>>: Digest for July 24, 2021

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उदयपुर. शहर के बीच हिरणमगरी थाना क्षेत्र में आनन्द विहार में तीन दिन पहले दिन दहाड़े हुई वृद्धा की हत्या का खुलासा हो गया। हत्या करने वाला भरोसेमंद केयर टेकर ही निकला। आरोपी का पता लगाने में शहर पूर्व वृत्त के चार थानों की पुलिस जुटी और तीन दिन में साढ़े तीन सौ सीसीटीवी कैमरे खंगाले। हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी की क्राइम हिस्ट्री देखी तो चौंकाने वाला मामला सामने आया। आरोपी 20 साल पहले विदेशी युवती से बलात्कार के मामले में दस साल सजा काट चुका है।

जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने बताया कि कानजी का हाटा निवासी राजेश उर्फ राजू उर्फ राजकुमार जोशी पुत्र लालुराम जोशी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी राजेश जोशी सब्जी मण्डी में फल का ठेला लगाता है। कोरोना काल में आर्थिक तंगी के चलते आरोपी ने अकेली वृद्धा को निशाना बनाया था। यहां से दस तोला सोना और करीब 50 हजार रुपए नकदी लूटना सामने आया है। आरोपी राजेश का मृतका के पति नीलकण्ठ की मृत्यु से पहले देखरेख के लिए घर आना जाना रहता था।

दीवार पर मारा सिर
घटना के दिन मृतका के घर के पास शोक बैठक होने से रिश्तेदारी की आवाजाही थी। रिश्तेदारों के निकलते ही राजेश वृद्धा के घर चला गया। पुरानी जान पहचान होने से स्नेहलता ने राजेश को अन्दर बैठाया और पानी पिलाया। मौका पाते ही आरोपी ने वृद्धा के गले में तोलिया डालकर सिर को दीवार से टकरा दिया। हत्या कर जेवरात, नकदी, मोबाइल ले गया।
यह थी घटना

हिरणमगरी थाना क्षेत्र में टेकरी-मादड़ी लिंक रोड आनन्द विहार गली नम्बर-2 में 19 जुलाई को 75 वर्षीय स्नेहलता पत्नी नीलकंठ त्रिवेदी की हत्या हो गई थी। शाम 5.45 बजे उदयपुर में ही रहने वाली ननद घर पहुंची तो वारदात का पता चला। घर से जेवर-नकदी गायब थे। शिवानगर हिरणमगरी निवासी सुधीर रंजन त्रिवेदी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनकी चाची स्नेहलता त्रिवेदी पत्नी स्व. नीलकंठ त्रिवेदी घर में अकेली रहती थी।

इस टीम की रही भूमिका
एएसपी सिटी गोपालस्वरूप मेवाड़ा, उपअधीक्षक राजीव जोशी के पर्यवेक्षण में जांच हुई। हिरणमगरी थानाधिकारी रामसुमेर मीणा, सूरजपोल थानाधिकारी डॉ. हनवन्तसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी प्रतापनगर विवेक सिंह, सवीना थानाधिकारी रविन्द्र चारण के नेतृत्व में टीमें गठित की। हेडकांस्टेबल गजराज, कांस्टेबल प्रहलाद पाटीदार, अनिल पुनिया, रामजीलाल सैनी, लोकेश रायकवाल की मुख्य भूमिका रही।
दस साल रहा जेल में

आरोपी राजेश ने पार्सिलोना स्पेन की रहने वाली युवती से 30 अक्टूबर 2000 को गुलाबबाग में बलात्कार किया था। मामले में 6 नवम्बर 2001 को उसे उम्रकैद की सजा हुई थी, लेकिन नाबालिग होने से दस साल की ही सजा दी गई। ऐसे में वह दस साल जेल में रह चुका है।

उदयपुर. शहर के बीच हिरणमगरी थाना क्षेत्र में आनन्द विहार में तीन दिन पहले दिन दहाड़े हुई वृद्धा की हत्या का खुलासा हो गया। हत्या करने वाला भरोसेमंद केयर टेकर ही निकला। आरोपी का पता लगाने में शहर पूर्व वृत्त के चार थानों की पुलिस जुटी और तीन दिन में साढ़े तीन सौ सीसीटीवी कैमरे खंगाले। हत्या के मामले में गिरफ्तार आरोपी की क्राइम हिस्ट्री देखी तो चौंकाने वाला मामला सामने आया। आरोपी 20 साल पहले विदेशी युवती से बलात्कार के मामले में दस साल सजा काट चुका है।

