>>: Digest for July 31, 2021

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Table of Contents

पोकरण. क्षेत्र में गत दो दिनों से बदले मौसम से लोगों को गर्मी व उमस से राहत मिली है। हालांकि आसमान में छाए काले घटाटोप बादलों से बारिश की आस लगाए बैठे लोग मायूस हो रहे है, लेकिन रिमझिम फुहारों व तेज हवाओं से मौसम सुहावना बना हुआ है। गुरुवार को दिन चढऩे के साथ आसमान में घने बादल छाए हुए थे तथा तेज हवाएं चल रही थी। 11 बजे से दोपहर एक बजे तक रुक-रुककर कई बार रिमझिम फुहारों की झड़ी लगी। जिससे मौसम ठंडा व खुशगवार हो गया। देर शाम तक भी आसमान में बादल छाए हुए थे और तेज हवाएं चल रही थी, लेकिन अच्छी बारिश नहीं होने से लोग निराश नजर आए।

किया पौधरोपण
लाठी. क्षेत्र के खेतोलाई गांव में स्थित राजकीय पशु चिकित्सालय में गुरुवार को पौधरोपण कर पर्यावरण संरक्षण का संकल्प लिया गया। भादरिया पशु अस्पताल के डॉ.नरेन्द्रसिंह शेखावत व खेतोलाई के शेरसिंह मीणा ने ग्रामीणों की उपस्थिति में अस्पताल परिसर में पौधरोपण किया। उनकी ओर से गिलोय, पीपल, नीम, शीशम आदि के एक दर्जन पौधे लगाए गए। इस मौके पर जोराराम, बबलू, उमेश, अजय, गेरादेवी सहित ग्रामीण उपस्थित रहे।

पोकरण. क्षेत्र के छायण गांव में कृषि विज्ञान केन्द्र की ओर से गुरुवार को कृषि कार्यों में उन्नत यंत्र व तकनीकों के उपयोग विषय पर किसानों को प्रशिक्षण दिया गया। गृह वैज्ञानिक डॉ.चारू शर्मा ने किसानों को फसलों में निराई गुड़ाई की आवश्यकता के साथ इसे उन्नत तकनीकों का उपयोग करते हुए हटाने के बारे जानकारी दी। उन्होंने बताया कि किसी भी फसल की उत्पादन क्षमता बढ़ाने के लिए फसल को बोने के बाद निराई गुड़ाई करना अत्यंत आवश्यक होता है। समय रहते खरपतवार नहीं हटाने पर फसल की उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता में कमी आ जाती है। कृषि में यंत्रीकरण को जोड़कर क्षेत्र के किसान श्रम, बल और धन की बर्बादी के साथ रसायनों से भूमि को खराब होने से रोक सकते है। पशुपालन वैज्ञानिक डॉ.रामनिवास ने बताया कि ज्यादातर किसान निराई गुड़ाई करने में अधिक परिश्रम लगने के कारण खेतों में रसायनों का प्रयोग सबसे अधिक करते है, लेकिन समय, श्रम और धन के अत्यधिक खर्च के साथ फसल व भूमि के लिए हानिकारक होता है। कृषि प्रसार वैज्ञानिक सुनील शर्मा ने कृषि में उन्नत तकनीकों और तरीकों से जुडऩे की आवश्यकता बताई। मृदा वैज्ञानिक डॉ.बबलू शर्मा ने भूमि पर रसायनों के अत्यधिक उपयोग से होने वाले दुष्प्रभावों की जानकारी दी। इस मौके पर नाथूसिंह, रावलसिंह, हुकमसिंह सहित किसान उपस्थित रहे।

