅर्ड कर लिया। अब ये रिकाॅर्ड वायरल करने की धमकी देकर आरोपी रुपयों की मांग कर रहा है। पीडिता ने परिवार की मदद से बजाज नगर थाने में केस दिया है।

विश्वास, नशा, छेडछाड़ और अब वीडियो वायरल करने की धमकी
वहीं हरमाड़ा क्षेत्र में रहने वाली एक युवती ने एक आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कराया है। बीस वर्षीय युवती का आरोप है बातचीत के बाद पहले तो आरोपी ने दोस्ती की और उसके बाद दो बार अपने साथ जबरन ले गया। दोनो बार कोल्डंिड्रक दी और नशा मिला दिया। पहली बार अश्लील हरकतें की और जब होश आया तो माफी मांग ली। दूसरी बार रेप कर वीडियो बना लिया और अब इसे सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी दी जा रही है। पुलिस ने आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

बाइक पर बैठा ले गए जबरन, विरोध किया तो पीटा, गैंगरेप का मामला दर्ज
वहीं सांगानेर सदर थाना इलाके में रहने वाली बीस वर्षीया विवाहिता ने चार लोगों के खिलाफ नामजद केस दर्ज कराया है। आरोप है कि चारों में दो लोग उसके पति के पास आते थे। इस कारण मामूली जान पहचान थी। पिछले दिनों जब पति नहीं थे तो चारों उसे बाइक पर जबरन बैठाकर ले गए। विरोध किया तो पीटा और उसके बाद सुनसान स्थान पर ले जाने के बाद रेप किया। किसी को भी बताने पर जान से मारने की धमकी दी और फरार हो गए। पीडि़ता ने रामजीलाल, बनवारी, राकेश और कृष्ण कुमार पर केस दर्ज कराया है।

जयपुर
दलालों के जरिए रिश्वत लेने एक और मामला सामने आया है। जयपुर के एक हैड कांस्टेबल के लिए रिश्वत ले रहे दलाल को जयपुर की एसीबी टीम ने अजमेर में पकडा है। बुधवार सवेरे इसकी सूचना एसीबी को मिली थी। दिन में मामले का सत्यापन किया गया और देर रात दलाल को ट्रेप कर लिया गया। जिस हैड कांस्टेबल के लए रिश्वत ली गई है वह तरक्की पाकर एएसआई हो गया है और जोधपुर में ट्रेनिंग कर रहा है। लेकिन अब उसका फोन बंद है और ट्रेनिंग सेंटर से भी वह गायब है। जोधपुर मंे उसके बारे मंे सूचना दे दी गई है।

केस सैटल करने की एवज में दस हजार लिए थे दलाल ने
एसीबी अफसरों ने बताया कि रामगंज थाने के हैड कांस्टेल सुनील के लिए अजमेर में अमित उर्फ दीपक ने रिश्वत ली थी। बताया जा रहा है कि दीपक जयपुर से ही गया था रिश्वत लेने के लिए और उसे सुनील ने ही भेजा था। जिस व्यक्ति से रिश्वत ली गई उसकी जानकारी एसीबी ने गोपनीय रखी है। एसीबी ने बताया कि पीडित का कोई कसे रामगंज थाने में कुछ समय पहले दर्ज हुआ था। उसे सैटल करने की एवज में यह रकम मांगी गई थी। पीडित ने एसीबी को बताया कि पहले भी दो बार रिश्वत ले चुका है और दोनो बार ही यही कहा था कि अब केस सैटल करा दूंगा। लेकिन दोनो बार ही केस सैटल नहीं हुआ उल्टे तीसरी बार रिश्वत लेने आ गया।

जयपुर
किरायेदार को घर संभलाकर अपने रिश्तेदार की शादी में गई मकान मालकिन जब वापस लौटी तो हंगामा मच गया। न तो किरायेदार ही मिला और न ही घर का जेवर, कैश और अन्य कीमती सामान। किरायेदार को कई बार फोन किया तो उसका फोन नंबर भी बंद मिला। काफी तलाश के बाद भी किरायेदार और सामान दोनो ही नहीं मिला तो मकान मालकिन पुलिस की शरण में पहुंची और केस दर्ज कराया।

मामला माणक चैक थाना क्षेत्र का है। पुलिस ने बताया कि ममता शर्मा चैड़ा रास्ता में रहती है और उनके यहां कुछ समय पहले रबियल मलिक किरायेदार आया था। वह अपने परिवार के साथ वहां रह रहा था। पिछले दिनों ममता अपने मामा की पोती की शादी में परिवार समेत गई थी। किरायेदार के कमरे को छोड़कर बाकि पूरे घर को लाॅक किया गया था। लेकिन जब ममता वापस लौटी तो घर के सारे लाॅक टूटे मिले। किरायेदार मलिक भी लापता था।

उसका सामान भी वह ले गया था। आसपास के रहने वाले लोगों से पूछताछ की तो पता चला कि उसने कमरा खाली कर दिया। ममता ने जब अलमारी में बनी सेफ संभाली तो वह टूटी मिली। वहां से सोने के करीब 175 ग्राम वजनी जेवर चोरी हो गए। जिनकी कीमत साल लाख रुपए से भी ज्यादा थी। साथ ही सेफ में रखे करीब चालीस हजार रुपए भी मलिक अपने साथ ले गया।

दस लाख की गुत्थी सुलझी नहीं, नई केस हो गया
सात लाख के जेवरों की चोरी से सिर्फ दो दिन पहले भी इसी तरह का मामला सामने आया था। जवाहर सर्किल क्षेत्र में रहने वाले एक परिवार ने शादी में जाने से पहले मकान की चाबी पड़ोसी को दी थी। इस दौरान परिवार के एक सदस्य दोपहर में घर पर आए तो देखा घर पर काम करने वाली दो बाईयां काम कर रही हैं। जब अलमारी संभाली तो पाया उसमें रखे करीब दो सौ ग्राम वजनी सोने के जेवर नहीं थे। दस लाख कीमत के इन जेवरों का केस पड़ोसी और दोनो बाईयों के इर्द गिर्द घुम रहा है। इस महीने के तीन सप्ताह के दौरान घरों और दुकानों में चोरी और नकबजनी के चालीस से भी ज्यादा केस सामने आ चुके हैं। एक भी वारदात में पुलिस आरोपियों तक नहीं पहुंच सकी है।

सेफ में जमा कराएं जेवर, पुलिस को दें सूचना
घर छोड़ने से पहले पुलिस की ओर से जारी की गई गाइडलाइन का पालन करें तो कम हो सकती हैं चोरी की वारदातें। पुलिस का कहना है कि कई दिनों के लिए अगर घर से जा रहे हैं तो पुलिस को सूचना दें ताकि कम से कम एक बार तो गश्त के दौरान संभाला जा सके। आसपास रहने वाले लोगों और घर में काम करने वाले कार्मिकों को चाबी नहीं दें। उसके बाद भी अगर घर में जेवर और कैश रखा है तो उसे किसी रिश्तेदार या बैंक के सेफ में रखकर जाएं।

राहुल सिंह

जयपुर। पेगेसस जासूसी मामले को लेकर कांग्रेस पार्टी ने आक्रामक रुख अपना लिया है। पार्टी नेताओं ने आज राजधानी जयपुर में सिविललाइन फाटक पर धरना देकर प्रदर्शन किया और मांग की गई कि पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से कराई जाए। इस दौरान कार्यकर्ताओ की फाटक के पास पुलिस से धक्कामुक्की भी हुई। कई कार्यकर्ता बेरीकेडिंग को पार कर गए। पुलिस से बाद में इन्हें खदेड़ दिया।इससे पहले कांग्रेस नेताओं ने इस मौके पर मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा और कहा कि भाजपा अब भारतीय जासूसी पार्टी बन गई है और वे देश की सुरक्षा के साथ लोगों की निजता को भी भंग कर रही है। इसे किसी भी सूरत में सहन नहीं किया जाएगा। पीसीसी अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने ये चुनौती भी दी कि उनके खिलाफ किसी भी मामले की जाँच करा लें, लेकिन निम्बाराम को तो सामने लाएं।

डोटासरा के नेतृत्व में धरना— प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में दिए गए इस धरने में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, बीडी कल्ला, महेश जोशी, रघु शर्मा, संयम लोढ़ा, महादेव खण्डेला, खिलाडीलाल बैरवा, गोपाल मीणा, प्रदेश सचिव पुष्पेन्द्र भारदाज, मुमताज मसीह,जसवंत गुर्जर, ललित तूनवाल, सुरेश चौधरी, आर आर तिवाडी, मनोज दुग्गल,आयुष भारदाज सहित जयपुर के विधायक, पार्टी पदाधिकारी सहित अन्य नेता मौजूद थे। सभी नेताओं ने केन्द्र सरकार को कोसते हुए कहा कि भाजपा के राज में सब बेहाल है। इस मौके पर पीसीसी अध्यक्ष डोटासरा ने कहा कि अब तो ये साबित हो गया है कि प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह ने मंत्रिमंडल से हटाए गए अपने ही मंत्रियों की भी जासूसी कराई थी, क्यों कि कई मंत्री सरकार की कार्य प्रणाली से खुश नहीं थे। उन्होंने कहा कि सच्चाई सामने आनी चाहिए कि आखिर मंत्रियों को हटाने का आधार क्या था। डोटासरा ने ये चुनोती भी दी कि उनके खिलाफ किसी भी मामले की जाँच करा लें, लेकिन निम्बाराम को तो सामने लाएं।

पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि अब तो जजों के भी फोन टेप कराए गए है। इससे अब अदालतों के फैसले पर भी सवाल उठ रहे है। मोदी राज में कोई सुरक्षित नहीं है। मोदी सरकार विपक्ष के नेताओं के साथ-साथ कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की जासूसी करवा रही है।पीसीसी अध्यक्ष गोविंद डोटासरा ने कहा कि लोगों की निजता भंग करना किसी देशद्रोह से कम नहीं है। इस पूरे मामले में पीएम मोदी और अमित शाह की मिलीभगत सामने आ गई है। उन्होंने मांग की कि इस पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के जज से करानी चाहिए

अश्विनी भदौरिया/जयपुर। शहर में निगम की तरफ से लोगों को राहत देने के लिए पार्किंग स्थल बनाए गए थे, लेकिन ठेकेदारों की मनमर्जी और निगम की अनदेखी के चलते ये वसूली के अड्डे बन गए हैं। कुछ जगह तो ठेकेदार को फायदा पहुंचाने के लिए निगम ने नक्शे तक बदल दिए। वहीं, कई जगह निर्धारित शुल्क से डेढ़ गुना तक वसूली की जा रही है। परकोटा के बाजारों में चल रही पार्किंग को लेकर व्यापारियों ने विरोध भी दर्ज कराया, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसको लेकर व्यापारियों का कहना है कि निगम ने व्यवस्था नहीं सुधारी तो विरोध स्वरूप बाजार बंद करेंगे।

दोपहिया के लिए खड़ी की मुसीबत
दरअसल, चौड़ा रास्ता और जौहरी बाजार में निगम की ओर से पार्किं ग का संचालन किया जाता है। जहां दोपहिया और चौपहिया वाहन खड़े करने का विकल्प है, लेकिन ठेकेदारों ने निगम कर्मचारियों से सांठगांठ कर दोपहिया वाहनों की पार्किंग को चौपहिया में बदलवा लिया। ऐसे में अब दोपहिया वाहन चालकों को दिक्कत रहती है। यही स्थिति जौहरी बाजार में भी है। इसके अलावा वहां तो चारपहिया वाहन चालकों से अवैध वसूली तक की जा रही है।

हर कार चालक से 10 रुपए अतिरिक्त
मालवीय नगर पुलिया के पास स्थित एक मॉल के पीछे बनी निगम की पाॢकंग में मनमानी का खेल चल रहा है। यहां निगम ने चारपहिया वाहन खड़ा करने का शुल्क 20 रुपए तय कर रखा है, लेकिन 30 रुपए प्रति घंटा वसूल किए जा रहे हैं। इसके लिए बाकायदा पर्ची पर 30 रुपए लिख रहे हैं।-एक अनुमान के मुताबिक यहां प्रतिदिन 700 से 800 गाडिय़ां आती हैं। हर गाड़ी से 10 रुपए अतिरिक्त वसूल किए जाते हैं। तीन घंटे से ज्यादा होने पर 50 रुपए तक वाहन चालकों से लिए जाते हैं।

यहां भी खुली छूट-शालीमार बाग स्थित संगम टॉवर पर पार्किंग का ठेका किसी ने नहीं लिया, लेकिन यहां पर भी लोगों से गाड़ी खड़ी करने के नाम पर पैसे वसूल किए जा रहे हैं।-मॉल 21 के पीछे भी सड़क पर वाहन खड़ा करने के नाम पर बेवजह पैसे वसूल किए जा रहे हैं।-इसी तरह भगवानदास मार्ग के पार्किंग क्षेत्र को चुपचाप बढ़ा लिया। ज्यादा क्षेत्र में गाड़ी खड़ी करवाई जा रही हैं।

लॉकडाउन से पहले जोन कार्यालय में उपायुक्त के साथ बैठक हुई थी, कोई हल नहीं निकाला। यहां ठेकेदार और निगम कर्मचारी मिलकर ठेका चला रहे हैं। दिन भर गाडिय़ां खड़ी रहती हैं। तीन घंटे के 50 रुपए की जगह 110 रुपए लेते हैं। कई बार पैसे वापस करवाए हैं। इनकी वजह से ग्राहकी भी प्रभावित होती है।
-कैलाश मित्तल, अध्यक्ष, जौहरी बाजार व्यापार मंडल

दोपहिया वाहनों की जगह चारपहिया वाहन खड़े करवाए जा रहे हैं। दोपहिया के लिए जगह कम होने से लोग परेशान रहते हैं। निगम में कोई सुनवाई नहीं हो रही। हाल ही में यातायात पुलिस से भी शिकायत की थी।
-विवेक भारद्वाज, महामंत्री, चौड़ा रास्ता

राहुल सिंह

जयपुर। राजस्थान से राज्यसभा सांसद नीरज डांगी ने केन्द्र सरकार पर आरोप लगाया है कि केन्द्र सरकार राजस्थान के संरक्षित स्मारकों के रखरखाव और संरक्षण को लेकर गंभीर नहीं है। डांगी ने आज राज्यसभा में इस बारे में एक सवाल लगाया था। डांगी ने सवाल में सरकार से गत तीन साल में राजस्थान में संरक्षित स्मारकों की संख्या और उनके रखरखाव पर खर्च राशि के बारे में जानकारी मांगी थी। इसके साथ ही डांगी ने गत सालों में इन संरक्षित स्मारकों से प्राप्त् राजस्व के बारे में भी सरकार से पूछा।

इस सवाल के जवाब में पर्यटन मंत्री जय किशन रेड्डी ने बताया कि राजस्थान में कुल 163 केन्द्रीय रूप से संरक्षित स्मारक है। भारतीय पुरातत्व और सर्वेक्षण विभाग की ओर से गत तीन साल में इनके रखरखाव वपर 30 करोड़ 42 लाख रूपए खर्च हुए लेकिन इसमें ज्यादातर राशि तो विभाग के कर्मचारियों के वेतन भत्ते पर खर्च हुई है। जवाब में ये भी बताया गया कि इन स्मारकों से 19 करोड़ 42 लाख रुपए का राजस्व मिला है।

