>>: Digest for July 24, 2021

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Table of Contents

राजमहल. मानसून सत्र का एक माह पूरा होने के बाद भी बीसलपुर बांध के जलभराव सहित कैचमेंट एरिया में मानसून की मेहरबानी नहीं होने से बांध का गेज वाष्पीकरण व जलापूर्ति को लेकर लगातार गिरता जा रहा है। दिनोंदिन सूखते बांध के पानी से जलभराव में डूबे करीबी गांव-कस्बों के मंदिर, मस्जिद, कच्चे व पक्के मकान आदि आशियानों की छत्तों के साथ ही गुम्बज नजर आने लगे है।

बीसलपुर बांध का गेज जलापूर्ति व वाष्पीकरण के कारण कभी एक सेमी प्रतिदिन तो कभी दो सेमी प्रतिदिन की रफ्तार से गिरने लगा है। बांध परियोजना के सहायक अभियंता प्रतीक चौधरी ने बताया कि बांध का गेज मंगलवार सुबह 6 बजे तक 309.43 आर एल मीटर दर्ज किया गया था, जिसमें 9.23 टीएमसी पानी का कुल भराव था, जो बुधवार सुबह तक दो सेमी घटकर 309.41 आरएल मीटर रह गया है, जिसमें कुल जलभराव 9.191 टीएमसी बचा हुआ है।

बांध के कन्ट्रोल रूम के अनुसार अभी बांध में भरा पानी कुल जलभराव का लगभग 23 प्रतिशत पानी शेष रह गया है। गौरतलब है कि बांध का कुल जलभराव 315.50 आर एल मीटर है, जिसमें कुल 38.703 टीएमसी पानी का जलभराव होता है।

नदियों की दार में सिमटा पानी
मानसून कमजोर रहने के चलते बीसलपुर बांध का जलभराव अब बांध के करीबी क्षेत्र में ही फैलाव रह चुका है। वहीं खारी नदी की जलधारा लगभग सूख चुकी है। अब पानी बनास की मुख्यधारा व कुछ दूरी पर डाई नदी की मुख्यधारा में ही पानी शेष बचा हुआ है। बांध के कैचमेंट एरिया व जलभराव में मानसून की मेहरबानी भी होती है तो पहले पानी सूखी पड़ी नदियों की धार में जाएगा उसके बाद बांध के हलक तक पहुंचेगा।

टोंक. जयपुर-कोटा राजमार्ग के किनारे स्थित स्वर्ण दुर्गा मन्दिर में मंगलवार रात को दानपेटी को दो स्थानों से तोडकऱ अज्ञात चोर राशि चुरा कर ले गए। सूचना पर सदर पुलिस ने मौके पर पहुंच घटना स्थल का निरीक्षण कर पुजारी से पूछताछ जांच शुरू कर दी है।

मन्दिर पुजारी व व्यवस्थापक राजाराम गौत्तम ने बताया कि सदर थाना क्षेत्र के स्वर्ण दुर्गा मन्दिर में चोरों ने मन्दिर के मुख्य दरवाजे के चैनल गेट में सरियों की मदद से अन्दर की तरफ लगे दो तालों को तोडकऱ मन्दिर में प्रवेश किया। वहां पर रखी दानपेटी को साइड में से तोड़ कर उसमें रखी राशि चुराकर ले गए।

पुजारी ने बताया कि तीन-चार माह से मन्दिर में आने वाले श्रद्धालुओं द्वारा चढ़ाया गया दान इसी दानपात्र में डाला जाता है, जिसमें बीस हजार के करीब राशि होने का अन्देशा है। सूचना पर सदर थानाधिकारी दशरथ सिंह बृजराज सहित सदर थाना पुलिस ने घटना स्थल व मन्दिर परिसर में दानपात्र सहित मन्दिर प्रागंण में चोरों के प्रवेश की जानकारी पुजारी से ली। पुलिस ने मौके से फिंगर प्रिंट लेकर अज्ञात लोगों के खिलाफ चोरी का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

