श्रीगंगानगर फाटक पर अंडरपास की कवायद शुरू, रेलवे को भेजी ड्राइंग, हरी झंडी का इंतजार
- स्टेट हाइवे की तर्ज पर 5 गुणा 5 मीटर के रखे जाएंगे डबल बॉक्स
- ड्राइंग की अपू्रवल मिलने के बाद कंसलटेंसी कंपनी करेगी लेआउट तैयार
हनुमानगढ़. श्रीगंगानगर रेलवे फाटक पर अंडरपास निर्माण की कवायद शुरू हो चुकी है। पीडब्ल्यूडी विभाग की ओर से अंडरपास की ड्राइंग तैयार कर अप्रूवल के लिए रेलवे बीकानेर को भेजी गई है। रेलवे के अधिकारी ड्राइंग पर मंथन कर फाइल को जयपुर भेजेंगे। इस पर हरी झंडी मिलने के बाद कंसलटेंसी कंपनी की ओर से लेआउट व लेखा-जोखा तैयार किया जाएगा। पीडब्ल्यूड़ी अधिकारियों की माने तो इस प्रक्रिया के बाद निविदा जारी होगी। श्रीगंगानगर फाटक पर 25 करोड़ की लागत से अंडरपास का निर्माण प्रस्तावित है। बजट की स्वीकृति राज्य सरकार की ओर से जारी की गई है। सूत्रों की माने तो श्रीगंगानगर फाटक पर अंडरपास को लेकर हाउसिंग बोर्ड के लोगों ने आपत्ति जताई थी। इनसे भी समझाइश की गई है। गौरतलब है कि श्रीगंगानगर फाटक पर अंडरपास का निर्माण स्टेट हाइवे के मापदंड़ों के अनुसार होगा। दोनों तरफ पांच बाय पांच मीटर के डबल बॉक्स होंगे। इस अंडरपास के जरिए बड़े ट्रोले आसानी से आ जा सकेंगे। व्यापार मण्डल धर्मशाला से अंडरपास का निर्माण शुरू होगा। दूसरी तरफ गंगमूल डेयरी से आने वाले वाहनों को यूटर्न होकर अंडरपास से आना होगा। वाहनों की आवाजाही के लिए दोनों तरफ सर्विस रोड का निर्माण होगा। अंडरपास का निर्माण इसी वर्ष के अंत तक शुरू होने की संभावना है। इसके निर्माण में करीब 18 माह लगेंगे।
मिल चुकी है एनओसी
सर्वप्रथम श्रीगंगानगर फाटक पर आरओबी बनाने का प्रस्ताव तैयार किया गया था। उस वक्त जिला कलक्टर की ओर से श्रीगंगानगर फाटक को बंद करने से संबंधित एनओसी जारी की गई थी। लेकिन व्यापारियों की मांग को देखते हुए आरओबी की जगह पर अंडरपास बनाने का निर्णय लिया गया। इसके बाद एनओसी में बदलाव करते हुए इस फाटक पर आरओबी के साथ-साथ आरयूबी का भी जिक्र किया गया।
़व्यापारियों ने यह की थी मांग
आरओबी का निर्माण करने पर धानमंडी के गेट बंद होने की आशंका थी। शिव मंदिर मार्ग पर नगर परिषद की ओर से करीब चार करोड़ की लागत से सड़क का निर्माण किया गया है। आरओबी होने से इस मार्ग का औचित्य नहीं रहता। दोनों तरफ के दुकानदारों को भी आर्थिक नुकसान होता। इन कारणों की वजह से व्यापारी संगठन ने आरओबी की जगह अंडरपास की मांग की थी। ग़ौरतलब है कि राज्य सरकार ने बजट के दौरान जंक्शन स्थित श्रीगंगानगर फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज का निर्माण कराने की घोषणा की थी। आरओबी निर्माण पर 45 करोड़ की लागत प्रस्तावित की गई। इसमें 20 करोड़ रुपए रेलवे की ओर से खर्च करने का प्रस्ताव था तो 25 करोड़ रुपए राज्य सरकार की ओर से खर्च किए जाने थे। अब राज्य सरकार की ओर से 25 करोड़ की लागत से इस फाटक पर रेलवे अंडरपास का निर्माण करवाया जाएगा।
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