जिला पुलिस अधीक्षक डॉ. राजीव पचार ने बताया कि कानजी का हाटा निवासी राजेश उर्फ राजू उर्फ राजकुमार जोशी पुत्र लालुराम जोशी को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में आरोपी ने घटना को अंजाम देना स्वीकार किया। आरोपी राजेश जोशी सब्जी मण्डी में फल का ठेला लगाता है। कोरोना काल में आर्थिक तंगी के चलते आरोपी ने अकेली वृद्धा को निशाना बनाया था। यहां से दस तोला सोना और करीब 50 हजार रुपए नकदी लूटना सामने आया है। आरोपी राजेश का मृतका के पति नीलकण्ठ की मृत्यु से पहले देखरेख के लिए घर आना जाना रहता था।

दीवार पर मारा सिर
घटना के दिन मृतका के घर के पास शोक बैठक होने से रिश्तेदारी की आवाजाही थी। रिश्तेदारों के निकलते ही राजेश वृद्धा के घर चला गया। पुरानी जान पहचान होने से स्नेहलता ने राजेश को अन्दर बैठाया और पानी पिलाया। मौका पाते ही आरोपी ने वृद्धा के गले में तोलिया डालकर सिर को दीवार से टकरा दिया। हत्या कर जेवरात, नकदी, मोबाइल ले गया।
यह थी घटना

हिरणमगरी थाना क्षेत्र में टेकरी-मादड़ी लिंक रोड आनन्द विहार गली नम्बर-2 में 19 जुलाई को 75 वर्षीय स्नेहलता पत्नी नीलकंठ त्रिवेदी की हत्या हो गई थी। शाम 5.45 बजे उदयपुर में ही रहने वाली ननद घर पहुंची तो वारदात का पता चला। घर से जेवर-नकदी गायब थे। शिवानगर हिरणमगरी निवासी सुधीर रंजन त्रिवेदी ने रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उनकी चाची स्नेहलता त्रिवेदी पत्नी स्व. नीलकंठ त्रिवेदी घर में अकेली रहती थी।

इस टीम की रही भूमिका
एएसपी सिटी गोपालस्वरूप मेवाड़ा, उपअधीक्षक राजीव जोशी के पर्यवेक्षण में जांच हुई। हिरणमगरी थानाधिकारी रामसुमेर मीणा, सूरजपोल थानाधिकारी डॉ. हनवन्तसिंह राजपुरोहित, थानाधिकारी प्रतापनगर विवेक सिंह, सवीना थानाधिकारी रविन्द्र चारण के नेतृत्व में टीमें गठित की। हेडकांस्टेबल गजराज, कांस्टेबल प्रहलाद पाटीदार, अनिल पुनिया, रामजीलाल सैनी, लोकेश रायकवाल की मुख्य भूमिका रही।
दस साल रहा जेल में

आरोपी राजेश ने पार्सिलोना स्पेन की रहने वाली युवती से 30 अक्टूबर 2000 को गुलाबबाग में बलात्कार किया था। मामले में 6 नवम्बर 2001 को उसे उम्रकैद की सजा हुई थी, लेकिन नाबालिग होने से दस साल की ही सजा दी गई। ऐसे में वह दस साल जेल में रह चुका है।

उदयपुर/जोधपुर. फर्र्जी अंकतालिका के जरिए पत्नी को सरपंच चुनाव लड़ाने के मामले में जेल गए सलूम्बर विधायक को हाइकोर्ट से जमानत मिल गई है। सीआईडी-सीबी की जांच में दोषी ठहराए गए विधायक को बीते दिनों जेल भेजा गया था। विधायक मीणा शुक्र्रवार को जेल से बाहर आएंगें।
न्यायाधीश संजीव प्रकाश शर्मा की एकलपीठ में याचिकाकर्ता की ओर से अधिवक्ता प्रदीप शाह और विवेक माथुर ने कहा कि याचिकाकर्ता की पत्नी ने सरपंच का चुनाव लड़ा था। उनके खिलाफ चुनाव लडऩे वाले ने शिकायत दर्ज कराई थी कि याची की पत्नी ने फर्जी अंकतालिका जमा करवाई। याची सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांता देवी को अग्रिम जमानत मिल चुकी है। याचिकाकर्ता के खिलाफ पत्नी की मदद करने के लिए जांच की गई, जिसमें अब कोई अनुसंधान शेष नहीं है। उन्होंने जमानत देने का आग्रह किया, जिसका शिकायतकर्ता और लोक अभियोजक ने प्रतिवाद किया। कोर्ट ने सभी पक्षों की सुनवाई के बाद जमानत याचिका स्वीकार कर ली। गौरतलब है कि पिछले दिनों विधायक मीणा ने सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर सराड़ा स्थित अदालत में सरेंडर किया था और जमानत अर्जी पर सुनवाई के बाद उन्हें जेल भेजा गया था।
यह था मामला