दुपहिया वाहनों के बनाए चालान

देवली. शहर में पुलिस ने एमवी एक्ट में करीब एक दर्जन दुपहिया वाहनों पर कार्रवाई की है, जिनसे एक हजार का जुर्माना वसूला गया है।थाना प्रभारी राजेन्द्र खण्डेलवाल ने बताया कि बुधवार को दस दुपहिया वाहनों के चालान काटे गए है, जिस से एक हजार की जुर्माना राशि वसूल की गई।

राजमहल. बीसलपुर आरक्षित व सुरक्षित वन क्षेत्र में पिछले कुछ दिनों से वनविभाग की अनदेखी के चलते खननकर्ताओंं ने अलग-अलग मार्ग बनाकर पत्थरों का खनन कर परिवहन कर रहे है। वन क्षेत्र के होते चीरहरण को लेकर विभाग की ओर से एक मार्ग को जेसीबी से बंद कर दिया तो कुछ ही दिनों में दो अलग अन्य मार्ग निकालकर खनन को अंजाम दिया जा रहा है, जिससे वन सम्पदा नष्ट होने के साथ ही पहाडिय़ां छलनी हो रही है।


उल्लेखनीय है कि माताजी रावता गांव से बीसलपुर बांध तक वन क्षेत्र मेें बनी सडक़ किनारे खननकर्ताओं की ओर से पेड़ों की कटाई कर ट्रैक्टर ट्रॉलियां निकालने के लिए मार्ग बना दिए है। जहां से एक मार्ग वन क्षेत्र की रेड़ नामक दर्रा से पहाड़ी की ओर तो दूसरा मार्ग बनास नदी की ओर बनाकर वन क्षेत्र का चीरहरण किया जा रहा है।

ऊपरी मार्ग से माफिया पत्थरों का खनन व परिवहन कर रहे तो दूसरे मार्ग से बनास नदी से बजरी भरकर गुजर रहे है। गौरतलब है कि जिले में एकलौते बीसलपुर वन क्षेत्र को बचाने के लिए सरकार की ओर से बीसलपुर वन को आरक्षित व सुरक्षित वन क्षेत्र घोषित किया जा रखा है।

जहां किसी भी प्रकार का खनन अवैध है। बीसलपुर वन क्षेत्र को पर्यटन के लिए बढ़ावा देने को लेकर कन्जर्वेशन रिजर्व समिति का गठन भी वर्षों पूर्व किया जा चुका है। इधर, विभाग की अनदेखी के चलते वन क्षेत्र में खननकर्ता पैर पसार रहे है।

उच्चाधिकारियों से लिखित में की शिकायत

अवैध खनन और हरे वृक्षों की कटाई की शिकायत ग्रामीणों ने 31 मई, 11 और 16 जून 2021 को प्रधान मुख्य वन संरक्षक जयपुर, मुख्य वन संरक्षक अजमेर, उप वन संरक्षक टोंक एवं क्षेत्रीय वन प्रसार अधिकारी निवाई को दूरभाष, वॉट्सऐप, ईमेल और डाक के जरिए लिखित में की गई थी।

अगर ऐसा है तो जल्द ही मौका स्थिति देखकर वन क्षेत्र में बनाए गए मार्ग बंद करवाकर कार्रवाई की जाएगी।
राकेश चौधरी, कार्यवाहक वन पाल वन नाका राजमहल।

राजमहल. बीसलपुर बांध स्थल पर करोड़ों की लागत पर होने वाले बांध के जीर्णोद्धार का कार्य इन दिनों शुरू होने से सुरक्षा के साथ ही हादसों में कमी की आस जगने लगी है। बांध के गेट संख्या एक पर स्थित टोडारायसिंह सडक़ मार्ग पर हर वर्ष बारिश के दौरान उमड़ती भीड़ को लेकर वाहनों की कतारों से लगने वाले जाम से भी पर्यटकों को जल्द राहत मिलने की उम्मीद बनी है।

