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#mehara jatuwas

खेतड़ी ञ्चपत्रिका. राजस्थान के झुंझुनूं जिले का मेहाड़ा जाटूवास गांव अपनी अलग पहचान रखता है। गांव का कुश्ती दंगल काफी प्रसिद्ध है। गांव में फुटबाल के प्रति युवाओं का काफी क्रेज है। नवयुवक मण्डल अध्यक्ष नरेन्द्र कुमार व विजेन्द्र कुमार ने बताया कि नवयुवक मण्डल गत 68 वर्षों से फुटबाल की प्रतियोगिता करवाता है। मेहाड़ा के अब तक दर्जनों फुटबाल खिलाड़ी राष्ट्रीय व राज्य स्तर पर खेल चुके हैं। अमित चौधरी राष्ट्रीय स्तर पर संतोष ट्रॉफी में 2019 में खेल चुका है। कर्मवीर चौधरी व विक्रम स्वामी ने बताया कि गांव के बेटे अर्जुन पुरस्कार विजेता संदीप चौधरी ने भाला फेंक प्रतियोगिता में अन्तरराष्ट्रीय स्तर पर दो स्वर्ण पदक जीते हैं तथा वर्तमान में उनका चयन टोकियो में होने वाले पैरा ओलम्पिक खेलों में हो गया है। उम्मेदसिंह व रमेश गहलावत ने बताया कि गांव में गोगाजी धाम, नृसिंह मन्दिर व शिव मन्दिर में अलग स्थानों पर 6 शिव मन्दिर, रामदरबार मन्दिर, भैयाजी मन्दिर, ठाकुरजी मन्दिर सहित लगभग एक दर्जन मन्दिर है।
गांव स्थित गोगाजी धाम की क्षेत्र में काफी मान्यता है। धाम के पुजारी कुलदीप व महावीर प्रसाद गहलावत ने बताया कि गांव की बसावट के समय का ही यह धाम बना हुआ है। इसमे प्रतिवर्ष भाद्रपद की कृष्ण पक्ष की नवमी से एकादशी तक तीन दिवसीय लक्खी मेले का आयोजन होता है। मेले में होने वाले कुश्ती दंगल में हरियाणा तक के पहलवान आते हैं तथा इस धाम में माघ व भाद्रपद माह की पंचमी को ग्रामीण श्रमदान कर मन्दिर में दूध व चूने से मन्दिर की पुताई करते हैं।
कन्हीराम गहलावत व बजरंगलाल शर्मा ने बताया कि गांव की बसावट लगभग 550 वर्ष हुई थी। सरपंच इन्दिरा देवी व पूर्व सरपंच होशियार सिंह ने बताया कि गांव की जनसंख्या लगभग 6 हजार व मतदाता 32 सौ है। गांव में मेहाड़ा जाटूवास व मोड़ी दो राजस्व गांव व एक ढाणी सोलंकी शामिल है। विकास कुमार व मिंटू बलोदा ने बताया कि गांव में जाट, ब्राह्मणण, वैश्य, सैनी, मीणा, मेघवाल, धानक, जांगिड़, राजपूत, कुमावत सहित लगभग सभी जातियों के लोग मिलजुलकर रहते हैं। थावरमल गहलावत व राजेश कुमार ने बताया कि गांव के बेटे नरहरि शर्मा सेवानिवृत वरिष्ठ आईएएस अधिकारी है। रश्मि शर्मा बड़े प्रशासनिक पद पर कार्यरत हैं। राजेन्द्र प्रसाद मीणा सेवानिवृत एडिशनल एसपी व हवा सिंह प्रजापत सेवानिवृत तहसीलदार है। अशोक कुमार सीआरपीएफ में कमाण्डेन्ट, सुरेश कुमार खीची सिंचाई विभाग में अधिशाषी अभियंता पद पर कार्यरत है। नितिन नाहरिया सेना में कर्नल तथा अर्चना शर्मा मेजर पद पर कार्यरत है। कैप्टन श्रीचन्द, कैप्टन जुगललाल व कैप्टन सुभाष सेवानिवृत कैप्टन है। शंकरलाल सैनी व मोना कुमारी गहलावत भाभा एटोमिक व कृष्ण कुमार सैनी डीआरडीओ में वैज्ञानिक पद पर कार्यरत है। डा.लक्ष्मीकांत शर्मा, डा.कुसुमलता शर्मा, डा.पवन कुमार गोयल, डा.आकाश कुमार, डा.आशीष किराड़, डा.सरजीत सैनी, डा.सुनीता सैनी, डा.प्रवीण कुमार सैनी, डा.नवीन कुमार सैनी, डा.अशोक कुमार खीची, डा.सोनू सैनी चिकित्सक, डा.निशा सैनी व डा.संजू सैनी आयुर्वेद चिकित्सक व डा.नितिन सैनी पशुचिकित्सक के पद पर कार्यरत है। दिनेश कुमार एचपीसीएल में वरिष्ठ अधिकारी पद पर व सत्यवीर सिंह गहलावत बैंक प्रबन्धक पद पर कार्यरत है। सरजीत, प्रदीप, सुनील, विकास, अजीत व उदयसिंह अलग-अलग हिस्सों में पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों में वृत निरीक्षक तथा सुरेन्द्र गहलावत उपनिरीक्षक पद पर कार्यरत है। सुभाषचन्द जांगिड़ प्रधानाचार्य पद पर कार्यरत है। इसके अतिरिक्त गांव में लगभग साढे तीन सौ जवान सेना, पुलिस व अद्र्धसैनिक बलों में तैनात है तथा लगभग तीन सौ सेवानिवृत है। इनके अतिरिक्त लगभग एक सौ व्यक्ति अलग-अलग राजकीय सेवाओं में कार्यरत है।
गांव के सुरेश कुमार सैनी व हवासिंह गहलावत ने बताया कि गांव में एक उच्च माध्यमिक विद्यालय, एक उच्च प्राथमिक विद्यालय, एक प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, एक प्रथम श्रेणी पशु चिकित्सालय, एक बैंक, 132 केवी विद्युत उपकेन्द्र व टेलीफोन एक्सचेंज स्थित है तथा देवनारायण योजना में आवासीय विद्यालय का निर्माण कार्य चला रहा है।