सलूम्बर विधायक अमृतलाल मीणा की पत्नी शांतादेवी मीणा ने वर्ष २०१५ में सेमारी ग्राम पंचायत से सरपंच पद का चुनाव लड़ा था। चुनाव में राज्य सरकार ने पढ़ाई की अनिवार्यता लागू की थी। आवेदन के साथ शांतिदेवी ने ५वीं की अंकतालिका पेश की थी। शांतिदेवी के विजयी होने के बाद हारी हुई प्रत्याशी सुगना देवी ने मार्कशीट को फर्जी बताते हुए सेमारी थाने में मामला दर्ज करवाया था। मामले की जांच सीआईडी सीबी ने करते हुए आरोप प्रमाणित माना था। मार्कशीट पर अभिभावक के रूप में स्वयं विधायक के हस्ताक्षर पाए गए। आरोप पत्र पेश करने के दौरान ही शांतिदेवी को अग्रिम जमानत मिल गई। मामले में अमृतलाल मीणा पर मदद करने का आरोप लगा दी, उनकी ओर से पूर्व में एडीजे सलूम्बर व हाईकोर्ट में अग्रिम याचिका लगाई थी, जिसे न्यायालय ने खारिज कर की दी।

उदयपुर. स्वरूपसागर से चांदपोल की ओर नई पुलिया पर झील किनारे गुरुवार शाम को गोवंश के सिर और अवशेष पड़े होने की सूचना पर हड़कंप मच गया। मौके पर काफी संख्या में युवा मोर्चा और हिन्दू संगठनों के पदाधिकारी एकत्रित हो गए और विरोध करना शुरू कर दिया। सूचना पर मौके पर चार थानों का जाब्ता पहुंचा। इस दौरान जांच में सामने आया कि जो अवशेष और सिर मिले है वे गौवंश के ना होकर भैंसे के है, जिसे काटने के लाइसेंस दिए गए है। वहीं युवा मोर्चा के पदाधिकारियों का कहना है कि पाड़े काटने का लाइसेंस दिया गया है, पर इस तरह से अवशेष फेंककर माहौल खराब करने का नहीं। हालांकि पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

जानकारी के अनुसार गुरुवार शाम स्वरूपसागर से चांदपोल की ओर नई पुलिया के पास में स्वरूपसागर के किनारे कुछ लोगों ने कचरे में चार जानवरों के सिर और अवशेष पड़े देखे। लोगों ने यह देखा तो गोवंश को काटकर फेंकने की आशंका पर युवाओं ने इसके फ ोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर दिए। एक साथ चार गोवंश को काटकर सिर और उनके अवशेष फेंकने का मामला जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुआ तो माहौल गर्मा गया। मौके पर युवा मोर्चा के पदाधिकारी एकत्रित हो गए। मौके पर युवा मोर्चा अध्यक्ष सन्नी पोखरना, पूर्व अध्यक्ष गजेन्द्र भण्डारी, पार्षद महेन्द्र भगोरा, मोहन गुर्र्जर, गोपाल जोशी के साथ-साथ पदाधिकारी रणजीतसिंह दिग्पाल, ओम पारिक सहित कई लोग एकत्रित हो गए और विरोध करना शुरू कर दिया।
जानकारी पर अंबामाता थानाधिकारी सुनील टेलर पहुंचे। सूरजपोल थानाधिकारी डॉ. हनवंतसिंह राजपुरोहित, घंटाघर थानाधिकारी शैलेन्द्र सिंह, प्रतापनगर थानाधिकारी विवेक सिंह राव, डिप्टी महेन्द्र पारीख भी पहुंच गए। करीब एक घंटे तक मौके पर विरोध प्रदर्शन किया गया, फिर पुलिस अधिकारियों ने समझाइश की। बाद में पुलिस ने नगर निगम से दस्ते को बुलाकर इन पशु अंगों व सिर को हटाया। पार्षद मोहन गुर्जर ने अंबामाता थाने में अज्ञात असमाजिक तत्व के खिलाफ मवेशियों के सिर व अवशेष को सार्वजनिक जगह पर डालने, साम्प्रदायिक सौहार्द खराब करने की रिपोर्ट दी, जिस पर मामला दर्ज कर जांच शुरू की गई।