पोकरण. भारतीय जनता पार्टी की ओर से मंडल स्तर पर किए जा रहे आंदोलन के अंतर्गत गुरुवार को पोकरण व नोख में जुलूस निकालकर विरोध प्रदर्शन किया गया। गौरतलब हैै कि भाजपा की ओर से जिलेभर में मंडल स्तर पर आंदोलन कर राज्य में नीत कांग्रेस सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन किया जा रहा है। इसी के अंतर्गत गुरुवार को भाजपा नगर मंडल व सांकड़ा मंडल के कार्यकर्ताओं की ओर से कस्बे में विरोध प्रदर्शन किया गया। कस्बे के गांधी चौक में गुरुवार को सुबह बड़ी संख्या में कार्यकर्ता एकत्रित हुए। यहां आंदोलन के मंडल प्रभारी व जिला मंत्री मदनसिंह राजमथाई, नगर मंडल अध्यक्ष मुकेश शर्मा, सांकड़ा मंडल अध्यक्ष रामसिंह सनावड़ा के नेतृत्व में भाजपा प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य महंत प्रतापपुरी महाराज, नगरपालिका अध्यक्ष मनीष पुरोहित, पंचायत समिति सांकड़ा के प्रधान भगवतसिंह तंवर, शैतानसिंह राठौड़, जुगलकिशोर व्यास, भाजपा ओबीसी मोर्चा के जिलाध्यक्ष खीमाराम सुथार, आईदानसिंह, प्रेम ओड सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए जुलूस के रूप में रवाना हुए तथा फोर्ट रोड, सुभाष चौक, स्टेशन रोड, जयनारायण व्यास सर्किल होते हुए उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे।
हर मोर्चे पर विफल है राज्य सरकार
उपखंड अधिकारी कार्यालय के बाहर आयोजित सभा को संबोधित करते हुए महंत प्रतापपुरी महाराज, शैतानसिंह, मंडल प्रभारी मदनसिंह, जुगलकिशोर, आईदानसिंह ने संबोधित करते हुए कहा कि गत ढाई वर्षों में राज्य सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। प्रदेश सरकार पानी, बिजली जैसी मूलभूत सेवाओं का भी सुचारु संचालन नहीं कर पा रही है। पोकरण क्षेत्र में बिजली व्यवस्था पूरी तरह से लडख़ड़ाई हुई है। समय पर शुद्ध पानी की आपूर्ति नहीं हो रही है। भूमिहीनों को भूमि आवंटन को लेकर कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। रिण क्षेत्र में मिट्टी खुदाई कर गड्ढ़े किए जा रहे है। उन्होंने बताया कि समस्याओं का अंबार लगा हुआ है, लेकिन सरकार व जनप्रतिनिधि कोई ध्यान नहीं दे रहे है। जिससे आमजन में रोष व्याप्त है।
राज्यपाल के नाम दिया ज्ञापन
जुलूस के रूप में कार्यकर्ता नारेबाजी करते हुए उपखंड अधिकारी कार्यालय पहुंचे। यहां उन्होंने उपखंड अधिकारी राजेश विश्रोई को राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सुपुर्द कर क्षेत्र में बिजली व्यवस्था सुचारु करने, बढ़ाई गई बिजली दरों को कम कर राहत दिलाने, कस्बे व ग्रामीण क्षेत्रों में शुद्ध पानी की आपूर्ति करने, उपनिवेशन क्षेत्र में कंपनियों को प्रस्तावित भूमि आवंटन को रोकने व भूमिहीनों को जमीन दिलाने, विधायक मद से 10 लाख रुपए की राशि से शिवपुरा में अवैध रूप से हो रही चारदीवारी के कार्य को रुकवाने, रिण क्षेत्र में हो रही मिट्टी की खुदाई के कार्य को बंद करवाने, कोरोना से हुई मौत के बाद आश्रितों को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की।