#mehara jatuwas village

ये है गांव की प्रमुख समस्याएं:-
-खेल मैदान में ट्रैक कार्य अधूरा पड़ा है।
-ओवरलोड डम्पर से हादसे की आशंका।
-राजकीय बालिका स्कूल बंद।

झुंझुनूं. पिछले कुछ महीनों से जिले के किसान परंपरागत खेती के साथ-साथ आधुनिक तौर-तरीकों से खेतीबाड़ी करने लगे हैं। परंतु कुओं के आने वाले भारी-भरकम बिजली के बिल और कनेक्शन में लगने वाले समय को ध्यान में रखते हुए सौर ऊर्जा से पंप चलाकर सिंचाई करना पसंद करने लगे हैं। यही कारण है कि जिले में करीब पांच हजार छोटे-बड़े किसान सोलर पंप लगवाकर सिंचाई कर रहे हैं। वर्तमान में जिले में डार्क जोन की शर्ते हटा दी गई हैं। उद्यान विभाग के अधिकारियों की मानें तो जिले में लग चुके पांच हजार के करीब सोलर पंप से आधे किसानों ने अनुदान पर सोलर पंप लगवाएं हैं। जबकि आधे ऐसे किसान हैं जिन्होंने अपने बिना अनुदान के अपने खर्चे पर सोलर पंच लगवाकर सिंचाई कर रहे हैं।

60 फीसदी अनुदान
प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान (पीएम कुसुम) के तहत उद्यान विभाग के माध्यम से किसानों को 60 फीसदी अनुदान दिया जाता है। यह अनुदान किसानों को तीन एचपी, पांच एचपी, साढ़े सात एचपी और दस एचपी का सोलर पंप लगवाने पर मिलता है। जिले में वर्तमान में चार कंपनियां सोलर पंप लगाने का कार्य कर रही हैं।

मैं किसान: मुझे सोलर पंप के लिए क्या करना होगा
अगर आप सोलर पंप अपने खेत में लगवाना चाहते हैं तो सबसे पहले आपके पास पात्रता के अनुसार खुद के स्वामित्व की भूमि और टयूबवैल का होना जरूरी है। अगर भूमि और टयूबवैल है तो आपको अपनी पासपोर्ट साइज फोटो, आधार कार्ड, जन आधार कार्ड, जमीन की जमाबंदी, नक्शा आदि ई-मित्र पर ले जाकर आवेदन करना होगा। ई-मित्र वाला आवेदन कर आपको टोकन दे देगा। इसके बाद उद्यान विभाग के अधिकारी फाइलों के सत्यापन और निरीक्षण के बाद आपको पात्र होने पर अनुमति देंगे। इसके बाद जिले में सोलर पंप लगवाने वाली मनपंसद किसी भी कंपनी से आप सोलर पंप सेट लगवा सकते हैं। इसके लिए सोलर पंप सेट के अनुसार आपकी हिस्सा राशि ली जाएगी। आवेदन कृषि विभाग की अधिकृत वेबसाइट राज किसान पोर्टल पर कभी भी किए जा सकते हैं।

पंपों की कीमत
पंप कुल कीमत किसान हिस्सा
तीन एचपी 169830/- 67932/-
पांच एचपी 237961/- 95185/-
71/2एचपी 352207/- 140883/-
10एचपी 449213/-237889/

कितनी भूमि जरूरी
03 एचपी पंप : 0.5 है.
05 एचपी पंप : 0.75 है.
-7.5 एचपी पंप : 01 है.
-10 एचपी पंप : 1.5 है.
(भूमि स्वामित्व जरूरी)

आवेदन की कोई समय सीमा नहीं
सोलर पंप लगाने पर 60 फीसदी अनुदान दिया जाता है। सामान्य किसान जिन्होंने 31 मई 2019 तक तथा अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के किसान, जिन्होंने 30 जून 2021 तक की तिथि में आनलाईन आवेदन किया था। वे किसान अब अपने खेतों में सौर ऊर्जा संयंत्र स्थापित करवा सकेंगे। निर्धारित समयावधि में आ रहे किसान अपनी मूल पत्रावली आवश्यक दस्तावेज तैयार कर 16 अगस्त 2021 तक सहायक निदेशक उद्यान कार्यालय में जमा करा दें। नए आवेदन की कोई समय सीमा नहीं है।
शीशराम जाखड़, सहायक निदेशक उद्यान विभाग झुंझुनूं

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