डांगी बोले, कार्ययोजना का अभाव— राज्यसभा सांसद डांगी ने कहा कि सरकार के इस जवाब से साफ झलकता हैं कि सरकार के पास राजस्व बढाने की कोई कार्ययोजना ही नहीं है। विभाग ने राजस्व के लिए अजमेर की बारादरी, भानगढ और आभानेरी बावडी में पर्यटकों के लिए टिकट लगाकर खानापूर्ति की है। डांगी ने एक अन्य सवाल में संस्कृति विभाग की ओर से भारतीय संस्कृति के प्रचार और प्रसार पर पांच वर्षो के दौरान गैर सरकारी संगठनों को जारी राशि के बारे में भी जानकारी मांगी लेकिन मंत्री ने इस बारे में कोई स्पष्ट जानकारी उपलब्ध नहीं कराई। डांगी ने ये भी पूछा था कि किन कार्यक्रमों के जरिए जागरूकता बढाई गई।

जयपुर।

आरएएस- 2018 के साक्षात्कार में शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा की पुत्रवधु की बहन और भाई के 80-80 अंक आने का मामला गर्माता जा रहा है। नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने सीएम से मांग की है कि डोटासरा को पदमुक्त कर मामले निष्पक्ष जांच कराई जाए। साथ ही साक्षात्कार के अंक कम किए जाएं, ताकि लिखित परीक्षा में अच्छे अंक प्राप्त करने वाले अभ्यर्थियों के साथ न्याय हो सके।

कटारिया ने भाजपा मुख्यालय पर प्रेस वार्ता में कहा कि राजस्थान में योग्य अभ्यर्थियों का सलेक्शन हो, इसलिए आरपीएससी का गठन किया गया था। मगर डोटासरा के रिश्तेदारों के मामले से लोगों का आरपीएससी से भरोसा उठ गया है। आरपीएससी का कर्मचारी ट्रैप हुआ, इससे साफ हो गया है कि अंकों में गड़बड़ी होती है। उन्होंने कहा कि एक ही परिवार के बच्चों के समान अंक आना चमत्कार है, क्योंकि दोनों एक बैच में भी नहीं थे। खास बात यह है कि दोनों के ही लिखित में 47 और 46 प्रतिशत अंक है। टॉपर रहे अभ्यर्थियों में से भी केवल 6 के ही 80 अंक आए हैं। इसलिए या तो यह चमत्कार है या फिर भ्रष्टाचार। लेकिन इस परिणाम ने शिक्षामंत्री के अभिमान को तोड़ दिया है। कटारिया ने कहा कि मामले को मानसून सत्रम ें उठाया जाएगा और जरूरत पड़ी तो हम सड़कों पर भी उतरेंगे।

पेगेसस मामले में कोई तथ्य विपक्ष के पास नहीं है

पेगेसस जासूसी मामले में कटारिया ने कांग्रेस के प्रदर्शऩ पर पलटवार किया। कटारिया ने कहा कि लोकसभा शुरू होने से पहले ये बम फोड़ा गया है, लेकिन इसमें कोई तथ्य और प्रमाण नहीं है। एक भी बात ऐसी सामने नहीं आई है, जिससे लगे कि सरकार ने फोन टैप किए है। हालांकि कटारिया ने स्वीकार किया कि देश की सुरक्षा और विशेष बात की जानकारी लेने के लिए ऐसा किया जा सकता है, जिसके गृहमंत्रालय की ओर से फाइल चलाई जाती है।

अविनाश बाकोलिया/ जयपुर। उसने न जाने कितने लोगों को फांसा होगा। आप जब यह खबर पढ़ रहे हैं, तब भी सम्भव है कि वह किसी को अपने जाल में उलझा रही हो। चेहरा तो एक है लेकिन सोशल मीडिया पर उसकी आइडी 50 से अधिक हैं। पहले छद्म पद और नाम से वह दोस्ती गांठती है। फिर अश्लीलता पर उतपकर वीडियो रिकॉर्ड करती है। बाद में असली रंग दिखाती और ब्लैकमेल कर पैसे ऐंठती है।

यह कहना है जयपुर निवासी उस व्यक्ति का, जिसे उक्त महिला ने फांसने का प्रयास किया। महिला की धमकियां झेल रहे उक्त व्यक्ति ने बताया, फेसबुक पर फ्रेंड बनने के बाद महिला बार-बार वीडियो कॉल करने का दबाव देने लगी तो मुझे शक हुआ। मैंने मना किया तो महिला ने धमकी भरे मैसेज भेजने शुरू कर दिए और रुपए मांगे। तब मैंने उसकी 'कुण्डली' खंगाली तो उसकी 50 से अधिक फर्जी आइडी सामने आई।

शिकायत तो की साइबर थाने की वेबसाइट पर, पहुंच गई गैंग के पास
उक्त व्यक्ति ने बताया, मैंने घटना की शिकायत साइबर थाने की वेबसाइट पर की तो उसके बाद ई-मेल आया कि आपके हमारे एक्सपर्ट फोन करेंगे। दो घंटे बाद एक महिला का फोन आया। उसने कई दस्तावेज ऑनलाइन लिए और आइडी मांगी। मना करने पर महिला ने कहा कि फिर तो कार्यवाही नहीं हो सकती। अगले दिन उसी नम्बर से एक व्यक्ति ने फोन कर धमकाया कि मैं साइबर थाने से बोल रहा हूं, आपका वीडियो मिला है, अपलोड करवाना है क्या? फिर ई-मेल से डीसीपी क्राइम को शिकायत भेजी। इसके बाद मामला चित्रकूट थाने को ट्रांसफर कर दिया।

कुछ जागरुक लोग कर रहे सावधान
कुछ जागरुक लोग ऐसे झांसों से लोगों को बचाने के लिए सोशल मीडिया पर अभियान चला रहे हैं। इनमें पंजाब निवासी सुखविंदर और जयपुर के चित्रकूट निवासी बंशीधर बेरवाल ने महिला की फेसबुक आइडी सोशल मीडिया पर शेयर की है और लोगों से सावधान रहने की लगातार अपील करते रहे हैं।

छलावे का यह तरीका
सोशल मीडिया पर उक्त महिला ने मेडिकल स्टूडेंट, सरकारी कर्मचारी आदि बनकर अलग-अलग नामों से दर्जनों आइडी बना रखी हैं। लोगों को पहले फेसबुक पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजती है, फिर प्रेम की बातें करने लगती है। इस दौरान खुद को न्यूड दिखाकर लोगों का वीडियो रेकॉर्ड कर लेती है। फिर वायरल करनी की धमकी देकर ब्लैकमेल करती, रुपए ऐंठती है।

एक्सपर्ट कमेंटः अनजान नम्बर से आई वीडियो कॉल रिसीव न करें
साइबर विशेषज्ञ आयुष भारद्वाज का कहना है, फेसबुक पर अनजान व्यक्तियों की फ्रेंड रिक्वेस्ट स्वीकार नहीं करनी चाहिए। अनजान नम्बरों से आई वीडियो कॉल भी रिसीव नहीं करनी चाहिए। हो सकता है, कॉल किसी ऐसी महिला की हो जो फोन उठाते ही न्यूड दिखे। वीडियो कॉल के दौरान रिसीवर का चेहरा भी मोबाइल स्क्रीन पर होगा। वह स्क्रीनशॉट लेकर ब्लैकमेल कर सकती है।

प्रकरण चित्रकूट थाने में ट्रांसफर किया गाया है। पीड़ित के बयान लेकर मामले की जांच की जाएगी।
दिगंत आनंद-डीसीपी क्राइम

जयपुर।

प्रदेश में वैक्सीन की किल्लत और मुख्यमंत्री की ओर से वैक्सीन की केंद्र से डिमांड पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने तल्ख बयान दिया है। कटारिया ने कहा कि वैक्सीन कोई पेड़ पर नहीं लगी है जो जितनी चाहे, तोड़कर दे दी जाए। केंद्र की ओर से देश के अलग-अलग राज्यों को वैक्सीन भेजी जा रही है। जितना उत्पादन है,उसके हिसाब से वितरण हो रहा है।

उन्होंने कहा कि राज्यों की जिम्मेदारी है कि वो वैक्सीन की उपलब्धता के अनुसार व्यवस्था बनाए रखें। मई तक तो वैक्सीन में कोई अव्यवस्था नहीं हुई मगर जैसे ही 18 साल से बड़े लोगों की वैक्सीनेशन शुरू हुई तो व्यवस्था बिगड़ गई। उन्होंने कहा कि वैक्सीन चाहे भाजपा के आॅफिस में लगे या कांग्रेस के दफ्तर में, लग तो वैक्सीन ही रही है। यह तो अच्छी बात है कि विभिन्न सामाजिक संगठन मिलकर वैक्सीनेशन कैम्प लगवा रहे हैं, जिसका लोगों को फायदा मिल रहा है।

आपको बता दें कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोल लगातार वैक्सीन नहीं मिलने की बात कह रहे हैं। केंद्र सरकार के समक्ष वो कई बार वैक्सीन किल्लत की मांग भी रख चुके हैं। नए स्वास्थ्य मंत्री को इस संबंध में सीएम ने पत्र भी लिखा था। उधर भाजपा लगातार कांग्रेस पर वैक्सीनेशन का कांग्रेसीकरा करने का आरोप लगा रही है।

भोपाल। रियल एस्टेट, खनन, एफएमसीजी, पॉवर सेक्टर, कई बड़े मॉल्स, शैक्षणिक संस्थान, इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित अन्य बिजनेस से जुड़े सुधीर अग्रवाल एवं परिवार से जुड़े देशभर में 35 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है। अग्रवाल परिवार दैनिक भास्कर के रूप में मीडिया क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। इस समूह का व्यापारिक कारोबार देश के कई हिस्सो में फैला हुआ है। मीडिया हाउस तो उसके व्यापारिक कारोबार का बहुत छोटा हिस्सा है।

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अग्रवाल परिवार के व्यापारिक ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी के साथ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) भी सक्रिय हो गया है। छत्तीसगढ के साथ मध्यप्रदेश में भी ईडी की टीम पहुंच रही है। मनी लॉड्रिंग और फेमा (विदेशी मुद्रा प्रबंधन अधिनियम) नियमों के उल्लंघन की आशंका को ध्यान में रखकर आयकर विभाग जांच में जुटा है।

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आईटी को विदेशों में गलत तरीके से करोड़ों के निवेश का अंदेशा है। इस निवेश में फेमा का उल्लंघन होने की आशंका के चलते जांच चल रही है। प्रवर्तन निदेशालय इन्हीं तथ्यों के आधार पर अग्रवाल परिवार पर शिकंजा कस रहा है। ईडी की टीम की शाम तक भोपाल पहुंचने की चर्चा है।

फेमा का उल्लंघन तो होगी कार्रवाई

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फेमा का उद्देश्‍य भारतीय कंपनियों द्वारा देश के बाहर और भारत में विदेशी कंपनियों द्वारा व्‍यापार के संचालन के कुछ पहलुओं को नियंत्रित करना भी है। इसके उल्‍लंघन पर अर्थ दंड की सजा का प्रावधान है।

मनी लॉड्रिंग मिली तो होगी जेल

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काले धन को वैध बनाने का अवैध कारोबार मनी लॉड्रिंग है। मनी लॉड्रिंग करने के एक अन्य तरीके में अवैध धन से चल-अचल संपत्ति को खरीदा जाता है। जिनकी वास्तविक कीमत बहुत ज्यादा होती है, लेकिन टैक्स चोरी करते हुए इन संपत्तियों की कीमत बहुत कम बताई जाती है। यह आरोप साबित होने पर जेल तक का प्रावधान है।

यहां आयकर छापे

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अग्रवाल परिवार के देशभर के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापेमारी की है। इनमें मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, गुजरात, दिल्ली और राजस्थान के कार्यालय शामिल है। बताया जा रहा है कि बड़े स्तर पर टैक्स चोरी के हालात सामने आए हैं। इस कार्रवाई में 800 से अधिक आयकर अधिकारी और पुलिसकर्मी शामिल हैं।

जयपुर।

पेगेसस जासूसी मामले में राजभवन के घेराव के दौरान कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने राज्यपाल कलराज मिश्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लेकर विवादित बयान दिया है। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पलटवार किया और कहा कि इस मामले में कांग्रेस को ही प्रसंज्ञान लेना चाहिए। यह शब्द बोलने के योग्य है या नहीं।

उन्होंने कहा कि मुझे घोघरा की बुद्धि पर ही तरस आता है। मैं सोचता हूं कि गली का बच्चा भी गणेश डोगरा जैसा नहीं बोलेगा। कटारिया ने राजभवन घेराव पर भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि जब राजस्थान के मुख्यमंत्री पिछली बार घोषणा कर चुके हैं कि लॉ एंड आॅर्डर बिगड़ेगा तो मेरी जिम्मेदारी नहीं होगी। फिर तो भगवान ही जिम्मेदार होगा। कटारिया ने केंद्रीय सुरक्षा बल लगाने के प्रश्न पर कहा कि यह राज्यपाल पर छोड़ना चाहिए।

राजस्थान के इतिहास का पहला उदाहरण

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पीसीसी उपाध्यक्ष गोविन्द मेघवाल और युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा ने राज्यपाल के लिए एजेंट जैसे घृणित शब्द का प्रयोग करके लोकतांत्रिक परम्पराओं एवं संविधान का अपमान किया है। राजस्थान के इतिहास में पहला उदाहरण है जब संवैधानिक प्रमुख के भवन का घेराव और असंसदीय व अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है। यह राजस्थान की सुस्थापित राजनीतिक संस्कृति पर कालिख पोतने के समान है। घोघरा का इस तरह बोलना कांग्रेस की निकृष्ट राजनीतिक संस्कृति की परिचायक है। सरकार के मंत्रियों ने राजभवन का घेराव करके संवैधानिक परम्पराओं के साथ काविड प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन किया है।

जयपुर। आरएएस भर्ती परीक्षा में शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के परिवारजनों के समान अंकों को लेकर प्रदेश में सियासत चरम पर है। इस मामले में भाजपा नेताओं ने प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा का इस्तीफा मांगा है तो वहीं गोविंद सिंह डोटासरा ने भी जवाबी हमला करते हुए कहा कि भाजपा के नेता अपनी ही सरकार में हुई भर्ती पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि मैं अगर बोलूंगा तो भाजपाई की कलई खुल जाएगी। पीसीसी चीफ ने गुरुवार को पेगासस जासूसी प्रकरण में हुए विरोध प्रदर्शन के बाद मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि भाजपा नेताओं के बेटे बेटी भी आईएएस बने हैं उस पर भी भाजपा के नेताओं को सवाल खड़ा करना चाहिए।

भ्रष्टाचारी निंबाराम को बचा रही है भाजपा
पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि भ्रष्टाचार के आरोपी संघ प्रचारक निंबाराम की गिरफ्तारी को लेकर मैंने कई बार मांग उठाई है। इसी से नाराज होकर आरएसएस और भाजपा के नेता व्यक्तिगत रूप से मेरे परिवार को टारगेट कर रहे हैं। डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस की पाठशाला में पढ़ना और मेहनत करना सिखाया जाता है जबकि आरएसएस और भाजपा की पाठशाला में झूठ बोलना और निंबाराम की तरह चोरी करना सिखाया जाता है।

डोटासरा ने भाजपा नेताओं को चेतावनी देते हुए कहा कि वे किसी भी प्रकार की जांच के लिए तैयार हैं, लेकिन भ्रष्टाचार के आरोपी निंबाराम को तो सामने लेकर आओ, जो गिरफ्तारी से बचने के लिए जगह-जगह छिपते फिर रहे हैं।

कटारिया -पूनियां करा लें भर्तियों की जांच
पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा भाजपा नेताओं को शर्म नहीं आ रही है कि अपनी ही वसुंधरा राज्य सरकार के कार्यकाल के दौरान जो लोग भर्ती हुए हैं, उनकी सर्विस को 2 साल हो चुके हैं। उसके बाद उनकी मार्कशीट दिखाकर भाजपा नेता क्या साबित करना चाहते हैं। डोटासरा ने भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया और नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया कटारिया को चुनौती देते हुए कहा कि कटारिया और पूनियां दोनों मिलकर भाजपा और कांग्रेस के शासनकाल में जितने भी भर्ती के इंटरव्यू हुए हैं उनकी जांच कर ले।