जैसलमेर. राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 150 वीं जयंती वर्ष एवं आजादी के 75 वीं वर्षगांठ पर जिला प्रशासन, पंचायत समिति जैसलमेर व महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के संयुक्त तत्वाधान में गुरुवार को जैसलमेर समिति का बा.बापू पौधरोपण कार्यक्रम ग्राम पंचायत बड़ाबाग में आयोजित हुआ। एक दिन में इस अभियान में विभिन्न प्रजाति के 1107 पौधों का पौधारोपण किया गया। जिला कलक्टर आशीष मोदी, पुलिस अधीक्षक डॉ. अजयसिंह, उप जिला प्रमुख डॉ. बीके बारूपाल, पंचायत समिति जैसलमेर की प्रधान रसाल कंवर ने पौधरोपण कर इस अमृत महोत्सव की शुरूआत की। इस मौके पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण, युआईटी सचिव अनुराग भार्गव, पंचायत समिति सम के प्रधान तनेसिंह सोढ़ा,जिला परिषद सदस्य अंजना मेघवाल, जिला परिषद सदस्य हरीश धनदे, उप प्रधान हेमसिंह, महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति जैसलमेर के सह संयोजक रूपचंद सोनी, ब्लॉक के सह संयोजक दिलीपसिंहए ग्राम पंचायत बड़ाबाग की सरपंच जशोदा देवी, अमरसागर सरपंच पूनम कंवर, पंचायत समिति सदस्य मोनिका परिहार, उपखण्ड अधिकारी रमेश सिरवीं, सहायक निदेशक लोक सेवाएं अशोक कुमार, उप वन संरक्षक जीण्केण् वर्माए उपनिदेशक महिला एवं बाल विकास सुभाष विश्नोईए अशोक कुमार गोयल, पूर्व सरपंच एवं समाजसेवी देवकाराम माली, समाजसेवी मेघराज माली, विकास अधिकारी हीराराम कलबी, ग्राम विकास अधिकारी सुनील कुमार ने भी सहभागिता की।
हर व्यक्ति लगाए एक.एक पौधा, जैसलमेर को बनाएं हरा-भरा
जिला कलक्टर मोदी ने जन समुदाय को सम्बोधित करते हुए कहा कि ग्रामीणों को यह संकल्प लेना हैं कि वे एक.एक पौधा अवश्य ही लगाऐगें वहीं जो पौधे लगाए गए हैं, उनकी पूरी देखभाल कर उसकों वृक्ष का रूप प्रदान करेंगे।
उप जिला प्रमुख डॉ. बीके बारूपाल ने कहा कि जैसलमेर जैसे मरूस्थलीय जिले में वृक्षों का बहुत अधिक महत्व है। जिला परिषद सदस्य अंजना मेघवाल ने कहा कि बड़ाबाग में जब यह वाटिका विकसित होगी तो अपने आप में एक मिशाल कायम करेगी। मुख्य कार्यकारी अधिकारी नारायणसिंह चारण ने अतिथियों का स्वागत किया। इस मौके पर महात्मा गांधी जीवन दर्शन समिति के सह संयोजक रूपचंद सोनी ने भी विचार रखे। संचालन वरिष्ठ शिक्षक नटवर जोशी ने किया।

जैसलमेर. जिला ओलम्पिक संघ की ओर से जिला कबड्डी संघ और जिला फुटबॉल संघ के तत्वाधान में धनसिंह चारण स्मृति तृतीय खेल दिवस का आयोजन शहीद पूनम स्टेडियम में जिला कलेक्टर आशीष मोदी के मुख्य आतिथ्य, सभापति हरिवल्ल्भ कल्ला की अध्यक्षता, जिला खेल अधिकारी गोविन्दसिंह परिहार , जिला ओलम्पिक संघ के लक्ष्मण सिंह तंवर, पार्षद देवी सिंह चौहान, स्क्वायडेर लीडर आशीष के विशिष्ट आतिथ्य में आयोजित किया गया। खेल दिवस पर जिला फुटबॉल संघ और एयरफोर्स के मध्य और कबड्डी में फुलिया वारियर्स और शहीद राजेंद्र सिंह भाटी क्लब मोहनगढ़ के मध्य मैच खेले गए, जिसमे व फुटबॉल में एयरफोर्स और कबड्डी में फुलिया वारियर्स विजेता रही। विजेता और उप विजेता टीमों को ट्रॉफी एप्रमाण पत्र और मेडल देकर अतिथियों ने सम्मानित किया। जिला कलेक्टर आशीष मोदी ने कहा कि दूरस्थ और दुर्गम स्थानों में खेल प्रतिभाओं को तरासने और उन्हें अंतराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाने में जैसलमेर जिला अपने आपमे एक उदाहरण है। उन्होंने कहा कि छोटे और दूरस्थ शहरों से खेल प्रतिभाएं सामने आना अविस्मरणीय है। सभापति नगर परिषद हरिवल्ल्भ कल्ला ने कहा कि खेल संघों में नई प्रतिभाए सामने आने के बाद जिले में खेल गतिविधियां बढ़ी हैं। इस अवसर पर जिला खेल अधिकारी गोविन्दसिंह परिहार ने जिला ओलम्पिक संघ और कबड्डी संघ की ओर से नियमित खेल गतिविधियां संचालित कर खिलाडियों को अवसर प्रदान करने पर उनका स्वागत किया। सेवानिवृत खेल अधिकारी लक्ष्मण सिंह तंवर ने पूनम स्टेडियम को खेल हब बनाने और ग्रीन ग्रास कोर्ट विकसित करने की योजना प्रस्तुत करते हुए खिलाडियों को सुविधाएं उपलब्ध करने की बात रखी। जिला कबड्डी संघ सचिव चंदनसिंह भाटी ने कहा कि पूनम स्टेडियम में प्रतिदिन सात खिलाड़ी खेलते हैं।