वहीं बीसलपुर बांध के पवित्र दह किनारे गोकर्णेश्वर महादेव मंदिर के सामने व बायीं मुख्य नहर के हैड रेग्यूलेटर के सामने बनने वाली दोनों को मिलाकर 500 मीटर लम्बी सुरक्षा दीवार व बीसलदेव मंदिर के करीब टोडारायङ्क्षसह सडक़ मार्ग के किनारे पर दीवार निर्माण के साथ ही अन्य कई विकास कार्यों को लेकर नाबार्ड योजना के तहत मिली लगभग 30 करोड़ की स्वीकृति से जीर्णोद्धार कार्य शुरू हो चुका है।

इसी को लेकर इन दिनों सम्बन्धित संवेदक की ओर से बीसलदेव मंदिर के करीब बांध की मुख्य दिवार के निकट सुरक्षा दिवार का निर्माण कार्य भी शुरू करवा दिया गया है, जिससे पर्यटकों को टोडारायसिंह सडक़ मार्ग पर लगते जाम से जल्द ही निजात मिलने की आस जगने लगी है।

पवित्र दह किनारे होते हादसों से काफी हद तक राहत मिलने के साथ ही बांध के गेटों से बनास में होती पानी की निकासी के दौरान खम्भों पर बनी बायीं मुख्य नहर को पानी के कटाव से टूटने की आशंका भी समाप्त होगी। गौरतलब है कि पवित्र दह किनारे सुरक्षा दीवार नहीं होने के कारण यहां हर वर्ष बारिश के दौरान नहाने का लुत्फ उठाते पर्यटक गहरे पानी में चले जाने से हादसे का शिकार हो जाते है।

सुरक्षा दीवार बनने से दह के गहरे वाले हिस्से में अवरोध हो जाने से हादसे में काफी राहत मिलेगी। इसी प्रकार गेटों से बनास में होती पानी की निकासी के चलते जयपुर व अजेमर इंटेक पम्प हाउस की ओर पानी का कटाव होने के साथ ही सडक़ मार्ग अवरूद्ध हो जाता था, जिससे अब राहत मिलेगी। इसी प्रकार जीर्णोद्धार के दौरान बांध की मुख्य दीवार पर रंग रोगन व दीवारों पर लगी लोहे की एंगले जो जंग खाकर खराब हो चुकी थी, उन्हें बदलकर नई लगाई जाएगी। पानी की निकासी के दौरान कर्मचारियों को हादसों से राहत मिलेगी।

निवाई. सहायक वनपाल रामनारायण मीणा व वनरक्षक कमलेश कुमार मीणा की अवैध खनन में संलिप्तता होने तथा अधिकारी के आदेश की अवेहलना करने पर क्षेत्रीय वन प्रसार अधिकारी ने दोनों कर्मचारियों के विरुद्ध अनुशानात्मक कार्यवाही करने के लिए उप वन संरक्षक टोंक को लिखित पत्र भेजा है।

रेंजर ने उप वन संरक्षक को लिखे पत्र से अवगत कराया कि निवाई रेंज कार्यालय में कार्यरत कार्मिक सहायक वनपाल सिरस रामनारायण मीणा को बार-बार लिखित में निर्देश देने के बाद भी अवैध खनन की रोकथाम नहीं की जा रही है। और ना ही उनकी ओर से जारी आदेशों की पालना की जाती है।


इसी प्रकार वन रक्षक व बीट प्रभारी कमलेश कुमार मीणा काबरी, बोरंगी, राहोली द्वारा भी बार बार लिखित में आदेश देने के बावजूद आदेशों की पालना नहीं की जा रही है। सूत्रों के अनुसार वर्तमान में नोहटा एवं मण्डालिया वन क्षेत्र में अवैध खनन कार्य परवान पर है ,जिससे वनकर्मियों की खननकर्ताओं से मिलीभगत के चर्चे आम हो गए है।