इस जांच में अगर किसी भी कांग्रेस के मंत्री और नेता के ऊपर पक्षपात के आरोप सिद्ध हो तो मैं इसकी व्यक्तिगत जिम्मेदारी लेने को तैयार हूं। भाजपा के नेता अपनी सरकार में हुई भर्तियों को लेकर वसुंधरा राजे पर भी सवाल खड़े कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि 2016 में जब यह भर्ती हुई थी तब आरपीएससी का चेयरमैन आरएसएस के श्याम प्रसाद अग्रवाल थे।

किसान वर्ग को टारगेट कर रही है भाजपा
पीसीसी चीफ ने कहा कि बच्चा टैलेंट से आरएएस बनता है न की रिश्तेदारी से, मेरा बड़ा बेटा और पुत्रवधु क्यों नहीं आरएएस बने। उन्होंने कहा कि भाजपा के नेता किसान वर्ग को टारगेट कर रहे हैं। हमारे किसानों के बच्चे टैलेंटेड हैं पहले भी आरएएस रहे हैं और अन्य पदों पर रहे हैं, अभी अभी बन रहे हैं और आगे भी बनेंगे। जब मेरा बेटा और पुत्रवधू आरएएस के लिए सिलेक्ट हुए थे उस समय हमारे परिवार में रिश्ते भी नहीं थे। आज किसान का बेटा आरएएस बनता है तो भाजपा को तकलीफ क्यों हैं।

भोपाल। रियल एस्टेट, खनन, एफएमसीजी, पॉवर सेक्टर, कई बड़े मॉल्स, शैक्षणिक संस्थान, इन्फ्रास्ट्रक्चर सहित अन्य बिजनेस से जुड़े सुधीर अग्रवाल एवं परिवार से जुड़े देशभर में 35 से ज्यादा ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा है।

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अग्रवाल परिवार दैनिक भास्कर के रूप में मीडिया क्षेत्र में भी सक्रिय हैं। इस समूह का व्यापारिक कारोबार देश के कई हिस्सो में फैला हुआ है। मीडिया हाउस तो उसके व्यापारिक कारोबार का बहुत छोटा हिस्सा है।

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समूह ने कई और बिजनेस में पैर फैला रखा है। मुख्य तौर पर यहीं मोटे टैक्स चोरी की बात सामने आ रही है। यही वजह मानी जा रही है आयकर विभाग ने इतने बड़े स्तर पर कार्रवाई की है। इन सभी बिजनेस में कई जगह टैक्स चोरी, फेमा और मनी लॉड्रिंग उल्लंघन का मामला सामने आ रहा है।

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आयकर विभाग के अधिकारी भी कह रहे हैं कि यह कार्रवाई मीडिया हाउस पर नहीं, बल्कि समूह के व्यापारिक ठिकानों पर है। इसी कारण जांच एजेंसियों ने समूह के 35 से ज्यादा व्यापारिक ठिकानों पर छापे मारे हैं।

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आपको बता दें कि समूह का भोपाल में डीबी मॉल है तो छत्तीसगढ़ में बिजली उत्पादन प्लांट और कोयला व अन्य खानें हैं। इसके अलावा नमक के अलावा एफएमसीजी के कई प्रोडेक्ट का व्यापार भी कर रहे हैं। भोपाल में ही शिक्षण संस्थान चला रहे हैं।

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पॉवर सेक्टर में तो कई राज्यों को बिजली सप्लाई कर रहा है और सरकारें भी महंगे दाम पर बिजली खरीद रही हैं। यह भी कारण है कि डिलीजेंट पॉवर (डीबी पॉवर) के ठिकानें भी इस छापेमारी में शामिल हैं।

जयपुर. दो वर्ष पहले बारिश में बहीं चार पुलियाओं को बनाने का काम जेडीए जल्द शुरू होगा। इन पुलियाओं के निर्माण से उन हजारों लोगों को राहत मिलेगी जिनको आने जाने के लिए नदीं में उतरना पड़ता था। बरसात के दिनों में तो हादसे का भी डर बना रहता था। जेडीए अधिकारियों की मानें तो विधानी और रलावता की पुलिया का कार्यादेश जारी कर दिया गया है। इनके निर्माण में जेडीए 9.73 करोड़ रुपए खर्च करेगा। अगले सप्ताह में का म शुरू होने की संभावना है। वहीं, शेष रहीं गोनेर और बरखेड़ा की पुलियाओं का कार्यादेश भी जारी किया जाएगा। गोनेर की पुलिया की लम्बाई 100 मीटर के आस-पास है।
इधर, स्थानीय लोगों की मांग है कि गोनेर और बरखेड़ा की पुलियाओं की जगह उच्च स्तरीय पुल बनना चाहिए। यहां पर वाहनों की आवाजाही भी ज्यादा होती है और आने वाले समय में वाहनों का दबाव और बढ़ेगा।

पत्रिका ने बताई थी लोगों की समस्या
25 जून को पत्रिका ने शीर्षक 'काम शुरू कराने के लिए मंत्री की हां का इंतजारÓ से खबर प्रकाशित की थी। इसमें बताया गया था कि इन चार पुलियाओं का काम कराने में किस तरह से लापरवाही बरती जा रही है। इस वजह से हजारों लोगों को आवाजाही में दिक्कत हो रही है।

वर्जन...
दो पुलियाओं का कार्यादेश दे दिया है। काम शुरू करने के निर्देश दिए हैं। बारिश की स्थिति पर काम की गति निर्भर करेगी। बारिश के बाद तेजी से काम होगा। शेष दो पुलियाओं का कार्यादेश जल्द जारी किया जाएगा।
-अजय गर्ग, निदेशक-द्वितीय, जेडीए

भोपाल। दुनियाभर में तहलका मचाने वाले पनामा लीक्स में भी भास्कर समूह का नाम जुड़ा हुआ है। इनमें नीतिका अग्रवाल भास्कर समूह में निदेशक हैं, जो पवन अग्रवाल की पत्नी हैं।

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खोजी पत्रकारों के अंतरराष्ट्रीय गठबंधन इंटरनेशनल कंसोर्टियम ऑफ इंवेस्टिगेटिव जर्नलिस्ट (आईसीआईजे) ने अपनी वेबसाइट पर टैक्स हैवन देशों में पैसा रखने वालों की जो जानकारी साझा की थी।

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पनामा पेपर पनामा स्थित मोसेक फॉन्सेका नामक विधि फर्म के वो दस्तावेज हैं जो निवेशकों को कर बचाने, काले पैसे को सफेद करने और अन्य कामों से जुड़े होते हैं।

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डीबी कॉर्प में नीतिका की हिस्सेदारी 1.90 फीसदी है। जबकि इसी कंपनी में उनके पति पवन अग्रवाल 10.12 फीसदी, ससुर रमेश चंद्र अग्रवाल 17.46 फीसदी, जेठ सुधीर अग्रवाल और गिरीश अग्रवाल भी निवेशक हैं।

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नीतिका ने अपने घर अरेरा कालोनी का जो पता (ई-1/79) दिया है, इस पर पवन अग्रवाल, रमेश चंद्र अग्रवाल, नमिता अग्रवाल के भी वोटर कार्ड बने हैं। डीबी कॉर्प दैनिक भास्कर अखबार की प्रकाशक कंपनी है।

जयपुर। पेगासस जासूसी मामले में देश में हंगामा मचा हुआ है। विपक्ष इस मामले में केंद्र सरकार को चौतरफा कह रहा है, देश भर में गुरुवार को कांग्रेस की ओर से राजभवन का संकेत घेराव कर न्यायिक जांच की मांग की गई। राजधानी जयपुर में भी प्रदेश कांग्रेस की ओर से सिविल लाइन फाटक पर प्रदर्शन कर राजभवन घेराव का प्रयास किया गया।

प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के नेतृत्व में राजभवन की ओर कूच कर रहे कांग्रेसियों को पुलिस ने सिविल लाइंस फाटक पर आगे बढ़ने से रोका तो कांग्रेस कार्यकर्ता और पुलिस के बीच धक्का-मुक्की भी देखने को मिली, जिसके बाद पुलिस को हल्का बल प्रयोग करना पड़ा।

इस दौरान पीसीसी गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि वह कानून का सम्मान करते हैं लेकिन आज देश की अस्मिता पर खतरा है ना किसान की सुनी जा रही है और ना ही आम आदमी की। उन्होंने कहा कि जासूसी प्रकरण की जांच हर हाल में होनी चाहिए। डोटासरा जासूसी प्रकरण की निष्पक्ष जांच होने और दूध का दूध पानी होने तक कांग्रेस का ही संघर्ष जारी रहेगा।


सांकेतिक राजभवन घेराव में कैबिनेट मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास रघु शर्मा, बीडी कल्ला, मंत्री सुभाष गर्ग, ममता भूपेश, सुखराम विश्नोई, भंवर सिंह भाटी, मुख्य सचेतक महेश जोशी, यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष गणेश घोगरा, विधायक गोविंद राम मेघवाल, अमीन कागजी, रफीक खान, पूर्व मंत्री नसीम अख्तर इंसाफ, आरसीए चेयरमैन वैभव गहलोत और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष रेहाना रियाज शामिल हुए।

मोदी सरकार पर बरसे कांग्रेस नेता
राजभवन घेराव से पहले सिविल लाइन फाटक पर हुई सभा को संबोधित करते हुए कांग्रेस नेताओं ने एक सुर में फोन टैपिंग मामले को लेकर मोदी सरकार से इस्तीफे की मांग की। सभी नेताओं ने फोन टैपिंग मामले को निजता का उल्लंघन और देश की अस्मिता के साथ खिलवाड़ बताया। मंच से संबोधित करते हुए प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि दो लोगों की तरफ से आज देश के लोगों की जासूसी करवाई जा रही है।

पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे से लेकर कांग्रेस नेताओं को रडार पर लिया गया है। इस मामले में गृह मंत्री को तत्काल इस्तीफा देना चाहिए साथ ही सुप्रीम कोर्ट के द्वारा पीएम मोदी को जांच के दायरे में रखकर जांच की जानी चाहिए, ताकि देश को पता चल सके कि क्या किया जा रहा है। वहीं स्वास्थ्य मंत्री डॉ रघु शर्मा ने ऑक्सीजन के मुद्दे पर मोदी सरकार को घेरा।

कोरोना गाइडलाइन की उड़ी धज्जियां
वहीं प्रदेश कांग्रेस राजभवन घेराव में एक बार फिर फिर कोविड प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई गईं। कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में तकरीबन 500 से ज्यादा लोग जुटे। प्रदर्शन में ना सामाजिक दूरी का ध्यान रखा गया और न ही मास्क का। प्रदर्शन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ता पुलिस के साथ धक्का-मुक्की करते हुए भी नजर आए। सोशल डिस्टेंसिंग की धज्जियां कांग्रेस के प्रमुख मंत्रियों के सामने उड़ती हुई नजर आईं लेकिन किसी ने भी मंच से एक बार भी टोकना मुनासिब नहीं समझा।


गौरतलब है कि पेगासस जासूसी कांड का मामला सामने आने के बाद देश भर में विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर है। पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी सहित पत्रकारों, जजों और नेताओं के फोन टेप किए गए हैं जिसके बाद कांग्रेस इस मामले को लेकर सड़कों पर उतरी है।

जयपुर।

पेगेसस जासूसी मामले में राजभवन के घेराव के दौरान कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने राज्यपाल कलराज मिश्र, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को लेकर विवादित बयान दिया है। इस पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने पलटवार किया और कहा कि इस मामले में कांग्रेस को ही प्रसंज्ञान लेना चाहिए। यह शब्द बोलने के योग्य है या नहीं।

उन्होंने कहा कि मुझे घोघरा की बुद्धि पर ही तरस आता है। मैं सोचता हूं कि गली का बच्चा भी गणेश घोघरा जैसा नहीं बोलेगा। कटारिया ने राजभवन घेराव पर भी सरकार पर हमला बोला और कहा कि जब राजस्थान के मुख्यमंत्री पिछली बार घोषणा कर चुके हैं कि लॉ एंड आॅर्डर बिगड़ेगा तो मेरी जिम्मेदारी नहीं होगी। फिर तो भगवान ही जिम्मेदार होगा। कटारिया ने केंद्रीय सुरक्षा बल लगाने के प्रश्न पर कहा कि यह राज्यपाल पर छोड़ना चाहिए।

राजस्थान के इतिहास का पहला उदाहरण

उपनेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ ने कहा कि पीसीसी उपाध्यक्ष गोविन्द मेघवाल और युवा कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा ने राज्यपाल के लिए एजेंट जैसे घृणित शब्द का प्रयोग करके लोकतांत्रिक परम्पराओं एवं संविधान का अपमान किया है। राजस्थान के इतिहास में पहला उदाहरण है जब संवैधानिक प्रमुख के भवन का घेराव और असंसदीय व अभद्र भाषा का प्रयोग किया गया है। यह राजस्थान की सुस्थापित राजनीतिक संस्कृति पर कालिख पोतने के समान है। घोघरा का इस तरह बोलना कांग्रेस की निकृष्ट राजनीतिक संस्कृति की परिचायक है। सरकार के मंत्रियों ने राजभवन का घेराव करके संवैधानिक परम्पराओं के साथ काविड प्रोटोकॉल का भी उल्लंघन किया है।

Rajasthan Corona Update प्रदेश में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के आंकड़ों में फिर स्थिरता देखी जा रही है, वहीं गुरुवार को एक्टिव केस भी स्थिर दिखे। कम होने की बजाय इनमें कुछ बढ़ोतरी दर्ज की गई है। बुधवार को जहां प्रदेश में 358 एक्टिव केस रह गए थे, वहीं गुरुवार को यह 360 दर्ज किए गए। एक्टिव केस में कमी से ही संक्रमण की तीव्रता को कम आंका जाता है। लेकिन यह स्थिर रहते हैं या इनमें बढ़ोतरी होती है तो यह संक्रमण को बढ़ावा देते हैं। वहीं प्रदेश में इस दिन 25 नए कोरोना पॉजिटिव दर्ज किए गए हैं। संक्रमण के जिलों की संख्या जहां हर दिन 10 के करीब रही है, गुरुवार को यह भी बढ़ी। प्रदेश के 13 जिलों से नए कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) मिले हैं और उदयपुर जिले में एक मरीज की मौत दर्ज की गई है।

यहां मिले संक्रमित
कोरोना के जयपुर में 5, उदयपुर में 4, अलवर में 3, बांसवाड़ा 3, सीकर 2, अजमेर, भरतपुर, भीलवाड़ा, बीकानेर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, राजसमंद और टोंक से एक-एक नया मरीज मिला है। अन्य जिलों में यह संख्या शून्य दर्ज की गई है।

जिले के 5 क्षेत्रों में मिले नए मरीज
जयपुर जिले में गुरुवार का 5 नए कोरोना संक्रमित दर्ज किए गए हैं। जिले के पांच इलाकों में यह संक्रमित (Corona Patient) मिले है।। इनमें अजमेर रोड, झोटवाड़ा, महेश नगर, मालवीय नगर, विद्याधर नगर में एक-एक नया मरीज मिला है।