जैसलमेर. जिला कलक्टर आशीष मोदी ने इन्दिरा रसोई योजना में जरूरतमंद भोजन का लाभ ले, इसके लिए नगरीय निकाय के अधिकारियों को कहा है कि वे आगामी 15 दिवस तक जैसलमेर एवं पोकरण शहर में विशेष अभियान चलाकर भोजन करने के जरूरतमंद लोगों को चिन्ह्ति कर उन्हें प्रेरित करके इन्दिरा रसोई स्थल तक लाकर भोजन कराने की व्यवस्था करें। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री महोदय की मंशा के अनुरूप कोई भी व्यक्ति भूखा नहीं सोएं इसके लिए इन्दिरा रसोई योजना बहुत ही उपयोगी हैं एवं उनमें मात्र 8 रुपये में भरपेट भोजन की व्यवस्था हैं। जिला कलक्टर मोदी ने गुरुवार को जिला कलक्ट्री सभाकक्ष में आयोजित इन्दिरा रसोई योजना की प्रगति समीक्षा बैठक के दौरान यह निर्देश दिए। बैठक में आयुक्त नगर परिषद शशिकांत शर्मा, अधिशासी अधिकारी नगर पालिका पोकरण् तनूजा सोलंकी भी उपस्थित थी। जिला कलक्टर ने नगरीय निकाय के अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे गरीब एवं विमंदित लोगों के पास जाकर उनकों इन्दिरा रसोई के पौष्टिक एवं गुणवत्तापूर्ण भोजन कराने के लिए प्रेरित करेंगे। उन्होंने कहा कि इसके लिए जहां.जहां इन्दिरा रसोई संचालित हैं, उसके बारे में जगह-जगह पोस्टर लगाकर इसका प्रचार-प्रसार करे, ताकि इस योजना का लाभ जरूरतमंद व्यक्ति ले एवं भरपेट भोजन करें। उन्होंने इस कार्य के प्रति विशेष रूचि दिखाने के निर्देश दिए। उन्होंने इस कार्य के लिए स्वयं सेवकों का भी अभियान के दौरान सहयोग लेने पर जोर दिया ताकि वे भी अधिक से अधिक जरूरतमंद लोगों को इन्दिरा रसोई में भोजन कराने में सहयोग प्रदान करे।
आयुक्त नगर परिषद जैसलमेर शशिकांत शर्मा एवं अधिशासी अधिकारी नगरपालिका पोकरण में 20 अगस्त से 28 जुलाई 2021 तक नगरीय क्षेत्र में संचालित इन्दिरा रसोई के माध्यम से भरपेट भोजन से लाभान्वित हुए लोगों के बारें मे विस्तार से जानकारी दी एवं प्रगति से अवगत करवाया।