अवैध खननकर्ताओं व वन कार्मिकों की मिलीभगत के पांच ऑडियो वायरल हो गए है। वायरल ऑडियो को लेकर क्षेत्रीय वन प्रसार अधिकारी दिनेश दोतानिया ने बताया कि ऑडियो में स्पष्ट सुनाई दे रहा है कि अवैध खननकर्ताओं से सिरस नाका प्रभारी व सहायक वनपाल रामनारायण मीणा व मण्डालिया क्षेत्र के वन रक्षक राजाराम मीणा अवैध खननकर्ताओं से शराब मंगवाने व फोन पे पर रुपयों की मांग कर रहे है।

रेंजर दोतानिया ने बताया कि ऑडियो उनके पास आते ही तत्काल प्रभाव से दोनों वन कर्मियों को अवैध खनन को प्रभावी तरीके से रोकने के लिए लिखित निर्देश दिए। साथ ही दोनों की वायरल हो रही ऑडियो को तुंरत उपवन संरक्षक श्रवणकुमार रेड्डी को भेज दी। अवैध खनन में खननकर्ताओं से मिलीभगत की ऑडियो वायरल होने पर उपवन संरक्षक ही कार्रवाई करेंगे।

सीएम को भेजा था ज्ञापन
उपखंड क्षेत्र के कई गांवों लगातार हो रहे अवैध खनन व हरे वृक्षों की अंधाधुंध कटाई को बंद करवाने तथा खननकर्ताओं से मिलीभगत में लिप्त वन कार्मिकों के विरुद्ध कठोर कार्यवाही करने की मांग को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ग्रामीणों ने ज्ञापन भेजा था।

अवैध खनन को लेकर सहायक वनपाल रामनारायण मीणा व वन रक्षक रामराज मीणा की वायरल ऑडियो मेरी पास भी आई जिसे सुनकर दोनों बुलवाकर फटकार लगाई और लिखित में तत्काल अवैध खनन बंद करने के निर्देश दिए। साथ ही उप वन संरक्षक को ऑडियो भेंज दिया है।
दिनेश दोतानिया, क्षेत्रीय वनप्रसार अधिकारी

अवैध खनन को रोकने के लिए पूरे प्रयास किए जाते है और तीन माह में दस ट्रैक्टरों को जब्त कर कार्यवाही की गई है।
रामनारायण मीणा, सहायक वनपाल
फिलहाल ऐसा कोई पत्र नहीं मिला है। विभाग की गोपनीय शाखा में आया तो जानकारी नहीं है।
श्रवण रेड्डी, श्रवण रेड्डी, उप संरक्षक, टोंक

निवाई. पुलिस थाना सदर में बिना पोस्टमार्टम करवाए सबूत नष्ट करने की नीयत से एक महिला के शव का अंतिम संस्कार को लेकर मृतका के भाई ने ससुराल वालों के विरुद्ध मामला दर्ज करवाया है। थानाधिकारी नरेंद्रसिंह राजावत ने बताया कि गांव डांगरथल निवासी कृष्णमुरारी माली ने मामला दर्ज करवाया है कि उसकी सुनीता का विवाह गांव गुन्सी निवासी कन्हैयालाल पुत्र बाबूलाल सैनी से करीब 12 वर्ष पूर्व हुआ था।

शादी के तीन चार बाद ससुराल वाले उससे आए दिन मारपीट करते थे। ससुराल वालों द्वारा अधिक परेशान करने पर ससुराल से उसकी को पीहर ले गए थे। कुछ दिनों बाद समाज के लोगों द्वारा दोनों परिवारों को समझाकर उसकी को वापस ससुराल भिजवा दिया गया। उन्होंने बताया कि उसकी बहन के तीन बच्चे हैं। 16 जुलाई को सूचना मिली कि उसकी सुनिता से ससुराल वाले मारपीट कर रहे हैं।