फिरोज सैफी/जयपुर।

प्रदेश कांग्रेस मैं संगठन विस्तार की चल रही कवायद के बीच कांग्रेस जिलाध्यक्षों की नियुक्ति का काउंट-डाउन शुरू हो चुका है। 28 से 30 जुलाई के बीच कांग्रेस जिलाअध्यक्षों की पहली सूची आने के संकेत पार्टी के शीर्ष नेताओं ने दिए हैं। बताया जाता है कि 28 से 30 जुलाई के बीच कांग्रेस जिला अध्यक्षों की पहली सूची सामने आ सकती है, जिसमें जिलाध्यक्षों के लिए 15 से 20 नाम बताए जा रहे हैं। विश्वस्त सूत्रों की माने तो कांग्रेस जिलाध्यक्षों की पहली सूची बनकर तैयार है और इसे मंजूरी के लिए पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महामंत्री केसी वेणुगोपाल को भेजा गया है। वेणुगोपाल की मंजूरी के बाद ही जिलाध्यक्षों की पहली सूची जारी होगी।

जिन नामों पर विवाद नहीं, उनकी सूची पहले
विश्वस्त सूत्रों की माने तो जिन जिलों में जिलाध्यक्षों के नामों को लेकर कोई विवाद और टकराव नहीं है, उन जिलों के जिलाध्यक्षों का नाम पहली सूची में शामिल हैं। जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल करने को लेकर प्रदेश प्रभारी अजय माकन की प्रदेश के शीर्ष नेताओं से लंबी चर्चा हो चुकी है और और चर्चा के बाद ही जिलाध्यक्षों के नाम फाइनल किए गए हैं।

जयपुर पर फंसा पेंच
वहीं जिलाध्यक्षों में सबसे प्रमुख माने जाने वाले जयपुर शहर और जयपुर देहात जिलाध्यक्ष के पदों पर पेंच फंसा हुआ है जयपुर शहर और देहात अध्यक्ष पद पर किसी भी एक नाम पर आम सहमति नहीं बन पाने के चलते जयपुर जिलाध्यक्ष का मामला अटक गया है। माना जा रहा है कि पहली सूची में जयपुर जिले का नाम नहीं होगा।

माकन ने मांगा था तीन-तीन नामों का पैनल
दऱअसल प्रदेश प्रभारी अजय माकन ने कांग्रेस के सभी जिला प्रभारियों से जिलाध्यक्षों के लिए तीन तीन नामों का पैनल मांगा था, जिस पर जिला प्रभारियों ने मंत्रियों, विधायकों, निवर्तमान जिलाध्यक्षों, पूर्व विधायकों, पूर्व सांसदों, से अलग-अलग चर्चा कर नामों पर सुझाव लिए थे और उसके बाद तीन-तीन नामों का पैनल तैयार करके कांग्रेस आलाकमान को भेजे थे।

जिलाध्यक्षों के साथ पीसीसी पदाधिकारियों की भी घोषणा
बताया जाता है कि कांग्रेस जिलाध्यक्षों की पहली सूची में कुछ पीसीसी पदाधिकारियों की भी घोषणा हो सकती हैं, जिनमें प्रदेश तीन उपाध्यक्ष उपाध्यक्ष, पांच महामंत्री और तीन प्रवक्ताओं के नाम भी शामिल हो सकते हैं।

जिलाध्यक्षों के लिए बड़े नेताओं ने लगाया था जोर
इधर अपने समर्थकों को जिलाध्यक्ष बनवाने के लिए प्रदेश कांग्रेस के कई बड़े नेताओं ने ऐड़ी-चोटी का जोर लगाया हुआ था।पीसीसी चीफ गोविंद सिंह डोटासरा, प्रदेश कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष सचिन पायलट, विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी, पूर्व नेता प्रतिपक्ष रामेश्वर डूडी, कैबिनेट मंत्री रघु शर्मा, हरीश चौधरी और पार्टी के राष्ट्रीय महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह ने अपने-अपने समर्थकों के लिए जबरदस्त लॉबिंग की थी। गौरतलब है कि बीते साल सियासी संकट के दौरान कांग्रेस आलाकमान ने जिलाध्यक्षों और प्रदेश कार्यकारिणी को भंग को कर दिया था।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने रसोई गैस और पेट्रोल एवं डीजल की बेतहाशा बढ़ती कीमतों को लेकर चिंता जताई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इनकी दरें घटाने को कहा है। उन्होंने कहा कि रसोई गैस तथा पेट्रोल एवं डीजल के बढ़ते आर्थिक भार से आम जनता में असंतोष है। आम आदमी के लिए घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है।

परिवहन लागत में वृद्धि से माल एवं सेवाओं की लागत भी बढ़ गई है। खुदरा महंगाई दर पिछले कुछ समय में 6 फीसदी से अधिक है, जिसकी मुख्य वजह पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें हैं। इनकी बढ़ती कीमतों पर नियंत्रण करने के लिए केंद्र सरकार उचित उपाए करे। कोविड के कारण पहले से ही लोग आर्थिक संकट से जूझ रहे हैं। इन्हें राहत देने का प्रयास करें।

गहलोत ने महंगाई घटाने को लेकर प्रधानमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि सब्सिडी को समाप्त करने से घरेलू रसोई गैस की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है, वह उपभोक्ताओं के लिए असहनीय है। लोगों के लिए गैस सिलेण्डर रिफिल करवाना बूते से बाहर होता जा रहा है।

बीपीएल परिवारों को स्वच्छ ईंधन मुहैया कराने के लिए केंद्र ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना शुरू की थी, लेकिन रसोई गैस के दाम बढऩे के कारण यह योजना गरीब परिवारों को राहत देने में विफल साबित हो रही है। वे सिलेण्डर के दाम चुकाने में असमर्थ हो गए हैं और इस कारण सिलेण्डर रिफिल कराने वाले उपभोक्ताओं में कमी आ रही है। गहलोत ने कहा कि जनवरी 2013 में पेट्रोल की कीमत 70 रुपए 81 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमत 49 रुपए 33 पैसे प्रति लीटर थी, जो वर्तमान में क्रमश: 108 रुपए 21 पैसे प्रति लीटर तथा 99 रुपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है।

जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पेट्रोल-डीजल की दरों में लगातार हो रही वृद्धि और रसोई गैस सिलेंडर पर दी जाने वाली सब्सिडी समाप्त करने पर चिंता जताई है। सीएम ने महंगाई से परेशान आमजन को तत्काल राहत दिलाने के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखा है।

गहलोत ने लिखा है कि देश के बीपीएल परिवारों को स्वच्छ ईंधन मुहैया कराने के लिए केंद्र ने प्रधानमंत्री उज्जवला योजना शुरू की थी, लेकिन रसोई गैस के दाम बढ़ने के कारण यह योजना गरीब परिवारों को राहत देने में विफल साबित हो रही है। कोविड के कारण आजीविका के संकट से जूझ रहे गरीब लोग रसोई गैस पर सब्सिडी बंद होने के कारण सिलेंडर के दाम चुकाने में असमर्थ हो गए हैं। इसके चलते सिलेंडर रिफिल कराने वाले उपभोक्ताओं के प्रतिशत में निरंतर कमी आ रही है, जो चिंता का विषय है।


मुख्यमंत्री ने कहा कि सब्सिडी को समाप्त करने से घरेलू रसोई गैस की कीमतों में जो बढ़ोतरी हुई है, वह उपभोक्ताओं के लिए असहनीय है। इससे लोगों के घर का बजट गड़बड़ा गया है और लोगों के लिए गैस सिलेंडर रिफिल करवाना बूते से बाहर होता जा रहा है।

उन्होंने बताया कि वर्ष 2013 के जनवरी माह में घरेलू गैस के एक सिलेंडर की कीमत 865 रूपए थी, जिस पर 477 रूपए की सब्सिडी मिल रही थी। उस समय एक गैस सिलेंडर के लिए उपभोक्ता को मात्र 388 रूपए ही खर्च करने होते थे। बीते 18 माह से उपभोक्ताओं को सब्सिडी नहीं दी जा रही है। मजबूरन गरीब एवं मध्यम-वर्गीय परिवारों की महिलाएं खाना पकाने के लिए लकड़ी और अन्य परम्परागत ईंधन का उपयोग कर रही है। इससे उनके स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर प्रतिकूल असर पड़ रहा है।


गहलोत ने कहा कि जनवरी 2013 में पेट्रोल की कीमत 70 रूपए 81 पैसे प्रति लीटर तथा डीजल की कीमत 49 रूपए 33 पैसे प्रति लीटर थी, जो वर्तमान में 108 रूपए 21 पैसे प्रति लीटर तथा 99 रूपए प्रति लीटर तक पहुंच गया है। पेट्रोल और डीजल की इन बढ़ती कीमतों से आम आदमी के लिए घर का खर्च चलाना मुश्किल हो गया है। परिवहन लागत में वृद्धि से माल एवं सेवाओं की लागत भी बढ़ गई है। खुदरा महंगाई दर पिछले कुछ समय में 6 फीसदी से अधिक है, जिसकी मुख्य वजह पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतें हैं।

 

जयपुर। सुगम राह बनाने के लिए जेडीए की बनाई सड़कों में से सात दिन में ही भ्रष्टाचार की परते उधड़कर सामने आने लगी हैं। घटिया निर्माण की ताजा बानगी जगतपुरा के रामनगरिया रोड पर देखने की मिली हैं। यहां जेडीए के अधिकारियों के देखरेख में सात दिन पहले डामर की नई सड़क बनाई गई। अधिकारियों की लापरवाही व अनदेखी के चलते ठेकेदार ने मापदंडों व गुणवत्ता को ताक पर रखकर घटिया निर्माण सामग्री से सड़क बना दी। एक सप्ताह में ही सड़क से रोड़ी निकलकर गड्ढों में तब्दील होने लग गई है। घटिया निर्माण को लेकर स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश है।
 

आलम यह है कि मात्र सात दिन में ही यह सड़क जगह-जगह से उखडऩे लगी है। इसके साथ ही, ठेकेदार की ओर से इसमें इस्तेमाल की गई घटिया निर्माण सामग्री भी नजर आने लगी है। एक सप्ताह में ही सड़क से रोड़ी निकलकर गड्ढों में तब्दील होने लग गई है। घटिया निर्माण को लेकर स्थानीय व्यापारियों में आक्रोश है।

ज्योतिष के अनुसार मंगल के कारण ही इंसान को गुस्सा अधिक आता है। यही कारण है कि मांगलिक की शादी मांगलिक से करते हैं तब ही दोनों शांत रहते हैं। अगर किसी के लग्नभाव में मंगल या फिर चंद्रमा और मंगल एक साथ है तो ऐसे व्यक्ति को गुस्से पर नियंत्रण नहीं रहता है। वह व्यक्ति हर छोटी-छोटी बात पर गुस्सा भी हो सकता है। वह महिला या पुरुष कोई भी हो सकता है। इस गुस्से से भी व्यक्ति के रिश्ते में दरार आने लगती है।
कुंडली में सातवां घर शादी का होता है। अगर किसी व्यक्ति के सातवें घर में शनि है तो शादी के बाद संबंधों में दरार आने की आशंका रहती है। रिश्तों में अगर बातचीत कम या बंद है तो शनि को नियंत्रित करने का काम करता है बुध। बुध हंसी-मजाक या हृयुमर का ग्रह है। यह आपसी रिश्तों में मजबूती लाता है। इसलिए बातचीत बंद न हो। आपसी रिश्तों में भी हंसी मजाक होनी चाहिए। बात करने के लिए बहाने खोजिए। कोई भी बहाना लेकर पति-पत्नी आपस में बात करें। यह दोस्ताना रवैया होना चाहिए। अगर सातवें घर में केतू है तो ध्यान रखें। यह विरिक्त की भावना को बढ़ाता है। यह एक दूसरे के रिश्तों को आपस में जोडऩे नहीं देता है। सूर्य अगर सातवें घर में बैठ जाता है तो आपसी रिश्तों में आग लगा देता है। इसमें भी प्यार-महबत की पहल खुद को करना चाहिए।
अगर राहू अगर किसी के सातवें घर में आ जाए तो उस व्यक्ति के लिए ठीक नहीं होता है। वह ऐसे नए-नए लोगों से मिलता है जो उसके लिए ठीक नहीं होते हैं। ऐसे लोगों को चाहिए कि आंख बंदकर दूसरों पर भरोसा न करें। इससे भी तनाव और फिर तलाक के मामले बढ़ते हैं। अगर शुक्र भी कुंडली में कमजोर या नीच का हो जैसे आठवें या 12वें घर में है तो संबंध इधर-उधर बनने का रहता है। अगर संबंध में दिक्कत होती है तो उसको सुधारने की अच्छी और सकारात्मक कोशिश करनी चाहिए। सामने वाले को यह जरूर लगे कि पहल अच्छी है। यदि वृहस्पित अच्छा होता तो तलाक की नौबत नहीं आती है। यह सदबुद्धि और समृद्धि का कारक है। यह महिलाओं को अच्छा पति दिलाने वाला होता है। वृहस्पित धर्म और भाग्य का कारण है। जो लोग पूजा-पाठ करता है तो उसका गुरु मजबूत होता है। फिर नुकसान नहीं होता है। घर में खुशियां आती हैं। वहां क्लेश नहीं होता है। व्यक्ति हमेशा खुश व खुशनसीब है।
संदीप कोचर, सेलेब एस्ट्रोलॉजर, मुंबई

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जयपुर।

कांग्रेस के राजभवन घेराव, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह व राज्यपाल के खिलाफ अमर्यादित भाषा का प्रयोग करने पर भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनियां ने सरकार को घेरा है। उन्होंने कहा कि देश में 70 सालों से लूट-झूठ का खेल करने वाली कांग्रेस किसी बेबुनियाद मुद्दे पर जब इस तरीके के बात करती है तो उसके पीछे कोई ना कोई गुमराह करने वाली साजिश नजर आती है। राजस्थान में बहुत सारे मुद्दे व मसले हैं जिन पर राजस्थान की जनता कभी भी मुख्यमंत्री निवास घेर सकती है। अपराध, भ्रष्टाचार, कानून व्यवस्था, सम्पूर्ण किसान कर्जमाफी ऐसे तमाम मुद्दे हैं जिन पर राजस्थान की जनता सिर्फ कोरोना के कारण संयमित बैठी है, वरना कभी भी सड़कों पर आ सकती है।

घोघरा की भाषा कांग्रेस की परंपरागत शैली

पूनियां ने कहा कि यूथ कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गणेश घोघरा ने जो अमर्यादित भाषा इस्तेमाल की है, यह कांग्रेस की परंपरागत भाषा है। ये अपने आपको संवैधानिक संस्थाओं से ऊपर मानते हैं। प्रधानमंत्री, गृहमंत्री व राज्यपाल के खिलाफ जो टिप्पणी की है, वह बेहद निंदनीय, अमर्यादित व अलोकतांत्रिक है। इससे ऐसा लगता है कि कांग्रेस पार्टी जब देश के नक्शे से सिमटनी शुरू हुई, इनके सभी बयानों को जोड़कर देखेंगे तो यह कांग्रेस के नेताओं की मानसिकता से सीधे-सीधे जुड़ा हुआ है।