जैसलमेर. कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019, प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना, राजीव गांधी कृषक साथी योजना के बारे में विस्तृत जानकारी देने के लिए ग्राम सांगड और मूलाना में प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसके तहत प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना के तहत उद्योगों के विस्तारीकरण या कैर सांगरी के प्रस्संकरण के लिए नए उद्योग लगाने पर 35 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। अधिकतम 10 लाख रुपए तक योजना का लाभ लिया जा सकेगा। यह इकाई शहरी व ग्रामीण क्षेत्र कहीं भी लगाई जा सकती है। इसके अतिरिक्त अगर कोई व्यक्ति पूर्व में चल रहें प्लांट को भी मॉडिफाइड करना चाहता है तो वह योजना का लाभ ले सकेगा। मंडी सचिव राकेश सिंगारिया ने बताया कि कृषि व्यवसाय एवं कृषि निर्यात प्रोत्साहन नीति 2019 के अन्तर्गत कृषि प्रसंस्करण उद्योगों एवं आधारभूत संरचनाओं के विकास के लिए कृषक एवं उनके संगठनों को परियोजना लागत का 50 प्रतिशत व उद्यमी वर्ग को 25 प्रतिशत का अनुदान देय है। इसके अतिरिक्त इस योजना में परिवहन, ब्याज, विद्युत प्रभार, सौर ऊर्जा एवं मंडी शुल्क आदि में भी विभिन्न अनुदान देय है। मण्डी सचिव ने राजीव गांधी कृषक साथी योजना के बारे में विस्तृत जानकरी देते बताया कि किसानों एवं खेतीहार मजदूरों की ओर से कृषि कार्य करते समय अथवा विपणन के लिए मण्डी आते अथवा जाते समय होने वाली दुर्घटना में अंग-भंग अथवा मृत्यु होने पर नियमानुसार अलग-अलग राशि का वितरण किया जाता है।

पोकरण. क्षेत्र के थाट जाने वाले मार्ग पर चल रहे सड़क निर्माण कार्य के दौरान ट्रक चालक व श्रमिक के साथ मारपीट कर जातिसूचक शब्दों से अपमानित करने पर पुलिस में मामला दर्ज किया गया है। पुलिस के अनुसार फतेहगढ़ तहसील के सांगड़ थानांतर्गत भोपा निवासी नरपतसिंह पुत्र गुमानसिंह ने गुरुवार को रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह भाटी कंस्ट्रक्शन कंपनी में मुनीम के रूप में कार्य करता है। कंपनी का पोकरण बाईपास से थाट जाने वाले मार्ग पर सड़क निर्माण का कार्य चल रहा है। बुधवार को सुबह आठ बजे थाट निवासी मनहरअली उर्फ बाबू पुत्र अकबरखां व चार अन्य लोग एक बोलेरो कैम्पर में सवार होकर आए तथा ट्रक चालक दामोदरा निवासी ओमसिंह के साथ लाठियों से मारपीट की और गले में पहना आधा तोला सोने का फूल छीन लिया। श्रमिक बिहारीराम पुत्र देवचंद व मंजीराम पुत्र भंवराराम मेघवाल के साथ भी मारपीट कर जातिसूचक शब्दों से अपमानित किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
भुगतान को लेकर किया अभद्र व्यवहार व अपमानित
पुलिस के अनुसार जयपुर जिलांतर्गत फुलेरा खेड़ी के चक्की वाले की ढाणी निवासी राहुल पुत्र रामनारायण वर्मा ने रिपोर्ट पेश कर बताया कि वह महेन्द्रा कंपनी लवां में कार्य करता है। उससे भगवानसिंह ने काम ले रखा है। उसने बताया कि भगवानसिंह के साथ 9-10 श्रमिक व उनकी टीम कार्य करती है। जिसका आधे से अधिक भुगतान दे दिया गया है और 16 हजार रुपए बाकि है, जो कंपनी से अभी तक प्राप्त नहीं हुआ है। भगवानसिंह ने देवीसिंह व पांच अन्य लोगों को कार सहित उसके पास भेजा। उन्होंने आकर भगवानसिंह के भुगतान की बात कही और अभद्र व्यवहार किया। साथ ही भुगतान की बात कही। जब अभी भुगतान नहीं होने का बोला, तो जातिसूचक शब्दों से भी अपमानित किया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।