उदयपुर. गोवर्धनविलास थाना पुलिस के बारापाल स्थित पेट्रोल पम्प पर मारपीट व लूटपाट के मामले में 6 आरोपियों को गिरफ्तार किया, वहीं एक बाल अपचारी डिटेन किया है।
पुलिस ने बताया कि 19 जुलाई को करणपुर निवासी जगदीश पुत्र शंकर ने रिपोर्ट दी थी। बताया था कि बारापाल स्थित पेट्रोल पंप पर काम के दौरान तीनों युवक कार से आए। मामूली बात पर बहसबाजी हो गई। तीनों ने दस-बारह लोग बुलाए। लात-घूसों व लट्ठ से मारपीट की। पुलिस को सूचना दी। पेट्रोल पंप पर भारी तोडफ़ोड़ की। सीसीटीवी कैमरे भी तोड़ दिए।

थानाधिकारी बद्री लाल ने बताया कि काया फला आमली घाटी निवासी कल्याणसिंह पुत्र राजसिंह, अमरसिंह पुत्र राजसिंह, सोनू पुत्र भेरूलाल, नानीगली जगदीश चौक उदयपुर निवासी गजेन्द्र पुत्र विजयसिंह, बारापाल फलावाडी निवासी नाथू पुत्र नारायण, निवासी गोतम पुत्र नारायण को गिरफ्तार किया। गौरतलब है कि मामूली बात को लेकर पम्प कार्मिक और युवकों के बीच कहासुनी हुई थी। युवकों ने आवेश में आकर अन्य साथियों को बुलाकर हंगामा कर दिया। बात इतनी बढ़ी की तोडफोड हो गइ।

उदयपुर. झाड़ोल उपखण्ड मुख्यालय पर संचालित अंागनवाड़ी पाठशाला प्रथम मेला ग्राउण्ड की हालात दिनों दिन इतनी खराब हो रही है कि इसमें आने वाले छोटे बच्चों की जिंदगी से खिलवाड़ हो रहा है। १३ वर्ष पूर्व बने केंद्र के कमरे जर्जर हो चुके हंै एवं बरसात में पानी कमरों में टपकता है।
उपखण्ड मुख्यालय पर मेला ग्राउण्ड स्थित आंगनवाडी पाठशाला प्रथम की हालात इतनी जर्जर हो गई है कि कमरे में बैठना भी खतरे से खाली नहीं है। आंगनवाडी बने करीब १३ वर्ष हो गये हैं लेकिन दो बार मामूली रिपेरिंग करवाई गई है, उसके बाद आज दिन तक कोई कार्य नहीं कराया गया। जिससे आंगनवाड़ी पाठशाला की हालात इतनी बदतर है कि बरसात का पानी सीधा कमरों में टपक रहा है, बरसात के कारण आंगनवाड़ी पाठशाला के आवश्यक पडे कागजात भी गिले हो जाते हैं।
कईबार प्रशासन को इसकी शिकायत लेकिन कोई हल नहीं : उपखण्ड मुख्याल के आंगनवाड़ी पाठशाला प्रथम पर कार्यकर्ता विमला पडिहार द्वारा बाल विकास परियोजना अधिकारी , ग्राम पंचायत झाडोल को कई बार शिकायत की, आंगनवाडी की हालात बहुत क्षतिग्रस्त है एवं लगातार कमरे में पानी टपक रहा है जिससे बैठने में परेशानी हो रही है। जगह जगह छतों पर दरारें आ गई हैं लेकिन प्रशासन द्वारा कोई हल नहीं निकाला गया है।

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