जयपुर, 22 जुलाई
प्रदेश में धीमा पड़ा मानसून अगले चार दिन तक फिर से मेहरबान होने वाला है। मौसम विभाग की माने तो अगले तीन दिन तक प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कई भागों में भारी बरसात होगी। शुक्रवार को बारां, झालावाड़, कोटा, बाड़मेर और जालौर में भारी बरसात का यलो अलर्ट मौसम विभाग ने जारी किया है। वहीं शनिवार को बारां, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़,प्रतापगढ़, झालावाड़, कोटा में एक दो स्थानों पर भारी बरसात जताई है। गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से राजधानी जयपुर सहित पूरे प्रदेश में तेज बरसात का इंतजार बना हुआ था। हालांकि गुरुवार को भी राजधानी जयपुर सहित कई जगहों पर हल्की बरसात हुई। टोंक में 4.5 मिमी, चित्तौड़ में 1.0 मिमी और जयपुर में 1.4 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई। बरसात में कमी होने के बाद राजधानी जयपुर का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है लेकिन गर्मी अभी जोर नहीं दिखा रही है। वहीं प्रदेश में सबसे अधिक तापमान बीकानेर का 39.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया।
आगामी चार दिनों के मौसम का पूर्वानुमान
23 जुलाई: बारां, झालावाड़, कोटा, बाड़मेर और जालौर में भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, अलवर, भरतपुर, बूंदी, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़, दौसा, धौलपुर, जयपुर, कोटा, करौली, झुंझुनू, सीकर, सवाई माधोपुर, चूरू, हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और नागौर जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।
24 जुलाई: बारां, भीलवाड़ा, चित्तौडगढ़़,प्रतापगढ़, झालावाड़, कोटा में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। अजमेर, बारां, बूंदी, बांसवाड़ा, डूंगरपुर, सवाई माधोपुर, राजसमंद, उदयपुर, टोंक, सिरोही, बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, जालौर और पाली जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।
25 जुलाई: बारां, पाली और बाड़मेर में एक दो स्थानों पर भारी बरसात का यलो अलर्ट। बूंदी, बांसवाड़ा, कोटा, डूंगरपुर, झालावाड़, भीलवाड़ा, राजसमंद, चित्तौडगढ़़, प्रतापगढ़, उदयपुर, सिरोही, बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, जालौर और पाली में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।
26 जुलाई: बाड़मेर, जोधपुर, जैसलमेर, जालौर और पाली जिलों में कहीं कहीं पर मेघगर्जन और वज्रपात की संभावना।
प्रदेश के विभिन्न भागों का अधिकतम और न्यूनतम तापमान
अजमेर 37.2 26.7
जयपुर 34.2 27.0
कोटा 35.3 28.3
डबोक 34.6 26.0
बाड़मेर 38.8 28.3
जैसलमेर 36.4 22.8
जोधपुर 37.6 28.4
बीकानेर 39.5 28.2
चूरू 36.5 23.5
श्रीगंगानगर 37.4 27.4
भीलवाड़ा 36.8 26.4
वनस्थली 37.2 27.8
पिलानी 34.7 28.3
सीकर 35.0 23.4
चित्तौडगढ़़ 35.2 26.0
सवाई माधोपुर 36.1 28.4
धौलपुर 33.8 26.8
करौली 37.2 29.9
पाली 39.8 29.1
नागौर 36.8 28.8
टोंक 35.5 28.3
बूंदी 37.3 28.1

Jaipur प्रदेश में कोरोना वैक्सीनेशन (Corona Vaccination) जारी है। मंगलवार को प्रदेश को साढ़े आठ लाख वैक्सीन (Vaccine) की डोज मिली थी। बुधवार को इसके वितरण के बाद गुरुवार को प्रदेश में वैक्सीनेशन सुचारू हुआ। इस दिन प्रदेशभर के केंद्रों पर भीड़ दिखाई दी। शाम तक प्रदेश के 3 लाख 52 हजार 462 लाभार्थियों का टीकाकरण (Corona Vaccination) किया गया। इनमें से 175768 लोगों को वैक्सीन की पहली डोज तो 176694 को दूसरी डोज दी गई। अब तक कुल 2,37,21,027 लोगों को पहली डोज दी जा चुकी है, जबकि 60,89,743 लोगों को ही दूसरी डोज मिल पाई है। टीकों की लगातार किल्लत के कारण दो डोज लेने वाले लाभार्थियों की संख्या तुलनात्मक रूप से अभी काफी कम है। पहली और दूसरी डोज के लाभार्थियों की बात करें तो इनकी कुल संख्या 29810770 है।

युवाओं को मिली इतनी डोज
18 से 44 आयुवर्ग के अब तक 3,13,489 लाभार्थी ऐसे हैं, जिन्हें दोनों डोज लगाई जा चुकी है। वहीं इसी वर्ग के 9664869 लाभार्थियों को पहली डोज लगाई गई। गुरुवार को इस आयुवर्ग के 142023 लोगों को पहली डोज दी गई। दूसरी डोज लेने वाले युवाओं की संख्या 38662 रही।

Jaipur भारत विकास परिषद सांगानेर प्रताप नगर, सेक्टर 10 विकास समिति, सिटी फ्रेंड्स ऑर्गनाइजेशन की ओर से गुरुवार को पौधरोपण (Plantation) किया गया। कुंभा मार्ग से लेकर आरयूएचएस सड़क मार्ग पर ऑक्सीजन एक्सप्रेस वे की तर्ज पर ग्रीन कॉरिडोर विकसित करने के लिए यह अभियान (Plantation campaign) शुरू किया गया। एसएमएस मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुधीर भंडारी के मुख्य आतिथ्य और राजस्थान मरुधरा ग्रामीण बैंक के पूर्व चेयरमैन ए पी श्रीमाली की अध्यक्षता में पौधरोपण किया गया। इस अवसर पर 500 से ज्यादा विभिन्न किस्म के छायादार पौधे लगाए गए। पौधों को संरक्षित और संवर्धित करने के लिए डीपी अग्रवाल बापूजी ने समयबद्ध रूप से पानी की आपूर्ति की जिम्मेदारी ली। यहां आरयूएचएस के अधीक्षक डॉ. अजीत सिंह, स्टेट कैंसर हॉस्पिटल के अधीक्षक डॉ. संदीप जसूजा, शराबबंदी आंदोलन की अध्यक्ष पूजा छाबड़ा, भारत विकास परिषद के प्रांतीय महासचिव आरएस त्यागी, शाखा सचिव सचिव दिनेश कुमार गुप्ता, वित्त सचिव मोहनलाल गर्ग, सीए अनूप भाटिया, नीतू गुप्ता, क्वींस एकेडमी के निदेशक हरि सिंह चौधरी मौजूद रहे।

शिक्षक ही हैं, जो छात्रों के जीवन से अंधकार दूर कर उसे रोशनी से भर देते हैं। ऐसा ही एक उदाहरण प्रस्तुत किया है केरल के शिक्षकों ने। वडकारा के पास स्थित कीजल के यूपी स्कूल के शिक्षकों में से एक के. श्रीजन ने बताया कि वह यह जानकर चौंक गए थे कि उनकी प्राथमिक कक्षा के एक छात्र के घर में बिजली का कनेक्शन नहीं था। घर अब भी निर्माणाधीन था, जिसकी वायरिंग पूरी नहीं हुई थी। इसके बाद शिक्षकों ने सभी छात्रों के घरों का दौरा करने का विचार किया, ताकि यह देखा जा सके कि हर बच्चा ऑनलाइन क्लास ले पा रहा है या नहीं। इस दौरान शिक्षक यह देखकर दंग रह गए कि कई बच्चों के पास बिजली कनेक्शन नहीं है तो कुछ के पास वायङ्क्षरग करवाने के पैसे नहीं हैं।

खुद ही जुट गए काम में: श्रीजन शिक्षक बनने से पहले वायरिंग का कोर्स कर चुके हैं। उन्होंने घरों की वायरिंग को पूरा करने का जिम्मा खुद पर लिया। उनके साथ रमेशन, अर्जन पीएस, फहाद के, जीजेश और फैजल एम शिक्षकों ने भी मिलकर वायरिंग और फिटिंग करने के साथ ही घर के लंबित कार्यों को भी पूरा करने में मदद की।

खिल उठे बच्चों के चेहरे
करीब २० दिन बाद जब इन बच्चों के घरों में बिजली आई तो बल्ब की रोशनी देखकर छात्रों के चेहरे खिल उठे। ऑनलाइन अध्ययन के लिए डीवाइएफआइ समिति ने इन छात्रों के लिए स्मार्टफोन भी खरीदे हैं।

विद्युत विभाग ने भी की मदद
शिक्षक श्रीजन के अनुसार वायरिंग तो सिर्फ डेढ़ दिन में पूरी हो गई थी, लेकिन चट्टानी इलाकों पर अर्थिंग मुश्किल थी। फिर विद्युत विभाग से संपर्क किया। विभाग के दो अतिरिक्त विद्युत अर्थिंग बिछाने से समस्या दूर हुई।

जयपुर।

प्रदेश में कोरोना संकमण का असर कम होने के साथ ही अब स्कूलों को खोलने पर सहमति बन गई है। दो अगस्त से स्कूल खोले जाएंगे। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में उनके निवास पर गुरुवार शाम को हुई राज्य मंत्रिमंडल एवं मंत्रिपरिषद की बैठक में यह फैसला किया गया। इसके बाद शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने सोशल मीडिया के माध्यम से स्कूल खोलने की तारीख का एलान किया।

बैठक में विद्यालयों, कॉलेजों, विश्वविद्यालयों सहित विभिन्न शिक्षण संस्थाओं को शिक्षण कार्य के लिए खोलने के लिए विशेषज्ञ चिकित्सकों की राय जानी। अन्य राज्यों में दूसरी लहर के बाद शिक्षण संस्थाओं के खुलने की स्थिति पर भी इस दौरान चर्चा की गई। मंत्रिपरिषद में सैद्धांतिक रूप से यह सहमति बनी कि कोविड प्रोटोकॉल की पालना तथा समस्त सावधानियों को बरतते हुए शिक्षण संस्थाओं को खोला जाना उचित होगा। इस संबंध में मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) पृथक से जारी की जाएगी। बैठक में अन्य शिक्षण संस्थानों को खोलने पर भी सहमति जताई है।

कम्प्यूटर अनुदेशकों की नियमित भर्ती होगी

मंत्रिपरिषद ने निर्णय किया कि सरकारी स्कूलों के विद्यार्थियों को कम्प्यूटर शिक्षा से जोड़ने के लिए बजट घोषणा के क्रम में सृजित कम्प्यूटर अनुदेशकों के नए कैडर के लिए अब नियमित भर्ती की जाएगी। मंत्रिपरिषद ने भारत सरकार द्वारा घोषित एग्रीकल्चर इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड योजना के राज्य में क्रियान्वयन के बारे में विस्तार से चर्चा की। इस विषय में संबंधित विभाग को दिशा-निर्देशों के निर्धारण के लिए निर्देशित किया गया।

राजस्थान जन आधार प्राधिकरण नियम-2021 का अनुमोदन

इससे पहले मंत्रिमंडल ने राजस्थान जन आधार प्राधिकरण नियम-2021 का अनुमोदन किया। इस स्वतंत्र प्राधिकरण के माध्यम से राजस्थान जन आधार योजना का क्रियान्वयन किया जाएगा। साथ ही ई-मित्र परियोजना को भी इस प्राधिकरण के अधीन लाया जा सकेगा। बैठक में राजस्थान पर्यटन व्यवसाय (फेसिलिटेशन एण्ड रेगुलेशन) अधिनियम-2010 में संशोधन के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। संशोधन से इस अधिनियम में विहित अपराधों को संज्ञेय एवं दंडनीय अपराध के रूप में विहित किया जा सकेगा। इस संशोधन प्रस्ताव को विधानसभा में प्रस्तुत किया जाएगा।

राजस्थान कम्प्यूटर एवं अधीनस्थ सेवा नियम-1992 में संशोधन को मंजूरी

मंत्रिमण्डल ने राजस्थान कम्प्यूटर एवं अधीनस्थ सेवा नियम-1992 में संशोधन के प्रस्ताव को भी मंजूरी दी है। इस संशोधन से सूचना सहायक के पद पर सीधी भर्ती द्वारा चयनित अभ्यर्थियों के कार्यग्रहण नहीं करने के कारण रिक्त रहे पदों पर आरक्षित सूची से अभ्यर्थियों को नियुक्ति दी जा सकेगी।

राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधीनस्थ सेवा नियम-1965 में संशोधन को मंजूरी

मंत्रिमण्डल ने ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट पद की शैक्षणिक योग्यता में परिवर्तन के लिए राजस्थान चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधीनस्थ सेवा नियम-1965 में संशोधन को मंजूरी दी है। मंत्रिमण्डल के इस निर्णय से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग में ऑक्यूपेशनल थैरेपिस्ट के रिक्त पदों को सीधी भर्ती से भरा जा सकेगा।

जयपुर. राजस्थान आवासन मंडल ने बुधवार नीलामी उत्सव में इस बार प्रदेश भर में 315 सम्पतियों को बेचा। इस दौरान मंडल को 55.11 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। मानसरोवर के द्वारका अपार्टमेंट में एक ही दिन में बिके सभी 22 फ्लैट किए गए। इनसे 9.73 करोड़ रुपए का राजस्व मिला। 326 लोगों ने इन 22 फ्लैट को खरीदने में रुचि दिखाई। इसके अलावा पांच प्रीमियम सम्पतियों के विक्रय से 2.17 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ। मंडल आयुक्त पवन अरोड़ा ने बताया कि जयपुर में 245 आवास बिके। इनसे 41 करोड रूपये का राजस्व मिला।

—वहीं, इंदिरा गांधी नगर में 33 फ्लैट बिके। इससे मण्डल को 6.32 करोड़ रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ।
—एमजीडी वीकंेड होम नायला में 23 आवास बिके। इससे मण्डल को 2.76 लाख रुपए मिले। वहीं मानसरोवर योजना में 23 आवासों के विक्रय से 9 करोड 87 लाख रूपये का राजस्व मिला।


हाल ही में जोड़े हैं नए आवास
2985 नए आवासों को इस योजना में जोड़ा गया है। इनमें से अधिकांश आवास जयपुर की विभिन्न विकसित योजनाओं में स्थित है। प्रताप अपार्टमेंट में अब 1 बीएचके फ्लैट आठ लाख रुपए में मिल रहा है।

जयपुर। राजधानी जयपुर सहित कई जगहों पर हल्की बरसात हुई। टोंक में 4.5 मिमी, चित्तौड़ में 1.0 मिमी और जयपुर में 1.4 मिमी बरसात रिकॉर्ड की गई। बरसात में कमी होने के बाद राजधानी जयपुर का अधिकतम तापमान 34.2 डिग्री सेल्सियस बना हुआ है लेकिन गर्मी अभी जोर नहीं दिखा रही है। वहीं प्रदेश में सबसे अधिक तापमान बीकानेर का 39.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। मौसम विभाग की माने तो अगले तीन दिन तक प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी राजस्थान के कई भागों में भारी बरसात होने की संभावना जताई है।

हुसैपुर का बांध टूटा, खेतों में पानी भरा
अलवर जिले के किशनगढ़ बास क्षेत्र के गांव हुसैनपुर के बांध में बीति रात्रि बरसात के पानी की अधिकता के कारण बांध टूट गया। बांध का करीब एक तिहाई पानी निकल गया जो खेतों में भर गया। बुधवार देर रात को तिजारा व किशनगढ़ बास में अच्छी बारिश के कारण बांध में करीब 20 फीट तक पानी आ गया था। बांध में धीरे-धीरे कटाव हो गया, जिसके बाद में रात से ही पानी रिसना शुरू हो गया था। बांध टूटने की सूचना धमूकड़ सरपंच रामप्रसाद यादव नें किशनगढ़ बास प्रशासनिक अधिकारियों को दी थी। प्रशासन की ओर से सुबह उसे दुरुस्त करने का प्रयास किया गया जो विफल रहा।

बूंदी में बरसे बादल
बूंदी में साढ़े पांच बजे बादल छाए और बूंदाबांदी हुई। उसके बाद अचानक जोरदार बारिश हुई। तेज बारिश से नागदी बाजार में तेज गति से पानी बह निकला। सड़कों पर पानी जमा हो गया। इससे पहले दिनभर बादलों की आवाजाही बनी रही। धूप निकलने से गर्मी व उमस से लोग परेशान रहे। बारां में दिनभर बादल छाए रहे। उमस का वातावरण बना रहा।