खेतोलाई (जैसलमेर). 'आई लव खेतोलाईÓ सरहदी जैसलमेर जिले के पोकरण क्षेत्र के गांव खेतोलाई को लेकर पूर्व राष्ट्रपति एपीजे अब्दुल कलाम के शब्दों में छिपी भावना को समझा जा सकता है, जहां परमाणु परीक्षण हुआ और जहां से भारत की शक्ति की गूंज देश-दुनिया ने सुनी। पत्रिका पड़ताल में यह बात सामने आई है कि परमाणु परीक्षणों के बाद मशहूर हुई खेतोलाई की मरुधरा कई मायनों में सबसे उपयुक्त परीक्षण स्थल था। जैसलमेर का कम जनसंख्या घनत्व इसमें एक बड़ा कारण रहा। आस पास में कई किलोमीटर तक मानव की आवाजाही न होना, बालू रेत की परत भी परीक्षण के उपयुक्त थी। केर, बेर जैसी झाडिय़ों की बाहुल्यता यहां होने वाली गतिविधियों को ढकने का काम कर रही थी। इन्ही कारणों से वजह से पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज के इस हिस्से को परमाणु परीक्षण के लिए चुना गया था। भू-जल वैज्ञानिक डॉ. एनडी इणखिया बताते हैं कि इन सबके बीच सर्वाधिक महत्वपूर्ण कारण यहां की धरती की अंदरूनी सरंचना का उपयुक्त होना भी रहा। पोकरण और खेतोलाई से लगते पोकरण फिल्ड फायरिंग रेंज का पूरा भू-भाग भू-विज्ञान के अनुसार मालाणी रायोलाइट फार्मेशन यानि पत्थर से बना है। रायोलाइट चट्टानें भू-विज्ञान के अनुसार 'वोल्केनिक शैलÓ है, जो ज्वालामुखी के विस्फोट से बनती है। ज्वालामुखी से निकला लावा जब धरती की सतह पर फैल कर ठंडा होता है, तब इस तरह की चट्टानें बनती है। धरती की सतह पर लावे के फैलने से यह ठंडा जल्दी होता है। बनने वाली चट्टान भी बारीक कणों वाली होती है और इसमें छिद्र नहीं होते है। इस वजह से इन चट्टानों में पानी या किसी अन्य तरल का संचरण नहीं होता है। रायोलाइट चट्टानों का यह गुण परमाणु परीक्षण के लिए सबसे उपयुक्त माना गया। परमाणु विस्फोट के बाद रेडियो एक्टिव विकिरण या उससे निकला तरल आगे नहीं फैले, इसके लिए ये सबसे उपयुक्त अंदरूनी सरचना थी। खेतोलाई की इस धरा में इन्ही रायोलाइट चट्टानों के कारण ही पानी नहीं है।

फैक्ट फाइल-
-23 वर्ष पहले पोकरण क्षेत्र में किए गए थे सिलसिलेवार परमाणु परीक्षण
-5 परमाणु बमों का परीक्षण किया गया था वष 1998 में
-11 मई को दो व 13 मई को तीन हुए थे परमाणु परीक्षण
-1974 में देश में हुआ था पहला परमाणु परीक्षण
-८० किलोमीटर जिला मुख्यालय से दूर है खेतोलाई गांव

एक्सपर्ट व्यू: भूमिगत पानी न होने से अनुकूल स्थिति
भूमिगत पानी का नहीं होना भी परमाणु परीक्षण के अनुकूल रहा। रेडियो एक्टिव विकिरण पानी के सहारे भी फैल सकता था। इस आशंका को भी समाप्त करने के लिए यहां की धरती में पानी नहीं होना आवश्यक था। चट्टानों ने परमाणु परीक्षण करने वाले वैज्ञानिकों की इस दुविधा का भी समाधान कर दिया। परमाणु परीक्षण के लिए खेतोलाई की धरा का चयन का प्रमुख कारण यहां की भू-संरचना रहा। इसी के बाद विश्व भर में खेतोलाई ओर पोकरण विख्यात हुए और जैसलमेर की मरुधरा को गौरव की अनुभूति हुई।

