भीलवाड़ा।
तेरापंथ नगर में चातुर्मास कर रहे आचार्य महाश्रमण ने सोमवार को जैनागम आधारित प्रवचनमाला में बताया कि जैन दर्शन में कर्मवाद के सिद्धांत में आठ कर्मो का उल्लेख किया गया है, जिसमें चार कर्म एकांत रूप से पाप रूप में होते है। चार कर्म पुण्य और पाप दोनों रूप में होते है। पुण्य के नौ प्रकार है अन्न, पान, लयन, शयन, वस्त्र, मन, वचन, काय एवं नमस्कार। नौ प्रकार का शुद्ध दान अगर संयमी साधु को दिया जाए तो पुण्यकर्म का बंध होता है। व्यक्ति के शुभ योग ही निर्जरा, पुण्य कर्म के आधार होते है। निर्जरा के बिना पुण्य का बंध नहीं हो सकता। ज्यों-ज्यों साधना के क्षेत्र में व्यक्ति आगे बढ़ता है तो उसके कर्म बंधन टूटते है।
आचार्य ने कहा कि व्यक्ति को साधना की दृष्टि से पुण्य की इच्छा नहीं करनी चाहिए। कोई व्यक्ति अगर तपस्या करता है तो प्रतिफल में उसे भौतिक वस्तुओं की प्राप्ति की आकांक्षा नही करनी चाहिए। ऐसा करना अपनी साधना को बेचने जैसा है। साध्वी संबुद्धयशा ने बताया कि भीतरी संवेग और कषाय की प्रबलता की वजह से व्यक्ति अपराध आदि गलत कार्य करता है।
आचार्य के सान्निध्य में अखिल भारतीय तेरापंथ युवक परिषद के दो दिवसीय बारह व्रत कार्यशाला का आयोजन हुआ। अभातेयुप के सहमंत्री अभिषेक पोखरना व तेरापंथ युवक परिषद संस्था अध्यक्ष संदीप चोरडिय़ा ने विचार व्यक्त किए। मंत्री पीयूष रांका ने आभार व्यक्त किया। इस दौरान तेरापंथ सभा सरदारशहर की ओर से वर्ष 2022 में आचार्य के सरदारशहर प्रवास के लोगो का विमोचन किया। सरदारशहर व्यवस्था समिति अध्यक्ष बाबू लाल ने विचार व्यक्त किए।
आचार्य महाश्रमण का अगले साल मई में सरदार शहर में २३ दिन का प्रवास रहेगा। इस दौरान पांच बड़े धार्मिक आयोजन होंगे। इनमें आखातीज, दीक्षा दिवस, पाठनोमहोत्सव समेत अन्य कार्यक्रम शामिल है।
आचार्य ने वन्य जीव रक्षक कुलदीप सिंह राणावत व उनकी टीम को अहिंसा परमो धर्म के पथ पर चलते हुए वन्य जीवों को बचाने की सीख दी। आचार्य ने दुनिया को प्रकृति के साथ खिलवाड़ नही करने और सभी जीवों को बचाने के लिए संदेश देते हुए अहिंसा परमो धर्म का पाठ पठाया। इस दौरान विक्रम रांका, मुकेश कुमावत, छोटू लाल कोली व पंकज त्रिपाठी आदि मौजूद थे।
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आचार्य महाश्रमण के लगेगा टीका
भीलवाड़ा . आरसीएचओ डॉ. संजीव शर्मा ने बताया कि तेरापंथ नगर में विराजमान आचार्य महाश्रमण के कोरोना बचाव का दूसरी डोज का टीका मंगलवार को लगाया जाएगा। शर्मा ने बताया कि आचार्य के पहली डोज इंदौर में लग चुका है। आचार्य के साथ साध्वी व संत के भी टीके लगेंगे।