जयपुर, 22 जुलाई
राजस्थान प्रशासनिक सेवा भर्ती परीक्षा (Rajasthan Administrative Service Recruitment Exam) में दो रिश्तेदारों के चयन को लेकर चल रहे विवाद को लेकर गुरुवार को अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (All India Student Council) के कार्यकर्ताओं ने शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Education Minister Govind Singh Dotasara) के सिविल लाइंस स्थित निवास स्थान के बाहर प्रदर्शन किया। इस दौरान उनकी पुलिस के साथ भी कहासुनी हुई। कार्यकर्ता परिषद के प्रदेश मंत्री होशियार मीणा के नेतृत्व में बड़ी संख्या में कार्यकर्ता सिविल लाइंस में डोटासरा के घर के बाहर एकत्र हुए। कार्यकर्ताओं के प्रदर्शन की सूचना मिलने पर मौके पर पहले से ही बड़ी संख्या में पुलिस जाब्ता मौजूद था जिसने कार्यकर्ताओं को शिक्षामंत्री के घर तक नहीं पहुंचने दिया। ऐसे में कार्यकर्ता सड़क पर ही धरना देकर बैठ गए और कांग्रेस सरकार व शिक्षामंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। देर तक चले हंगामे के बाद भी जब परिषद के कार्यकर्ता नहीं माने तो पुलिस ने कार्यकर्ताओं को जबरन पकड़ कर वहां से हटाना शुरू कर दिया। परिषद के प्रदेशमंत्री होशियार मीणा को पुलिस बल ने दोनों हाथ औ पैर पकड़ कर वहां से हटाया। देर तक चले इस हंगामे के दौरान कार्यकर्ताओं ने सिविल लाइंस में सूरज नगर और केशव नगर मार्ग पर भी प्रदर्शन करते हुए नारेबाजी की। पुलिस ने होशियार मीणा सहित कई कार्यकर्ताओं को अपनी गिरफ्त में भी लिया।

एडिशनल कमिश्नर राहुल प्रकाश ने कहा कि ट्रेफिक के नियमों का पालन कर ना केवल हम अपनी जान बचाते है, बल्कि दूसरों की जान भी बचाते हैं। जीवन अमूल्य है, ट्रेफिक के नियमों का सीधा असर हमारी जान पर पड़ता हैं। राहुल प्रकाश रोड नम्बर 14 पर दुर्घटना मुक्त आदर्श चौराहा, ट्रेफिक वार्डन और पुलिस मित्र योजना के साथ ही महिला यातायातकर्मी विश्राम कक्ष का फीता काटकर शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि यहां हरा भर एकदम पार्क जैसा स्थान तैयार हो गया हैं। महिला पुलिसकर्मी भी विश्राम कर सकती हैं। उन्होंने ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन, ट्रेफिक वार्डन और यातायात पुलिसकर्मियों के सहयोग की भी तारीफ की।

धूप में खड़े रहते थे पुलिसकर्मी
पुलिस उपायुक्त यातायात श्वेता धनखड़ ने कहा कि लोगों का सुझाव था कि पुलिस कर्मी धूप में, बरसात में सुबह से शाम तक खड़े रहते है। इस सुझाव को ध्यान में रखते हुए विश्राम स्थल बनाया गया है। अभी यातायात पुलिस का नो पार्किंग ,बिना हेलमेट वाहन चलाने, तेज गति से वाहन चलाने एवं लाल बत्ती क्रास करने के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा हैं। साथ ही 20 तारीख से पब्लिक ट्रांसपोर्ट में महिला सुरक्षा से संबंधित अभियान भी चल रहा है। ट्रेफिक वार्डन कंधे से कंधा मिलाकर हमारा सहयोग कर रहे हैं आगे भी ऐसा ही सहयोग करते रहें, ताकि दुर्घटनाओं में कमी आए।

महिला पुलिसकर्मी भी कर रही है नाकाबंदी
पुलिस उपायुक्त मुख्यालय डॉ अमृता दुहन ने कहा कि महिलाओं की समाज में महत्वपूर्ण भूमिका है। महिला पुलिस कर्मी नाकाबंदी के दौरान चालान की प्रक्रिया में आगे बढक़र सहयोग दे रही हैं। अपनी ड्यूटी के दौरान जितना अच्छा कार्य करती आई है उससे भी बेहतर कार्य करने का प्रयास करें। महिला पुलिस कर्मियों को जो सम्मान दिया जाता है उससे भी उनका मनोबल बढ़ता हैं। उन्होंने कहा कि
ट्रेफिक पॉइंट पर महिला पुलिस कर्मी से आपका आमना सामना हो तो उन्हें सम्मान दें। कार्यक्रम में सराहनीय कार्य करने वाले यातायात पुलिस कर्मियों को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। सहायक पुलिस आयुक्त यातायात आलोक सैनी ने कार्यक्रम का संचालन किया। इस अवसर पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सतवीर सिंह, राजेन्द्र सिंह सिसोदिया, पुलिस निरीक्षक पश्चिम भीखाराम सहित पुलिस कर्मी सहित स्थानीय लोग उपस्थित थे।

नाहरगढ़ थाना पुलिस ने मोबाइल से साइबर ठगी करने के मामले में पुलिस की रिमांड पर चल रहे आरोपी विकास जागिड़ से पुलिस ने 7 लाख दस हजार रुपए बरामद कर लिए।
डीसीपी (उत्तर) डॉ ऋचा तोमर ने बताया कि इस संबंध में परिवादी प्रभुदयाल ने थाने में मामला दर्ज करवाया था। जिसमें बताया था कि 9 मार्च को बीमार होने पर वह कृष्णा अस्पताल में भर्ती हुआ था। इलाज के दौरान किराए से रहने वाले विकास को अपना सामान और मोबाइल फोन दे दिया था। आरोपी ने मोबाइल से माध्यम से परिवादी के दो खातों से 9 लाख 10 हजार रुपए निकाल लिए। जिस पर पीड़ित ने थाने में मामला दर्ज करवाय था। पुलिस ने जांच करने के बाद गंगा विहार कॉलोनी सिरसी रोड भांकरोटा निवासी विकास जांगिड (32) पुत्र रामपाल हाल पवनपुरी बैनाड रोड करधनी को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस ने उसके कब्जे से 7 लाख 10 हजार रुपए बरामद किए हैं। आरोपी ने भारत के बड़े शहरों में लोगों के साथ गुड़गांव और मुंबई में साइबर ठगी की वारदात करना बताया हैं।


महाराष्ट्र. नंदुरबार जिले के तालोदे गांव के योग पंजारले ने अपने पिता डॉ. सूर्यकांत को खेती के लिए रात भर जागते देखा है। इस क्षेत्र में बिजली की आपूर्ति दिन के समय बहुत ही कम होती है। इसलिए खेती के लिए बिजली का उपयोग रात में ही किया जा सकता है। सप्ताह में तीन बार पिता रात भर जागते और घर से छह किलोमीटर दूर खेत में जाकर सिंचाई के लिए मोटर चालू करते थे। इस बात से परेशान योग ने लॉकडाउन के दौरान ऑनलाइन कोडिंग सीखी और पिता के लिए एक डिवाइस और ऐप को डवलप किया। यह डिवाइस मोबाइल ऐप से संचालित होती है, जिसे मोबाइल नेटवर्क से चलाया जा सकता है। फिंगर प्रिंट से कमांड दी जा सकती है। इस तरह पिता घर बैठे ही पानी की मोटर को संचालित और बंद कर सकते हैं। इससे पानी की भी बचत हुई। बेटे के इस नवाचार के बाद सूर्यकांत की जिंदगी बदली है।

प्रताप नगर थाना पुलिस ने पति से प्रताड़ित तथा आर्थिक रुप से परेशान महिला को दिल्ली में रोजगार दिलवाने के बहाने कश्मीर ले जाकर जबरन धर्म परिवतर्न कर डरा धमकाकर बलात्कार करने वाले आरोपी और गलत काम में उसका साथ देने वाले सगे भाई को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी शाहिद बच्चे को जान से मारने और अश्लील वीडियो सार्वजनिक करने की धमकी देकर बलात्कार करता था। जबरन संबंध बनाने से पीड़िता के एक पुत्री भी हुई हैं। आरोपी पीड़िता के धार्मिक विश्वासों को ठेस पहुंचाने का काम करता था।
डीसीपी (पूर्व) प्रहलाद कृष्णियां ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी गोपालगढ़ भरतपुर निवासी शाहिद (28) पुत्र इस्लाम और अमीर हुसैन हैं। पुलिस ने बताया कि बदमाशों को पकड़ने के लिए गोपालगढ़, भरतपुर, फिरोजपुर, झिरका, नूह, मेवात, सोहना गुड़गांव, दिल्ली, पानीपत और कश्मीर में टीमों को भेजा गया। टीम को गुड़गांव में आरोपी अमीर हुसैन की टैक्सी केब में बैठे होने की सूचना मिली थी। इस पर पुलिस ने घेराबदी कर कर शाहिद और आमिर को प्रताप नगर लाया गया। मुख्य आरोपी शाहिद ने बताया कि उसके खिलाफ प्रकरण दर्ज होने की खबर समाचार पत्रों में प्रकाशित होने के बाद उसके भाई अमीर हुसैन ने फोन पर दी थी। इसके बाद वह अपने बचाव के लिए श्री नगर कश्मीर से रवाना होकर अपने भाई अमीर हुसैन के पास चला आया था। यहां पर पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया।

पीड़िता की मजबूरी का उठाया फायदा-
आरोपी शाहिद ने बताया कि वह दस साल से जेसीबी चलाने का काम कर रहा था। वर्ष 2016 में बैनाड में जेसीबी चलाता था और किराए से रहता था। उसी मकान में परिवादिया भी अपने पति और बच्चों के साथ रहती थी। उसका पति उसके साथ मारपीट करता था और निजी आवश्यकताओं की पूर्ति के लिए खर्चा भी नहीं देता था। इसी मजबूरी का फायदा उठाते हुए उसने पीड़िता से नजदीकियां बढ़ा ली और रोजगार दिलाने के लिए दिल्ली ले जाने के लिए तैयार कर लिया। आरोपी खुद को कुंवारा बताता था। लेकिन वास्तव में वह शादी शुदा था। उसके दो बेटियां है जिसे भी उसने छिपाया। आरोपी दिल्ली के बजाय उसे कश्मीर ले गया जहां डरा धमकाकर बच्चे को जान से मारने की धमकी देकर बलात्कार किया। इसके बाद उसने नोएडा, गांव पीपरोली, भरतपुर कोटा, जयपुर सीकर आदि जगहों पर रखा जिसके बाद वह गर्भवती हो गई और उसने एक बेटी को जन्म दिया। आरोपी शाहिद ने परिवादिया के आधार कार्ड में संशोधन करवा लिया। कई अवसरों पर परिवादियों को अपने धर्म की परम्पराओं का पालन करने का दबाव भी बनाया गया।

शादी की हर रस्म के लिए अलग-अलग खूबसूरत लिबास के साथ ही मेकअप भी अलग होना चाहिए। इसमें भी हेयर स्टाइल का खासतौर पर ध्यान रखें। जानते हैं स्टाइलिश हेयर एक्सेसरीज के बारे में-

साइड हेयर पिन
बालों को खोलना चाहती हैं तो भी साइड हेयर पिन लगाएं। यह मैचिंग या मल्टी कलर की यह हेयर एक्ससेरीज आपको खूबसूरत लुक देगी।

पर्ल एक्सेसरीज
मोतियों से बनी हर एक्सेसरीज सुंदर लगती है। किसी एक रस्म में मोतियों की ज्वेलरी पहने के साथ ही पर्ल हेयर एक्सेसरीज भी ट्राई करें। यह एक्सेसरीज आपको क्लासी लुक देगी।

फ्लोवर हेयर पिन
मेहंदी की रस्म में फ्लोवर ज्वेलरी का ट्रेंड है। ऐसे में हेयर एक्सेसरीज भी फ्लोवर होनी चाहिए। नेचुरल गजरे के अलावा अपनी डेस के मैचिंक का फ्लोवर साइड हेयर पिन भी लगा सकती है।

ट्रेडिशनल पिन
साड़ी या लंहगे के साथ ट्रेडिशनल जुड़ा पिन भी खूब फबेगी। इसमें झुमके वाला जुड़ा पिन लगा सकते हैं। नेचुरल फूलों के साथ ही ट्रेडिशनल जुड़ा पिन ट्राई किया जा सकता है।

कुंदन पिन
कुंदन हेयर पिन में हरे और लाल रंग का प्रयोग विशेषतौर पर किया जाता है। इसके अलावा सुंदर क्रिस्टल और हस्तकला आपको पारंपरिक लुक देगी।

किचन घर का सबसे महत्त्वपूर्ण पार्ट है। किचन की डिजाइनिंग के दौरान सावधानी के साथ सभी चीजों को व्यवस्थित करने पर भी ध्यान देना जरूरी है। इसलिए फर्नीचर के सही चुनाव से किचन को इनोवेटिव बना सकते हैं। जानते हैं टिप्स -

टू-वन फर्नीचर
किचन आयलैंड ट्रेंड में है। इसका दो तरह से उपयोग किया जा सकता है। यह फंक्शनल प्लेटफॉर्म होने के साथ ही टेबल भी है।

लाइटिंग
किचन में पर्याप्त रोशनी होनी चाहिए। प्राकृतिक रोशनी के साथ ही कैबिनेट के पास स्टाइलिश लाइटिंग डिजाइन करवा सकते हैं।

व्यवस्थित रहेगा किचन कैबिनेट
व्यवस्थित किचन कैबिनेट को देखकर ही थकान दूर हो जाती है। किचन के लिए ऐसी कैबिनेट का चुनाव करें जिसमें बर्तन और अन्य उपकरणों को व्यवस्थित तरीके से रखा जा सके। सिंक के नीचे पुल आउट ड्रॉअर में डस्टबिन रखें।

आकर्षक पेंट्री
रसोई पेंट्री कई तरह की हो सकती है। इसे किचन में बनवा भी सकते हैं या जरूरत के अनुसार मूविंग करने वाली भी हो सकती है। ऑर्गेनाइज्ड पेंट्री में डिब्बों को व्यवस्थित कर सकते हैं।

जयपुर। शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के सभी रिश्तेदारों को आरएएस इंटरव्यू में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त करने के मामले में भाजपा जयपुर शहर सभी 33 मण्डलों में पुतला दहन करेगी। शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने कहा कि जयपुर समेत राजस्थान की जनता के समक्ष सच्चाई लाने के लिए संघर्ष करेगा। उनका कहना है कि प्रदेश के इतिहास में ऐसा पहली बार हुआ है कि आरएएस परीक्षा में भ्रष्टाचार कर चुनिन्दा लोगों को फायदा पहुंचाया गया है। इससे मेहनत करने वाले विद्यार्थियों की अरमान पर पानी फिर गया। इस परीक्षा परिणाम की सीबीआई से जांच की मांग की है।
उधर, भाजपा विधायक कालीचरण सराफ ने आरोप लगाया कि शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के सभी रिश्तेदारों को आरएएस इंटरव्यू में 80 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त होना मात्र संयोग नहीं है, बल्कि पद का दुरुपयोग का मामला बनता है। उनका कहना है कि यह इंटरव्यू पैनल से लिया गया नाजायज सहयोग प्रतीत होता है। इससे मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की नैतिकता की पोल खुल गई है। इस मामले में शिक्षा मंत्री की भूमिका सन्देह के घेरे में है, उन्हें पद मुक्त किया जाना चाहिए।