रामदेवरा। रामदेवरा के ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब में गुरुवार सुबह स्नान के दौरान एक युवक डूबने लगा । रामसरोवर में नाव चलाने वालो को युवक डूबता दिखा तो उसे बचाने के प्रयास शुरू किए। काफी मशक्कत के बाद डूबते हुए युवक को रामसरोवर से बाहर निकाल कर बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार रामदेवरा के ऐतिहासिक व पवित्र रामसरोवर तालाब में गुरुवार सुबह हरियाणा के फतेहबाद क्षेत्र के आए श्रद्धालुओं के दल में शामिल राजकुमार उम्र 28 साल रामसरोवर तालाब में नहाने के लिए पानी में उतरा। युवक पानी में तैरता हुआ गहराई में चला गया। तैरने के दौरान संतुलन बिगड़ने पर युवक डूबने लगा। डूबते युवक को नाव चलाने वालो ने देख लिया। जिस पर नाव चलाने वाले नरेश,जगदीश,पपु , कन्हैया सभी जाति केवट ने तालाब में डूब रहे युवक को बचाने के लिए तालाब में कूद पड़े। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद युवक को रामसरोवर तालाब से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। युवक को रामसरोवर तालाब में डूबने से बचाने पर परिजनों ने नाविकों का आभार जताया।
@25 फीट तक भरा हुआ है रामसरोवर -
रामसरोवर तालाब गत दिनों हुई बरसात के कारण अपनी भराव क्षमता 25 फीट तक बरसाती पानी से लबालब भरा हुआ है। ऐसे रामसरोवर तालाब पर आए श्रद्धालुओं को रामसरोवर तालाब के भीतर गहरे पानी में जाने से रोकने,डूबते हुए को बचाने के लिए कोई प्रबंध नहीं है। ऐसे में रामसरोवर तालाब के भीतर डूबने से होने वाले संभावित हादसो को कैसे रोका जाएगा। वही इस ओर जिम्मेदारों ने यदि समय रहते गंभीरता नहीं दिखाई तो डूबने के हादसे तालाब में हो सकते हैं।

रामदेवरा। रामदेवरा के ऐतिहासिक रामसरोवर तालाब में गुरुवार सुबह स्नान के दौरान एक युवक डूबने लगा । रामसरोवर में नाव चलाने वालो को युवक डूबता दिखा तो उसे बचाने के प्रयास शुरू किए। काफी मशक्कत के बाद डूबते हुए युवक को रामसरोवर से बाहर निकाल कर बचा लिया गया।
जानकारी के अनुसार रामदेवरा के ऐतिहासिक व पवित्र रामसरोवर तालाब में गुरुवार सुबह हरियाणा के फतेहबाद क्षेत्र के आए श्रद्धालुओं के दल में शामिल राजकुमार उम्र 28 साल रामसरोवर तालाब में नहाने के लिए पानी में उतरा। युवक पानी में तैरता हुआ गहराई में चला गया। तैरने के दौरान संतुलन बिगड़ने पर युवक डूबने लगा। डूबते युवक को नाव चलाने वालो ने देख लिया। जिस पर नाव चलाने वाले नरेश,जगदीश,पपु , कन्हैया सभी जाति केवट ने तालाब में डूब रहे युवक को बचाने के लिए तालाब में कूद पड़े। करीब आधा घंटे की मशक्कत के बाद युवक को रामसरोवर तालाब से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया। युवक को रामसरोवर तालाब में डूबने से बचाने पर परिजनों ने नाविकों का आभार जताया।
@25 फीट तक भरा हुआ है रामसरोवर -
रामसरोवर तालाब गत दिनों हुई बरसात के कारण अपनी भराव क्षमता 25 फीट तक बरसाती पानी से लबालब भरा हुआ है। ऐसे रामसरोवर तालाब पर आए श्रद्धालुओं को रामसरोवर तालाब के भीतर गहरे पानी में जाने से रोकने,डूबते हुए को बचाने के लिए कोई प्रबंध नहीं है। ऐसे में रामसरोवर तालाब के भीतर डूबने से होने वाले संभावित हादसो को कैसे रोका जाएगा। वही इस ओर जिम्मेदारों ने यदि समय रहते गंभीरता नहीं दिखाई तो डूबने के हादसे तालाब में हो सकते हैं।

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