इस पर वह अपने मामा हनुमान, श्योजी, सुवालाल व विकास, मनीष, सियाराम, दयाराम व वेदप्रकाश को साथ लेकर गांव गुन्सी बहन के ससुराल पहुंचे। तो वहां जानकारी मिली कि सभी लोग श्मशान घाट गए हैं। श्मशान घाट पहुंचे और देखा तो चिता को जलाने ही वाले थे। पीहर पक्ष के लोगों ने उन्हें रोका और पुलिस चौकी गुन्सी पहुंचे जहां पुलिसकर्मी नहीं मिलने पर वापस श्मशान घाट आ गए। इसी दौरान ससुराल पक्ष वालों ने दाह संस्कार कर दिया।


विवाहिता के भाई कृष्ण मुरारी ने पति कन्हैयालाल, जवाहरलाल, चाची सास मोगर देवी, गुडडी देवी,पिन्नू मीनाक्षी, बाबूलाल के विरुद्ध बिना पोस्टमार्टम करवाए सबूत मिटाने की नियत से दाह संस्कार कर देने का मामला दर्ज करवाया है।

टोंक. कोरोना व अन्य रोग से पीडि़त होने पर ऑक्सीजन की आवश्यता होने पर चिकित्सक से परामर्श के बाद मरीज को घर पर ही चिकित्सा विभाग की ओर से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपल्ब्ध कराए जाएंगे।
इस सुविधा के लिए मरीज के परिजन द्वारा ऑक्सीजन कंसंट्रेटर की मांग सीएम हेल्पलाइन नंबर 181 पर अथवा जिला ड्रग वेयर हाउस, डीडीसी पर ऑफलाइन चिकित्सीय परामर्श की पर्ची तथा आधार कार्ड, अन्य फोटोयुक्त पहचान पत्र की प्रति के साथ की जा सकती है।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ अशोक यादव ने बताया कि कोविड संक्रमण के प्रसार को रोकने, संक्रमण की श्रंृखला को तोडऩे, कोविड-19 के कारण होने वाली जनहानि को न्यूनतम किए जाने तथा तीसरी आशंकित लहर को रोकने, सीमित करने तथा घर पर ही कोविड-19, सिलकोसिस एवं अन्य रोगों के मरीजों को उनकी मेडिकल स्थिति के अनुसार मेडिकल ऑक्सीजन उपलब्ध कराने के लिए जिले में ऑक्सीजन बैंक स्थापित किया जाएगा। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ऑक्सीजन बैंक के प्रभारी होंगे। इन ऑक्सीजन बैंक की मदद से मरीज का घर पर ही उपचार किया जा सकेगा।


यादव ने बताया कि निर्धारित अमानत राशि 5000 (रिफंडेबल), जिला स्वास्थ्य समिति के खाते में जमा करवाए जाने पर ऑक्सीजन बैंक से ऑक्सीजन कंसंट्रेटर उपलब्ध करवाया जा सकेगा। उन्होने बताया कि मरीज को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए जाने से पूर्व बारकोड लगाया जाएगा एवं जमा कराए जाने से पूर्व बारकोड की जांच की जाएगी।

मरीज के परिजन को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर दिए जाने से पूर्व ड्रग वेयर हाउस के प्रभारी, कार्मिक द्वारा मरीज के परिजन को ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को उपयोग में लिए जाने की संपूर्ण प्रक्रिया एवं आवश्यक सावधानियों से अवगत कराया जाएगा तथा यूजर मैनुअल भी उपलब्ध करवाया जाएगा। डिप्टी सीएमएचओ डॉ. महबूब खान ने बताया कि इसके लिए विभाग की ओर से आवश्यक तैयारी की जा रही है।

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