जयपुर। जयपुर डिस्कॉम में 12 अधीक्षण अभियंताओं की संशोधित ताबदला सूची आखिर 26 दिन बाद गुरुवार को जारी कर दी गई। बड़े विवाद के बाद जारी सूची में ज्यादातर नाम डिस्कॉम प्रबंध निदेशक की ओर से फाइनल किए हुए हैं, जो उन्होंने 25 जून को जारी की थी लेकिन सियासी दखल के कारण सूची निरस्त कर दी गई थी। हालांकि, दौसा में सियासी दखल हावी रहा। यहां अब रामहेत मीणा को अधीक्षण अभियंता की जिम्मेदारी दी गई है, जबकि करौली में सीट खाली छोड़ दी गई। जबकि सबसे ज्यादा करौली को लेकर विवाद हुआ था। मुख्य रूप से दोनों जगह विधायकों की भारी नाराजगी के कारण सूची निरस्त करने का मामला गरमाया था।
उधर, ए.के. त्यागी जयपुर शहर सर्किल और बी.एल. गुप्ता ग्रामीण सर्किल की सीट पर काबिज होने में सफल रहे। दोनों ही अभियंता डिस्कॉम के प्रबंध निदेशक नवीन अरोड़ा के नजदीकी माने जाते हैं। वहीं हरिओम शर्मा टोंक की बजाय जयपुर में ही रुक गए। उन्हें ट्रेनिंग शाखा में भेजा गया है। इस कारण टोंक से जयपुर आने की चाह रखने वाले जे.के. मिश्रा पीछे रह गए।

कौन-कहां गया
-अधीक्षण अभियता (कॉमर्शियल) पी.के. गुप्ता का प्रमोशन कर इसी पद पर पोस्टिंग दी गई है।
-दौसा में नियुक्त अनिल कुमार को एसई (आई एण्ड एस) जयपुर बुलाया गया।
-भगवान सहाय गुप्ता को प्रमोशन देकर भरतपुर भेजा।
-पीके अग्रवाल को कोटा में अधीक्षण अभियंता (एम एण्ड पी)।
-विनय कुमार शर्मा (एसएमयू) की जिम्मेदारी
-जे. एल. मीणा अधीक्षण अभियंता (ओ एण्ड एम) झालावाड़
-वाई.के. एरिन को अधीक्षण अभियंता (एम एण्ड पी) जयपुर
-जयपुर शहर सर्किल के अधीक्षण अभियंता की जिम्मेदारी संभाल रहे एस.के. राजपूत अब प्लानिंग का काम दखेंगे।

जयपुर। जयपुर नगर निगम ग्रेटर की कार्यवाहक महापौर शील धाभाई का कार्यकाल आगे बढ़ेगा या नहीं, इसका फैसला स्वायत्त शासन मंत्री करेंगे। स्वायत्त शासन विभाग ने धाभाई के कार्यकाल को लेकर प्रस्ताव तैयार कर लिया है, जिसे जल्द ही स्वायत्त शासन मंत्री शांति धारीवाल के पास भेजा जाएगा। धारीवाल तय करेंगे कि धाभाई का कार्यकाल बढ़ेगा या फिर किसी और पार्षद को कार्यवाहक महापौर की जिम्मेदारी दी जाए। विभाग ने निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव से इसकी जानकारी मांगी थी। नगरपालिका अधिनियम के तहत कार्यवाहक महापौर का शुरुआती कार्यकाल 60 दिन का होता है, जो पांच अगस्त को पूरा हो रहा है। इससे करीब सप्ताहभर पहले ही यह तय हो जाएगा एक्सटेंशन होगा या फिर नया दूसरा सदस्य महापौर की जिम्मेदारी संभालेगा। राज्य सरकार ने 7 जून को कार्यवाहक महापौर के आदेश जारी किए थे।

धाभाई की केवल भाजपा विधायकों से नजदीकी सरकार की नजर
कार्यवाहक महापौर की जिम्मेदारी मिलने के बाद धाभाई कई विधानसभा क्षेत्रों में दौर पर गई। जिन विधायकों के घर पहुंची और कईयों से बाहर मिली, उनमें ज्यादातर भाजपा विधायक थे। कांग्रेसी विधायकों से उनके क्षेत्र में जाकर नगर निगम कार्यप्रणाली को लेकर सीधा संवाद संभवतया नहीं हुआ। इसे लेकर भी मंत्री नजर बनाए हुए हैं।

यह है नगरपालिका एक्ट
-नगरपालिका अधिनियम के तहत राज्य सरकार 60 दिन के लिए कार्यवाहक महापौर बना सकती है। हालांकि, परिस्थितियों को देखते हुए यह कार्यकाल आगे भी बढ़ाया जा सकता है। प्रदेश में कई जगह ऐसे मामलों में सरकारों ने 6़ से 8 माह तक कार्यकाल बढ़ाया है।
-नगर निगम ग्रेटर मामले में निलंबित महापौर ने सुप्रीम कोर्ट में अपील की हुई है। वहीं दूसरी ओर सरकार न्यायिक अधिकारी से भी जांच करा रही है। इस मामले में जब तक निर्णय नहीं हो जाता, तब तक महापौर के चुनाव भी संभव नहीं है।

यह हुआ था ममला
राज्य सरकार ने ग्रेटर निगम आयुक्त यज्ञमित्र सिंह देव के साथ अभद्रता व मारपीट मामले में 6 जून को महापौर सौम्या गुर्जर व पार्षद पारस जैन, अजय चौहान और रामकिशोर प्रजापत को निलंबित किया था। 7 जून को शील धाभाई को कार्यवाहक महापौर बनाने के आदेश हुए।



जयपुर, 22 जुलाई
राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा-2018 के इंटरव्यू (Rajasthan Administrative Service Exam-2018 Interview) में अपने दो रिश्तेदारों को मिले समान नंबरों को लेकर शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Education Minister Govind Singh Dotasara) भले ही अपनी सफाई दे चुके हो लेकिन यह मामला अभी थमने का नाम नहीं ले रहा। प्रदेश के युवाओं ने उन्हें सोशल मीडिया पर घेर लिया है और हैशटैग शिक्षामंत्री इस्तीफा दो से उनके खिलाफ मुहिम छेड़ते हुए उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। सोशल मीडिया में छाए इस मुद्दे में यूजर्स उन्हें नाथी का बाड़ा जैसे पुराने बयानों को लेकर भी उनको लपेट रहे हैं। वहीं आरएएस शब्द की अलग-अलग व्याख्या की जा रही है। इतना ही नहीं इस मामले को लेकर यूजर्स गहलोत सरकार भी जमकर निशाना साधा जा रहा है। आरएएस इंटरव्यू विवाद के साथ ही स्कूल व्याख्याता 2018 में 14 फीसदी पद कटौती, शिक्षक तबादले विवाद, कम्प्यूटर शिक्षक स्थाई भर्ती विवाद, बीएसटीसी लेवल वन और टू,वरिष्ठ नाथी का बाड़ा विवाद आदि मुद्दों को लेकर भी उन्हें ट्रोल किया जा रहा है। ट्विटर पर राजस्थान में यह मामला टॉप 5 में पहुंच गया है।
ऐसे कमेंट्स कर रहे हैं यूजर्स
सोशल मीडिया पर एक्टिव एक यूजर पूजा कुमारी ने लिखा कि हमें एक ईमानदार लीडर चाहिए, डोटासरा जैसे नहीं जो आरएएस अभ्यार्थियों की भावनाओं के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। वहीं संजय हिंदुस्तानी लिखते हैं कि शिक्षामंत्री डोटासरा लाखों विद्यार्थियों की भावनाओं से खेलना बंद करें साथ ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मांग की है कि वह इस मामले की जांच करवाएं। एक यूजर अविनाश गहलोत ने अपने ट्वीटर हैंडल पर लिखा कि नाथी का बाड़ा है तो मुमकिन है!! वहीं एक अन्य यूजर्स लक्ष्मीकांत भारद्वाज ने लिखा कि राजस्थान कांग्रेस का नया मॉडल। इतना ही नहीं इसे लेकर मीम्स भी शेयर किए जा रहे हैं।
डोटासरा के रिश्तेदारों को मिले हैं 80-80 अंक
गौरतलबहै कि हाल ही में राजस्थान लोकसेवा आयोग ने आरएएस परीक्षा-2018 का परिणाम जारी किया था। इसमें शिक्षामंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के दो रिश्तेदारों के समान अंक आने के कारण मामला चर्चा में गया। डोटासरा की पुत्रवधू प्रतिभा के वर्ष 2016 की भर्ती के परिणाम में इंटरव्यू में 80 अंक आए थे वहीं अब आरएएस भर्ती परीक्षा 2018 के परिणाम में उनकी पुत्रवधू के भाई गौरव और बहन प्रभा को भी इंटरव्यू में 80-80 अंक मिले हैं।
डोटासरा को देना पड़ा स्पष्टीकरण
इस मामले के सामने आने के बाद शिक्षामंत्री ने सफाई दी और कहा कि दोनों रिश्तेदार गौरव और प्रभा प्रतिभाशाली हैं। चयन योग्यता के आधार पर हुआ है। यह मामला इसलिए भी ज्यादा तूल पकड़ रहा है क्योंकि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने परीक्षा परिणाम घोषित होने से पहले परीक्षा में इंटरव्यू में अच्छे अंक दिलाने के नाम पर 23 लाख की घूस के मामले का भंडाफोड़ भी किया था।

टीचिंग की फील्ड में कॅरियर बनाना चाहते हैं तो 12 वीं एवं ग्रेजुऐशन के बाद इस फील्ड से जुड़े कोर्स कर सकते हैं। इस फील्ड में सफल होने के लिए प्रोफेशनल स्किल के साथ ही सॉफ्ट स्किल भी बहुत महत्त्वपूर्ण है।

कम्युनिकेशन स्किल
अच्छी संवाद कला से ही आप अलग-अलग लोगों को कम्युनिकेट कर सकते हैं। स्टूडेंस के साथ पैरेंट्स से भी आपका संवाद प्रभावी होना चाहिए।

लीडरशिप स्किल
टीचर में नेतृत्व करने का कौशल होना चाहिए। टीचर को हर स्टूडेंट के प्रति दयालु होना चाहिए लेकिन स्टूडेंट को भी यह पता होना चाहिए कि बुरे व्यवहार का परिणाम बुरा होता है। इस तरह दोनों चीजों को बैलेंस करना जरूरी है।

टीमवर्क स्किल
टीचिंग में नवाचार को आगे बढ़ाने और चुनौतियों को कम करने के लिए टीमवर्क स्किल जरूरी है। टीम के रूप में कार्य करने की क्षमता स्टूडेंट्स को भी प्रभावित करती है।

समस्याओं का तुरंत करें समाधान
क्लास के अंदर और बाहर, कई मुद्दे हो सकते हैं जो आपके कार्य में बाधा डाल सकते हैं। इसलिए परिस्थिति के अनुसार समस्या का तुरंत समाधान कर आगे बढ़ें।

टीचिंग की फील्ड में कॅरियर बनाना चाहते हैं तो 12 वीं एवं ग्रेजुऐशन के बाद इस फील्ड से जुड़े कोर्स कर सकते हैं। इस फील्ड में सफल होने के लिए प्रोफेशनल स्किल के साथ ही सॉफ्ट स्किल भी बहुत महत्त्वपूर्ण है।

कम्युनिकेशन स्किल
अच्छी संवाद कला से ही आप अलग-अलग लोगों को कम्युनिकेट कर सकते हैं। स्टूडेंस के साथ पैरेंट्स से भी आपका संवाद प्रभावी होना चाहिए।

लीडरशिप स्किल
टीचर में नेतृत्व करने का कौशल होना चाहिए। टीचर को हर स्टूडेंट के प्रति दयालु होना चाहिए लेकिन स्टूडेंट को भी यह पता होना चाहिए कि बुरे व्यवहार का परिणाम बुरा होता है। इस तरह दोनों चीजों को बैलेंस करना जरूरी है।

टीमवर्क स्किल
टीचिंग में नवाचार को आगे बढ़ाने और चुनौतियों को कम करने के लिए टीमवर्क स्किल जरूरी है। टीम के रूप में कार्य करने की क्षमता स्टूडेंट्स को भी प्रभावित करती है।

समस्याओं का तुरंत करें समाधान
क्लास के अंदर और बाहर, कई मुद्दे हो सकते हैं जो आपके कार्य में बाधा डाल सकते हैं। इसलिए परिस्थिति के अनुसार समस्या का तुरंत समाधान कर आगे बढ़ें।



जयपुर, 22 जुलाई
राज्य सरकार ने 111 वेटरनरी सब सेंटर्स (Veterinary Sub Centers) को वेटरनरी हॉस्पिटल ( Veterinary Hospitals) में क्रमोन्नत (upgrade ) करने की मंजूरी दी है। मुख्यमंत्री की बजट घोषणा (Chief Minister's budget announcement,) की अनुपालना में विभिन्न जिलों में 111 वेटरनरी सब सेंटर्स को वेटरनरी हॉस्पिटल में क्रमोन्नत करने की स्वीकृति जारी की गई है। इन केंद्रों के क्रमोन्नत होने से यहां पशुपालकों को बेहतर चिकित्सा सेवाएं और विभागीय योजनाओं का त्वरित लाभ मिल सकेगा। वेटरनरी हॉस्पिटल में वेटरनरी ऑफिसर्स (Veterinary Officers ) की सेवाएं मिल सकेगी। साथ ही यहां वेटरनरी सर्जरी (Veterinary Hospital) सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो सकेगी।
राज्य में सीकर जिले में 9, जयपुर में 8, भरतपुर में 7, अलवर और नागौर में 6-6, तथा अजमेर, दौसा, झुंझुनूं और टोंक में 5-5 सब सेंटर्स को क्रमोन्नत किया गया है। इसी प्रकार बाड़मेर, बीकानेर, जोधपुर और करौली में 4-4, बांसवाड़ा, बारां, चूरू, धौलपुर, डूंगरपुर, श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, कोटा, सवाई माधोपुर और पाली में 3-3, भीलवाड़ा, जैसलमेर और राजसमंद में 2-2, जालौर, सिरोही, प्रतापगढ़ और उदयपुर में 1-1 सब सेटर को क्रमोन्नत किया गया है।
जयपुर जिले में यह सब सेंटर्स हुए क्रमोन्नत
जयपुर जिले में बनार (कोटपूतली), बासना (जमवारामगढ़), तालवा (विराटनगर), जैतपुरा (चौमूं), तामडिय़ा (चाकसू), झर (बस्सी), जाहोता (जालसू) और भैंसावा (सांभर लेक) उप केंद्रों को क्रमोन्नत किया गया है।
143 नए वेटरनरी सब सेंटर्स खुलेंगे
गौरतलब है कि राज्य सरकार वेटरनरी सर्विसेज के विस्तार के लिए सतत प्रयासरत है। गत दिनों 143 नए वेटरनरी सब सेंटर्स को खोले जाने की स्वीकृति जारी की गई थी।

जयपुर| हार्मोन्स हमारे शरीर की बनावट सहित कई जगहों पर काफी महत्वपूर्ण कारक होते हैं। कई बार हार्मोन्स के अधिक या कम सक्रिय होने के कारण व्यक्ति में कुछ ऐसे बदलाव हो जाते हैं, जिसके कारण पीडि़त व्यक्ति न सिर्फ शारीरिक बल्कि मानसिक रूप से भी प्रभावित हो जाता है। ऐसी ही एक समस्या है गाइनेकोमेस्टिया, जिसमें पुरुषों में ब्रेस्ट विकसित हो जाते हैं और इससे पुरुष में गंभीर मनोवैज्ञानिक समस्याएं होने लगती हैं। हालांकि इस समस्या को कॉस्मेटिक सर्जरी से बिल्कुल ठीक किया जा सकता है।

विशेषज्ञों के अनुसार गाइनेकोमेस्टिया की समस्या पुरुषों में होने वाली हार्मोन्स की गड़बड़ी से होता है। इससे पुरुषों के स्तनों में बढ़ोतरी हो जाती है। प्लास्टिक सर्जन डॉ. सुनीश गोयल ने बताया कि आमतौर पर यह समस्या तब होती है जब बच्चे युवावस्था में आते हैं। हालांकि यह कोई गंभीर समस्या नहीं है, लेकिन इस स्थिति से उबरना मुश्किल होता है।

कास्मेटिक सर्जरी से सफल उपचार

गाइनेकोमेस्टिया होने पर व्यक्ति को चिंतित होने की आवश्यकता नहीं है। इसे कॉस्मेटिक सर्जरी के जरिए जड़ से ठीक किया जा सकता है। ऑपरेशन का प्रकार गाइनेकोमेस्टिया की स्थिति पर तय किया जाता है। सामान्यतया लिपोसक्शन से बढ़ी हुई चर्बी को निकाल ली जाती है और एंडोस्कोपी की सहायता से छोटा चीरा लगाकर प्रभावित जगह बढ़े ग्लैंड्यूलर टिश्यु छांट दिए जाते हैं। पहले पारंपरिक सर्जरी में मरीज को 7-8 सेमी लंबा चीरा लगाकर सर्जरी की जाती थी, जिसमें अधिक रक्तस्त्राव, कम सफलता दर, वापस से उभार विकसित होने, सर्जरी से अधिक दर्द जैसी कई सीमितताएं थीं। लेकिन अब यह मिनिमल इनवेसिव सर्जरी से की जाने लगी है, जिसमें एक सेमी से भी कम चीरा लगाकर सर्जरी की जाती है और मरीज के सर्जरी वाली जगह न के बराबर निशान रहता है। सर्जरी के बाद मांसपेशियों की शेप अच्छी आती है और स्किन की टोनिंग भी कहीं बेहतर होती है। मिनिमल इनवेसिव सर्जरी से मरीज जल्दी रिकवर हो जाता है।



जयपुर। राजस्थान विश्वविद्यालय (Rajasthan University ) ने 29 जुलाई से शुरू हो रही स्नातक अंतिम वर्ष की परीक्षा (final year examination) के प्रवेश पत्र (admit card) गुरुवार को जारी कर दिए है। परीक्षार्थी (Candidates) यूनिवर्सिटी की वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड (admit card from the website of the university) कर सकते है। इससे पहले विवि ने एक दिन पहले बुधवार को सर्टिफिकेट, डिप्लोमा के एडमिट कार्ड (admit cards of certificates, diplomas ) जारी कर दिए थे।
परीक्षा नियंत्रक डॉ. राकेश राव ने बताया कि स्नातक तृतीय वर्ष, स्नातक अतिरिक्त विषय की मुख्य परीक्षा 29 जुलाई से शुरू होगी। इन परीक्षाओं में पंजीकृत परीक्षार्थियों के प्रथम वर्ष व द्वितीय वर्ष के बकाया प्रश्न पत्रों की समय सारणी शीघ्र ही विश्वविद्यालय वेबसाइट पर जारी की जाएगी।

जेडीए की ओर से झोटवाड़ा आरओबी के निर्माण से प्रभावितों के पुनर्वास के लिए व्यावसायिक भूमि का आवंटन 30 जुलाई को लॉटरी से किया जाएगा। जेडीए आयुक्त गौरव गोयल ने बताया कि झोटवाड़ा आरओबी के निर्माण से प्रभावित भूमि के हितधारियों के पुर्नवास के लिए व्यवसायिक भूमि का आंवटन लॉटरी से 30 जुलाई को किया जाएगा। पहले यह लॉटरी 23 जुलाई को निकाली जानी थी।



जयपुर, 22 जुलाई
मणिपाल यूनिवर्सिटी जयपुर ने कोविड महामारी और अन्य स्थिति में देश के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बिना किसी बाधा के ऑक्सीजन आपूर्ति करने के लिए इन.हाउस कैप्टिव ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट बनाया है। यूनिवर्सिटी के केमिकल इंजीनियरिंग विभाग के प्रो.अभिषेक शर्मा ने मोनाश यूनिवर्सिटी ऑस्ट्रेलिया के प्रो. पॉल वेब्ले और कर्टिन यूनिवर्सिटी, ऑस्ट्रेलिया के प्रो.विष्णु पारीक और डॉ. तेजस भटेलिया के सहयोग से मेडिकल ग्रेड ऑक्सीजन उत्पन्न करने के लिए इस तकनीक को विकसित किया है। यह सामाजिक पहल एमयूजे के प्रेसिडेंट प्रो. जीके प्रभु और प्रो.प्रेसिडेंट,प्रो. एनएन शर्मा के नेतृत्व में की गई है
प्रो. शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान इस प्रोजेक्ट को पूरा करना मुश्किल था,ऐसे में उन्होंने और उनकी टीम ने इसे चुनौती की तरह लिया और केवल 6 सप्ताह में इसे पूरा का लिया। प्रो. शर्मा का केमिकल इंजीनियरिंग का बैकग्राउंड इस प्रोसेस प्लांट को समय से पूरा करने में मददगार रहा। इस निर्माण प्रक्रिया की कोर टीम में चार लोग शामिल थे। मणिपाल यूनिवर्सिटी के प्रो. प्रेसिडेंट प्रो. एनएन शर्मा इस प्रोजेक्ट से शुरू से जुड़े रहे और प्रोजेक्ट के विभिन्न चरणों में आवश्यक सहयोग किया। केमिकल इंजीनियरिंग की स्टूडेंट तनिमा शर्मा और मैकेनिकल इंजीनियरिंग के स्टूडेंट नमन शर्मा ने प्रोजेक्ट के शुरुआती चरणों में दूर रह कर योगदान दिया। टीम इस प्रोजेक्ट की सफलता को लेकर अत्यधिक आश्वस्त है। वे आवश्यक स्थानों पर ऐसी यूनिट्स को चालू करने के लिए सरकार और कुछ अस्पतालों के साथ संपर्क में हैं। अब डॉ. शर्मा चाहते हैं कि इन यूनिट्स को देश के ग्रामीण क्षेत्रों में स्थापित किया जाए और कोविड सहित किसी अन्य स्थिति में ऑक्सीजन की निर्बाध आपूर्ति प्रदान की जाए, जिससे जरूरत पडऩे पर देश के विभिन्न हिस्सों में उच्च शुद्धता वाले ऑक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराने की मांग को पूरा किया जा सके।



जयपुर, 22 जुलाई
राजनीति में भी तय हो रिटायरमेंट की उम्र, जिस तरह कर्मचारियों को 60 की उम्र में रिटायरमेंट दिया जाता है उसी तरह राजनीति में 70 की उम्र में हो सेवानिवृत्ति मिले। ये कहना है डूंगरपुर के चौरासी क्षेत्र से विधायक राजकुमार रोत का। गुरुवार को फ्यूचर सोसाइटी और एलआईसी की ओर से प्रायोजित और आईडीबीआई बैंक के सह प्रायोजन से डिजिटल बाल मेले 2021 के सीजन 2 में विधायक ने बच्चों संग संवाद किया। इस दौरान उत्तरप्रदेश के प्रतीक ने विधायक से राजनीति में स्थिरता बनाए रखने के लिए उनके रिटायरमेंट पर सवाल किया। जिस पर राजकुमार रोत ने भी सहमति जताई और कहा कि ऐसा होना चाहिए, जिससे नए लोगों को राजनीति में आने का सामान्य अवसर मिले और देश नई गति से आगे बढ़े। वही शारीरिक और मानसिक तरीके से हर व्यक्ति को जीवन के खास पलों का अनुभव मिल सकें।

ऑनलाइन संवाद में विधायक ने बच्चों को बताया कि उनकी भारतीय ट्राइबल पार्टी इन दिनों काफी लगन से क्षेत्रीय निर्माण कार्य कर रही है। जिस समय अशोक गहलोत सरकार पर अस्थिर होने का खतरा मंडरा रहा था उस समय हमने कांग्रेस को समर्थन दिया। बीटीपी के दोनों विधायकों का मकसद यही था कि लोकतांत्रिक तरीके से जनता की चुनी हुई सरकार पूरे पांच साल तक काम करें। संवाद में बच्चों ने मोदी सरकार के अच्छे दिन लाने के वादे पर भी अपना सवाल किया। ऐसे में बढ़ती महंगाई, रोजगार की कमी पर बच्चों ने पूछा कि क्या कांग्रेस सरकार ये खत्म कर पाएंगी? जिसके जवाब में रोत ने कहा कि सत्ता में आई सरकार के पास ही ये अधिकार है इसलिए वो जो करती है हमें देखना है।
रोत ने डिजिटल बाल मेले के बच्चों से मिलकर खुशी जताई। उन्होंने बच्चों को अच्छी शिक्षा ग्रहण कर राजनीति में आने के लिए जागरुक किया और कहा कि राजनीति गंदी नहीं होती है कभी कभी राजनीति के लोग अपना स्वार्थ देखने लगते हैं।

जयपुर, 22 जुलाई। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (Prime Minister Crop Insurance Scheme) के अंतर्गत किसान आगामी 31 जुलाई तक खरीफ फसलों का बीमा करवा सकते हैं। कृषि मंत्री लालचन्द कटारिया (Agriculture Minister Lalchand Kataria) ने बताया कि बैंकों तथा जनसेवा केंद्रों की ओर से ऋणी एवं गैर ऋणी किसानों की फसलों का बीमा करने के लिए कृषक प्रीमियम (farmer premium) काटने की अंतिम तिथि 31 जुलाई तय की गई है। विभिन्न वित्तीय संस्थानों से कृषि ऋणधारी किसान अगर योजना से बाहर होना चाहते हैं तो 24 जुलाई तक संबंधित वित्तीय संस्थान से संपर्क कर प्रार्थना पत्र दे सकते हैं। इसके बाद उनके लिए योजना से बाहर होने का विकल्प उपलब्ध नहीं होगा। साथ ही काश्तकार 29 जुलाई तक अपने बैंकों को सूचित कर बीमित फसल में परिवर्तन करा सकते हैं। उन्होंने बताया कि बैंक 31 जुलाई तक किसानों के खातों से कृषक प्रीमियम काटकर 15 अगस्त तक राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (National Crop Insurance Portal) पर पॉलिसियां सृजित करेंगे।



जयपुर, 22 जुलाई।
कलाकार कृष्ण चंद्र शर्मा के ऑनलाइन सेशन में गुरुवार को प्रतिभागियों ने 'माथेरान कला' के इतिहास और विभिन्न तत्वों के बारे में समझा। यह आयोजन जवाहर कला केंद्र ने किया था। सेशन कला शैली के इतिहास, इसके सामान्य तत्वों, रंगों के उपयोग और तकनीकों पर केंद्रित था। माथेरान कला का परिचय देते हुए उन्होंने कहा कि इस कला शैली से उनका परिचय एक मित्र ने कराया था। यह कला शैली जैन और वैष्णव समुदायों के बीच उत्पन्न और विकसित हुई है। वर्तमान में इस कला ने बहुत लोकप्रियता हासिल की है और माथेरों की गली भी स्थापित की गई है। बीकानेर की पुरानी हवेलियां माथेरान कला से भरी पड़ी हैं। उन्होंने कहा कि वह जिस इलाके में रहते हैं वह माथेरान कला से घिरा हुआ है। यहीं पर उन्होंने अपने जुनून को पाया और इस कला शैली के साथ अपना काम स्थापित किया।
उन्होंने माथेरान कला से संबंधित कुछ मूल तत्वों के बारे में बताया। इसमें मोर, एक सजावटी पैनल, चंद्रमा और भगवान गणेश शामिल थे। ये पेंटिंग आमतौर पर शादियों के दौरान बनाई जाती हैं। सजावटी पैनल आमतौर पर घरों के द्वार पर लगाया जाता है। यह एक पारिवारिक कला शैली है, जो पीढिय़ों से चली आ रही है। माथेरान कला शैली में पात्रों की आंख की पुतलियां अलग-अलग दिशाओं में होती हैं। ये आमतौर पर जैन और वैष्णव मंदिरों में पाए जाने वाले धार्मिक चित्र हैं।
शुक्रवार को 'माथेरान कलाÓ के ऑनलाइन सेशन का समापन होगा। सेशन में दर्शकों को 'माथेरान कलाÓ की तकनीकें सिखाई जाएंगी।

फीस वसूली नियमों की पालना के लिए सभी स्कूलों को निर्देश
गठित समिति और फीस निर्धारण की जानकारी देने के निर्देश
डीईओ कार्यालय में देनी होगी फीस निर्धारण की जानकारी
शिकायत पर जिला शिक्षा अधिकारी को करनी होगी जांच
फीस निर्धारण में नियमों के उल्लंघन पर होगी सख्त कार्रवाई
निजी स्कूलों की फीस निर्धारण को लेकर जारी किए आदेश

जयपुर, 22 जुलाई
निजी स्कूलों (Private schools) की ओर से की जा रही फीस वसूली को लेकर शिक्षा विभाग (Education department) ने सख्त आदेश दिए हैं। जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक (District Education Officer Secondary) की ओर से दिए गए आदेशों के मुताबिक सभी स्कूलों को फीस कमेटी का गठन करना होगा और फीस निर्धारण की जानकारी जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक कार्यालय में देनी होगी। राजस्थान विद्यालय अधिनियम 2016 और 2017 के तहत आदेश विभाग ने यह आदेश दिए हैं। आदेशों में कहा गया है कि फीस निर्धारण के नियमों के उल्लंघन करने पर सख्त कार्यवाही की जाएगी।



जयपुर, 22 जुलाई
सत्र 2021-22 में राज्य के समस्त राजकीय, राज्य सरकार व माध्यमिक बोर्ड से मान्यता प्राप्त विद्यालयों में नियमित या पूर्णकालीन अध्ययनरत विद्यार्थियों पूर्व मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना में ऑनलाइन आवेदन पत्र शाला दर्पण पोर्टल के स्टेट स्कूल स्कॉलरशिप मॉडयूल के माध्यम से 31 जुलाई तक जमा होंगे।
छात्र छात्राएं स्कॉलरशिप के आवेदन संस्था प्रधान ले सकेंगे और उसे भर कर मांगे गए दस्तावेजों के साथ स्कूल में जमा करवाने होंगे संस्था प्रधान शाला पोर्टल पर वांछित सूचनाएं ऑनलाइन अपलोड करने के बाद 31 जुलाई तक उसे सबमिट करेंगे। छात्रवृत्ति योजनाओं के ऑनलाइन आवेदन के लिए आवेदन पत्र का प्रारूप, विस्तृत दिशा निर्देश, पात्रता एवं शर्तें,छात्रवृत्ति की दरें, संलग्न करने वाले आवश्यक दस्तावेजों का विवरण विभाग की वेबसाइट पर उपलब्ध है।

राज्यपाल ने दी गुरु पूर्णिमा की शुभकामनाएं
जयपुर, 22 जुलाई। राज्यपाल कलराज मिश्र ने देश और प्रदेशवासियों को गुरु पूर्णिमा की बधाई और शुभकामना दी है। उन्होंने कहा है कि भारतीय संस्कृति में गुरु को साक्षात परमात्मा के बराबर स्थान दिया गया है। गुरु ही व्यक्ति को अज्ञान के अंधकार से ज्ञान के उजास की ओर ले जाता है।
राज्यपाल ने इस अवसर पर समस्त गुरुजनों के प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट किया है।

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राज्यपाल ने ओलम्पिक दल को श्रेष्ठ प्रदर्शन की शुभकामनाएं दी
जयपुर, 22 जुलाई। राज्यपाल कलराज मिश्र ने शुक्रवार से शुरू हो रहे टोक्यो ओलम्पिक खेलों में भारतीय दल को श्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए शुभकामना दी है। राज्यपाल मिश्र ने कहा है कि सभी खिलाड़ी दम-खम और सूझ-बूझ से शानदार प्रदर्शन कर देश का नाम रोशन करें।

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